< लूका 9 >

1 प्रभु येशु ने बारहों शिष्यों को बुलाकर उन्हें दुष्टात्माओं को निकालने तथा रोग दूर करने का सामर्थ्य और अधिकार प्रदान किया
Nabhabhilikila amwi abheigisibhwa bhaye ekumi na bhahili, nabhayana obhutulo no bhuinga ingulu ya amasambwa gona nokuosha amalwaye.
2 तथा उन्हें परमेश्वर के राज्य का प्रचार करने तथा रोगियों को स्वस्थ करने के लिए भेज दिया.
Nabhatuma wagende okulasha obhukama bhwa Nyamuanga nokuosha abhalwaye.
3 प्रभु येशु ने उन्हें निर्देश दिए, “यात्रा के लिए अपने साथ कुछ न रखना—न छड़ी, न झोला, न रोटी, न पैसा और न ही कोई बाहरी वस्त्र.
Nabhabhwila ati, “mwasiga okugega chonachona mulugendolwemwe nolwo insimbo, nolwo omufuko, nolwo omukate, nolwo jimpilya, mwasiga nolwo okugega jinkanju ebhili.
4 तुम जिस किसी घर में मेहमान होकर रहो, नगर से विदा होने तक उसी घर के मेहमान बने रहना.
Omusi gwonagwona gunu mwakengilemo, mwikalao kukingila mwakasokeo ao.
5 यदि लोग तुम्हें स्वीकार न करें तब उस नगर से बाहर जाते हुए अपने पैरों की धूल झाड़ देना कि यह उनके विरुद्ध गवाही हो.”
Bhanu bhatalibhalamila, mkasokamo mumusi ogwo, mukunkumule oluteli okusoka kumagulu gemwe mukole kutyo ingulu yo obhubhambasi bhwemwe ingulu yebhwe.”
6 वे चल दिए तथा सुसमाचार का प्रचार करते और रोगियों को स्वस्थ करते हुए सब जगह यात्रा करते रहे.
Nibhasokao nibhagenda okulabha mubhijiji, nibhalashaga omusango gwekisi nokuosha abhanu bhuli lubhala
7 जो कुछ हो रहा था उसके विषय में हेरोदेस ने भी सुना और वह अत्यंत घबरा गया क्योंकि कुछ लोग कह रहे थे कि बपतिस्मा देनेवाले योहन मरे हुओं में से दोबारा जीवित हो गए हैं.
Mbe omukama Herode aliga nongwa ganu galiga nigakolekana nanyasibhwa muno, kulwokubha abhandi bhaikaga ati Yoana Omubhatija asurukile okusoka mubhafuye,
8 कुछ अन्य कह रहे थे कि एलियाह प्रकट हुए हैं तथा कुछ अन्यों ने दावा किया कि प्राचीन काल के भविष्यद्वक्ताओं में से कोई दोबारा जीवित हो गया है
abhandi ati Elia ejile, na abhandi ati oumwi mubhalagi bha kala asurukile lindi okusoka mubhafu.
9 किंतु हेरोदेस ने विरोध किया, “योहन का सिर तो स्वयं मैंने उड़वाया था, तब यह कौन है, जिसके विषय में मैं ये सब सुन रहा हूं?” इसलिये हेरोदेस प्रभु येशु से मिलने का प्रयास करने लगा.
Herode naika ati, “nachinjile Yoana, Nawe si niga unu enungwa amagambo gaye? Mbe Yoana nalondaga injila eyokumulola Yesu.
10 अपनी यात्रा से लौटकर प्रेरितों ने प्रभु येशु के सामने अपने-अपने कामों का बखान किया. तब प्रभु येशु उन्हें लेकर चुपचाप बैथसैदा नामक नगर चले गए.
Bhejile bhasubha bhanu bhaliga bhatumilwe, nibhamubhwila bhuli chinu echo bakolele. Nabhagega bhona, nibhagenda mumusi gunu gwatogwaga Betisaida.
11 किंतु लोगों को इसके विषय में मालूम हो गया और वे वहां पहुंच गए. प्रभु येशु ने सहर्ष उनका स्वागत किया और उन्हें परमेश्वर के राज्य के विषय में शिक्षा दी तथा उन रोगियों को चंगा किया, जिन्हें इसकी ज़रूरत थी.
Nawe liijo nilyungwa ati asokao nibhamulubha, nabhakumilila, na naloma nabho ingulu yo obhukama bhwa Nyamuanga, naosha bhanu bhaliga nibhakena okuosibhwa.
12 जब दिन ढलने पर आया तब बारहों प्रेरितों ने प्रभु येशु के पास आकर उन्हें सुझाव दिया, “भीड़ को विदा कर दीजिए कि वे पास के गांवों में जाकर अपने ठहरने और भोजन की व्यवस्था कर सकें क्योंकि यह सुनसान जगह है.”
Lisubha niliwako, na Jintumwa ekumi ne bhili nibhamujako nibhamubhwila ati, “Nyalambula liijo bhagende mubhijiji bhyayei na mumusi bhaje okufung'ama nokulonda ebhilyo, kulwokubha anu chili ni chalo cha ibala.”
13 इस पर प्रभु येशु ने उनसे कहा, “तुम्हीं करो इनके भोजन की व्यवस्था!” उन्होंने इसके उत्तर में कहा, “हमारे पास तो केवल पांच रोटियां तथा दो मछलियां ही हैं; हां, यदि हम जाकर इन सबके लिए भोजन मोल ले आएं तो यह संभव है.”
Nawe nabhabhwila ati, “Mubhayane ebhilyo bhalye.” Nibhaika ati, “Chitali nabhyo tali bhilio bhibhala bhitanu ebhye mikate na nswi ebhili, nawe chakajiye okugula ebhilyo bhyaliijo lya abhanu bhanu.”
14 इस भीड़ में पुरुष ही लगभग पांच हज़ार थे. प्रभु येशु ने शिष्यों को आदेश दिया, “इन्हें लगभग पचास-पचास के झुंड में बैठा दो.”
Mbe bhaliga bhalio ao abhalume bhiumbi bhitanu. Nabhwila abheigisibhwa bhaye, “mubheyanje ansi mkole jingobho ja bhanu makumi gatanu tanu.”
15 शिष्यों ने उन सबको भोजन के लिए बैठा दिया.
Kulwejo nibhakola kutyo, abhanu nibheyanja ansi.
16 पांचों रोटियां तथा दोनों मछलियां अपने हाथ में लेकर प्रभु येशु ने स्वर्ग की ओर दृष्टि करते हुए उनके लिए परमेश्वर को धन्यवाद किया तथा उन्हें तोड़-तोड़ कर शिष्यों को देते गए कि वे लोगों में इनको बांटते जाएं.
Mbe nagega emikate etanu na jinswi ebhili nalola ingulu, nasima, najibhutulanya bhibhala, nabhayana abheigisibhwa bhaye koleleki bhaligabhile liijo.
17 सभी ने भरपेट खाया. शेष रह गए टुकड़े इकट्ठा करने पर बारह टोकरे भर गए.
Nibhalya bhona nibheguta, nibhakofya ebhibhala bhyo obhusigala nibhejusha ebhibho ekumi na bhibhili.
18 एक समय, जब प्रभु येशु एकांत में प्रार्थना कर रहे थे तथा उनके शिष्य भी उनके साथ थे, प्रभु येशु ने शिष्यों से प्रश्न किया, “लोग क्या कहते हैं वे मेरे विषय में; कि मैं कौन हूं?”
Mbe nijibha kutiya, Yesu aliga nasabha ebhisile ali na abheigisibhwa bhaye, nabhabhusha naika ati, “abhanu abhaika ati anye nanyega?”
19 उन्होंने उत्तर दिया, “कुछ कहते हैं बपतिस्मा देनेवाला योहन; कुछ एलियाह; और कुछ अन्य कहते हैं पुराने भविष्यद्वक्ताओं में से एक, जो दोबारा जीवित हो गया है.”
Nibhasubhya, nibhaika ati, “Yoana Omubhatija, Nawe abhandi abhaika ni Eliya, abhandi abhaika ni umwi was abhalagi we emyaka ja kala amasubha okusuruka.”
20 “मैं कौन हूं इस विषय में तुम्हारी धारणा क्या है?” प्रभु येशु ने प्रश्न किया. पेतरॉस ने उत्तर दिया, “परमेश्वर के मसीह.”
Nabhabhwila ati, “Nawe emwe omwaika ati nanye uya?” Petro nasubhya naika ati,
21 प्रभु येशु ने उन्हें कड़ी चेतावनी देते हुए कहा कि वे यह किसी से न कहें.
“Nawe Kristo okusoka ku Nyamuanga.” Nawe Yesu nabhaonya, nabhelesha ati bhasiga kubhwila munu wonawona ingulu yo omusango ogwo.
22 आगे प्रभु येशु ने प्रकट किया, “यह अवश्य है कि मनुष्य के पुत्र अनेक पीड़ाएं सहे, यहूदी प्रधानों, प्रधान पुरोहितों तथा व्यवस्था के शिक्षकों के द्वारा अस्वीकृत किया जाए; उसका वध किया जाए तथा तीसरे दिन उसे दोबारा जीवित किया जाए.”
Naika kutya, “Omwana wa Adamu ni bhusibhusi anyale na amagambo mafu nokubhulwa okwendwa na bhakaruka na abhagabhisi abhakulu na abhandiki, na abhamwita, na kasuruka olunaku lwa akasatu”
23 तब प्रभु येशु ने उन सबसे कहा, “यदि कोई मेरे पीछे होना चाहे, (शिष्य होना चाहे) वह अपने अहम का त्याग कर प्रतिदिन अपना क्रूस उठाकर मेरे पीछे चले.
Nabhabhwila ati, “Omunu wonawona akenda okundubha, ni bhusibhusi eleme omwene, ayeke omusalabha gwaye bhuli siku, andubhe.
24 क्योंकि जो कोई अपने जीवन को सुरक्षित रखना चाहता है, उसे खो देगा किंतु जो कोई मेरे हित में अपने प्राणों को त्यागने के लिए तत्पर है, वह अपने प्राणों को सुरक्षित रखेगा.
Wonawona unu kalegeja okuchungula obhulame bhwaye alibhubhusha, Nawe unu kabhusha obhulame kulwa injuno ya libhona lyani, alibhuchungula.
25 क्या लाभ है यदि कोई व्यक्ति सारे संसार पर अधिकार तो प्राप्‍त कर ले किंतु स्वयं को खो दे या उसका जीवन ले लिया जाए?
Omwana munu alibhona chinuki, alibha akabhona echalo chona, Nawe akabhusha amo akabhona i-asara yo mwoyo gwaye?
26 क्योंकि जो कोई मुझसे और मेरी शिक्षा से लज्जित होता है, मनुष्य का पुत्र भी, जब वह अपनी, अपने पिता की तथा पवित्र दूतों की महिमा में आएगा, उससे लज्जित होगा.
Wonawona unu alinyiswalilila any ne emisango jani, Omwana was Adamu ao alibha mwikusho lyaye alimwiswalilila omunuyo na likusho lya Lata na bhamalaika abhatakatifu(abhelu).
27 “सच तो यह है कि यहां कुछ हैं, जो मृत्यु तब तक न चखेंगे जब तक वे परमेश्वर का राज्य देख न लें.”
Nawe enibhabhwila echimali, bhalio abhandi bhemeleguyu anu bhataliloja lufu okukinga bhabhulole obhukama bhwa Nyamuanga.”
28 अपनी इस बात के लगभग आठ दिन बाद प्रभु येशु पेतरॉस, योहन तथा याकोब को साथ लेकर एक ऊंचे पर्वत शिखर पर प्रार्थना करने गए.
Jejile jalabhao nsiku munana amalile okwaika emisango ejo, nagega Petro, Yoana na Yakobo. Nibhalinya muchima okusabhwa.
29 जब प्रभु येशु प्रार्थना कर रहे थे, उनके मुखमंडल का रूप बदल गया तथा उनके वस्त्र सफ़ेद और उजले हो गए.
Nao aliga achali mwisabhwa, olususo lwo ubhusu bhwaye niluinduka, na jingubho jaye nijibha jimwela no okubhalangilya.
30 दो व्यक्ति—मोशेह तथा एलियाह—उनके साथ बातें करते दिखाई दिए.
Lola, bhaliga bhalio bhalume bhabhili nibhalomaga nage! Aliga ali Musa na Eliya,
31 वे भी स्वर्गीय तेज में थे. उनकी बातों का विषय था प्रभु येशु का जाना, जो येरूशलेम नगर में शीघ्र ही होने पर था.
bhabhonekene bhali mwikusho. Ni bhalomelela ingulu yo okusokao kwaye, omusango gunu aliga alebhelee okukumisha ali Yerusalemu.
32 पेतरॉस तथा उसके साथी अत्यंत नींद में थे किंतु जब वे पूरी तरह जाग गए, उन्होंने प्रभु येशु को उनके स्वर्गीय तेज में उन दो व्यक्तियों के साथ देखा.
Petro na abhejabho bhaliga bhaongee muno. Nawe bhejile bhasisimuka, nibhalola likusho laye na bhalume bhabhili bhanu bhaliga bhemeleguyu nage.
33 जब वे पुरुष प्रभु येशु के पास से जाने लगे पेतरॉस प्रभु येशु से बोले, “प्रभु! हमारे लिए यहां होना कितना अच्छा है! हम यहां तीन मंडप बनाएं: एक आपके लिए, एक मोशेह के लिए तथा एक एलियाह के लिए.” स्वयं उन्हें अपनी इन कही हुई बातों का मतलब नहीं पता था.
Bhejile bhasigana na Yesu, Petro namubhwila ati, “Lata Bhugenyi, jakabhee jakisi eswe chikale anu na jichiile chumbake anu jinyumba ja bhanu bhasatu. Chumbake eyao imwi, eindi ili ya Musa, na eindi ili ya Eliya.” Nawe aikaga emisango ejo ohhutamenya.
34 जब पेतरॉस यह कह ही रहे थे, एक बादल ने उन सबको ढांप लिया. बादल से घिर जाने पर वे भयभीत हो गए.
Ao aliga achaika kutyo, nilija elile nilibhafundikila; nibhobhaya kulwokubha bhaliga bhajongewe ne elile.
35 बादल में से एक आवाज सुनाई दी: “यह मेरा पुत्र है—मेरा चुना हुआ. इसके आदेश का पालन करो.”
Obhulaka nibhusoka mulile nibhwaika ati, “Unu niwe Omwana wani Omusolwa. Mbe nimumutegeleshe.
36 आवाज समाप्‍त होने पर उन्होंने देखा कि प्रभु येशु अकेले हैं. जो कुछ उन्होंने देखा था, उन्होंने उस समय उसका वर्णन किसी से भी न किया. वे इस विषय में मौन बने रहे.
“Obhulaka bhwejile bhwajibhila, Yesu nasigala enyele. Nibhajibhila, na munsiku ejo bhatabhwiliye munu wonawona kumisango jonajona jinu bhalolele.
37 अगले दिन जब वे पर्वत से नीचे आए, एक बड़ी भीड़ वहां इकट्ठा थी.
Bwire bhucheye, bhejile bhasoka muchima, liijo lya abhanu nilibhugangana nage.
38 भीड़ में से एक व्यक्ति ने ऊंचे शब्द में पुकारकर कहा, “गुरुवर! आपसे मेरी विनती है कि आप मेरे पुत्र को स्वस्थ कर दें क्योंकि वह मेरी इकलौती संतान है.
Lola, omumula umwi okusoka mwiijo nalila kwo bhulaka, naika ati, “Mwiigisha enikusabhwa undolele omwana wani kubha niwe nilinagela enyele.
39 एक दुष्टात्मा अक्सर उस पर प्रबल हो जाता है और वह सहसा चीखने लगता है. दुष्टात्मा उसे भूमि पर पटक देता है और मेरे पुत्र को ऐंठन प्रारंभ हो जाती है और उसके मुख से फेन निकलने लगता है. यह दुष्टात्मा कदाचित ही उसे छोड़कर जाता है—वह उसे नाश करने पर उतारू है.
Mbe oulola kagwatibhwa amasambwa, nayogana, lugendo agamuyana okugwa lilaru nokusoka lifilo mukanwa. Agamutatila kwa inyako, nigamusigila obhwashe bhusito.
40 मैंने आपके शिष्यों से विनती की थी कि वे उसे मेरे पुत्र में से निकाल दें किंतु वे असफल रहे.”
Nilabhasabhileko abheigisibhwa bhao bhagagonye Nawe bhatatulile.”
41 “अरे ओ अविश्वासी और बिगड़ी हुई पीढ़ी!” प्रभु येशु ने कहा, “मैं कब तक तुम्हारे साथ रहूंगा, कब तक धीरज रखूंगा? यहां लाओ अपने पुत्र को!”
Yesu nasubhya naika ati, “Emwe olwibhulo lunu lutakwikilisha na lunu lutasikene ne echimali, enikala nemwe nokubhagegela ganu agabhatama okukingila katunguki? Nufogeshe omwana wao anu.”
42 जब वह बालक पास आ ही रहा था, दुष्टात्मा ने उसे भूमि पर पटक दिया, जिससे उसके शरीर में ऐंठन प्रारंभ हो गई किंतु प्रभु येशु ने दुष्टात्मा को डांटा, बालक को स्वस्थ किया और उसे उसके पिता को सौंप दिया.
Nolwo akatungu kanu omusigaji oyo aliga naja lisambwa nilimugwisha ansi kwo okumunyongotola. Nawe Yesu naligonya lisambwa elyo, namwiulisha namusubhisha esemwene
43 परमेश्वर का प्रताप देख सभी चकित रह गए. जब सब लोग इस घटना पर अचंभित हो रहे थे प्रभु येशु ने अपने शिष्यों से कहा,
Abhanu bhona nibhalugula obhukulu bhwaye Nyamuanga. Nawe ao bhaliga bhachalugula gona ago Yesu akolele, nabhwila abheigisibhwa bhaye ati,
44 “जो कुछ मैं कह रहा हूं अत्यंत ध्यानपूर्वक सुनो और याद रखो: मनुष्य का पुत्र मनुष्यों के हाथों पकड़वाया जाने पर है.”
“Mutule mukutwi emisango jinu enenda obhabhwila olyanu: Omwana wo Omunu kaja okutulwa mumabhoko ga abhanu.”
45 किंतु शिष्य इस बात का मतलब समझ न पाए. इस बात का मतलब उनसे छुपाकर रखा गया था. यही कारण था कि वे इसका मतलब समझ न पाए और उन्हें इसके विषय में प्रभु येशु से पूछने का साहस भी न हुआ.
Nawe bhatasombokewe insonga ye misango ejo, gaselekelwe mumeso gebhwe, koleleki bhasiga okugasombokelwa.
46 शिष्यों में इस विषय को लेकर विवाद छिड़ गया कि उनमें श्रेष्ठ कौन है.
Mbe okubhula okungwana nikwibhuka agati yebhwe ingulu yobhukulu, ati niga unu kajokubha mukulu okukila bhona.
47 यह जानते हुए कि शिष्य अपने मन में क्या सोच रहे हैं प्रभु येशु ने एक छोटे बालक को अपने पास खड़ा करके कहा,
Nawe Yesu ejile amenya chinu bhaliga nibhabhushanya, nagega Omwana mulela, namwimelegushu mulubhafu lwaye.
48 “जो कोई मेरे नाम में इस छोटे बालक को ग्रहण करता है, मुझे ग्रहण करता है, तथा जो कोई मुझे ग्रहण करता है, उन्हें ग्रहण करता है जिन्होंने मुझे भेजा है. वह, जो तुम्हारे मध्य छोटा है, वही है जो श्रेष्ठ है.”
Mbe nio nabhabhwila ati, “Wonawona unu kakumilila omwana omulela lwa unu kwisina lyani, kabha andamiye anye ona; na unu kankumilila any kabha akumiliye unu antumile anye. Kulwokubha unu ali mtoto agati yemwe bhona oyo niwe omukulu kukila bhona.”
49 योहन ने उन्हें सूचना दी, “प्रभु, हमने एक व्यक्ति को आपके नाम में दुष्टात्मा निकालते हुए देखा है. हमने उसे ऐसा करने से रोकने का प्रयत्न किया क्योंकि वह हममें से नहीं है.”
Yoana nasubhya naika ati, “Mukama, chalolele omunu nagonya amasambwa mwisina lyao nichimujibhila kulwokubha atakulibhata amwi neswe.”
50 “मत रोको उसे!” प्रभु येशु ने कहा, “क्योंकि जो तुम्हारा विरोधी नहीं, वह तुम्हारे पक्ष में है.”
Nawe Yesu nabhabhwila ati, “Musige okumujibhila, kulwokubha unu atatasikene nemwe niwejanyu.”
51 जब प्रभु येशु के स्वर्ग में उठा लिए जाने का निर्धारित समय पास आया, विचार दृढ़ करके प्रभु येशु ने अपने पांव येरूशलेम नगर की ओर बढ़ा दिए.
Jinsiku jejile jafogela ayei ejo omwene okugegwa okuja mulwire, nalolelela okuja Yerusalemu.
52 उन्होंने अपने आगे संदेशवाहक भेज दिए. वे शमरिया प्रदेश के एक गांव में पहुंचे कि प्रभु येशु के आगमन की तैयारी करें
Natuma abhanu bhelabhe imbele yaye, mbe nibhagenda nibhengila muchijiji cha Abhasamaria koleleki bhamwilabhile obhwiyanjo.
53 किंतु वहां के निवासियों ने उन्हें स्वीकार नहीं किया क्योंकि प्रभु येशु येरूशलेम नगर की ओर जा रहे थे.
Nawe abhanu bhendeyo bhatamulamiye, kulwokubha aliga nalolelela okuja Yerusalemu.
54 जब उनके दो शिष्यों—याकोब और योहन ने यह देखा तो उन्होंने प्रभु येशु से प्रश्न किया, “प्रभु, यदि आप आज्ञा दें तो हम प्रार्थना करें कि आकाश से इन्हें नाश करने के लिए आग की बारिश हो जाए.”
Abheigisibhwa bhaye, Yakobo na Yoana bhejile bhalola elyokutyo, nibhaika ati, “Lata Bugenyi owenda chilagilishe omulilo gutuke ansi okusoka mulwire gubhasingalishe?”
55 पीछे मुड़कर प्रभु येशु ने उन्हें डांटा, “तुम नहीं समझ रहे कि तुम यह किस मतलब से कह रहे हो. मनुष्य का पुत्र इन्सानों के विनाश के लिए नहीं परंतु उनके उद्धार के लिए आया है!”
Nawe nabhekebhukila nokubhaganya.
56 और वे दूसरे नगर की ओर बढ़ गए.
Nibhamala nibhagenda muchijiji echindi.
57 मार्ग में एक व्यक्ति ने अपनी इच्छा व्यक्त करते हुए उनसे कहा, “आप जहां कहीं जाएंगे, मैं आपके साथ रहूंगा.”
Ao bhaliga bhali munjila yebhwe nibhagenda, omunu umwi namubhwila ati, “Enikulubhilila onaona eyo ouja.”
58 येशु ने उसके उत्तर में कहा, “लोमड़ियों के पास उनकी गुफाएं तथा आकाश के पक्षियों के पास उनके बसेरे होते हैं किंतु मनुष्य के पुत्र के पास तो सिर रखने तक का स्थान नहीं है!”
Yesu namubhwila ati, “jinyamubhwe jina amobho, jinyonyi ja mulutumba jina amasuli, nawe Omwana wa Adamu atana wa wakumamya omutwe gwaye.”
59 एक अन्य व्यक्ति से प्रभु येशु ने कहा, “आओ! मेरे पीछे हो लो.” उस व्यक्ति ने कहा, “प्रभु मुझे पहले अपने पिता की अंत्येष्टि की अनुमति दे दीजिए.”
Achalao nabhwila omunu undi ati, “Niundubhe.” Nawe omwenene naika ati, “Lata Bhugenyi, nunane omwanya okwamba nigende nijosika lata.”
60 प्रभु येशु ने उससे कहा, “मरे हुओं को अपने मृत गाड़ने दो किंतु तुम जाकर परमेश्वर के राज्य का प्रचार करो.”
Nawe Yesu namubhwila ati, “Nusige abhafuye bhasike abhafu bhabho, nawe awe nugende ulashe obhukama bhwa Nyamuanga bhuli mbala.”
61 एक अन्य व्यक्ति ने प्रभु येशु से कहा, “प्रभु, मैं आपके साथ चलूंगा किंतु पहले मैं अपने परिजनों से विदा ले लूं.”
Omunu undi ona naika ati, “Enikulubhilila, Mukama, nawe nana omwanya okwamba nilage abha ika owani.”
62 प्रभु येशु ने इसके उत्तर में कहा, “ऐसा कोई भी व्यक्ति, जो हल चलाने को तत्पर हो, परंतु उसकी दृष्टि पीछे की ओर लगी हुई हो, परमेश्वर के राज्य के योग्य नहीं.”
Nawe Yesu namubhwila ati, “atalio unu katao okubhoko kwaye alime namala nalola inyuma oyo ateile mubhukama bhwa Nyamuanga.”

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