< प्रेरितों के काम 17 >

1 फिर वे अम्फिपुलिस और अपुल्लोनिया होकर थिस्सलुनीके में आए, जहाँ यहूदियों का एक आराधनालय था।
ତିକ୍କି, ପାଓଲନ୍‌ ଡ ସିଲାନ୍‌ ଆମ୍ପିପଲିନ୍‌ ଡ ଆପଲ୍ଲୋନିଆ ଗଡ଼ାଗଡ୍‌ ଜିର୍ରେ ତେସଲନିକି ଗଡ଼ାନ୍‌ ଜିର୍ରାଜି; ତେତ୍ତେ ଜିଉଦିମରଞ୍ଜି ଆ ରନୁକ୍କୁସିଂ ଅବୟ୍‌ ଡକୋଏନ୍‌ ।
2 और पौलुस अपनी रीति के अनुसार उनके पास गया, और तीन सब्त के दिन पवित्रशास्त्रों से उनके साथ वाद-विवाद किया;
ଆରି ପାଓଲନ୍‌ ଡିତାନ୍‌ ଆନିନ୍‌ ଏଙ୍ଗାଲେ ଞନଙନ୍‌ ତିୟ୍‌ତେ, ଏତ୍ତେଲେମା ୟାଗି ଲୋଲୋନେ ଡିନ୍ନା ଆମଙଞ୍ଜି ଇୟ୍‌ଲେ, ସାସ୍ତ୍ରଲୋଙନ୍‌ ଆ ବର୍ନେଜି ବାତ୍ତେ ଆନିଞ୍ଜିଆଡଙ୍‌ ଞନଙନ୍‌ ଇୟ୍‌ଲେ ତିୟେଜି ।
3 और उनका अर्थ खोल-खोलकर समझाता था कि मसीह का दुःख उठाना, और मरे हुओं में से जी उठना, अवश्य था; “यही यीशु जिसकी मैं तुम्हें कथा सुनाता हूँ, मसीह है।”
ଆରି, କ୍ରିସ୍ଟନ୍‌ ପରାନ୍‌ଡଣ୍ଡନ୍‌ ଡେତେ କି ରବୁତେ ସିଲଡ୍‌ଲ୍ଲନ୍‌ ଆନିନ୍‌ ଆରବୁମରଞ୍ଜି ଆମଙ୍‌ ସିଲଡ୍‌ ୟର୍ମେଙ୍‌ଲେ ଡୋନେତୋ ଗାମ୍‌ଲେ ସାସ୍ତ୍ରଲୋଙନ୍‌ ଆଇଡିଡ୍‌; ଆରି ଆନିନ୍‌ ଗାମେନ୍‌, “ଞେନ୍‌ ଅଙ୍ଗା ଜିସୁ ଆ ବର୍ନେ ଅମଙ୍‌ବେନ୍‌ ବର୍ତନାୟ୍‌, ଆନିନ୍‌ ମା କ୍ରିସ୍ଟ ।”
4 उनमें से कितनों ने, और भक्त यूनानियों में से बहुतों ने और बहुत सारी प्रमुख स्त्रियों ने मान लिया, और पौलुस और सीलास के साथ मिल गए।
ସିଲତ୍ତେ ଲାଙ୍‌ଲେନ୍ନେ କେନ୍‌ଆତେ ଇମ୍‍ଲଞ୍ଜି କି ପାଓଲନ୍‌ ଡ ସିଲାନ୍‌ ବୟନ୍‌ ମାୟ୍‌ଲଞ୍ଜି; ଆରି ଜିଉଦି ମରାୟ୍‌ନେଲୋଙନ୍‌ ଆଡ୍ରକୋଲଞ୍ଜି ଗୋଗୋୟ୍‌ନେଡମ୍‌ ଗ୍ରିକ୍‌ମରଞ୍ଜି ଡ ସୋଡ଼ାବଜଞ୍ଜି ନିୟ୍‌ ଆମଙଞ୍ଜି ମାୟ୍‌ଲଞ୍ଜି ।
5 परन्तु यहूदियों ने ईर्ष्या से भरकर बाजार से लोगों में से कई दुष्ट मनुष्यों को अपने साथ में लिया, और भीड़ लगाकर नगर में हुल्लड़ मचाने लगे, और यासोन के घर पर चढ़ाई करके उन्हें लोगों के सामने लाना चाहा।
ବନ୍‌ଡ ଜିଉଦିମରଞ୍ଜି ଅସାଙ୍‌ୟମେଞ୍ଜି ଆରି ସରେଁୟ୍‌ତାରେଙନ୍‌ ସିଲଡ୍‌ ପେଲ୍ଲାମରଞ୍ଜି ଓରୋଙ୍‌ଡାଲେ ଆନିଞ୍ଜିଆଡଙ୍‌ ସୁସ୍କାୟେଞ୍ଜି କି ଗଡ଼ାଲୋଙନ୍‌ ଗୋଡ଼େନ୍‌ ଅମ୍‌ଡୁଙେଞ୍ଜି, ଆନିଞ୍ଜି ପାଓଲନ୍‌ ଡ ସିଲାନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ସାୟ୍‌ଲେ ମନ୍‌ରାଞ୍ଜି ଆମଙ୍‌ ଅନୋରୋଙନ୍‌ ଆସନ୍‌ ଜାସୋନ୍‌ ଗାମ୍‌ଲେ ଅବୟ୍‌ ମନ୍‌ରାନ୍‌ ଆସିଂ ଇୟ୍‌ଲେ ରୁମୁକ୍କେଏଜି ।
6 और उन्हें न पाकर, वे यह चिल्लाते हुए यासोन और कुछ भाइयों को नगर के हाकिमों के सामने खींच लाए, “ये लोग जिन्होंने जगत को उलटा पुलटा कर दिया है, यहाँ भी आए हैं।
ବନ୍‌ଡ ଆନିଞ୍ଜି ପାଓଲନ୍‌ ଡ ସିଲାନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ଅଃନ୍ନେରବାଙ୍‌ଲଞ୍ଜି ଆସନ୍‌, ଆନିଞ୍ଜି ଜାସୋନନ୍‌ ଡ ଲାଙ୍‌ଲେଡ୍‌ ଡର୍ନେ ବୋଞାଙଞ୍ଜିଆଡଙ୍‌ ଡିଙ୍‌ଲେ ପାଙ୍‌ଲେ ଗଡ଼ାନ୍‌ ଆ ସୋଡ଼ାଗଡ୍‌ମର୍‌ଜି ଆମଙ୍‌ ଓରୋଙେଞ୍ଜି କି ବାବ୍ବାବ୍‌ଲେ ବର୍ରଞ୍ଜି, “କେନ୍‌ ଆ ମନ୍‌ରାଜି ଗୋଡ଼େନ୍‌ ଅମ୍‌ଡୁଙ୍‌ତାଜି, ଆରି ନମି ଆନିଞ୍ଜି ଗଡ଼ାଲେନ୍‌ ନିୟ୍‌ ଜିର୍ରାଜି;
7 और यासोन ने उन्हें अपने यहाँ ठहराया है, और ये सब के सब यह कहते हैं कि यीशु राजा है, और कैसर की आज्ञाओं का विरोध करते हैं।”
ଆରି, ଜାସୋନନ୍‌ ଆନିଞ୍ଜିଆଡଙ୍‌ ଆସିଙନ୍‌ ଡରକୋନେନ୍‌ ତିୟେଞ୍ଜି, ଜିସୁ ଗାମ୍‌ଲେ ଆରି ଅବୟ୍‌ ରାଜାନ୍‌ ଡକୋ ଗାମ୍‌ଲେ କେନ୍‌ ଆନିଞ୍ଜି ଅଡ଼୍‌କୋଞ୍ଜି କାଇସରନ୍‌ ଆ ବର୍ନେ ଅଃମ୍ମାନ୍ନେଏଜି ।”
8 जब भीड़ और नगर के हाकिमों ने ये बातें सुनीं, तो वे परेशान हो गये।
କେନ୍‌ ଆ ବର୍ନେଜି ବର୍ରନ୍‌ ଆନିଞ୍ଜି ମନ୍‌ରାଞ୍ଜି ଡ ଗଡ଼ାନ୍‌ ଆ ସୋଡ଼ାଗଡ୍‌ମର୍‌ଜିଆଡଙ୍‌ ଅବ୍‌ତିରିଆୟ୍‌ଡାଲେ ଗୋଡ଼େନ୍‌ ଅମ୍‌ଡୁଙ୍‌ଲାଜି ।
9 और उन्होंने यासोन और बाकी लोगों को जमानत पर छोड़ दिया।
ତିକ୍କି ଆନିଞ୍ଜି ଜାସୋନନ୍‌ ଡ ଆ ଗଡ଼ିଞ୍ଜି ଆମଙ୍‌ ସିଲଡ୍‌ ତଙ୍କାନ୍‌ ପାଙେଞ୍ଜି କି ଆନିଞ୍ଜିଆଡଙ୍‌ ଅମ୍‌ରେଙେଞ୍ଜି ।
10 १० भाइयों ने तुरन्त रात ही रात पौलुस और सीलास को बिरीया में भेज दिया, और वे वहाँ पहुँचकर यहूदियों के आराधनालय में गए।
ଆରି, ବୋଞାଙଞ୍ଜି ଏର୍‌ନବ୍‌ଡିଙ୍‌ଲନ୍‌ ତଗଲନ୍‌ ପାଓଲନ୍‌ ଡ ସିଲାନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ବେରିଆ ଗଡ଼ାନ୍‌ ଆପ୍ପାୟେଞ୍ଜି; ଆନିଞ୍ଜି ତେତ୍ତେ ତୁଙେଞ୍ଜି କି ଜିଉଦିମରଞ୍ଜି ଆ ରନୁକ୍କୁସିଂ ଇୟେଞ୍ଜି ।
11 ११ ये लोग तो थिस्सलुनीके के यहूदियों से भले थे और उन्होंने बड़ी लालसा से वचन ग्रहण किया, और प्रतिदिन पवित्रशास्त्रों में ढूँढ़ते रहे कि ये बातें ऐसी ही हैं कि नहीं।
ତେସଲନିକିନ୍‌ ଆ ଜିଉଦିମର୍‌ଜି ସିଲଡ୍‌ ବେରିଆନ୍‌ ଆ ଜିଉଦିମର୍‌ଜି ମାଡ୍ଡ ଲବଡ୍ଡିମର୍‌ଜି ଡକୋଏଞ୍ଜି । ଆନିଞ୍ଜି ଆଙ୍‍ତିରନ୍‍ ବୟନ୍‌ ଞଙ୍‌ନେମରଞ୍ଜି ଆ ଞନଙ୍‌ ଅମ୍‌ଡଙେଞ୍ଜି, ଆରି ପାଓଲନ୍‌ ଆବର୍ରନ୍‌ ଆ ବର୍ନେଜି ଆଜାଡ଼ିନ୍‌ ଅଡ଼େ ଇଜ୍ଜା ଗାମ୍‌ଲେ ଜନନାନ୍‌ ଆସନ୍‌ ଡିତାନ୍‌ ଡରମ୍ମ ସାସ୍ତ୍ରନ୍‌ ପଡ଼େଲଞ୍ଜି ।
12 १२ इसलिए उनमें से बहुतों ने, और यूनानी कुलीन स्त्रियों में से और पुरुषों में से बहुतों ने विश्वास किया।
ତିଆସନ୍‌ ଗୋଗୋୟ୍‌ଡମ୍‌ ଜିଉଦିମରଞ୍ଜି ଡ ଗ୍ରିକ୍‌ମରଞ୍ଜି ଡର୍ରଞ୍ଜି, ଆରି ସୋଡ଼ାଗଡ୍‌ମରଞ୍ଜି ଡ ସୋଡ଼ାଗଡ୍‌ବଜଞ୍ଜି ନିୟ୍‌ ଡର୍ରଞ୍ଜି ।
13 १३ किन्तु जब थिस्सलुनीके के यहूदी जान गए कि पौलुस बिरीया में भी परमेश्वर का वचन सुनाता है, तो वहाँ भी आकर लोगों को भड़काने और हलचल मचाने लगे।
ବନ୍‌ଡ ବେରିଆ ଗଡ଼ାଲୋଙନ୍‌ ନିୟ୍‌ ପାଓଲନ୍‌ ଇସ୍ୱରନ୍‌ ଆ ବର୍ନେ ଅପ୍ପୁଙ୍‌ବର୍ତେ ଗାମ୍‌ଲେ ତେସଲନିକିନ୍‌ ଆ ଜିଉଦିମର୍‌ଜି ଆରମ୍‌ଡଙେଞ୍ଜି, ଆନିଞ୍ଜି ତେତ୍ତେ ନିୟ୍‌ ଜିର୍ରେ ଗୋଡ଼େନ୍‌ ତନବନ୍‌ ଆସନ୍‌ ମନ୍‌ରାଞ୍ଜି ଇୟ୍‌ଲେ ତିରିଆୟେଜି ।
14 १४ तब भाइयों ने तुरन्त पौलुस को विदा किया कि समुद्र के किनारे चला जाए; परन्तु सीलास और तीमुथियुस वहीं रह गए।
ସିଲତ୍ତେ ଅବ୍‌ତାଡ଼ନ୍‌ ଡର୍ନେ ବୋଞାଙଞ୍ଜି ପାଓଲନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ସମେଁୟ୍‌ଣ୍ଡ୍ରାନ୍‌ ଆପ୍ପାୟେଞ୍ଜି; ଆରି ସିଲାନ୍‌ ଡ ତିମତିନ୍‌ ତେତ୍ତେ ଡକୋଲଞ୍ଜି ।
15 १५ पौलुस के पहुँचाने वाले उसे एथेंस तक ले गए, और सीलास और तीमुथियुस के लिये यह निर्देश लेकर विदा हुए कि मेरे पास अति शीघ्र आओ।
ପାଓଲନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ଆରୋରୋଙେଞ୍ଜି ଆ ମନ୍‌ରାଜି ଆନିନ୍‌ ସରିନ୍‌ ଏତେନ୍‌ସ ଗଡ଼ାନ୍‌ ଜାୟ୍‌ ଜିରେଞ୍ଜି, ବନ୍‌ଡ ପାଓଲନ୍‌, ସିଲାନ୍‌ ଡ ତିମତିନ୍‌ ଅମଙ୍‌ଞେନ୍‌ ଲଜିରାୟ୍‌ତଜି ଗାମ୍‌ଲେ ଇୟ୍‌ ବର୍ବାଜି ଗାମ୍‌ଲେ ଆନିଞ୍ଜିଆଡଙ୍‌ ଆବର୍ରେଞ୍ଜି ସିଲଡ୍‌ଲ୍ଲନ୍‌, ଆନିଞ୍ଜି ତେତ୍ତେ ସିଲଡ୍‌ ୟର୍ରନ୍‌ ବେରିଆ ଗଡ଼ାନ୍‌ ଜିର୍ରାଜି ।
16 १६ जब पौलुस एथेंस में उनकी प्रतीक्षा कर रहा था, तो नगर को मूरतों से भरा हुआ देखकर उसका जी जल उठा।
ପାଓଲନ୍‌ ଏତେନ୍‌ସ ଗଡ଼ାଲୋଙନ୍‌ ଡକୋଡାଲନ୍‌ ସିଲାନ୍‌ ଡ ତିମତିନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ଆଜ୍ରଗେଏଞ୍ଜି ଆଡିଡ୍‌, ତି ଆ ଗଡ଼ାଲୋଙ୍‌ କୋଙ୍‌ଡାଜନ୍‌ ଆବରିୟ୍‌ ଡକୋ ଗାମ୍‌ଲେ ଆଗ୍ରିଜେନ୍‌ ସିଲଡ୍‌ ଆନିନ୍‌ ବରାବେନ୍‌ ।
17 १७ अतः वह आराधनालय में यहूदियों और भक्तों से और चौक में जो लोग मिलते थे, उनसे हर दिन वाद-विवाद किया करता था।
ତିଆସନ୍‌ ଆନିନ୍‌ ରନୁକ୍କୁସିଂଲୋଙନ୍‌ ଜିଉଦିମରଞ୍ଜି ଡ ଜିଉଦିମରଞ୍ଜି ସରିନ୍‌ ମାୟ୍‌ଲନ୍‌ ସେବା କାବ୍ବାଡ଼ାନ୍‌ ଆର୍‌ଲୁମେଞ୍ଜି ଏର୍‌ଜିଉଦିମରଞ୍ଜି, ଆରି ସରେଁୟ୍‌ତାରେଙନ୍‌, ପାଡ଼ାର୍‌ରେଙନ୍‌ ଡିତାନ୍‌ ଆନାଜି ସରିନ୍‌ ଅଲ୍‌ରବାଙେଞ୍ଜି, ଆନିଞ୍ଜିଆଡଙ୍‌ ଞନଙନ୍‌ ତିୟେଞ୍ଜି ।
18 १८ तब इपिकूरी और स्तोईकी दार्शनिकों में से कुछ उससे तर्क करने लगे, और कुछ ने कहा, “यह बकवादी क्या कहना चाहता है?” परन्तु दूसरों ने कहा, “वह अन्य देवताओं का प्रचारक मालूम पड़ता है,” क्योंकि वह यीशु का और पुनरुत्थान का सुसमाचार सुनाता था।
ସିଲତ୍ତେ ଏପିକୁରିଅନ୍‌ ଡ ସ୍ତୋୟିକ ଞନଙ୍‌ତିୟ୍‌ମରଞ୍ଜି ବୟନ୍‌ ପାଓଲନ୍‌ ଅଲ୍‌ଞାଙ୍‌ତମେଞ୍ଜି, ଆରି, ଲାଙ୍‌ଲେନ୍ନେ ଗାମେଞ୍ଜି, “କେନ୍‌ ଆ ଉଲ୍ଲୁନ୍‌ ଆ ମନ୍‌ରା ଇନି ବର୍ତନାୟ୍‌ ଗାମ୍‌ତେ?” ଆରି ଲାଙ୍‌ଲେନ୍ନେ ଗାମେଞ୍ଜି, “ଇନ୍‌ଲେନ୍‌ ଅଣ୍ଡ୍ରଙ୍‌ ଜନାବନ୍‌ ଆ ସନୁମ୍‌ଜି ଆ ବର୍ନେ ଆନିନ୍‌ ବର୍ତନ୍‌ ଅନ୍ତମ୍‌ ଅବ୍‌ଡିସୟ୍‌ତବୋ ।” ଇନିଆସନ୍‌ଗାମେଣ୍ଡେନ୍‌ ପାଓଲନ୍‌ ଜିସୁନ୍‌ ଡ ୟନର୍ମେଙନ୍‌ ଆ ବର୍ନେ ଆରପ୍ପୁଙ୍‌ବରେନ୍‌, ଆନିଞ୍ଜି ଏତ୍ତେଲେ ବର୍ରଞ୍ଜି ।
19 १९ तब वे उसे अपने साथ अरियुपगुस पर ले गए और पूछा, “क्या हम जान सकते हैं, कि यह नया मत जो तू सुनाता है, क्या है?
ସିଲଡ୍‌ଲ୍ଲନ୍‌ ଆନିଞ୍ଜି ପାଓଲନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ଞମ୍‌ଲେ ଆରିଅପାଗ ଗାମ୍‌ଲେ ଅବୟ୍‌ ସଦରଲୋଙନ୍‌ ଓରୋଙେଞ୍ଜି କି ଇୟ୍‌ଲେ ବରେଜି, “ଆମନ୍‌ କେନ୍‌ ରଙ୍‌ ଞନଙନ୍‌ ତରିୟ୍‌ତେନ୍‌ଆତେ ଇନି, ତିଆତେ ଇନ୍‌ଲେନ୍‌ ଜନନାନ୍‌ ଏସାୟ୍‌ତାୟ୍‌ ।
20 २० क्योंकि तू अनोखी बातें हमें सुनाता है, इसलिए हम जानना चाहते हैं कि इनका अर्थ क्या है?”
ଇନିଆସନ୍‌ଗାମେଣ୍ଡେନ୍‌ ଆମନ୍‌ ଞନଙନ୍‌ ତରିୟ୍‌ତେନ୍‌ ଆ ବର୍ନେଜି ଇନ୍‌ଲେନ୍‌ ଆସନ୍‌ ସରାନ୍ନିଡାନ୍‌ ଡେତଲେନ୍‌; ତିଆସନ୍‌ ତି ଆଗ୍ରାମ୍‌ଗାମଞ୍ଜି ଇନି ଇନ୍‌ଲେନ୍‌ ଜନନାନ୍‌ ଏସାୟ୍‌ତାୟ୍‌ ।”
21 २१ (इसलिए कि सब एथेंस वासी और परदेशी जो वहाँ रहते थे नई-नई बातें कहने और सुनने के सिवाय और किसी काम में समय नहीं बिताते थे।)
ଏତେନ୍‌ସ ଗଡ଼ାନ୍‌ ଆ ମନ୍‌ରାଜି ଡ ତେତ୍ତେ ଆଡ୍ରକୋଲଞ୍ଜି ବଡେସାବାଜି ଅଡ଼୍‌କୋଞ୍ଜି ରଙ୍‌ ଞନଙନ୍‌ ଅନମ୍‌ଡଙନ୍‌ ଆସନ୍‌ ଡ ବର୍ନେନ୍‌ ଆସନ୍‌ ମାଡ୍ଡ ଲଡଜେଞ୍ଜି, ଏତ୍ତେଲେ ତୁମ୍‌ ଆନିଞ୍ଜି ଅବ୍‌ରୁବ୍‌ଲଞ୍ଜି ତବ୍‌ଗାଡ୍‌ଲଞ୍ଜି ।
22 २२ तब पौलुस ने अरियुपगुस के बीच में खड़ा होकर कहा, “हे एथेंस के लोगों, मैं देखता हूँ कि तुम हर बात में देवताओं के बड़े माननेवाले हो।
ସିଲତ୍ତେ ପାଓଲନ୍‌ ଆରିଅପାଗ ସଦରଲୋଙନ୍‌ ମଡ୍ଡିନ୍‌ ତନଙ୍‌ଡାଲେ ବର୍ରନେ, “ଏ ଏତେନ୍‌ସ ଗଡ଼ାନ୍‌ ଆ ମନ୍‌ରାଜି, ଆମ୍ୱେଞ୍ଜି ଅଡ଼୍‌କୋନ୍‌ବେନ୍‌ ପୁର୍‌ପୁର୍‌ମର୍‌ଜି ଅବ୍‌ଡିସୟ୍‌ତାୟ୍‌ ।
23 २३ क्योंकि मैं फिरते हुए तुम्हारी पूजने की वस्तुओं को देख रहा था, तो एक ऐसी वेदी भी पाई, जिस पर लिखा था, ‘अनजाने ईश्वर के लिये।’ इसलिए जिसे तुम बिना जाने पूजते हो, मैं तुम्हें उसका समाचार सुनाता हूँ।
ଇନିଆସନ୍‌ଗାମେଣ୍ଡେନ୍‌ ଞେନ୍‌ ଗଡ଼ାବେନ୍‌ ବୁଲ୍ଲେଲେ ଗରିୟ୍‌ଲାଞନ୍‌ ଆଡିଡ୍‌ ପୁର୍‌ପୁର୍‌ସିଂବେନ୍‌ ଗିୟ୍‌ଲାୟ୍‌, ଆରି, ଅବୟ୍‌ ତନମ୍ପିଲନ୍‌ ନିୟ୍‌ ଗିୟ୍‌ଲାୟ୍‌, ତେତ୍ତେ, ‘ଏର୍‌ଜନନା ଇସ୍ୱରନ୍‌ ଆସନ୍‌,’ ଗାମ୍‌ଲେ ଆଇଡିଡ୍‌; ଆମ୍ୱେଞ୍ଜି ଏର୍‌ଜନନାନ୍‌ ଆନାଆଡଙ୍‌ ଏପୁର୍‌ତେ, ନମି ତି ଆ ବର୍ନେ ଅମଙ୍‌ବେନ୍‌ ବର୍ତନାୟ୍‌ ।
24 २४ जिस परमेश्वर ने पृथ्वी और उसकी सब वस्तुओं को बनाया, वह स्वर्ग और पृथ्वी का स्वामी होकर हाथ के बनाए हुए मन्दिरों में नहीं रहता।
ଅଙ୍ଗା ଇସ୍ୱର ପୁର୍ତିନ୍‌ ଡ ତେତ୍ତେ ଡକୋନ୍‌ ଅଡ଼୍‌କୋନ୍‌ ଆ ଜନବ୍‌ଜି ଗବ୍‌ଡେଲେନ୍‌, ଆନିନ୍‌ ରୁଆଙନ୍‌ ଡ ପୁର୍ତିନ୍‌ ଆ ପ୍ରବୁ, ତିଆସନ୍‌ ଆନିନ୍‌ ମନ୍‌ରାନ୍‌ ଆତ୍ରୁବ୍‌ତେନ୍‌ ଆ ସରେବାସିଂଲୋଙ୍‌ ଅଃଡ୍ଡକୋନେ ।
25 २५ न किसी वस्तु की आवश्यकता के कारण मनुष्यों के हाथों की सेवा लेता है, क्योंकि वह तो आप ही सब को जीवन और श्वास और सब कुछ देता है।
ଆନିନ୍‌ ଇନ୍ନିଙ୍‌ ଅବାବ ତଡ୍‌, ଆନିନ୍‌ ଆ ସନାୟ୍‌ସାଜନ୍‌ ଅନ୍ତମ୍‌ ଇନ୍‌ଲେନ୍‌ ଇନ୍ନିଙ୍‌ ସେବାଲେ ଅଃର୍ରପ୍ତିବୋ, ଇନିଆସନ୍‌ଗାମେଣ୍ଡେନ୍‌ ଆନିନ୍‌ ଅଡ଼୍‌କୋନ୍‌ ଅନମେଙନ୍‌, ତନଙ୍‌ୟମନ୍‌ ଡ ଅଡ଼୍‌କୋନ୍‌ ସନାୟ୍‌ସାୟ୍‌ଲେଞ୍ଜି ତିୟ୍‌ତିୟ୍‌ଲଙ୍‌ତନ୍‌ ।
26 २६ उसने एक ही मूल से मनुष्यों की सब जातियाँ सारी पृथ्वी पर रहने के लिये बनाई हैं; और उनके ठहराए हुए समय और निवास के सीमाओं को इसलिए बाँधा है,
ଆରି ସମ୍ପରା ପୁର୍ତିଲୋଙନ୍‌ ଡକୋନେନ୍‌ ଆସନ୍‌ ଅବୟ୍‌ ମନ୍‌ରାନ୍‌ ସିଲଡ୍‌ ଅଡ଼୍‌କୋ ଜାତିନ୍‌ ଆ ମନ୍‌ରାଜି ଗଡ଼େଏନ୍‌; ଆରି ଆନିନ୍‌ ଆଡ୍ରକୋନେଞ୍ଜି ଆସନ୍‌ ଡିନ୍ନାନ୍‌ ଡ ସଣ୍ଡିନ୍‌ ଗବ୍‌ରିଏନ୍‌ ।
27 २७ कि वे परमेश्वर को ढूँढ़े, और शायद वे उसके पास पहुँच सके, और वास्तव में, वह हम में से किसी से दूर नहीं हैं।
ଆନିନ୍‌ ଗାମ୍‌ତେ ଅଡ଼୍‌କୋ ମନ୍‌ରାଞ୍ଜି ଆନିନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ସାୟ୍‌ଲେ ସାୟ୍‌ଲେ ରବାଙେତଜି, ଡେଲୋଜନଙ୍‌ଡେନ୍‌ ଇସ୍ୱରନ୍‌ ଆନ୍ନିଙ୍‌ ଆମଙ୍‌ ସିଲଡ୍‌ ସାଙାୟ୍‌ରେଙ୍‌ ଅଃଡ୍ଡକୋନେ ।
28 २८ क्योंकि हम उसी में जीवित रहते, और चलते फिरते, और स्थिर रहते हैं; जैसे तुम्हारे कितने कवियों ने भी कहा है, ‘हम तो उसी के वंश भी हैं।’
ଅବୟ୍‌ନେ ଏନ୍ନେଲେ ବର୍ରନେ, ‘ଇନିଆସନ୍‌ଗାମେଣ୍ଡେନ୍‌ ଅନମେଙ୍‌ଲେନ୍‌, ଗରନ୍ନେଲେନ୍‌ ଡ ଡରୁଙ୍‌ନେଲେନ୍‌ ଆମଙନ୍‌ ଡକୋ ।’ କନନ୍‌ ଇଡଲ୍‌ମରନ୍‌ ନିୟ୍‌ ଏନ୍ନେଲେ ବର୍ରନେ, ‘ଇନ୍‌ଲେଞ୍ଜି ଆ କେଜ୍ଜାନ୍‌ ଆ ମନ୍‌ରାଜି ।’
29 २९ अतः परमेश्वर का वंश होकर हमें यह समझना उचित नहीं कि ईश्वरत्व, सोने या चाँदी या पत्थर के समान है, जो मनुष्य की कारीगरी और कल्पना से गढ़े गए हों।
ଇନ୍‌ଲେଞ୍ଜି ଇସ୍ୱରନ୍‌ ଆ ମନ୍‌ରାଜି, ତିଆସନ୍‌ ଇସ୍ୱରନ୍‌ ଆ ମୁକ୍କା ମନ୍‌ରାନ୍‌ ଆ ତନ୍‌ଡ୍ରୁବ୍‌ କି ମନ୍‌ରାନ୍‌ ଆ ଗନବ୍‌ଡେଲ୍‌ ବାତ୍ତେ ସୁନା କି ରୁପା କି ଅରେଙନ୍‌ ବୟନ୍‌ ଆରପ୍ପମ୍‌ତେଞ୍ଜି ଆ କୋଙ୍‌ଡାୟ୍‌ ଅନ୍ତମ୍‌ ଅଃନ୍ନବ୍‌ଡିସୟ୍‌ବୋ ।
30 ३० इसलिए परमेश्वर ने अज्ञानता के समयों पर ध्यान नहीं दिया, पर अब हर जगह सब मनुष्यों को मन फिराने की आज्ञा देता है।
ମନ୍‌ରାଞ୍ଜି ଇସ୍ୱରନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ଅଣ୍ଡ୍ରଙ୍‌ ଜନାଏଞ୍ଜି ଆଡିଡ୍‌ ଆନିନ୍‌ ଡୋସାଲେଞ୍ଜି ଅଃଞମ୍‌ଲୋ, ବନ୍‌ଡ ନମି ଆନିନ୍‌ ସମ୍ପରାନ୍‌ ଆରି ଅଡ଼୍‌କୋ ମନ୍‌ରାନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ଇର୍ସେନ୍‌ ସିଲଡ୍‌ ୟର୍ନେନ୍‌ ଆସନ୍‌ ବର୍ତଜି ।
31 ३१ क्योंकि उसने एक दिन ठहराया है, जिसमें वह उस मनुष्य के द्वारा धार्मिकता से जगत का न्याय करेगा, जिसे उसने ठहराया है और उसे मरे हुओं में से जिलाकर, यह बात सब पर प्रमाणित कर दी है।”
ଆନିନ୍‌ ଆସ୍ରେଡାଏନ୍‌ ଆ ମନ୍‌ରା ବାତ୍ତେ ସମ୍ପରା ପୁର୍ତିନ୍‌ ଆ ମନ୍‌ରାଜିଆଡଙ୍‌ ଅନବ୍‌ପନ୍‌ସୁଆତିନ୍‌ ଆସନ୍‌ ଆନିନ୍‌ ବମିୟ୍‌ତା ଗବ୍‌ରିଏନ୍‌, ତି ଆ ମନ୍‌ରାଆଡଙ୍‌ ରନବୁନ୍‌ ସିଲଡ୍‌ ଅବ୍‌ୟର୍ମେଙ୍‌ଡାଲେ ଆନିନ୍‌ କେନ୍‌ ଆ କାବ୍ବାଡ଼ା ଆଜାଡ଼ିଡମ୍‌ ଲୁମ୍‌ତେ ଗାମ୍‌ଲେ ଅଡ଼୍‌କୋ ମନ୍‌ରାନ୍‌ ଅବ୍‌ଜନାଏନ୍‌ ।”
32 ३२ मरे हुओं के पुनरुत्थान की बात सुनकर कितने तो उपहास करने लगे, और कितनों ने कहा, “यह बात हम तुझ से फिर कभी सुनेंगे।”
ପାଓଲନ୍‌, ରନବୁମରଞ୍ଜି ୟର୍ମେଙ୍‌ଲେ ଆଡ୍ରୋତନେଞ୍ଜି ଆ ବର୍ନେ ଆବର୍ରନେନ୍‌ଆତେ ଅମ୍‌ଡଙ୍‌ଡାଲେ ଲାଙ୍‌ଲେଡ୍‌ ମନ୍‌ରାଜି ଆନିନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ଗବ୍‌ରଜେଞ୍ଜି, ବନ୍‌ଡ ଆରି ଲାଙ୍‌ଲେନ୍ନେ ଗାମେଞ୍ଜି, “ଅମଙ୍‌ନମ୍‌ ସିଲଡ୍‌ କେନ୍‌ ଆ ବର୍ନେ ଇନ୍‌ଲେନ୍‌ ଆରି ବତର ଅନମ୍‌ଡଙନ୍‌ ଏସାୟ୍‌ତାୟ୍‌ ।”
33 ३३ इस पर पौलुस उनके बीच में से चला गया।
ତି ଆ ଡିନ୍ନା ସୋବାନ୍‌ ଅବ୍‌ସୁଜ୍ଜେଡାଲେ ପାଓଲନ୍‌ ଜିରେନ୍‌ ।
34 ३४ परन्तु कुछ मनुष्य उसके साथ मिल गए, और विश्वास किया; जिनमें दियुनुसियुस जो अरियुपगुस का सदस्य था, और दमरिस नामक एक स्त्री थी, और उनके साथ और भी कितने लोग थे।
ଦିଅନୁସିଅ ଗାମ୍‌ଲେ ଅବୟ୍‌ ମନ୍‌ରାନ୍‌ ଆନିନ୍‌ ଆରିଅପାଗ ସଦରନ୍‌ ଆ ମରାୟ୍‌ନେମର୍‌, ଆରି ଦାମାରି ଗାମ୍‌ଲେ ଅବୟ୍‌ ଆଇମରନ୍‌ ଆରି ଜବ୍ରଡମ୍‌ ମନ୍‌ରାଞ୍ଜି ପାଓଲନ୍‌ ଆ ବର୍ନେ ଅମ୍‌ଡଙ୍‌ଡାଲେ ଡର୍ରଞ୍ଜି ।

< प्रेरितों के काम 17 >