< प्रेरितों के काम 10 >
1 १ कैसरिया में कुरनेलियुस नामक एक मनुष्य था, जो इतालियानी नाम सैन्य-दल का सूबेदार था।
ᎩᎶᏃ ᎢᏳᏍᏗ ᎠᏍᎦᏯ ᎡᎮ ᏏᏌᎵᏱ, ᎧᏂᎵᏯ ᏧᏙᎢᏛ, ᎠᏍᎪᎯᏧᏈ ᏗᏘᏂᏙᎯ, ᎨᎳ ᎢᏓᎵ ᏧᎾᏙᎢᏛ ᎤᎾᏓᏡᎬ.
2 २ वह भक्त था, और अपने सारे घराने समेत परमेश्वर से डरता था, और यहूदी लोगों को बहुत दान देता, और बराबर परमेश्वर से प्रार्थना करता था।
ᎤᏓᏅᏘ ᎠᎴ ᎤᏁᎳᏅᎯ ᎦᎾᏰᏍᎩ, ᎠᎴ ᎾᏍᏉ ᏂᎦᏛ ᎦᏁᎸ ᎠᏂᎮ, ᎤᏣᏘ ᏗᏁᎸᎥᏍᎩ ᏴᏫ, ᎠᎴ ᎤᏁᎳᏅᎯ ᏂᎪᎯᎸ ᎠᏓᏙᎵᏍᏓᏁᎯ.
3 ३ उसने दिन के तीसरे पहर के निकट दर्शन में स्पष्ट रूप से देखा कि परमेश्वर के एक स्वर्गदूत ने उसके पास भीतर आकर कहा, “हे कुरनेलियुस।”
ᎾᏍᎩ ᏦᎢᎭ ᎢᏳᏟᎶᏛ ᎧᎳᏩᏗᏒ ᎬᏂᎨᏒᎢᏳ ᎤᎪᎮ ᏗᎧᎿᎭᏩᏗᏙᎯ ᎤᏁᎳᏅᎯ ᎤᏤᎵ ᎤᎷᏤᎴᎢ, ᎠᎴ ᎯᎠ ᏄᏪᏎᎴᎢ; ᎧᏂᎵᏯ.
4 ४ उसने उसे ध्यान से देखा और डरकर कहा, “हे स्वामी क्या है?” उसने उससे कहा, “तेरी प्रार्थनाएँ और तेरे दान स्मरण के लिये परमेश्वर के सामने पहुँचे हैं।
ᏚᎧᎿᎭᏅᏃ ᎠᎴ ᎤᏍᎦᎸ ᎯᎠ ᏄᏪᏎᎢ; ᎦᏙᎢ, ᏣᎬᏫᏳᎯ. ᎯᎠᏃ ᏄᏪᏎᎴᎢ; ᎭᏓᏙᎵᏍᏗᏍᎬ ᎠᎴ ᎭᏓᏁᎸᎥᏍᎬ ᏚᎵᏌᎳᏓᏅ ᎠᏅᏓᏗᏍᏙᏗ ᎢᏳᎵᏍᏙᏗᏱ ᎤᏁᎳᏅᎯ ᎠᎦᏔᎲᎢ.
5 ५ और अब याफा में मनुष्य भेजकर शमौन को, जो पतरस कहलाता है, बुलवा ले।
Ꭷ, ᏦᏈ ᏘᏅᎵ ᎠᏂᏫᏅ, ᏫᏯᏅ ᏌᏩᏂ ᏈᏓ ᏧᏙᎢᏛ,
6 ६ वह शमौन, चमड़े का धन्धा करनेवाले के यहाँ अतिथि है, जिसका घर समुद्र के किनारे है।”
ᎾᏍᎩ ᎤᏬᎳ ᎩᎶ ᎢᏳᏍᏗ ᎦᏁᎸ ᏌᏩᏂ ᏧᏙᎢᏛ, ᏗᏑᏫᏍᎩ, ᎾᏍᎩ ᎠᎹᏳᎶᏗ ᏥᎦᏁᎸ, ᎾᏍᎩ ᏓᏣᏃᏁᎵ ᎢᏣᏛᏁᏗᏱ.
7 ७ जब वह स्वर्गदूत जिसने उससे बातें की थी चला गया, तो उसने दो सेवक, और जो उसके पास उपस्थित रहा करते थे उनमें से एक भक्त सिपाही को बुलाया,
ᏗᎧᎿᎭᏩᏗᏙᎯᏃ ᎤᏓᏅᏒ ᎾᏍᎩ ᎧᏂᎵᏯ ᎤᏬᏁᏔᏅᎯ, ᎠᏂᏔᎵ ᏫᏚᏯᏅᎮ ᎠᏓᏁᎸ ᏧᏅᏏᏓᏍᏗ ᎠᎴ ᏌᏉ ᎠᏯᏫᏍᎩ ᎤᏁᎳᏅᎯ ᎠᏓᏙᎵᏍᏓᏁᎯ ᏂᎪᎯᎸ ᎬᏩᎦᏘᏗᏍᎩ ᎨᏒ ᎨᎳ.
8 ८ और उन्हें सब बातें बताकर याफा को भेजा।
ᎾᏍᎩᏃ ᏂᎦᏛ ᏚᏃᎮᎮᎸ, ᏦᏈ ᏚᏅᏎᎢ.
9 ९ दूसरे दिन जब वे चलते-चलते नगर के पास पहुँचे, तो दोपहर के निकट पतरस छत पर प्रार्थना करने चढ़ा।
ᎤᎩᏨᏛᏃ ᎠᎾᎢᏎ ᎠᎴ ᎿᎭᏉ ᎾᎥᏂᎨ ᎤᏂᎷᎴ ᏗᎦᏚᎲᎢ, ᏈᏓ ᎤᎩᎳᏫᏎ ᎦᏌᎾᎵ ᎤᏓᏙᎵᏍᏔᏅᏎ ᏔᎳᏚ ᎢᏳᏟᎶᏛ ᎢᏴᏛ ᎧᎳᏩᏗᏒᎢ.
10 १० उसे भूख लगी और कुछ खाना चाहता था, परन्तु जब वे तैयार कर रहे थे तो वह बेसुध हो गया।
ᎤᏣᏘᏃ ᎤᏲᏏᏌᏁᎢ, ᎠᎴ ᎤᏚᎵᏍᎨ ᎤᎵᏍᏓᏴᏗᏱ, ᎠᏎᏃ ᎠᏏᏉ ᎠᎾᏛᏅᎢᏍᏗᏍᎨ ᏣᎦᎵᎰ ᎾᏍᎩᏯ ᏄᎵᏍᏓᏁᎴᎢ.
11 ११ और उसने देखा, कि आकाश खुल गया; और एक बड़ी चादर, पात्र के समान चारों कोनों से लटकाया हुआ, पृथ्वी की ओर उतर रहा है।
ᎤᎪᎮᏃ ᎦᎸᎳᏗ ᎤᎵᏍᏚᎢᏛ ᎨᏎᎢ, ᎠᎴ ᎪᎱᏍᏗ ᎢᏳᏍᏗ ᎠᏖᎵᏙ ᎡᎳᏗ ᏅᏧᏍᏗᏗᏎ, ᎾᏍᎩᏯ ᎡᏆ ᎠᏄᏬ, ᏅᎩ ᏚᏅᏏᏴ ᏥᏕᎦᎸᎣᎢ, ᎾᏍᎩᏃ ᎡᎳᏗ ᎢᎬᏁᎸᎯ ᏥᎨᏐ ᎡᎶᎯ ᎢᏴᏛ.
12 १२ जिसमें पृथ्वी के सब प्रकार के चौपाए और रेंगनेवाले जन्तु और आकाश के पक्षी थे।
ᎾᎿᎭᏃ ᎠᏂᏯᎡ ᏂᎦᏛ ᏧᎾᏓᎴᏅᏛ ᏅᎩ ᏗᏂᏅᏌᏗ ᎡᎶᎯ ᎠᏁᎯ, ᎠᎴ ᎢᎾᎨ ᎠᏁᎯ, ᎠᎴ ᎠᎾᏓᎾᏏᏂᏙᎯ, ᎠᎴ ᎦᎸᎶ ᎠᏂᏃᎯᎵᏙᎯ.
13 १३ और उसे एक ऐसी वाणी सुनाई दी, “हे पतरस उठ, मार और खा।”
ᎠᏥᏁᏤᎴᏃ ᎯᎠ ᏅᏗᎠᏥᏪᏎᎴᎢ; ᏈᏓ, ᏔᎴᎲᎦ, ᎯᎷᎦ ᎠᎴ ᎭᎵᏍᏓᏴᎲᎦ, ᎠᎪᏎᎴᎢ.
14 १४ परन्तु पतरस ने कहा, “नहीं प्रभु, कदापि नहीं; क्योंकि मैंने कभी कोई अपवित्र या अशुद्ध वस्तु नहीं खाई है।”
ᏈᏓᏃ ᎯᎠ ᏄᏪᏎᎢ; ᏞᏍᏗ, ᏣᎬᏫᏳᎯ, ᏞᏰᏃ ᎢᎸᎯᏳ ᏯᎩᎪ ᎪᎱᏍᏗ ᎦᏓᎭ ᎠᎴ ᏂᎦᏅᎦᎸᎲᎾ.
15 १५ फिर दूसरी बार उसे वाणी सुनाई दी, “जो कुछ परमेश्वर ने शुद्ध ठहराया है, उसे तू अशुद्ध मत कह।”
ᏔᎵᏁᏃ ᎯᎠ ᏅᏗᎠᏥᏪᏎᎵᎢ; ᎤᏁᎳᏅᎯ ᎤᏅᎦᎸᏛ ᎾᏍᎩ ᏞᏍᏗ ᎦᏓᎭ ᏲᏎᎮᏍᏗ.
16 १६ तीन बार ऐसा ही हुआ; तब तुरन्त वह चादर आकाश पर उठा लिया गया।
ᎾᏍᎩ ᎯᎠ ᏦᎢ ᏄᎵᏍᏔᏁᎢ, ᎿᎭᏉᏃ ᎠᏖᎵᏙ ᏔᎵᏁ ᎦᎸᎳᏗ ᏫᎤᎵᏌᎳᏓᏁᎢ.
17 १७ जब पतरस अपने मन में दुविधा में था, कि यह दर्शन जो मैंने देखा क्या है, तब वे मनुष्य जिन्हें कुरनेलियुस ने भेजा था, शमौन के घर का पता लगाकर द्वार पर आ खड़े हुए।
ᎠᏏᏉᏃ ᏈᏓ ᎠᏓᏅᏖᏍᎨ ᏄᏍᏛ ᎦᏛᎬ ᎾᏍᎩ ᎤᏁᎳᏫᏎᎸᎢ, ᎬᏂᏳᏉ ᎠᏂᏫᏅ ᎾᏍᎩ ᎧᏂᎵᏯ ᏂᏙᏓᏳᏅᏒᎯ ᎤᎾᏓᏛᏛᏅᎯ ᎨᏎ ᏌᏩᏂ ᎦᏁᎸᎢ, ᎠᎴ ᎠᏂᏙᎾᎡ ᎦᎶᎯᏍᏗᏳᎶᏗ;
18 १८ और पुकारकर पूछने लगे, “क्या शमौन जो पतरस कहलाता है, यहाँ पर अतिथि है?”
ᏭᎾᎵᏍᏔᏅᏃ ᎤᎾᏓᏛᏛᏁᎢ; ᎠᏂᏍᎪ ᎤᏬᎳ ᏌᏩᏂ ᏈᏓ ᏧᏙᎢᏛ, ᎤᎾᏛᏁᎢ.
19 १९ पतरस जो उस दर्शन पर सोच ही रहा था, कि आत्मा ने उससे कहा, “देख, तीन मनुष्य तुझे खोज रहे हैं।
ᎠᏏᏉᏃ ᏈᏓ ᎠᏓᏅᏖᏍᎨ ᎤᏁᎳᏫᏎᎸᎢ, ᎠᏓᏅᏙ ᎯᎠ ᏄᏪᏎᎴᎢ, ᎬᏂᏳᏉ ᎠᏂᏦᎢ ᎠᏂᏫᏅ ᎨᏣᏲᎭ.
20 २० अतः उठकर नीचे जा, और निःसंकोच उनके साथ हो ले; क्योंकि मैंने ही उन्हें भेजा है।”
Ꭷ, ᏔᎴᎲᎦ, ᎭᏠᎠᎯ, ᎠᎴ ᏘᏍᏓᏩᏚᎦ ᎪᎱᏍᏗ ᏂᏗᏣᏢᏫᏎᎲᎾ, ᎠᏴᏰᏃ ᏗᏥᏅᏏᏛ.
21 २१ तब पतरस ने नीचे उतरकर उन मनुष्यों से कहा, “देखो, जिसको तुम खोज रहे हो, वह मैं ही हूँ; तुम्हारे आने का क्या कारण है?”
ᎿᎭᏉᏃ ᏈᏓ ᎤᏠᎠᏒ ᏫᏚᎷᏤᎸ ᎠᏂᏫᏅ ᎧᏂᎵᏯ ᏧᏅᏏᏛ ᎬᏩᏯᏅᎯᎸᎯ, ᎯᎠ ᏄᏪᏎᎢ; ᎬᏂᏳᏉ ᎠᏴ ᎾᏍᎩ ᏤᏥᏲᎭ. ᎦᏙ ᏧᎵᏰᎢᎸᏍᏔᏅ ᎯᎠ ᏥᏥᎷᎩ?
22 २२ उन्होंने कहा, “कुरनेलियुस सूबेदार जो धर्मी और परमेश्वर से डरनेवाला और सारी यहूदी जाति में सुनाम मनुष्य है, उसने एक पवित्र स्वर्गदूत से यह निर्देश पाया है, कि तुझे अपने घर बुलाकर तुझ से उपदेश सुने।”
ᎯᎠᏃ ᏄᏂᏪᏎᎢ; ᎧᏂᎵᏯ ᎠᏍᎪᎯᏧᏈ ᏗᏘᏂᏙᎯ, ᏚᏳᎯᏛ ᎢᏯᏛᏁᎯ ᎠᏍᎦᏯ ᎠᎴ ᎤᏁᎳᏅᎯ ᎦᎾᏰᏍᎩ, ᎠᎴ ᎣᏍᏛ ᎬᏩᏃᎮᏍᎩ ᎾᏂᎥ ᏑᎾᏓᎴᎩ ᎨᏒ ᎠᏂᏧᏏ, ᎤᏁᏤᎸᎩ ᎦᎸᏉᏗ ᏗᎧᎿᎭᏩᏗᏙᎯ, ᎤᏓᏅᏍᏗᏱ ᏧᏪᏅᏒ ᏫᏣᎷᎯᏍᏗᏱ ᎠᎴ ᎯᏬᏂᏍᎬ ᎤᏛᎪᏗᏱ.
23 २३ तब उसने उन्हें भीतर बुलाकर उनको रहने की जगह दी। और दूसरे दिन, वह उनके साथ गया; और याफा के भाइयों में से कुछ उसके साथ हो लिए।
ᏚᏔᏲᏎᎸᏃ ᎤᏂᏴᏍᏗᏱ, ᎠᎴ ᏚᏍᏆᏂᎪᏔᏁᎢ. ᎤᎩᏨᏛᏃ ᏈᏓ ᏕᎤᏍᏓᏩᏛᏎᎢ, ᎠᎴ ᎩᎶ ᎢᏳᎾᏍᏗ ᎠᎾᎵᏅᏟ ᏦᏈ ᎠᏁᎯ ᎬᏩᎵᎪᏁᎴᎢ.
24 २४ दूसरे दिन वे कैसरिया में पहुँचे, और कुरनेलियुस अपने कुटुम्बियों और प्रिय मित्रों को इकट्ठे करके उनकी प्रतीक्षा कर रहा था।
ᏫᎤᎩᏨᏅᏃ ᏏᏌᎵᏱ ᏭᏂᏴᎴᎢ. ᎧᏂᎵᏯᏃ ᎤᏂᎦᏘᏰᎢ, ᎠᎴ ᏧᏪᏟᏌᏅᎯ ᎨᏎ ᎪᎱᏍᏗ ᏧᏩᏂ ᎠᎴ ᏧᎵᎢ.
25 २५ जब पतरस भीतर आ रहा था, तो कुरनेलियुस ने उससे भेंट की, और उसके पाँवों पर गिरकर उसे प्रणाम किया।
ᎿᎭᏉᏃ ᏈᏓ ᏗᏴᎵᏎ ᎧᏂᎵᏯ ᏕᎤᏠᏎᎢ, ᎡᎳᏗᏃ ᎤᏅᏨ ᏈᏓ ᏚᎳᏍᎬ ᎤᏓᏙᎵᏍᏓᏁᎴᎢ.
26 २६ परन्तु पतरस ने उसे उठाकर कहा, “खड़ा हो, मैं भी तो मनुष्य ही हूँ।”
ᎠᏎᏃ ᏈᏓ ᏕᎤᎴᏔᏁ ᎯᎠ ᏄᏪᏎᎢ; ᏔᎴᎲᎦ, ᎠᏴ ᎾᏍᏉ ᏴᏫᏉ.
27 २७ और उसके साथ बातचीत करता हुआ भीतर गया, और बहुत से लोगों को इकट्ठे देखकर
ᎠᏎᏉᏃ ᎠᎵᏃᎮᏗᏍᎨ, ᏭᏴᎴᎢ; ᎠᎴ ᏚᏩᏛᎮ ᎤᏂᏣᏖ ᏓᏂᎳᏫᎡᎢ.
28 २८ उनसे कहा, “तुम जानते हो, कि अन्यजाति की संगति करना या उसके यहाँ जाना यहूदी के लिये अधर्म है, परन्तु परमेश्वर ने मुझे बताया है कि किसी मनुष्य को अपवित्र या अशुद्ध न कहूँ।
ᎾᏍᎩᏃ ᎯᎠ ᏂᏚᏪᏎᎴᎢ; ᎢᏥᎦᏔᎭᏉ ᎤᏓᏅᏍᏙᏒᎯ ᎨᏒ ᎩᎶ ᎠᏧᏏ ᎤᏁᏓᏍᏗᏱ ᎠᎴ ᎤᏩᏛᏗᏱ ᎩᎶ ᏅᏩᏓᎴ ᏴᏫ; ᎠᏎᏃ ᎤᏁᎳᏅᎯ ᎬᏂᎨᏒ ᎾᏋᏁᎸ ᎠᏴ ᎩᎶ ᏴᏫ ᎦᏓᎭ ᎠᎴ ᎾᏥᏅᎦᎸᎥᎾ ᏥᏲᏎᏗ ᏂᎨᏒᎾ ᎨᏒᎢ.
29 २९ इसलिए मैं जब बुलाया गया तो बिना कुछ कहे चला आया। अब मैं पूछता हूँ कि मुझे किस काम के लिये बुलाया गया है?”
ᎾᏍᎩᏃ ᎢᏳᏍᏗ ᎪᎱᏍᏗ ᎾᏍᎪᏁᎶᏍᎬᎾ ᏛᏇᏅᏒᎩ ᏮᎩᏯᏅᎰᎸᏉ. ᎾᏍᎩᏃ ᎢᏳᏍᏗ ᎢᏨᏯᏛᏛᎲᎦ ᏅᏧᎵᏍᏙᏔᏅ ᏫᏍᎩᏯᏅᎲᎢ.
30 ३० कुरनेलियुस ने कहा, “चार दिन पहले, इसी समय, मैं अपने घर में तीसरे पहर को प्रार्थना कर रहा था; कि एक पुरुष चमकीला वस्त्र पहने हुए, मेरे सामने आ खड़ा हुआ।
ᎧᏂᎵᏯᏃ ᎯᎠ ᏄᏪᏎᎢ; ᏅᎩ ᏄᏒᎭ ᎠᎹᏟ ᎬᏍᎬᎩ ᎯᎠ ᎢᏳ ᎧᎳᏩᏗᏒ ᎢᏯᏍᏗ, ᏦᎢᏃ ᎢᏳᏟᎶᏛ ᎧᎳᏩᏗᏒ ᎦᏓᏙᎵᏍᏗᏍᎬ ᏥᏁᎸᎢ, ᎬᏂᏳᏉᏃ ᎠᏍᎦᏯ ᏗᎬᏩᎸᏌᏓ ᏧᏄᏫ ᎢᎬᏱᏢ ᎠᏆᎴᏁᎸᎩ.
31 ३१ और कहने लगा, ‘हे कुरनेलियुस, तेरी प्रार्थना सुन ली गई है और तेरे दान परमेश्वर के सामने स्मरण किए गए हैं।
ᎯᎠᏃ ᏄᏪᏒᎩ; ᎧᏂᎵᏯ, ᎭᏓᏙᎵᏍᏗᏍᎬ ᎡᏣᏛᎦᏁᎸ ᎠᎴ ᎭᏓᏁᎸᎢᏍᎬ ᎠᏅᏔ ᎤᏁᎳᏅᎯ ᎠᎦᏔᎲᎢ.
32 ३२ इसलिए किसी को याफा भेजकर शमौन को जो पतरस कहलाता है, बुला। वह समुद्र के किनारे शमौन जो, चमड़े का धन्धा करनेवाले के घर में अतिथि है।’
Ꭷ, ᏦᏈ ᎭᏓᏅᎵ, ᎠᎴ ᏫᏯᏅ ᏌᏩᏂ ᏈᏓ ᏧᏙᎢᏛ; ᎾᏍᎩ ᎤᏬᎳ ᏌᏩᏂ ᏗᏑᏫᏍᎩ ᎦᏁᎸᎢ ᎠᎹᏳᎶᏗ, ᎾᏍᎩ ᎦᎷᏨᎭ ᏓᏣᏬᏁᏔᏂ.
33 ३३ तब मैंने तुरन्त तेरे पास लोग भेजे, और तूने भला किया जो आ गया। अब हम सब यहाँ परमेश्वर के सामने हैं, ताकि जो कुछ परमेश्वर ने तुझ से कहा है उसे सुनें।”
ᎰᏩᏃ ᎩᎳᏉ ᎢᏴᏛ ᎠᏆᏓᏅᏒᎩ ᏪᏣᏯᏅᏗᏱ; ᎣᏏᏳᏃ ᏂᏣᏛᏁᎸ ᏥᎷᎩ. ᎿᎭᏉᏃ ᏂᎦᏛ ᎠᏂ ᎣᏤᏙᎭ ᎤᏁᎳᏅᎯ ᎠᎦᏔᎲᎢ, ᎣᎦᏛᏅᎢᏍᏗ ᎣᎦᏛᎪᏗᏱ ᏂᎦᎥ ᎤᏁᎳᏅᎯ ᏣᏁᏤᎸᎯ ᎨᏒᎢ.
34 ३४ तब पतरस ने मुँह खोलकर कहा, अब मुझे निश्चय हुआ, कि परमेश्वर किसी का पक्ष नहीं करता,
ᏈᏓᏃ ᎤᏍᏚᎢᏒ ᎠᎰᎵ, ᎯᎠ ᏄᏪᏎᎢ; ᎤᏙᎯᏳᎯᏯ ᎦᏙᎴᎣᏍᎦ ᎤᏁᎳᏅᎯ ᎩᎶ ᏧᎸᏉᏙᏗ ᏂᎨᏒᎾ ᎨᏒᎢ;
35 ३५ वरन् हर जाति में जो उससे डरता और धार्मिक काम करता है, वह उसे भाता है।
ᎾᏂᎥᏉᏍᎩᏂ ᏧᎾᏓᎴᏅᏛ ᏴᏫ ᎠᏁᎲᎢ ᎩᎶ ᎾᏍᎩ ᏳᎾᏰᏍᎦ ᎠᎴ ᏚᏳᎪᏛ ᏱᏚᎸᏫᏍᏓᏁᎭ ᎾᏍᎩ ᏓᎦᏓᏂᎸᎪᎢ.
36 ३६ जो वचन उसने इस्राएलियों के पास भेजा, जबकि उसने यीशु मसीह के द्वारा जो सब का प्रभु है, शान्ति का सुसमाचार सुनाया।
ᎧᏃᎮᏛ ᏧᏓᏅᏎ ᎢᏏᎵ ᏧᏪᏥ ᎤᎾᏛᎪᏗ ᏥᎧᏃᎮᏍᎨ ᎣᏍᏛ ᎧᏃᎮᏛ ᏅᏩᏙᎯᏯᏛ ᎤᎬᏩᎵ ᏥᏌ ᎦᎶᏁᏛ ᎢᏳᏩᏂᏌᏛ ᎾᏍᎩ ᎤᎬᏫᏳᎯ ᎾᏂᎥ ᎤᎾᏤᎵᎦ,
37 ३७ वह वचन तुम जानते हो, जो यूहन्ना के बपतिस्मा के प्रचार के बाद गलील से आरम्भ होकर सारे यहूदिया में फैल गया:
ᎾᏍᎩ ᎧᏃᎮᏛ ᎢᏥᎦᏔᎭ, ᎬᏂᎨᏒ ᏥᏄᎵᏍᏔᏅ ᏂᎬᎾᏛ ᏧᏗᏱ, ᎨᎵᎵ ᏨᏓᏳᏓᎴᏅᎲ ᏗᏓᏬᏍᏗ ᎨᏒ ᎤᎬᏩᎵ ᏄᎵᏥᏙᏃ ᏣᏂ —
38 ३८ परमेश्वर ने किस रीति से यीशु नासरी को पवित्र आत्मा और सामर्थ्य से अभिषेक किया; वह भलाई करता, और सब को जो शैतान के सताए हुए थे, अच्छा करता फिरा, क्योंकि परमेश्वर उसके साथ था।
ᎾᏍᎩ ᎤᏁᎳᏅᎯ ᎦᎸᏉᏗᏳ ᎠᏓᏅᏙ ᎠᎴ ᎤᎵᏂᎩᏛ ᎨᏒ ᏥᏚᎶᏁᏔᏁ ᏥᏌ ᎾᏎᎵᏗ ᎡᎯ, ᎾᏍᎩ ᏤᏙᎲ ᎣᏍᏛ ᏚᎸᏫᏍᏓᏁᎲᎢ, ᎠᎴ ᏕᎧᏅᏫᏍᎬ ᏂᎦᏛ ᎤᏲ ᎢᏳᏅᎿᎭᏕᎩ ᎠᏍᎩᎾ; ᎤᏁᎳᏅᎯᏰᏃ ᏚᎧᎿᎭᏩᏗᏙᎲᎩ.
39 ३९ और हम उन सब कामों के गवाह हैं; जो उसने यहूदिया के देश और यरूशलेम में भी किए, और उन्होंने उसे काठ पर लटकाकर मार डाला।
ᎠᏴᏃ ᎣᏥᏃᎮᏍᎩ ᎾᏍᎩ ᏂᎦᏛ ᏄᏛᏁᎵᏙᎸ ᎠᏂᏧᏏ ᎤᎾᏤᎵᎪᎯ ᎠᎴ ᏥᎷᏏᎵᎻ; ᎾᏍᎩ ᏧᏂᎸᎩ ᎨᏛ ᏧᎾᏛᏅᎩ.
40 ४० उसको परमेश्वर ने तीसरे दिन जिलाया, और प्रगट भी कर दिया है।
ᎾᏍᎩ ᎤᏁᎳᏅᎯ ᏦᎢᏁ ᎢᎦ ᏕᎤᎴᏔᏅᎩ ᎠᎴ ᎬᏂᎨᏒ ᏂᏚᏩᏁᎸᎩ,
41 ४१ सब लोगों को नहीं वरन् उन गवाहों को जिन्हें परमेश्वर ने पहले से चुन लिया था, अर्थात् हमको जिन्होंने उसके मरे हुओं में से जी उठने के बाद उसके साथ खाया पीया;
ᎥᏝ ᏂᎦᏛ ᏴᏫ, ᎠᏂᏃᎮᏍᎩᏉᏍᎩᏂ ᎤᏅᏒ ᎤᏁᎳᏅᎯ ᎦᏳᎳ ᏗᎬᏩᏑᏰᏛ ᏥᎨᏒᎩ, ᎾᏍᎩ ᎠᏴ ᎢᏧᎳᎭ ᎣᎦᎵᏍᏓᏴᏅᎯ ᎠᎴ ᏦᎦᏗᏔᎲᎯ ᎾᏍᎩ ᎤᏲᎱᏒ ᏧᎴᎯᏌᏅᎯ ᏥᏂᎨᏎᎢ.
42 ४२ और उसने हमें आज्ञा दी कि लोगों में प्रचार करो और गवाही दो, कि यह वही है जिसे परमेश्वर ने जीवितों और मरे हुओं का न्यायी ठहराया है।
ᎠᎴ ᎣᎩᏁᏤᎸᎩ ᏴᏫ ᏦᏣᎵᏥᏙᏁᏗᏱ, ᎠᎴ ᎣᎩᏃᎮᏗᏱ ᎾᏍᎩ ᎤᏁᎳᏅᎯ ᎤᏪᎧᏅ ᏗᎫᎪᏓᏁᎯ ᏄᏩᏁᎸ ᏗᏅᏃᏛ ᎠᎴ ᏧᏂᏲᎱᏒᎯ.
43 ४३ उसकी सब भविष्यद्वक्ता गवाही देते है कि जो कोई उस पर विश्वास करेगा, उसको उसके नाम के द्वारा पापों की क्षमा मिलेगी।
ᎾᏍᎩ ᏂᎦᏛ ᎠᎾᏙᎴᎰᏍᎩ ᎬᏩᏃᎮᎭ, ᎯᎠ ᎾᏂᏪᎭ; ᎾᏍᎩ ᎩᎶ ᎪᎯᏳᎲᏍᎨᏍᏗ ᎾᏍᎩ ᏕᎤᏙᎥᎢ, ᎠᏥᏙᎵᏍᏗ ᎨᏎᏍᏗ ᎤᏍᎦᏅᏨᎢ.
44 ४४ पतरस ये बातें कह ही रहा था कि पवित्र आत्मा वचन के सब सुननेवालों पर उतर आया।
ᎠᏏᏉᏃ ᏈᏓ ᎯᎠ ᎾᏍᎩ ᏂᎦᏪᏍᎨᎢ, ᎦᎸᏉᏗᏳ ᎠᏓᏅᏙ ᎡᎳᏗ ᏄᏛᏁᎴ ᎤᏂᎷᏤᎴ ᏂᎦᏛ ᎠᎾᏛᎩᏍᎩ ᎧᏃᎮᏛ.
45 ४५ और जितने खतना किए हुए विश्वासी पतरस के साथ आए थे, वे सब चकित हुए कि अन्यजातियों पर भी पवित्र आत्मा का दान उण्डेला गया है।
ᏗᎨᏥᎤᏍᏕᏎᎸᎯᏃ ᎠᏃᎯᏳᎲᏍᎩ ᏂᎦᏛ ᏈᏓ ᏅᏓᎬᏩᏍᏓᏩᏛᏛ ᎤᏣᏘ ᎤᏂᏍᏆᏂᎪᏎᎢ, ᏅᏗᎦᎵᏍᏙᏗᏍᎨ ᏧᎾᏓᎴᏅᏛ ᏴᏫ ᎾᏍᏉ ᎨᏥᏐᏅᏰᎸ ᎨᏥᏁᎸ ᎦᎸᏉᏗᏳ ᎠᏓᏅᏙ.
46 ४६ क्योंकि उन्होंने उन्हें भाँति-भाँति की भाषा बोलते और परमेश्वर की बड़ाई करते सुना। इस पर पतरस ने कहा,
ᏚᎾᏛᎦᏁᎴᏰᏃ ᏧᏓᎴᏅᏛ ᏓᏂᏬᏂᏍᎬ ᎠᎴ ᎠᏂᎸᏉᏗᏍᎬ ᎤᏁᎳᏅᎯ. ᎿᎭᏉᏃ ᏈᏓ ᎤᏁᏤ ᎯᎠ ᏄᏪᏎᎢ;
47 ४७ “क्या अब कोई इन्हें जल से रोक सकता है कि ये बपतिस्मा न पाएँ, जिन्होंने हमारे समान पवित्र आत्मा पाया है?”
ᏥᎪ ᎩᎶ ᏳᏅᏍᏙᎯ ᎠᎹ ᎯᎠ ᎾᏍᎩ ᏗᎨᎦᏬᏍᏗᏱ ᎾᏍᎩ ᎾᏍᏉ ᎦᎸᏉᏗᏳ ᎠᏓᏅᏙ ᏥᎨᏥᏁᎸ ᎾᏍᎩᏯ ᎠᏴ ᎡᎩᏁᎸᎢ?
48 ४८ और उसने आज्ञा दी कि उन्हें यीशु मसीह के नाम में बपतिस्मा दिया जाए। तब उन्होंने उससे विनती की, कि कुछ दिन और हमारे साथ रह।
ᏕᎤᏁᏤᎴᏃ ᏗᎨᎦᏬᏍᏗᏱ ᏕᎤᏙᏍᏛ ᎤᎬᏫᏳᎯ. ᎿᎭᏉᏃ ᎬᏩᏔᏲᏎᎴ ᎢᎸᏍᎩ ᏧᏒᎯᏛ ᎤᏪᏗᏱ.