< 1 इतिहास 6 >
1 १ लेवी के पुत्र गेर्शोन, कहात और मरारी।
लेवी के पुत्र: गेरशोन, कोहाथ और मेरारी.
2 २ और कहात के पुत्र, अम्राम, यिसहार, हेब्रोन और उज्जीएल।
कोहाथ के पुत्र: अमराम, इज़हार, हेब्रोन और उज्ज़िएल.
3 ३ और अम्राम की सन्तान हारून, मूसा और मिर्याम, और हारून के पुत्र, नादाब, अबीहू, एलीआजर और ईतामार।
अमराम की संतान: अहरोन, मोशेह और मिरियम. अहरोन के पुत्र: नादाब, अबीहू, एलिएज़र और इथामार.
4 ४ एलीआजर से पीनहास, पीनहास से अबीशू,
एलिएज़र पिता था फिनिहास का, फिनिहास अबीशुआ का,
5 ५ अबीशू से बुक्की, बुक्की से उज्जी,
अबीशुआ बुक्की का, बुक्की उज्जी का,
6 ६ उज्जी से जरहयाह, जरहयाह से मरायोत,
उज्जी ज़ेराइयाह का, ज़ेराइयाह मेराइओथ का,
7 ७ मरायोत से अमर्याह, अमर्याह से अहीतूब,
मेराइओथ अमरियाह का, अमरियाह अहीतूब का,
8 ८ अहीतूब से सादोक, सादोक से अहीमास,
अहीतूब सादोक का सादोक अहीमाज़ का,
9 ९ अहीमास से अजर्याह, अजर्याह से योहानान,
अहीमाज़ अज़रियाह का, अज़रियाह योहानन का,
10 १० और योहानान से अजर्याह उत्पन्न हुआ (जो सुलैमान के यरूशलेम में बनाए हुए भवन में याजक का काम करता था)।
योहानन अज़रियाह का पिता था. यह वही अज़रियाह था, जिसने येरूशलेम में शलोमोन द्वारा बनाए गए भवन में पौरोहितिक सेवा की थी.
11 ११ अजर्याह से अमर्याह, अमर्याह से अहीतूब,
अज़रियाह अमरियाह का, अमरियाह अहीतूब का,
12 १२ अहीतूब से सादोक, सादोक से शल्लूम,
अहीतूब सादोक का, सादोक शल्लूम का,
13 १३ शल्लूम से हिल्किय्याह, हिल्किय्याह से अजर्याह,
शल्लूम हिलकियाह का, हिलकियाह अज़रियाह का,
14 १४ अजर्याह से सरायाह, और सरायाह से यहोसादाक उत्पन्न हुआ।
अज़रियाह सेराइयाह का, सेराइयाह यहोत्सादाक का,
15 १५ और जब यहोवा, यहूदा और यरूशलेम को नबूकदनेस्सर के द्वारा बन्दी बना करके ले गया, तब यहोसादाक भी बन्धुआ होकर गया।
जब याहवेह ने नबूकदनेज्ज़र द्वारा यहूदिया और येरूशलेम को बंधुआई में भेजा, तब यहोत्सादाक भी बंधुआई में ले जाया गया:
16 १६ लेवी के पुत्र गेर्शोम, कहात और मरारी।
लेवी के पुत्र: गेरशोम, कोहाथ और मेरारी.
17 १७ और गेर्शोम के पुत्रों के नाम ये थे, अर्थात् लिब्नी और शिमी।
गेरशोम के पुत्रों के ये नाम है: लिबनी और शिमेई.
18 १८ और कहात के पुत्र अम्राम, यिसहार, हेब्रोन और उज्जीएल।
कोहाथ के पुत्र: अमराम, इज़हार, हेब्रोन और उज्ज़िएल.
19 १९ और मरारी के पुत्र महली और मूशी। अपने-अपने पितरों के घरानों के अनुसार लेवियों के कुल ये हुए।
मेरारी के पुत्र: माहली और मूशी. पिताओं के आधार पर लेवी वंशजों के कुल इस प्रकार है:
20 २० अर्थात्, गेर्शोम का पुत्र लिब्नी हुआ, लिब्नी का यहत, यहत का जिम्मा।
गेरशोम के कुल: उसका पुत्र लिबनी, उसका पुत्र याहाथ, उसका पुत्र ज़िम्माह,
21 २१ जिम्मा का योआह, योआह का इद्दो, इद्दो का जेरह, और जेरह का पुत्र यातरै हुआ।
उसका पुत्र योआह, उसका पुत्र इद्दो, उसका पुत्र ज़ेराह, उसका पुत्र येआथेराई.
22 २२ फिर कहात का पुत्र अम्मीनादाब हुआ, अम्मीनादाब का कोरह, कोरह का अस्सीर,
कोहाथ के पुत्र: उसका पुत्र अम्मीनादाब, उसका पुत्र कोराह, उसका पुत्र अस्सिर,
23 २३ अस्सीर का एल्काना, एल्काना का एब्यासाप, एब्यासाप का अस्सीर,
उसका पुत्र एलकाना, उसका पुत्र एबीआसफ़, उसका पुत्र अस्सिर,
24 २४ अस्सीर का तहत, तहत का ऊरीएल, ऊरीएल का उज्जियाह और उज्जियाह का पुत्र शाऊल हुआ।
उसका पुत्र ताहाथ, उसका पुत्र उरीएल, उज्जियाह उसका पुत्र, शाऊल उसका पुत्र.
25 २५ फिर एल्काना के पुत्र अमासै और अहीमोत।
एलकाना के पुत्र ये थे: आमासाई, अहीमोथ,
26 २६ एल्काना का पुत्र सोपै, सोपै का नहत,
उसका पुत्र एकानाह, एलकाना के पुत्र थे ज़ोफ़ाई, उसका पुत्र नाहाथ,
27 २७ नहत का एलीआब, एलीआब का यरोहाम, और यरोहाम का पुत्र एल्काना हुआ।
उसका पुत्र एलियाब, उसका पुत्र येरोहाम, उसका पुत्र एलकाना,
28 २८ शमूएल के पुत्र: उसका जेठा योएल और दूसरा अबिय्याह हुआ।
शमुएल के पुत्र: उनका पहलौठा पुत्र योएल, दूसरा अबीयाह.
29 २९ फिर मरारी का पुत्र महली, महली का लिब्नी, लिब्नी का शिमी, शिमी का उज्जा।
मेरारी के पुत्र: माहली, उसका पुत्र लिबनी, उसका पुत्र शिमेई, उसका पुत्र उज्जाह,
30 ३० उज्जा का शिमा; शिमा का हग्गिय्याह और हग्गिय्याह का पुत्र असायाह हुआ।
उसका पुत्र शिमिया, उसका पुत्र हाग्गियाह और उसका पुत्र असाइयाह.
31 ३१ फिर जिनको दाऊद ने सन्दूक के भवन में रखे जाने के बाद, यहोवा के भवन में गाने का अधिकारी ठहरा दिया वे ये हैं।
निम्न लिखित पुरुष वे हैं, जिन्हें दावीद ने याहवेह के भवन में संदूक की स्थापना के बाद आराधना में गाने की जवाबदारी सौंप रखी थी.
32 ३२ जब तक सुलैमान यरूशलेम में यहोवा के भवन को बनवा न चुका, तब तक वे मिलापवाले तम्बू के निवास के सामने गाने के द्वारा सेवा करते थे; और इस सेवा में नियम के अनुसार उपस्थित हुआ करते थे।
ये येरूशलेम में शलोमोन द्वारा याहवेह का भवन बनाए जाने तक, मिलनवाले तंबू के सामने आराधना-संगीत के द्वारा सेवा करते थे. वे अपने पद के अनुसार ही यह सेवा किया करते थे.
33 ३३ जो अपने-अपने पुत्रों समेत उपस्थित हुआ करते थे वे ये हैं, अर्थात् कहातियों में से हेमान गवैया जो योएल का पुत्र था, और योएल शमूएल का,
सेवा के लिए चुने गए उन व्यक्तियों और उनके पुत्रों के नाम इस प्रकार है: कोहाथ के पुत्रों में से: गायक, हेमान, जो योएल का पुत्र, शमुएल का पुत्र था,
34 ३४ शमूएल एल्काना का, एल्काना यरोहाम का, यरोहाम एलीएल का, एलीएल तोह का,
जो एलकाना का, जो येरोहाम का, जो एलिएल का, जो तौआह का,
35 ३५ तोह सूफ का, सूफ एल्काना का, एल्काना महत का, महत अमासै का,
जो सूफ़ का, जो एलकाना का, जो माहाथ का, जो आमासाई का,
36 ३६ अमासै एल्काना का, एल्काना योएल का, योएल अजर्याह का, अजर्याह सपन्याह का,
जो एलकाना का, जो योएल का, जो अज़रियाह का, जो ज़ेफनियाह का,
37 ३७ सपन्याह तहत का, तहत अस्सीर का, अस्सीर एब्यासाप का, एब्यासाप कोरह का,
जो ताहाथ का, जो अस्सिर का, एबीआसफ़ का, जो कोराह का,
38 ३८ कोरह यिसहार का, यिसहार कहात का, कहात लेवी का और लेवी इस्राएल का पुत्र था।
जो इज़हार का, जो कोहाथ का, जो लेवी का, जो इस्राएल का पुत्र था.
39 ३९ और उसका भाई आसाप जो उसके दाहिने खड़ा हुआ करता था वह बेरेक्याह का पुत्र था, और बेरेक्याह शिमा का,
हेमान का सहकर्मी आसफ उसके दाएं पक्ष में खड़ा रहता था, जो वस्तुतः बेरेखियाह का पुत्र, शिमिया का पुत्र था.
40 ४० शिमा मीकाएल का, मीकाएल बासेयाह का, बासेयाह मल्किय्याह का,
जो मिखाएल का पुत्र था, जो बासेइयाह का, जो मालखियाह का,
41 ४१ मल्किय्याह एत्नी का, एत्नी जेरह का, जेरह अदायाह का,
जो एथनी का, जो ज़ेराह का, जो अदाइयाह का,
42 ४२ अदायाह एतान का, एतान जिम्मा का, जिम्मा शिमी का,
जो एथन का, जो ज़िम्माह का, जो शिमेई का,
43 ४३ शिमी यहत का, यहत गेर्शोम का, गेर्शोम लेवी का पुत्र था।
जो याहाथ का, जो गेरशोम का, जो लेवी का पुत्र था.
44 ४४ और बाईं ओर उनके भाई मरारी खड़े होते थे, अर्थात् एतान जो कीशी का पुत्र था, और कीशी अब्दी का, अब्दी मल्लूक का,
उनके बाएं पक्ष में उनके संबंधी, मेरारी-वंशज खड़े हुआ करते थे: कीशी का पुत्र एथन, जो अबदी का, जो मल्लूख का,
45 ४५ मल्लूक हशब्याह का, हशब्याह अमस्याह का, अमस्याह हिल्किय्याह का,
जो हशाबियाह का, जो अमाज़्याह का, जो हिलकियाह का,
46 ४६ हिल्किय्याह अमसी का, अमसी बानी का, बानी शेमेर का,
जो आमज़ी का, जो बानी का, जो शेमर का,
47 ४७ शेमेर महली का, महली मूशी का, मूशी मरारी का, और मरारी लेवी का पुत्र था;
जो माहली का, जो मूशी का, जो मेरारी का, जो लेवी का पुत्र था.
48 ४८ और इनके भाई जो लेवीय थे वे परमेश्वर के भवन के निवास की सब प्रकार की सेवा के लिये अर्पण किए हुए थे।
लेवी, उनके संबंधी, मिलनवाले तंबू और परमेश्वर के भवन संबंधी सेवा के लिए चुने गए थे.
49 ४९ परन्तु हारून और उसके पुत्र होमबलि की वेदी, और धूप की वेदी दोनों पर बलिदान चढ़ाते, और परमपवित्र स्थान का सब काम करते, और इस्राएलियों के लिये प्रायश्चित करते थे, जैसे कि परमेश्वर के दास मूसा ने आज्ञाएँ दी थीं।
मगर अहरोन और उसके पुत्र वेदी पर होमबलि चढ़ाते और धूप वेदी पर धूप जलाते, परम पवित्र स्थान संबंधित कार्य और परमेश्वर के सेवक मोशेह के आदेश अनुसार इस्राएल के लिए प्रायश्चित किया करते थे.
50 ५० और हारून के वंश में ये हुए: अर्थात् उसका पुत्र एलीआजर हुआ, और एलीआजर का पीनहास, पीनहास का अबीशू,
ये अहरोन के वंशज थे: उसका पुत्र एलिएज़र, उसका पुत्र फिनिहास, उसका पुत्र अबीशुआ,
51 ५१ अबीशू का बुक्की, बुक्की का उज्जी, उज्जी का जरहयाह,
उसका पुत्र बुक्की, उसका पुत्र उज्जी, ज़ेराइयाह.
52 ५२ जरहयाह का मरायोत, मरायोत का अमर्याह, अमर्याह का अहीतूब,
उसका पुत्र मेराइओथ, उसका पुत्र अमरियाह, उसका पुत्र अहीतूब,
53 ५३ अहीतूब का सादोक और सादोक का अहीमास पुत्र हुआ।
उसका पुत्र सादोक और उसका पुत्र अहीमाज़ था.
54 ५४ उनके भागों में उनकी छावनियों के अनुसार उनकी बस्तियाँ ये हैं अर्थात् कहात के कुलों में से पहली चिट्ठी जो हारून की सन्तान के नाम पर निकली;
उनकी सीमाओं ही के भीतर, उनके शिविरों के आधार पर उनके उपनिवेश इस प्रकार थे मतपत्रों के आधार पर सर्वप्रथम स्थान अहरोन के पुत्रों के परिवार को प्राप्त हुआ था. (अहरोन-वंशजों को जो कोहाथि कुल के थे, क्योंकि चिट्ठी डालकर वे ही इसके लिए पहले स्थान के लिए चुने गए थे):
55 ५५ अर्थात् चारों ओर की चराइयों समेत यहूदा देश का हेब्रोन उन्हें मिला।
इन्होंने उन्हें यहूदिया में हेब्रोन क्षेत्र दे दिया साथ ही इसके आस-पास के चरागाह भी.
56 ५६ परन्तु उस नगर के खेत और गाँव यपुन्ने के पुत्र कालेब को दिए गए।
(किंतु नगर के बीच के खेत और इसके गांव उन्होंने येफुन्नेह के पुत्र कालेब को दे दिए.)
57 ५७ और हारून की सन्तान को शरणनगर हेब्रोन, और चराइयों समेत लिब्ना, और यत्तीर और अपनी-अपनी चराइयों समेत एश्तमो;
अहरोन के पुत्रों को उन्होंने शरण शहर दे दिए: हेब्रोन, लिबनाह और इसकी सभी चरागाह,
58 ५८ अपनी-अपनी चराइयों समेत हीलेन और दबीर;
हिलेन और देबीर,
आशान, युताह और बेथ-शेमेश और उनकी चरागाह,
60 ६० और बिन्यामीन के गोत्र में से अपनी-अपनी चराइयों समेत गेबा, आलेमेत और अनातोत दिए गए। उनके घरानों के सब नगर तेरह थे।
तब बिन्यामिन गोत्र की सीमा से गिबियोन, इसके चरागाहों से इसके चरागाहों समेत गेबा, अलेमेथ, अनाथोथ इसके सभी उनके ये सभी नगर उनके गोत्रों के अधिकार में हमेशा ही बने रहे. ये कुल तेरह नगर थे.
61 ६१ और शेष कहातियों के गोत्र के कुल, अर्थात् मनश्शे के आधे गोत्र में से चिट्ठी डालकर दस नगर दिए गए।
तब कोहाथ की शेष संतान को ये चिट्ठी डालकर बांट दिए गए. परिवार के गोत्र से, अर्धकुल से, मनश्शेह के आधे गोत्र से, दस नगर.
62 ६२ और गेर्शोमियों के कुलों के अनुसार उन्हें इस्साकार, आशेर और नप्ताली के गोत्र, और बाशान में रहनेवाले मनश्शे के गोत्र में से तेरह नगर मिले।
गेरशोम के पुत्रों को उनके परिवार के अनुसार इस्साखार के गोत्र में से, आशेर के गोत्र में से, नफताली के गोत्र में से और बाशान में मनश्शेह के गोत्र में से तेरह नगर प्रदान किए गए.
63 ६३ मरारियों के कुलों के अनुसार उन्हें रूबेन, गाद और जबूलून के गोत्रों में से चिट्ठी डालकर बारह नगर दिए गए।
मेरारी वंशजों को उनके कुलों के अनुसार रियूबेन के, गाद के और ज़ेबुलून के कुलों से बारह नगर बांटे गए.
64 ६४ इस्राएलियों ने लेवियों को ये नगर चराइयों समेत दिए।
इस प्रकार इस्राएल वंशजों को वे नगर दे दिए, जिनमें चरागाह भी थे.
65 ६५ उन्होंने यहूदियों, शिमोनियों और बिन्यामीनियों के गोत्रों में से वे नगर दिए, जिनके नाम ऊपर दिए गए हैं।
यहूदाह गोत्र के कुलों से उन्होंने चिट्ठियों द्वारा शिमओन वंश के कुलों और बिन्यामिन वंश के कुलों को ये नगर, जिनका उल्लेख किया जा चुका है, दे दिए.
66 ६६ और कहातियों के कई कुलों को उनके भाग के नगर एप्रैम के गोत्र में से मिले।
कोहाथ वंश के कुछ परिवारों के पास एफ्राईम गोत्र की सीमा में के कुछ नगर थे.
67 ६७ सो उनको अपनी-अपनी चराइयों समेत एप्रैम के पहाड़ी देश का शेकेम जो शरणनगर था, फिर गेजेर,
उन्होंने इन्हें ये शरण शहर दे दिए: एफ्राईम के पर्वतीय क्षेत्र का शेकेम और इसके चरागाहों के साथ गेज़ेर,
69 ६९ अय्यालोन और गत्रिम्मोन;
चरागाहों के साथ अय्जालोन, चरागाहों के साथ गथ-रिम्मोन.
70 ७० और मनश्शे के आधे गोत्र में से अपनी-अपनी चराइयों समेत आनेर और बिलाम शेष कहातियों के कुल को मिले।
तब मनश्शेह के आधे गोत्र में से चरागाहों के साथ ऐनर और चरागाहों के साथ बिलआम.
71 ७१ फिर गेर्शोमियों को मनश्शे के आधे गोत्र के कुल में से तो अपनी-अपनी चराइयों समेत बाशान का गोलन और अश्तारोत;
मनश्शेह के अर्ध-गोत्र में से गेरशोन-वंशजों को चरागाहों के साथ बाशान क्षेत्र में गोलान और चरागाहों के साथ अश्तारोथ;
72 ७२ और इस्साकार के गोत्र में से अपनी-अपनी चराइयों समेत केदेश, दाबरात,
इस्साखार के गोत्र में से चरागाहों के साथ के देश, चरागाहों के साथ दाबरथ,
चरागाहों के साथ रामोथ, चरागाहों के साथ आनेम;
74 ७४ और आशेर के गोत्र में से अपनी-अपनी चराइयों समेत माशाल, अब्दोन,
आशेर के गोत्र से चरागाहों के साथ माशाल, चरागाहों के साथ अबदोन,
चरागाहों के साथ हूक्कोक और चरागाहों के साथ रेहोब;
76 ७६ और नप्ताली के गोत्र में से अपनी-अपनी चराइयों समेत गलील का केदेश हम्मोन और किर्यातैम मिले।
नफताली के गोत्र में से चरागाहों के साथ गलील में केदेश, चरागाहों के साथ हम्मोन और चरागाहों के साथ किरयथियों.
77 ७७ फिर शेष लेवियों अर्थात् मरारियों को जबूलून के गोत्र में से तो अपनी-अपनी चराइयों समेत रिम्मोन और ताबोर।
मेरारी-वंशज शेष लेवियों को: ज़ेबुलून के गोत्र में से चरागाहों के साथ रिम्मोन, चरागाहों के साथ ताबोर;
78 ७८ और यरीहो के पास की यरदन नदी के पूर्व ओर रूबेन के गोत्र में से तो अपनी-अपनी चराइयों समेत जंगल का बेसेर, यहस,
और यरदन पार येरीख़ो में यरदन के पूर्वी तट पर रियूबेन के गोत्र में से चरागाहों के साथ बेज़र, जो बंजर भूमि में था, चरागाहों कि साथ यहत्स,
चरागाहों के साथ केदेमोथ और चरागाहों के साथ मेफाअथ;
80 ८० और गाद के गोत्र में से अपनी-अपनी चराइयों समेत गिलाद का रामोत महनैम,
गाद के गोत्र में से चरागाहों के साथ गिलआद में रामोथ, चरागाहों के साथ माहानाईम,
81 ८१ हेशबोन और याजेर दिए गए।
चरागाहों के साथ हेशबोन और याज़र.