< भजन संहिता 150 >

1 याहवेह का स्तवन हो. परमेश्वर का उनके मंदिर में स्तवन हो; अत्यंत विशाल आकाश में उनका स्तवन हो.
[Lobet Jehova! [Hallelujah!] ] Lobet Gott [El] in seinem Heiligtum; lobet ihn in der Feste [Das gleiche Wort wie "Ausdehnung", 1. Mose 1,6-8] seiner Stärke!
2 उनके अद्भुत कार्यों के लिए उनका स्तवन हो; उनके सर्वोत्कृष्ट महानता के योग्य उनका स्तवन हो.
Lobet ihn wegen seiner Machttaten; lobet ihn nach der Fülle seiner Größe!
3 तुरही के साथ उनका स्तवन हो, वीणा तथा किन्‍नोर की संगत पर उनका स्तवन हो,
Lobet ihn mit Posaunenschall; lobet ihn mit Harfe und Laute!
4 खंजरी और नृत्य के साथ उनका स्तवन हो, तन्तु एवं बांसुरी के साथ उनका स्तवन हो,
Lobet ihn mit Tamburin und Reigen; lobet ihn mit Saitenspiel und Schalmei!
5 झांझ की ध्वनि की संगत पर उनका स्तवन हो, झांझ की उच्च झंकार में उनका स्तवन हो.
Lobet ihn mit klingenden Cymbeln; lobet ihn mit schallenden Cymbeln!
6 हर एक प्राणी, जिसमें जीवन का श्वास है, याहवेह का स्तवन करे. याहवेह का स्तवन हो!
Alles, was Odem hat, lobe Jah! Lobet Jehova! [Hallelujah!]

< भजन संहिता 150 >