< प्रेरितों के काम 10 >

1 कैसरिया में कुरनेलियुस नामक एक मनुष्य था, जो इतालियानी नाम सैन्य-दल का सूबेदार था।
ܒܩܤܪܝܐ ܕܝܢ ܐܝܬ ܗܘܐ ܓܒܪܐ ܚܕ ܩܢܛܪܘܢܐ ܕܫܡܗ ܗܘܐ ܩܘܪܢܠܝܘܤ ܡܢ ܤܦܝܪܐ ܗܝ ܕܡܬܩܪܝܐ ܐܝܛܠܝܩܐ
2 वह भक्त था, और अपने सारे घराने समेत परमेश्वर से डरता था, और यहूदी लोगों को बहुत दान देता, और बराबर परमेश्वर से प्रार्थना करता था।
ܘܙܕܝܩ ܗܘܐ ܘܕܚܠ ܗܘܐ ܡܢ ܐܠܗܐ ܗܘ ܘܒܝܬܗ ܟܠܗ ܘܥܒܕ ܗܘܐ ܙܕܩܬܐ ܤܓܝܐܬܐ ܒܥܡܐ ܘܒܟܠܙܒܢ ܒܥܐ ܗܘܐ ܡܢ ܐܠܗܐ
3 उसने दिन के तीसरे पहर के निकट दर्शन में स्पष्ट रूप से देखा कि परमेश्वर के एक स्वर्गदूत ने उसके पास भीतर आकर कहा, “हे कुरनेलियुस।”
ܗܢܐ ܚܙܐ ܡܠܐܟܐ ܕܐܠܗܐ ܒܚܙܘܐ ܓܠܝܐܝܬ ܠܐܦܝ ܬܫܥ ܫܥܝܢ ܒܐܝܡܡܐ ܕܥܠ ܠܘܬܗ ܘܐܡܪ ܠܗ ܩܘܪܢܠܝܐ
4 उसने उसे ध्यान से देखा और डरकर कहा, “हे स्वामी क्या है?” उसने उससे कहा, “तेरी प्रार्थनाएँ और तेरे दान स्मरण के लिये परमेश्वर के सामने पहुँचे हैं।
ܘܗܘ ܚܪ ܒܗ ܘܕܚܠ ܘܐܡܪ ܡܢܐ ܡܪܝ ܘܐܡܪ ܠܗ ܡܠܐܟܐ ܨܠܘܬܟ ܘܙܕܩܬܟ ܤܠܩ ܠܕܘܟܪܢܐ ܩܕܡ ܐܠܗܐ
5 और अब याफा में मनुष्य भेजकर शमौन को, जो पतरस कहलाता है, बुलवा ले।
ܘܗܫܐ ܫܕܪ ܓܒܪܐ ܠܝܘܦܐ ܡܕܝܢܬܐ ܘܐܝܬܐ ܠܫܡܥܘܢ ܕܡܬܩܪܐ ܟܐܦܐ
6 वह शमौन, चमड़े का धन्धा करनेवाले के यहाँ अतिथि है, जिसका घर समुद्र के किनारे है।”
ܗܐ ܫܪܐ ܒܒܝܬܗ ܕܫܡܥܘܢ ܒܘܪܤܝܐ ܗܘ ܕܐܝܬܘܗܝ ܥܠ ܝܕ ܝܡܐ
7 जब वह स्वर्गदूत जिसने उससे बातें की थी चला गया, तो उसने दो सेवक, और जो उसके पास उपस्थित रहा करते थे उनमें से एक भक्त सिपाही को बुलाया,
ܘܟܕ ܐܙܠ ܠܗ ܡܠܐܟܐ ܕܡܠܠ ܥܡܗ ܩܪܐ ܬܪܝܢ ܡܢ ܒܢܝ ܒܝܬܗ ܘܦܠܚܐ ܚܕ ܕܕܚܠ ܠܐܠܗܐ ܐܝܢܐ ܕܡܬܕܢܐ ܗܘܐ ܠܗ
8 और उन्हें सब बातें बताकर याफा को भेजा।
ܘܐܫܬܥܝ ܠܗܘܢ ܟܠܡܕܡ ܕܚܙܐ ܘܫܕܪ ܐܢܘܢ ܠܝܘܦܐ
9 दूसरे दिन जब वे चलते-चलते नगर के पास पहुँचे, तो दोपहर के निकट पतरस छत पर प्रार्थना करने चढ़ा।
ܘܠܝܘܡܐ ܐܚܪܢܐ ܟܕ ܗܢܘܢ ܪܕܝܢ ܒܐܘܪܚܐ ܘܩܪܝܒܝܢ ܠܡܕܝܢܬܐ ܤܠܩ ܫܡܥܘܢ ܠܐܓܪܐ ܕܢܨܠܐ ܒܫܬ ܫܥܝܢ
10 १० उसे भूख लगी और कुछ खाना चाहता था, परन्तु जब वे तैयार कर रहे थे तो वह बेसुध हो गया।
ܘܟܦܢ ܘܨܒܐ ܗܘܐ ܕܢܠܥܤ ܘܟܕ ܗܢܘܢ ܡܬܩܢܝܢ ܠܗ ܢܦܠ ܥܠܘܗܝ ܬܡܗܐ
11 ११ और उसने देखा, कि आकाश खुल गया; और एक बड़ी चादर, पात्र के समान चारों कोनों से लटकाया हुआ, पृथ्वी की ओर उतर रहा है।
ܘܚܙܐ ܫܡܝܐ ܟܕ ܦܬܝܚܝܢ ܘܡܐܢܐ ܚܕ ܟܕ ܐܤܝܪ ܒܐܪܒܥ ܩܪܢܢ ܘܕܡܐ ܗܘܐ ܠܟܬܢܐ ܪܒܐ ܘܫܐܒ ܗܘܐ ܡܢ ܫܡܝܐ ܥܠ ܐܪܥܐ
12 १२ जिसमें पृथ्वी के सब प्रकार के चौपाए और रेंगनेवाले जन्तु और आकाश के पक्षी थे।
ܘܐܝܬ ܗܘܐ ܒܗ ܟܠܗܝܢ ܚܝܘܬܐ ܕܐܪܒܥܬ ܪܓܠܐ ܘܪܚܫܐ ܕܐܪܥܐ ܘܦܪܚܬܐ ܕܫܡܝܐ
13 १३ और उसे एक ऐसी वाणी सुनाई दी, “हे पतरस उठ, मार और खा।”
ܘܩܠܐ ܐܬܐ ܠܗ ܕܐܡܪ ܫܡܥܘܢ ܩܘܡ ܟܘܤ ܘܐܟܘܠ
14 १४ परन्तु पतरस ने कहा, “नहीं प्रभु, कदापि नहीं; क्योंकि मैंने कभी कोई अपवित्र या अशुद्ध वस्तु नहीं खाई है।”
ܘܫܡܥܘܢ ܐܡܪ ܚܤ ܡܪܝ ܕܡܡܬܘܡ ܠܐ ܐܟܠܬ ܟܠ ܕܡܤܝܒ ܘܛܡܐ
15 १५ फिर दूसरी बार उसे वाणी सुनाई दी, “जो कुछ परमेश्वर ने शुद्ध ठहराया है, उसे तू अशुद्ध मत कह।”
ܘܬܘܒ ܕܬܪܬܝܢ ܙܒܢܝܢ ܩܠܐ ܗܘܐ ܠܘܬܗ ܐܝܠܝܢ ܕܐܠܗܐ ܕܟܝ ܐܢܬ ܠܐ ܬܤܝܒ
16 १६ तीन बार ऐसा ही हुआ; तब तुरन्त वह चादर आकाश पर उठा लिया गया।
ܗܕܐ ܕܝܢ ܗܘܬ ܬܠܬ ܙܒܢܝܢ ܘܐܬܥܠܝ ܠܗ ܡܐܢܐ ܠܫܡܝܐ
17 १७ जब पतरस अपने मन में दुविधा में था, कि यह दर्शन जो मैंने देखा क्या है, तब वे मनुष्य जिन्हें कुरनेलियुस ने भेजा था, शमौन के घर का पता लगाकर द्वार पर आ खड़े हुए।
ܘܟܕ ܡܬܕܡܪ ܫܡܥܘܢ ܒܢܦܫܗ ܕܡܢܘ ܚܙܘܐ ܕܚܙܐ ܡܛܝܘ ܓܒܪܐ ܗܢܘܢ ܕܐܫܬܕܪܘ ܗܘܘ ܡܢ ܩܘܪܢܠܝܘܤ ܘܫܐܠܘ ܥܠ ܒܝܬܐ ܕܫܪܐ ܒܗ ܫܡܥܘܢ ܘܐܬܘ ܘܩܡܘ ܥܠ ܬܪܥܐ ܕܕܪܬܐ
18 १८ और पुकारकर पूछने लगे, “क्या शमौन जो पतरस कहलाता है, यहाँ पर अतिथि है?”
ܘܩܪܝܢ ܗܘܘ ܬܡܢ ܘܡܫܐܠܝܢ ܕܐܢ ܫܡܥܘܢ ܕܡܬܩܪܐ ܟܐܦܐ ܗܪܟܐ ܫܪܐ
19 १९ पतरस जो उस दर्शन पर सोच ही रहा था, कि आत्मा ने उससे कहा, “देख, तीन मनुष्य तुझे खोज रहे हैं।
ܘܟܕ ܫܡܥܘܢ ܪܢܐ ܗܘܐ ܒܚܙܘܐ ܐܡܪ ܠܗ ܪܘܚܐ ܗܐ ܓܒܪܐ ܬܠܬܐ ܒܥܝܢ ܠܟ
20 २० अतः उठकर नीचे जा, और निःसंकोच उनके साथ हो ले; क्योंकि मैंने ही उन्हें भेजा है।”
ܩܘܡ ܚܘܬ ܘܙܠ ܥܡܗܘܢ ܟܕ ܠܐ ܡܬܦܠܓ ܪܥܝܢܟ ܡܛܠ ܕܐܢܐ ܗܘ ܫܕܪܬ ܐܢܘܢ
21 २१ तब पतरस ने नीचे उतरकर उन मनुष्यों से कहा, “देखो, जिसको तुम खोज रहे हो, वह मैं ही हूँ; तुम्हारे आने का क्या कारण है?”
ܗܝܕܝܢ ܢܚܬ ܫܡܥܘܢ ܠܘܬ ܓܒܪܐ ܗܢܘܢ ܘܐܡܪ ܠܗܘܢ ܐܢܐ ܗܘ ܕܒܥܝܢ ܐܢܬܘܢ ܐܝܕܐ ܗܝ ܥܠܬܐ ܕܡܛܠܬܗ ܐܬܝܬܘܢ
22 २२ उन्होंने कहा, “कुरनेलियुस सूबेदार जो धर्मी और परमेश्वर से डरनेवाला और सारी यहूदी जाति में सुनाम मनुष्य है, उसने एक पवित्र स्वर्गदूत से यह निर्देश पाया है, कि तुझे अपने घर बुलाकर तुझ से उपदेश सुने।”
ܐܡܪܝܢ ܠܗ ܓܒܪܐ ܚܕ ܕܫܡܗ ܩܘܪܢܠܝܘܤ ܩܢܛܪܘܢܐ ܟܐܢܐ ܕܕܚܠ ܡܢ ܐܠܗܐ ܘܡܤܗܕ ܥܠܘܗܝ ܟܠܗ ܥܡܐ ܕܝܗܘܕܝܐ ܐܬܐܡܪ ܠܗ ܒܚܙܘܐ ܡܢ ܡܠܐܟܐ ܩܕܝܫܐ ܕܢܫܕܪ ܢܥܠܟ ܠܒܝܬܗ ܘܢܫܡܥ ܡܠܬܐ ܡܢܟ
23 २३ तब उसने उन्हें भीतर बुलाकर उनको रहने की जगह दी। और दूसरे दिन, वह उनके साथ गया; और याफा के भाइयों में से कुछ उसके साथ हो लिए।
ܘܐܥܠ ܐܢܘܢ ܫܡܥܘܢ ܘܩܒܠ ܐܢܘܢ ܟܪ ܕܫܪܐ ܗܘܐ ܘܩܡ ܠܒܬܪܗ ܕܝܘܡܐ ܘܢܦܩ ܐܙܠ ܥܡܗܘܢ ܘܐܙܠܘ ܥܡܗ ܐܢܫ ܐܢܫ ܡܢ ܐܚܐ ܕܝܘܦܐ
24 २४ दूसरे दिन वे कैसरिया में पहुँचे, और कुरनेलियुस अपने कुटुम्बियों और प्रिय मित्रों को इकट्ठे करके उनकी प्रतीक्षा कर रहा था।
ܘܠܝܘܡܐ ܐܚܪܢܐ ܥܠ ܠܩܤܪܝܐ ܩܘܪܢܠܝܘܤ ܕܝܢ ܡܩܘܐ ܗܘܐ ܠܗܘܢ ܟܕ ܡܟܢܫܝܢ ܠܗ ܟܠܗܘܢ ܒܢܝ ܛܘܗܡܗ ܘܐܦ ܪܚܡܐ ܚܒܝܒܐ ܕܐܝܬ ܗܘܘ ܠܗ
25 २५ जब पतरस भीतर आ रहा था, तो कुरनेलियुस ने उससे भेंट की, और उसके पाँवों पर गिरकर उसे प्रणाम किया।
ܘܟܕ ܥܐܠ ܫܡܥܘܢ ܐܪܥܗ ܩܘܪܢܠܝܘܤ ܘܢܦܠ ܤܓܕ ܠܪܓܠܘܗܝ
26 २६ परन्तु पतरस ने उसे उठाकर कहा, “खड़ा हो, मैं भी तो मनुष्य ही हूँ।”
ܘܫܡܥܘܢ ܐܩܝܡܗ ܘܐܡܪ ܠܗ ܩܘܡ ܠܟ ܘܐܦ ܐܢܐ ܒܪܢܫܐ ܐܢܐ
27 २७ और उसके साथ बातचीत करता हुआ भीतर गया, और बहुत से लोगों को इकट्ठे देखकर
ܘܟܕ ܡܡܠܠ ܥܡܗ ܥܠ ܘܐܫܟܚ ܤܓܝܐܐ ܕܐܬܘ ܗܘܘ ܠܬܡܢ
28 २८ उनसे कहा, “तुम जानते हो, कि अन्यजाति की संगति करना या उसके यहाँ जाना यहूदी के लिये अधर्म है, परन्तु परमेश्वर ने मुझे बताया है कि किसी मनुष्य को अपवित्र या अशुद्ध न कहूँ।
ܘܐܡܪ ܠܗܘܢ ܐܢܬܘܢ ܝܕܥܝܢ ܐܢܬܘܢ ܕܠܐ ܡܦܤ ܠܓܒܪܐ ܝܗܘܕܝܐ ܕܢܩܦ ܠܐܢܫܐ ܢܘܟܪܝܐ ܕܠܐ ܗܘܐ ܒܪ ܫܪܒܬܗ ܘܠܝ ܐܠܗܐ ܚܘܝܢܝ ܕܠܐ ܐܡܪ ܥܠ ܐܢܫ ܕܛܡܐ ܐܘ ܡܤܝܒ
29 २९ इसलिए मैं जब बुलाया गया तो बिना कुछ कहे चला आया। अब मैं पूछता हूँ कि मुझे किस काम के लिये बुलाया गया है?”
ܡܛܠ ܗܢܐ ܥܬܝܕܐܝܬ ܐܬܝܬ ܟܕ ܫܕܪܬܘܢ ܒܬܪܝ ܒܪܡ ܡܫܐܠ ܐܢܐ ܠܟܘܢ ܡܛܠ ܡܢܐ ܫܕܪܬܘܢ ܒܬܪܝ
30 ३० कुरनेलियुस ने कहा, “चार दिन पहले, इसी समय, मैं अपने घर में तीसरे पहर को प्रार्थना कर रहा था; कि एक पुरुष चमकीला वस्त्र पहने हुए, मेरे सामने आ खड़ा हुआ।
ܐܡܪ ܠܗ ܩܘܪܢܠܝܘܤ ܐܪܒܥܐ ܝܘܡܝܢ ܐܝܬ ܥܕܡܐ ܠܗܫܐ ܗܐ ܡܢ ܕܨܐܡ ܐܢܐ ܘܒܬܫܥ ܫܥܝܢ ܟܕ ܡܨܠܐ ܐܢܐ ܒܒܝܬܝ ܩܡ ܓܒܪܐ ܚܕ ܩܕܡܝ ܟܕ ܠܒܝܫ ܚܘܪܐ
31 ३१ और कहने लगा, ‘हे कुरनेलियुस, तेरी प्रार्थना सुन ली गई है और तेरे दान परमेश्वर के सामने स्मरण किए गए हैं।
ܘܐܡܪ ܠܝ ܩܘܪܢܠܝܐ ܐܫܬܡܥܬ ܨܠܘܬܟ ܘܠܙܕܩܬܟ ܕܘܟܪܢܐ ܗܘܐ ܩܕܡ ܐܠܗܐ
32 ३२ इसलिए किसी को याफा भेजकर शमौन को जो पतरस कहलाता है, बुला। वह समुद्र के किनारे शमौन जो, चमड़े का धन्धा करनेवाले के घर में अतिथि है।’
ܒܪܡ ܫܕܪ ܠܝܘܦܐ ܡܕܝܢܬܐ ܘܐܝܬܐ ܠܫܡܥܘܢ ܕܡܬܩܪܐ ܟܐܦܐ ܗܐ ܫܪܐ ܒܒܝܬܗ ܕܫܡܥܘܢ ܒܘܪܤܝܐ ܕܥܠ ܝܕ ܝܡܐ ܘܗܘ ܢܐܬܐ ܢܡܠܠ ܥܡܟ
33 ३३ तब मैंने तुरन्त तेरे पास लोग भेजे, और तूने भला किया जो आ गया। अब हम सब यहाँ परमेश्वर के सामने हैं, ताकि जो कुछ परमेश्वर ने तुझ से कहा है उसे सुनें।”
ܘܒܪ ܫܥܬܗ ܫܕܪܬ ܠܘܬܟ ܘܐܢܬ ܫܦܝܪ ܥܒܕܬ ܕܐܬܝܬ ܘܗܐ ܚܢܢ ܟܠܢ ܩܕܡܝܟ ܘܨܒܝܢܢ ܕܢܫܡܥ ܟܠ ܡܐ ܕܐܬܦܩܕ ܠܟ ܡܢ ܠܘܬ ܐܠܗܐ
34 ३४ तब पतरस ने मुँह खोलकर कहा, अब मुझे निश्चय हुआ, कि परमेश्वर किसी का पक्ष नहीं करता,
ܦܬܚ ܕܝܢ ܫܡܥܘܢ ܦܘܡܗ ܘܐܡܪ ܒܫܪܪܐ ܐܕܪܟܬ ܕܐܠܗܐ ܠܐ ܗܘܐ ܢܤܒ ܒܐܦܐ
35 ३५ वरन् हर जाति में जो उससे डरता और धार्मिक काम करता है, वह उसे भाता है।
ܐܠܐ ܒܟܠܗܘܢ ܥܡܡܐ ܐܝܢܐ ܕܕܚܠ ܡܢܗ ܘܦܠܚ ܟܐܢܘܬܐ ܡܩܒܠ ܗܘ ܠܘܬܗ
36 ३६ जो वचन उसने इस्राएलियों के पास भेजा, जबकि उसने यीशु मसीह के द्वारा जो सब का प्रभु है, शान्ति का सुसमाचार सुनाया।
ܡܠܬܐ ܓܝܪ ܕܫܕܪ ܠܒܢܝ ܐܝܤܪܝܠ ܘܤܒܪ ܐܢܘܢ ܫܠܡܐ ܘܫܝܢܐ ܒܝܕ ܝܫܘܥ ܡܫܝܚܐ ܗܢܘ ܡܪܝܐ ܕܟܠ
37 ३७ वह वचन तुम जानते हो, जो यूहन्ना के बपतिस्मा के प्रचार के बाद गलील से आरम्भ होकर सारे यहूदिया में फैल गया:
ܘܐܦ ܐܢܬܘܢ ܝܕܥܝܢ ܐܢܬܘܢ ܒܡܠܬܐ ܕܗܘܬ ܒܟܠܗ ܝܗܘܕ ܕܐܩܦܬ ܡܢ ܓܠܝܠܐ ܒܬܪ ܡܥܡܘܕܝܬܐ ܕܐܟܪܙ ܝܘܚܢܢ
38 ३८ परमेश्वर ने किस रीति से यीशु नासरी को पवित्र आत्मा और सामर्थ्य से अभिषेक किया; वह भलाई करता, और सब को जो शैतान के सताए हुए थे, अच्छा करता फिरा, क्योंकि परमेश्वर उसके साथ था।
ܥܠ ܝܫܘܥ ܕܡܢ ܢܨܪܬ ܕܐܠܗܐ ܡܫܚܗ ܒܪܘܚܐ ܕܩܘܕܫܐ ܘܒܚܝܠܐ ܘܗܘܝܘ ܕܡܬܟܪܟ ܗܘܐ ܘܡܐܤܐ ܠܗܢܘܢ ܕܐܬܢܟܝܘ ܡܢ ܒܝܫܐ ܡܛܠ ܕܐܠܗܐ ܗܘܐ ܥܡܗ
39 ३९ और हम उन सब कामों के गवाह हैं; जो उसने यहूदिया के देश और यरूशलेम में भी किए, और उन्होंने उसे काठ पर लटकाकर मार डाला।
ܘܚܢܢ ܤܗܕܘܗܝ ܥܠ ܟܠ ܡܐ ܕܥܒܕ ܒܟܠܗ ܐܪܥܐ ܕܝܗܘܕ ܘܕܐܘܪܫܠܡ ܠܗ ܠܗܢܐ ܬܠܐܘܗܝ ܝܗܘܕܝܐ ܥܠ ܩܝܤܐ ܘܩܛܠܘܗܝ
40 ४० उसको परमेश्वर ने तीसरे दिन जिलाया, और प्रगट भी कर दिया है।
ܘܠܗ ܐܩܝܡ ܐܠܗܐ ܠܬܠܬܐ ܝܘܡܝܢ ܘܝܗܒܗ ܕܢܬܚܙܐ ܥܝܢ ܒܓܠܐ
41 ४१ सब लोगों को नहीं वरन् उन गवाहों को जिन्हें परमेश्वर ने पहले से चुन लिया था, अर्थात् हमको जिन्होंने उसके मरे हुओं में से जी उठने के बाद उसके साथ खाया पीया;
ܠܐ ܕܝܢ ܠܟܠܗ ܥܡܐ ܐܠܐ ܠܢ ܐܝܠܝܢ ܕܡܢ ܐܠܗܐ ܐܬܓܒܝܢ ܕܢܗܘܐ ܠܗ ܤܗܕܐ ܕܐܟܠܢ ܥܡܗ ܘܐܫܬܝܢ ܡܢ ܒܬܪ ܩܝܡܬܗ ܕܡܢ ܒܝܬ ܡܝܬܐ
42 ४२ और उसने हमें आज्ञा दी कि लोगों में प्रचार करो और गवाही दो, कि यह वही है जिसे परमेश्वर ने जीवितों और मरे हुओं का न्यायी ठहराया है।
ܘܦܩܕܢ ܕܢܟܪܙ ܘܢܤܗܕ ܠܥܡܐ ܕܗܢܘ ܕܐܬܦܪܫ ܡܢ ܐܠܗܐ ܕܝܢܐ ܕܚܝܐ ܘܕܡܝܬܐ
43 ४३ उसकी सब भविष्यद्वक्ता गवाही देते है कि जो कोई उस पर विश्वास करेगा, उसको उसके नाम के द्वारा पापों की क्षमा मिलेगी।
ܘܥܠܘܗܝ ܐܤܗܕܘ ܟܠܗܘܢ ܢܒܝܐ ܕܟܠܡܢ ܕܡܗܝܡܢ ܒܫܡܗ ܢܩܒܠ ܫܘܒܩܢ ܚܛܗܐ
44 ४४ पतरस ये बातें कह ही रहा था कि पवित्र आत्मा वचन के सब सुननेवालों पर उतर आया।
ܘܟܕ ܗܘ ܫܡܥܘܢ ܡܡܠܠ ܗܘܐ ܗܠܝܢ ܡܠܐ ܐܓܢܬ ܪܘܚܐ ܕܩܘܕܫܐ ܥܠ ܟܠܗܘܢ ܕܫܡܥܝܢ ܗܘܘ ܡܠܬܐ
45 ४५ और जितने खतना किए हुए विश्वासी पतरस के साथ आए थे, वे सब चकित हुए कि अन्यजातियों पर भी पवित्र आत्मा का दान उण्डेला गया है।
ܘܬܡܗܘ ܘܬܗܪܘ ܐܚܐ ܓܙܝܪܐ ܗܢܘܢ ܕܐܬܘ ܥܡܗ ܕܐܦ ܥܠ ܥܡܡܐ ܡܘܗܒܬܐ ܕܪܘܚܐ ܕܩܘܕܫܐ ܐܫܬܦܥܬ
46 ४६ क्योंकि उन्होंने उन्हें भाँति-भाँति की भाषा बोलते और परमेश्वर की बड़ाई करते सुना। इस पर पतरस ने कहा,
ܫܡܥܝܢ ܗܘܘ ܠܗܘܢ ܓܝܪ ܟܕ ܡܡܠܠܝܢ ܒܠܫܢ ܠܫܢ ܘܡܘܪܒܝܢ ܗܘܘ ܠܐܠܗܐ ܘܐܡܪ ܗܘܐ ܫܡܥܘܢ
47 ४७ “क्या अब कोई इन्हें जल से रोक सकता है कि ये बपतिस्मा न पाएँ, जिन्होंने हमारे समान पवित्र आत्मा पाया है?”
ܕܠܡܐ ܡܝܐ ܡܫܟܚ ܐܢܫ ܟܠܐ ܕܠܐ ܢܥܡܕܘܢ ܗܢܘܢ ܕܗܐ ܩܒܠܘ ܪܘܚܐ ܕܩܘܕܫܐ ܐܝܟ ܡܐ ܕܚܢܢ
48 ४८ और उसने आज्ञा दी कि उन्हें यीशु मसीह के नाम में बपतिस्मा दिया जाए। तब उन्होंने उससे विनती की, कि कुछ दिन और हमारे साथ रह।
ܗܝܕܝܢ ܦܩܕ ܠܗܘܢ ܕܢܥܡܕܘܢ ܒܫܡܗ ܕܡܪܢ ܝܫܘܥ ܡܫܝܚܐ ܘܒܥܘ ܡܢܗ ܐܝܟ ܕܢܩܘܐ ܠܘܬܗܘܢ ܝܘܡܬܐ

< प्रेरितों के काम 10 >