< मरकुस 14 >
1 फ़सह तथा खमीर रहित रोटी के उत्सव के लिए मात्र दो दिन रह गए थे. प्रधान पुरोहित तथा शास्त्री इस खोज में थे कि मसीह येशु को पकड़कर गुप्त रूप से उनकी हत्या कर दें,
Tahae lamkah hnin nit phoeiah Yoom neh vaidamding om pawn ni. Te vaengah khosoihham rhoek neh cadaek rhoek loh Jesuh te mebang tuengkhuepnah nen khaw tuuk tih ngawn ham a mae uh.
2 क्योंकि उनका विचार था: “उत्सव के समय में नहीं, अन्यथा बलवा हो जाएगा.”
“Tedae khotue vaengah boel saeh, pilnam kah olpung kacan la om ve,” a ti uh.
3 मसीह येशु बैथनियाह नगर आए. वहां वह पूर्व कोढ़ रोगी शिमओन नामक व्यक्ति के घर पर भोजन के लिए बैठे थे. एक स्त्री वहां संगमरमर के बर्तन में शुद्ध जटामांसी का अत्यंत कीमती इत्र ले आई. उसने उस बर्तन को तोड़ वह इत्र मसीह येशु के सिर पर उंडेल दिया.
Te phoeiah Jesuh te Bethany ah aka om hmaibae Simon im ah yalh. Anih te huta pakhat loh a paan tih botui lungbok a khuen pah. Te bang nardo cilh tah te a phutlo. Lungbok te a boh tih a lu te a suep pah.
4 उपस्थित अतिथियों में से कुछ क्रुद्ध होकर आपस में बड़बड़ाने लगे, “क्यों कर दिया इसने इस इत्र का फिज़ूल खर्च?
Tedae amih khuiah te aka yakdam hlangvang om. Te dongah, “Baham nim botui he pocinah a khueh he?
5 इसे तीन सौ दीनार से भी अधिक दाम पर बेचकर वह राशि निर्धनों में बांटी जा सकती थी.” वे उस स्त्री को इसके लिए डांटने लगे.
He botui he denari yathum hlai la a yoih vetih khodaeng te a paek mako tila anih te a thanueih thil uh.
6 किंतु मसीह येशु ने उनसे कहा, “छोड़ दो उसे! क्यों सता रहे हो उसे? उसने मेरे लिए एक सराहनीय काम किया है.
Tedae Jesuh loh, “Anih te hlah uh, balae tih anih te thakthaenah neh na toehuh. Kai dongah bibi then a saii.
7 जहां तक निर्धनों का प्रश्न है, वे तो तुम्हारे साथ हमेशा ही रहेंगे. तुम उनकी सहायता तो कभी भी कर सकते हो, किंतु मैं तुम्हारे साथ हमेशा नहीं रहूंगा.
khodaeng rhoek te nangmih taengah om uh taitu tih na ngaih uh vaengah amih ham a then na saii uh thai. Tedae kai ka om taitu moenih.
8 जो उसके लिए संभव था, वह उसने किया है—उसने मेरी देह का अभिषेक मेरे अंतिम संस्कार के पहले ही कर दिया है.
A khueh duen te a saii coeng. Rhokhlaknah dongah ka pumsa he hluk hamla a sawn.
9 सच तो यह है कि सारे जगत में जहां कहीं यह सुसमाचार प्रचार किया जाएगा, इस स्त्री के इस कार्य का वर्णन भी इसकी याद में किया जाएगा.”
Te dongah nangmih taengah rhep kan thui, Diklai pum kah olthangthen a hoe nah takuem ah anih loh a saii te khaw a kutmuei la a thui ni,” a ti nah.
10 तब कारियोतवासी यहूदाह ने, जो बारह शिष्यों में से एक था, मसीह येशु को पकड़वाने के उद्देश्य से प्रधान पुरोहितों से भेंट की.
Te phoeiah hlainit khuikah pakhat Judah Iskariot loh Jesuh te amih khosoihham rhoek taengah yoih hamla cet.
11 इससे वे अत्यंत प्रसन्न हो गए और उसे धनराशि देने का वचन दिया. इसलिये यहूदाह एक अवसर के लिए देखता रहा कि वह किसी भी प्रकार सही अवसर पर मसीह येशु को पकड़वा दे.
Te rhoek loh a yaak uh vaengah a uem uh tih anih te tangka paek ham a caeng uh. Te dongah anih voeih ham te a hoenghoep a dawn.
12 अखमीरी रोटी के उत्सव के पहले दिन, जो फ़सह बलि अर्पण की बेला होती थी, शिष्यों ने मसीह येशु से पूछा, “हम आपके लिए फ़सह कहां तैयार करें—आपकी इच्छा क्या है?”
Vaidamding kah lamhmacuek hnin kah yoom a ngawn uh vaengah a hnukbang rhoek loh amah taengah, “Melam na ngaih dae, ka cet uh saeh lamtah, yoom caak ham ka tarhoek uh eh,” a ti nah.
13 इस पर मसीह येशु ने अपने दो शिष्यों को इस निर्देश के साथ भेजा, “नगर में जाओ. तुम्हें जल का मटका ले जाता हुआ एक व्यक्ति मिलेगा. उसके पीछे-पीछे जाना.
Te dongah a hnukbang panit te a tueih. Te vaengah amih rhoi te, “Khopuei khuila cet rhoi lamtah tuitang dongah tui aka phuei hlang loh nangmih rhoi n'doe ni.
14 वह जिस घर में प्रवेश करेगा, उसके घर के स्वामी से कहना, ‘गुरु ने पूछा है, “मेरा अतिथि कक्ष कहां है, जहां मैं अपने शिष्यों के साथ फ़सह खाऊं?”’
Anih te vai rhoi lamtah a kun nah imkung te, 'Saya loh, 'Kai impahnah te melam a om, te rhoek ah ka hnukbang rhoek neh yoom ka ca uh mai eh,’ a ti, ti nah rhoi.
15 वह स्वयं तुम्हें एक विशाल, तैयार तथा सुसज्जित ऊपरी कक्ष दिखा देगा. हमारे लिए वहीं तैयारी करना.”
Te vaengah anih loh, “Imhman len a sikim la a rhoekbah te nangmih rhoi n'tueng bitni. Te vaengah mamih ham pahoi rhuengphong rhoi,” a ti nah.
16 शिष्य चले गए. जब वे नगर पहुंचे, उन्होंने ठीक वैसा ही पाया जैसा प्रभु ने उनसे कहा था और वहां उन्होंने फ़सह तैयार किया.
Hnukbang rhoi te cet rhoi tih kho khuila a kun rhoi vaengah amih rhoi a uen bangla a hmuh rhoi tih yoom te a rhuengphong rhoi.
17 संध्या होने पर मसीह येशु अपने बारहों शिष्यों के साथ वहां आए.
Hlaem a pha vaengah hnukbang hlainit neh ha pawk.
18 जब वह भोजन पर बैठे हुए थे मसीह येशु ने उनसे कहा, “मैं तुम पर एक अटल सत्य प्रकट कर रहा हूं: तुममें से एक, जो मेरे साथ भोजन कर रहा है, मेरे साथ धोखा करेगा.”
Te phoeiah a vael uh tih a caak uh vaengah Jesuh loh, “Nangmih taengah rhep ka thui. Nangmih khuikah pakhat, kai taengah aka ca loh kai m'voeih ni te,” a ti nah.
19 अत्यंत दुःखी हो वे उनसे एक-एक कर यह पूछने लगे, “निःसंदेह वह मैं तो नहीं हूं?”
Vik a kothae uh tih, pakhat phoeiah pakhat loh Jesuh te, “Kai mai khaming,” a ti nauh.
20 मसीह येशु ने उत्तर दिया, “है तो वह बारहों में से एक—वही, जो मेरे साथ कटोरे में रोटी डुबो रहा है.
Te dongah Jesuh loh amih te, “Hlainit khuikah pakhat, kai taengah baeldung khuila aka puei te.
21 मनुष्य के पुत्र को तो, जैसा कि उसके विषय में पवित्र शास्त्र में लिखा है, जाना ही है; किंतु धिक्कार है उस व्यक्ति पर, जो मनुष्य के पुत्र के साथ धोखा करेगा. उस व्यक्ति के लिए अच्छा तो यही होता कि उसका जन्म ही न होता.”
Hlang capa tah a kawng a daek tangtae bangla a caeh te thuem. Tedae anih hlang pakhat loh hlang capa a voeih te anunae. Tekah hlang te thaang pawt koinih anih ham then ni,” a ti nah.
22 भोजन के लिए बैठे हुए मसीह येशु ने रोटी लेकर उसके लिए आभार धन्यवाद करते हुए उसे तोड़ा और उनमें बांटते हुए कहा, “लो, यह मेरा शरीर है.”
A caak uh vaengah, vaidam te a loh tih yoethen a paek. A aeh phoeiah amih te a doe tih, “He he kamah pum ni lo uh,” a ti nah.
23 इसके बाद मसीह येशु ने प्याला उठाया, उसके लिए धन्यवाद दिया, शिष्यों को दिया और सबने उसमें से पिया.
Boengloeng te khaw a loh tih a uem phoeiah amih te a paek tih rhip a ok uh.
24 मसीह येशु ने उनसे कहा, “यह वायदे का मेरा लहू है, जो अनेकों के लिए उंडेला गया है.
Te phoeiah amih taengah, “He tah ka thii neh cungkuem ham ka long sak paipi ni.
25 मैं तुम पर एक अटल सच्चाई प्रकट कर रहा हूं: जब तक परमेश्वर के राज्य में नया रस न पिऊं, दाख का रस तब तक मैं नहीं पिऊंगा.”
Nangmih taengah rhep ka thui, Pathen kah ram ah a thai la ka ok nah khohnin duela misur thaih ka o voel loengloeng mahpawh,” a ti nah.
26 एक भक्ति गीत गाने के बाद वे ज़ैतून पर्वत पर चले गए.
Te phoeiah a hlai doeah olives tlang la cet uh.
27 उनसे मसीह येशु ने कहा, “तुम सभी मेरा साथ छोड़कर चले जाओगे. जैसा कि इस संबंध में पवित्र शास्त्र का लेख है: “मैं चरवाहे का संहार करूंगा और झुंड की सभी भेड़ें तितर-बितर हो जाएंगी.
Te phoeiah Jesuh loh amih te, “Boeih n'khah uh ni. 'Tudawn te ka tam vetih tu rhoek te pam ni, ' tila a daek coeng.
28 हां, पुनर्जीवित किए जाने के बाद मैं तुमसे पहले गलील प्रदेश पहुंच जाऊंगा.”
Tedae kai ka thoh phoeiah Galilee la nangmih hmaiah ka lamhma ni,” a ti nah.
29 पेतरॉस ने कहा, “सभी आपका साथ छोड़कर जाएं तो जाएं, किंतु मैं आपको कभी न छोड़ूंगा.”
Te dongah Peter loh Jesuh taengah, “Boeih a khah uh mai akhaw, kai van moenih,” a ti nah.
30 मसीह येशु ने उनसे कहा, “मैं तुम पर एक अटल सत्य प्रकट कर रहा हूं; आज रात में ही, इससे पहले कि मुरगा दो बार बांग दे, तुम मुझे तीन बार नकार चुके होंगे.”
Te vaengah Jesuh loh anih te, “Namah taengah rhep kan thui, tihnin hlaem ah he ai hnavoei a khong hlanah nang loh kai he voeithum nan huek uh tak ni,” a ti nah.
31 किंतु पेतरॉस दृढतापूर्वक कहते रहे, “यदि मुझे आपके साथ मृत्यु को अपनाना भी पड़े तो भी मैं आपको नहीं नकारूंगा.” अन्य सभी शिष्यों ने भी यही दोहराया.
Tedae, “Nang hamla kai ka duek te a kuek cakhaw nang kan huek uh tak loengloeng mahpawh,” khak a ti nah. Te vanbangla a tloe boeih long khaw a ti uh.
32 वे गेतसेमनी नामक स्थान पर आए. मसीह येशु ने अपने शिष्यों से कहा, “जब तक मैं प्रार्थना कर रहा हूं, तुम यहीं ठहरो.”
Te phoeiah Gethsemene aka ming nah hmuen la cet uh tih a hnukbang rhoek te, “Ka thangthui rhuetah tah heah he ana ngol uh,” a ti nah.
33 उन्होंने अपने साथ पेतरॉस, याकोब तथा योहन को ले लिया. वह अत्यंत अधीर तथा व्याकुल हो रहे थे.
Te phoeiah Peter, James neh Johan te amah taengla a khuen. Te vaengah ngaihmang neh khobing te a tong coeng.
34 मसीह येशु ने उनसे कहा, “मेरे प्राण इतने व्याकुल हैं मानो मेरी मृत्यु हो रही हो. तुम यहीं ठहरो और जागते रहो.”
Te dongah amih te, “Ka hinglu loh kothae a ming tih vat duek. Heah he naeh uh lamtah ana hak uh,” a ti nah.
35 वह उनसे थोड़ी ही दूर गए और भूमि पर गिरकर यह प्रार्थना करने लगे कि यदि संभव हो तो यह क्षण टल जाए.
Tedae hawt lamhma tih lai ah bakop. Te vaengah coeng thai la a om atah a tue loh anih a khum tak ham ni a thangthui coeng.
36 प्रार्थना में उन्होंने कहा, “अब्बा! पिता! आपके लिए तो सभी कुछ संभव है. मेरे सामने रखे इस प्याले को हटा दीजिए. फिर भी मेरी नहीं, आपकी इच्छा के अनुरूप हो.”
Te vaengah, “Abba, a pa, nang ham tah boeih yoeikoek mai, hekah boengloeng he kai lamkah loh khoe mai. Tedae kai ngaih boel saeh lamtah namah ngaih mai saeh,” a ti.
37 जब मसीह येशु वहां लौटकर आए तो शिष्यों को सोता हुआ पाया. उन्होंने पेतरॉस से कहा, “शिमओन! सोए हुए हो! एक घंटा भी जागे न रह सके!
Ha pawk vaengah amih a ih te a hmuh tih, Peter taengah, “Simon, na ip nama? Khonoek pakhat pataeng na hak thai mahnim?
38 सजग रहो, प्रार्थना करते रहो, ऐसा न हो कि तुम परीक्षा में पड़ जाओ. हां, निःसंदेह आत्मा तो तैयार है किंतु शरीर दुर्बल.”
Hak uh lamtah thangthuiuh. Te daengah ni cuekhalhnah khuiah na pha pawt eh. Mueihla loh a yakvawt ngawn dae pumsa loh tattloel,” a ti nah.
39 तब उन्होंने दोबारा जाकर वही प्रार्थना की.
Te phoeiah koep cet tih amah a thui tangtae ol neh thangthui.
40 वह दोबारा लौटकर आए तो देखा कि शिष्य सोए हुए हैं—क्योंकि उनकी पलकें बोझिल थी. उन्हें यह भी नहीं सूझ रहा था कि प्रभु को क्या उत्तर दें.
Koep ha pawk vaengah tah amih a ih a hmuh. Aka om rhoek te a mik loh a nan uh. Te dongah Jesuh a doo uh ham te ming uh pawh.
41 जब मसीह येशु तीसरी बार उनके पास आए तो उन्होंने उनसे कहा, “अभी भी सो रहे हो? सोते रहो और विश्राम करो! बहुत हो गया! वह क्षण आ गया है. देख लो कैसे मनुष्य का पुत्र पापियों के हाथों में सौंपा जा रहा है!
A pathum kah ha pawk vaengah amih te, “Yulh na ip uh tih caih laeh Tamah saeh. A tue ha pawk coeng. Hlang Capa tah hlangtholh rhoek kut ah a voeih coeng he.
42 उठो! यहां से चलें. देखो, जो मुझे पकड़वाने पर है, वह आ गया!”
Thoo uh, cet uh pawn sih, kai aka voei tah, ha yoei coeng ke,” a ti nah.
43 जब मसीह येशु यह कह ही रहे थे, उसी क्षण यहूदाह, जो बारह शिष्यों में से एक था, आ पहुंचा. उसके साथ तलवार और लाठियां लिए हुए एक भीड़ भी थी. ये सब प्रधान पुरोहितों, शास्त्रियों तथा पुरनियों द्वारा भेजे गए थे.
A thui li vaengah, hlainit khuikah pakhat Judah te pakcak ha pawk. Te vaengah anih te khosoihham neh, cadaek rhoek neh, patong rhoek kah a tueih hlangping loh cunghang neh thingboeng neh a pueiuh.
44 पकड़वानेवाले ने उन्हें यह संकेत दिया था: “मैं जिसे चूमूं, वही होगा वह. उसे पकड़कर सिपाहियों की सुरक्षा में ले जाना.”
Te vaengah anih aka voei loh amih mikhip a paek tih, “Ka mok te tah anih ni. Anih te tuu uh lamtah rhep khuen uh,” a ti nah.
45 वहां पहुंचते ही यहूदाह सीधे मसीह येशु के पास गया और उनसे कहा, “रब्बी” और उन्हें चूम लिया.
Te dongah ha pawk neh Jesuh te koe a paan tih, “Rhabbi,” a ti nah phoeiah a mok.
46 इस पर उन्होंने मसीह येशु को पकड़कर बांध लिया.
Te rhoek loh kut a hlah thil uh tih Jesuh te a tuuk uh.
47 उनमें से, जो मसीह के साथ थे, एक ने तलवार खींची और महापुरोहित के दास पर प्रहार कर दिया जिससे उसका एक कान कट गया.
Tedae aka pai khuikah pakhat loh cunghang te a yueh tih khosoihham kah sal te a boeng hatah a hna a pat pah.
48 मसीह येशु ने भीड़ को संबोधित करते हुए कहा, “मुझे पकड़ने के लिए तुम तलवार और लाठियां लेकर आए हो मानो मैं कोई डाकू हूं!
Te dongah Jesuh loh amih te a doo tih, “Dingca bangla, cunghang neh thingboeng neh kai tuuk ham nan suntlak thil uh.
49 मंदिर में शिक्षा देते हुए मैं प्रतिदिन तुम्हारे साथ ही होता था, तब तो तुमने मुझे नहीं पकड़ा किंतु अब जो कुछ घटित हो रहा है वह इसलिये कि पवित्र शास्त्र का लेख पूरा हो.”
Khohnin takuem nangmih taengah ka om tih bawkim ah ka thuituen vaengah kai na tuu uh pawh. Tedae he nen ni cacim tah a soep eh?,” a ti nah.
50 सभी शिष्य मसीह येशु को छोड़ भाग चुके थे.
Te vaengah Jesuh te a hlah uh tih boeih rhaelrham uh.
51 एक युवक था, जो मसीह येशु के पीछे-पीछे आ रहा था. उसने अपने शरीर पर मात्र एक चादर लपेटी हुई थी. जब उन्होंने उसे पकड़ना चाहा,
Tedae amah taengah aka bang cadong pakhat loh Jesuh pumtling te himbai neh a khuk hatah anih te khaw a tuuk uh.
52 वह अपनी उस चादर को छोड़ नंगा ही भाग निकला.
Te long khaw himbai te a hnoo tih pumtling la rhaelrham van.
53 वे मसीह येशु को महापुरोहित के सामने ले गए, वहां सभी प्रधान पुरोहित, वरिष्ठ नागरिक तथा शास्त्री इकट्ठा थे.
Jesuh te khosoihham taengla a khuen uh hatah khosoihham rhoek, patong rhoek neh cadaek rhoek loh boeih a khoong thil uh.
54 पेतरॉस दूर ही दूर, उनके पीछे-पीछे आ रहे थे और वह महापुरोहित के आंगन में भी आ गए. वह अधिकारियों के साथ बैठ गए और उनके साथ आग तापने लगे.
Peter long tah a hla lamloh khosoihham kah vongup khui duela a vai. Te phoeiah tueihyoeih rhoek taengah ngol tih hmaivang te rhet a om.
55 मसीह येशु को मृत्यु दंड देने की इच्छा लिए हुए प्रधान पुरोहित तथा पूरी महासभा मसीह येशु के विरुद्ध गवाह खोजने का यत्न कर रही थी किंतु इसमें वे विफल ही रहे.
Te vaengah khosoihham rhoek neh khoboei pum loh Jesuh te duek sak ham laipai a toem uh dae hmu uh pawh.
56 निःसंदेह उनके विरुद्ध अनेक झूठे गवाह उठ खड़े हुए थे, किंतु उनकी गवाही मेल न खायी.
Jesuh te muep a pael uh dae laipai rhoek te cikngae la om uh pawh.
57 तब कुछ ने मसीह येशु के विरुद्ध यह झूठी गवाही दी:
Angen loh pai tih anih a pael nah la,
58 “हमने इसे कहते सुना है: ‘मैं मनुष्य के द्वारा बनाए गए इस मंदिर को ढाह दूंगा और तीन दिन में एक दूसरा बना दूंगा, जो हाथ से बना न होगा.’”
” Hekah kutsai bawkim he kai loh ka phae vetih hnin thum phoeiah a tloe kutsai mueh te ka sak ni, 'a ti te ka yaak uh coeng,” a ti uh.
59 इस आरोप में भी उनके गवाह में समानता न थी.
Amih kah olthui te khaw cikngae la om bal pawh.
60 तब महापुरोहित उनके सामने खड़े हुए तथा मसीह येशु से पूछा, “क्या तुम्हें अपने बचाव में कुछ नहीं कहना है? ये सब तुम्हारे विरुद्ध क्या-क्या गवाही दे रहे हैं!”
Te dongah khosoihham tah a laklung ah pai tih Jesuh te a dawt tih, “Khat khaw na doo mahpawt a? Amih loh nang m'pael uh te,” a ti nah.
61 किंतु मसीह येशु ने कोई उत्तर न दिया. वह मौन ही बने रहे. तब महापुरोहित ने उन पर व्यंग्य करते हुए पूछा, “क्या तुम ही मसीह हो—परम प्रधान के पुत्र?”
Tedae hil a phah tih pakhat khaw doo pawh. Khosoihham loh Jesuh te koep a dawt tih, “Nang he, uemom Capa Khrih a?” a ti nah.
62 मसीह येशु ने उत्तर दिया, “जी हां, मैं हूं. आप मनुष्य के पुत्र को सर्वशक्तिमान के दायें पक्ष में आसीन तथा आकाश के बादलों पर लौटता हुआ देखेंगे.”
Te dongah Jesuh loh, “Kai ni, hlang capa te thaomnah bantang ah ngol vetih vaan khomai neh ha pawk te na hmuh uh bitni,” a ti nah.
63 इस पर महापुरोहित ने अपने वस्त्र फाड़ते हुए कहा, “अब क्या ज़रूरत रह गई किसी अन्य गवाह की?
Te vaengah khosoihham loh a angki te a phen tih, “Laipai n'ngoe uh pueng a te?
64 तुम सभी ने परमेश्वर-निंदा सुन ली है. क्या विचार है तुम्हारा?” सबने एक मत से उन्हें मृत्यु दंड का भागी घोषित किया.
soehsalnah te na yaak uh coeng. Metlam na poek uh,” a ti nah. Amih loh anih te dueknah yook sak kuekluek hamla boeih a boe sakuh.
65 कुछ ने उन पर थूकना प्रारंभ कर दिया. उनकी आंखों पर पट्टी बांधकर कुछ उन्हें घूंसे मारते हुए कहने लगे, “कर भविष्यवाणी!” और प्रहरियों ने उनके मुख पर थप्पड़ भी मारे.
Te dongah hlangvang loh Jesuh te koe a timthoeih uh phoeiah, a maelhmai te a thing pa uh tih a thoek uh. Te phoeiah Jesuh te, “Olphong lah!” a ti na uh. Tueihyoeih rhoek kah kutcaihnah te khaw a duen pah.
66 जब पेतरॉस नीचे आंगन में थे. महापुरोहित की एक सेविका वहां आई.
Peter te vongtung hmui ah a om vaengah khosoihham kah salnu pakhat te ha pawk.
67 उसे पेतरॉस वहां आग तापते हुए दिखे इसलिये वह उनकी ओर एकटक देखते हुए बोली, “तुम भी तो येशु नाज़री के साथ थे!”
Hmai aka om Peter te a hmuh vaengah amah te a sawt tih, “Nang khaw Nazareth Jesuh taengah na om van,” a ti nah.
68 पेतरॉस ने यह कहते हुए नकार दिया, “क्या कह रही हो! मैं इस विषय में कुछ नहीं जानता. मेरी समझ में कुछ नहीं आ रहा है,” और वह द्वार की ओर चले गए.
Tedae a aal tih, “Ka ming moenih, na thui te ka hmat moenih,” a ti nah. Tedae thohkaeng la voelh a caeh vaengah ai khong.
69 एक बार फिर जब उस दासी ने उन्हें देखा तो आस-पास उपस्थित लोगों से दोबारा कहने लगी, “यह भी उन्हीं में से एक है!”
Te phoeiah Peter te salnu loh koep a hmuh tih aka pai rhoek taengah, “Anih he amih kah hlang ni,” a ti nah.
70 पेतरॉस ने दोबारा नकार दिया. कुछ समय बाद उनके पास खड़े लोग ही पेतरॉस से कहने लगे, “इसमें तो कोई संदेह ही नहीं है कि तुम उनमें से एक हो क्योंकि तुम भी गलीलवासी हो.”
Tedae koep a aal bal. Rhaih a om phoeiah aka pai rhoek loh Peter te, “Amih kah hlang rhep ni, Galilee hoel van ni,” a ti na uh.
71 किंतु पेतरॉस धिक्कार कर शपथ खाते हुए कहने लगे, “तुम जिस व्यक्ति के विषय में कह रहे हो, उसे तो मैं जानता ही नहीं!”
Te dongah pahoi thae a phoei tih, “Hekah hlang na thui uh he ka ming moenih, “tila a toemngam.
72 उसी क्षण मुर्गे ने दूसरी बार बांग दी. पेतरॉस को मसीह येशु की वह पहले से कही हुए बात याद आई, “इसके पहले कि मुर्ग दो बार बांग दे, तुम तीन बार मुझे नकार चुके होंगे.” पेतरॉस फूट-फूटकर रोने लगे.
Ai a pabae la pahoi khong tih Jesuh loh anih taengah, “Ai hnavoei a khong tom ah kai voeithum nan huek uh tak ni,” a ti nah ol te Peter loh a poek tih hlut rhap.