< मत्ती 5 >

1 इकट्ठा हो रही भीड़ को देख येशु पर्वत पर चले गए और जब वह बैठ गए तो उनके शिष्य उनके पास आए.
ଜିସୁନ୍‌ ଆକୁଡ଼ାୟ୍‌ମରଞ୍ଜି ଆଗ୍ରିଜେନ୍‌ ଆନିନ୍‌ ଅବୟ୍‌ ବରୁଲୋଙନ୍‌ ଜିର୍ରେ ଇୟ୍‌ଲେ ତଙ୍କୁମେ, ଆରି ଆ ଞଙ୍‌ନେମରଞ୍ଜି ଆମଙନ୍‌ ଜିର୍ରାଜି ।
2 येशु ने उन्हें शिक्षा देना प्रारंभ किया. उन्होंने कहा,
ସିଲତ୍ତେ ଜିସୁନ୍‌ ଆନିଞ୍ଜିଆଡଙ୍‌ ଞନଙନ୍‌ ତନିୟନ୍‌ ଆସନ୍‌ ଉଲନେ,
3 “धन्य हैं वे, जो दीन आत्मा के हैं, क्योंकि स्वर्ग-राज्य उन्हीं का है.
“ପୁରାଡ଼ାଲୋଙନ୍‌ ଡୋଲେୟ୍‌ମରଞ୍ଜି ସନେନ୍‌ସେନ୍‌; ଇନିଆସନ୍‌ଗାମେଣ୍ଡେନ୍‌ ରୁଆଙ୍‌ ରାଜ୍ୟନ୍‌ ଆନିଞ୍ଜିଆତେ ।
4 धन्य हैं वे, जो शोक करते हैं. क्योंकि उन्हें शांति दी जाएगी.
ୟେୟେଡାମରଞ୍ଜି ସନେନ୍‌ସେନ୍‌; ଇନିଆସନ୍‌ଗାମେଣ୍ଡେନ୍‌ ଆନିଞ୍ଜି ବନବ୍‌ୟୋନ୍‌ ଞାଙ୍‌ତଜି ।
5 धन्य हैं वे, जो नम्र हैं क्योंकि पृथ्वी उन्हीं की होगी.
ଲଗଡ୍‌ ବୁଡ୍ଡିମରଞ୍ଜି ସନେନ୍‌ସେନ୍‌; ଇନିଆସନ୍‌ଗାମେଣ୍ଡେନ୍‌ ଇସ୍ୱରନ୍‌ ଅଙ୍ଗାତେ ଆନିଞ୍ଜିଆଡଙ୍‌ ତନିୟନ୍‌ ଆସନ୍‌ ବାସାଏଞ୍ଜି ତିଆତେ ଆନିଞ୍ଜି ଞାଙ୍‌ତଜି ।
6 धन्य हैं वे, जो धर्म के भूखे और प्यासे हैं, क्योंकि उन्हें तृप्‍त किया जाएगा.
ଇସ୍ୱରନ୍‌ ଆ ଇସ୍ସୁମ୍‌ ବାତ୍ତେ କାବ୍ବାଡ଼ାନେନ୍‌ ଆସନ୍‌ ଆର୍‌ଲଡୟ୍‌ତେଞ୍ଜି ଆ ମନ୍‌ରାଜି ସନେନ୍‌ସେନ୍‌; ଇନିଆସନ୍‌ଗାମେଣ୍ଡେନ୍‌ ଆନିଞ୍ଜି ବୋଓତଜି ।
7 धन्य हैं वे, जो कृपालु हैं, क्योंकि उन पर कृपा की जाएगी.
ସନାୟୁମ୍‌ମରଞ୍ଜି ସନେନ୍‌ସେନ୍‌; ଇନିଆସନ୍‌ଗାମେଣ୍ଡେନ୍‌ ଆନିଞ୍ଜି ସନାୟୁମନ୍‌ ଞାଙ୍‌ତଜି ।
8 धन्य हैं वे, जिनके हृदय शुद्ध हैं, क्योंकि वे परमेश्वर को देखेंगे.
ମଡ଼ିର୍‌ ଉଗର୍‌ମରଞ୍ଜି ସନେନ୍‌ସେନ୍‌; ଇନିଆସନ୍‌ଗାମେଣ୍ଡେନ୍‌ ଆନିଞ୍ଜି ଇସ୍ୱରନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ଗିୟ୍‌ତଜି ।
9 धन्य हैं वे, जो शांति कराने वाले हैं, क्योंकि वे परमेश्वर की संतान कहलाएंगे.
ଅନବ୍‌ମାୟ୍‌ମାୟ୍‌ମରଞ୍ଜି ସନେନ୍‌ସେନ୍‌; ଇନିଆସନ୍‌ଗାମେଣ୍ଡେନ୍‌ ଆନିଞ୍ଜି ଇସ୍ୱରନ୍‌ ଆ ଅନ୍‌ଜି ଗାମ୍‌ଲେ ଅନୋଡ୍ଡେନ୍‌ ଡେତଜି ।
10 धन्य हैं वे, जो धर्म के कारण सताए गए हैं, क्योंकि स्वर्ग-राज्य उन्हीं का है.
ଇସ୍ୱରନ୍‌ ଆ ଇସ୍ସୁମ୍‌ ବାତ୍ତେ କାବ୍ବାଡ଼ାଡାଲନ୍‌ ଡନଣ୍ଡାୟନ୍‌ ଆଞ୍ରାଙ୍‌ତେଞ୍ଜି ଆ ମନ୍‌ରାଜି ସନେନ୍‌ସେନ୍‌; ଇନିଆସନ୍‌ଗାମେଣ୍ଡେନ୍‌ ରୁଆଙ୍‌ ରାଜ୍ୟନ୍‌ ଆନିଞ୍ଜିଆତେ ।”
11 “धन्य हो तुम, जब लोग तुम्हारी निंदा करें और सताएं तथा तुम्हारे विषय में मेरे कारण सब प्रकार के बुरे विचार फैलाते हैं.
“ଆଙ୍ଗାଆଡିଡ୍‌ ମନ୍‌ରାଞ୍ଜି ଆମ୍ୱେଞ୍ଜିଆଡଙ୍‌ ଲତ୍ତେଙ୍‌ଲୋଙ୍‌ଞେନ୍‌ ଗବ୍‌ରୟ୍‌ତବେଞ୍ଜି, ଡଣ୍ଡାୟ୍‌ତବେଞ୍ଜି ଆରି କାଜ୍ଜାନ୍‌ ପରାନ୍‌ସାତ୍ତିନ୍‌ ଆ ବର୍ନେଜି ବିରୁଦଲୋଙ୍‌ବେନ୍‌ ବର୍ତଞ୍ଜି, ଏତ୍ତେଲ୍‌ଡେନ୍‌ ତିଆଡିଡ୍‌ ଆମ୍ୱେଞ୍ଜି ସନେନ୍‌ସେନ୍‌ ।
12 हर्षोल्लास में आनंद मनाओ क्योंकि तुम्हारा प्रतिफल स्वर्ग में है. उन्होंने उन भविष्यद्वक्ताओं को भी इसी रीति से सताया था, जो तुमसे पहले आए हैं.
ସର୍ଡାନାବା ଆରି ମଅଁୟ୍‌ନାବା, ଇନିଆସନ୍‌ଗାମେଣ୍ଡେନ୍‌ ଆମ୍ୱେନ୍‌ ଆସନ୍‌ ବର୍ତନ୍ନାନ୍‌ ରୁଆଙ୍‌ଲୋଙନ୍‌ ଗୋଗୋୟ୍‌ଡମ୍‌ ଆଡକ୍କୋ; ଆମ୍ୱେଞ୍ଜି ସିଲଡ୍‌ ଆମ୍ମୁଙ୍‌ ଆ ପୁର୍ବାଃତେ ବର୍ନେମର୍‌ଜିଆଡଙ୍‌ ଆନିଞ୍ଜି ଏତ୍ତେଲେମା ଡଣ୍ଡାୟେଞ୍ଜି ।”
13 “तुम पृथ्वी के नमक हो, किंतु यदि नमक नमकीन न रहे तो उसके खारेपन को दोबारा कैसे लौटाया जा सकेगा? तब तो वह किसी भी उपयोग का नहीं सिवाय इसके कि उसे बाहर फेंक दिया जाए और लोग उसे रौंदते हुए निकल जाएं.
“ଆମ୍ୱେଞ୍ଜି ପୁର୍ତିନ୍‌ ଆ ମନ୍‌ରାଜି ଆସନ୍‌ ବସିଡନ୍‌ ଅନ୍ତମ୍‌, ବନ୍‌ଡ ବସିଡନ୍‌ ମରେଡ୍‌ ତଡ୍‌ ଡେନ୍‌, ତିଆତେ ଆରି ଏଙ୍ଗାଲେ ମବ୍‌ରେଡ୍‌ତବୋ? ତିଆତେ ଆରି ଇନ୍ନିଙ୍‌ ବରାଁୟ୍‌ବାଁୟ୍‌ ତଡ୍‌, ତିଆତେ ଡୁଆରାନ୍‌ ସେଡ୍‌ତବୋ ଆରି ମନ୍‌ରାଞ୍ଜି ତିଆତେ ଞାଡାତଜି ଞାସଙ୍‌ତଜି ।”
14 “तुम संसार के लिए ज्योति हो. पहाड़ी पर स्थित नगर को छिपाया नहीं जा सकता.
“ଆମ୍ୱେଞ୍ଜି ପୁର୍ତିନ୍‌ ଆ ସନାଆର୍‌ । ତୋଣ୍ଡୋ ବରୁଲୋଙନ୍‌ ଆ ଗଡ଼ା ସଲନ୍‌ ଡକୋଲନ୍‌ ଅଃର୍ରପ୍ତିଏ;
15 कोई भी जलते हुए दीप को किसी बर्तन से ढांक कर नहीं रखता; उसे उसके निर्धारित स्थान पर रखा जाता है कि वह उस घर में उपस्थित लोगों को प्रकाश दे.
ଆରି, ମନ୍‌ରାଞ୍ଜି ପିଙ୍କନ୍‌ ତର୍ରେ ମାଡ଼ିଞନ୍‌ ଆ ଜାୟ୍‌ତା ଅଃଡ୍ଡକ୍କୋଏଜି, ତିଆତେ ପିଙ୍କପିଲନ୍‌ ଆ ତୋଣ୍ଡୋଲୋଙ୍‌ ଡକ୍କୋତଜି, ଏତ୍ତେଲ୍‌ଡେନ୍‌ ତିଆତେ ଅସିଙନ୍‌ ଆ ମନ୍‌ରାଜି ଅଡ଼୍‌କୋଞ୍ଜି ଅବ୍‌ସାଆର୍‌ତେ ।
16 लोगों के सामने अपना प्रकाश इस रीति से प्रकाशित होने दो कि वे तुम्हारे भले कामों को देख सकें तथा तुम्हारे पिता की, जो स्वर्ग में हैं, महिमा करें.
ତିଅନ୍ତମ୍‌ ସନାଆର୍‌ବେନ୍‌ ମନ୍‌ରାଞ୍ଜି ଆ ତେମଡ୍‌ଲୋଙ୍‌ ଗିୟ୍‌ତାଏତୋ, ଏତ୍ତେଲ୍‌ଡେନ୍‌ ମନଙ୍‌ କାବ୍ବାଡ଼ାବେନ୍‌ ଗିୟ୍‌ଲେ ରୁଆଙ୍‌ଲୋଙନ୍‌ ଆଡ୍ରକୋତନେନ୍‌ ଆପେୟ୍‌ବେନ୍ଆଡଙ୍‌ ଆନିଞ୍ଜି ସେଙ୍କେତଜି ।”
17 “अपने मन से यह विचार निकाल दो कि मेरे आने का उद्देश्य व्यवस्था और भविष्यद्वक्ताओं के लेखों को व्यर्थ साबित करना है—उन्हें पूरा करना ही मेरा उद्देश्य है.
“ଞେନ୍‌ ବନାଁୟ୍‌ବରନ୍‌ କି ପୁର୍ବାଃତେ ବର୍ନେମରଞ୍ଜି ଆ ଞନଙ୍‌ ମନାବ୍‌ୟାନ୍‌ ଆସନ୍‌ ଇୟ୍‌ଲାୟ୍‌, ଗାମ୍‌ଲେ ଆମ୍ୱେଞ୍ଜି ଏବ୍‌ଡିସୟ୍‌ଡଙ୍‌; ମନାବ୍‌ୟାନ୍‌ ଆସନ୍‌ ଅଃନ୍ନିୟ୍‌ଲାୟ୍‌ ଆର୍ପାୟ୍‌ ଅନବ୍‌ଡେଡମ୍‌ନ୍‌ ଆସନ୍‌ ଇୟ୍‌ଲାୟ୍‌ ।
18 मैं तुम पर एक सच प्रकट कर रहा हूं: जब तक आकाश और पृथ्वी अस्तित्व में हैं, पवित्र शास्त्र का एक भी बिंदु या मात्रा गुम न होगी, जब तक सब कुछ नष्ट न हो जाए.
ଇନିଆସନ୍‌ଗାମେଣ୍ଡେନ୍‌ ଞେନ୍‌ ଆମ୍ୱେଞ୍ଜିଆଡଙ୍‌ ଆଜାଡ଼ିଡମ୍‌ ବର୍ତବେନ୍‌, ଅଙ୍ଗା ଜାୟ୍‌ ରୁଆଙନ୍‌ ଡ ପୁର୍ତିନ୍‌ ଅଣ୍ଡ୍ରଙ୍‌ ମାୟାଏ, ବନାଁୟ୍‌ବର୍‌ଲୋଙନ୍‌ ଆ ବର୍ନେଜି ଅଡ଼୍‌କୋନ୍‌ ଅଣ୍ଡ୍ରଙ୍‌ ଡେଡମେନ୍‌ ଜାୟ୍‌ ବନାଁୟ୍‌ବର୍‌ଲୋଙନ୍‌ ସିଲଡ୍‌ ବତନିଙ୍କାୟ୍‌ କି ବଜନବ୍‌ତଡ୍‌ ନିୟ୍‌ ଅଃମ୍ମାୟାଏ ।
19 इसलिये जो कोई इनमें से छोटी सी छोटी आज्ञा को तोड़ता तथा अन्यों को यही करने की शिक्षा देता है, स्वर्ग-राज्य में सबसे छोटा घोषित किया जाएगा. इसके विपरीत, जो कोई इन आदेशों का पालन करता और इनकी शिक्षा देता है, स्वर्ग-राज्य में विशिष्ट घोषित किया जाएगा.
ତିଆସନ୍‌ ଅଙ୍ଗା ମନ୍‌ରା କେନ୍‌ ଅଡ଼୍‌କୋ ବନାଞଞ୍ଜି ଆମଙ୍‌ଲୋଙ୍‌ ସିଲଡ୍‌ ଅନ୍ନିଙ୍‌ଆତେ ଅବୟ୍‌ ସନ୍ନା ବନାଞନ୍‌ ଆଲ୍ଲେତେ ଆରି ଏତ୍ତେଲେମା ଞଣ୍ଡ୍ରମ୍‌ନେନ୍‌ ଆସନ୍‌ ମନ୍‌ରାଞ୍ଜିଆଡଙ୍‌ ଞନଙନ୍‌ ତିୟ୍‌ତେ, ରୁଆଙ୍‌ ରାଜ୍ୟଲୋଙନ୍‌ ଆନିନ୍‌ ସନ୍ନାଡମ୍‌ ଗାମ୍‌ଲେ ଓଡ୍ଡେତଜି; ବନ୍‌ଡ ଅଙ୍ଗା ମନ୍‌ରା ତି ଅଡ଼୍‌କୋ ବନାଞନ୍‌ ଞଣ୍ଡ୍ରମ୍‌ତନେ ଆରି ଏତ୍ତେଲେମା ଞଣ୍ଡ୍ରମ୍‌ନେନ୍‌ ଆସନ୍‌ ମନ୍‌ରାଞ୍ଜିଆଡଙ୍‌ ଞନଙନ୍‌ ତିୟ୍‌ତେ, ରୁଆଙ୍‌ ରାଜ୍ୟଲୋଙନ୍‌ ଆନିନ୍‌ ସୋଡ଼ାଡମ୍‌ ଗାମ୍‌ଲେ ଓଡ୍ଡେତଜି ।
20 मैं तुम्हें इस सच्चाई से भी परिचित करा दूं: यदि परमेश्वर के प्रति तुम्हारी धार्मिकता शास्त्रियों और फ़रीसियों की धार्मिकता से बढ़कर न हो तो तुम किसी भी रीति से स्वर्ग-राज्य में प्रवेश न कर सकोगे.
ଇନିଆସନ୍‌ଗାମେଣ୍ଡେନ୍‌ ଞେନ୍‌ ଆମ୍ୱେଞ୍ଜିଆଡଙ୍‌ ବର୍ତବେନ୍‌, ସାସ୍ତ୍ରିଞ୍ଜି ଡ ପାରୁସିଞ୍ଜି ଏଙ୍ଗାଲେ ଡରମ୍ମ କାବ୍ବାଡ଼ାନ୍‌ ଲୁମ୍‌ତଜି, ଆନିଞ୍ଜି ସିଲଡ୍‌ ଆମ୍ୱେଞ୍ଜି ଆରି ଗୋଗୋୟ୍‌ ଡରମ୍ମ କାବ୍ବାଡ଼ାନ୍‌ ଏଃଲ୍ଲୁମ୍‌ଲୋ ଡେନ୍‌, ଆମ୍ୱେଞ୍ଜି ଏଙ୍ଗାଲେ ଜନଙ୍‌ ରୁଆଙ୍‌ ରାଜ୍ୟଲୋଙନ୍‌ ଗନ୍‌ଲେ ଏଃର୍ରପ୍ତିଏ ।”
21 “यह तो तुम सुन ही चुके हो कि पूर्वजों को यह आज्ञा दी गई थी, ‘हत्या मत करो और जो कोई हत्या करता है, वह न्यायालय के प्रति उत्तरदायी होगा’;
“ଆମ୍ୱେଞ୍ଜି ଏଅମ୍‌ଡଙେନ୍‌, ପୁର୍ବାନ୍‌ ଆ ମନ୍‌ରାଞ୍ଜିଆଡଙ୍‌ ବନରନ୍‌ ଡେଲୋ, ‘ମନ୍‌ରାନ୍‌ ଏରବ୍ବୁଡଙ୍‌, ଆରି ଆନା ମନ୍‌ରାନ୍‌ ରବ୍ବୁତେ, ଆନିନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ଅନବ୍‌ପନ୍‌ସୁଆତିନ୍‌ ଡେତେ ।’
22 किंतु मेरा तुमसे कहना है कि हर एक, जो अपने भाई-बहन से गुस्सा करता है, वह न्यायालय के सामने दोषी होगा और जो कोई अपने भाई से कहे, ‘अरे निकम्मे!’ वह सर्वोच्च न्यायालय के प्रति अपराध का दोषी होगा तथा वह, जो कहे, ‘अरे मूर्ख!’ वह तो नरक की आग के योग्य दोषी होगा. (Geenna g1067)
ବନ୍‌ଡ ଞେନ୍‌ ଆମ୍ୱେଞ୍ଜିଆଡଙ୍‌ ବର୍ତବେନ୍‌, ଅଙ୍ଗା ମନ୍‌ରା ଆ ବୋଞାଙନ୍‌ଆଡଙ୍‌ କାଜ୍ଜାନ୍‌ ବବ୍‌ରାବ୍‌ତେ, ତି ଆ ମନ୍‌ରାଆଡଙ୍‌ ଅବ୍‌ପନ୍‌ସୁଆତିତନେ । ଆରି ଅଙ୍ଗା ମନ୍‌ରା ଆ ବୋଞାଙନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ‘ଉଲ୍ଲୁ’ ଗାମ୍‌ତେ, ଆନିନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ସୋଡ଼ା ପନ୍‌ସୁଆତିସିଂଲୋଙନ୍‌ ଅବ୍‌ପନ୍‌ସୁଆତିତନେ; ଆରି ଅଙ୍ଗା ମନ୍‌ରା ‘ବୁଡ୍ଡି ତଡ୍‌’ ଗାମ୍‌ତେ, ଆନିନ୍‌ ତଗୋନ୍‌ ଆବରିଜନ୍‌ ଆ ନରକଲୋଙ୍‌ ପନବ୍‌ରଡନ୍‌ ଞାଙ୍‌ତେ । (Geenna g1067)
23 “इसलिये, यदि तुम वेदी पर अपनी भेंट चढ़ाने जा रहे हो और वहां तुम्हें यह याद आए कि तुम्हारे भाई के मन में तुम्हारे प्रति विरोध है,
ତିଆସନ୍‌, ଆମ୍ୱେଞ୍ଜି ଇସ୍ୱରନ୍‌ ଆସନ୍‌ ତନମ୍ପିଲ୍‌ବାନ୍‌ ଅନମଙନ୍‌ ଏପାଙ୍‌ଲାୟ୍‌ ଆଡିଡ୍‌ ବୋଞାଙ୍‌ବେନ୍‌ ବୟନ୍‌ ଅନ୍ନିଙ୍‌ ଅବୟ୍‌ ବର୍ନେଲୋଙନ୍‌ ଅଲ୍‌ସଙ୍ଗତ୍ତାନ୍‌ ଡକୋ ଗାମ୍‌ଲେ ଏମନ୍ନେଏନ୍‌ ଡେନ୍‌,
24 अपनी भेंट वेदी के पास ही छोड़ दो और जाकर सबसे पहले अपने भाई से मेल-मिलाप करो और तब लौटकर अपनी भेंट चढ़ाओ.
ଏତ୍ତେଲ୍‌ଡେନ୍‌ ତନମ୍ପିଲନ୍‌ ଆ ମୁକ୍କାଗଡ୍‌ ତେତ୍ତେନ୍‌ ଅନମଙ୍‌ବେନ୍‌ ଡକ୍କୋଡାଲେ ଜିର୍ବା, ଆମ୍ମୁଙ୍‌ ବୋଞାଙ୍‌ବେନ୍‌ ବୟନ୍‌ ଇୟ୍‌ ମାୟ୍‌ମାୟ୍‌ନାବା ରୟ୍‌, ସିଲଡ୍‌ଲ୍ଲନ୍‌ ତିକ୍କି ଅନମଙ୍‌ବେନ୍‌ ଆୟ୍‌ ତିୟ୍‌ବା ।”
25 “न्यायालय जाते हुए मार्ग में ही अपने दुश्मन से मित्रता का संबंध फिर से बना लो कि तुम्हारा दुश्मन तुम्हें न्यायाधीश के हाथ में न सौंपे और न्यायाधीश अधिकारी के और अधिकारी तुम्हें बंदीगृह में डाल दें.
“ଅଲ୍‌ବାଡ୍ଡିମର୍‌ବେନ୍‌ ଆମ୍ୱେନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ଅନବ୍‌ପନ୍‌ସୁଆତିନ୍‌ ଆସନ୍‌ ସଦରନ୍‌ ଓରୋଙ୍‌ଲବେନ୍‌ ଡେନ୍‌, ଏତ୍ତେଲ୍‌ଡେନ୍‌ ସଦରନ୍‌ ଏଜିର୍ତେନ୍‌ ଆଡିଡ୍‌ ତଙର୍‌ଲୋଙନ୍‌ ଆନିନ୍‌ ସରିନ୍‌ ଲମାୟ୍‌ମାୟ୍‌ନାବା, ଅସମୟ୍‌ ଅଲ୍‌ବାଡ୍ଡିମର୍‌ବେନ୍‌ ଆମ୍ୱେନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ପନ୍‌ସୁଆତିମରନ୍‌ ଆସିଲୋଙ୍‌ ସୋରୋପ୍ପାୟ୍‌ତବେନ୍‌, ଆରି ପନ୍‌ସୁଆତିମରନ୍‌ ଆମ୍ୱେନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ସିପ୍ପାୟଞ୍ଜି ଆସିଲୋଙ୍‌ ସୋରୋପ୍ପାୟ୍‌ତବେନ୍‌, ସିପ୍ପାୟଞ୍ଜି ଆମ୍ୱେନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ବଣ୍ଡିସିଂଲୋଙନ୍‌ ଡକ୍କୋତବେଞ୍ଜି ।
26 मैं तुम्हें इस सच से परिचित कराना चाहता हूं कि जब तक तुम एक-एक पैसा लौटा न दो बंदीगृह से छूट न पाओगे.
ଞେନ୍‌ ଆମ୍ୱେଞ୍ଜିଆଡଙ୍‌ ଆଜାଡ଼ିଡମ୍‌ ବର୍ତବେନ୍‌, ଆମ୍ୱେଞ୍ଜି ଅନଞିଡ୍‌ ତନଣ୍ଡେନ୍‌ ଅଣ୍ଡ୍ରଙ୍‌ ଏସୁଜ୍ଜାୟ୍‌ନେନ୍‌ ଜାୟ୍‌ ତେତ୍ତେ ସିଲଡ୍‌ ଏଙ୍ଗାଲେ ଜନଙ୍‌ ଡୁଙ୍‌ଲନ୍‌ ଜିର୍ରେ ଏଃର୍ରପ୍ତିଆୟ୍‌ ।”
27 “यह तो तुम सुन ही चुके हो कि यह कहा गया था: ‘व्यभिचार मत करो.’
“ଆମ୍ୱେଞ୍ଜି ‘ଏଡାରିଡଙ୍‌ନେ,’ ଗାମ୍‌ଲେ ଏଅମ୍‌ଡଙେନ୍‌ ।
28 किंतु मेरा तुमसे कहना है कि हर एक, जो किसी स्त्री को कामुक दृष्टि से मात्र देख लेता है, वह अपने मन में उसके साथ व्यभिचार कर चुका.
ବନ୍‌ଡ ଞେନ୍‌ ଆମ୍ୱେଞ୍ଜିଆଡଙ୍‌ ବର୍ତବେନ୍‌, ଅଙ୍ଗା ମନ୍‌ରା ପରାନ୍‌ସାତ୍ତିନ୍‌ ଇୟମ୍‌ଡାଲେ ଅନ୍ନିଙ୍‌ ଆଇବୟ୍‌ଆଡଙ୍‌ ଗିୟ୍‌ମଡ୍‌ତେ, ଆନିନ୍‌ ତି ଆଇମରନ୍‌ ବୟନ୍‌ ଆ ମନ୍ନଲୋଙନ୍‌ ଡାରିଲନେ ।
29 यदि तुम्हारी दायीं आंख तुम्हारे लड़खड़ाने का कारण बनती है तो उसे निकाल फेंको. तुम्हारे सारे शरीर को नर्क में झोंक दिया जाए इससे तो उत्तम यह है कि तुम्हारे शरीर का एक ही अंग नाश हो. (Geenna g1067)
ଆରି, ଅର୍ଜଡ଼ୋମ୍‌ମଡ୍‌ବେନ୍‌ ଆମ୍ୱେନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ଇର୍ସେଲୋଙନ୍‌ ଗବ୍‌ଲୋଲବେନ୍‌ ଡେନ୍‌, ଏତ୍ତେଲ୍‌ଡେନ୍‌ ତିଆତେ ତବ୍‌ଲେ ସେଡ୍‌ବା, ଇନିଆସନ୍‌ଗାମେଣ୍ଡେନ୍‌ ସମ୍ପରା ଡଅଙ୍‌ବେନ୍‌ ନରକଲୋଙନ୍‌ ଆରସେଡ୍‌ତବେନ୍‌ ସିଲଡ୍‌ ଆର୍ପାୟ୍‌ ମିୟ୍‌ମଡ୍‌ ମୋସ୍ସାଏତୋ । (Geenna g1067)
30 यदि तुम्हारा दायां हाथ तुम्हें विनाश के गड्ढे में गिराने के लिए उत्तरदायी है तो उसे काटकर फेंक दो. तुम्हारे सारे शरीर को नरक में झोंक दिया जाए इससे तो उत्तम यह है कि तुम्हारे शरीर का एक ही अंग नाश हो. (Geenna g1067)
ଆରି, ଅର୍ଜଡ଼ୋମ୍‌ସିବେନ୍‌ ଆମ୍ୱେନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ଇର୍ସେଲୋଙନ୍‌ ଗବ୍‌ଲୋଲବେନ୍‌ ଡେନ୍‌, ଏତ୍ତେଲ୍‌ଡେନ୍‌ ତିଆତେ ଡେୟ୍‌ଲେ ସେଡ୍‌ବା, ଇନିଆସନ୍‌ଗାମେଣ୍ଡେନ୍‌ ସମ୍ପରା ଡଅଙ୍‌ବେନ୍‌ ନରକଲୋଙନ୍‌ ଆରସେଡ୍‌ତବେନ୍‌ ସିଲଡ୍‌ ଆର୍ପାୟ୍‌ ମିୟ୍‌ସି ମୋସ୍ସାଏତୋ ।” (Geenna g1067)
31 “यह कहा गया था: ‘कोई भी, जो अपनी पत्नी से तलाक चाहे, वह उसे अलग होने का प्रमाण-पत्र दे.’
“ଆରି ବର୍ନେନ୍‌ ଡକୋ, ‘ଅଙ୍ଗା ମନ୍‌ରା ଆ ଡୁକ୍ରିନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ଅମ୍‌ଡୁଙ୍‌ତେ, ତି ଆ ମନ୍‌ରା ଆ ଡୁକ୍ରିନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ଅମ୍‌ରେଙଲନ୍‌ ତିୟେତୋ ।’
32 किंतु मेरा तुमसे कहना है कि हर एक, जो वैवाहिक व्यभिचार के अलावा किसी अन्य कारण से अपनी पत्नी से तलाक लेता है, वह अपनी पत्नी को व्यभिचार की ओर ढकेलता है और जो कोई उस त्यागी हुई से विवाह करता है, व्यभिचार करता है.
ବନ୍‌ଡ ଞେନ୍‌ ଆମ୍ୱେଞ୍ଜିଆଡଙ୍‌ ବର୍ତବେନ୍‌, ଅଙ୍ଗା ମନ୍‌ରା ଆ ଡୁକ୍ରିନ୍‌ ଅଃଡ୍ଡାରିଲନ୍‌ ଜନଙ୍‌ଡେନ୍‌ ଆନ୍ନା ଡୋସା ଆସନ୍‌ ଆନିନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ଅମ୍‌ଡୁଙ୍‌ତେ, ତି ଆ ମନ୍‌ରା ଆ ଡୁକ୍ରିନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ଅବ୍‌ଡାରିନେତେ, ଆରି ଆନା ଆଡୁଙ୍‌ନେବଜନ୍‌ ବିବାତନେ, ଆନିନ୍‌ ଡାରିତନେ ।”
33 “तुम्हें मालूम होगा कि पूर्वजों से कहा गया था: ‘झूठी शपथ मत लो परंतु प्रभु से की गई शपथ को पूरा करो.’
“ଆରି ନିୟ୍‌ ଆମ୍ୱେଞ୍ଜି ଅମ୍‌ଡଙ୍‌ଲେ ଏଜିର୍ରାୟ୍‌, ପୁର୍ବାନ୍‌ ମନ୍‌ରାଞ୍ଜିଆଡଙ୍‌ ଏନ୍ନେଲେ ବନରନ୍‌ ଡେଲୋ, ‘ପ୍ରବୁନ୍‌ ଆମଙ୍‌ ଅଙ୍ଗାତେ ଏପର୍ମାଡ଼ାଲନ୍‌ ତିଆତେ ଲୁମ୍‌ବା, ପର୍ମାଡ଼ାବେନ୍‌ ଏଆଲ୍ଲେଡଙେ ।’
34 किंतु मेरा तुमसे कहना है कि शपथ ही न लो; न तो स्वर्ग की, क्योंकि वह परमेश्वर का सिंहासन है,
ବନ୍‌ଡ ଞେନ୍‌ ଆମ୍ୱେଞ୍ଜିଆଡଙ୍‌ ବର୍ତବେନ୍‌, ଆଙ୍ଗିୟ୍‌ ଏପର୍ମାଡ଼ାଡଙ୍‌ନେ, ରୁଆଙନ୍‌ ଆଞୁମ୍‌ଲୋଙ୍‌ ଏପର୍ମାଡ଼ାଡଙ୍‌ନେ, ଇନିଆସନ୍‌ଗାମେଣ୍ଡେନ୍‌ ତିଆତେ ଇସ୍ୱରନ୍‌ ଆ ତରଙ୍କୁମ୍‌;
35 न पृथ्वी की, क्योंकि वह उनके चरणों की चौकी है, न येरूशलेम की, क्योंकि वह राजाधिराज का नगर है
ପୁର୍ତିନ୍‌ ଆଞୁମ୍‌ଲୋଙ୍‌ ଏପର୍ମାଡ଼ାଡଙ୍‌ନେ, ଇନିଆସନ୍‌ଗାମେଣ୍ଡେନ୍‌ ତିଆତେ ଇସ୍ୱରନ୍‌ ଆ ଡରକ୍କୋଜଙ୍‌; ଜିରୁସାଲମନ୍‌ ଆଞୁମ୍‌ଲୋଙ୍‌ ଏପର୍ମାଡ଼ାଡଙ୍‌ନେ, ଇନିଆସନ୍‌ଗାମେଣ୍ଡେନ୍‌ ତିଆତେ ସୋଡ଼ା ରାଜାନ୍‌ ଆ ଗଡ଼ା;
36 और न ही अपने सिर की, क्योंकि तुम एक भी बाल न तो काला करने में समर्थ हो और न ही सफ़ेद करने में;
ଆରି ଅବବ୍‌ଲୋଙ୍‌ବେନ୍‌ ଏପର୍ମାଡ଼ାଡଙ୍‌ନେ, ଇନିଆସନ୍‌ଗାମେଣ୍ଡେନ୍‌ ତେତ୍ତେ ଆ ଉଉ ଅବୟ୍‌ ଓୟ୍‌ଲେ ଅବ୍‌ୟଗାଲେ କି ଅବ୍‌ଜେଏଲେ ଏଃର୍ରପ୍ତିଏ ।
37 परंतु तुम्हारी बातो में ‘हां’ का मतलब हां और ‘न’ का न हो—जो कुछ इनके अतिरिक्त है, वह उस दुष्ट द्वारा प्रेरित है.
ବନ୍‌ଡ ‘ଓଓ’ କଡାଡ଼ିବେନ୍‌ ‘ଓଓ’ ଡେଏତୋ, ‘ଇଜ୍ଜା’ କଡାଡ଼ିନ୍‌ ‘ଇଜ୍ଜା’ ଡେଏତୋ; ଡିୟ୍‌ନେ ସିଲଡ୍‌ ଅଙ୍ଗାତେ ଆରି ଗୋଗୋୟ୍‌ତେ, ତିଆତେ ପରାନ୍‌ସାତ୍ତିନ୍‌ ସିଲଡ୍‌ ଡୁଙ୍‌ତନାୟ୍‌ ।”
38 “तुम्हें यह तो मालूम है कि यह कहा गया था: ‘आंख के लिए आंख तथा दांत के लिए दांत.’
“ଏନ୍ନେଲେ ବର୍ନେନ୍‌ ଡକୋ, ତିଆତେ ଆମ୍ୱେଞ୍ଜି ଆଅମ୍‌ଡଙ୍‌ଜି, ‘ଅମଡନ୍‌ ଆସନ୍‌ ଅମଡନ୍‌ ଆରି ଅଜିନ୍‌ ଆସନ୍‌ ଅଜିନ୍‌ ।’
39 किंतु मेरा तुमसे कहना है कि बुरे व्यक्ति का सामना ही न करो. इसके विपरीत, जो कोई तुम्हारे दायें गाल पर थप्पड़ मारे, दूसरा गाल भी उसकी ओर कर दो.
ବନ୍‌ଡ ଞେନ୍‌ ଆମ୍ୱେଞ୍ଜିଆଡଙ୍‌ ବର୍ତବେନ୍‌, ପେଲ୍ଲାମରନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ଏଡଙ୍‌ଡଙେ, ଆର୍ପାୟ୍‌ ଆନା ଅର୍ଜଡ଼ୋମ୍‌ଗଡ୍‌ କୋତାୟ୍‌ତମ୍‌ଲୋଙ୍‌ବେନ୍‌ ତିଡ୍‌ତବେନ୍‌, ଆନିନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ଆରି ମିୟ୍‌ତାଲ୍‌ଗଡ୍‌ ଆ କୋତାୟ୍‌ତମ୍‌ ନିୟ୍‌ ଅବ୍‌ତୁୟ୍‌ବା ।
40 यदि कोई तुम्हें न्यायालय में घसीटकर तुम्हारा कुर्ता लेना चाहे तो उसे अपनी चादर भी दे दो.
ଆରି ଆନ୍ନିଙ୍‌ ଅବୟ୍‌ନେ ସିନ୍‌ରିବେନ୍‌ ପାଙ୍‌ପାଙନ୍‌ ଆସନ୍‌ ଆମ୍ୱେନ୍‌ଆଡଙ୍‌ କେସୁଡାଲେ ପନ୍‌ସୁଆତିଲୋଙନ୍‌ କାୟ୍‌କାୟେନ୍‌ ଡେନ୍‌, ଆନିନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ମାଟବେନ୍‌ ନିୟ୍‌ ତିୟ୍‌ବା ।
41 जो कोई तुम्हें एक किलोमीटर चलने के लिए मजबूर करे उसके साथ दो किलोमीटर चले जाओ.
ଆରି ଅନ୍ନିଙ୍‌ ଅବୟ୍‌ ସିପ୍ପାୟନ୍‌ ଆ ଜନିରାନ୍‌ ବୋୟ୍‌ଲେ ଆମ୍ବେନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ବଡଗାଁୟ୍‌ ବକୋସ ଆ ତଙର୍‌ ପାଙା ଗାମେନ୍‌ ଡେନ୍‌, ଆନିନ୍‌ ସରିନ୍‌ ବାଗୁ କୋସ ଜିର୍ବା ।
42 उसे, जो तुमसे कुछ मांगे, दे दो और जो तुमसे उधार लेना चाहे, उससे अपना मुख न छिपाओ.
ଆନା ଆମ୍ୱେନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ବେଡ୍‌ତବେନ୍‌, ଆନିନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ତିୟ୍‌ବା, ଆରି ଆନା ଆମ୍ୱେନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ରେୟାନ୍‌ ବେଡ୍‌ତବେନ୍‌, ଆନିନ୍‌ ଏଅସାଡଙ୍‌, ଆନିନ୍‌ ତିୟ୍‌ବା ।”
43 “तुम्हें यह तो मालूम है कि यह कहा गया था: ‘अपने पड़ोसी से प्रेम करो और अपने शत्रु से घृणा.’
“ଗଡ଼ିବେନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ଡୁଙ୍‌ୟମ୍‌ବା, ଆରି ବନେରାବେନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ଏଡ଼ୁର୍‌ମଡ୍‌ବା, ଗାମ୍‌ଲେ ଆମ୍ୱେଞ୍ଜି ଆଅମ୍‌ଡଙ୍‌ଜି ।
44 किंतु मेरा तुमसे कहना है कि अपने शत्रुओं से प्रेम करो और अपने सतानेवालों के लिए प्रार्थना;
ବନ୍‌ଡ ଞେନ୍‌ ଆମ୍ୱେଞ୍ଜିଆଡଙ୍‌ ବର୍ତବେନ୍‌, ବନେରାବେନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ଡୁଙ୍‌ୟମ୍‌ବା, ଆରି ଆନାଜି ଆମ୍ବେଞ୍ଜିଆଡଙ୍‌ ଡଣ୍ଡାୟ୍‌ତବେଞ୍ଜି, ଆନିଞ୍ଜି ଆସନ୍‌ ପାର୍ତନାନାବା,
45 कि तुम अपने स्वर्गीय पिता की संतान हो जाओ, क्योंकि वे बुरे और भले दोनों पर ही सूर्योदय करते हैं. इसी प्रकार वे धर्मी तथा अधर्मी, दोनों पर ही वर्षा होने देते हैं.
ଏତ୍ତେଲ୍‌ଡେନ୍‌ ଆମ୍ୱେଞ୍ଜି ରୁଆଙ୍‌ଲୋଙନ୍‌ ଆଡ୍ରକୋତନେନ୍‌ ଆପେୟ୍‌ବେନ୍‌ ଆଅନ୍‌ଜି ଡେତବେନ୍‌; ଆନିନ୍‌ ପେଲ୍ଲାମରଞ୍ଜି ଡ ମନଙ୍‌ମରଞ୍ଜି ଆ ତୋଣ୍ଡୋଲୋଙ୍‌ ଆ ଓୟୋଙନ୍‌ ଅବ୍‌ଡୁଙ୍‌ନେତେ, ଆରି ଆନିନ୍‌ ଡରମ୍ମମରଞ୍ଜି ଡ ଏର୍‌ଡରମ୍ମମରଞ୍ଜି ଆସନ୍‌ ତରୁବନ୍‌ ଆପ୍ପାୟ୍‌ତାୟ୍‌ ।
46 यदि तुम प्रेम मात्र उन्हीं से करते हो, जो तुमसे प्रेम करते हैं तो तुम किस प्रतिफल के अधिकारी हो? क्या चुंगी लेनेवाले भी यही नहीं करते?
ଆରି, ଆନାଜି ଆମ୍ବେଞ୍ଜିଆଡଙ୍‌ ଡୁଙ୍‌ୟମ୍‌ତବେଞ୍ଜି, ଆନିଞ୍ଜିଆଡଙ୍‌ ତୁମ୍‌ ଏଡୁଙ୍‌ୟମେଞ୍ଜି ଡେନ୍‌, ଆମ୍ୱେଞ୍ଜି ଇନି ଆ ପୁରସ୍କାର ଏଞାଙ୍‌ତେ? ପାନୁବେଡ୍‌ମରଞ୍ଜି ନିୟ୍‌ ତିଆତେ ଅଃଲ୍ଲୁମେଜି ପଙ୍‌?
47 यदि तुम मात्र अपने बंधुओं का ही नमस्कार करते हो तो तुम अन्यों से अतिरिक्त ऐसा कौन सा सराहनीय काम कर रहे हो? क्या गैर-यहूदी भी ऐसा ही नहीं करते?
ଆରି, ଆମ୍ୱେଞ୍ଜି ରମ୍ମଙ୍‌ ରମ୍ମଙ୍‌ ବୋଞାଙ୍‌ବେଞ୍ଜିଆଡଙ୍‌ ତୁମ୍‌ ଏଲୋମେଞ୍ଜି ଡେନ୍‌, ଏତ୍ତେଲ୍‌ଡେନ୍‌ ଇନି ଆରି ଗୋଗୋୟ୍‌ ଏଲୁମ୍‌ତେ? ଏର୍‌ଡର୍ନେମରଞ୍ଜି ନିୟ୍‌ ତିଆତେ ଅଃଲ୍ଲୁମେଜି ପଙ୍‌?
48 इसलिये ज़रूरी है कि तुम सिद्ध बनो, जैसे तुम्हारे स्वर्गीय पिता सिद्ध हैं.
ତିଆସନ୍‌, ରୁଆଙ୍‌ଲୋଙନ୍‌ ଆଡ୍ରକୋତନେନ୍‌ ଆପେୟ୍‌ବେନ୍‌ ଏଙ୍ଗାଲେ ସତଙ୍‌, ଆମ୍ୱେଞ୍ଜି ନିୟ୍‌ ଏତ୍ତେଲେ ସବ୍‌ତଙ୍‌ନାବା ।”

< मत्ती 5 >