< मत्ती 11 >
1 जब येशु अपने बारह शिष्यों को निर्देश दे चुके, वह शिक्षा देने और प्रचार के लिए वहां से उनके नगरों में चले गए.
第五款 イエズス及洗者ヨハネ 斯てイエズス十二の弟子に命じ畢り給ひて、彼等の町々に教へ且説教せんとて、其處を去り給ひしが、
2 बंदीगृह में जब योहन ने मसीह के कामों के विषय में सुना उन्होंने अपने शिष्यों को येशु से यह पूछने भेजा,
ヨハネは監獄に在りてキリストの業を聞きしかば、其弟子の二人を遣はして、
3 “क्या आप वही है, जिसकी प्रतिज्ञा तथा प्रतीक्षा की गई हैं, या हम किसी अन्य का इंतजार करें?”
彼に云はしめけるは、來るべき者は汝なるか、或は我等の待てる者尚他に在るか、と。
4 येशु ने उन्हें उत्तर दिया, “जो कुछ तुम देख और सुन रहे हो उसकी सूचना योहन को दे दो:
イエズス彼等に答へて曰ひけるは、往きて汝等の聞き且見し所をヨハネに告げよ、
5 अंधे देख पा रहे हैं, लंगड़े चल रहे हैं, कोढ़ के रोगियों को शुद्ध किया जा रहा है, बहिरे सुनने लगे हैं, मरे हुए दोबारा जीवित किए जा रहे हैं तथा कंगालों को सुसमाचार सुनाया जा रहा है.
瞽者は見え、跛者は歩み、癩病者は潔くなり、聾者は聞え、死者は蘇り、貧者は福音を聞かせらる、
6 धन्य है वह, जिसका विश्वास मुझ पर से नहीं उठता.”
斯て我に就きて躓かざる人は福なり、と。
7 जब योहन के शिष्य वहां से जा ही रहे थे, प्रभु येशु ने भीड़ से योहन के विषय में कहना प्रारंभ किया, “तुम्हारी आशा बंजर भूमि में क्या देखने की थी? हवा में हिलते हुए सरकंडे को?
彼等の去るや、イエズスヨハネの事を群衆に語り出で給ひけるは、汝等何を見んとて荒野に出しぞ、風に動かさるる葦か。
8 यदि यह नहीं तो फिर क्या देखने गए थे? कीमती वस्त्र धारण किए हुए किसी व्यक्ति को? जो ऐसे वस्त्र धारण करते हैं उनका निवास तो राजमहलों में होता है.
然らば何を見んとて出しぞ、柔き物を着たる人か、看よ、柔き物を着たる人々は帝王の家に在り。
9 तुम क्यों गए थे? किसी भविष्यवक्ता से भेंट करने? हां! मैं तुम्हें बता रहा हूं कि यह वह हैं, जो भविष्यवक्ता से भी बढ़कर हैं
然らば何を見んとて出しぞ、預言者か、我汝等に告ぐ、然り、預言者よりも優れる者なり。
10 यह वह हैं जिनके विषय में लिखा गया है: “‘मैं अपना दूत तुम्हारे आगे भेज रहा हूं, जो तुम्हारे आगे-आगे जाकर तुम्हारे लिए मार्ग तैयार करेगा.’
録して「看よ、我使を汝の面前に遣はさん、彼汝に先ちて汝の道を備ふべし」とあるは、彼が事なり。
11 सच तो यह है कि आज तक जितने भी मनुष्य हुए हैं उनमें से एक भी बपतिस्मा देनेवाले योहन से बढ़कर नहीं. फिर भी स्वर्ग-राज्य में छोटे से छोटा भी योहन से बढ़कर है.
我誠に汝等に告ぐ、婦より生れたる者の中に、洗者ヨハネより大なる者は未曾て起らず、然れど天國にて最小き人も、彼よりは大なり。
12 बपतिस्मा देनेवाले योहन के समय से लेकर अब तक स्वर्ग-राज्य प्रबलतापूर्वक फैल रहा है और आकांक्षी-उत्साही व्यक्ति इस पर अधिकार कर रहे हैं.
洗者ヨハネの日より今に至りて、天國は暴力に襲はれ、暴力の者之を奪ふ、
13 भविष्यद्वक्ताओं तथा व्यवस्था की भविष्यवाणी योहन तक ही थी.
其は諸の預言者と律法との預言したるは、ヨハネに至る迄なればなり。
14 यदि तुम इस सच में विश्वास कर सको तो सुनो: योहन ही वह एलियाह हैं जिनका दोबारा आगमन होना था.
汝等若暁らんと欲せば、彼は來るべきエリアなり。
15 जिसके सुनने के कान हों, वह सुन ले.
聴く耳を持てる人は聴け。
16 “इस पीढ़ी की तुलना मैं किससे करूं? यह बाजारों में बैठे हुए उन बालकों के समान है, जो पुकारते हुए अन्यों से कह रहे हैं:
現代を誰に比へんか、恰も衢に坐せる童が友等に叫びて、
17 “‘जब हमने तुम्हारे लिए बांसुरी बजाई, तुम न नाचे; हमने शोक गीत भी गाए, फिर भी तुम न रोए.’
我等汝等の為に笛吹きたれども汝等踊らず、我等嘆きたれども汝等悲しまざりき、と云ふに似たり。
18 योहन रोटी नहीं खाते, और दाखरस नहीं पीते थे. इसलिये लोगों ने घोषणा की, ‘उसमें दुष्टात्मा है.’
蓋ヨハネ來りて飲食せざれば、惡魔に憑かれたりと云はれ、
19 मनुष्य का पुत्र खाते-पीते आया, और उन्होंने घोषित कर दिया, ‘अरे, वह तो पेटू और पियक्कड़ है; वह तो चुंगी लेनेवालों और अपराधी व्यक्तियों का मित्र है!’ बुद्धि अपने कामों से सही साबित होती है.”
人の子來りて飲食すれば、看よ彼は食を貪り酒を飲む人にて、税吏及罪人の友なり、と云はる。然りながら智恵は其子等に義しとせられたり、と。
20 येशु ने अधिकांश अद्भुत काम इन्हीं नगरों में किए थे; फिर भी इन नगरों ने पश्चाताप नहीं किया था, इसलिये येशु इन नगरों को धिक्कारने लगे.
第六款 不信仰の報と信仰の報 然てイエズス、奇蹟の多く行はれたる町々の改心せざるによりて、之を責め始め給ひけるは、
21 “धिक्कार है तुझ पर कोराज़ीन! धिक्कार है तुझ पर बैथसैदा! ये ही अद्भुत काम, जो तुझमें किए गए हैं यदि सोर और सीदोन नगरों में किए जाते तो वे विलाप-वस्त्र पहन, सिर पर राख डाल कब के पश्चाताप कर चुके होते!
禍なる哉汝コロザイン、禍なる哉汝ベッサイダ。蓋汝等の中に行はれし奇蹟、若チロとシドンとの中に行はれしならば、彼等は夙に改心して、荒き毛衣を纏ひ灰を蒙りしならん。
22 फिर भी मैं कहता हूं, सुनो: न्याय-दिवस पर सोर और सीदोन नगरों का दंड तेरे दंड से अधिक सहने योग्य होगा.
然れば我汝等に告ぐ、審判の日に於て、チロとシドンとは汝等よりも忍び易からん。
23 और कफ़रनहूम, तू! क्या तू स्वर्ग तक ऊंचा किए जाने की आशा कर रहा है? अरे! तुझे तो पाताल में उतार दिया जाएगा क्योंकि जो अद्भुत काम तुझमें किए गए, यदि वे ही सोदोम नगर में किए गए होते तो वह आज भी बना होता. (Hadēs )
カファルナウムよ、汝も何ぞ天にまで上げられんや、當に地獄にまでも陥るべし。蓋汝の中に行はれし奇蹟、若ソドマに行はれしならば、彼は必ず今日まで猶遺りしならん。 (Hadēs )
24 फिर भी आज जो मैं कह रहा हूं उसे याद रख: न्याय-दिवस पर सोदोम नगर का दंड तेरे दंड से अधिक सहने योग्य होगा.”
然れば我汝等に告ぐ、審判の日に於て、ソドマの地は汝よりも忍び易からん、と。
25 यह वह अवसर था जब येशु ने इस प्रकार कहा: “पिता! स्वर्ग और पृथ्वी के स्वामी, मैं आपकी स्तुति करता हूं कि आपने ये सभी सच बुद्धिमानों और ज्ञानियों से छुपा रखे और नन्हे बालकों पर प्रकट कर दिए क्योंकि पिता, आपकी दृष्टि में यही अच्छा था.
其時イエズス復曰ひけるは、天地の主なる父よ、我汝を稱賛す、其は是等の事を學者智者に隠して、小き人々に顕し給ひたればなり。
26 सच है, पिता, क्योंकि इसी में आपको परम संतोष था.
然り父よ、斯の如きは御意に適ひし故なり。
27 “मेरे पिता द्वारा सब कुछ मुझे सौंप दिया गया है. पिता के अलावा कोई पुत्र को नहीं जानता और न ही कोई पिता को जानता है, सिवाय पुत्र के तथा वे, जिन पर वह प्रकट करना चाहें.
一切の物は我父より我に賜はれり、父の外に子を知る者なく、子及子より肯て示されたらん者の外に、父を知る者なし。
28 “तुम सभी, जो थके हुए तथा भारी बोझ से दबे हो, मेरे पास आओ, तुम्हें विश्राम मैं दूंगा.
我に來れ、総て勞苦して重荷を負へる者よ、我は汝等を回復せしめん。
29 मेरा जूआ अपने ऊपर ले लो और मुझसे सीखो क्योंकि मैं दीन और हृदय से नम्र हूं और तुम्हें मन में विश्राम प्राप्त होगा
我は柔和にして心謙遜なるが故に、汝等自我軛を取りて我に學べ、然らば汝等の魂に安息を得べし。
30 क्योंकि सहज है मेरा जूआ और हल्का है मेरा बोझ.”
其は我が[負はする]軛は快く、荷は軽ければなり。