< लूका 5 >

1 एक दिन प्रभु येशु गन्‍नेसरत झील के तट पर खड़े थे. वहां एक बड़ी भीड़ उनसे परमेश्वर का वचन सुनने के लिए उन पर गिर पड़ रही थी.
ଦିନେକ୍‌ ଜିସୁ ଗିନେସରତ୍‌ ହମ୍‌ଦୁର୍‌ ଗୁଟିତ ନିଲ୍‌ଚି ମାଚାନ୍‌; ଆରି ମାନାୟାର୍‌ ଗହଲିତ ହେୱାନ୍‌ ଜପି ତବ୍‌ଗା ଆଜ଼ି ଇସ୍ୱର୍‌ ମାପ୍ରୁ ବଚନ୍‌ ୱେନ୍‌ଞ୍ଜି ମାଚାର୍‌,
2 प्रभु येशु ने तट पर नावें देखीं. मछुवारे उन्हें छोड़कर चले गए थे क्योंकि वे अपने जाल धो रहे थे.
ଆରି, ହେୱାନ୍‌ ହାମ୍‌ଦୁର୍‌ ଗୁଟିତ ରିଣ୍ଡାଂ ଡଙ୍ଗାଙ୍ଗ୍‌ ମାନାକା ହୁଡ଼୍‌ତାର୍‌; ମିନ୍‌କୁ ଆହ୍‌ନାକାର୍‌ ହେବେଣ୍ଡାଂ ଜୁଜ଼ି ଜାଲ୍‌ ନୁସ୍‌ଦି ମାଚାର୍‌ ।
3 प्रभु येशु एक नाव पर बैठ गए, जो शिमओन की थी. उन्होंने शिमओन से नाव को तट से कुछ दूर झील में ले जाने के लिए कहा और तब उन्होंने नाव में बैठकर इकट्ठा भीड़ को शिक्षा देनी प्रारंभ कर दी.
ହେ ଡଙ୍ଗାଙ୍ଗ୍‌ ବିତ୍ରେତାଂ ଇମ୍‌ଣାକା ସିମନ୍‌ତି ମାଚାତ୍‌, ହେବେ ହେୱାନ୍‌ ଦୁମ୍‌ଜି ମେଦ୍‌ନିତାଂ ଅଲପ୍‍ ଦେହା ହାଜେଙ୍ଗ୍‌ ଇଞ୍ଜି ହେୱାନିଂ ଗୱାରି କିତାନ୍‌; ଆରେ, ହେୱାନ୍‌ କୁଚ୍‌ଚି ଡଙ୍ଗାତାଂ ହେନି ମାନାୟାର୍‌ତ ହିକ୍ୟା ହିଦେଂ ଲାଗାତାନ୍‌ ।
4 जब वह अपना विषय समाप्‍त कर चुके, शिमओन को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, “नाव को गहरे जल में ले चलो और तब जाल डालो.”
ଜିସୁ ବେରଣ୍‌ ୱିସ୍ତି ସିମନ୍‌ତିଂ ଇଚାନ୍‌, “ଏଜ଼ୁଂ ବିତ୍ରେ ହାଲ୍‌ଜି ମିନ୍‌କୁ ଆସ୍ତେଙ୍ଗ୍‌ ଇଞ୍ଜି ମିୱାଙ୍ଗ୍‌ ଜାଲ୍‌ ଇଡ଼ାଟ୍‌ ।”
5 शिमओन प्रभु से बोले, “स्वामी! हम रात भर कठिन परिश्रम कर चुके हैं किंतु हाथ कुछ न लगा, फिर भी, इसलिये कि यह आप कह रहे हैं, मैं जाल डाल देता हूं.”
ଇବେଣ୍ଡାଂ ସିମନ୍‌ ଉତର୍‌ ହିତାନ୍‌, “ଏ ଗୁରୁ, ଆପେଂ ହାର୍‌ତାନାଣା କାମାୟ୍‌ କିଜ଼ି ଇନାକା ଆହ୍‌ୱାତାତ୍ମା; ମାତର୍‌ ନି କାତାତାଂ ଆନ୍‌ ଜାଲ୍‌ ଇଡ଼୍‌ନାଙ୍ଗା ।”
6 यह कहते हुए उन्होंने जाल डाल दिए. जाल में इतनी बड़ी संख्या में मछलियां आ गई कि जाल फटने लगे
ଆରି, ହେୱାର୍‌ ହେଦାଂ ଇଡ଼୍‌ଜି ବେସି ମିନ୍‌କୁ ଆସ୍ତାର୍‌, ପାଚେ ହେୱାର୍‌ତି ଜାଲ୍‌ ନାଡ୍‌ବେଦେଂ ଲାଗାତାତ୍‌ ।
7 इसलिये उन्होंने दूसरी नाव के सह मछुआरों को सहायता के लिए बुलाया. उन्होंने आकर सहायता की और दोनों नावों में इतनी मछलियां भर गईं कि बोझ के कारण नावें डूबने लगीं.
ହେବେଣ୍ଡାଂ ହେୱାର୍‌ ଇମ୍‌ଣି ତା ହାଙ୍ଗ୍‌ଦାକାର୍‌ ମାଚାର୍‌ ଅଲ୍‌ଗା ଡଙ୍ଗାତାକେ ମାଚାର୍‌, ହେୱାର୍‌ ଇନେସ୍‌ ୱାଜ଼ି ହାଙ୍ଗ୍‌ କିତାର୍‌, ଇଦାଂ କାଜିଂ ହେୱାର୍‌ ହେୱାରିଂ କୁକ୍ତାର୍‌ । ଇବେଣ୍ଡାଂ ହେୱାର୍‌ ୱାଜ଼ି ରିଣ୍ଡାଂ ଡଙ୍ଗାକାଂ ଏଲେଙ୍ଗ୍‌ ବାର୍ତି କିତାର୍‌ ଜେ, ହେୱାଙ୍ଗ୍‌ ମୁଞ୍ଜ୍‌ନି ଲାକେ ଆତାତ୍‌ ।
8 सच्चाई का अहसास होते ही शिमओन प्रभु येशु के चरणों पर गिर कहने लगे, “आप मुझसे दूर ही रहिए प्रभु, मैं एक पापी मनुष्य हूं.”
ମାତର୍‌ ସିମନ୍‌ ପିତର୍‌ ଇଦାଂ ହୁଡ଼୍‌ଜି ଜିସୁଙ୍ଗ୍‌ କାଲ୍‌କୁ ତାରେନ୍‌ ଦାଣ୍ଡ୍‌ହାଣ୍‌ ମାଗ୍‌ଜି ଇଚାନ୍‌, “ଏ ମାପ୍ରୁ ନା ଲାଗେତାଂ ହାଲା, ଲାଗିଂ ଆନ୍‌ ରୱାଙ୍ଗ୍‌ ପାପି ମାନାୟ୍‌ ।”
9 यह इसलिये कि शिमओन तथा उनके साथी मछुवारे इतनी मछलियों के पकड़े जाने से अचंभित थे.
ଇନାକିଦେଂକି ହେୱାର୍‌ ହେ ବାହାତ ଏଚେକ୍‌ ମିନ୍‌କୁ ଆସ୍ତାର୍‌ ଜେ ହେଦାଂ ହୁଡ଼୍‌ଜି ହେୱାନ୍‌ ଆରେ ତା ହାଙ୍ଗ୍‌ଦାକାର୍‌ କାବା ଆତାର୍‌ ।
10 शिमओन के अन्य साथी, ज़ेबेदियॉस के दोनों पुत्र, याकोब और योहन भी यह देख भौचक्‍के रह गए थे. तब प्रभु येशु ने शिमओन से कहा, “डरो मत! अब से तुम मछलियों को नहीं, मनुष्यों को मेरे पास लाओगे.”
ଆରି, ଜେବ୍‌ଦିର୍‌ନି ରିୟାର୍‌ ମାଜ଼ି ମାଚାର୍‌ ଜାକୁବ୍‌ ଆରି ଜହନ୍‌, ଇମ୍‌ଣାକାର୍‌ କି ସିମନ୍‌ତିଂ ମେହାୟ୍‌କିଜ଼ି ମାଚାର୍‌, ହେୱାର୍‌ ବିତ୍ରେ ହେ ଲାକେ କାବା ଆତାର୍‌ । ଆରେ, ଜିସୁ ସିମନ୍‌ତିଂ ଇଚାନ୍‌, “ପାଣ୍ଡ୍ରା ଆମା, ଆନ୍‌ ମିଙ୍ଗେଙ୍ଗ୍‌ ମାନାୟ୍‌ ଆହ୍‌ନାକା ହିକାଇ କିଦ୍‌ନାଙ୍ଗ୍‌ ।”
11 इसलिये उन्होंने नावें तट पर लगाई और सब कुछ त्याग कर प्रभु येशु के पीछे चलने लगे.
ହେବେଣ୍ଡାଂ ହେୱାର୍‌ ଡଙ୍ଗାଙ୍ଗ୍‌ ଗୁଟିତ ତାସି ୱିଜ଼ୁ ପିସ୍ତି ଜିସୁ ପାଚେ ପାଚେ ହାଚାର୍‌ ।
12 किसी नगर में एक व्यक्ति था, जिसके सारे शरीर में कोढ़ रोग फैल चुका था. प्रभु येशु को देख उसने भूमि पर गिरकर उनसे विनती की, “प्रभु! यदि आप चाहें तो मुझे शुद्ध कर सकते हैं.”
ରଗ ଜିସୁ ଗାଡ଼୍‌ଦ ମାନି ସମୁତ, ହୁଡ଼ା, ଗାଜାରଗ୍‌ କାଟାକାନ୍‌ ହେ ବାହାତ ମାଚାନ୍‌; ହେୱାନ୍‌ ଜିସୁଙ୍ଗ୍‌ ହୁଡ଼୍‌ଜି ମୁମ୍‌ ତାରେନ୍‌ କିଜ଼ି ତାଙ୍ଗେଙ୍ଗ୍‌ ଗୱାରି କିଜ଼ି ଇଚାନ୍‌, “ଏ ମାପ୍ରୁ ଏନ୍‌ ଜଦି ଇଚା କିନାୟ୍‌, ତା ଆତିସ୍‌ ନାଙ୍ଗେଙ୍ଗ୍‌ ସକଟ୍‌ କିଦେଙ୍ଗ୍‌ ଆଡ଼୍‌ଦାନାୟ୍‌ ।”
13 प्रभु येशु ने हाथ बढ़ाकर उसका स्पर्श किया और कहा, “मैं चाहता हूं, शुद्ध हो जाओ!” तत्काल ही उसे कोढ़ रोग से चंगाई प्राप्‍त हो गई.
ହେବେଣ୍ଡାଂ ହେୱାନ୍‌ କେଇ ଲାମାୟ୍‌ କିଜ଼ି ହେୱାନିଂ ଡୁବିସ୍ ଇଚାନ୍‌, “ଆନ୍‌ ଇଚା କିନାଙ୍ଗା, ସକଟ୍‌ ଆ ।” ହେ ଦାପ୍ରେ ଗାଜାରଗ୍‌ ତା ତାକେଣ୍ଡାଂ ଦେହା ଆତାତ୍‌ ।
14 प्रभु येशु ने उसे आज्ञा दी, “इसके विषय में किसी से कुछ न कहना परंतु जाकर पुरोहित को अपने शुद्ध होने का प्रमाण दो तथा मोशेह द्वारा निर्धारित शुद्धि-बलि भेंट करो कि तुम्हारा कोढ़ से छुटकारा उनके सामने गवाही हो जाए.”
ଆରେ, ଜିସୁ ତାଙ୍ଗେଙ୍ଗ୍‌ ବଲ୍‌ ହିଜ଼ି ଇଚାନ୍‌ ଇନେରିଂପା ୱେଚ୍‌ମା, ମାତର୍‌ “ହାଲ୍‌ଜି ମାପ୍ରୁହେବାକିନାକାନିଂ ତାକେ ହାଲା ନିଜେ ଚଚ୍‌ୟା, ଆରି ମସାତି ବଲ୍‌ ଇସାବ୍‌ରେ ଜାର୍‌ତି ନିର୍ମଲ୍‌ ଲାକେ ହେୱାର୍‌ ଲାଗାଂ ସାକି ହିନି କାଜିଂ ପୁଜା କିୟା ।”
15 फिर भी प्रभु येशु के विषय में समाचार और भी अधिक फैलता गया. परिणामस्वरूप लोग भारी संख्या में उनके प्रवचन सुनने और बीमारियों से चंगा होने की अभिलाषा से उनके पास आने लगे.
ମାତର୍‌ ହେୱାନ୍ତି ବେଣ୍‌ନି କାତା ଆରି ବେସି ୱିଣିତାତ୍‌, ଆରି ବେସି ମାନାୟାର୍‌ ୱେଞ୍ଜେଙ୍ଗ୍‌ ଇଞ୍ଜି ଆରେ ଜାର୍‌ ଜାର୍‌ ରଗ୍‌ତାଂ ଉଜ୍‌ ଆଦେଂ ଇଞ୍ଜି ରୁଣ୍ଡା ଆଦେଂ ଲାଗାତାର୍‌;
16 प्रभु येशु अक्सर भीड़ को छोड़, गुप्‍त रूप से, एकांत में जाकर प्रार्थना किया करते थे.
ମାତର୍‌ ହେୱାନ୍‌ ଚିମ୍‌ରା ବାହାକାଂ ମାନ୍‌ଞ୍ଜି ପାର୍ତାନା କିଜ଼ି ମାଚାନ୍‌ ।
17 एक दिन, जब प्रभु येशु शिक्षा दे रहे थे, फ़रीसी तथा शास्त्री, जो गलील तथा यहूदिया प्रदेशों तथा येरूशलेम नगर से वहां आए थे, बैठे हुए थे. रोगियों को स्वस्थ करने का परमेश्वर का सामर्थ्य प्रभु येशु में सक्रिय था.
ଦିନେକ୍‌ ଜିସୁ ହିକାୟ୍‌ କିଜ଼ି ମାଚାନ୍‌, ଆରି ଗାଲିଲିନି ସବୁ ନାସ୍‌କୁ, ଆରେ ଜିହୁଦା ଦେସ୍‌ ଆରେ ଜିରୁସାଲମ୍‌ତାଂ ୱାନାକାରିଂ ପାରୁସି ଆରେ ମସାତି ବିଦି ଗୁରୁର୍‌ ଲାଗେନେ କୁଚ୍‌ଚି ମାଚାର୍‌ । ଆରି, ହେୱାନ୍‌ ଇନେସ୍‌ ରଗିଂ ଉଜ୍‌ କିନାନ୍‌, ଇଦାଂ କାଜିଂ ମାପ୍ରୁତି ସାକ୍ତି ହେବେ ମାଚାତ୍‌ ।
18 कुछ व्यक्ति एक लकवे के रोगी को बिछौने पर लिटा कर वहां लाए. ये लोग रोगी को प्रभु येशु के सामने लाने का प्रयास कर रहे थे.
ଆରେ ହୁଡ଼ାଟ୍‌, କେତେକ୍‌ ଲଗୁ ର ପାକା ୱାଚ୍‍ୟାତି ରଗି ମାନାୟ୍‌ତିଂ କାଟେଲ୍‌ତ ପିଣ୍ଡ୍‌ଜି ତାସି ବିତ୍ରେ ଅଦେଂ କାଜିଂ ଆରି ଜିସୁଙ୍ଗ୍‌ ମୁମ୍‌ଦ ଇଡ଼୍‌ଦେଂ କାଜିଂ ସେସ୍ଟା କିଜ଼ି ମାଚାର୍‌ ।
19 जब वे भीड़ के कारण उसे भीतर ले जाने में असफल रहे तो वे छत पर चढ़ गए और छत में से उसके बिछौने सहित रोगी को प्रभु येशु के ठीक सामने उतार दिया.
ମାତର୍‌ ବିଡ଼୍‌ ଲାଗିଂ ତାଙ୍ଗେଙ୍ଗ୍‌ ବିତ୍ରେ ଅଦେଂ କାଜିଂ ହାଜ଼ି ଗାଟାୱାତିଲେ ହେୱାର୍‌ ଇଲ୍‌ ଚାଉଣି ହାଲ୍‌ଜି ଜେଗନ୍‌ ଜେସ୍‍ସି କାଟେଲ୍‌ ହୁକେ ତାଙ୍ଗ୍‌ ମାଦ୍‍ଣି ବାହାତ ଜିସୁ ମୁମ୍‌ଦ ଜୁତ୍‍ତାର୍‍ ।
20 उनका यह विश्वास देख प्रभु येशु ने कहा, “मित्र! तुम्हारे पाप क्षमा किए जा चुके हैं.”
ହେୱାନ୍‌ ହେୱାର୍‌ ପାର୍ତି କିନାକା ହୁଡ଼୍‌ଜି ଇଚାନ୍‌, “ଏ ମାନାୟ୍‌, ନି ୱିଜ଼ୁ ପାପ୍‌ କେମା କିୟା ଆତାତ୍‌ନ୍ନା ।”
21 फ़रीसी और शास्त्री अपने मन में विचार करने लगे, “कौन है यह व्यक्ति, जो परमेश्वर-निंदा कर रहा है? भला परमेश्वर के अतिरिक्त अन्य कौन पाप क्षमा कर सकता है?”
ହେବେ ସାସ୍ତିର୍‌ ଆରି ପାରୁସିର୍‌ ଜାର୍‌ ଜାର୍‌ ବିତ୍ରେ ଏଲେଙ୍ଗ୍‌ ଇଞ୍ଜେଙ୍ଗ୍‌ ଲାଗାତାର୍‌, ଇୱାନ୍‌ ଜେ ଇସ୍ୱର୍‌ ନିନ୍ଦା କିନାନା, “ଇୱାନ୍‌ ଇନାକାନ୍‌? କେବଲ୍‌ ଇସ୍ୱର୍‌ ପିସ୍ତି ଆରେ ଇନେର୍‌ ପାପ୍‌ କେମା କିଦେଙ୍ଗ୍‌ ଆଡ଼୍‌ଦାନାନ୍‌?”
22 यह जानते हुए कि उनके मन में क्या विचार उठ रहे थे, प्रभु येशु ने उनसे कहा, “आप अपने मन में इस प्रकार तर्क-वितर्क क्यों कर रहे हैं?
ମାତର୍‌ ଜିସୁ ହେୱାର୍‌ତି କାତାବାର୍ତା ପୁଞ୍ଜି ହେୱାରିଂ ଉତର୍‌ ହିତାନ୍‌, “ଏପେଙ୍ଗ୍‌ ଜାର୍‌ ଜାର୍‌ ମାନ୍ତ ଇନାକା କାତାବାର୍ତା କିନାଦେରା?
23 क्या कहना सरल है, ‘तुम्हारे पाप क्षमा कर दिए गए’ या ‘उठो और चलो’?
ଇନାକା ଆଡ଼୍‌ୱା? ନି ୱିଜ଼ୁ ପାପ୍‌ ସବୁ କେମା କିୟା ଆତାତ୍‌ ଇଞ୍ଜି ଇନାକା, କି ନିଙ୍ଗା, ତାଙ୍ଗା ଇଞ୍ଜି ଇନାକା?”
24 किंतु इसका उद्देश्य यह है कि तुम्हें यह मालूम हो जाए कि मनुष्य के पुत्र को पृथ्वी पर पाप क्षमा का अधिकार सौंपा गया है.” तब रोगी से येशु ने कहा, “उठो, अपना बिछौना उठाओ और अपने घर जाओ.”
ମାତର୍‌ ପୁର୍ତିତ ପାପ୍‌ କେମା କିଦେଙ୍ଗ୍‌ ମାନାୟ୍‌ ମାଜ଼ିତି ଆଦିକାର୍‌ ମାନାତ୍‌, ଇଦାଂ ଇନେସ୍‌ ଏପେଙ୍ଗ୍‌ ପୁନାଦେର୍‌ ଇଦାଂ କାଜିଂ ହେୱାନ୍‌ ହିର୍‍କଲ୍‍ଇଡ଼୍‌ୟାତି ରଗିଂ ଇଚାନ୍‌, “ଆନ୍‌ ନିଙ୍ଗ୍‌ ଇଞ୍ଜ୍‌ନାଙ୍ଗା, ନିଙ୍ଗା, ନି କାଟେଲ୍‌ ଆସ୍ତି ଜାର୍‌ ଇଞ୍ଜ ହାଲା ।”
25 उसी क्षण वह रोगी उन सबके सामने उठ खड़ा हुआ, अपना बिछौना उठाया, जिस पर वह लेटा हुआ था और परमेश्वर का धन्यवाद करते हुए घर चला गया.
ହେବେତାଂ ହେୱାନ୍‌ ଦାପ୍ରେ ହେୱାର୍‌ ମୁମ୍‌ଦ ନିଙ୍ଗ୍‌ଜି, ଇମ୍‌ଣି କାଟେଲ୍‌ ଜପି ହେୱାନ୍‌ ହୁନ୍‌ଜି ମାଚାନ୍‌, ହେଦାଂ ଅଜ଼ି ଗାଜା ଇସ୍ୱର୍ତି କେର୍‌ଜି କିଜ଼ି କିଜ଼ି ଜାର୍‌ ଇଞ୍ଜ ହାଚାନ୍‌ ।
26 सभी हैरान रह गए. सभी परमेश्वर का धन्यवाद करने लगे. श्रद्धा से भरकर वे कह रहे थे, “हमने आज अनोखे काम होते देखे हैं.”
ହେବେ ୱିଜ଼ାକାର୍‌ କାବା ଆଜ଼ି ଇସ୍ୱର୍ତି କେର୍‌ଦେଙ୍ଗ୍‌ ଲାଗାତାର୍‌ ଆରି ବେସି ପାଣ୍ଡ୍ରା ଆଜ଼ି ଇଚାର୍‌, “ନେଞ୍ଜେଙ୍ଗ୍‌ ଆପେଙ୍ଗ୍‌ କି କାବାଆନି ଗଟ୍‌ଣା ହୁଡ଼୍‌ତାପ୍‌!”
27 जब वह वहां से जा रहे थे, उनकी दृष्टि एक चुंगी लेनेवाले पर पड़ी, जिनका नाम लेवी था. वह अपनी चौकी पर बैठे काम कर रहे थे. प्रभु येशु ने उन्हें आज्ञा दी, “आओ! मेरे पीछे हो लो!”
ଇବେଣ୍ଡାଂ ଜିସୁ ହସି ହାଲ୍‌ଜି ଲେବି ତର୍‌ଦାକାନ୍‌ ରୱାନ୍‌ ସିସ୍ତୁଏନ୍‌ନାକାନ୍‌ ଏନ୍‌ନି ବାହାତ କୁଚ୍‌ଚି ମାନାକା ହୁଡ଼୍‌ଜି ତାଙ୍ଗ୍‌ ଇଚାନ୍‌, “ନା ପାଚେ ୱା ।”
28 लेवी उठे तथा सभी कुछ वहीं छोड़कर प्रभु येशु के पीछे हो लिए.
ହେବେଣ୍ଡାଂ ଲେବି ୱିଜ଼ୁ ପିସ୍ତି ନିଙ୍ଗ୍‌ଜି ତା ପାଚେ ହାଞ୍ଜେଙ୍ଗ୍‌ ଲାଗାତାନ୍‌ ।
29 प्रभु येशु के सम्मान में लेवी ने अपने घर पर एक बड़े भोज का आयोजन किया. बड़ी संख्या में चुंगी लेनेवालों के अतिरिक्त वहां अनेक अन्य व्यक्ति भी इकट्ठा थे.
ଆରେ, ଲେବି ଜାର୍‌ ଇଞ୍ଜ ହେଦାଂ କାଜିଂ ର ଗାଜାବଜି କିତାନ୍‌, ଆରେ ବେସି ହେନି ସିସ୍ତୁଏନ୍‌ନାକାର୍‌ ଆରି ବିନ୍‌ ବିନ୍‌ ଲକୁ ହେୱାର୍‌ ହୁକେ ଚିଞ୍ଜେଙ୍ଗ୍‌ କୁଚ୍‌ଚାର୍‌ ।
30 यह देख उस संप्रदाय के फ़रीसी और शास्त्री प्रभु येशु के शिष्यों से कहने लगे, “तुम लोग चुंगी लेनेवालों तथा अपराधियों के साथ क्यों खाते-पीते हो?”
ହେବେଣ୍ଡାଂ ପାରୁସିର୍‌ ଆରି ହେୱାର୍‌ କୁଦାନି ସାସ୍ତିର୍‌ ତା ଚେଲାର୍‌ ବିରୁତ୍‌ତାଂ ଇଞ୍ଜେଙ୍ଗ୍‌ ଲାଗାତାର୍‌, “ଏପେଙ୍ଗ୍‌ ଇନେକିଦେଂ ସିସ୍ତୁଏନ୍‌ନାକାର୍‌ ଆରି ପାପିୟାର୍‌ ହୁକେ ତିନାଉଣା କିନାଦେରା?”
31 प्रभु येशु ने उन्हें उत्तर दिया, “चिकित्सक की ज़रूरत स्वस्थ व्यक्ति को नहीं, रोगी को होती है;
ଜିସୁ ହେୱାରିଂ ଉତର୍‌ ହିତାନ୍‌, “ଉଜ୍‌ ଆତାକାର୍‌ ତାକେ ଡାକ୍ତର୍‌ତିଂ ଲଡ଼ା ଆକାୟ୍‌, ମାତର୍‌ ଉଜ୍‌ ଆୱାତାକାରିଂ ଲଡ଼ା ମାନାତ୍‌ ।
32 मैं पृथ्वी पर धर्मियों को नहीं परंतु पापियों को बुलाने आया हूं कि वे पश्चाताप करें.”
ଆନ୍‌ ଦାର୍ମି ଲଗାଙ୍ଗ୍ କୁକ୍‌ତେଂ ଇଞ୍ଜି ୱାୱାତାଂନ୍ନା, ମାତର୍‌ ମାନ୍‌ବାଦ୍‌ଲାୟ୍‌ କିନି କାଜିଂ ପାପିୟାରିଂ କୁକ୍‌ତେଂ ୱାତାଂନ୍ନା ।”
33 फ़रीसियों और शास्त्रियों ने उन्हें याद दिलाते हुए कहा, “योहन के शिष्य अक्सर उपवास और प्रार्थना करते हैं. फ़रीसियों के शिष्य भी यही करते हैं किंतु आपके शिष्य तो खाते-पीते रहते हैं.”
କେତେଜାଣ୍‌ ଜିସୁଙ୍ଗ୍‌ ଇଚାର୍‌, “ଜହନ୍‌ତି ଚେଲାର୍‌ ଚାଣେକ୍‌ତିଂ ଚାଣେକ୍‍ ଉପାସ୍‌ ଆରି ପାର୍ତାନା କିତାର୍‌, ପାରୁସିର୍‌ ଚେଲାର୍‌ ପା ହେ ଲାକେ କିତାର୍‌, ମାତର୍‌ ନି ଚେଲାର୍‌ ତିନାଉଣା କିତାର୍‌ ।”
34 प्रभु येशु ने उन्हें उत्तर दिया, “क्या दूल्हे उपस्थिति में अतिथियों से उपवास की आशा की जा सकती है?
ହେବେଣ୍ଡାଂ ଜିସୁ ହେୱେରିଂ ଇଚାନ୍‌, “ବିବା ଇଞ୍ଜ ୱାତାକାର୍‌ ବିବାଦାଂଣେନ୍‍ ମାନି ୱେଡ଼ାଲିଂ ଏପେଙ୍ଗ୍‌ କି ହେୱାରିଂ ଉପାସ୍‌ କିଇକିଦେଂ ଆଡ୍‌ନାଦେର୍‌? ମୁଡ଼କେ ଆକାୟ୍‌
35 किंतु वह समय आएगा, जब दूल्हा उनके मध्य से हटा लिया जाएगा—वे उस समय उपवास करेंगे.”
ମାତର୍‌ ସମୁ ୱାନାତ୍; ଏଚେକାଡ଼୍‌ଦ ହେୱେର୍‍ତାଂ ବିବାଦାଂଣେନିଂ ନିକ୍‌ଚି ଅନାର୍‌, ହେ ପାଦ୍‌ନା ହେୱାଡ଼ାଂ ହେୱାର୍‌ ଉପାସ୍‌ କିତାର୍‌ ।”
36 प्रभु येशु ने उनके सामने यह दृष्टांत प्रस्तुत किया, “पुराने वस्त्र पर नये वस्त्र का जोड़ नहीं लगाया जाता. यदि कोई ऐसा करता है तब कोरा वस्त्र तो नाश होता ही है साथ ही वह जोड़ पुराने वस्त्र पर अशोभनीय भी लगता है.
ଆରେ, ହେୱାନ୍‌ ହେୱେରିଂ ର ଉତର୍‌ମୁଡ଼୍‌ ଇଚାନ୍‌, “ଇନେର୍‌ ପୁନି ହେନ୍ଦ୍ରାତାଂ ପ୍ଡାନି ହେନ୍ଦ୍ରାତ ଇଟୁନ୍‌; ଇଟ୍‌ତିସ୍‌ ହେ ପୁନି ହେନ୍ଦ୍ରାତିଂ କେଚ୍‌ଚି ଅନାତ୍‌, ଆରେ ପୁନିହେନ୍ଦ୍ରା ପ୍ଡାନି ହେନ୍ଦ୍ରା ହୁକେ ମିହାଆଉତ୍‍ ।
37 वैसे ही नया दाखरस पुरानी मश्कों में रखा नहीं जाता. यदि कोई ऐसा करे तो नया दाखरस मश्कों को फाड़कर बह जाएगा और मश्के भी नाश हो जाएगी.
ଆରେ, ଇନେର୍‌ ପୁନି ଅଙ୍ଗୁର୍‌ ରାସ୍‌ ପ୍ଡାନି ତଲ୍‍ ମଣାତ ଇଟୁନ୍‌; ଇଟ୍‌ତିସ୍‌ ପୁନି ଅଙ୍ଗୁର୍‌ ରାସ୍‌ ମଣାତିଙ୍ଗ୍ ପାଟ୍‍ନାତ୍, ଆରେ ମଣା ନସ୍ଟ ଆନାତ୍‌ ।
38 नया दाखरस नई मश्कों में ही रखा जाता है.
ମାତର୍‌ ପୁନି ଅଙ୍ଗୁର୍‌ ରାସ୍‌ ପୁନି ମଣାତ ଇଟ୍‌ନାକା ମାନାତ୍‌ ।
39 पुराने दाखरस का पान करने के बाद कोई भी नए दाखरस की इच्छा नहीं करता क्योंकि वे कहते हैं, ‘पुराना दाखरस ही उत्तम है.’”
ଆରେ, ଇନେର୍‌ ପ୍ଡାନି ଅଙ୍ଗୁର୍‌ ରାସ୍‌ ଉଣ୍‌ଜି ପୁନି ଅଙ୍ଗୁର୍‌ ରାସ୍‌ ଉଣ୍ଡେଙ୍ଗ୍‌ ମାନ୍‌ କିଉର୍‌, ଇନାକିଦେଂକି ହେୱାନ୍‌ ଇନାନ୍‌, ପ୍ଡାନାକା ନେ ହାର୍‌ ।”

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