< भजन संहिता 99 >

1 याहवेह शासक हैं, राष्ट्र कांपते रहें; उन्होंने अपना आसन करूबों के मध्य स्थापित किया है, पृथ्वी कांप जाए.
यहोवा राजा हुआ है; देश-देश के लोग काँप उठें! वह करूबों पर विराजमान है; पृथ्वी डोल उठे!
2 ज़ियोन में याहवेह तेजस्वी हैं; वह समस्त राष्ट्रों के ऊपर बसे हैं.
यहोवा सिय्योन में महान है; और वह देश-देश के लोगों के ऊपर प्रधान है।
3 उपयुक्त है उनका आपके महान और भय-योग्य नाम की वंदना करना— पवित्र हैं वह.
वे तेरे महान और भययोग्य नाम का धन्यवाद करें! वह तो पवित्र है।
4 राजा शक्ति-सम्पन्‍न हैं, वह जो न्याय को प्रिय मानता है, उन्होंने इस्राएल में समता की स्थापना की है; जो न्याय संगत और उचित है.
राजा की सामर्थ्य न्याय से मेल रखती है, तू ही ने सच्चाई को स्थापित किया; न्याय और धर्म को याकूब में तू ही ने चालू किया है।
5 याहवेह, हमारे परमेश्वर की महिमा की जाए, उनके चरणों में गिर आराधना की जाए; वह पवित्र हैं.
हमारे परमेश्वर यहोवा को सराहो; और उसके चरणों की चौकी के सामने दण्डवत् करो! वह पवित्र है!
6 मोशेह और अहरोन उनके पुरोहित थे, शमुएल उनके आराधक थे; ये सभी याहवेह को पुकारते थे और वह उन्हें उत्तर देते थे.
उसके याजकों में मूसा और हारून, और उसके प्रार्थना करनेवालों में से शमूएल यहोवा को पुकारते थे, और वह उनकी सुन लेता था।
7 मेघ-स्तंभ में से याहवेह ने उनसे वार्तालाप किया; उन्होंने उनके अधिनियमों तथा उनके द्वारा सौंपे गए आदेशों का पालन किया.
वह बादल के खम्भे में होकर उनसे बातें करता था; और वे उसकी चितौनियों और उसकी दी हुई विधियों पर चलते थे।
8 याहवेह, हमारे परमेश्वर, आप उन्हें उत्तर देते थे; इस्राएल के लिए आप क्षमा शील परमेश्वर रहे, यद्यपि आप उनके अपराधों का दंड देते रहे.
हे हमारे परमेश्वर यहोवा, तू उनकी सुन लेता था; तू उनके कामों का पलटा तो लेता था तो भी उनके लिये क्षमा करनेवाला परमेश्वर था।
9 याहवेह, हमारे परमेश्वर की महिमा को ऊंचा करो, उनके पवित्र पर्वत पर उनकी आराधना करो, क्योंकि पवित्र हैं हमारे याहवेह परमेश्वर.
हमारे परमेश्वर यहोवा को सराहो, और उसके पवित्र पर्वत पर दण्डवत् करो; क्योंकि हमारा परमेश्वर यहोवा पवित्र है!

< भजन संहिता 99 >