< रोमियों 2 >

1 उपरोक्त के प्रकाश में तुममें से प्रत्येक आरोपी के पास अपने बचाव के लिए कोई भी तर्क बाकी नहीं रह जाता क्योंकि जिस विषय को लेकर तुम उस अन्य को दोषी घोषित कर रहे हो, उस विषय में तुम स्वयं पर दंड की आज्ञा प्रसारित कर रहे हो क्योंकि जिस विषय के लिए तुम उसे दोषी घोषित कर रहे हो, तुम स्वयं वही करते हो.
ଏ ହାଗା ଚାଏ ମିଶି, ଆମ୍‌ ଚିନାଃ ଏଟାଃକଆଃ ବିଚାର୍‌ତାନାମେ? ଆମ୍‌ ଜେତାଏ ହଡ଼ ତାନ୍‌ମେରେୟ, ନେଆଁଁ ରିକା ନାଗେନ୍ତେ ଆମ୍‌ ନାଙ୍ଗ୍‌ କା ବୁଗିନାଃ । ଏଟାଃକକେ ଚିଟାକେଦ୍‌ତେ ଆମ୍‌ଗି ଏନ୍‌ କାମିମ୍‌ କାମିତାନ୍‌ରେଦ, ଆମ୍‌ ଆମ୍‌ଗି ସାଜାଇୟେନ୍‌ ତାନାମେ ।
2 हमें यह मालूम है कि परमेश्वर अवश्य ही उन्हें दंड देंगे, जो इन बुरे कामों का पालन करते हैं
ଆବୁ ସାରିତାନାବୁ, ପାର୍‌ମେଶ୍ୱାର୍‌ ନେ'ଲେକା କାମିତାନ୍‌ ହଡ଼କକେ ସାର୍‌ତିଗି ବିଚାର୍‌କଆ ।
3 और जबकि तुम स्वयं इनका पालन करते हो, उन पर उंगली उठा रहे हो, जो इनका पालन करते हैं! क्या तुम यह सोचते हो कि तुम परमेश्वर के दंड से बच जाओगे?
ହେ ହାଗା ମିଶିକ, ଅକ ଏତ୍‌କାନ୍‌ କାମି ନାଗେନ୍ତେ ଆପେ ଏଟାଃକକେପେ ଚିଟାକ ତାନା, ଏନା ଆପେଗିପେ କାମିତାନ୍‌ରେଦ, ଚିୟାଃ ଆପେ ପାର୍‌ମେଶ୍ୱାର୍‌ଆଃ ବିଚାର୍‌ହେତେ ବାଚାଅଃୱାଲେ ମେନ୍ତେପେ ଉଡ଼ୁଃତାନା?
4 या इस सच्चाई को पहचाने बिना कि परमेश्वर की कृपा ही तुम्हें पश्चाताप करना सिखाती है, तुमने परमेश्वर के अनुग्रह, धीरज और सहनशीलता रूपी धन को तुच्छ समझा है?
ହବାସାକାଅଆଃ, ଆପେ ପାର୍‌ମେଶ୍ୱାର୍‌ଆଃ ମାରାଙ୍ଗ୍‌ ଦାୟା, ଧିରାଜ୍‌ ଆଡଃ ସାହାତିଙ୍ଗ୍‌ ଜୀୱାନ୍‌କେପେ ହିଲାଙ୍ଗ୍‌ତାନା । ଆପେ ସାର୍‌ତିଗିପେ ସାରିତାନା ଯେ, ଆପେୟାଃ ମନ୍‌ରେ ହେୟାତିଙ୍ଗ୍‌ ଆଉୱେ ନାଗେନ୍ତେ ପାର୍‌ମେଶ୍ୱାର୍‌ ଦାୟାକାଦ୍‌ପେୟାଏ ।
5 तुम अपने हठीले मनवाले तथा पश्चाताप विरोधी हृदय के कारण अपने ही लिए उस क्रोध के दिन पर परमेश्वर के सच्चे न्याय के प्रकाशन के अवसर के लिए क्रोध जमा कर रहे हो.
ମେନ୍‌ଦ ଆପେ କେଟେଦ୍‌ମନ୍‌କ ଆଡଃ କା ବାଦ୍‌ଲାଅଃ ମନ୍‌ସୁରୁଦ୍‌କ ତାନ୍‌ପେ । ଏନାତେ ଟୁଣ୍ଡୁ ହୁଲାଙ୍ଗ୍‌ରେୟାଃ ନ୍ୟାୟ ବିଚାର୍‌ ଇମ୍‌ତା ଆପେ ପାର୍‌ମେଶ୍ୱାର୍‌ଆଃ ଖିସ୍‌ଆକାନ୍‌ ହବାକେଦ୍‌ତେ ପୁରାଃଗି ସାଜାଇପେ ନାମେୟାଁ ।
6 परमेश्वर ही प्रत्येक को उसके कामों के अनुसार प्रतिफल देंगे:
ଚିୟାଃଚି ପାର୍‌ମେଶ୍ୱାର୍‌ ସବେନ୍‌କକେ ଆକଆଃ କାମିଲେକାତେ ନାଲାଏ ଏମାକଆ ।
7 जिन्होंने महिमा, गौरव और अमरता को पाने के लिए अच्छे काम करते हुए बिना थके मेहनत की है, उन्हें अनंत जीवन (aiōnios g166)
ଅକ ହଡ଼କ ମାନାରାଙ୍ଗ୍‌, ମାଇନାନ୍‌ ଆଡଃ କା ଟୁଣ୍ଡୁଃ ଜୀଦାନ୍ ନାମେରେୟାଃ ଆସ୍ରାରେ ଧିରାଜ୍‌ ସାବ୍‌କେଦ୍‌ତେ ବୁଗିନ୍‌ କାମିକ କାମିୟା, ଇନ୍‌କୁକେ ପାର୍‌ମେଶ୍ୱାର୍‌ ଜାନାଅ ଜୀଦାନ୍‌ ଏମାକଆଏ । (aiōnios g166)
8 और जो स्वार्थी हैं, सच का तिरस्कार तथा दुष्टता का पालन करते हैं, उन्हें कोप और क्रोध.
ମେନ୍‌ଦ ଅକନ୍‌ ହଡ଼କ ଆପାନାଃ ନାଗେନ୍ତେ ଏସ୍‌କାର୍‌ ଉଡ଼ୁଗାଃକ, ସାନାର୍‌ତିରାଃ ହରାକେ ବାଗିକେଦ୍‌ତେ ଏତ୍‌କାନ୍‌ ହରାକ ଅତଙ୍ଗ୍‌ଆଁଃ, ଇନ୍‌କୁଆଃ ଚେତାନ୍‌ରେ ପାର୍‌ମେଶ୍ୱାର୍‌ଆଃ ଖିସ୍‌ ପୁରାଃଗି ଆଡଃ ବରୱାନ୍‌ଗି ହବାଅଃଆ ।
9 प्रत्येक बुरा करनेवाले के लिए दर्द और संकट तय किए गए हैं—सबसे पहले यहूदी के लिए और फिर यूनानी के लिए भी
ଅକନ୍‌କ ଏତ୍‌କାନ୍‌ କାମି କାମିତାନାକ ଇନ୍‌କୁଆଃ ଜୀଉରେ ଦୁକୁ ଆଡଃ ସାସାତିରେୟାଃ ଦିପିଲି ହିଜୁଃତାନା । ସିଦାତେଦ ଯିହୁଦୀକଆଃ ନାଗେନ୍ତେ ଏନ୍‌ ତାୟମ୍‌ତେ ଗ୍ରୀକ୍‌ ହଡ଼କଆଃ ନାଗେନ୍ତେ ହବାଅଃଆ ।
10 मगर प्रत्येक अच्छे काम करनेवाले के लिए महिमा, आदर और शांति तय हैं—सबसे पहले यहूदी के लिए और फिर यूनानी के लिए भी.
୧୦ମେନ୍‌ଦ ଅକନ୍‌କ ବୁଗିନ୍‌ କାମିକ କାମିତାନା, ଇନ୍‌କୁକେ ପାର୍‌ମେଶ୍ୱାର୍‌ ମାନାରାଙ୍ଗ୍‌, ମାଇନାନ୍‌, ଆଡଃ ଜୀଉସୁକୁ ଏମାକଆଏ । ସିଦାତେ ଯିହୁଦୀ ହଡ଼କକେ ଏନ୍‌ତାୟମ୍‌ତେ ଗ୍ରୀକ୍‌ ହଡ଼କକେ,
11 पक्षपात परमेश्वर में है ही नहीं.
୧୧ଚିୟାଃଚି ପାର୍‌ମେଶ୍ୱାର୍‌ ସବେନ୍‌କକେ ମିଦ୍‌ଲେକାଗି ବିଚାର୍‌କଆ ।
12 वे सभी जिन्होंने व्यवस्था को बिना जाने पाप किया है, व्यवस्था को बिना जाने नाश भी होंगे किंतु जिन्होंने व्यवस्था को जानकर पाप किया है, उनका न्याय भी व्यवस्था के अनुसार ही किया जाएगा.
୧୨ଗ୍ରୀକ୍‌ ହଡ଼କ ମୁଶା ନାବୀ ଅଲାକାଦ୍‌ ଆନ୍‌ଚୁ କାକ ନାମାକାଦା । ଇନ୍‌କୁ ବେଗାର୍‌ ଆନ୍‌ଚୁତେ ପାପ୍‌କେଦାକ, ଏନାତେ ଇନ୍‌କୁ ବେଗାର୍‌ ଆନ୍‌ଚୁତେ ଜିୟନଃଆକ । ମେନ୍‌ଦ ଯିହୁଦୀକ ଆନ୍‌ଚୁ ସାରିକେଦ୍‌ତେହଁ ପାପ୍‌କେଦାକ, ଏନାତେ ଏନ୍‌ ଆନ୍‌ଚୁ ହରାତେଗି ବିଚାରଃଆକ ।
13 परमेश्वर की दृष्टि में धर्मी वे नहीं, जो व्यवस्था के सुननेवाले हैं परंतु धर्मी वे हैं, जो व्यवस्था का पालन करनेवाले हैं.
୧୩ଚିୟାଃଚି ଆନ୍‌ଚୁ ଆୟୁମ୍‌କେଦ୍‌ତେ ଏସ୍‌କାର୍‌ ହଡ଼କ ପାର୍‌ମେଶ୍ୱାର୍‌ଆଃ ସାମ୍‌ନାଙ୍ଗ୍‌ରେ ଧାର୍‌ମାନ୍‌ କାକ ହବା ଦାଡ଼ିୟଃଆ, ମେନ୍‌ଦ ଆନ୍‌ଚୁ ମାନାତିଙ୍ଗ୍‌କେଦ୍‌ତେହଗି ଧାର୍‌ମାନ୍‌ ହବା ଦାଡ଼ିୟଃଆକ ।
14 व्यवस्था से पूरी तरह अनजान गैर-यहूदी अपनी मूल प्रवृत्ति के प्रभाव से व्यवस्था का पालन करते पाए जाते हैं. इसलिये व्यवस्था न होने पर भी वे स्वयं अपने लिए व्यवस्था हैं.
୧୪ଗ୍ରୀକ୍‌ ହଡ଼କଆଃ ଆନ୍‌ଚୁ ବାନଃଆ, ମେନ୍‌ଦ ଇନ୍‌କୁ ଆନ୍‌ଚୁ ହୁକୁମାକାଦ୍‌ ଲେକାକ ମାନାତିଙ୍ଗ୍‌ତାନ୍‌ରେଦ ଏନାଗି ଇନ୍‌କୁଆଃ ଆନ୍‌ଚୁ ଲେକ୍‌ନାଃ ତାନାଃ ।
15 इसके द्वारा वे यह प्रदर्शित करते हैं कि उनके हृदयों पर व्यवस्था लिखी है. इसकी गवाह है उनकी अंतरात्मा, जो उन पर दोष लगाने या उनके बचाव के द्वारा स्थिति का अनुमान लगाती है.
୧୫ଇନ୍‌କୁଆଃ ଚାଇଲ୍‌ ଚାଲାନ୍‌ ହରାତେ ଉଦୁବଃତାନା, ଆନ୍‌ଚୁରେୟାଃ ନିୟାମ୍‌କ ଇନ୍‌କୁଆଃ ମନ୍‌ସୁରୁଦ୍‌ରେ ଅଲ୍‌କେଦ୍‌ତେ ମେନାଃ । ନେ କାଜିରେୟାଃ ସାନାର୍‌ତି ଇନ୍‌କୁଆଃ ବିବେକ୍‌ତେହଗି ଉଦୁବାକାନା, ବୁଗିନ୍‌ ଉଡ଼ୁଃତାନ୍‌ ଇମ୍‌ତା ବିବେକ୍‌ ଇନ୍‌କୁକେ ଦେଙ୍ଗାକଆ, ଆଡଃ ଏତ୍‌କାନ୍‌ ଉଡ଼ୁଃ ଇମ୍‌ତା ଚିଟାକଆ ।
16 यह सब उस दिन स्पष्ट हो जाएगा जब परमेश्वर मसीह येशु के द्वारा मेरे माध्यम से प्रस्तुत ईश्वरीय सुसमाचार के अनुसार मनुष्य के गुप्‍त कामों का न्याय करेंगे.
୧୬ଅକନ୍‌ ହୁଲାଙ୍ଗ୍‌ ପାର୍‌ମେଶ୍ୱାର୍‌ ୟୀଶୁ ଖ୍ରୀଷ୍ଟ୍‌ଆଃ ହରାତେ ସବେନ୍‌ ହଡ଼କଆଃ ଉକୁଆକାନ୍‌ କାଜିକଏ ବିଚାରେୟା, ଏନ୍‌ ହୁଲାଙ୍ଗ୍‌ ଆଇଙ୍ଗ୍‌ ଉଦୁବେତାନ୍ ସୁକୁକାଜି ଲେକାତେ ନେ ସବେନାଃ ହବାଅଃଆ ।
17 किंतु तुम—यदि तुम यहूदी हो तथा व्यवस्था का पालन करते हो; परमेश्वर से अपने संबंध का तुम्हें गर्व है;
୧୭ଆପେ ଚିନାଃ କାଜିତାନାପେ? ଆପେ ଆପାନ୍‌କେ ଯିହୁଦୀ ମେନ୍ତେପେ କାଜିନ୍‌ତାନା, ମୁଶା ଏମାକାଦ୍‌ ଆନ୍‌ଚୁ ଚେତାନ୍‌ରେ ଭାର୍‌ସାକେଦ୍‌ତେ ଆଡଃ ପାର୍‌ମେଶ୍ୱାର୍‌ଲଃ ଆପେୟାଃ ନାତା ମେନାଃ ମେନ୍ତେ ଆପାନ୍‌କେ ମାରାଙ୍ଗ୍‌ ମେନ୍ତେପେ ଉଡ଼ୁଃତାନା,
18 तुम्हें परमेश्वर की इच्छा मालूम है, तुम अच्छी-अच्छी वस्तुओं के समर्थक हो क्योंकि तुम्हें इनके विषय में व्यवस्था से सिखाया गया है;
୧୮ମୁଶା ନାବୀରାଃ ଆନ୍‌ଚୁଏତେ ଆପେ ଇତୁକାନାପେ ଆଡଃ ପାର୍‌ମେଶ୍ୱାର୍‌ଆଃ ଇଛାସାନାଙ୍ଗ୍‌କେ ସାରିକେଦ୍‌ତେ ବୁଗିନାଃ ଆଡଃ ଏତ୍‌କାନାଃରେୟାଃ ସେଣାଁଁକେପେ ଆଟ୍‌କାର୍‌ଉରୁମ୍‌ କାଦା,
19 तुम्हें यह निश्चय है कि तुम दृष्टिहीनों के लिए सही मार्गदर्शक हो; जो अंधकार में हैं उनके लिए ज्योति हो;
୧୯ସାର୍‌ତିଗିପେ ସାରିତାନା, ଆପେ କା ନେଲ୍‌ ଦାଡ଼ିନିୟାଃ ହରା ଉଦୁବ୍‌କ ତାନ୍‌ପେ, ନୁବାଃରେ ତାଇନ୍‌ତାନ୍ ହଡ଼କ ନାଗେନ୍ତେ ମାର୍ସାଲ୍‌କ ତାନ୍‌ପେ,
20 मंदबुद्धियों के गुरु तथा बालकों के शिक्षक हो क्योंकि तुमने व्यवस्था में उस ज्ञान तथा उस सच्चाई के नमूने को पहचान लिया है;
୨୦ଡଣ୍ଡ ହଡ଼କକେ ଇତୁ ହଡ଼କ ତାନ୍‌ପେ, କା ସେଣାଁଁନ୍‌କଆଃ ଇନିତୁକ ତାନ୍‌ପେ । ଆପେୟାଃ ବିଶ୍ୱାସ୍‌, ଆନ୍‌ଚୁଏତେ ଆପେ ପୁରା ସାନାର୍‌ତି ଆଡଃ ସେଣାଁଁପେ ନାମାକାଦା ।
21 इसलिये तुम, जो अन्यों को शिक्षा देते हो, स्वयं को शिक्षा क्यों नहीं देते? तुम, जो यह उपदेश देते हो, “चोरी मत करो,” क्या तुम स्वयं ही चोरी नहीं करते!
୨୧ଆପେ ଏଟାଃକକେ ଇତୁକତାନାପେ ମେନ୍‌ଦ ଆପେ ଆପେଗି ଚିୟାଃ ମେନ୍ତେ କାପେ ଇତୁନ୍‌ତାନା? “ଆଲ୍‌ପେ କୁମ୍ବୁଡ଼ୁଆଃ” ମେନ୍ତେ ଇତୁକେଦ୍‌ତେ ଆପେଗିପେ କୁମ୍ବୁଡ଼ୁ ତାନାଚି?
22 तुम, जो यह सिखाते हो, “व्यभिचार अनुचित है,” क्या तुम स्वयं ही व्यभिचार में लीन नहीं हो! तुम, जो मूर्तियों से घृणा का दिखावा करते हो, स्वयं ही उनके मंदिर नहीं लूटते!
୨୨“ଆପାଙ୍ଗିର୍‌ କାମି ଆଲ୍‌ପେ ରିକାଏୟା” ମେନ୍ତେ କାଜିକେଦ୍‌ତେ, ଚିୟାଃ ଆପେଗି ଆପାଙ୍ଗିର୍‌ କାମିପେ ରିକାତାନା? ଆପେ ମୁରୁତ୍‌କକେ ହିଲାଙ୍ଗ୍‌କେଦ୍‌ତେ ଚିୟାଃ ମାନ୍ଦିର୍‌ରେୟାଃ ଜିନିଷ୍‌କକେପେ ରେଃକ୍‌ତାନା?
23 तुम, जो व्यवस्था पर गर्व करते हो, क्या तुम स्वयं ही व्यवस्था भंग कर परमेश्वर की ही प्रतिष्ठा भंग नहीं करते!
୨୩ଆପେ ପାର୍‌ମେଶ୍ୱାର୍‌ଆଃ ଆନ୍‌ଚୁ ନାମାକାଦାଲେ ମେନ୍ତେ ଆପାନ୍‌କେ ମାରାଙ୍ଗ୍‌ ମେନ୍ତେପେ କାଜିନ୍‌ତାନା, ମେନ୍‌ଦ ଆୟାଃ ଆନ୍‌ଚୁକେ ଟଟାଃକେଦ୍‌ତେ ଚିୟାଃ ପାର୍‌ମେଶ୍ୱାର୍‌କେପେ ନିନ୍ଦାଇ ତାନା?
24 जैसा कि पवित्र शास्त्र का ही लेख है: तुम गैर-यहूदियों के बीच परमेश्वर की निंदा के कारण हो.
୨୪ଧାରାମ୍‌ପୁଥିରେ ଅଲାକାନା, “ଆପେୟାଃ ନାଗେନ୍ତେ ଗ୍ରୀକ୍‌ ହଡ଼କ ପାର୍‌ମେଶ୍ୱାର୍‌ଆଃ ଏତ୍‌କାନାଃକ କାଜିତାନା ।”
25 इसमें संदेह नहीं कि ख़तना का अपना महत्व है; उसी स्थिति में, जब तुम व्यवस्था का पालन करते हो; किंतु यदि तुमने व्यवस्था भंग कर ही दी तो तुम्हारा ख़तना, ख़तना रहित समान हो गया.
୨୫ଆନ୍‌ଚୁକେପେ ମାନାତିଙ୍ଗ୍‌ ତାନ୍‌ରେଦ, ଆପେୟାଃ ଖାତ୍‌ନାଅରାଃ ଗନଙ୍ଗ୍‌ ମେନାଃ, ମେନ୍‌ଦ ଆନ୍‌ଚୁକେ କାପେ ମାନାତିଙ୍ଗ୍‌ତାନ୍‌ରେଦ ଆପେ କା ଖାତ୍‌ନାଅକାନ୍‌ ହଡ଼କଲଃ ମିଦ୍‌ଗିୟାପେ ।
26 इसलिये यदि कोई बिना ख़तना का व्यक्ति व्यवस्था के आदेशों का पालन करता है, तब क्या उसका बिना ख़तना के होना ख़तना होने जैसा न हुआ?
୨୬କା ଖାତ୍‌ନାଅକାନ୍‌ ମିଆଁଦ୍‌ ଗ୍ରୀକ୍‌ ହଡ଼ଆଃ ଆନ୍‌ଚୁରେୟାଃ ରିତିରିୱାଜ୍‌କକେ ମାନାତିଙ୍ଗ୍‌ ତାନ୍‌ରେଦ, ପାର୍‌ମେଶ୍ୱାର୍‌ ଇନିଃକେ ଖାତ୍‌ନାଅକାନ୍‌ ହଡ଼ ଲେକା କାଏ ଚି ମାଇନିୟା?
27 तब शारीरिक रूप से बिना ख़तना के वह व्यक्ति, जो शारीरिक रूप से व्यवस्था का पालन करनेवाला है, क्या तुम पर उंगली न उठाएगा—तुम, जो स्वयं पर व्यवस्था की छाप लगाए हुए तथा ख़तना किए हुए भी हो और फिर भी व्यवस्था भंग करते हो?
୨୭ଏନାମେନ୍ତେ ହଡ଼୍‌ମରେ କା ଖାତ୍‌ନାଅକାନ୍‌ରେୟ ଆନ୍‌ଚୁ ମାନାତିଙ୍ଗ୍‌ତାନ୍‌ ଗ୍ରୀକ୍‌ ହଡ଼କ ଯିହୁଦୀ ହଡ଼କକେ ବିଚାର୍‌କଆକ, ଚିୟାଃଚି ଇନ୍‌କୁ ହଡ଼୍‌ମ ଲେକାତେ ଖାତ୍‌ନାଅକାନ୍‌ରେୟ ଏନ୍‌ ଅନଲ୍‌ ଆନ୍‌ଚୁକେ କାକ ମାନାତିଙ୍ଗ୍‌ ତାନା ।
28 वास्तविक यहूदी वह नहीं, जिसका मात्र बाहरी स्वरूप यहूदी जैसा है; और न वास्तविक ख़तना वह है, जो बाहरी रूप से मात्र शरीर में ही किया गया है;
୨୮ବାହାରି ହଡ଼୍‌ମ ଲେକାତେ ଏସ୍‌କାର୍‌ ଖାତ୍‌ନାଅକାନ୍‌ନିଃ ଯିହୁଦୀ ମେନ୍ତେ କାଜିୟଃତାନା ମେନ୍‌ଦ ସାର୍‌ତି ଯିହୁଦୀ ନାହାଁଲିଃ ।
29 यहूदी वह है, जो अपने मन में यहूदी है तथा ख़तना वह है, जो पवित्र आत्मा के द्वारा हृदय का किया जाता है, न कि वह, जो मात्र व्यवस्था के अंतर्गत किया जाता है. इस प्रकार के व्यक्ति की प्रशंसा मनुष्यों द्वारा नहीं, परंतु परमेश्वर द्वारा की जाती है.
୨୯ସାର୍‌ତି ଯିହୁଦୀ ତାନିଃରେଦ, ଇନିଃ ମନ୍‌ ଭିତାର୍‌ଏତେଗି ଯିହୁଦୀ ତାନିଃ । ସାର୍‌ତି ଖାତ୍‌ନାଅ ମନ୍‌ସୁରୁଦ୍‌ରେଗି ହବାଅଃଆ, ଏନା ପାର୍‌ମେଶ୍ୱାର୍‌ଆଃ ଆତ୍ମାତେ ହବାଅଃଆ, ଅନଲ୍‌ତେଦ କାହାଗି । ଅକନ୍‌ ହଡ଼ ମନ୍‌ସୁରୁଦ୍‌ରେ ଆତ୍ମାତେ ଖାତ୍‌ନାଅକାନା, ଇନିଃ ପାର୍‌ମେଶ୍ୱାର୍‌ତାଃଏତେ ସାହାରାଅ ନାମେୟାଁଏ, ହଡ଼କତାଃଏତେଦ କାହାଗି ।

< रोमियों 2 >