< मरकुस 12 >

1 मसीह येशु ने उन्हें दृष्टान्तों के माध्यम से शिक्षा देना प्रारंभ किया: “एक व्यक्ति ने बगीचे में अंगूर की बेल लगाई, उसके चारों ओर बाड़ लगाई, उसमें रसकुंड खोदा, रक्षा करने का मचान बनाया और उसे किसानों को पट्टे पर देकर यात्रा पर चला गया.
ཨནནྟརཾ ཡཱིཤུ རྡྲྀཥྚཱནྟེན ཏེབྷྱཿ ཀཐཡིཏུམཱརེབྷེ, ཀཤྩིདེཀོ དྲཱཀྵཱཀྵེཏྲཾ ཝིདྷཱཡ ཏཙྩཏུརྡིཀྵུ ཝཱརཎཱིཾ ཀྲྀཏྭཱ ཏནྨདྷྱེ དྲཱཀྵཱཔེཥཎཀུཎྜམ྄ ཨཁནཏ྄, ཏཐཱ ཏསྱ གཌམཔི ནིརྨྨིཏཝཱན྄ ཏཏསྟཏྐྵེཏྲཾ ཀྲྀཥཱིཝལེཥུ སམརྤྱ དཱུརདེཤཾ ཛགཱམ།
2 उपज के अवसर पर उसने अपने एक दास को उन किसानों के पास भेजा कि वह उनसे उपज का कुछ भाग ले आए.
ཏདནནྟརཾ ཕལཀཱལེ ཀྲྀཥཱིཝལེབྷྱོ དྲཱཀྵཱཀྵེཏྲཕལཱནི པྲཱཔྟུཾ ཏེཥཱཾ སཝིདྷེ བྷྲྀཏྱམ྄ ཨེཀཾ པྲཱཧིཎོཏ྄།
3 किसानों ने उस दास को पकड़ा, उसकी पिटाई की तथा उसे खाली हाथ लौटा दिया.
ཀིནྟུ ཀྲྀཥཱིཝལཱསྟཾ དྷྲྀཏྭཱ པྲཧྲྀཏྱ རིཀྟཧསྟཾ ཝིསསྲྀཛུཿ།
4 उस व्यक्ति ने फिर एक अन्य दास को भेजा. किसानों ने उसके सिर पर प्रहार कर उसे घायल कर दिया तथा उसके साथ शर्मनाक व्यवहार किया.
ཏཏཿ ས པུནརནྱམེཀཾ བྷྲྀཏྱཾ པྲཥཡཱམཱས, ཀིནྟུ ཏེ ཀྲྀཥཱིཝལཱཿ པཱཥཱཎཱགྷཱཏཻསྟསྱ ཤིརོ བྷངྐྟྭཱ སཱཔམཱནཾ ཏཾ ཝྱསརྫན྄།
5 उस व्यक्ति ने फिर एक और दास को उनके पास भेजा, जिसकी तो उन्होंने हत्या ही कर दी. उसने अन्य बहुत दासों को भेजे, उन्होंने कुछ को मारा-पीटा तथा बाकियों की हत्या कर दी.
ཏཏཿ པརཾ སོཔརཾ དཱསཾ པྲཱཧིཎོཏ྄ ཏདཱ ཏེ ཏཾ ཛགྷྣུཿ, ཨེཝམ྄ ཨནེཀེཥཱཾ ཀསྱཙིཏ྄ པྲཧཱརཿ ཀསྱཙིད྄ ཝདྷཤྩ ཏཻཿ ཀྲྀཏཿ།
6 “अब उसके पास भेजने के लिए एक ही व्यक्ति शेष था—उसका प्रिय पुत्र. अंततः उसने उसे ही उनके पास भेज दिया. उसका विचार था, ‘वे मेरे पुत्र का तो सम्मान करेंगे.’
ཏཏཿ པརཾ མཡཱ སྭཔུཏྲེ པྲཧིཏེ ཏེ ཏམཝཤྱཾ སམྨཾསྱནྟེ, ཨིཏྱུཀྟྭཱཝཤེཥེ ཏེཥཱཾ སནྣིདྷཽ ནིཛཔྲིཡམ྄ ཨདྭིཏཱིཡཾ པུཏྲཾ པྲེཥཡཱམཱས།
7 “उन किसानों ने आपस में विचार किया, ‘सुनो, यह वारिस है. यदि इसकी हत्या कर दें तो यह संपत्ति ही हमारी हो जाएगी!’
ཀིནྟུ ཀྲྀཥཱིཝལཱཿ པརསྤརཾ ཛགདུཿ, ཨེཥ ཨུཏྟརཱདྷིཀཱརཱི, ཨཱགཙྪཏ ཝཡམེནཾ ཧནྨསྟཐཱ ཀྲྀཏེ ྅དྷིཀཱརོཡམ྄ ཨསྨཱཀཾ བྷཝིཥྱཏི།
8 उन्होंने उसकी हत्या कर दी और उसे बारी के बाहर निकालकर फेंक दिया.
ཏཏསྟཾ དྷྲྀཏྭཱ ཧཏྭཱ དྲཱཀྵཱཀྵེཏྲཱད྄ བཧིཿ པྲཱཀྵིཔན྄།
9 “अब बगीचे के स्वामी के सामने कौन सा विकल्प शेष रह गया है? वह आकर उन किसानों का नाश करेगा और उद्यान का पट्टा अन्य किसानों को दे देगा.
ཨནེནཱསཽ དྲཱཀྵཱཀྵེཏྲཔཏིཿ ཀིཾ ཀརིཥྱཏི? ས ཨེཏྱ ཏཱན྄ ཀྲྀཥཱིཝལཱན྄ སཾཧཏྱ ཏཏྐྵེཏྲམ྄ ཨནྱེཥུ ཀྲྀཥཱིཝལེཥུ སམརྤཡིཥྱཏི།
10 क्या तुमने पवित्र शास्त्र का यह लेख नहीं पढ़ा: “‘जिस पत्थर को राजमिस्त्रियों ने निकम्मा घोषित कर दिया था, वही कोने का मुख्य पत्थर बन गया;
ཨཔརཉྩ, "སྠཔཏཡཿ ཀརིཥྱནྟི གྲཱཝཱཎཾ ཡནྟུ ཏུཙྪཀཾ། པྲཱདྷཱནཔྲསྟརཿ ཀོཎེ ས ཨེཝ སཾབྷཝིཥྱཏི།
11 यह प्रभु की ओर से हुआ, और यह हमारी दृष्टि में अद्भुत है’?”
ཨེཏཏ྄ ཀརྨྨ པརེཤསྱཱཾདྦྷུཏཾ ནོ དྲྀཥྚིཏོ བྷཝེཏ྄༎ " ཨིམཱཾ ཤཱསྟྲཱིཡཱཾ ལིཔིཾ ཡཱུཡཾ ཀིཾ ནཱཔཱཋིཥྚ?
12 फलस्वरूप प्रधान पुरोहित तथा शास्त्री प्रभु येशु को पकड़ने की योजना में जुट गए, क्योंकि वे यह समझ गए थे कि प्रभु येशु ने उन पर ही यह दृष्टांत कहा है. किंतु उन्हें भीड़ का भय था. इसलिए इस अवसर पर वे मसीह येशु को छोड़ वहां से चले गए.
ཏདཱནཱིཾ ས ཏཱནུདྡིཤྱ ཏཱཾ དྲྀཥྚཱནྟཀཐཱཾ ཀཐིཏཝཱན྄, ཏ ཨིཏྠཾ བུདྭྭཱ ཏཾ དྷརྟྟཱམུདྱཏཱཿ, ཀིནྟུ ལོཀེབྷྱོ བིབྷྱུཿ, ཏདནནྟརཾ ཏེ ཏཾ ཝིཧཱཡ ཝཝྲཛུཿ།
13 यहूदियों ने मसीह येशु के पास कुछ फ़रीसियों तथा हेरोदेस समर्थकों को भेजा कि मसीह येशु को उनकी ही किसी बात में फंसाया जा सके.
ཨཔརཉྩ ཏེ ཏསྱ ཝཱཀྱདོཥཾ དྷརྟྟཱཾ ཀཏིཔཡཱན྄ ཕིརཱུཤིནོ ཧེརོདཱིཡཱཾཤྩ ལོཀཱན྄ ཏདནྟིཀཾ པྲེཥཡཱམཱསུཿ།
14 उन्होंने आकर मसीह येशु से यह प्रश्न किया, “गुरुवर, यह तो हमें मालूम है कि आप एक सच्चे व्यक्ति हैं. आपको किसी के समर्थन की ज़रूरत नहीं है क्योंकि आप में पक्षपात है ही नहीं. आप पूरी सच्चाई में परमेश्वर संबंधी शिक्षा देते हैं. हमें यह बताइए: कयसर को कर देना व्यवस्था के अनुसार है या नहीं?
ཏ ཨཱགཏྱ ཏམཝདན྄, ཧེ གུརོ བྷཝཱན྄ ཏཐྱབྷཱཥཱི ཀསྱཱཔྱནུརོདྷཾ ན མནྱཏེ, པཀྵཔཱཏཉྩ ན ཀརོཏི, ཡཐཱརྠཏ ཨཱིཤྭརཱིཡཾ མཱརྒཾ དརྴཡཏི ཝཡམེཏཏ྄ པྲཛཱནཱིམཿ, ཀཻསརཱཡ ཀརོ དེཡོ ན ཝཱཾ? ཝཡཾ དཱསྱཱམོ ན ཝཱ?
15 हम कर दें या नहीं?” उनका पाखंड भांप कर मसीह येशु ने उनसे कहा, “क्यों मुझे फंसाने की युक्ति कर रहे हो? दीनार की मुद्रा लाकर मुझे दिखाओ.”
ཀིནྟུ ས ཏེཥཱཾ ཀཔཊཾ ཛྙཱཏྭཱ ཛགཱད, ཀུཏོ མཱཾ པརཱིཀྵདྷྭེ? ཨེཀཾ མུདྲཱཔཱདཾ སམཱནཱིཡ མཱཾ དརྴཡཏ།
16 वे मसीह येशु के पास एक मुद्रा ले आए. मसीह येशु ने वह मुद्रा उन्हें दिखाते हुए उनसे प्रश्न किया, “यह छाप तथा नाम किसका है?” “कयसर का,” उन्होंने उत्तर दिया.
ཏདཱ ཏཻརེཀསྨིན྄ མུདྲཱཔཱདེ སམཱནཱིཏེ ས ཏཱན྄ པཔྲཙྪ, ཨཏྲ ལིཁིཏཾ ནཱམ མཱུརྟྟི ཪྻཱ ཀསྱ? ཏེ པྲཏྱཱུཙུཿ, ཀཻསརསྱ།
17 मसीह येशु ने उनसे कहा, “जो कयसर का है, वह कयसर को दो और जो परमेश्वर का, वह परमेश्वर को.” यह सुन वे दंग रह गए.
ཏདཱ ཡཱིཤུརཝདཏ྄ ཏརྷི ཀཻསརསྱ དྲཝྱཱཎི ཀཻསརཱཡ དཏྟ, ཨཱིཤྭརསྱ དྲཝྱཱཎི ཏུ ཨཱིཤྭརཱཡ དཏྟ; ཏཏསྟེ ཝིསྨཡཾ མེནིརེ།
18 फिर सदूकी लोग, जो पुनरुत्थान में विश्वास नहीं करते, प्रभु येशु के पास आए. उन्होंने उनसे प्रश्न किया,
ཨཐ མྲྀཏཱནཱམུཏྠཱནཾ ཡེ ན མནྱནྟེ ཏེ སིདཱུཀིནོ ཡཱིཤོཿ སམཱིཔམཱགཏྱ ཏཾ པཔྲཙྪུཿ;
19 “गुरुवर, हमारे लिए मोशेह के निर्देश हैं यदि किसी निःसंतान पुरुष का पत्नी के रहते हुए निधन हो जाए तो उसका भाई उस स्त्री से विवाह कर अपने भाई के लिए संतान पैदा करे.
ཧེ གུརོ ཀཤྩིཛྫནོ ཡདི ནིཿསནྟཏིཿ སན྄ བྷཱཪྻྱཱཡཱཾ སཏྱཱཾ མྲིཡཏེ ཏརྷི ཏསྱ བྷྲཱཏཱ ཏསྱ བྷཱཪྻྱཱཾ གྲྀཧཱིཏྭཱ བྷྲཱཏུ ཪྻཾཤོཏྤཏྟིཾ ཀརིཥྱཏི, ཝྱཝསྠཱམིམཱཾ མཱུསཱ ཨསྨཱན྄ པྲཏི ཝྱལིཁཏ྄།
20 इसी संदर्भ में एक घटना इस प्रकार है: सात भाई थे. पहले ने विवाह किया और बिना संतान ही चल बसा.
ཀིནྟུ ཀེཙིཏ྄ སཔྟ བྷྲཱཏར ཨཱསན྄, ཏཏསྟེཥཱཾ ཛྱེཥྛབྷྲཱཏཱ ཝིཝཧྱ ནིཿསནྟཏིཿ སན྄ ཨམྲིཡཏ།
21 दूसरे भाई ने उसकी पत्नी से विवाह कर लिया, वह भी बिना संतान ही चल बसा. तीसरे भाई की भी यही स्थिति रही.
ཏཏོ དྭིཏཱིཡོ བྷྲཱཏཱ ཏཱཾ སྟྲིཡམགྲྀཧཎཏ྄ ཀིནྟུ སོཔི ནིཿསནྟཏིཿ སན྄ ཨམྲིཡཏ; ཨཐ ཏྲྀཏཱིཡོཔི བྷྲཱཏཱ ཏཱདྲྀཤོབྷཝཏ྄།
22 इस प्रकार सातों भाइयों की मृत्यु बिना संतान ही हो गई. इसके बाद उस स्त्री की भी मृत्यु हो गई.
ཨིཏྠཾ སཔྟཻཝ བྷྲཱཏརསྟཱཾ སྟྲིཡཾ གྲྀཧཱིཏྭཱ ནིཿསནྟཱནཱཿ སནྟོ྅མྲིཡནྟ, སཪྻྭཤེཥེ སཱཔི སྟྲཱི མྲིཡཏེ སྨ།
23 अब यह बताइए कि पुनरुत्थान पर वह किसकी पत्नी कहलाएगी? क्योंकि उसका विवाह तो सातों भाइयों से हुआ था.”
ཨཐ མྲྀཏཱནཱམུཏྠཱནཀཱལེ ཡདཱ ཏ ཨུཏྠཱསྱནྟི ཏདཱ ཏེཥཱཾ ཀསྱ བྷཱཪྻྱཱ སཱ བྷཝིཥྱཏི? ཡཏསྟེ སཔྟཻཝ ཏཱཾ ཝྱཝཧན྄།
24 मसीह येशु ने उन्हें उत्तर दिया, “तुम्हारी इस भूल का कारण यह है कि तुमने न तो पवित्र शास्त्र के लेखों को समझा है और न ही परमेश्वर के सामर्थ्य को.
ཏཏོ ཡཱིཤུཿ པྲཏྱུཝཱཙ ཤཱསྟྲམ྄ ཨཱིཤྭརཤཀྟིཉྩ ཡཱུཡམཛྙཱཏྭཱ ཀིམབྷྲཱམྱཏ ན?
25 पुनरुत्थान में लोग न तो विवाहित होते हैं और न ही वहां विवाह कराये जाते हैं—वहां वे स्वर्गदूतों के समान होंगे.
མྲྀཏལོཀཱནཱམུཏྠཱནཾ སཏི ཏེ ན ཝིཝཧནྟི ཝཱགྡཏྟཱ ཨཔི ན བྷཝནྟི, ཀིནྟུ སྭརྒཱིཡདཱུཏཱནཱཾ སདྲྀཤཱ བྷཝནྟི།
26 जहां तक मरे हुओं के दुबारा जी उठने का प्रश्न है, क्या तुमने मोशेह के ग्रंथ में नहीं पढ़ा, जहां जलती हुई झाड़ी का वर्णन है? परमेश्वर ने मोशेह से कहा था, ‘मैं ही अब्राहाम का परमेश्वर, यित्सहाक का परमेश्वर तथा याकोब का परमेश्वर हूं’?
པུནཤྩ "ཨཧམ྄ ཨིབྲཱཧཱིམ ཨཱིཤྭར ཨིསྷཱཀ ཨཱིཤྭརོ ཡཱཀཱུབཤྩེཤྭརཿ" ཡཱམིམཱཾ ཀཐཱཾ སྟམྦམདྷྱེ ཏིཥྛན྄ ཨཱིཤྭརོ མཱུསཱམཝཱདཱིཏ྄ མྲྀཏཱནཱམུཏྠཱནཱརྠེ སཱ ཀཐཱ མཱུསཱལིཁིཏེ པུསྟཀེ ཀིཾ ཡུཥྨཱབྷི རྣཱཔཱཋི?
27 आप लोग बड़ी गंभीर भूल में पड़े हैं! वह मरे हुओं के नहीं परंतु जीवितों के परमेश्वर हैं.”
ཨཱིཤྭརོ ཛཱིཝཏཱཾ པྲབྷུཿ ཀིནྟུ མྲྀཏཱནཱཾ པྲབྷུ རྣ བྷཝཏི, ཏསྨཱདྡྷེཏོ ཪྻཱུཡཾ མཧཱབྷྲམེཎ ཏིཥྛཐ།
28 उसी समय एक शास्त्री वहां से जा रहा था. उसने उनका वार्तालाप सुन लिया. यह देख कि मसीह येशु ने उन्हें सटीक उत्तर दिया है, उसने मसीह येशु से पूछा, “सबसे बड़ी आज्ञा कौन सी है?”
ཨེཏརྷི ཨེཀོདྷྱཱཔཀ ཨེཏྱ ཏེཥཱམིཏྠཾ ཝིཙཱརཾ ཤུཤྲཱཝ; ཡཱིཤུསྟེཥཱཾ ཝཱཀྱསྱ སདུཏྟརཾ དཏྟཝཱན྄ ཨིཏི བུདྭྭཱ ཏཾ པྲྀཥྚཝཱན྄ སཪྻྭཱསཱམ྄ ཨཱཛྙཱནཱཾ ཀཱ ཤྲེཥྛཱ? ཏཏོ ཡཱིཤུཿ པྲཏྱུཝཱཙ,
29 मसीह येशु ने उत्तर दिया, “सबसे बड़ी आज्ञा है: ‘सुनो, इस्राएलियो! प्रभु हमारे परमेश्वर अद्वितीय प्रभु हैं.
"ཧེ ཨིསྲཱཡེལློཀཱ ཨཝདྷཏྟ, ཨསྨཱཀཾ པྲབྷུཿ པརམེཤྭར ཨེཀ ཨེཝ,
30 तुम प्रभु तुम्हारे परमेश्वर से अपने सारे हृदय, सारे प्राण, सारे समझ तथा सारी शक्ति से प्रेम करो.’
ཡཱུཡཾ སཪྻྭནྟཿཀརཎཻཿ སཪྻྭཔྲཱཎཻཿ སཪྻྭཙིཏྟཻཿ སཪྻྭཤཀྟིབྷིཤྩ ཏསྨིན྄ པྲབྷཽ པརམེཤྭརེ པྲཱིཡདྷྭཾ," ཨིཏྱཱཛྙཱ ཤྲེཥྛཱ།
31 दूसरी आज्ञा है, ‘तुम अपने पड़ोसी से अपने ही समान प्रेम करो.’ इनसे बढ़कर कोई और आज्ञा है ही नहीं.”
ཏཐཱ "སྭཔྲཏིཝཱསིནི སྭཝཏ྄ པྲེམ ཀུརུདྷྭཾ," ཨེཥཱ ཡཱ དྭིཏཱིཡཱཛྙཱ སཱ ཏཱདྲྀཤཱི; ཨེཏཱབྷྱཱཾ དྭཱབྷྱཱམ྄ ཨཱཛྙཱབྷྱཱམ྄ ཨནྱཱ ཀཱཔྱཱཛྙཱ ཤྲེཥྛཱ ནཱསྟི།
32 उस शास्त्री ने मसीह येशु से कहा, “अति सुंदर, गुरुवर! आपका कहना हमेशा ही सत्य है. वही एकमात्र हैं—उनके अतिरिक्त और कोई नहीं है
ཏདཱ སོདྷྱཱཔཀསྟམཝདཏ྄, ཧེ གུརོ སཏྱཾ བྷཝཱན྄ ཡཐཱརྠཾ པྲོཀྟཝཱན྄ ཡཏ ཨེཀསྨཱད྄ ཨཱིཤྭརཱད྄ ཨནྱོ དྭིཏཱིཡ ཨཱིཤྭརོ ནཱསྟི;
33 तथा उनसे ही सारे हृदय, सारी समझ तथा सारी शक्ति से प्रेम करना, तथा अपने पड़ोसी से अपने समान प्रेम करना सभी होमबलियों तथा बलिदानों से बढ़कर है.”
ཨཔརཾ སཪྻྭཱནྟཿཀརཎཻཿ སཪྻྭཔྲཱཎཻཿ སཪྻྭཙིཏྟཻཿ སཪྻྭཤཀྟིབྷིཤྩ ཨཱིཤྭརེ པྲེམཀརཎཾ ཏཐཱ སྭམཱིཔཝཱསིནི སྭཝཏ྄ པྲེམཀརཎཉྩ སཪྻྭེབྷྱོ ཧོམབལིདཱནཱདིབྷྱཿ ཤྲཥྛཾ བྷཝཏི།
34 जब मसीह येशु ने यह देखा कि उसने बुद्धिमानी से उत्तर दिया है, उन्होंने उससे कहा, “तुम परमेश्वर के राज्य से दूर नहीं हो.” इसके बाद किसी में भी उनसे और प्रश्न करने का साहस न रहा.
ཏཏོ ཡཱིཤུཿ སུབུདྡྷེརིཝ ཏསྱེདམ྄ ཨུཏྟརཾ ཤྲུཏྭཱ ཏཾ བྷཱཥིཏཝཱན྄ ཏྭམཱིཤྭརསྱ རཱཛྱཱནྣ དཱུརོསི། ཨིཏཿ པརཾ ཏེན སཧ ཀསྱཱཔི ཝཱཀྱསྱ ཝིཙཱརཾ ཀརྟྟཱཾ ཀསྱཱཔི པྲགལྦྷཏཱ ན ཛཱཏཱ།
35 मंदिर के आंगन, में शिक्षा देते हुए मसीह येशु ने उनके सामने यह प्रश्न रखा, “शास्त्री यह क्यों कहते हैं कि मसीह दावीद के वंशज हैं?
ཨནནྟརཾ མདྷྱེམནྡིརམ྄ ཨུཔདིཤན྄ ཡཱིཤུརིམཾ པྲཤྣཾ ཙཀཱར, ཨདྷྱཱཔཀཱ ཨབྷིཥིཀྟཾ (ཏཱརཀཾ) ཀུཏོ དཱཡཱུདཿ སནྟཱནཾ ཝདནྟི?
36 दावीद ने, पवित्र आत्मा, में आत्मलीन हो कहा था: “‘प्रभु परमेश्वर ने मेरे प्रभु से कहा: “मेरी दायीं ओर बैठे रहो जब तक मैं तुम्हारे शत्रुओं को तुम्हारे अधीन न कर दूं.”’
སྭཡཾ དཱཡཱུད྄ པཝིཏྲསྱཱཏྨན ཨཱཝེཤེནེདཾ ཀཐཡཱམཱས། ཡཐཱ། "མམ པྲབྷུམིདཾ ཝཱཀྱཝདཏ྄ པརམེཤྭརཿ། ཏཝ ཤཏྲཱུནཧཾ ཡཱཝཏ྄ པཱདཔཱིཋཾ ཀརོམི ན། ཏཱཝཏ྄ ཀཱལཾ མདཱིཡེ ཏྭཾ དཀྵཔཱརྴྭ྄ ཨུཔཱཝིཤ། "
37 स्वयं दावीद उन्हें प्रभु कहकर संबोधित कर रहे हैं इसलिये किस भाव में प्रभु दावीद के पुत्र हुए?” भीड़ उनके इस वाद-विवाद का आनंद ले रही थी.
ཡདི དཱཡཱུད྄ ཏཾ པྲབྷཱུཾ ཝདཏི ཏརྷི ཀཐཾ ས ཏསྱ སནྟཱནོ བྷཝིཏུམརྷཏི? ཨིཏརེ ལོཀཱསྟཏྐཐཱཾ ཤྲུཏྭཱནནནྡུཿ།
38 आगे शिक्षा देते हुए मसीह येशु ने कहा, “उन शास्त्रियों से सावधान रहना, जो लंबे ढीले लहराते वस्त्र पहने हुए घूमा करते हैं, सार्वजनिक स्थलों पर सम्मानपूर्ण नमस्कार की आशा करते है.
ཏདཱནཱིཾ ས ཏཱནུཔདིཤྱ ཀཐིཏཝཱན྄ ཡེ ནརཱ དཱིརྒྷཔརིདྷེཡཱནི ཧཊྚེ ཝིཔནཽ ཙ
39 वे यहूदी सभागृहों में मुख्य आसन और दावतों में मुख्य स्थान पसंद करते है.
ལོཀཀྲྀཏནམསྐཱརཱན྄ བྷཛནགྲྀཧེ པྲདྷཱནཱསནཱནི བྷོཛནཀཱལེ པྲདྷཱནསྠཱནཱནི ཙ ཀཱངྐྵནྟེ;
40 वे विधवाओं के घर हड़प जाते हैं तथा मात्र दिखावे के उद्देश्य से लम्बी-लम्बी प्रार्थनाएं करते हैं. कठोर होगा इनका दंड!”
ཝིདྷཝཱནཱཾ སཪྻྭསྭཾ གྲསིཏྭཱ ཚལཱད྄ དཱིརྒྷཀཱལཾ པྲཱརྠཡནྟེ ཏེབྷྱ ཨུཔཱདྷྱཱཡེབྷྱཿ སཱཝདྷཱནཱ བྷཝཏ; ཏེ྅དྷིཀཏརཱན྄ དཎྜཱན྄ པྲཱཔྶྱནྟི།
41 मसीह येशु मंदिर के कोष के सामने बैठे हुए थे. वह देख रहे थे कि लोग मंदिर कोष में किस प्रकार दान दे रहे हैं. अनेक धनी लोग बड़ी-बड़ी राशि डाल रहे थे.
ཏདནནྟརཾ ལོཀཱ བྷཱཎྜཱགཱརེ མུདྲཱ ཡཐཱ ནིཀྵིཔནྟི བྷཱཎྜཱགཱརསྱ སམྨུཁེ སམུཔཝིཤྱ ཡཱིཤུསྟདཝལུལོཀ; ཏདཱནཱིཾ བཧཝོ དྷནིནསྟསྱ མདྷྱེ བཧཱུནི དྷནཱནི ནིརཀྵིཔན྄།
42 एक निर्धन विधवा भी वहां आई, और उसने तांबे की दो छोटे सिक्‍के डाले हैं.
པཤྩཱད྄ ཨེཀཱ དརིདྲཱ ཝིདྷཝཱ སམཱགཏྱ དྭིཔཎམཱུལྱཱཾ མུདྲཻཀཱཾ ཏཏྲ ནིརཀྵིཔཏ྄།
43 मसीह येशु ने अपने शिष्यों का ध्यान आकर्षित करते हुए कहा, “सच यह है कि इस निर्धन विधवा ने कोष में उन सभी से बढ़कर दिया है.
ཏདཱ ཡཱིཤུཿ ཤིཥྱཱན྄ ཨཱཧཱུཡ ཀཐིཏཝཱན྄ ཡུཥྨཱནཧཾ ཡཐཱརྠཾ ཝདཱམི ཡེ ཡེ བྷཱཎྜཱགཱརེ྅སྨིན དྷནཱནི ནིཿཀྵིཔནྟི སྨ ཏེབྷྱཿ སཪྻྭེབྷྱ ཨིཡཾ ཝིདྷཝཱ དརིདྲཱདྷིཀམ྄ ནིཿཀྵིཔཏི སྨ།
44 क्योंकि शेष सभी ने तो अपने धन की बढ़ती में से दिया है, किंतु इस विधवा ने अपनी निर्धनता में से अपनी सारी संपत्ति ही दे दी—यह उसकी सारी जीविका थी.”
ཡཏསྟེ པྲབྷཱུཏདྷནསྱ ཀིཉྩིཏ྄ ནིརཀྵིཔན྄ ཀིནྟུ དཱིནེཡཾ སྭདིནཡཱཔནཡོགྱཾ ཀིཉྩིདཔི ན སྠཱཔཡིཏྭཱ སཪྻྭསྭཾ ནིརཀྵིཔཏ྄།

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