< मरकुस 9 >

1 तब मसीह येशु ने उनसे कहा, “मैं तुम पर एक अटल सच्चाई प्रकट कर रहा हूं: यहां उपस्थित व्यक्तियों में कुछ ऐसे हैं, जो मृत्यु तब तक न चखेंगे, जब तक वे परमेश्वर के राज्य को सामर्थ्य के साथ आया हुआ न देख लें.”
ଆରିତରେକ୍‌ ଜିସୁ ସେମନ୍‌କେ କଇଲା, ମୁଇ ତମ୍‌କେ ସତ୍‌ କାତା କଇଲିନି । ସେଟାର୍‌ପାଇ ସୁନା, ଏବେ ଇତି ରଇବା କେତେ ଲକ୍‌ମନ୍‌, ପର୍‌ମେସର୍‌ ରାଜା ଅଇକରି ତାର୍‌ ରାଇଜ୍‌ ସାସନ୍‌ କର୍‌ବାଟା ନ ଦେକ୍‌ବା ଜାକ ନ ମରାସ୍‌ ।
2 छः दिन बाद मसीह येशु केवल पेतरॉस, याकोब तथा योहन को एक ऊंचे पर्वत पर ले गए कि उन्हें वहां एकांत मिल सके. वहां उन्हीं के सामने मसीह येशु का रूपान्तरण हुआ.
ଚଅ ଦିନ୍‌ ପଚେ ଜିସୁ ପିତର୍‌ ଜାକୁବ୍‌ ଆରି ଜଅନକେ ତାର୍‌ ସଙ୍ଗ୍‌ ମିସ୍‌ତେ ଡାକିକରି କେ ନଇବା ଗଟେକ୍‌ ଡେଙ୍ଗ୍‌ ପର୍‌ବତ୍‌ ଉପ୍‌ରେ ଗାଲା । ସିତି ସେମନର୍‌ ମୁଆଟେ ତାର୍‌ ରୁପ୍‌ ବଦ୍‌ଲିଗାଲା ।
3 उनके वस्त्र उज्जवल तथा इतने अधिक सफ़ेद हो गए कि पृथ्वी पर कोई भी किसी भी रीति से इतनी उज्जवल सफेदी नहीं ला सकता.
ଆରି ତାର୍‌ ପଚିଆ ବେସି ଜଗ୍‌ଜଗି ଜାଇ, ଦବ୍‌ ଅଇଗାଲା । ଆରି ଏ ଦୁନିଆ ଇସାବେ କେ ମିସା ସେନ୍ତି ଦବ୍‌ କରି ଦଇନାପାରତ୍‌ ।
4 उन्हें वहां मोशेह के साथ एलियाह दिखाई दिए. वे मसीह येशु के साथ बातें कर रहे थे.
ଆରି ମସାର୍‌ ସଙ୍ଗ୍‍ ଏଲିୟ ଆରି ଜିସୁ ମିସ୍‌ତେ କାତାବାର୍‌ତା ଅଇବାଟା ସେମନ୍‌କେ ଡିସ୍‌ଲା ।
5 यह देख पेतरॉस बोल उठे, “रब्बी! हमारा यहां होना कितना सुखद है! हम यहां तीन मंडप बनाएं—एक आपके लिए, एक मोशेह के लिए तथा एक एलियाह के लिए.”
ତେଇ ପିତର୍‌ ଜିସୁକେ କଇଲା, “ଏ ଗୁରୁ ଆମେ ଇତି ରଇବାଟା ନିକ । ଇତି ତିନ୍‌ଟା କୁଡିଆ ତିଆର୍‌ କରୁ । ତମର୍‌ପାଇ ଗଟେକ୍‌, ମସାର୍‌ପାଇ ଗଟେକ୍‌ ଆରି ଏଲିୟର୍‌ ପାଇ ଗଟେକ୍‌ ।”
6 पेतरॉस को यह मालूम ही न था कि वह क्या कहे जा रहे हैं—इतने अत्यधिक भयभीत हो गए थे शिष्य!
ପିତର୍‌ କଇବା ବିସଇ କାଇଟା ବଲି ନିଜେ ନାଜାନି ରଇଲା । କାଇକେବଇଲେ ସେମନ୍‌ ବେସି ଡରିଜାଇରଇଲାଇ ।
7 तभी एक बादल ने वहां अचानक प्रकट होकर उन्हें ढक लिया और उसमें से निकला एक शब्द सुनाई दिया, “यह मेरा पुत्र है—मेरा परम प्रिय—जो वह कहता है, उस पर ध्यान दो!”
ଆରି ସେମନ୍‌କେ ମେଗର୍‌ ଚାଇ ଡାବିଅଇଦେଲା । ସେ ମେଗେଅନି ଏନ୍ତାରି କାତା ଅଇଲା, “ଏ ମର୍‌ ଆଲାଦର୍‌ ପ, ଆର୍‌ କାତା ସୁନା ।”
8 तभी उन्होंने देखा कि मसीह येशु के अतिरिक्त वहां कोई भी न था.
ଆରି ଅଟାତ୍‌ ସେମନ୍‌ ଚାରିବେଡ୍‌ତି ଦେକ୍‌ଲାଇ, ତାକର୍‌ ସଙ୍ଗ୍‍ ଜିସୁକେ ଚାଡି ଆରି କାକେ ମିସା ଦେକତ୍‌ ନାଇ ।
9 पर्वत से नीचे उतरते हुए मसीह येशु ने शिष्यों को सावधान किया कि जब तक मनुष्य का पुत्र मरे हुओं में से जीवित न हो जाए, तब तक जो उन्होंने देखा है उसकी चर्चा किसी से न करें.
ସେମନ୍‌ ପର୍‌ବତେ ଅନି ଉତର୍‌ଲାବେଲେ ଜିସୁ ସେମନ୍‌କେ ଡାଟ୍‌ ସଙ୍ଗ୍‍ ଆଦେସ୍‌ ଦେଇ ଏନ୍ତି ବଲି କଇଲା, “ପର୍‌ମେସରର୍‌ ଟାନେଅନି ଆସିରଇବା ନର୍‌ପିଲା ମୁଇ, ମଲାଟାନେଅନି ଆରିତରେକ୍‌ ନ ଉଟ୍‌ବା ଜାକ ଇତି କାଇକାଇଟା ତମେ ଦେକ୍‌ଲାସ୍‌, ସେ ବିସଇ କାକେମିସା ନ କୁଆ ।”
10 इस घटना को उन्होंने अपने तक ही सीमित रखा. हां, वे इस विषय पर विचार-विमर्श अवश्य करते रहे कि मरे हुओं में से जीवित होने का मतलब क्या हो सकता है.
୧୦ସେଟାର୍‌ପାଇ ପର୍‌ବତ୍‌ ଉପ୍‌ରେ ଜାଇଟା ସେମନ୍‌ ଦେକ୍‌ଲାଇ, ସେ ବିସଇ କାକେମିସା କଅତ୍‌ ନାଇ । ମାତର୍‌ ମଲାଟାନେଅନି ଆରିତରେକ୍‌ ଉଟ୍‌ବା ଅରତ୍‌ କାଇଟା ବଲିକରି ସେମନ୍‌ କାତାବାର୍‌ତା ଅଇତେରଇଲାଇ ।
11 शिष्यों ने मसीह येशु से प्रश्न किया, “क्या कारण है कि शास्त्री कहते हैं कि पहले एलियाह का आना अवश्य है?”
୧୧ସିସ୍‌ମନ୍‌ ଜିସୁକେ ପାଚାର୍‌ଲାଇ, “ଏଲିୟ ପର୍‌ତୁମ୍‌ ଆଇବାର୍‌ ଆଚେ ବଲି ନିୟମ୍‌ ସିକାଇଦେବା ଲକ୍‌ମନ୍‌ କାଇକେ କଇଲାଇନି?”
12 मसीह येशु ने उन्हें उत्तर दिया, “सच है. एलियाह ही पहले आएगा तथा सब कुछ व्यवस्थित करेगा. अब यह बताओ: पवित्र शास्त्र में मनुष्य के पुत्र के विषय में यह वर्णन क्यों है कि उसे अनेक यातनाएं दी जाएंगी तथा उसे तुच्छ समझा जाएगा?
୧୨ଜିସୁ ତାର୍‌ ସିସ୍‌ମନ୍‌କେ କଇଲା, “ଉଁ ପର୍‌ମେସରର୍‌ ବଇତେଇ ଏଲିୟ ଆଗ୍‌ତୁ ଆଇସି ବଲି ଲେକା ଅଇଲାକାତା ସତ୍‌ସେ । ଏଲିୟ ପର୍‌ତୁମ୍‌ ଆସିକରି ସବୁ ବିସଇ ଟିକ୍ କର୍‌ସି, ମାତର୍‌ ପର୍‌ମେସର୍‌ ଅନି ଆସିରଇବା ନର୍‌ପିଲା ମୁଇ ବେସି ବେସି କସ୍‌ଟ ପାଇବି ଆରି ଲକ୍‌ମନ୍‌ ମକେ ନ ନାମତ୍‌ ବଲି ମିସା କାଇ ପର୍‌ମେସରର୍‌ ବଇଟାନେ ଲେକା ଅଏନାଇ କି?
13 सुनो! वास्तव में एलियाह आ चुके है और उन्होंने उनके साथ मनमाना व्यवहार किया—ठीक जैसा कि वर्णन किया गया था.”
୧୩ମୁଇ ତମ୍‌କେ ସତ୍‌ କଇଲିନି, ଏବେ ଏଲିୟ ଆସି ସାର୍‌ଲା ଆଚେ । ଆରି ତାର୍‌ ବିସଇ ପର୍‌ମେସର୍‌ ଟାନେ କାଇଟା ଲେକା ଅଇଲା ଆଚେ, ସେ ସେନ୍ତିସେ ଲକ୍‌ମନ୍‌ ମିସା ତାକର୍‌ ନିଜର୍‌ ମନ୍‍ କଲା ଇସାବେ କରାପ୍‌ ଚଲାଚଲ୍‌ତି କଲାଇ ।”
14 जब ये तीन लौटकर शेष शिष्यों के पास आए तो देखा कि एक बड़ी भीड़ उन शिष्यों के चारों ओर जमा हो गई है और शास्त्री वाद-विवाद किए जा रहे थे.
୧୪ତାର୍‌ପଚେ ଜିସୁ, ପିତର୍‌, ଜାକୁବ୍‌ ଆରି ଜଅନ୍‌ ବିନ୍‌ ସିସ୍‌ମନର୍‌ ଲଗେ କେଟ୍‌ଲାବେଲେ ତେଇ ବେସି ଲକ୍‌ମନ୍‌ ରୁଣ୍ଡିରଇବାଟା ଦେକ୍‌ଲାଇ । ଆରି ନିୟମ୍‌ ସିକାଇଦେବା ଲକ୍‌ମନ୍‌ ସିସ୍‌ମନର୍‌ ସଙ୍ଗ୍‌ ଦଦାପେଲା ଅଇତେରଇଲାଇ ।
15 मसीह येशु को देखते ही भीड़ को आश्चर्य हुआ और वह नमस्कार करने उनकी ओर दौड़ पड़ी.
୧୫ଲକ୍‌ମନ୍‌ ଜେଡେବେଲ୍‌ ଜିସୁ ତେଇ ଆଇବାଟା ଦେକ୍‌ଲାଇ, ସାର୍‌ଦାରେ କାବା ଅଇଗାଲାଇ ଆରି ଜିସୁକେ ଦୁକ୍‌ ସୁକ୍‌ ପାଚାର୍‌ବାକେ ତାର୍‌ଲଗେ ପାଲାଇ ଆସି ଜୁଆର୍‌ କର୍‌ବାର୍‌ ଦାର୍‌ଲାଇ ।
16 मसीह येशु ने शिष्यों से पूछा, “किस विषय पर उनसे वाद-विवाद कर रहे थे तुम?”
୧୬ଜିସୁ ତାର୍‌ ସିସ୍‌ମନ୍‌କେ ପାଚାର୍‌ଲା, “ତମେ ନିୟମ୍‌ ସିକାଇବା ଲକ୍‌, ମର୍‌ ସିସ୍‌ମନର୍‌ ସଙ୍ଗ୍‌ କାଇ ବିସଇନେଇ ଦଦାପେଲା ଅଇତେରଇଲାସ୍‌?”
17 भीड़ में से एक व्यक्ति ने उनसे कहा, “गुरुवर, मैं अपने पुत्र को आपके पास लाया था. उसमें समाई हुई आत्मा ने उसे गूंगा बना दिया है.
୧୭ସେ ମାନ୍ଦା ଲକ୍‌ମନର୍‌ ବିତ୍‌ରେଅନି ଗଟେକ୍‌ ଲକ୍‌ ଜିସୁକେ ଡାକି କଇଲା, “ଏ ଗୁରୁ, ମୁଇ ମର୍‌ ପିଲାକେ ନିକ କର୍‌ବାକେ ତମର୍‌ ଟାନେ ଆନିରଇଲି । ତାର୍‌ ବିତ୍‌ରେ ଗଟେକ୍‌ କାରାପ୍‌ ଆତ୍‌ମା ପୁରିକରି ତାକେ କାତା ଅଇବାକେ ଦେଏ ନାଇ ।
18 जब यह दुष्टात्मा उस पर प्रबल होती है, उसे भूमि पर पटक देती है. उसके मुंह से फेन निकलने लगता है, वह दांत पीसने लगता है तथा उसका शरीर ऐंठ जाता है. मैंने आपके शिष्यों से इसे निकालने की विनती की थी किंतु वे असफल रहे.”
୧୮ସେ କରାପ୍‌ ଆତ୍‌ମା ପିଲାକେ ଦାର୍‌ଲାବେଲେ, ତାକେ ମଡିକରି ଅଦ୍‌ରାଇଦେଲାନି ଆରି ତାର୍‌ ଟଣ୍ଡେଅନି ପେପୁଲ୍‌ ବାରଇଲାନି ଆରି ସେ ଦାତ୍‌ କାତର୍‌ସି । ଆରି ତାର୍‌ ଗାଗଡ୍‌ ସିଦା ଅଇଜାଇସି । ମୁଇ ତାର୍‌ତେଇ ଅନି କାରାପ୍‌ ଆତ୍‌ମାକେ ବାର୍‌କରାଇ କେଦିଦେବାଇ ବଲି ତମର୍‌ ସିସ୍‌ମନର୍‌ ଲଗେ ଆନିରଇଲି । ମାତର୍‌ ତମର୍‌ ସିସ୍‌ମନ୍‌ ନାପାର୍‌ଲାଇ ।”
19 मसीह येशु ने भीड़ से कहा, “अरे ओ अविश्वासी और बिगड़ी हुई पीढ़ी!” प्रभु येशु ने कहा, “मैं कब तक तुम्हारे साथ रहूंगा, कब तक धीरज रखूंगा? यहां लाओ बालक को!”
୧୯ଜିସୁ ସେମନ୍‌କେ କଇଲା, “ଏ ପର୍‌ମେସର୍‌କେ ବିସ୍‌ବାସ୍‌ ନ ରଇବା ଆଜିକାଲିର୍‌ ଲକ୍‌ମନ୍‌, ତମେ ବିସ୍‌ବାସ୍‌ କର୍‌ବାକେ ଆରି କେତେ ଦିନ୍‌ ମୁଇ ତମର୍‌ ସଙ୍ଗ୍‍ ରଇବାର୍‌ ଆଚେ? ଆରି କେତେଦିନ୍‌ ମୁଇ ସାଆସ୍‌ ଦାରି ତମର୍‌ ସଙ୍ଗ୍‌ ରଇବାର୍‌ ଆଚେ? ସେ ପିଲାକେ ମର୍‌ଲଗେ ଆନା ।”
20 लोग बालक को उनके पास ले आए. मसीह येशु पर दृष्टि पड़ते ही दुष्टात्मा ने बालक में ऐंठन उत्पन्‍न कर दी. वह भूमि पर गिरकर लोटने लगा और उसके मुंह से फेन आने लगा.
୨୦ଆରି ଲକ୍‌ମନ୍‌ ସେ ପିଲାକେ ଜିସୁର୍‌ଲଗେ ଆନ୍‌ଲାଇ । ସେ କରାପ୍‌ ଆତ୍‌ମା ଜିସୁକେ ଦେକ୍‌ଲା ଦାପ୍‌ରେ ପିଲାକେ ତଲେ ମଡିକରି ଅଦ୍‌ରାଇଲା । ଆରି ଗୁଣ୍ଡ୍‌ଲି ଗୁଣ୍ଡ୍‌ଲି କରି ତାର୍‌ ଟଣ୍ଡେଅନି ପେପୁଲ୍‌ ବାରଇ ଜାଇତେରଇଲା ।
21 मसीह येशु ने बालक के पिता से पूछा, “यह सब कब से हो रहा है?” “बचपन से,” उसने उत्तर दिया.
୨୧ଜିସୁ ସେ ପିଲାର୍‌ ବାବାକେ ପାଚାର୍‌ଲା, “ଏ ପିଲା ଏନ୍ତି ଅଇ କେତେଦିନ୍‌ ଅଇଲା?” ପିଲାର୍‌ ବାବା କଇଲା, “ସାନ୍‌ବେଲେଅନି” ବଲି ।
22 “इस दुष्टात्मा ने उसे हमेशा जल और आग दोनों ही में फेंककर नाश करने की कोशिश की है. यदि आपके लिए कुछ संभव है, हम पर दया कर हमारी सहायता कीजिए!”
୨୨ଆରି ସେ କଇଲା, “ସେ କାରାପ୍‌ ଆତ୍‌ମା ପିଲାକେ ମରାଇବାକେ ବେସିତର୍‌ ପାନିଟାନେ ଆରି ଜଇଟାନେ ମଡିକରି ଅଦ୍‌ରାଇ ଆଚେ । ମାତର୍‌ ତୁଇ ଜଦି କାଇଟା କର୍‌ବାକେ ପାରୁସ୍‌ ବଇଲେ ଆମର୍‌ ପାଇ ଦୟାକରି ସାଇଜ କର୍‌ ।”
23 “यदि आपके लिए!” मसीह येशु ने कहा, “सब कुछ संभव है उसके लिए, जो विश्वास करता है.”
୨୩ଜିସୁ ତାକେ କଇଲା, “କାଇକେ ଜଦି ପାରୁସ୍‌ ବଇଲେ ନିମାନ୍‌ କର୍‌ ବଲିକରି କଇଲୁସ୍‌ନି? କାଇକେବଇଲେ ପର୍‌ମେସର୍‌କେ ବିସ୍‌ବାସ୍‌ କର୍‌ବା ଲକ୍‌ମନର୍‌ ତେଇ ସବୁ ଅଇସି ।”
24 ऊंचे शब्द में बालक के पिता ने कहा, “मैं विश्वास करता हूं. मेरे अविश्वास को दूर करने में मेरी सहायता कीजिए.”
୨୪ସେ ଦାପ୍‌ରେ ପିଲାର୍‌ ବାବା ଆଉଲିଅଇକରି, “ମୁଇ ବିସ୍‌ବାସ୍‌ କଲିନି, ଆରି ଅଦିକ୍‌ ବିସ୍‌ବାସ୍‌ କର୍‌ବାକେ ମକେ ସାଇଜ କର୍‌ ।” ବଲିକରି କଇଲା ।
25 जब मसीह येशु ने देखा कि और अधिक लोग बड़ी शीघ्रतापूर्वक वहां इकट्ठा होते जा रहे हैं, उन्होंने दुष्टात्मा को डांटते हुए कहा, “ओ गूंगे और बहिरे दुष्टात्मा, मेरा आदेश है कि इसमें से बाहर निकल जा और इसमें फिर कभी प्रवेश न करना.”
୨୫ଏ ଗଟ୍‍ନାର୍‌ କାମ୍‌ ଦେକ୍‌ବାକେ ଲକ୍‌ମନ୍‌ ଏକାତରେ ପାଲାଇଆଇବାଟା ଜିସୁ ଦେକିକରି ସେ କାରାପ୍‌ ଆତ୍‌ମାକେ ଦମ୍‌କାଇକରି କଇଲା, “ଏ କରାପ୍‌ ଆତ୍‌ମା, ତୁଇ ଏ ପିଲାକେ ଗୁଲା ଆରି ବଇରା କରାଇଆଚୁସ୍‌ । ଏ ପିଲାର୍‌ ଗାଗ୍‌ଡେଅନି ବାରଇ ଉଟିଜା ଆରି କେବେ ମିସା ତାର୍‌ ଗାଗ୍‌ଡେ ନ ପୁର୍‌, ବଲି ମୁଇ ତକେ ଆଦେସ୍‌ ଦେଲିନି ।”
26 उस बालक को और भी अधिक भयावह ऐंठन में डालकर चिल्लाते हुए वह दुष्टात्मा उसमें से निकल गया. वह बालक ऐसा हो गया मानो उसके प्राण ही निकल गए हों. कुछ तो यहां तक कहने लगे, “इसकी मृत्यु हो गई है.”
୨୬ଆରି କାରାପ୍‌ ଆତ୍‌ମା ବେସି ଆଉଲିଅଇକରି ପିଲାକେ ମଡିକରି ଅଦ୍‌ରାଇ, ତାର୍‌ଟାନେଅନି ବାରଇଗାଲା । ଆରି ପିଲା ମରିଗାଲା ଲକର୍‌ ପାରା ଡିସ୍‌ଲା, ଏନ୍ତିକି କେତେକ୍‌ ଲକ୍‌ମନ୍‌ “ସେ ମରିଗାଲା ।” ବଲିକରି କଇଲାଇ ।
27 किंतु मसीह येशु ने बालक का हाथ पकड़ उसे उठाया और वह खड़ा हो गया.
୨୭ମାତର୍‌ ଜିସୁ ସେ ପିଲାକେ ଆତେଦାରି ଉଟାଇକରି ତାକେ ଟିଆ କରାଇଲାକେ ସେ ଟିଆଅଇଲା ।
28 जब मसीह येशु ने उस घर में प्रवेश किया एकांत पाकर शिष्यों ने उनसे पूछा, “हम उस दुष्टात्मा को क्यों नहीं निकाल सके?”
୨୮ଜିସୁ ଆରି ତାର୍‌ ସିସ୍‌ମନ୍‌ ଗଟେକ୍‌ ଗର୍‌ ବିତ୍‌ରେ ଗାଲାପଚେ, ଲକ୍‌ମନ୍‌ କେ ନଇଲାବେଲେ ତାକେ ପାଚାର୍‌ଲାଇ, “ଆମେ କାଇକେ ସେ କାରାପ୍‌ ଆତ୍‌ମାକେ କେଦି ନାପାର୍‌ଲୁ?”
29 येशु ने उत्तर दिया, “सिवाय प्रार्थना के इस वर्ग निकाला ही नहीं जा सकता.”
୨୯ଏ କାତା ସୁନି ଜିସୁ ସେମନ୍‌କେ କଇଲା, “ଏନ୍ତାରି କାରାପ୍‌ ଆତ୍‌ମା ପର୍‍ମେସର୍‍କେ ପାର୍‌ତନା କରିସେ କେଦ୍‌ବାର୍‌ ଅଇସି, ଆରି କାଇ ବାଟ୍‌ ନାଇ ।”
30 वहां से निकलकर उन्होंने गलील प्रदेश का मार्ग लिया. मसीह येशु नहीं चाहते थे कि किसी को भी इस यात्रा के विषय में मालूम हो.
୩୦ତାର୍‌ପଚେ ଜିସୁ ଆରି ତାର୍‌ ସିସ୍‌ମନ୍‌ ସେ ଜାଗା ଚାଡିକରି ଉଟିଗାଲାଇ । ସେମନ୍‌ ଗାଲିଲି ଦେସର୍‌ ବାଟ୍‍ଦେଇକରି ଜାଇତେରଇଲାଇ । ସେମନ୍‌ କନ୍‌ ଜାଗାଇ ଆଚତ୍‌ ବଲିକରି ଲକ୍‌ମନ୍‌ ନ ଜାନତ୍‌ ବଲି ଜିସୁ ମନ୍‍ କର୍‌ତେରଇଲା
31 इसलिये कि मसीह येशु अपने शिष्यों को यह शिक्षा दे रहे थे, “मनुष्य का पुत्र मनुष्यों के हाथों पकड़वा दिया जाएगा. वे उसकी हत्या कर देंगे. तीन दिन बाद वह मरे हुओं में से जीवित हो जाएगा.”
୩୧କାଇକେବଇଲେ ସେ ତାର୍‌ ସିସ୍‌ମନ୍‌କେ ସିକାଇ ଦେବାକେ ମନ୍‍ କର୍‌ତେରଇଲା । ଜିସୁ ତାର୍‌ ସିସ୍‌ମନ୍‌କେ କଇଲା, “ସତ୍‌ ପର୍‌ମେସରର୍‌ ଟାନେଅନି ଆସିରଇବା ନର୍‌ପିଲା ମକେ, ଲକ୍‌ମନର୍‌ ଆତେ ସର୍‌ପି ଦେବାଇ ଆରି ସେମନ୍‌ ମକେ ମରାଇଦେବାଇ । ମାତର୍‌ ମୁଇ ମରିକରି ତିନ୍‌ଦିନ୍‌ ଗାଲାପଚେ ଆରି ତରେକ୍‌ ମଲାଟାନେଅନି ଜିବନ୍‌ ଅଇ ଉଟ୍‌ବି ।”
32 किंतु यह विषय शिष्यों की समझ से परे रहा तथा वे इसका अर्थ पूछने में डर भी रहे थे.
୩୨ମାତର୍‌ ଜିସୁ କଇବା ଏ କାତାର୍‌ ଅରତ୍‌ ସିସ୍‌ମନ୍‌ ବୁଜତ୍‌ ନାଇ ଆରି ସେମନ୍‌ ସେ କାତାର୍‌ ଅରତ୍‌ ପାଚାର୍‌ବାକେ ଡର୍‌ଲାଇ ।
33 कफ़रनहूम नगर पहुंचकर जब उन्होंने घर में प्रवेश किया मसीह येशु ने शिष्यों से पूछा, “मार्ग में तुम किस विषय पर विचार-विमर्श कर रहे थे?”
୩୩ଜିସୁ ଆରି ତାର୍‌ ସିସ୍‌ମନ୍‌ କପର୍‌ନାଉମେ ଆଇଲାଇ ଆରି ସେମନ୍‌ ଗର୍‌ ବିତ୍‌ରେ ଗାଲାଇ । ତାର୍‌ପଚେ ଜିସୁ ସେମନ୍‌କେ ପାଚାର୍‌ଲା, “ତମେ ବାଟେ କନ୍‌ ବିସଇନେଇ ଦଦାପେଲା ଅଇତେରଇଲାସ୍‌?”
34 शिष्य मौन बने रहे क्योंकि मार्ग में उनके विचार-विमर्श का विषय था उनमें बड़ा कौन है.
୩୪ମାତର୍‌ ତାର୍‌ ସିସ୍‌ମନ୍‌ ଚିମ୍‌ରା ଅଇଦେଲାଇ । କାଇକେବଇଲେ ସେମନ୍‌ ବାଟେ, ଆମର୍‌ ବିତ୍‌ରେ ସବୁର୍‌ଟାନେଅନି କେ ବଡ୍‌ ବଲି ଦଦାପେଲା ଅଇତେରଇଲାଇ ।
35 मसीह येशु ने बैठते हुए बारहों को अपने पास बुलाकर उनसे कहा, “यदि किसी की इच्छा बड़ा बनने की है, वह छोटा हो जाए और सबका सेवक बने.”
୩୫ଜିସୁ ବସ୍‌ଲା ଆରି ତାର୍‌ ବାର୍‌ଟା ସିସ୍‌ମନ୍‌କେ ତାର୍‌ଲଗେ ଡାକାଇ ସେମନ୍‌କେ କଇଲା, “ଜଦି କେ ମୁକିଆ ଅଇବାକେ ମନ୍‍ କଲେ, ସେ ସବୁର୍‌ଟାନେଅନି ସାନ୍‌ ଅଇବାର୍‌ ଆଚେ, ଆରି ସବୁଲକର୍‌ ସେବା କର୍‌ବାର୍‌ ଆଚେ ।”
36 उन्होंने एक बालक को उनके मध्य खड़ा किया और फिर उसे गोद में लेकर शिष्यों को संबोधित करते हुए कहा,
୩୬ତାର୍‌ପଚେ ଜିସୁ ଗଟେକ୍‌ ସାନ୍‌ଟା ପିଲାକେ ନେଇକରି ସେମନର୍‌ ମୁଆଟେ ଟିଆ କରାଇ ସେମନ୍‌କେ କଇଲା,
37 “जो कोई ऐसे बालक को मेरे नाम में स्वीकार करता है, मुझे स्वीकार करता है तथा जो कोई मुझे स्वीकार करता है, वह मुझे नहीं परंतु मेरे भेजनेवाले को स्वीकार करता है.”
୩୭“କେ କେ ମର୍‌ ଲାଗି ଏନ୍ତାରି ଗଟେକ୍‌ ସାନ୍‌ଟା ପିଲାକେ ନାମ୍‌ବାଇ, ସେମନ୍‌ ମକେ ନାମ୍‌ଲାଇନି, ଆରି କେ କେ ମକେ ନାମ୍‌ଲାଇନି, ସେମନ୍‌ ମକେ ନାଇ, ମାତର୍‌ ମକେ ପାଟାଇରଇବା ମର୍‌ ବାବାକେ ନାମ୍‌ଲାଇନି ।”
38 योहन ने मसीह येशु को सूचना दी, “गुरुवर, हमने एक व्यक्ति को आपके नाम में दुष्टात्मा निकालते हुए देखा है. हमने उसे रोकने का प्रयास किया क्योंकि वह हममें से नहीं है.”
୩୮ଜଅନ୍‌ ଜିସୁକେ କଇଲା, “ଏ ଗୁରୁ, ଗଟେକ୍‌ ଲକ୍‌ ତର୍‌ନାଉଁ ଦାରି ଲକ୍‌ମନର୍‌ଟାନେଅନି କାରାପ୍‌ ଆତ୍‌ମାକେ ବାର୍‌କରାଇ କେଦିଦେବାଟା ଆମେ ଦେକିକରି, ତାକେ ସେନ୍ତି ନ କର୍‌ ବଲି କଇଲୁ, କାଇକେବଇଲେ ସେ ଆମର୍‌ ନିଜର୍‌ ଲକ୍‌ ନଏଁ ।”
39 “मत रोको उसे!” मसीह येशु ने उन्हें आज्ञा दी, “कोई भी, जो मेरे नाम में अद्भुत काम करता है, दूसरे ही क्षण मेरी निंदा नहीं कर सकता
୩୯ମାତର୍‌ ଜିସୁ କଇଲା, “ତାକେ ଏନ୍ତି ନ କର୍‌ ବଲି ତେବାଆ ନାଇ କାଇକେବଇଲେ, ମର୍‌ ନାଉଁର୍‌ ବପୁ ପାଇକରି କାବା ଅଇଜିବା କାମ୍‌ମନ୍‌ କରିପାର୍‌ବା ଲକ୍‌, ମର୍‌ ବିରୁଦେ କାରାପ୍‌ କାତା ନ କଏ ।
40 क्योंकि वह व्यक्ति, जो हमारे विरुद्ध नहीं है, हमारे पक्ष में ही है.
୪୦କାଇକେବଇଲେ ଜେ ଆମ୍‌କେ ବିରଦ୍‌ ନ କରେ, ସେ ଆମର୍‌ ନିଜର୍‌ ଲକ୍‌ ।
41 यदि कोई तुम्हें एक कटोरा जल इसलिये पिलाता है कि तुम मसीह के शिष्य हो तो मैं तुम पर एक अटल सच्चाई प्रकट कर रहा हूं; वह अपना प्रतिफल न खोएगा.
୪୧ଆରି ମୁଇ ତମ୍‌କେ ସତ୍‌ କଇଲିନି, କେ ତମ୍‌କେ ମର୍‌ନାଉଁ ଦାରି ଗଟେକ୍‌ ଗିଲାସ୍‌ ପାନି କାଇବାକେ ଦେଇସିବଇଲେ, ସେଟାର୍‌ପାଇ ସତ୍‌ସେ ତାକେ ପୁରୁସ୍‌କାର୍‌ ମିଲ୍‌ସି ।”
42 “और यदि कोई इन मासूम बालकों के, जिन्होंने मुझ पर विश्वास रखा है, पतन का कारण बने, उसके लिए सही यही होगा कि उसके गले में चक्की का पाट बांध उसे समुद्र में फेंक दिया जाए.
୪୨ଜିସୁ କଇବାର୍‌ ଦାର୍‌ଲା “ଜଦି କେ ମର୍‌ତେଇ ବିସ୍‌ବାସ୍‌ କରିରଇବା ଗଟେକ୍‌ ଲକ୍‌କେ, ସେ କରିରଇବା ବିସ୍‌ବାସ୍‌ ଚାଡିଦେବାକେ ପାପ୍‌କାମ୍‌ କରାଇଲାଇନି ବଇଲେ, ସେ ଲକର୍‌ ଗାଲାଇ ଜତା ପାକ୍‌ନା ବାନ୍ଦିକରି ତାକେ ସମ୍‌ଦୁରେ ପିଙ୍ଗିଦେବାଟା ତାର୍‌ପାଇ ନିକ ଅଇତା ।
43 यदि तुम्हारा हाथ तुम्हारे लिए ठोकर का कारण बने तो उसे काट फेंको. तुम्हारे लिए सही यह होगा कि तुम एक विकलांग के रूप में जीवन में प्रवेश करो, बजाय इसके कि तुम दोनों हाथों के होते हुए नर्क में जाओ, जहां आग कभी नहीं बुझती, [ (Geenna g1067)
୪୩ଜଦି ତମର୍‌ ଆତ୍‌ ତମ୍‌କେ ପାପ୍‌ କରାଇଲାନି ବଇଲେ, ସେ ଆତ୍‌ କାଟିପାକାଆ । କାଇକେବଇଲେ ଜଡେକ୍‌ ଆତ୍‌ ରଇକରି ସବୁଦିନର୍‌ପାଇ ଜଇଲାଗ୍‌ବା ନର୍‌କେ ପେଲାଇଅଇବା ବାଦୁଲେ ଗଟେକ୍‌ ଆତ୍‌ ନ ରଇକରି ସର୍‌ଗେ କେଟ୍‌ବାଟା ନିକ ଅଇସି । (Geenna g1067)
44 जहां उनका कीड़ा कभी नहीं मरता, जहां आग कभी नहीं बुझती].
୪୪କାଇକେବଇଲେ ନର୍‌କେ ସେମନର୍‌ କିଡା ନସ୍‌ଟ ନ ଅଅତ୍‌ ଆରି ଜଇ ନ ଲିବେ ।
45 यदि तुम्हारा पांव तुम्हारे लिए ठोकर का कारण हो जाता है उसे काट फेंको. तुम्हारे लिए सही यही होगा कि तुम लंगड़े के रूप में जीवन में प्रवेश करो, बजाय इसके कि तुम दो पांवों के होते हुए नर्क में फेंके जाओ, [ (Geenna g1067)
୪୫ଜଦି ତମର୍‌ ପାଦ୍‌ ତମ୍‌କେ ପାପ୍‌କାମ୍‌ କରାଇଲାନି ବଇଲେ, ସେ ପାଦ୍‌ କାଟି ପିଙ୍ଗିଦିଆସ୍‌ । ଜଡେକ୍‌ ପାଦ୍‌ ରଇକରି ନର୍‌କେ ପେଲାଇଅଇବା ବାଦୁଲେ ଚଟା ଅଇକରି ସର୍‌ଗେ କେଟ୍‌ବାଟା ତମର୍‌ପାଇ ନିକଅଇସି । (Geenna g1067)
46 जहां उनका कीड़ा कभी नहीं मरता, जहां आग कभी नहीं बुझती].
୪୬କାଇକେବଇଲେ ନର୍‌କେ ସେମନର୍‌ କିଡା ନସ୍‌ଟ ନ ଅଅତ୍‌ ଆରି ଜଇ ନ ଲିବେ ।
47 यदि तुम्हारी आंख तुम्हारे लिए ठोकर का कारण बने तो उसे निकाल फेंको! तुम्हारे लिए सही यही होगा कि तुम एक आंख के साथ परमेश्वर के राज्य में प्रवेश करो, बजाय इसके कि तुम दोनों आंखों के साथ नर्क में फेंके जाओ, (Geenna g1067)
୪୭ଜଦି ତମର୍‌ ଆଁକିର୍‌ ଲାଗି ତମେ ବିସ୍‌ବାସ୍‌ ଆରାଇଲାସ୍‌ନି ବଇଲେ, ସେ ଆଁକି ବେଟି ପିଙ୍ଗିଦିଆସ୍‌ । କାଇକେବଇଲେ ଜଡେକ୍‌ ଆଁକି ରଇ ନର୍‌କେ ପେଲାଇଅଇବା ବାଦୁଲେ, ଗଟେକ୍‌ ଆଁକି ରଇକରି ସରଗ୍‌ ରାଇଜେ କେଟ୍‌ବାଟା ତମର୍‌ପାଇ ନିକରଇସି । (Geenna g1067)
48 जहां “‘उनका कीड़ा कभी नहीं मरता, जहां आग कभी नहीं बुझती.’
୪୮କାଇକେବଇଲେ ନର୍‌କେ ସେମନର୍‌ କିଡା ନସ୍‌ଟ ନ ଅଅତ୍‌ ଆରି ଜଇ ନ ଲିବେ ।”
49 हर एक व्यक्ति आग द्वारा नमकीन किया जाएगा.
୪୯“ଜେନ୍ତିକି ସୁନା ଜଇଟାନେ ପଡାଇକରି ନିର୍‌ମଲ୍‌ କଲାପାରା ସବୁ ଲକ୍‌ମନ୍‌କେ ଜଇସଙ୍ଗ୍‌ ନିର୍‌ମଲ୍‌ କର୍‌ବାଇ ।”
50 “नमक एक आवश्यक वस्तु है, किंतु यदि नमक अपना खारापन खो बैठे तो किस वस्तु से उसका खारापन वापस कर सकोगे? तुम स्वयं में नमक तथा आपस में मेल-मिलाप बनाए रखो.”
୫୦“ନୁନ୍‌ ଗଟେକ୍‌ ନିମାନ୍‌ ଜିନିସ୍‌ । ମାତର୍‌ ନୁନ୍‌ ଜଦି ତାର୍‌ କରିଆ ଅଇବାଟା ଆରାଇସି ବଇଲେ ସେ ଆରି ତରେକ୍‌ କେନ୍‌ତାର୍‌ କରିଆ ଅଇପାର୍‌ସି? ତମେ ନୁନ୍‌ ପାରା ନିମାନ୍‌ ଗୁନେ ପୁରାପୁରୁନ୍‌ ଅଇ ସବୁଲକ୍‌ମନର୍‌ ସଙ୍ଗ୍‍ ମିସି ବିଡି କରି ସୁଆଲେ ରୁଆ” ବଲି କଇଲା ।

< मरकुस 9 >