< 1 इतिहास 8 >

1 बिन्यामीन से उसका जेठा बेला, दूसरा अश्बेल, तीसरा अहृह,
और बिनयमीन से उसका पहलौठा बाला' पैदा हुआ, दूसरा और अशबेल, तीसरा अख़िरख़,
2 चौथा नोहा और पाँचवाँ रापा उत्पन्न हुआ।
चौथा नूहा और पाँचवाँ रफ़ा।
3 बेला के पुत्र अद्दार, गेरा, अबीहूद,
औरे बाला' के बेटे अदार और जीरा और अबिहूद,
4 अबीशू, नामान, अहोह,
और अबिसू' और ना'मान और अख़ूह,
5 गेरा, शपूपान और हूराम थे।
और जीरा और सफ़ूफ़ान और हूराम थे।
6 एहूद के पुत्र ये हुए (गेबा के निवासियों के पितरों के घरानों में मुख्य पुरुष ये थे, जिन्हें बन्दी बनाकर मानहत को ले जाया गया था)।
और अहूद के बेटे यह हैं यह जिबा' के बाशिंदों के बीच आबाई ख़ानदानों के सरदार थे, और इन्हीं को ग़ुलाम करके मुनाहत को ले गए थे।:
7 और नामान, अहिय्याह और गेरा (इन्हें भी बन्धुआ करके मानहत को ले गए थे), और उसने उज्जा और अहीहूद को जन्म दिया।
या'नी नामान और अखि़याह और और जीरा, यह इनको ग़ुलाम करके ले गया था, और उससे 'उज़्ज़ा और अख़ीहूद पैदा हुए।
8 और शहरैम से हूशीम और बारा नामक अपनी स्त्रियों को छोड़ देने के बाद, मोआब देश में लड़के उत्पन्न हुए।
और सहरीम से, मोआब के मुल्क में अपनी दोनों बीवियों हुसीम और बा'राह को छोड़ देने के बाद लड़के पैदा हुए,
9 उसकी अपनी स्त्री होदेश से योबाब, सिब्या, मेशा, मल्काम, यूस, सोक्या,
और उसकी बीवी हूदस के बत्न से यूबाब और ज़िबिया और मैसा और मलकाम,
10 १० और मिर्मा उत्पन्न हुए। उसके ये पुत्र अपने-अपने पितरों के घरानों में मुख्य पुरुष थे।
और य'ऊज़ और सिक्याह और मिरमा पैदा हुए। यह उसके बेटे थे जो आबाई ख़ानदानों के सरदार थे।
11 ११ और हूशीम से अबीतूब और एल्पाल का जन्म हुआ।
और हुसीम से अबीतूब और इलफ़ा'ल पैदा हुए।
12 १२ एल्पाल के पुत्र एबेर, मिशाम और शामेद, इसी ने ओनो और गाँवों समेत लोद को बसाया।
और बनी इलफ़ा'ल: इब्र और मिश'आम और सामिर थे। इसी ने ओनू और लुद और उसके देहात को आबाद किया।
13 १३ फिर बरीआ और शेमा जो अय्यालोन के निवासियों के पितरों के घरानों में मुख्य पुरुष थे, और जिन्होंने गत के निवासियों को भगा दिया,
और बरि'आ और समा' भी जो अय्यालोन के बाशिंदों के दरमियान आबाई ख़ानदानों के सरदार थे और जिन्होंने जात के बाशिंदों को भगा दिया।
14 १४ और अह्यो, शाशक, यरेमोत,
और अख़ियो, शाशक़ और यरीमोत,
15 १५ जबद्याह, अराद, एदेर,
और ज़बदियाह और 'अराद और 'अदर,
16 १६ मीकाएल, यिस्पा, योहा, जो बरीआ के पुत्र थे,
और मीकाएल और इस्फ़ाह और यूख़ा, जो बनी बरि'आ हैं।
17 १७ जबद्याह, मशुल्लाम, हिजकी, हेबेर,
और ज़बदयाह और मुसल्लाम और हिज़क़ी और हिबर,
18 १८ यिशमरै, यिजलीआ, योबाब जो एल्पाल के पुत्र थे।
और यसमरी और यज़लियाह और यूबाब जो बनी इलफ़ा'ल हैं।
19 १९ और याकीम, जिक्री, जब्दी,
और यक़ीम और ज़िकरी और ज़ब्दी,
20 २० एलीएनै, सिल्लतै, एलीएल,
और इलिऐनी और ज़लती और इलीएल,
21 २१ अदायाह, बरायाह और शिम्रात जो शिमी के पुत्र थे।
और 'अदायाह और बरायाह और सिमरात, जो बनी सम'ई हैं।
22 २२ यिशपान, एबेर, एलीएल,
और इसफ़ान और इब्र और इलीएल,
23 २३ अब्दोन, जिक्री, हानान,
और 'अबदोन और ज़िकरी और हनान,
24 २४ हनन्याह, एलाम, अन्तोतिय्याह,
औरे हनानियाह और ऐलाम और अंतूतियाह,
25 २५ यिपदयाह और पनूएल जो शाशक के पुत्र थे।
और यफ़दियाह और फ़नूएल, जो बनी शाशक़ हैं।
26 २६ और शमशरै, शहर्याह, अतल्याह,
और समसरी और शहारियाह और 'अतालियाह,
27 २७ योरेश्याह, एलिय्याह और जिक्री जो यरोहाम के पुत्र थे।
और या'रसियाह और एलियाह और ज़िकरी जो बनी यरोहाम हैं।
28 २८ ये अपनी-अपनी पीढ़ी में अपने-अपने पितरों के घरानों में मुख्य पुरुष और प्रधान थे, ये यरूशलेम में रहते थे।
यह अपनी नसलों में आबाई ख़ानदानों के सरदार और रईस थे और येरूशलेम में रहते थे।
29 २९ गिबोन में गिबोन का पिता रहता था, जिसकी पत्नी का नाम माका था।
और जिबा'ऊन में जिबा'ऊन का बाप रहता था, जिसकी बीवी का नाम मा'का था।
30 ३० और उसका जेठा पुत्र अब्दोन था, फिर सूर, कीश, बाल, नादाब,
और उसका पहलौठा बेटा 'अबदोन, और सूर और क़ीस, और बा'ल और नदब,
31 ३१ गदोर; अह्यो और जेकेर हुए।
और जदूर और अख़ियो और ज़कर,
32 ३२ मिक्लोत से शिमआह उत्पन्न हुआ। और ये भी अपने भाइयों के सामने यरूशलेम में रहते थे, अपने भाइयों ही के साथ।
और मिक़लोत से सिमाह पैदा हुआ, और वह भी अपने भाइयों के साथ येरूशलेम में अपने भाइयों के सामने रहते थे।
33 ३३ नेर से कीश उत्पन्न हुआ, कीश से शाऊल, और शाऊल से योनातान, मल्कीशूअ, अबीनादाब, और एशबाल उत्पन्न हुआ;
और नयिर से क़ीस पैदा हुआ, क़ीस से साऊल पैदा हुआ, और साऊल से यहूनतन और मलकीशू और अबीनदाब और इशबा'ल पैदा हुए;
34 ३४ और योनातान का पुत्र मरीब्बाल हुआ, और मरीब्बाल से मीका उत्पन्न हुआ।
और यहूनतन का बेटा मरीबबा'ल था, मरीबबा'ल से मीकाह पैदा हुआ।
35 ३५ मीका के पुत्र: पीतोन, मेलेक, तारे और आहाज।
और बनी मीकाह: फ़ीतूँ और मलिक और तारी' और आख़ज़ थे।
36 ३६ आहाज से यहोअद्दा उत्पन्न हुआ, और यहोअद्दा से आलेमेत, अज्मावेत और जिम्री; और जिम्री से मोसा।
और आख़ज़ से यहू'अदा पैदा हुआ, और यहू'अदा से 'अलमत और 'अज़मावत और ज़िमरी पैदा हुए; और ज़िमरी से मौज़ा पैदा हुआ।
37 ३७ मिस्पे से बिना उत्पन्न हुआ, और इसका पुत्र रापा हुआ, रापा का एलासा और एलासा का पुत्र आसेल हुआ।
और मौज़ा से बिन'आ पैदा हुआ; बिन'आ का बेटा राफ़ा', राफ़ा' का बेटा इलि, आसा, और इलि, आसा का बेटा असील,
38 ३८ और आसेल के छः पुत्र हुए जिनके ये नाम थे, अर्थात् अज्रीकाम, बोकरू, इश्माएल, शरायाह, ओबद्याह, और हानान। ये सब आसेल के पुत्र थे।
और असील के छ: बेटे थे जिनके नाम यह हैं: 'अज़रिक़ाम, बोकिरू, और इस्मा'ईल और सग़रियाह और 'अबदियाह और हनान; यह सब असील के बेटे थे।
39 ३९ उसके भाई एशेक के ये पुत्र हुए, अर्थात् उसका जेठा ऊलाम, दूसरा यूश, तीसरा एलीपेलेत।
और उसके भाई 'ईशक़ के बेटे यह हैं: उसका पहलौठा औलाम दूसरा य'ओस, तीसरा इलिफ़ालत।
40 ४० ऊलाम के पुत्र शूरवीर और धनुर्धारी हुए, और उनके बहुत बेटे-पोते अर्थात् डेढ़ सौ हुए। ये ही सब बिन्यामीन के वंश के थे।
और औलाम के बेटे ताक़तवर सूर्मा और तीरंदाज़ थे, और उसके बहुत से बेटे और पोते थे जो डेढ़ सौ थे। यह सब बनी बिन यमीन में से थे।

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