< मलाकी 4 >

1 सर्वशक्तिमान याहवेह का यह कहना है, “निश्चय ही, धधकती भट्टी के समान जलता हुआ वह दिन आ रहा है. सब अभिमानी और बुरे काम करनेवाले भूसे के समान हो जाएंगे, और वह दिन जो आनेवाला है, उन्हें आग में डाल देगा. उनमें न तो कोई जड़ और न ही कोई शाखा बचेगी.
Ecce enim dies veniet succensa quasi caminus: et erunt omnes superbi et omnes facientes impietatem stipula: et inflammabit eos dies veniens, dicit Dominus exercituum, quæ non derelinquet eis radicem et germen.
2 पर तुम जो मेरे नाम का सम्मान करते हो, तुम्हारे लिये धर्मीपन का सूर्य चंगाई देनेवाले अपने किरण के साथ उदय होगा. और तुम बाहर जाओगे और मोटे-ताजे बछड़े के समान उछल-कूद करोगे.
Et orietur vobis timentibus nomen meum sol justitiæ, et sanitas in pennis ejus: et egrediemini, et salietis sicut vituli de armento.
3 तब तुम दुष्टों को कुचल दोगे; वे मेरे ठहराये दिन में तुम्हारे पैरों के नीचे की राख समान हो जाएंगे,” सर्वशक्तिमान याहवेह का कहना है.
Et calcabitis impios, cum fuerint cinis sub planta pedum vestrorum, in die qua ego facio, dicit Dominus exercituum.
4 “मेरे सेवक मोशेह के कानून को याद करो, वह आज्ञा और कानून जिसे मैंने उसे होरेब पहाड़ पर सब इस्राएलियों के लिये दिया था.
Mementote legis Moysi servi mei, quam mandavi ei in Horeb ad omnem Israël, præcepta et judicia.
5 “देखो, इसके पहले कि याहवेह का वह बड़ा और भयानक दिन आये, मैं तुम्हारे पास एलियाह भविष्यवक्ता को भेजूंगा.
Ecce ego mittam vobis Eliam prophetam, antequam veniat dies Domini magnus et horribilis.
6 वह माता-पिता के हृदय को उनके बच्चों की ओर, और बच्चों के हृदय को उनके माता-पिता की ओर कर देगा; अन्यथा मैं आकर देश का पूरा सत्यानाश कर दूंगा.”
Et convertet cor patrum ad filios, et cor filiorum ad patres eorum: ne forte veniam, et percutiam terram anathemate.

< मलाकी 4 >