< भजन संहिता 99 >
1 याहवेह शासक हैं, राष्ट्र कांपते रहें; उन्होंने अपना आसन करूबों के मध्य स्थापित किया है, पृथ्वी कांप जाए.
A Psalm of David. The Lord reigns; —let the people rage; [it is he] that sits upon the cherubs, let the earth be moved.
2 ज़ियोन में याहवेह तेजस्वी हैं; वह समस्त राष्ट्रों के ऊपर बसे हैं.
The Lord is great in Sion, and is high over all the people.
3 उपयुक्त है उनका आपके महान और भय-योग्य नाम की वंदना करना— पवित्र हैं वह.
Let them give thanks to your great name; for it is terrible and holy.
4 राजा शक्ति-सम्पन्न हैं, वह जो न्याय को प्रिय मानता है, उन्होंने इस्राएल में समता की स्थापना की है; जो न्याय संगत और उचित है.
And the king's honour loves judgement; you have prepared equity, you have wrought judgement and justice in Jacob.
5 याहवेह, हमारे परमेश्वर की महिमा की जाए, उनके चरणों में गिर आराधना की जाए; वह पवित्र हैं.
Exalt you the Lord our God, and worship [at] his footstool; for he is holy.
6 मोशेह और अहरोन उनके पुरोहित थे, शमुएल उनके आराधक थे; ये सभी याहवेह को पुकारते थे और वह उन्हें उत्तर देते थे.
Moses and Aaron amongst his priests, and Samuel amongst them that call upon his name; they called upon the Lord, and he heard them.
7 मेघ-स्तंभ में से याहवेह ने उनसे वार्तालाप किया; उन्होंने उनके अधिनियमों तथा उनके द्वारा सौंपे गए आदेशों का पालन किया.
He spoke to them in a pillar of cloud; they kept his testimonies, and the ordinances which he gave them.
8 याहवेह, हमारे परमेश्वर, आप उन्हें उत्तर देते थे; इस्राएल के लिए आप क्षमा शील परमेश्वर रहे, यद्यपि आप उनके अपराधों का दंड देते रहे.
O Lord our God, you heard them; O God, you became propitious to them, though you did take vengeance on all their devices.
9 याहवेह, हमारे परमेश्वर की महिमा को ऊंचा करो, उनके पवित्र पर्वत पर उनकी आराधना करो, क्योंकि पवित्र हैं हमारे याहवेह परमेश्वर.
Exalt you the Lord our God, and worship at his holy mountain; for the Lord our God is holy.