< उत्पत्ति 31 >

1 फिर लाबान के पुत्रों की ये बातें याकूब के सुनने में आईं, “याकूब ने हमारे पिता का सब कुछ छीन लिया है, और हमारे पिता के धन के कारण उसकी यह प्रतिष्ठा है।”
Əmma Yaⱪup Labanning oƣullirining: — Yaⱪup atimizning pütün mal-mülkini elip kǝtti; uning erixkǝn bu dɵliti atimizning tǝǝlluⱪatidin kǝlgǝn, deginini anglap ⱪaldi.
2 और याकूब ने लाबान के चेहरे पर दृष्टि की और ताड़ लिया, कि वह उसके प्रति पहले के समान नहीं है।
Yaⱪup Labanning qirayiƣa ⱪariwidi, mana, u ɵzigǝ burunⱪidǝk hux peil bolmidi.
3 तब यहोवा ने याकूब से कहा, “अपने पितरों के देश और अपनी जन्म-भूमि को लौट जा, और मैं तेरे संग रहूँगा।”
Bu qaƣda, Pǝrwǝrdigar Yaⱪupⱪa: — Sǝn ata-bowiliringning zeminiƣa, ɵz uruⱪ-tuƣⱪanliringning ⱪexiƣa ⱪaytip kǝtkin. Mǝn sening bilǝn billǝ bolimǝn, — dedi.
4 तब याकूब ने राहेल और लिआ को, मैदान में अपनी भेड़-बकरियों के पास बुलवाकर कहा,
Xuning üqün Yaⱪup adǝm ǝwǝtip, Raⱨilǝ wǝ Leyaⱨni ɵz padisi turƣan kɵklǝmgǝ qaⱪirip kelip
5 “तुम्हारे पिता के चेहरे से मुझे समझ पड़ता है, कि वह तो मुझे पहले के समान अब नहीं देखता; पर मेरे पिता का परमेश्वर मेरे संग है।
ularƣa mundaⱪ dedi: — Mǝn atanglarning qirayiƣa ⱪarisam manga burunⱪidǝk hux peil bolmidi; ǝmma atamning Hudasi mǝn bilǝn billǝ bolup kǝldi.
6 और तुम भी जानती हो, कि मैंने तुम्हारे पिता की सेवा शक्ति भर की है।
Küqümning yetixiqǝ atanglarƣa ixlǝp bǝrginim silǝrgǝ ayan;
7 फिर भी तुम्हारे पिता ने मुझसे छल करके मेरी मजदूरी को दस बार बदल दिया; परन्तु परमेश्वर ने उसको मेरी हानि करने नहीं दिया।
ⱨalbuki, atanglar meni ǝhmǝⱪ ⱪilip, ⱨǝⱪⱪimni on ⱪetim ɵzgǝrtti; lekin Huda uning manga ziyan yǝtküzüxigǝ yol ⱪoymidi.
8 जब उसने कहा, ‘चित्तीवाले बच्चे तेरी मजदूरी ठहरेंगे,’ तब सब भेड़-बकरियाँ चित्तीवाले ही जनने लगीं, और जब उसने कहा, ‘धारीवाले बच्चे तेरी मजदूरी ठहरेंगे,’ तब सब भेड़-बकरियाँ धारीवाले जनने लगीं।
Əgǝr u: «Ala-qipar ⱪozilar ⱨǝⱪⱪing bolidu», desǝ, barliⱪ padilar ala-qipar ⱪoziliƣili turdi. U: «Taƣil ⱪozilar ⱨǝⱪⱪing bolsun», desǝ, barliⱪ padilar taƣil ⱪoziliƣili turdi.
9 इस रीति से परमेश्वर ने तुम्हारे पिता के पशु लेकर मुझ को दे दिए।
Bu tǝriⱪidǝ Huda atanglarning mallirini tartiwelip, manga bǝrdi.
10 १० भेड़-बकरियों के गाभिन होने के समय मैंने स्वप्न में क्या देखा, कि जो बकरे बकरियों पर चढ़ रहे हैं, वे धारीवाले, चित्तीवाले, और धब्बेवाले हैं।
Padilar küyligǝn waⱪitta mǝn bir ⱪetim qüxümdǝ beximni kɵtürüp xuni kɵrdumki, mana, mallarning üstigǝ jüplixixkǝ etilƣan ⱪoqⱪar-tekilǝrning ⱨǝmmisi taƣil yaki ala-qipar idi.
11 ११ तब परमेश्वर के दूत ने स्वप्न में मुझसे कहा, ‘हे याकूब,’ मैंने कहा, ‘क्या आज्ञा।’
Andin Hudaning Pǝrixtisi qüxümdǝ manga: «Əy Yaⱪup», dewidi, mǝn jawab berip: «Mana mǝn», dedim.
12 १२ उसने कहा, ‘आँखें उठाकर उन सब बकरों को जो बकरियों पर चढ़ रहे हैं, देख, कि वे धारीवाले, चित्तीवाले, और धब्बेवाले हैं; क्योंकि जो कुछ लाबान तुझ से करता है, वह मैंने देखा है।
U manga: — «Əmdi bexingni kɵtürüp ⱪariƣin; mana mallarning üstigǝ jüplixixkǝ etilƣan ⱪoqⱪar-tekilǝrning ⱨǝmmisi taƣil wǝ ala-qipardur; qünki Mǝn Labanning sanga ⱪilƣinining ⱨǝmmisini kɵrdüm.
13 १३ मैं उस बेतेल का परमेश्वर हूँ, जहाँ तूने एक खम्भे पर तेल डाल दिया था और मेरी मन्नत मानी थी। अब चल, इस देश से निकलकर अपनी जन्म-भूमि को लौट जा।’”
Mǝn Bǝyt-Əldǝ [sanga kɵrüngǝn] Tǝngridurmǝn. Sǝn xu yǝrdǝ tüwrükni mǝsiⱨlǝp, Manga ⱪǝsǝm iqting. Əmdi sǝn orningdin turup, bu zemindin qiⱪip, uruⱪ-tuƣⱪanliringning zeminiƣa yanƣin» dedi.
14 १४ तब राहेल और लिआ ने उससे कहा, “क्या हमारे पिता के घर में अब भी हमारा कुछ भाग या अंश बचा है?
Raⱨilǝ wǝ Leyaⱨ uningƣa jawab berip: — Atimizning ɵyidǝ bizgǝ tegixlik nesiwǝ yaki miras ⱪalmiƣanmu?
15 १५ क्या हम उसकी दृष्टि में पराए न ठहरीं? देख, उसने हमको तो बेच डाला, और हमारे रूपे को खा बैठा है।
Biz dǝrwǝⱪǝ uningƣa yat adǝm ⱨesablinip ⱪalƣanmu?! U bizni setiwǝtti, toyluⱪimiznimu pütünlǝy yǝp kǝtti!
16 १६ इसलिए परमेश्वर ने हमारे पिता का जितना धन ले लिया है, वह हमारा, और हमारे बच्चों का है; अब जो कुछ परमेश्वर ने तुझ से कहा है, वही कर।”
Xundaⱪ bolƣandin keyin, Huda Atimizdin sanga elip bǝrgǝn barliⱪ dɵlǝt biz bilǝn balilirimizningkidur. Əmdi Huda sanga nemǝ degǝn bolsa, xuni ⱪilƣin, — dedi.
17 १७ तब याकूब ने अपने बच्चों और स्त्रियों को ऊँटों पर चढ़ाया;
Xuning bilǝn Yaⱪup ornidin turup, baliliri wǝ ayallirini tɵgilǝrgǝ mindurup, erixkǝn barliⱪ malliri wǝ barliⱪ tǝǝlluⱪatini, yǝni Padan-Aramda tapⱪan tǝǝlluⱪatlirini elip, atisi Isⱨaⱪning yeniƣa berixⱪa Ⱪanaan zeminiƣa ⱪarap yol aldi.
18 १८ और जितने पशुओं को वह पद्दनराम में इकट्ठा करके धनाढ्य हो गया था, सब को कनान में अपने पिता इसहाक के पास जाने की मनसा से, साथ ले गया।
19 १९ लाबान तो अपनी भेड़ों का ऊन कतरने के लिये चला गया था, और राहेल अपने पिता के गृहदेवताओं को चुरा ले गई।
Laban bolsa ⱪoylirini ⱪirⱪiƣili kǝtkǝnidi; Raⱨilǝ ɵz atisiƣa tǝwǝ «ɵy butliri»ni oƣrilap eliwaldi.
20 २० अतः याकूब लाबान अरामी के पास से चोरी से चला गया, उसको न बताया कि मैं भागा जाता हूँ।
Yaⱪup aramiy Labanƣa ɵz ⱪexidin oƣriliⱪqǝ ⱪeqip ketidiƣanliⱪini uⱪturmay uni aldap ⱪoyƣanidi.
21 २१ वह अपना सब कुछ लेकर भागा, और महानद के पार उतरकर अपना मुँह गिलाद के पहाड़ी देश की ओर किया।
U bar-yoⱪini elip ⱪeqip kǝtti; u dǝryadin ɵtüp Gilead teƣi tǝrǝpkǝ ⱪarap yol aldi.
22 २२ तीसरे दिन लाबान को समाचार मिला कि याकूब भाग गया है।
Üqinqi küni, Labanƣa Yaⱪupning ⱪaqⱪini toƣrisida hǝwǝr yǝtti.
23 २३ इसलिए उसने अपने भाइयों को साथ लेकर उसका सात दिन तक पीछा किया, और गिलाद के पहाड़ी देश में उसको जा पकड़ा।
U ɵz tuƣⱪanlirini elip, yǝttǝ künlük yolƣiqǝ kǝynidin ⱪoƣlap berip, Gilead teƣida uningƣa yetixti.
24 २४ तब परमेश्वर ने रात के स्वप्न में अरामी लाबान के पास आकर कहा, “सावधान रह, तू याकूब से न तो भला कहना और न बुरा।”
Lekin keqisi Huda aramiy Labanning qüxigǝ kirip uningƣa: «Sǝn ⱨezi bol, Yaⱪupⱪa ya aⱪ ya kɵk demǝ!» dedi.
25 २५ और लाबान याकूब के पास पहुँच गया। याकूब अपना तम्बू गिलाद नामक पहाड़ी देश में खड़ा किए पड़ा था; और लाबान ने भी अपने भाइयों के साथ अपना तम्बू उसी पहाड़ी देश में खड़ा किया।
Laban Yaⱪupⱪa yetixip barƣanda, Yaⱪup qedirini taƣning üstigǝ tikgǝnidi. Labanmu tuƣⱪanliri bilǝn Gilead teƣining üstidǝ qedir tikti.
26 २६ तब लाबान याकूब से कहने लगा, “तूने यह क्या किया, कि मेरे पास से चोरी से चला आया, और मेरी बेटियों को ऐसा ले आया, जैसा कोई तलवार के बल से बन्दी बनाई गई हों?
Laban Yaⱪupⱪa: — Bu nemǝ ⱪilƣining? Sǝn meni aldap, ⱪizlirimni uruxta alƣan oljidǝk elip kǝtting?
27 २७ तू क्यों चुपके से भाग आया, और मुझसे बिना कुछ कहे मेरे पास से चोरी से चला आया; नहीं तो मैं तुझे आनन्द के साथ मृदंग और वीणा बजवाते, और गीत गवाते विदा करता?
Nemixⱪa yoxurun ⱪaqisǝn, manga hǝwǝr bǝrmǝy mǝndin oƣriliⱪqǝ kǝtting? Manga degǝn bolsang mǝn huxal-huramliⱪ bilǝn ƣǝzǝl oⱪup, dap wǝ qang qelip, seni uzitip ⱪoymamtim?
28 २८ तूने तो मुझे अपने बेटे-बेटियों को चूमने तक न दिया? तूने मूर्खता की है।
Xundaⱪ ⱪilip sǝn manga ɵz oƣullirim wǝ ⱪizlirimni sɵyüp uzitip ⱪoyux pursitinimu bǝrmiding. Bu ixta ǝhmǝⱪliⱪ ⱪilding.
29 २९ तुम लोगों की हानि करने की शक्ति मेरे हाथ में तो है; पर तुम्हारे पिता के परमेश्वर ने मुझसे बीती हुई रात में कहा, ‘सावधान रह, याकूब से न तो भला कहना और न बुरा।’
Silǝrgǝ ziyan-zǝhmǝt yǝtküzüx ⱪolumdin kelǝtti; lekin tünügün keqǝ atangning Hudasi manga sɵz ⱪilip: «Ⱨezi bol, Yaⱪupⱪa ya aⱪ ya kɵk demǝ» dedi.
30 ३० भला, अब तू अपने पिता के घर का बड़ा अभिलाषी होकर चला आया तो चला आया, पर मेरे देवताओं को तू क्यों चुरा ले आया है?”
Hox, sǝn atangning ɵyini tolimu seƣinƣining üqün kǝtmǝy ⱪoymaysǝn; lekin nemixⱪa yǝnǝ mening butlirimni oƣriliding? — dedi.
31 ३१ याकूब ने लाबान को उत्तर दिया, “मैं यह सोचकर डर गया था कि कहीं तू अपनी बेटियों को मुझसे छीन न ले।
Yaⱪup Labanƣa jawab berip: — Mǝn ⱪorⱪup ⱪaqtim; qünki seni ⱪizlirini mǝndin mǝjburiy tartiwalamdikin, dedim.
32 ३२ जिस किसी के पास तू अपने देवताओं को पाए, वह जीवित न बचेगा। मेरे पास तेरा जो कुछ निकले, उसे भाई-बन्धुओं के सामने पहचानकर ले ले।” क्योंकि याकूब न जानता था कि राहेल गृहदेवताओं को चुरा ले आई है।
Əmdi butliringƣa kǝlsǝk, ular kimdin qiⱪsa xu tirik ⱪalmaydu! Ⱪerindaxlirimiz aldida mǝndin ⱪandaⱪla nemǝngni tonuwalsang, uni elip kǝt, — dedi. Ⱨalbuki, Yaⱪupning Raⱨilǝning butlarni oƣrilap kǝlginidin hǝwiri yoⱪ idi.
33 ३३ यह सुनकर लाबान, याकूब और लिआ और दोनों दासियों के तम्बुओं में गया; और कुछ न मिला। तब लिआ के तम्बू में से निकलकर राहेल के तम्बू में गया।
Laban aldi bilǝn Yaⱪupning qediriƣa kirip, andin Leyaⱨning qediri ⱨǝm ikki dedǝkning qedirliriƣa kirip ahturup ⱨeqnemǝ tapalmidi. Leyaⱨning qediridin qiⱪip, Raⱨilǝning qediriƣa kirdi.
34 ३४ राहेल तो गृहदेवताओं को ऊँट की काठी में रखकर उन पर बैठी थी। लाबान ने उसके सारे तम्बू में टटोलने पर भी उन्हें न पाया।
Raⱨilǝ bolsa ɵy butlirini elip, bularni tɵgining qomining iqigǝ tiⱪip ⱪoyup, üstidǝ olturuwalƣanidi. Laban pütkül qedirini ahturup, ⱨeqnemǝ tapalmidi.
35 ३५ राहेल ने अपने पिता से कहा, “हे मेरे प्रभु; इससे अप्रसन्न न हो, कि मैं तेरे सामने नहीं उठी; क्योंकि मैं मासिक धर्म से हूँ।” अतः उसके ढूँढ़-ढाँढ़ करने पर भी गृहदेवता उसको न मिले।
Raⱨilǝ atisiƣa: — Əy hojam, aldingda turalmiƣinim üqün hapa bolmiƣin; qünki mǝn ⱨazir ayallarning adǝt mǝzgilidǝ turuwatimǝn, — dedi. Xundaⱪ ⱪilip, Laban ⱨǝmmǝ yǝrni ⱪoymay ahturupmu, ɵy butlirini tapalmidi.
36 ३६ तब याकूब क्रोधित होकर लाबान से झगड़ने लगा, और कहा, “मेरा क्या अपराध है? मेरा क्या पाप है, कि तूने इतना क्रोधित होकर मेरा पीछा किया है?
Xuning bilǝn Yaⱪup aqqiⱪlap Laban bilǝn jedǝllixip kǝtti. Yaⱪup Labanƣa: — Sǝn meni kǝynimdin munqǝ aldirap-tenǝp ⱪoƣlap kǝlgüdǝk mǝndǝ nemǝ sǝwǝnlik, nemǝ gunaⱨ bar?
37 ३७ तूने जो मेरी सारी सामग्री को टटोलकर देखा, तो तुझको अपने घर की सारी सामग्री में से क्या मिला? कुछ मिला हो तो उसको यहाँ अपने और मेरे भाइयों के सामने रख दे, और वे हम दोनों के बीच न्याय करें।
Sǝn ⱨǝmmǝ yük-taⱪlirimni ahturup qiⱪting, ɵyüngning nǝrsiliridin birǝr nemǝ tapalidingmu? Birnemǝ tapⱪan bolsang, mening ⱪerindaxlirim bilǝn sening ⱪerindaxliringning aldida uni ⱪoyƣin, ular biz ikkimizning arisida ⱨɵküm ⱪilsun.
38 ३८ इन बीस वर्षों से मैं तेरे पास रहा; इनमें न तो तेरी भेड़-बकरियों के गर्भ गिरे, और न तेरे मेढ़ों का माँस मैंने कभी खाया।
Mǝn muxu yigirmǝ yil ⱪexingda turdum; ⱨeqⱪaqan saƣliⱪing wǝ qixi ɵqkiliring bala taxliwǝtmidi; padiliringdin ⱪoqⱪarliringni yeginim yoⱪ.
39 ३९ जिसे जंगली जन्तुओं ने फाड़ डाला उसको मैं तेरे पास न लाता था, उसकी हानि मैं ही उठाता था; चाहे दिन को चोरी जाता चाहे रात को, तू मुझ ही से उसको ले लेता था।
Boƣuwetilgǝnlirini ⱪexingƣa elip kǝlmǝy, bu ziyanni ɵzüm toldurdum; keqisi oƣrilanƣan yaki kündüzi oƣrilanƣan bolsun sǝn uni mǝndin tɵlitip alding.
40 ४० मेरी तो यह दशा थी कि दिन को तो घाम और रात को पाला मुझे खा गया; और नींद मेरी आँखों से भाग जाती थी।
Mening künlirim xundaⱪ ɵttiki, kündüzi issiⱪtin, keqisi soƣuⱪtin ⱪiynilip, uyⱪu kɵzümdin ⱪaqatti.
41 ४१ बीस वर्ष तक मैं तेरे घर में रहा; चौदह वर्ष तो मैंने तेरी दोनों बेटियों के लिये, और छः वर्ष तेरी भेड़-बकरियों के लिये सेवा की; और तूने मेरी मजदूरी को दस बार बदल डाला।
Mening künlirim muxu yigirmǝ yilda ɵyüngdǝ turup xundaⱪ boldi; on tɵt yil ikki ⱪizing üqün sanga hizmǝt ⱪildim, altǝ yil padang üqün hizmǝt ⱪildim; uning üstigǝ sǝn ix ⱨǝⱪⱪimni on ⱪetim ɵzgǝrtting.
42 ४२ मेरे पिता का परमेश्वर अर्थात् अब्राहम का परमेश्वर, जिसका भय इसहाक भी मानता है, यदि मेरी ओर न होता, तो निश्चय तू अब मुझे खाली हाथ जाने देता। मेरे दुःख और मेरे हाथों के परिश्रम को देखकर परमेश्वर ने बीती हुई रात में तुझे डाँटा।”
Əgǝr atamning Hudasi, yǝni Ibraⱨimning Hudasi, yǝni Isⱨaⱪning Ⱪorⱪunqisi Bolƣanning Ɵzi mǝn bilǝn billǝ bolmisa idi, sǝn jǝzmǝn meni ⱪuruⱪ ⱪol ⱪilip ⱪayturuwetǝtting. Lekin Huda mening tartⱪan jǝbir-japalirimni, ⱪollirimning muxǝⱪⱪitini kɵrüp tünügün keqǝ sanga tǝnbiⱨ bǝrdi, — dedi.
43 ४३ लाबान ने याकूब से कहा, “ये बेटियाँ तो मेरी ही हैं, और ये पुत्र भी मेरे ही हैं, और ये भेड़-बकरियाँ भी मेरे ही हैं, और जो कुछ तुझे देख पड़ता है वह सब मेरा ही है परन्तु अब मैं अपनी इन बेटियों और इनकी सन्तान से क्या कर सकता हूँ?
Laban Yaⱪupⱪa jawab berip: — Bu ⱪizlar mening ⱪizlirim, bu oƣullar mening oƣullirim, bu pada bolsa mening padam bolidu; xundaⱪla kɵz aldingdiki ⱨǝmmǝ nǝrsǝ miningkidur; ǝmma mǝn bügün bu ⱪizlirimni wǝ ularning tuƣⱪan oƣullirini nemǝ ⱪilay?
44 ४४ अब आ, मैं और तू दोनों आपस में वाचा बाँधें, और वह मेरे और तेरे बीच साक्षी ठहरी रहे।”
Ⱪeni kǝl, sǝn bilǝn ikkimiz bir ǝⱨdǝ tüzüxǝyli, bu mǝn bilǝn sening otturimizda guwaⱨ bolsun, — dedi.
45 ४५ तब याकूब ने एक पत्थर लेकर उसका खम्भा खड़ा किया।
Xuning bilǝn Yaⱪup bir taxni elip ɵrǝ tiklǝp tüwrük ⱪilip ⱪoydi.
46 ४६ तब याकूब ने अपने भाई-बन्धुओं से कहा, “पत्थर इकट्ठा करो,” यह सुनकर उन्होंने पत्थर इकट्ठा करके एक ढेर लगाया और वहीं ढेर के पास उन्होंने भोजन किया।
Andin Yaⱪup ⱪerindaxliriƣa: — Tax yiƣinglar, — dewidi, taxlarni elip kelip dɵwilidi, xu yǝrdǝ tax dɵwisining yenida ƣizalinixti.
47 ४७ उस ढेर का नाम लाबान ने तो जैगर सहादुथा, पर याकूब ने गिलियाद रखा।
Laban bu dɵwini «Yǝgar-Saⱨaduta» dǝp atidi, Yaⱪup uningƣa «Galeǝd» dǝp at ⱪoydi.
48 ४८ लाबान ने कहा, “यह ढेर आज से मेरे और तेरे बीच साक्षी रहेगा।” इस कारण उसका नाम गिलियाद रखा गया,
Laban: — Bu dɵwǝ bügün sǝn bilǝn mening otturamda guwaⱨ bolsun, — dedi. Xunga bu sǝwǝbtin dɵwining nami «Galeǝd» ataldi.
49 ४९ और मिस्पा भी; क्योंकि उसने कहा, “जब हम एक दूसरे से दूर रहें तब यहोवा मेरी और तेरी देख-भाल करता रहे।
U jay yǝnǝ «Mizpaⱨ», dǝpmu ataldi; qünki Laban yǝnǝ: — Ikkimiz bir-birimiz bilǝn kɵrüxmigǝn waⱪitlarda, Pǝrwǝrdigar sǝn bilǝn mening otturamda ⱪarawul bolup kɵzitip tursun.
50 ५० यदि तू मेरी बेटियों को दुःख दे, या उनके सिवाय और स्त्रियाँ ब्याह ले, तो हमारे साथ कोई मनुष्य तो न रहेगा; पर देख मेरे तेरे बीच में परमेश्वर साक्षी रहेगा।”
Əgǝr sǝn ⱪizlirimni bozǝk ⱪilsang, yaki ⱪizlirimning üstigǝ baxⱪa hotunlarni alsang, baxⱪa ⱨeq kixi ⱪeximizda ⱨazir bolmiƣan tǝⱪdirdimu, mana, Huda mǝn bilǝn sening arangda guwaⱨqidur!
51 ५१ फिर लाबान ने याकूब से कहा, “इस ढेर को देख और इस खम्भे को भी देख, जिनको मैंने अपने और तेरे बीच में खड़ा किया है।
Laban Yaⱪupⱪa yǝnǝ: — Mana, bu dɵwigǝ ⱪara, mǝn bilǝn sǝn ikkimizning otturisida mǝn tiklǝp ⱪoyƣan bu tüwrükkimu ⱪara;
52 ५२ यह ढेर और यह खम्भा दोनों इस बात के साक्षी रहें कि हानि करने की मनसा से न तो मैं इस ढेर को लाँघकर तेरे पास जाऊँगा, न तू इस ढेर और इस खम्भे को लाँघकर मेरे पास आएगा।
kǝlgüsidǝ bu dɵwǝ wǝ bu tüwrükmu mǝn yaman niyǝt bilǝn bu dɵwidin sening tǝripinggǝ ɵtmǝslikim üqün, seningmu niyitingni yaman ⱪilip bu dɵwǝ wǝ bu tüwrüktin ɵtüp mening tǝripimgǝ kǝlmǝsliking üqün guwaⱨqi bolsun.
53 ५३ अब्राहम और नाहोर और उनके पिता; तीनों का जो परमेश्वर है, वही हम दोनों के बीच न्याय करे।” तब याकूब ने उसकी शपथ खाई जिसका भय उसका पिता इसहाक मानता था।
Ibraⱨimning ilaⱨi, Naⱨorning ilaⱨi wǝ bu ikkisining atisining ilaⱨliri arimizda ⱨɵküm qiⱪarsun, — dedi. Yaⱪup bolsa atisi Isⱨaⱪning Ⱪorⱪunqisi Bolƣuqi bilǝn ⱪǝsǝm ⱪildi.
54 ५४ और याकूब ने उस पहाड़ पर बलि चढ़ाया, और अपने भाई-बन्धुओं को भोजन करने के लिये बुलाया, तब उन्होंने भोजन करके पहाड़ पर रात बिताई।
Andin Yaⱪup taƣ üstidǝ bir ⱪurbanliⱪ sunup, ⱪerindaxlirini ɵzi bilǝn tamaⱪlinixⱪa tǝklip ⱪildi. Ular ⱨǝmdastihan olturdi wǝ keqisi taƣda ⱪondi.
55 ५५ भोर को लाबान उठा, और अपने बेटे-बेटियों को चूमकर और आशीर्वाद देकर चल दिया, और अपने स्थान को लौट गया।
Ətisi tang sǝⱨǝrdǝ Laban ornidin turup, nǝwriliri bilǝn ⱪizlirini sɵyüp, ularƣa bǝht-bǝrikǝt tilǝp, ɵz ɵyigǝ rawan boldi.

< उत्पत्ति 31 >