< लूका 11 >
1 एक दिन प्रभु येशु एक स्थान पर प्रार्थना कर रहे थे. जब उन्होंने प्रार्थना समाप्त की उनके शिष्यों में से एक ने उनसे विनती की, “प्रभु, हमको प्रार्थना करना सिखा दीजिए—ठीक जैसे योहन ने अपने शिष्यों को सिखाया है.”
ବମିୟ୍ତା ଜିସୁନ୍ ଅନ୍ନିଙ୍ ଅବୟ୍ ଜାଗାଲୋଙ୍ ପାର୍ତନାଲନେ; ଆନିନ୍ ପାର୍ତନାନେନ୍ ଆସ୍ରାଡେନ୍ ସିଲଡ୍ଲ୍ଲନ୍, ଆ ଞଙ୍ନେମରଞ୍ଜି ଆମଙ୍ଲୋଙ୍ ସିଲଡ୍ ଅବୟ୍ନେ ଜିସୁନ୍ଆଡଙ୍ ବରେନ୍, “ଏ ପ୍ରବୁ, ଜନନ୍ ଏଙ୍ଗାଲେ ଆ ଞଙ୍ନେମରଞ୍ଜିଆଡଙ୍ ପାର୍ତନାନେନ୍ ଆସନ୍ ଞଙେଞ୍ଜି, ଆମନ୍ ନିୟ୍ ଏତ୍ତେଲେ ପାର୍ତନାନେନ୍ ଆସନ୍ ଇନ୍ଲେଞ୍ଜିଆଡଙ୍ ଞଙ୍ଲେନ୍ ।”
2 प्रभु येशु ने उनसे कहा, “जब भी तुम प्रार्थना करो, इस प्रकार किया करो: “‘हमारे स्वर्गीय पिता! आपका नाम सभी जगह सम्मानित हो. आपका राज्य हर जगह स्थापित हो.
ତିଆସନ୍ ଜିସୁନ୍ ଆନିଞ୍ଜିଆଡଙ୍ ବରେଞ୍ଜି, “ଅଙ୍ଗା ଆଡିଡ୍ ଆମ୍ୱେଞ୍ଜି ଏପାର୍ତନାତନେ, ତିଆଡିଡ୍ ବର୍ନାବା, ‘ଆପେୟ୍, ଅଞୁମ୍ନମ୍ ମଡ଼ିର୍ ଗାମ୍ଲେ ମନାନ୍ନେନ୍ ଡେଏତୋ । ରାଜ୍ୟନମ୍ ଜିରାୟ୍ତୋ ।
3 हमारा रोज़ का भोजन हमें हर दिन दिया कीजिए.
ଡିତାନ୍ ଇନ୍ଲେଞ୍ଜିଆଡଙ୍ ସନାୟ୍ସାୟ୍ ଜନୋମ୍ଜୋମନ୍ ତିୟ୍ଲେନ୍,
4 हमारे पापों को क्षमा कीजिए. हम भी उनके पाप क्षमा करते हैं, जो हमारे विरुद्ध पाप करते हैं. हमें परीक्षा में फंसने से बचाइए.’”
ଇର୍ସେଲେଞ୍ଜି ଅଡ଼୍କୋନ୍ କେମାଲେନ୍, ଇନିଆସନ୍ଗାମେଣ୍ଡେନ୍ ଇନ୍ଲେଞ୍ଜି ନିୟ୍ ରମ୍ମଙ୍ ରମ୍ମଙ୍ ଅଡ଼୍କୋ ଡୋସାମର୍ଲେଞ୍ଜିଆଡଙ୍ ଏକେମାତାୟ୍ । ମନାଲ୍ମାଲ୍ଲୋଙନ୍ ଇନ୍ଲେଞ୍ଜିଆଡଙ୍ ଓରୋଙ୍ଡଙ୍ଲେନ୍ ।’”
5 प्रभु येशु ने उनसे आगे कहा, “तुममें से किसी का एक मित्र आधी रात में आकर यह विनती करे, ‘मित्र! मुझे तीन रोटियां दे दो;
ଆରି, ଜିସୁନ୍ ଆ ଞଙ୍ନେମରଞ୍ଜିଆଡଙ୍ ବରେଞ୍ଜି, “ଆମ୍ୱେଞ୍ଜିଲୋଙ୍ ସିଲଡ୍ ଆନ୍ନିଙ୍ ଆ ଗଡ଼ି ଏନ୍ନେଗୋ ଡକୋ ପଙ୍, ଆରି ଆନିନ୍ ତି ଆ ଗଡ଼ି ଆମଙ୍ ତୁଙାର୍ ତଗଲନ୍ ଇୟ୍ଲେ, ଆନିନ୍ଆଡଙ୍ ଇୟ୍ତେ ବରେ, ‘ଏ ଗଡ଼ି, ଞେନ୍ଆଡଙ୍ ୟାଗି ରୁଟିନ୍ ରେୟାନ୍ ତିୟିଁୟ୍,
6 क्योंकि मेरा एक मित्र यात्रा करते हुए घर आया है और उसके भोजन के लिए मेरे पास कुछ नहीं है.’
ଇନିଆସନ୍ଗାମେଣ୍ଡେନ୍ ଅବୟ୍ ଗଡ଼ିଞେନ୍ ତଙରନ୍ ଆଜିର୍ରେନ୍ ଆଡିଡ୍ ଅମଙ୍ଞେନ୍ ତୁଙ୍ଲାୟ୍, ଆରି ଆନିନ୍ଆଡଙ୍ ରନୋଜୋମନ୍ ଆସନ୍ ଅମଙ୍ଞେନ୍ ଇନ୍ନିଙ୍ ତଡ୍ ।’
7 तब वह अंदर ही से उत्तर दे, ‘मुझे मत सताओ! द्वार बंद हो चुका है और मेरे बालक मेरे साथ सो रहे हैं. अब मैं उठकर तुम्हें कुछ नहीं दे सकता.’
ଆରି ଆନିନ୍ ଅମ୍ମନ୍ ସିଲଡ୍ ଜାଲଙ୍ତାୟ୍, ‘ଞେନ୍ଆଡଙ୍ ବାଉଲ୍ଲି ଏମ୍ମେଡଙିଁୟ୍, ସନଙନ୍ ଇଙଡ୍ଲାୟ୍ନି, ଆରି ପସିୟ୍ଞେଞ୍ଜି ଞେନ୍ ସରିନ୍ ଆଲୁଡ୍ଲୁଡ୍ଜି, ଞେନ୍ ଡୋଲନ୍ ଆମନ୍ଆଡଙ୍ ତିୟ୍ଲେ ଅଃର୍ରପ୍ତିଅମ୍ ।’
8 मैं जो कह रहा हूं उसे समझो: हालांकि वह व्यक्ति मित्र होने पर भी भले ही उसे देना न चाहे, फिर भी उस मित्र के बहुत विनती करने पर उसकी ज़रूरत के अनुसार उसे अवश्य देगा.
ଞେନ୍ ଆମ୍ୱେଞ୍ଜିଆଡଙ୍ ବର୍ତବେନ୍, ଆ ଗଡ଼ିନ୍ ଆନିନ୍ଆଡଙ୍ ଇୟ୍ତାୟ୍ ବେଡେନ୍ ଆସନ୍, ଆନିନ୍ ଡୋଲନ୍ ଅଃତ୍ତିୟେ, ଡେଲୋଜନଙ୍ଡେନ୍ ଆନିନ୍ ଏର୍ଗନ୍ରଜନ୍ ନମିନ୍କି ନମିନ୍ ଆବ୍ରେଡେନ୍ ଆନିନ୍ ଡୋଲନ୍, ଆନିନ୍ ଆସନ୍ ଡିଅଙ୍ଗା ସନାୟ୍ସାୟ୍, ଡିୟ୍ତେ, ଆନିନ୍ଆଡଙ୍ ତିୟ୍ତାୟ୍ ।
9 “यही कारण है कि मैंने तुमसे कहा है: विनती करो, तो तुम्हें दिया जाएगा; खोजो, तो तुम पाओगे; द्वार खटखटाओ, तो वह तुम्हारे लिए खोल दिया जाएगा
ଞେନ୍ ନିୟ୍ ଆମ୍ୱେଞ୍ଜିଆଡଙ୍ ବର୍ତବେନ୍, ବେଡ୍ବା, ଏତ୍ତେଲ୍ଡେନ୍ ଆମ୍ୱେଞ୍ଜିଆଡଙ୍ ତନିୟନ୍ ଡେତେ; ସାୟ୍ବା, ଏତ୍ତେଲ୍ଡେନ୍ ଆମ୍ୱେଞ୍ଜି ଏରବାଙ୍ତେ; ସନଙ୍ଲୋଙନ୍ ଡେବ୍ବା, ଏତ୍ତେଲ୍ଡେନ୍ ଆମ୍ୱେଞ୍ଜି ଆସନ୍ ସନଙନ୍ ରୋତନେ ।
10 क्योंकि हर एक, जो विनती करता है, उसकी विनती पूरी की जाती है, जो खोजता है, वह प्राप्त करता है और वह, जो द्वार खटखटाता है, उसके लिए द्वार खोल दिया जाता है.
ଇନିଆସନ୍ଗାମେଣ୍ଡେନ୍ ଆନା ବେଡ୍ତେ, ଆନିନ୍ ଞାଙ୍ତେ; ଆନା ସାୟ୍ଡଙ୍ତେ, ଆନିନ୍ ରବାଙ୍ତେ; ଆରି, ଆନା ଡେବ୍ସଙ୍ତେ, ଆନିନ୍ ଆସନ୍ ସନଙନ୍ ରନୋନ୍ ଡେତେ ।
11 “तुममें कौन पिता ऐसा है, जो अपने पुत्र के मछली मांगने पर उसे सांप दे
ଆରି, ଅମଙ୍ଲୋଙ୍ବେନ୍ ଏନ୍ନେଗୋ ଆ ବାପା ଆନ୍ନିଙ୍ ଡକୋ ପଙ୍, ଆ ଡାଙ୍ଗଡ଼ାଅନନ୍ ଆନିନ୍ଆଡଙ୍ ଅୟନ୍ ବେଡେନ୍ ଡେନ୍ ଆନିନ୍ ଅୟନ୍ ଆ ପାଲ୍ତେଙ୍ ଆ ଡାଙ୍ଗଡ଼ାଅନନ୍ଆଡଙ୍ ଜାଆଡନ୍ ତିୟ୍ତେ?
12 या अंडे की विनती पर बिच्छू?
ଅଡ଼େ ଆରେସିମନ୍ ବେଡେନ୍ ଡେନ୍ ଆନିନ୍ ଆ ଡାଙ୍ଗଡ଼ାଅନନ୍ଆଡଙ୍ ସନକାବ୍ରେଙନ୍ ତିୟ୍ତେ ପଙ୍?
13 जब तुम दुष्ट होने पर भी अपनी संतान को उत्तम वस्तुएं प्रदान करना जानते हो तो तुम्हारे स्वर्गीय पिता उन्हें, जो उनसे विनती करते हैं, कहीं अधिक बढ़कर पवित्र आत्मा प्रदान न करेंगे, जो उत्तम है?”
ତିଆସନ୍ ଆମ୍ୱେଞ୍ଜି ପେଲ୍ଲାଜି ଜନଙ୍ଡେନ୍, ରମ୍ମଙ୍ ରମ୍ମଙ୍ ଆ ପସିୟ୍ଜିଆଡଙ୍ ମନଙ୍ ମନଙ୍ ତନିୟ୍ତିୟଞ୍ଜି ତିୟ୍ଲେ ଏଗୟ୍ତେ, ଏତ୍ତେଲ୍ଡେନ୍ ଅଙ୍ଗା ବାପା ରୁଆଙନ୍ ସିଲଡ୍ ତିୟ୍ତିୟ୍ଲଙ୍ତନ୍, ଆ ମୁକ୍କାଗଡନ୍ ଆବ୍ରେତେଞ୍ଜି ଆ ମନ୍ରାଜିଆଡଙ୍ ଆନିନ୍ ଡିଅଙ୍ଗା ଆ ଗୋଗୋୟ୍ ମଡ଼ିର୍ ପୁରାଡ଼ାନ୍ ଅରଃ ତିୟେଞ୍ଜି!”
14 प्रभु येशु एक व्यक्ति में से, जो गूंगा था, एक दुष्टात्मा को निकाल रहे थे. दुष्टात्मा के निकलते ही वह, जो गूंगा था, बोलने लगा. यह देख भीड़ अचंभित रह गई.
ବମିୟ୍ତା ଜିସୁନ୍ ବୁତନ୍ ଗଙେନ୍, ତି ଆ ବୁତ ଆଜାଡ୍ଡା । ବୁତନ୍ ଡୁଙ୍ଲନ୍ ଆଜିର୍ରେନ୍ ସିଲଡ୍ଲ୍ଲନ୍ ଆଜାଡ୍ଡାନ୍ ଆ ମନ୍ରା କଡାଡ଼ିଲନେ; ସିଲତ୍ତେ ମନ୍ରାଞ୍ଜି ସାନ୍ନି ଡେଏଞ୍ଜି ।
15 किंतु उनमें से कुछ ने कहा, “वह तो दुष्टात्माओं के प्रधान बेलज़बूल की सहायता से दुष्टात्मा निकालता है.”
ବନ୍ଡ ଆନିଞ୍ଜି ଲୋଙ୍ସିଲଡ୍ ଲାଙ୍ଲେନ୍ନେ ବର୍ରଞ୍ଜି, “ଆନିନ୍ ବୁତଞ୍ଜି ଆ ସୋଡ଼ା ବାଲ୍ଜିବୁଲନ୍ ବାତ୍ତେ ବୁତନ୍ ଗଙ୍ତେ ।”
16 कुछ अन्य ने प्रभु येशु को परखने के उद्देश्य से उनसे अद्भुत चिह्न की मांग की.
ଆନ୍ନାମରଞ୍ଜି ଜିସୁନ୍ଆଡଙ୍ ମନାଲ୍ମାଲନ୍ ଆସନ୍, ଇସ୍ୱରନ୍ ଡନେମର୍ନମ୍ ଗାମ୍ଲେ ଇନ୍ଲେଞ୍ଜି ଏଙ୍ଗାଲ୍ଡେନ୍ ଏଜନାଆୟ୍, ତିଆସନ୍ ଆମନ୍ ଅବୟ୍ ସାନ୍ନି କାବ୍ବାଡ଼ାନ୍ ଅବ୍ତୁୟ୍ଲେନ୍ ଗାମ୍ଲେ ବରେଞ୍ଜି ।
17 उनके मन की बातें जानकर प्रभु येशु ने उनसे कहा, “कोई भी राज्य, जिसमें फूट पड़ चुकी है, नाश हो जाता है और जिस परिवार में फूट पड़ चुकी हो, उसका नाश हो जाता है.
ବନ୍ଡ ଜିସୁନ୍ ଆନିଃୟମଞ୍ଜି ଆ ବର୍ନେ ଜନାଡାଲେ ବର୍ରନେ, “ଅନ୍ନିଙ୍ ଆ ରାଜ୍ୟ ତରଙ୍ଆନ୍ନା ଡେଲୋଙ୍ ଡେଲେ ଆ ବିରୁଦଲୋଙନ୍ ଡୋଲନ୍ଡେନ୍, ତିଆତେ ନିଅଂସ ଡେତେ, ଆରି ଆବସିଙନ୍ ଆ ମନ୍ରାଜି ତର୍ଡମ୍ ଅଲ୍ସଙ୍ଗାତାଏଞ୍ଜି ଡେନ୍ ତି ଆସିଂ ଅସେଡ୍ତେ ।
18 यदि शैतान अपने ही विरुद्ध काम करने लगे तो उसका राज्य स्थिर कैसे रह सकता है? मैं ये सब इसलिये कह रहा हूं कि तुम यह दावा कर रहे हो कि मैं दुष्टात्माओं को बेलज़बूल की सहायता से निकाला करता हूं.
ଆରି, ସନୁମନ୍ ନିୟ୍ ତରଙ୍ଆନ୍ନା ଡେଲୋଙ୍ ଡେଲେ ଆନିନ୍ଡମ୍ ଆ ବିରୁଦଲୋଙନ୍ ଡୋଲନ୍ନି ଡେନ୍, ଏତ୍ତେଲ୍ଡେନ୍ ଆ ରାଜ୍ୟନ୍ ଏଙ୍ଗାଡାଲେ ରିଙ୍ ଗାମ୍ଲେ ଅଲ୍ଡକୋନେ? ଞେନ୍ ବାଲ୍ଜିବୁଲନ୍ ବାତ୍ତେ ବୁତଞ୍ଜି ଗଙ୍ତାୟ୍ ଗାମ୍ଲେ ଆମ୍ୱେଞ୍ଜି ତ ଏବର୍ତନେ ।
19 यदि मैं दुष्टात्माओं को बेलज़बूल के सहयोग से बाहर निकाला करता हूं तो फिर तुम्हारे अनुयायी उनको कैसे बाहर करती है? परिणामस्वरूप वे ही तुम पर आरोप लगाएंगे.
ବନ୍ଡ ଞେନ୍ ବାଲ୍ଜିବୁଲନ୍ ଆ ବୋର୍ସା ବାତ୍ତେ ବୁତନ୍ ଗଙ୍ଲାୟ୍ ଡେନ୍, ଏତ୍ତେଲ୍ଡେନ୍ ସନଣ୍ଡୋଙ୍ମର୍ବେଞ୍ଜି ଆନା ଆ ବୋର୍ସା ବାତ୍ତେ ବୁତଞ୍ଜିଆଡଙ୍ ଗଙ୍ତଜି? ତିଆସନ୍ ଆନିଞ୍ଜି ମା ପନ୍ସୁଆତିମର୍ବେଞ୍ଜି ଡେତଜି ।
20 किंतु यदि मैं दुष्टात्माओं को परमेश्वर के सामर्थ्य के द्वारा निकालता हूं, तब परमेश्वर का राज्य तुम्हारे मध्य आ चुका है.
ବନ୍ଡ ଞେନ୍ ଇସ୍ୱରନ୍ ଆ ଅଣ୍ଡେର୍ସି ବାତ୍ତେ ବୁତଞ୍ଜି ଗଙ୍ଲାୟ୍ ଡେନ୍, ଏତ୍ତେଲ୍ଡେନ୍ ତ ଇସ୍ୱରନ୍ ଆ ରାଜ୍ୟ ଅମଙ୍ବେନ୍ ଅଡ଼ୋଲାୟ୍ନି ।”
21 “जब कोई बलवान व्यक्ति शस्त्रों से पूरी तरह से सुसज्जित होकर अपने घर की चौकसी करता है, तो उसकी संपत्ति सुरक्षित रहती है
“ବୋର୍ସାମରନ୍ ଅଙ୍ଗା ଜାୟ୍ ଅତିଆରଞ୍ଜି ଞମ୍ଲେ ଅବ୍ଜାଡାଲନ୍ ଆସିଙନ୍ ଜଗେତେ, ତି ଜାୟ୍ ଆନର୍ଜେନ୍ ଏରାମ୍ମୁୟ୍ ଡକୋତେ ।
22 किंतु जब उससे अधिक बलवान कोई व्यक्ति उस पर आक्रमण कर उसे अपने वश में कर लेता है और वे सभी शस्त्र, जिन पर वह भरोसा करता था, छीन लेता है, तो वह उसकी संपत्ति को लूटकर बांट देता है.
ବନ୍ଡ ଅଙ୍ଗା ଆଡିଡ୍ ଆନିନ୍ ସିଲଡ୍ ଗୋଗୋୟ୍ ବୋର୍ସାମରନ୍ ଇୟ୍ଲୋଙ୍ ଇୟ୍ଲେ ଆନିନ୍ଆଡଙ୍ ଜୁରୁଡାଲେ ଜିନୟ୍ତେ, ତିଆଡିଡ୍ ଅଙ୍ଗା ଅତିଆରଲୋଙ୍ ଆନିନ୍ ଆସାଲନ୍ ଡକୋଲନେ, ତିଆତେଜି ଅଡ଼୍କୋନ୍ ଆନିନ୍ ରାଉଡାଲନ୍ ପାଙ୍ଲେ ଜିର୍ତେ, ଆରି ରାଉଜନବଞ୍ଜି ପାଙ୍ଲେ ଇୟ୍ତେ ବନ୍ତାନେ ।”
23 “वह, जो मेरे पक्ष में नहीं है मेरे विरुद्ध है और वह, जो मेरे साथ इकट्ठा नहीं करता, वह बिखेरता है.
“ଆନା ଡନେମର୍ଞେନ୍ ତଡ୍, ଆନିନ୍ ବନେରାମର୍ଞେନ୍; ଆରି ଆନା ଞେନ୍ ସରିନ୍ ଅଃତ୍ତର୍ତୁମେ, ଆନିନ୍ ବୁର୍ବୁରାୟ୍ତେ ।”
24 “जब दुष्टात्मा किसी व्यक्ति में से बाहर आ जाती है, वह निवास स्थान की खोज में सूखे स्थानों में फिरती है, किंतु उसे निवास स्थान प्राप्त नहीं हो पाता. तब वह सोचती है कि मैं जिस निवास स्थान को छोड़कर आयी थी, वहीं लौट जाऊं.
“ଏର୍ମଡ଼ିର୍ ପୁରାଡ଼ାନ୍, ଅବୟ୍ ମନ୍ରାନ୍ ଆମଙ୍ ସିଲଡ୍ ଡୁଙ୍ଲନ୍ ଜିରେନ୍ ସିଲଡ୍ଡେନ୍, ଆନିନ୍ ଡାଆ ତଡ୍ ରେଙନ୍ ବୁଲ୍ଲେଲେ ଲୋଲୋନେନ୍ ଆସନ୍ ଇୟ୍ତେ ସାଜେ, ଆନିନ୍ ତିଆତେ ଅଃନ୍ନିୟ୍ଞାଙେ, ତିଆସନ୍ ଆନିନ୍ ଗାମ୍ତେ, ‘ଞେନ୍ ଅଙ୍ଗା ଆସିଂ ସିଲଡ୍ ଡୁଙ୍ଲନ୍ ଜିର୍ରାୟ୍, ତି ଆସିଂ ଞେନ୍ ୟର୍ତନେ ।’
25 वह वहां लौटकर उसे खाली, साफ़ और सुथरा पाती है.
ଆନିନ୍ ୟର୍ରନ୍ ତି ଆସିଂ ଆଜଜ ଆତର୍ଜ ଆରି ମନଙ୍ଡମ୍ ଇୟ୍ତାୟ୍ ଗିଜେ ।
26 तब वह जाकर अपने से अधिक बुरी सात आत्मा और ले आती है और वे सब उस व्यक्ति में प्रवेश कर उसमें अपना घर बना लेती हैं. तब उस व्यक्ति की स्थिति पहले से खराब हो जाती है.”
ସିଲଡ୍ଲ୍ଲନ୍ ଆନିନ୍ ଆରି ଜିର୍ରେ ଆନିନ୍ ସିଲଡ୍ ଜବ୍ର ପେଲ୍ଲା ଆରି ସାତଟା ପୁରାଡ଼ାଞ୍ଜିଆଡଙ୍ ଓଡ୍ଡେଲେ ଇୟ୍ତେ ଓରୋଙେଜି, ଆରି ଆନିଞ୍ଜି ତେତ୍ତେ ଗନ୍ଲନ୍ ଇୟ୍ତାୟ୍ ଡକୋନେଜି, ଆରି ତି ଆ ମନ୍ରା ଆମ୍ମୁଙ୍ ଆ ଡଣ୍ଡ ସିଲଡ୍ ତିକ୍କି ଆ ଡଣ୍ଡ ଆରି ଗୋଗୋୟ୍ ପରାନ୍ସାତ୍ତିନ୍ ଡେତେ ।”
27 जब प्रभु येशु यह शिक्षा दे रहे थे, भीड़ में से एक नारी पुकार उठी, “धन्य है वह माता, जिसने आपको जन्म दिया और आपका पालन पोषण किया.”
ଜିସୁନ୍ କେନ୍ ଆ ବର୍ନେଜି ଅଡ଼୍କୋନ୍ ଆବର୍ରନେନ୍ ଆଡିଡ୍ ମନ୍ରାଞ୍ଜି ଆମଙ୍ଲୋଙ୍ ସିଲଡ୍ ଅବୟ୍ ଆଇମରନ୍ ସୋଡ଼ା ସର୍ରଙନ୍ ବାତ୍ତେ ବର୍ରନେ, “ଅଙ୍ଗା ଅୟୋଙ୍ ଆମନ୍ଆଡଙ୍ କୋଡ୍ଲମ୍, ଆରି ଆନା ଆମନ୍ଆଡଙ୍ ମେମେଲମ୍ ଆନିନ୍ ସନେନ୍ସେନ୍ ।”
28 किंतु प्रभु येशु ने कहा, “परंतु धन्य वे हैं, जो परमेश्वर के वचन को सुनकर उसका पालन करते हैं.”
ବନ୍ଡ ଜିସୁନ୍ ଗାମେନ୍, “ଇଜ୍ଜା, ଆର୍ପାୟ୍ ଆନାଜି ଇସ୍ୱରନ୍ ଆ ବର୍ନେ ଅମ୍ଡଙ୍ତଜି ଆରି ଞଣ୍ଡ୍ରମ୍ତଞ୍ଜି ଆନିଞ୍ଜି ସନେନ୍ସେନ୍ ।”
29 जब और अधिक लोग इकट्ठा होने लगे, प्रभु येशु ने कहा, “यह पीढ़ी अत्यंत बुरी पीढ़ी है. यह चमत्कार चिह्नों की मांग करती है किंतु भविष्यवक्ता योनाह के चिह्न के अतिरिक्त इसे और कोई चिह्न नहीं दिया जाएगा.
ମନ୍ରାଞ୍ଜି ରୁକ୍କୁ ରୁକ୍କୁଡାଲନ୍ ଜିସୁନ୍ ଆମଙ୍ ଆକ୍ରୁଡ଼ାୟ୍ଲଞ୍ଜି ଆଡିଡ୍ ଆନିନ୍ ବର୍ରନେ, “ନମିଜି ଆ ମନ୍ରାଜି ପେଲ୍ଲାଜି, କେନ୍ଆନିଞ୍ଜି ଅରମ୍ମଡନ୍ ସାୟ୍ତଜି, ବନ୍ଡ ଜୁନସନ୍ ଆରମ୍ମଡ୍ ତୁମ୍ କେନ୍ଆନିଞ୍ଜିଆଡଙ୍ ତନିୟନ୍ ଡେତେ, ଆରି ଅନ୍ନିଙ୍ ଆରମ୍ମଡ୍ କେନ୍ଆନିଞ୍ଜିଆଡଙ୍ ତନିୟନ୍ ଅଃଡ୍ଡେଏ ।
30 जिस प्रकार परमेश्वर की ओर से भविष्यवक्ता योनाह नीनवे नगरवासियों के लिए एक चिह्न थे, उसी प्रकार मनुष्य का पुत्र इस पीढ़ी के लिए एक चिह्न है.
ଇନିଆସନ୍ଗାମେଣ୍ଡେନ୍ ଜୁନସନ୍ ଏଙ୍ଗାଲେ ନିନିବିବାଜି ଆସନ୍ ଅବୟ୍ ଅରମ୍ମଡନ୍ ଅନ୍ତମ୍ ଡେଏନ୍, ତିଅନ୍ତମ୍ ମନ୍ରା ଡାଙ୍ଗଡ଼ାଅନନ୍ ନିୟ୍ ନମିଜି ଆ ମନ୍ରାଜି ଆସନ୍ ଅରମ୍ମଡନ୍ ଅନ୍ତମ୍ ଡେତେ ।
31 न्याय-दिवस पर दक्षिण की रानी इस पीढ़ी के साथ खड़ी होगी और इसे धिक्कारेगी क्योंकि वह पृथ्वी के छोर से यात्रा कर राजा शलोमोन के ज्ञान को सुनने आई थी; किंतु यहां तो वह है, जो राजा शलोमोन से भी बढ़कर है.
ଅର୍ଜଡ଼ୋମ୍ ଗଡ୍ ଡକୋନ୍, ସିବା ଡେସାନ୍ ଆ ରାଣି ପନ୍ସୁଆତିଲୋଙନ୍ କେନ୍ ନମିଜି ଆ ମନ୍ରାଜି ସରିନ୍ ଡୋଲନ୍ କେନ୍ଆନିଞ୍ଜିଆଡଙ୍ ଅବ୍ଡୋସାତଜି, ଇନିଆସନ୍ଗାମେଣ୍ଡେନ୍ ଆନିନ୍ ସୋଲମନ୍ ରାଜାନ୍ ଆ ଜନନାବର୍ ଅନମ୍ଡଙନ୍ ଆସନ୍ ପୁର୍ତିନ୍ ଆନେଙ୍ ସିଲଡ୍ ଇୟ୍ଲାୟ୍; ଆରି ଗିୟ୍ବା, ସୋଲମନନ୍ ସିଲଡ୍ ଆରି ଗୋଗୋୟ୍ ସୋଡ଼ା ବର୍ନେନ୍ କେନ୍ତେନ୍ନେ ଡକୋ ।
32 न्याय-दिवस पर नीनवे नगर की जनता इस पीढ़ी के साथ उपस्थित होगी और इसे धिक्कारेगी क्योंकि उसने तो भविष्यवक्ता योनाह के प्रचार के परिणामस्वरूप पश्चाताप कर लिया, किंतु यहां तो वह है, जो भविष्यवक्ता योनाह से भी बढ़कर है.
ନିନିବିନ୍ ଆ ମନ୍ରାଜି ପନ୍ସୁଆତିଲୋଙନ୍ କେନ୍ ନମିଜି ଆ ମନ୍ରାଜି ସରିନ୍ ଡୋଲନ୍ କେନ୍ଆନିଞ୍ଜିଆଡଙ୍ ଅବ୍ଡୋସାତଜି, ଇନିଆସନ୍ଗାମେଣ୍ଡେନ୍ ଆନିଞ୍ଜି ଜୁନସନ୍ ଆନପ୍ପୁଙ୍ବର୍ ବାତ୍ତେ ଆବ୍ୟର୍ବୁଡ୍ଡିଲଞ୍ଜି; ଆରି ଗିୟ୍ବା, ଜୁନସନ୍ ସିଲଡ୍ ଆରି ଗୋଗୋୟ୍ ସୋଡ଼ା ବର୍ନେନ୍ କେନ୍ତେନ୍ନେ ଡକୋ ।”
33 “दीप जलाकर कोई भी उसे न तो ऐसे स्थान पर रखता है, जहां वह छुप जाए और न ही किसी बर्तन के नीचे; परंतु वह उसे उसके नियत स्थान पर रखता है, कि जो प्रवेश करते हैं, देख सकें.
“ଆନ୍ନିଙ୍ ପିଙ୍କନ୍ ତର୍ରେ ଆସସରେଙନ୍ ଅଡ଼େ ମାଡ଼ିଞନ୍ ଆ ଜାୟ୍ତା ଅଃଡ୍ଡକ୍କୋଏ, ବନ୍ଡ ପିଙ୍କପିଲନ୍ ଆ ତୋଣ୍ଡୋଲୋଙ୍ ଡକ୍କୋତେ, ଏତ୍ତେଲ୍ଡେନ୍ ଅମ୍ମନ୍ ଆଗ୍ରନ୍ତେଞ୍ଜି ଆ ମନ୍ରାଜି ସାଆରନ୍ ଗିୟ୍ଲେ ରପ୍ତିତଜି ।
34 तुम्हारे शरीर का दीपक तुम्हारी आंख हैं. यदि तुम्हारी आंख निरोगी हैं, तुम्हारा सारा शरीर उजियाला होगा किंतु यदि तुम्हारी आंखें रोगी हैं, तो तुम्हारा शरीर भी अंधियारा होगा.
ଅମଡ୍ବେନ୍ ଡଅଙନ୍ ଆ ପିଙ୍କ । ଅଙ୍ଗା ଆଡିଡ୍ ଅମଡ୍ବେନ୍ ମନଙ୍ ଡକୋତେ, ତିଆଡିଡ୍ ସମ୍ପରା ଡଅଙ୍ବେନ୍ ନିୟ୍ ସାଆର୍ତେ; ବନ୍ଡ ଅଙ୍ଗା ଆଡିଡ୍ ତିଆତେ ପରାନ୍ସାତ୍ତିନ୍ ଡକୋତେ, ତିଆଡିଡ୍ ଡଅଙ୍ବେନ୍ ନିୟ୍ ଲୋଙଡ୍ତେ ।
35 ध्यान रहे कि तुम्हारे भीतर छिपा हुआ उजाला अंधकार न हो.
ତିଆସନ୍ ଗିୟ୍ଡମ୍ନାବା, ଏଙ୍ଗାଲ୍ଡେନ୍ ଉଗର୍ବେନ୍ ଆ ସନାଆର୍ ଲୋଙଡ୍ ଡେଡଙ୍ ତଡ୍ ।
36 इसलिये यदि तुम्हारा सारा शरीर उजियाला है, उसमें ज़रा सा भी अंधकार नहीं है, तब वह सब जगह उजाला देगा—जैसे एक दीप अपने उजाले से तुम्हें उजियाला देता है.”
ତିଆସନ୍ ସମ୍ପରା ଡଅଙ୍ବେନ୍ ସାଆର୍ଡାଲେ, ଆରି ତେତ୍ତେ ଅନ୍ନିଙ୍ଲୋଙ୍ ଲୋଙଡନ୍ ଅଃଡ୍ଡକୋଲୋ ଡେନ୍, ଏତ୍ତେଲ୍ଡେନ୍ ପିଙ୍କନ୍ ଏଙ୍ଗାଲେ ଆକ୍ରାନ୍ ତର୍ରେ ଆମ୍ୱେନ୍ଆଡଙ୍ ଅବ୍ସାଆର୍ତବେନ୍, ତିଅନ୍ତମ୍ ସମ୍ପରା ଡଅଙ୍ବେନ୍ ସାଆର୍ତେ ।”
37 जब प्रभु येशु अपना प्रवचन समाप्त कर चुके, एक फ़रीसी ने उन्हें भोजन के लिए आमंत्रित किया. प्रभु येशु उसके साथ गए तथा भोजन के लिए बैठ गए.
ଜିସୁନ୍ ବର୍ନେନ୍ ଆରବ୍ସୁଜ୍ଜେଏନ୍ ସିଲଡ୍ଲ୍ଲନ୍ ଅବୟ୍ ପାରୁସିନ୍, ଗାଗାନେବାନ୍ ଜିସୁନ୍ଆଡଙ୍ ଆସିଙନ୍ ଓଡ୍ଡେଲାୟ୍, ତିଆସନ୍ ଜିସୁନ୍ ପାରୁସିନ୍ ଆସିଂ ଜିର୍ରେ ଇୟ୍ଲେ ଗାଗାନେ ।
38 उस फ़रीसी को यह देख आश्चर्य हुआ कि भोजन के पूर्व प्रभु येशु ने हाथ नहीं धोए.
ବନ୍ଡ ଜିସୁନ୍ ମନଙ୍ ଏର୍ଗନିୟ୍ଡାନେନ୍ ଆଗ୍ରାଗାଲନେନ୍ ଆସନ୍, କେନ୍ଆତେ ଗିୟ୍ଲେ ପାରୁସିନ୍ ସାନ୍ନି ଡେଏନ୍ ।
39 प्रभु येशु ने इस पर उससे कहा, “तुम फ़रीसी प्याले और थाली को बाहर से तो साफ़ करते हो किंतु तुम्हारे हृदय लोभ और दुष्टता से भरे हुए हैं.
ସିଲତ୍ତେ ପ୍ରବୁନ୍ ଆନିନ୍ଆଡଙ୍ ବରେନ୍, “ଆମ୍ୱେନ୍ ପାରୁସିଞ୍ଜି ସିମ୍ମାନ୍ ଡ ସଡ଼ୁଆନ୍ ଆ କିଣ୍ଡୋଙ୍ ତୁମ୍ ଏଗିୟ୍ଡାତେ, ବନ୍ଡ ଅମ୍ମବେନ୍ ରାଉନ୍ ଡ ପେଲ୍ଲାଲୋଙନ୍ ଆବରିୟ୍ ।
40 निर्बुद्धियों! जिसने बाहरी भाग बनाया है, क्या उसी ने अंदरूनी भाग नहीं बनाया?
ଏ ଏର୍ବୁଡ୍ଡିଜି, ଆନା ବାୟରାନ୍ ଗବ୍ଡେଲେନ୍, ଆନିନ୍ ଅମ୍ମନ୍ ନିୟ୍ ପଙ୍ ଅଃଗବ୍ଡେଲ୍ଲୋ?
41 तुममें जो अंदर बसा हुआ है, उसे दान में दे दो, तब तुम और तुम्हारे संस्कार शुद्ध हो पाएंगे.
ଆର୍ପାୟ୍ ଆମ୍ୱେଞ୍ଜିଆତେ ଇନିଜି ଡକୋ, ତି ଅଡ଼୍କୋନ୍ ଡୋଲେୟ୍ମରଞ୍ଜିଆଡଙ୍ ତିୟ୍ତିୟ୍ବା; ଆରି ଗିୟ୍ବା, ଗନିୟ୍ଗିୟ୍ଲୋଙ୍ବେନ୍ ଅଡ଼୍କୋନ୍ ମନଙ୍ ।”
42 “धिक्कार है तुम पर, फ़रीसियो! तुम परमेश्वर को अपने पुदीना, ब्राम्ही तथा अन्य हर एक साग-पात का दसवां अंश तो देते हो किंतु मनुष्यों के प्रति न्याय और परमेश्वर के प्रति प्रेम की उपेक्षा करते हो. ये ही वे चीज़ें हैं, जिनको पूरा करना आवश्यक है—अन्यों की उपेक्षा किए बिना.
“ବନ୍ଡ ୟୋଙ୍, ପାରୁସିଜି ଆମ୍ୱେଞ୍ଜି ପନବ୍ରଡନ୍ ଏଞାଙ୍ତେ, ଇନିଆସନ୍ଗାମେଣ୍ଡେନ୍ ଆମ୍ୱେଞ୍ଜି ପୋଦିନାନ୍, ଆରୁଦନ୍, ଆରି କୋତ୍ତାବେନ୍ ଆ ଜନବ୍ ଅଡ଼୍କୋନ୍ ଆ ଦସମାଂସ ଏତିୟ୍ତେ, ଆରି ମନଙ୍ ପନ୍ସୁଆତିନ୍ ଡ ଇସ୍ୱରନ୍ ଆ ଡନୁଙ୍ୟମ୍ ଅମଙ୍ଗଡ଼ାୟ୍ ଏଏମ୍ମେତନ୍; ବନ୍ଡ କେନ୍ ଅଡ଼୍କୋନ୍ ଆମ୍ମୁଙ୍ ଲୁମ୍ବା, ଆରି ଆନ୍ନାଜିଆତେ ଅଡ଼୍କୋନ୍ ଅମଙ୍ଗଡ଼ାୟ୍ ଏଡକୋଡଙ୍ନେ ।”
43 “धिक्कार है तुम पर, फ़रीसियो! तुम्हें सभागृहों में प्रधान आसन तथा नगर चौक में लोगों द्वारा सम्मान भरा नमस्कार पसंद है.
“ୟୋଙ୍ ପାରୁସିଜି ଆମ୍ୱେଞ୍ଜି ପନବ୍ରଡନ୍ ଏଞାଙ୍ତେ, ଇନିଆସନ୍ଗାମେଣ୍ଡେନ୍ ଆମ୍ୱେଞ୍ଜି ରନୁକ୍କୁସିଂଲୋଙନ୍ ସୋଡ଼ା ତରଙ୍କୁମନ୍ ଡ ସୟ୍ତାରେଙନ୍ ଅବ୍ଲୋମ୍ଲୋମ୍ନେନ୍ ଏଲଡୟ୍ତେ ।
44 “धिक्कार है तुम पर! क्योंकि तुम उन छिपी हुई कब्रों के समान हो जिन पर लोग अनजाने ही चलते फिरते हैं.”
ୟୋଙ୍, ଆମ୍ୱେଞ୍ଜି ପନବ୍ରଡନ୍ ଏଞାଙ୍ତେ, ଇନିଆସନ୍ଗାମେଣ୍ଡେନ୍ ଆମ୍ୱେଞ୍ଜି ଅଃଗିୟ୍ତାଏନ୍ ଆ ମସାନ୍ନି ଅନ୍ତମ୍, ତି ଆ ତୋଣ୍ଡୋ ଆତ୍ରଙିୟ୍ତନେଞ୍ଜି ଆ ମନ୍ରାଜି କେନ୍ଆତେ ମସାନ୍ନି ଗାମ୍ଲେ ଅଃଜ୍ଜନାଏଜି ।”
45 एक वकील ने प्रभु येशु से कहा, “गुरुवर! ऐसा कहकर आप हमारा भी अपमान कर रहे हैं.”
ସିଲତ୍ତେ ସାସ୍ତ୍ରିଞ୍ଜି ଆମଙ୍ଲୋଙ୍ ସିଲଡ୍ ଅବୟ୍ନେ ଜିସୁନ୍ଆଡଙ୍ ଜାଲଙେନ୍, “ଏ ଞନଙ୍ତିୟ୍ମର୍, କେନ୍ଆତେଜି ଆମନ୍ ବର୍ରନ୍ ଇନ୍ଲେଞ୍ଜିଆଡଙ୍ ନିୟ୍ ଅଲ୍ଲଗନ୍ଡ୍ରୟ୍ ଏମ୍ମେତଲେନ୍ ।”
46 प्रभु येशु ने इसके उत्तर में कहा, “धिक्कार है तुम पर भी, वकीलों! क्योंकि तुम लोगों पर नियमों का ऐसा बोझ लाद देते हो, जिसको उठाना कठिन होता है, जबकि तुम स्वयं उनकी सहायता के लिए अपनी उंगली से छूते तक नहीं.
ଜିସୁନ୍ ଗାମେନ୍, “ୟୋଙ୍, ବନାଁୟ୍ବର୍ ଆପଡ଼େନେମର୍ଜି ଆମ୍ୱେଞ୍ଜି ନିୟ୍ ପନବ୍ରଡନ୍ ଏଞାଙ୍ତେ, ଇନିଆସନ୍ଗାମେଣ୍ଡେନ୍ ଆମ୍ୱେଞ୍ଜି ମନ୍ରାଞ୍ଜି ଆ ତୋଣ୍ଡୋଲୋଙ୍ ଲଗିନ୍ଡମନ୍ ଆ ବିଡ଼ାର୍ ଏଲାତ୍ତିନ୍ତଜି ଆରି ଆମ୍ୱେନ୍ଡମ୍ ଅଜିଡ୍ ଜାକିଁୟ୍ ବ ଅଣ୍ଡେର୍ସି ବାତ୍ତେ ତିଆତେ ଇସିଙ୍ ଏଃତ୍ତେକ୍କେଏ ।
47 “धिक्कार है तुम पर! क्योंकि तुम भविष्यद्वक्ताओं के लिए स्मारक बनाते हो, जबकि तुम्हारे अपने पूर्वजों ने ही उन भविष्यद्वक्ताओं की हत्या की थी.
ୟୋଙ୍, ଆମ୍ୱେଞ୍ଜି ପନବ୍ରଡନ୍ ଏଞାଙ୍ତେ, ଇନିଆସନ୍ଗାମେଣ୍ଡେନ୍ ଆମ୍ୱେଞ୍ଜି ପୁର୍ବାଃତେ ବର୍ନେମରଞ୍ଜି ଆ ମସାନ୍ନି ଏତୁବ୍ତେ, ବନ୍ଡ ଆନିଞ୍ଜିଆଡଙ୍ ପୁର୍ବା ଜୋଜୋବେଞ୍ଜି ସମ୍ୱବେଞ୍ଜି ।
48 इस प्रकार तुम अपने पूर्वजों के कुकर्मों के गवाह हो और इसका पूरी तरह समर्थन करते हो—क्योंकि ये ही थे, जिन्होंने भविष्यद्वक्ताओं की हत्या की थी और अब तुम उन्हीं के स्मारक बनाते हो.
ତିଆସନ୍, ପୁର୍ବା ଜୋଜୋବେଞ୍ଜି ଆ କାବ୍ବାଡ଼ା ଆସନ୍ ଆମ୍ୱେଞ୍ଜି ସାକି ଡକୋଜି ଆରି ତିଆତେ ଆମ୍ୱେଞ୍ଜି ଏଅବ୍ତୁୟ୍ତନେ; ଇନିଆସନ୍ଗାମେଣ୍ଡେନ୍ ଆନିଞ୍ଜି ସିନା ପୁର୍ବାଃତେ ବର୍ନେମରଞ୍ଜିଆଡଙ୍ ସମ୍ୱବେଞ୍ଜି, ବନ୍ଡ ଆମ୍ୱେଞ୍ଜି ଆ ମସାନ୍ନିଞ୍ଜି ଏତୁବ୍ତେ ।
49 इसलिये परमेश्वर की बुद्धि का भी यह कहना है: ‘मैं उनके पास भविष्यवक्ता और प्रेरित भेजूंगा. वे उनमें से कुछ की हत्या कर देंगे तथा कुछ को उत्पीड़ित करेंगे
ତିଆସନ୍ ଇସ୍ୱରନ୍ ନିୟ୍ ଆ ଜନନାନ୍ ବାତ୍ତେ ବର୍ରନେ, ‘ଞେନ୍ ଆମଙଞ୍ଜି ପୁର୍ବାଃତେ ବର୍ନେମରଞ୍ଜି ଡ ଅନାପ୍ପାୟଞ୍ଜିଆଡଙ୍ ଆପ୍ପାୟ୍ତାୟ୍; ଆନିଞ୍ଜିଲୋଙ୍ ସିଲଡ୍ ଲାଙ୍ଲେନ୍ନେଆଡଙ୍ ଆନିଞ୍ଜି ସମ୍ୱବ୍ତଜି ଆରି ଲାଙ୍ଲେନ୍ନେଆଡଙ୍ ଡଣ୍ଡାୟ୍ତଜି ।’
50 कि सृष्टि की स्थापना से लेकर आज तक सारे भविष्यद्वक्ताओं के लहू बहने का हिसाब इसी पीढ़ी से लिया जाए;
ପୁର୍ତିନ୍ ଆଗ୍ରଡେଲେନ୍ ସିଲଡ୍ ଉଲନ୍ ଡିଅଙ୍ଗା ଅଡ଼୍କୋନ୍ ପୁର୍ବାଃତେ ବର୍ନେମରଞ୍ଜିଆଡଙ୍ ସମ୍ୱବେଞ୍ଜି ତି ଅଡ଼୍କୋନ୍ ଆ ସନୁଜ୍ଜାୟ୍ କେନ୍ ନମିଜି ଆ ମନ୍ରାଜି ଆମଙ୍ ସିଲଡ୍ ପନାଙନ୍ ଡେତେ ।
51 हाबिल से लेकर ज़करयाह तक, जिनकी हत्या वेदी तथा मंदिर के मध्य की गई थी. हां, मेरा विश्वास करो: इसका हिसाब इसी पीढ़ी से लिया जाएगा.’
ଏବଲନ୍ଆଡଙ୍ ଆସ୍ରମ୍ବବେଞ୍ଜି ସିଲଡ୍ ଉଲନ୍, ଜିକରିୟନ୍ଆଡଙ୍ ମଡ଼ିର୍ ତନମ୍ପିଲନ୍ ଡ ସରେବାସିଙନ୍ ଆ ମଡ୍ଡିଲୋଙ୍ ଆସ୍ରମ୍ବବେଞ୍ଜି ଜାୟ୍, କେନ୍ ଅଡ଼୍କୋନ୍ ଆ ସନୁଜ୍ଜାୟ୍ କେନ୍ ନମିଜି ଆ ମନ୍ରାଜି ଆମଙ୍ ସିଲଡ୍ ପନାଙନ୍ ଡେତେ । ଓଓ, ଞେନ୍ ଆମ୍ୱେଞ୍ଜିଆଡଙ୍ ଆଜାଡ଼ିଡମ୍ ବର୍ତବେନ୍, କେନ୍ ନମିଜି ଆ ମନ୍ରାଜି ଆମଙ୍ ସିଲଡ୍ ପନାଙନ୍ ଡେତେ ।”
52 “धिक्कार है तुम पर, वकीलों! तुमने ज्ञान की कुंजी तो ले ली हैं, किंतु तुमने ही इसमें प्रवेश नहीं किया, और जो इसमें प्रवेश कर रहे थे, उनका भी मार्ग बंद कर दिया है.”
“ୟୋଙ୍, ବନାଁୟ୍ବରନ୍ ଆପଡ଼େନେମରଞ୍ଜି ପନବ୍ରଡନ୍ ଏଞାଙ୍ତେ, ଇନିଆସନ୍ଗାମେଣ୍ଡେନ୍ ଆମ୍ୱେଞ୍ଜି ଜନନାନ୍ ଆ କଡ୍ଡା ଅମଙ୍ବେନ୍ ଏଡକ୍କୋଏନ୍; ଆମ୍ୱେନ୍ଡମ୍ ଏଃଗନ୍ଲୋ, ଆରି ଗଙ୍ଗନନ୍ ଆସନ୍ ଆସ୍ରାଜେଞ୍ଜି ଆ ମନ୍ରାଜିଆଡଙ୍ ଏଡଙେଞ୍ଜି ।”
53 प्रभु येशु के वहां से निकलने पर शास्त्री और फ़रीसी, जो उनके कट्टर विरोधी हो गए थे, उनसे अनेक विषयों पर कठिन प्रश्न करने लगे.
ଆରି, ଜିସୁନ୍ ତେତ୍ତେ ସିଲଡ୍ ଆଜିର୍ରେନ୍ ସିଲଡ୍ଲ୍ଲନ୍ ସାସ୍ତ୍ରିଞ୍ଜି ଡ ପାରୁସିଞ୍ଜି ଆକ୍ରାନ୍ ବରାବ୍ଡାଲେ,
54 वे इस घात में थे कि वे प्रभु येशु को उनके ही किसी कथन द्वारा फंसा लें.
ଆ ତଅଡ୍ଲୋଙନ୍ ଅନ୍ନିଙ୍ ଆ ବର୍ନେ ଞମ୍ଞମନ୍ ଆସନ୍ ଆନିନ୍ଆଡଙ୍ ଏର୍ଜାଡ଼ିକାନ୍ ଆ ବର୍ନେଜି ବରେଞ୍ଜି ।