< लूका 21 >

1 प्रभु येशु ने देखा कि धनी व्यक्ति दानकोष में अपना अपना दान डाल रहे हैं.
ଇଦାଂ ପାଚେ ଜିସୁ ଚାରିବେଣ୍‌ତାଂ ହୁଡ଼୍‌ଜି ପା ମାଜାନିଂ ଗାଦ୍ୟାତାକେ ଜାର୍‌ ଜାର୍‌ ଦାନ୍‌ ୱାକ୍‌ନାକା ହୁଡ଼୍‌ତାନ୍‌ ।
2 उन्होंने यह भी देखा कि एक निर्धन विधवा ने दो छोटे सिक्‍के डाले हैं.
ଆରେ, ହେୱାନ୍‌ ର ହିଲ୍‍ୱି ରାଣ୍ଡିକାଂ ହେବେ ରି ଟାକା ଡାବୁଙ୍ଗ୍‌ ଇଟ୍‍ନାକା ହୁଡ଼୍‌ଜି ଇଚାନ୍‌,
3 इस पर प्रभु येशु ने कहा, “सच यह है कि इस निर्धन विधवा ने उन सभी से बढ़कर दिया है.
“ଆନ୍‌ ମିଙ୍ଗେଙ୍ଗ୍‌ ହାତ୍‌ପା ଇଞ୍ଜ୍‌ନାଙ୍ଗା, ଇ ହିଲ୍‍ୱି ରାଣ୍ଡି ୱିଜ଼ାକାର୍‌ତାଂ ଆଦିକ୍‌ ଇଟ୍‍ତାତ୍‍ନ୍ନା,
4 इन सबने तो अपने धन की बढ़ती में से दिया है किंतु इस विधवा ने अपनी कंगाली में से अपनी सारी जीविका ही दे दी है.”
ଇନାକିଦେଂକି ଇୱାର୍‌ ୱିଜ଼ାକାର୍‌ ଗାଦ୍ୟାତାଂ ଜାର୍‌ ଜାର୍‌ ଦାନ୍ତାଙ୍ଗ୍‌ ଅଲପ୍‍ ଅଲପ୍‍ ଇଟ୍‌ତାର୍‌, ମାତର୍‌ ଇଦେଲ୍‌ ତା କସ୍ଟକିତାକା ଦାନ୍‌ ଜାର୍‌ ଜିବୁନ୍‌ ବାଚାୟ୍‌କିଦେଂ କାଜିଂ ଇଦେଲ୍‌ତି ଇନାକା ମାଚାତ୍‌, ହେ ସବୁ ଇଟ୍‌ତାତ୍‌ ।”
5 जब कुछ शिष्य मंदिर के विषय में चर्चा कर रहे थे कि यह भवन कितने सुंदर पत्थरों तथा मन्नत की भेंटों से सजाया है;
କେତେଜାଣ୍‌ ଚେଲାର୍‌ “ମନ୍ଦିର୍‌ ବିତ୍ରେ ବେଣ୍‌କିଜ଼ି ମାଚାର୍‌ । ହେୱାର୍‌ ଇଞ୍ଜି ମାଚାର୍‌ ହେବେ ମେହାୟ୍‌କିଜ଼ି ମାଚି ହଲ୍‌ନି କାଲ୍‌ ଆରି ଇସ୍ୱର୍‌ ମାପ୍ରୁ କାଜିଂ ରଚ୍‌ଚି ମାଚି ଇନାମିଙ୍ଗ୍‌ ଲାହାଙ୍ଗ୍‌ ମନ୍ଦିର୍‌ ଅପ୍ରବଲ୍‌ ହଲ୍‌ନାତା ।”
6 प्रभु येशु ने उनसे कहा, “जिन वस्तुओं को तुम इस समय सराह रहे हो, एक दिन आएगा कि इन भवनों का एक भी पत्थर दूसरे पर स्थापित न दिखेगा—हर एक पत्थर भूमि पर पड़ा होगा.”
“ଏପେଙ୍ଗ୍‌ ଇ ଇନାକା ସବୁ ହୁଡ଼୍‍ନାଦେରା, ସମୁ ୱାନାତ୍‍, ଏଚେକାଡ଼୍‌ଦ ର କାଲ୍‌ ଆରେ ର କାଲ୍‌ ଜପି ମାନୁତ୍‌, ମାଚିସ୍‌ ୱିଜ଼ୁ ମେଦ୍‌ନି ଦୁଡ଼ି ମାସ୍‍ନାତ୍‍ ।”
7 उन्होंने प्रभु येशु से प्रश्न किया, “गुरुवर, यह कब घटित होगा तथा इनके पूरा होने के समय का चिन्ह क्या होगा?”
ହେବେଣ୍ଡାଂ ହେୱାର୍‌ ତାଙ୍ଗେଙ୍ଗ୍‌ ୱେନ୍‍ବାତାର୍‍, “ଏ ଗୁରୁ, ବାଟିଙ୍ଗ୍‌ ଇ ସବୁ ଇନାୱାଡ଼ାଂ ଗିଟା ଆନାତ୍‌? ଆରେ, ଇନାୱାଡ଼ାଲିଂ ଇ ସବୁ ଗଟ୍‌ଣା ଲାଗେ ଆନାତ୍‌, ହେ ସମୁନି ଇଟ୍‌କାଡ଼୍‌ ଇନାକା?”
8 प्रभु येशु ने उत्तर दिया, “सावधान रहना कि तुम भटका न दिए जाओ, क्योंकि मेरे नाम में अनेक आएंगे और दावा करेंगे, ‘मैं हूं मसीह’ तथा ‘वह समय पास आ गया है,’ किंतु उनकी न सुनना.
ହେବେଣ୍ଡାଂ ଜିସୁ ଇଚାନ୍‌, “ଜାଗ୍ରତ୍‌, ଏପେଙ୍ଗ୍‌ ଚାକ୍ରାୟ୍‌ କିୟାଆମାଟ୍‍; ଇନାକିଦେଂକି ହେନି ନା ତର୍‌ଦ ୱାଜ଼ି, ଆନ୍‌ ହେୱାଙ୍ଗ୍‌ ଆରି ସମୁ ଲାଗାଂ ଇଞ୍ଜି ଇଞ୍ଜ୍‌ନାର୍‌, ହେୱାର୍‌ ପାଚେ ହାଲ୍‍ମାଟ୍‍ ।
9 जब तुम युद्धों तथा बलवों के समाचार सुनो तो भयभीत न होना. इनका पहले घटना ज़रूरी है फिर भी इनके तुरंत बाद अंत नहीं होगा.”
ମାତର୍‌ ଏପେଙ୍ଗ୍‌ ଏଚେକାଡ଼୍‌ଦ ମେଲି ଆରି ଗଣ୍ଡ୍‌ଗଲ୍‌ ବିସ୍ରେ ୱେନାଦେର୍‍, ହେ କାଡ଼୍‌ଦ ପାଣ୍ଡ୍ରା ଆମାଟ୍‌; ଇନାକିଦେଂକି ଇ ସବୁ ଆତିସ୍‌ପା ପର୍ତୁମ୍‌ ଗିଟା ଆନାତ୍‌, ମାତର୍‌ ଦାପ୍ରେ ରାଜି ବୁଡାଆଉତ୍‍ ।”
10 तब प्रभु येशु ने उनसे कहा, “राष्ट्र-राष्ट्र के तथा राज्य-राज्य के विरुद्ध उठ खड़ा होगा.
ତା ପାଚେ ଜିସୁ ହେୱାରିଂ ଇଚାନ୍‌, “ଜାତି ବିରୁଦ୍‌ତ ଜାତି ଆରି ରାଜି ବିରୁଦ୍‌ତ ରାଜି ନିଙ୍ଗ୍‌ନାତ୍‌,
11 भीषण भूकंप आएंगे. विभिन्‍न स्थानों पर महामारियां होंगी तथा अकाल पड़ेंगे. भयावह घटनाएं होंगी तथा आकाश में अचंभित दृश्य दिखाई देंगे.
ଆରେ ବେସିଗାଜା ମେଦ୍‌ନି ଦାଲ୍‍କା ଆନାତ୍‌ ଆରେ ବାହା ବାହାତ ମାର୍ଡି ଆରି କାତାର୍‌ ଆର୍ନାତ୍‌, ଆରେ ବାଦାଡ଼୍‌କାଂ ବେସି ଗାଜା ବାନା ଆରି ଗାଜା ଗାଜା ଚିନ୍‌କୁ ଚଞ୍ଜିୟାନିଂ ।”
12 “इन सबके पहले वे तुम्हें पकड़ लेंगे और तुम्हें यातनाएं देंगे. मेरे नाम के कारण वे तुम्हें सभागृहों में ले जाएंगे, बंदीगृह में डाल देंगे तथा तुम्हें राजाओं और राज्यपालों के हाथों में सौंप देंगे.
“ମାତର୍‌ ଇ ୱିଜ଼ୁ ଗଟ୍‌ଣା ଆଗେ ଲକୁ ମିଙ୍ଗେଙ୍ଗ୍‌ ଆସ୍ତାନାର୍‌ ଆରି କୁଟୁମ୍‌ ଇଞ୍ଜ ଆରି ବନ୍ଦି ଇଞ୍ଜ ମିଙ୍ଗେଙ୍ଗ୍‌ ହେଲାୟ୍‌ କିଜ଼ି ଗିଣ୍‌ କିଦ୍‌ନାର୍‌, ଆରେ ନା ତର୍‌ କାଜିଂ ଏପେଙ୍ଗ୍‌ ରାଜା ଆରି ରାଜ୍‌ କିନାକାର୍‌ ତାକେ ଅୟା ଅନାଦେର୍‌,
13 तुम्हें गवाही देने का सुअवसर प्राप्‍त हो जाएगा.
ଇଦାଂ ମି ପାକ୍ୟା ସାକି ଆନାତ୍‌ ।
14 इसलिये यह सुनिश्चित करो कि तुम पहले ही अपने बचाव की तैयारी नहीं करोगे,
ଆୱିତିସ୍‌, ନିଜେ ପାକ୍ୟାତାଂ ଇନାକା ଉତର୍‌ ହିନାଦେର୍‍, ହେ ବିସ୍ରେ ପୁର୍ବେତାଂ ଚିତା କିୱି କାଜିଂ ଜାର୍‌ ଜାର୍‌ ମାନ୍ତ ତିର୍‌ କିୟାଟ୍‌!
15 क्योंकि तुम्हें अपने बचाव में कहने के विचार तथा बुद्धि मैं दूंगा, जिसका तुम्हारे विरोधी न तो सामना कर सकेंगे और न ही खंडन.
ଇନାକିଦେଂକି ଆନ୍‌ ମିଙ୍ଗେଙ୍ଗ୍‌ ଇ ଲାକେ କାତା ଆରି ଗିଆନ୍‍ ହିଦ୍‌ନାଂ ଆୱିତିସ୍‌ ମି ୱିଜ଼ୁ ବେର୍ୟାର୍‌ ୱେଇ ମାସ୍ତେଦେଂ ଆଡ଼୍‌ଦୁର୍‍ ।
16 तुम्हारे माता-पिता, भाई-बहन तथा परिजन और मित्र ही तुम्हारे साथ धोखा करेंगे—वे तुममें से कुछ की तो हत्या भी कर देंगे.
ଆରେ ଏପେଙ୍ଗ୍‌ ଆବା ଆୟା, ଟଣ୍ଡେନ୍‌, ୱାସ୍କିନିକାର୍‍ ଆରି ବନ୍ଦୁ କୁଟୁମ୍‌ନିକାର୍‍ କାଜିଂ ପା ହେଲାୟ୍‌ ଅନାଦେର୍‌, ଆରେ ମିତାଙ୍ଗ୍ ଲକୁ ଇନେ ଇନେରିଂ ଅହ୍‌ନାର୍‌,
17 मेरे नाम के कारण सभी तुमसे घृणा करेंगे.
ଆରେ ନା ତର୍‌ କାଜିଂ ଏପେଙ୍ଗ୍‌ ୱିଜ଼ାକାର୍‌ ତାକେ ଗିଣ୍‌କିୟା ଅନାଦେର୍‌ ।
18 फिर भी तुम्हारे एक बाल तक की हानि न होगी.
ମାତର୍‌ ମି କାପ୍‌ଡ଼ାନି ତେମୁଲ୍‌ ପା ନସ୍ଟ ଆଉତ୍‌!
19 तुम्हारे धीरज में छिपी होगी तुम्हारे जीवन की सुरक्षा.
ମାତର୍‌ ଏପେଙ୍ଗ୍‌ ସାସ୍‌ ମାଚିସ୍‌ ଜାର୍‌ ଜାର୍‌ ୱାସ୍କି ଲାବ୍‌ କିନାଦେର୍‌ ।”
20 “जिस समय येरूशलेम नगर सेनाओं द्वारा घिरा हुआ दिखे, तब यह समझ लेना कि विनाश पास है.
ମାତର୍‌ “ଏପେଙ୍ଗ୍‌ ଏଚେକାଡ଼୍‌ଦ ଜିରୁସାଲମ୍‌ ତାକେ ମେଲ୍ୟାର୍‌ତାଂ ବେଡ଼ିକିନାକା ହୁଡ଼୍‌ନାଦେର୍‌, ହେପାଦ୍‌ନା ହେଦାଂ ବାଡ଼୍‍ହାଆନାକା ଜେ ଲାଗେ, ଇଦାଂ ପୁନାଟ୍‌ ।
21 तो वे, जो यहूदिया प्रदेश में हों पर्वतों पर भागकर जाएं; वे, जो नगर में हैं, नगर छोड़कर चले जाएं; जो नगर के बाहर हैं, वे नगर में प्रवेश न करें
ଏଚେକାଡ଼୍‌ଦ ଇନେର୍‌ ଜିହୁଦା ରାଜିତ ମାଚିସ୍‌, ହେୱାର୍‌ ଆତିସ୍‌ପା ମାଡ଼ିତ ହନ୍‍ଚି ହାଲେର୍‍, ଆରେ, ଇନେର୍‌ ଗାଡ଼୍‌ଦ ବିତ୍ରେ ମାଚିସ୍‌, ହେୱାର୍‌ ଆତିସ୍‌ପା ହାଲେର୍‍; ଆରେ, ଇନେର୍‌ ନାସ୍‌କୁକାଂ ମାଚିସ୍‌, ହେୱାର୍‌ ଆତିସ୍‌ପା ଗାଡ଼୍‌ଦ ହଣ୍‍ମେର୍‍;
22 क्योंकि यह बदला लेने का समय होगा कि वह सब, जो लेखों में पहले से लिखा है, पूरा हो जाए.
ଇନାକିଦେଂକି ଲେକାଆତି ବିସ୍ରେ ୱିଜ଼ୁ ଗିଟାଆନି କାଜିଂ ହେଦାଂ ଡାଣ୍ଡ୍‌ ସମୁ ।
23 दयनीय होगी गर्भवती और दूध पिलाती स्त्रियों की स्थिति! क्योंकि यह मनुष्यों पर क्रोध तथा पृथ्वी पर घोर संकट का समय होगा.
ହେ ୱେଡ଼ାଲିଂ ଇନେର୍‌ ଏସ୍‌ ପିସ୍ତାକା ଆରି ମାୟ୍‍ଉଟ୍‍ନି ଆୟା, ଆ, ହେୱେକ୍‌ ଦୁକ୍‌ନିକିକ୍‌! ଇନାକିଦେଂକି ପୁର୍ତିତ ଗାଜା ବିପତି ଆରି ଇ ଇସ୍ୱର୍‌ ଜାତି କାଜିଂ ରିସା ଗିଟା ଆନାତ୍‌,
24 वे तलवार से घात किए जाएंगे, अन्य राष्ट्र उन्हें बंदी बनाकर ले जाएंगे. येरूशलेम नगर गैर-यहूदियों द्वारा उस समय तक रौंदा जाएगा जब तक गैर-यहूदियों का समय पूरा न हो जाए.
ଆରେ ହେୱାର୍‌ କାଣ୍ଡା ଦାରାତ ହାନାର୍‌ ଆରି ବନ୍ଦିଆଜ଼ି ୱିଜ଼ୁ ବିନ୍‌ଜାତି ତାକେ ମେହା ଆନାର୍, ଆରେ ପାର୍ତିକିୱି ଜିହୁଦିର୍‌ତି ଦିନ୍‌ପୁରାଆୱି ପାତେକ୍‌ ଜିରୁସାଲମ୍‌ ହେୱାର୍‌ତି ପାନା ତାରେନ୍‌ ଆଜ଼ି ମାନାତ୍‌ ।”
25 “सूर्य, चंद्रमा और तारों में अद्भुत चिह्न दिखाई देंगे. पृथ्वी पर राष्ट्रों में आतंक छा जाएगा. गरजते सागर की लहरों के कारण लोग घबरा जाएंगे.
ଆରେ “ୱେଡ଼ା, ଲେଞ୍ଜ୍‌ ଆରି ହୁକାଙ୍ଗ୍‌ତ ଚିନ୍‌ ଚନ୍‌ଞ୍ଜାନାତ୍‌, ଆରି ପୁର୍ତିତ ଜାତି ବିତ୍ରେ ଗଡ଼୍‌ମେଲି ଆନାତ୍‌, ହାମ୍‌ଦୁର୍‌ ଆରି ଲଡ଼ି ଗାର୍ଜାନ୍‌ କାଜିଂ ହେୱାର୍‌ ବୁଦିବାଣା ଆନାର୍‌,
26 लोग भय और इस आशंका से मूर्च्छित हो जाएंगे कि अब संसार का क्या होगा क्योंकि आकाशमंडल की शक्तियां हिलायी जाएंगी.
ଆରେ ପୁର୍ତି ଜପି ୱାନି ଗଟ୍‌ଣା ୱିଜ଼ୁ କାସିପା ଲକୁ ଆପ୍ରାଂ ଆନାର୍‌, ଇନାକିଦେଂକି ଆକାସ୍‌ନି ସାକ୍ତି ସବୁ ପାଣ୍ଡ୍ରା ଆନିଂ ।
27 तब वे मनुष्य के पुत्र को बादल में सामर्थ्य और प्रताप में नीचे आता हुआ देखेंगे.
ହେ କାଡ଼୍‌ଦ ଲକୁ ମାନାୟ୍‌ ମାଜ଼ି ଗାଜା ସାକ୍ତିତାଂ ଆରି ଗାଜା ପାଣ୍‌ଦାଙ୍ଗ୍‌ ୱାନାକା ହୁଡ଼୍‌ନାଦେର୍ ।
28 जब ये घटनाएं घटित होने लगें, साहस के साथ स्थिर खड़े होकर आनेवाली घटना की प्रतीक्षा करो क्योंकि समीप होगा तुम्हारा छुटकारा.”
ମାତର୍‌ ଇ ସବୁ ଗଟ୍‌ଣା ହାଙ୍ଗ୍‌ତିସ୍‌ ଏପେଙ୍ଗ୍‌ କାପ୍‌ଡ଼ା ଜପି ହୁଡ଼ାଟ୍‌ ଆରି କାପ୍‌ଡ଼ା ତାରେନ୍‌ କିୟାଟ୍‌, ଲାଗିଂ ମିଦାଙ୍ଗ୍‌ ମୁକ୍‌ଡ଼ାନାକା ଲାଗେ ।”
29 तब प्रभु येशु ने उन्हें इस दृष्टांत के द्वारा शिक्षा दी: “अंजीर के पेड़ तथा अन्य वृक्षों पर ध्यान दो.
ଆରି, ହେୱାନ୍‌ ହେୱାରିଂ ର ଉତର୍‌ମୁଡ଼୍‌ ୱେଚ୍‌ଚାନ୍‌, ତଗା ମାର୍‌, ଆରେ “ୱିଜ଼ୁ ମାର୍‌କୁ ବିସ୍ରେ ଚିନ୍ତା କିୟାଟ୍‌ ହୁଡ଼ାଟ୍‌;
30 जब उनमें कोंपलें निकलने लगती हैं तो तुम स्वयं जान जाते हो कि गर्मी का समय पास है.
ଏଚେକାଡ଼୍‌ଦ ହେୱାଙ୍ଗ୍‌ ଆକିଂ ଗିଲ୍‌ନିକ୍‌, ହେ ଏଚେକାଡ଼୍‌ଦ ଏପେଙ୍ଗ୍‌ ହେଦାଂ ହୁଡ଼୍‌ଜି ଜେଟ୍‌କାଡ଼୍‌ ଏକାୱାତାତ୍‌ ଇଞ୍ଜି ଜାର୍‌ ଜାର୍‌ ପୁଞ୍ଜି ମାନାଟ୍‌,
31 इसी प्रकार, जब तुम इन घटनाओं को घटित होते हुए देखो तो तुम यह जान जाओगे कि परमेश्वर का राज्य अब पास है.
ହେ ଲାକେ ଏଲେଙ୍ଗ୍‌ ପା ଇ ସବୁ ଗଟ୍‌ଣା ହୁଡ଼୍‌ତିସ୍‌ ଇସ୍ୱର୍ତି ରାଜି ଏକାୱାତାତ୍‌, ଇଦାଂ ପୁନାଟ୍‌ ।”
32 “सच्चाई तो यह है कि इन घटनाओं के हुए बिना इस युग का अंत नहीं होगा.
“ଆନ୍‌ ମିଙ୍ଗେଙ୍ଗ୍‌ ହାତ୍‌ପା ଇଞ୍ଜ୍‌ନାଙ୍ଗା, ଇ ୱିଜ଼ୁଗିଟାଆୱି ପାତେକ୍‌ ଇ ନେଞ୍ଜେ ୱିଗାନି ନାର୍‌ ଇନେସ୍‌ ବାନି ବୁଡା ଆଉର୍‌ ।
33 आकाश तथा पृथ्वी खत्म हो जाएंगे किंतु मेरे कहे हुए शब्द कभी नहीं.
ଆକାସ୍‌ ଆରି ପୁର୍ତି ୱିଜ଼୍‌ନାତ୍‌, ମାତର୍‌ ନା ବଚନ୍‌ ସବୁ ମୁଡ଼୍‌କେ ୱିଜ଼ୁତ୍‌ ।”
34 “सावधान रहना कि तुम्हारा हृदय जीवन संबंधी चिंताओं, दुर्व्यसनों तथा मतवालेपन में पड़कर सुस्त न हो जाए और वह दिन तुम पर अचानक से फंदे जैसा आ पड़े.
ମାତର୍‌ ଏପେଙ୍ଗ୍‌ ଜାର୍‌ ଜାର୍‌ ବିସ୍ରେ “ଜାଗ୍ରତ୍‌ ଆଜ଼ି ମାନାଟ୍‌, ଏଚେକାଡ଼୍‌ଦ ନି ମାନ୍‌ମୁଞ୍ଜ୍‍ନାକା ଆରି କାଲିଂ ଗହନାକାତ, ଆରେ ଜିଦେଂ କାଜିଂ ଚିନ୍ତାତ ତେରେ ପେତେ ଆନାତ୍‌, ଆରି ହେ ଦିନ୍‌ ହାଚାଟ୍ରେ ମି ଜପି ଆର୍ନାତ୍‌;
35 उस दिन का प्रभाव पृथ्वी के हर एक मनुष्य पर पड़ेगा.
ଇନାକିଦେଂକି ହାଦାଙ୍ଗ୍ ଡ଼ୁକା ଲାକେ ସବୁ ପୁର୍ତିନି ଲକୁ ୱିଜ଼ାକାର୍‌ ଜପି ୱାନାତ୍‍ ।
36 हमेशा सावधान रहना, प्रार्थना करते रहना कि तुम्हें इन आनेवाली घटनाओं से निकलने के लिए बल प्राप्‍त हो और तुम मनुष्य के पुत्र की उपस्थिति में खड़े हो सको.”
ମାତର୍‌ ଏପେଙ୍ଗ୍‌ ଇନେସ୍‌ ଇ ସବୁ ୱାନି ଦିନ୍‌ ଗଟ୍‌ଣାତାଂ ରାକ୍ୟା ପାୟା ଆଦେଂ ଆରି ମାନାୟ୍‌ ମାଜ଼ି ଲାଗେ ନିଲ୍‌ତେଂ ବାଚିକିୟା ଆଡୁ, ଇଦାଂ କାଜିଂ ନିତ୍ରେ ପାର୍ତାନା କିଜ଼ି କାସି ମାନାଟ୍‌ ।”
37 दिन के समय प्रभु येशु मंदिर में शिक्षा दिया करते तथा संध्याकाल में वह ज़ैतून पर्वत पर जाकर प्रार्थना करते हुए रात बिताया करते थे.
ହେୱାନ୍‌ ନିତ୍ରେ ମନ୍ଦିର୍‌ତ ହିକାଇ କିଜ଼ି ମାଚାନ୍‌, ଆରେ ନିତ୍ରେ ନାଣା ହସି ହାଲ୍‌ଜି ଜିତ୍‌ମାଡ଼ିତ ମାନ୍‌ଞ୍ଜି ମାଚାନ୍‌ ।
38 लोग भोर में उनका प्रवचन सुनने मंदिर आ जाया करते थे.
ଆରି, ୱିଜ଼ୁଲଗୁ ମନ୍ଦିର୍‌ତ ହେୱାନ୍ତି ହିକ୍ୟା ୱେନ୍ଞ୍ଜେଙ୍ଗ୍ ଉଟ୍‌ଲା ହାକାଡ଼େ ହେୱାନ୍‌ତାକେ ୱାଜ଼ି ମାଚାର୍‌ ।

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