< प्रेरितों के काम 8 >

1 शाऊल उसकी मृत्यु के साथ सहमत था। उसी दिन यरूशलेम की कलीसिया पर बड़ा उपद्रव होने लगा और प्रेरितों को छोड़ सब के सब यहूदिया और सामरिया देशों में तितर-बितर हो गए।
ଶାଉଲ୍‌ ସ୍ତିଫାନ୍‌ଆଃ ଗଗଏଃରେ ମିଦ୍‌ମନ୍‌ୟାନାଏ । ଏନ୍‌ ହୁଲାଙ୍ଗ୍‌ତାଃଏତେ ଯୀରୁଶାଲେମ୍‌ରେୟାଃ କାଲିସିୟାକରେ ପୁରାଃଗି ସାସାତିକ ଏନେଟେଦ୍‌ୟାନା । ପ୍ରେରିତ୍‌କକେ ବାଗିକେଦ୍‌ତେ ଏଟାଃ ସବେନ୍‌ ବିଶ୍ୱାସୀକ ଯିହୁଦା ଆଡଃ ଶମିରୋନ୍‌ ପାର୍‌ଗାନ୍‌ରେ ଛିତିବିତିୟାନାକ ।
2 और भक्तों ने स्तिफनुस को कब्र में रखा; और उसके लिये बड़ा विलाप किया।
ଚିମିନ୍‌ ଧାର୍‌ମାନ୍‌ ହଡ଼କ ପୁରାଃ କାଉରିକେଦ୍‌ତେ ଏୟମ୍‌ତାନ୍‌ଲଃ ସ୍ତିଫାନ୍‌ଆଃ ଗଏଃ ହଡ଼୍‌ମକେ ତପାକେଦାକ ।
3 पर शाऊल कलीसिया को उजाड़ रहा था; और घर-घर घुसकर पुरुषों और स्त्रियों को घसीट-घसीट कर बन्दीगृह में डालता था।
ମେନ୍‌ଦ ଶାଉଲ୍‌ କାଲିସିୟାକେ ଜିୟନେ ନାଗେନ୍ତେ ସାନାଙ୍ଗ୍‌କେଦା, ଇନିଃ ଅଡ଼ାଃ ଅଡ଼ାଃ ବଲକେଦ୍‌ତେ ଖ୍ରୀଷ୍ଟ୍‌ ବିଶ୍ୱାସୀ ସବେନ୍‌ କଡ଼ା କୁଡ଼ିକକେ ଥାଇଜ୍‌ ଆଉକେଦ୍‌ତେ ଜେହେଲ୍‌ରେ ଦହକେଦ୍‌କଆ ।
4 मगर जो तितर-बितर हुए थे, वे सुसमाचार सुनाते हुए फिरे।
ଛିତିବିତିୟାକାନ୍‌ ବିଶ୍ୱାସୀକ ଚାରିୟସାଃ ସେନ୍‌କେଦ୍‌ତେ ସୁକୁକାଜି ଉଦୁବ୍‍କେଦାକ ।
5 और फिलिप्पुस सामरिया नगर में जाकर लोगों में मसीह का प्रचार करने लगा।
ଫିଲିପ୍‌ ଶମିରୋନ୍‌ରେୟାଃ ମାରାଙ୍ଗ୍‌ ନାଗାର୍‌ତେ ସେନ୍‌କେଦ୍‌ତେ, ଏନ୍ତାଃରେନ୍‌ ହଡ଼କକେ ମାସିଆଃ ସୁକୁକାଜି ଉଦୁବ୍‌କେଦ୍‌କଆ ।
6 जो बातें फिलिप्पुस ने कहीं उन्हें लोगों ने सुनकर और जो चिन्ह वह दिखाता था उन्हें देख देखकर, एक चित्त होकर मन लगाया।
ଫିଲିପ୍‌ଆଃ କାଜି ଆୟୁମ୍‌କେଦ୍‌ତେ ଆଡଃ ଆୟାଃ ଆକ୍‌ଦାନ୍ଦାଅ କାମିକ ନେଲ୍‌କେଦ୍‌ତେ ଗାଦେଲ୍‌ ହଡ଼କ ଆୟାଃ କାଜିରେ ମିଦ୍‌ମନ୍‌ତେକ ଆୟୁମ୍‌କେଦା ।
7 क्योंकि बहुतों में से अशुद्ध आत्माएँ बड़े शब्द से चिल्लाती हुई निकल गईं, और बहुत से लकवे के रोगी और लँगड़े भी अच्छे किए गए।
ପୁରାଃ ହଡ଼କତାଃଏତେ ସତ୍‌ରା ଆତ୍ମାକ କାଉରିତାନ୍‌ଲଃ ଅଡଙ୍ଗ୍‌ୟାନାକ, ପୁରାଃ ବାତ୍‌କାନ୍‌ ହଡ଼କ ଆଡଃ କାଟା କୁଚୁଙ୍ଗ୍‌କାନ୍‌ ହଡ଼କ ବୁଗିୟାନା ।
8 और उस नगर में बड़ा आनन्द छा गया।
ଏନାତେ ଏନ୍‌ ନାଗାର୍‌ରେ ପୁରାଃଗି ରାସ୍‌କା ହବାୟାନା ।
9 इससे पहले उस नगर में शमौन नामक एक मनुष्य था, जो जादू-टोना करके सामरिया के लोगों को चकित करता और अपने आपको एक बड़ा पुरुष बताता था।
ଏନ୍ତାଃରେ ଶିମୋନ୍‌ ନୁତୁମ୍‌ ମିଆଁଦ୍‌ ହଡ଼ ତାଇକେନାଏ, ଇନିଃ ଆୟାଃ ଦେଅଁଣା କାମିକେଦ୍‌ତେ ସିଦାଏତେଗି ଶମିରୋନ୍‌ରେନ୍‌ ହଡ଼କକେ ଆକ୍‌ଦାନ୍ଦାଅକାଦ୍‌କ ତାଇକେନାଏ । ଇନିଃ ଆଇଃକ୍‌କେଗି ମିଆଁଦ୍‌ ମାରାଙ୍ଗ୍‌ ହଡ଼ ମେନ୍ତେ ଉଦୁବେନ୍‌ ତାଇକେନା,
10 १० और सब छोटे से लेकर बड़े तक उसका सम्मान कर कहते थे, “यह मनुष्य परमेश्वर की वह शक्ति है, जो महान कहलाती है।”
୧୦ଆଡଃ ଏନ୍‌ ନାଗାର୍‌ରେନ୍‌ ସବେନ୍‌କ ଆଡଃ ସାମାଜ୍‌ରେନ୍‌ ସବେନ୍‌ ହୁପ୍‌ଡିଙ୍ଗ୍‌ ମାପ୍‌ରାଙ୍ଗ୍‌କ, ପାର୍‌ମେଶ୍ୱାର୍‌ଆଃ ଅକନ୍‌ ପେଡ଼େଃକେ ମାରାଙ୍ଗ୍‌ ମେନ୍ତେ କାଜିୟଃତାନା, ଏନା ଇନିଃଗି ତାନିଃ ମେନ୍ତେକ ମାନାତିଙ୍ଗ୍‌ ତାଇକେନା ।
11 ११ उसने बहुत दिनों से उन्हें अपने जादू के कामों से चकित कर रखा था, इसलिए वे उसको बहुत मानते थे।
୧୧ଏନ୍‌ ଦେଅଁଣାରାଃ ପେଡ଼େଃ ହରାତେ ପୁରାଃ ମାହାଁଁଏତେ ଇନିଃ ଶମିରୋନ୍‌ରେନ୍‌ ହଡ଼କକେ ଆକ୍‌ଦାନ୍ଦାଅକାକ ତାଇକେନା ।
12 १२ परन्तु जब उन्होंने फिलिप्पुस का विश्वास किया जो परमेश्वर के राज्य और यीशु मसीह के नाम का सुसमाचार सुनाता था तो लोग, क्या पुरुष, क्या स्त्री बपतिस्मा लेने लगे।
୧୨ମେନ୍‌ଦ ଫିଲିପ୍‌ତାଃଏତେ ପାର୍‌ମେଶ୍ୱାର୍‌ଆଃ ରାଇଜ୍‌ ଆଡଃ ୟୀଶୁ ଖ୍ରୀଷ୍ଟ୍‌ଆଃ ନୁତୁମ୍‌ରେ ସୁକୁକାଜି ଆୟୁମ୍‌କେଦ୍‌ ହରାତେ ହଡ଼କଆଃ ବିଶ୍ୱାସ୍‌ ହବାୟାନା ଆଡଃ ଏନ୍‌ ପାର୍‌ଗାନ୍‌ରେନ୍ କଡ଼ା କୁଡ଼ି ସବେନ୍‌କ ବାପ୍ତିସ୍ମା ଇଦିକେଦାକ ।
13 १३ तब शमौन ने स्वयं भी विश्वास किया और बपतिस्मा लेकर फिलिप्पुस के साथ रहने लगा और चिन्ह और बड़े-बड़े सामर्थ्य के काम होते देखकर चकित होता था।
୧୩ଶିମୋନ୍‌ ହଗି ଏନ୍‌ କାଜିରେ ବିଶ୍ୱାସ୍‌କେଦା । ଫିଲିପ୍‌ କାମିକାଦ୍‌ ଆକ୍‌ଦାନ୍ଦାଅ କାମି ଆଡଃ ହାଏକାଟ୍‌ କାମିକ ନେଲ୍‌କେଦ୍‌ତେ, ଇନିଃ ବାପ୍ତିସ୍ମା ଇଦିକେଦ୍‌ତେ ଫିଲିପ୍‌ଲଃ ମିସାତେ ତାଇନ୍‌ୟାନା ।
14 १४ जब प्रेरितों ने जो यरूशलेम में थे सुना कि सामरियों ने परमेश्वर का वचन मान लिया है तो पतरस और यूहन्ना को उनके पास भेजा।
୧୪ଶମିରୋନ୍‌ରେନ୍‌ ହଡ଼କ ପାର୍‌ମେଶ୍ୱାର୍‌ଆଃ କାଜିକ ତେଲାକାଦା ମେନ୍ତେ ଯୀରୁଶାଲେମ୍‌ରେନ୍‌ ପ୍ରେରିତ୍‌କ ଆୟୁମ୍‌କେଦ୍‌ତେ, ପାତ୍‌ରାସ୍‌ ଆଡଃ ଯୋହାନ୍‌କେ ଇନ୍‌କୁତାଃତେକ କୁଲ୍‌କେଦ୍‌କିନା ।
15 १५ और उन्होंने जाकर उनके लिये प्रार्थना की ताकि पवित्र आत्मा पाएँ।
୧୫ଇନ୍‌କିନ୍‌ ଏନ୍ତାଃତେ ସେଟେର୍‌ୟାନ୍‌ ତାୟମ୍‌ତେ ଶମିରୋନ୍‌ରେନ୍‌ ବିଶ୍ୱାସୀକ ପାବିତାର୍‌ ଆତ୍ମା ନାମେକାକ ମେନ୍ତେକିନ୍ ବିନ୍ତିକେଦା ।
16 १६ क्योंकि पवित्र आत्मा अब तक उनमें से किसी पर न उतरा था, उन्होंने तो केवल प्रभु यीशु के नाम में बपतिस्मा लिया था।
୧୬ଚିୟାଃଚି ଇମ୍‌ତାଙ୍ଗ୍‌ ଜାକେଦ୍‌ ଇନ୍‌କୁଆଃଏତେ ଜେତାଏୟାଃ ଚେତାନ୍‌ରେ ପାବିତାର୍‌ ଆତ୍ମା କାଏ ଆଡ଼୍‌ଗୁକାନ୍‌ ତାଇକେନା । ଇନ୍‌କୁ ପ୍ରାଭୁ ୟୀଶୁଆଃ ନୁତୁମ୍‌ତେ ଏସ୍‌କାର୍‌ ବାପ୍ତିସ୍ମା ଇଦିକାଦ୍‌ ତାଇକେନାକ ।
17 १७ तब उन्होंने उन पर हाथ रखे और उन्होंने पवित्र आत्मा पाया।
୧୭ଏନ୍ତେ ପାତ୍‌ରାସ୍‌ ଆଡଃ ଯୋହାନ୍‌ ଇନ୍‌କୁଆଃ ଚେତାନ୍‌ରେ ତିଃଇ ଦହକେଦ୍‌ଚି ଇନ୍‌କୁ ପାବିତାର୍‌ ଆତ୍ମାକେ ନାମ୍‌କିୟାକ ।
18 १८ जब शमौन ने देखा कि प्रेरितों के हाथ रखने से पवित्र आत्मा दिया जाता है, तो उनके पास रुपये लाकर कहा,
୧୮ପାତ୍‌ରାସ୍‌ ଆଡଃ ଯୋହାନ୍‌, ନେ ବାରାନ୍‌ ପ୍ରେରିତ୍‌କିନ୍‌ ବିଶ୍ୱାସୀକଆଃ ଚେତାନ୍‌ରେ ତିଃଇ ଦହକେଦ୍‌ତେ ଇନ୍‌କୁକେ ପାବିତାର୍‌ ଆତ୍ମାକିନ୍‌ ଏମାକତାନା, ନେୟାଁ ନେଲ୍‌କେଦ୍‌ତେ ଶିମୋନ୍‌ ଇନ୍‌କିନ୍‌କେ ଟାକା ପାଏସା ଏମ୍‌ତାନ୍‌ଲଃ ମେତାଦ୍‌କିନାଏ,
19 १९ “यह शक्ति मुझे भी दो, कि जिस किसी पर हाथ रखूँ, वह पवित्र आत्मा पाए।”
୧୯“ଆଇଙ୍ଗ୍‌ ଏଟାଃକଆଃ ଚେତାନ୍‌ରେ ତିଃଇ ଦହଲେରେ, ଇନ୍‌କୁ ଜେ'ଲେକା ପାବିତାର୍‌ ଆତ୍ମା ନାମ୍‌ ଦାଡ଼ିୟାକ, ଏନାମେନ୍ତେ ନେ ପେଡ଼େଃ ଆଇଙ୍ଗ୍‌କେହଁ ଏମାଇଙ୍ଗ୍‌ବେନ୍‌ ।”
20 २० पतरस ने उससे कहा, “तेरे रुपये तेरे साथ नाश हों, क्योंकि तूने परमेश्वर का दान रुपयों से मोल लेने का विचार किया।
୨୦ମେନ୍‌ଦ ପାତ୍‌ରାସ୍‌ ଇନିଃକେ କାଜିକିୟା, “ଆମାଃ ଟାକା ପାଏସା ଆମାଃଲଃ ଜିୟନଃକା, ଚିୟାଃଚି ଆମ୍‌ ଟାକା ପାଏସାତେ ପାର୍‌ମେଶ୍ୱାର୍‌ଆଃ ବାର୍‌ଦାନ୍‌ କିରିଙ୍ଗ୍‌ ନାଗେନ୍ତେମ୍‌ ଉଡ଼ୁଃତାନା ।
21 २१ इस बात में न तेरा हिस्सा है, न भाग; क्योंकि तेरा मन परमेश्वर के आगे सीधा नहीं।
୨୧ଆଲେୟାଃ କାମିରେ ଆମାଃ ଜେତାନ୍‌ ହିସା ବାନଆଃ, ଚିୟାଃଚି ପାର୍‌ମେଶ୍ୱାର୍‌ଆଃ ନେପେଲ୍‌ରେ ଆମାଃ ମନ୍‌ସୁରୁଦ୍‌ କା ଠାଉକା ।
22 २२ इसलिए अपनी इस बुराई से मन फिराकर प्रभु से प्रार्थना कर, सम्भव है तेरे मन का विचार क्षमा किया जाए।
୨୨ଏନାମେନ୍ତେ ଆମାଃ ନେ ଏତ୍‍କାନ୍‌ ଉଡ଼ୁଃ ନାଗେନ୍ତେ ହେୟାତିଙ୍ଗ୍‌ମେ, ନେ'ଲେକା ମନ୍‌ସୁରୁଦ୍‌ରେ ଉଡ଼ୁଃକେଦ୍‌ ନାଗେନ୍ତେ ପ୍ରାଭୁତାଃରେ ବିନ୍ତିମେ, ଇନିଃ ଆମ୍‌କେ ଛାମାମେୟାଁ ।
23 २३ क्योंकि मैं देखता हूँ, कि तू पित्त की कड़वाहट और अधर्म के बन्धन में पड़ा है।”
୨୩ଚିୟାଃଚି ଆଇଙ୍ଗ୍‌ ଆମ୍‌କେ ନେଲ୍‌ମେ ତାନାଇଙ୍ଗ୍‌, ଆମାଃ ମନ୍‌ସୁରୁଦ୍‌ ହିସ୍‌ଙ୍ଗାତେ ପେରେଜାକାନା, ଆମ୍‌ଦ ପାପ୍‌ ତନଲ୍‌ତେମ୍‌ ତଲାକାନା ।”
24 २४ शमौन ने उत्तर दिया, “तुम मेरे लिये प्रभु से प्रार्थना करो कि जो बातें तुम ने कहीं, उनमें से कोई मुझ पर न आ पड़े।”
୨୪ପାତ୍‌ରାସ୍‌ ଆଡଃ ଯୋହାନ୍‌କେ ଶିମୋନ୍‌ ମେତାଦ୍‌କିନାଏ, “ଆବେନ୍‌ କାଜିକାଦ୍‌ତେୟାଃ ଆଇଙ୍ଗ୍‌ରେ ଆଲକା ହବାଅଃକା, ଏନାମେନ୍ତେ ଦାୟାକେଦ୍‌ତେ ଆଇଁୟାଃ ନାଙ୍ଗ୍‌ ପ୍ରାଭୁତାଃରେ ବିନ୍ତିବେନ୍‌ ।”
25 २५ अतः पतरस और यूहन्ना गवाही देकर और प्रभु का वचन सुनाकर, यरूशलेम को लौट गए, और सामरियों के बहुत से गाँवों में सुसमाचार सुनाते गए।
୨୫ପାତ୍‌ରାସ୍‌ ଆଡଃ ଯୋହାନ୍‌ ଗାୱା ଏମ୍‌କେଦ୍‌ ଆଡଃ ପ୍ରାଭୁଆଃ କାଜି ଉଦୁବ୍‌କେଦ୍‌ ତାୟମ୍‌ତେ, ଇନ୍‌କିନ୍‌ ଯୀରୁଶାଲେମ୍‌ତେକିନ୍‌ ରୁହାଡ଼୍‌ୟାନା । ରୁହାଡ଼୍‌ ହରାରେ ଇନ୍‌କିନ୍‌ ଶମିରୋନି ହଡ଼କ ତାୟୁଃତାନ୍‌ ପୁରାଃ ହାତୁକରେ ସୁକୁକାଜିକିନ୍‌ ଉଦୁବ୍‌କେଦା ।
26 २६ फिर प्रभु के एक स्वर्गदूत ने फिलिप्पुस से कहा, “उठकर दक्षिण की ओर उस मार्ग पर जा, जो यरूशलेम से गाज़ा को जाता है। यह रेगिस्तानी मार्ग है।”
୨୬ପ୍ରାଭୁଆଃ ମିଆଁଦ୍‌ ଦୁଁତ୍‌ ଫିଲିପ୍‌କେ କାଜିକିୟା, “ସେକାଡ଼ାକାନ୍‌ମେ, ଆଡଃ ଯୀରୁଶାଲେମ୍‌ଏତେ ଗାଜା ନାଗାର୍‌ତେ ସେନଃତାନ୍‌ ଜମ୍‌ସାଃ ହରାତେ ସେନଃମେ ।” ନାହାଁଃ ଏନ୍‌ ହରା ବାନଆଃ, ଏନା ବିର୍‌ ଲେକା ମେନାଃ ।
27 २७ वह उठकर चल दिया, और तब, कूश देश का एक मनुष्य आ रहा था, जो खोजा और कूशियों की रानी कन्दाके का मंत्री और खजांची था, और आराधना करने को यरूशलेम आया था।
୨୭ଫିଲିପ୍‌ ସେକାଡ଼୍‌କେଦ୍‌ତେ ସେନଃୟାନା । ଇମ୍‌ତା ଇଥିଓପିଆ ଦିଶୁମ୍‌ରେନ୍‌ କାଣ୍ଡାକି ନୁତୁମ୍‌ ରାନୀଆଃ ଆକ୍‌ତେୟାର୍‌ରେ ତାଇନ୍‌ତାନ୍‌ ସବେନ୍‌ ରାଇଜ୍‌ରେନ୍‌ ଖୁର୍ଜିକରାଃ ଭାଣ୍ଡାରି ତାଇକେନ୍‌ ମିଆଁଦ୍‌ ଚାକୁରା, ପାର୍‌ମେଶ୍ୱାର୍‌କେ ସେୱା ନାଗେନ୍ତେ ଯୀରୁଶାଲେମ୍‌ତେ ସେନାକାନ୍‌ ତାଇକେନା ।
28 २८ और वह अपने रथ पर बैठा हुआ था, और यशायाह भविष्यद्वक्ता की पुस्तक पढ़ता हुआ लौटा जा रहा था।
୨୮ଇନିଃ ଆୟାଃ ସାଦମ୍‌ ଗାଡ଼ିରେ ଦୁବ୍‌କେଦ୍‌ତେ ଅଡ଼ାଃତେ ରୁହାଡ଼୍‌ ତାଇକେନ୍‌ ଇମ୍‌ତା ଯିଶାୟ ନାବୀଆଃ ପୁଥି କାଉରିତାନ୍‌ଲଃ ପାଢ଼ାଅତାନାଏ ତାଇକେନା ।
29 २९ तब पवित्र आत्मा ने फिलिप्पुस से कहा, “निकट जाकर इस रथ के साथ हो ले।”
୨୯ପାବିତାର୍‌ ଆତ୍ମା ଫିଲିପ୍‌କେ କାଜିକିୟା, “ଏନ୍‌ ସାଦମ୍‌ ଗାଡ଼ି ହେପାଦ୍‌ତେ ସେନଃମେ ଆଡଃ ଆୟାଃ ନାଡ଼େଃରେ ତାଇନ୍‌ମେ ।”
30 ३० फिलिप्पुस उसकी ओर दौड़ा और उसे यशायाह भविष्यद्वक्ता की पुस्तक पढ़ते हुए सुना, और पूछा, “तू जो पढ़ रहा है क्या उसे समझता भी है?”
୩୦ଫିଲିପ୍‌ ନିର୍‌ ନିର୍‌ ସେନ୍‌କେଦ୍‌ତେ ଏନ୍‌ କାମିହଡ଼କେ ଯିଶାୟ ନାବୀଆଃ ପୁଥି କାଉରିତାନ୍‌ଲଃ ପାଢ଼ାଅତେୟାଃ ଆୟୁମ୍‌କିୟାଏ । ଇନିଃ ଏନ୍‌ ଚାକୁରାକେ କୁଲିକିୟା, “ଆମ୍‌ ପାଢ଼ାଅତାନ୍‌ତେୟାଃ ସାରିଉରୁମ୍‌ ଦାଡ଼ିତାନାମ୍‌ ଚି?”
31 ३१ उसने कहा, “जब तक कोई मुझे न समझाए तो मैं कैसे समझूँ?” और उसने फिलिप्पुस से विनती की, कि चढ़कर उसके पास बैठे।
୩୧ଚାକୁରା କାଜିରୁହାଡ଼୍‌କିୟାଏ, “ଜେତାଏ ଆଇଙ୍ଗ୍‌କେ କାକ ଉଦୁବାଇଙ୍ଗ୍‌ରେଦ ଚିଲ୍‌କାତେଇଙ୍ଗ୍‌ ସାରିଉରୁମ୍‌ ଦାଡ଼ିୟା?” ଏନ୍ତେ ଇନିଃ ଫିଲିପ୍‌କେ ଆୟାଃଲଃ ସାଦମ୍‌ ଗାଡ଼ିରେ ଦୁବ୍‌ ନାଗେନ୍ତେ ବିନ୍ତିକିୟା ।
32 ३२ पवित्रशास्त्र का जो अध्याय वह पढ़ रहा था, वह यह था: “वह भेड़ के समान वध होने को पहुँचाया गया, और जैसा मेम्ना अपने ऊन कतरनेवालों के सामने चुपचाप रहता है, वैसे ही उसने भी अपना मुँह न खोला,
୩୨ଇନିଃ ପାଢ଼ାଅ ତାଇକେନ୍‌ ଧାରାମ୍‌ପୁଥିରେୟାଃ ହିସା ନେୟାଁ ତାଇକେନା, “ଇନିଃ, ମାଆଃଇ ନାଗେନ୍ତେ ଇଦିୟଃତାନ୍ ମିଣ୍ଡିହନ୍‍ ଲେକାଃଏ, ଉବ୍‌ କାଇଁଚିନିୟାଃ ହେପାଦ୍‌ରେ ମିଣ୍ଡିହନ୍‌ କାଏ କାଉରି ଲେକା ଇନିଃ ଜେତ୍‌ନାଃ କାଏ କାଜିକେଦା ।
33 ३३ उसकी दीनता में उसका न्याय होने नहीं पाया, और उसके समय के लोगों का वर्णन कौन करेगा? क्योंकि पृथ्वी से उसका प्राण उठा लिया जाता है।”
୩୩ଇନିଃକେ ଲାନ୍ଦାକିୟାକ ଆଡଃ ନ୍ୟାୟ ବିଚାର୍‌ କା ନାମ୍‌ୟାନା । ଇନିୟାଃ କିଲିକଆଃ ବିଷାଏରେ ଜେତାଏ କାକ କାଜି ଦାଡ଼ିୟା, ଚିୟାଃଚି ଅତେଦିଶୁମ୍‌ରେ ଆୟାଃ ଜୀଦାନ୍‌ ଟୁଣ୍ଡୁକାନା ।”
34 ३४ इस पर खोजे ने फिलिप्पुस से पूछा, “मैं तुझ से विनती करता हूँ, यह बता कि भविष्यद्वक्ता यह किसके विषय में कहता है, अपने या किसी दूसरे के विषय में?”
୩୪ଚାକୁରା ଫିଲିପ୍‌କେ କୁଲିକିୟା, “ନାବୀ ଅକଏୟାଃ ବିଷାଏରେ କାଜିତାନା, ଆୟାଃ ବିଷାଏରେଗି ଚି ଏଟାଃନିୟାଃ ବିଷାଏରେ, ଏନା ଆଇଙ୍ଗ୍‌କେ ଦାୟାକେଦ୍‌ତେ କାଜିଙ୍ଗ୍‌ମେ?”
35 ३५ तब फिलिप्पुस ने अपना मुँह खोला, और इसी शास्त्र से आरम्भ करके उसे यीशु का सुसमाचार सुनाया।
୩୫ଏନ୍ତେ ଫିଲିପ୍‌ ଧାରାମ୍‌ପୁଥିରେୟାଃ ନେ ହିସାଏତେ ଏଟେଦ୍‌କେଦ୍‌ତେ ୟୀଶୁଆଃ ବିଷାଏରେ ଅଲାକାନ୍‌ ସବେନ୍‌ ସୁକୁକାଜି ଇନିଃକେ ଉଦୁବ୍‌କିୟା ।
36 ३६ मार्ग में चलते-चलते वे किसी जल की जगह पहुँचे, तब खोजे ने कहा, “देख यहाँ जल है, अब मुझे बपतिस्मा लेने में क्या रोक है?”
୩୬ଇନ୍‌କୁ ହରାରେ ସେନଃତାନ୍‌ ତାଇକେନ୍‌ ଇମ୍‌ତା ମିଦ୍‌ତାଃରେ ଦାଆଃ ହୁଣ୍ଡିୟାକାନ୍‌ ଠାୟାଦ୍‌ତାଃରେକ ସେଟେର୍‌ୟାନା, ଏନ୍ତେ ଚାକୁରା ଇନିଃକେ କାଜିକିୟା, “ନେତାଃରେ ଦାଆଃ ମେନାଃ, ଆଇଙ୍ଗ୍‌କେ ବାପ୍ତିସ୍ମା ଇଦି ନାଗେନ୍ତେ ଚିନାଃ ଜେତାନ୍‌ ରୋକ୍‌ଟକ୍‌ ମେନାଃ ଚି?”
37 ३७ फिलिप्पुस ने कहा, “यदि तू सारे मन से विश्वास करता है तो ले सकता है।” उसने उत्तर दिया, “मैं विश्वास करता हूँ कि यीशु मसीह परमेश्वर का पुत्र है।”
୩୭ଫିଲିପ୍‌ କାଜିକିୟାଏ, “ଆମ୍‌ ସବେନ୍‌ ମନ୍‌ସୁରଦ୍‌ତେମ୍‌ ବିଶ୍ୱାସ୍‌ତାନ୍‌ରେଦ ବାପ୍ତିସ୍ମା ଇଦି ଦାଡ଼ିୟାମ୍‌ ।” ଏନ୍ତେ ଇନିଃ କାଜିରୁହାଡ଼୍‌କିୟାଏ, “ୟୀଶୁ ଖ୍ରୀଷ୍ଟ୍‌ ପାର୍‌ମେଶ୍ୱାର୍‌ଆଃ ହନ୍‌ ତାନିଃ ଏନା ଆଇଙ୍ଗ୍‌ ବିଶ୍ୱାସ୍‌ତାନାଇଙ୍ଗ୍‌ ।”
38 ३८ तब उसने रथ खड़ा करने की आज्ञा दी, और फिलिप्पुस और खोजा दोनों जल में उतर पड़े, और उसने उसे बपतिस्मा दिया।
୩୮ଚାକୁରା, ସାଦମ୍‌ ଗାଡ଼ି ଚାଲାଅତାନ୍‌ ହଡ଼କେ ସାଦମ୍‌ ଗାଡ଼ିକେ ତିଙ୍ଗୁଇମେ ମେନ୍ତେ ଆଚୁକିୟା । ଫିଲିପ୍‌ ଆଡଃ ଚାକୁରା ଦାଆଃ ଭିତାର୍‌ତେକିନ୍‌ ବଲୟାନା ଆଡଃ ଫିଲିପ୍ ଇନିଃକେ ବାପ୍ତିସ୍ମା ଏମ୍‌କିୟାଏ ।
39 ३९ जब वे जल में से निकलकर ऊपर आए, तो प्रभु का आत्मा फिलिप्पुस को उठा ले गया, और खोजे ने उसे फिर न देखा, और वह आनन्द करता हुआ अपने मार्ग चला गया।
୩୯ଇନ୍‌କିନ୍‌ ଦାଆଃଏତେ ଅଡଙ୍ଗ୍‌ୟାନ୍‌ ତାୟମ୍‌ତେ, ପ୍ରାଭୁଆଃ ଆତ୍ମା ଫିଲିପ୍‌କେ ଇଦିକିୟା । ଚାକୁରା ଇନିଃକେ ଆଡଃ କାଏ ନେଲ୍‌ ଦାଡ଼ିକିୟା, ମେନ୍‌ଦ ରାସ୍‍କାତେ ପେରେଃୟାନ୍‌ଲଃ ଆୟାଃ ହରାରେ ସେନଃୟାନା ।
40 ४० पर फिलिप्पुस अश्दोद में आ निकला, और जब तक कैसरिया में न पहुँचा, तब तक नगर-नगर सुसमाचार सुनाता गया।
୪୦ଆଡଃ କାଟିଃ ଘାଡ଼ିକାଦ୍‌ ତାୟମ୍‌ତେ ଫିଲିପ୍‌ ଆଇଃକ୍‌ ଆପାନ୍‌କେଗି ଆସ୍‌ଦଦ୍‌ ନୁତୁମ୍‌ ସାହାର୍‌ରେ ନାମ୍‌ୟାନା ଆଡଃ ଇନିଃ ଏନ୍ତାଃଏତେ କାଇସରିୟା ସାହାର୍‌ତେ ସେନଃ ହରାରେୟାଃ ସବେନ୍‌ ନାଗାର୍‌କରେ ସୁକୁକାଜି ଉଦୁବ୍‌ତାନ୍‌ଲଃ କାଇସରିୟାତେ ତେବାଃୟାନା ।

< प्रेरितों के काम 8 >