< भजन संहिता 99 >

1 याहवेह शासक हैं, राष्ट्र कांपते रहें; उन्होंने अपना आसन करूबों के मध्य स्थापित किया है, पृथ्वी कांप जाए.
Psalmus David. Dominus regnavit, irascantur populi: qui sedet super cherubim, moveatur terra.
2 ज़ियोन में याहवेह तेजस्वी हैं; वह समस्त राष्ट्रों के ऊपर बसे हैं.
Dominus in Sion magnus: et excelsus super omnes populos.
3 उपयुक्त है उनका आपके महान और भय-योग्य नाम की वंदना करना— पवित्र हैं वह.
Confiteantur nomini tuo magno: quoniam terribile, et sanctum est:
4 राजा शक्ति-सम्पन्‍न हैं, वह जो न्याय को प्रिय मानता है, उन्होंने इस्राएल में समता की स्थापना की है; जो न्याय संगत और उचित है.
et honor regis iudicium diligit. Tu parasti directiones: iudicium et iustitiam in Iacob tu fecisti.
5 याहवेह, हमारे परमेश्वर की महिमा की जाए, उनके चरणों में गिर आराधना की जाए; वह पवित्र हैं.
Exaltate Dominum Deum nostrum, et adorate scabellum pedum eius: quoniam sanctum est.
6 मोशेह और अहरोन उनके पुरोहित थे, शमुएल उनके आराधक थे; ये सभी याहवेह को पुकारते थे और वह उन्हें उत्तर देते थे.
Moyses et Aaron in sacerdotibus eius: et Samuel inter eos, qui invocant nomen eius: Invocabant Dominum, et ipse exaudiebat eos:
7 मेघ-स्तंभ में से याहवेह ने उनसे वार्तालाप किया; उन्होंने उनके अधिनियमों तथा उनके द्वारा सौंपे गए आदेशों का पालन किया.
in columna nubis loquebatur ad eos. Custodiebant testimonia eius, et praeceptum quod dedit illis.
8 याहवेह, हमारे परमेश्वर, आप उन्हें उत्तर देते थे; इस्राएल के लिए आप क्षमा शील परमेश्वर रहे, यद्यपि आप उनके अपराधों का दंड देते रहे.
Domine Deus noster tu exaudiebas eos: Deus tu propitius fuisti eis, et ulciscens in omnes adinventiones eorum.
9 याहवेह, हमारे परमेश्वर की महिमा को ऊंचा करो, उनके पवित्र पर्वत पर उनकी आराधना करो, क्योंकि पवित्र हैं हमारे याहवेह परमेश्वर.
Exaltate Dominum Deum nostrum, et adorate in monte sancto eius: quoniam sanctus Dominus Deus noster.

< भजन संहिता 99 >