< लैव्यव्यवस्था 13 >
1 याहवेह ने मोशेह और अहरोन को यह आदेश दिया,
BAWIPA ni Mosi hoi Aron koe bout a dei e teh,
2 “यदि किसी व्यक्ति की त्वचा पर सूजन, चकत्ते अथवा कोई चमकीला धब्बा हो, और यदि यह उसकी त्वचा पर कोढ़ का संक्रमण बन जाए, तब उस व्यक्ति को पुरोहित अहरोन अथवा उनके किसी पुरोहित पुत्र के सामने लाया जाए.
Tami ni a vuen dawk hluetkaco e thoseh, takpatha nakunghai thoseh, bahlaw thoseh, hrikbei mitnoutnae kamnuek pawiteh, hote tami hah vaihma Aron koe thoseh, a capa vaihma buetbuet touh koe thoseh, a thokhai han.
3 पुरोहित उस व्यक्ति की त्वचा पर के धब्बे का निरीक्षण करेगा और यदि उस संक्रमित स्थान के रोएं सफेद हो गए हों, और संक्रमण त्वचा से गहरा ज्ञात होता हो, तो यह निश्चित ही कोढ़ का संक्रमण है. फिर जब पुरोहित उस व्यक्ति का निरीक्षण पूरा कर ले, तब उसे अशुद्ध घोषित कर दे.
Vaihma ni hote tami e a vuen dawk e patawnae a khet vaiteh, patawnae dawk e a muen pangaw pawiteh patawnae teh vuen thung tak dawk ka phat e patetlah awm pawiteh ka hrikbei e doeh. Vaihma ni hote tami a khet hnukkhu, thoung hoeh telah a pouk han.
4 यदि त्वचा पर का धब्बा सफेद तो है, किंतु संक्रमण त्वचा से गहरा मालूम नहीं होता है, और इस स्थान के रोएं भी सफेद नहीं हुए हैं, तो पुरोहित उस संक्रमित व्यक्ति को सात दिन के लिए अलग रखे.
Bahlaw teh pangaw pawiteh vuen thung ka phat e mahoeh. Muen pangaw hoehpawiteh vaihma ni ka pataw e tami hah hnin sari touh a paung han.
5 सातवें दिन पुरोहित उस व्यक्ति का निरीक्षण करे और यदि उसे प्रतीत हो कि संक्रमण तो ज्यों का त्यों है, किंतु वह त्वचा में फैला नहीं है, तो पुरोहित उस व्यक्ति को और सात दिन के लिए अलग रखे.
Asari hnin vaihma ni a khet navah a vuen dawk e patawnae kampai hoehpawiteh hnin sari touh bout a paung han.
6 सातवें दिन पुरोहित दोबारा उस व्यक्ति का निरीक्षण करे; यदि संक्रमित स्थान का सुधार होने के कारण उसका रंग हल्का हो गया है, और वह त्वचा पर नहीं फैला है; तो पुरोहित उसे शुद्ध घोषित कर दे; यह एक चकत्ते मात्र है. वह व्यक्ति अपने वस्त्र धो ले और शुद्ध हो जाए.
Asari hnin bout a khet navah ama paroup ni teh meimei tamang pawiteh hote tami teh a thoung telah vaihma ni a pathang han. Ka pathak rumram e lah doeh ao. Amae khohna a pâsu vaiteh kathounge lah ao.
7 किंतु यदि पुरोहित के सामने शुद्ध प्रमाणित होने के बाद वह धब्बा त्वचा पर फैलने लगे, तो वह व्यक्ति स्वयं को दोबारा पुरोहित के सामने प्रस्तुत करे.
Thoung sak hanelah vaihma ni a khet hnukkhu, ka pathak e hoehoe lui pawiteh,
8 पुरोहित इसका निरीक्षण करे और यदि उसे यह जान पड़े कि त्वचा पर धब्बा फैल रहा है, तो पुरोहित उस व्यक्ति को अशुद्ध घोषित कर दे; यह कोढ़ का रोग है.
Hote tami teh kathounghoehe lah a pathang vaiteh ka hrikbei e tami lah a khoe han.
9 “यदि कोढ़ का संक्रमण किसी पुरुष पर है, तो उसे पुरोहित के सामने लाया जाए.
Ka hrikbei e tami hah vaihma koe a ceikhai awh han.
10 पुरोहित उसका निरीक्षण करे. यदि उसकी त्वचा में सफेद रंग की सूजन है और उसके उस स्थान के रोएं भी सफेद हो गए हैं तथा सूजन में खुला घाव है,
Vaihma ni a khet navah, a vuen dawk ka pâphu ni teh a muen pangaw pawiteh, pâphu e dawk cawcawyu pawiteh,
11 तो यह उस व्यक्ति की त्वचा पर पुराना कोढ़ का रोग है, पुरोहित उस व्यक्ति को अशुद्ध घोषित कर दे, किंतु वह उस व्यक्ति को इसलिये दूसरे लोगों से अलग न करे, कि वह अशुद्ध है.
Hrikbei karuem e doeh. Kathounghoehe tami telah vaihma ni a pouk vaiteh a paung han.
12 “यदि कोढ़ त्वचा में और अधिक फूट जाए और कोढ़ उस व्यक्ति के सिर से लेकर पांव तक पूरी देह में फैल जाए, जहां तक पुरोहित इसको देख सके,
Ka hrikbei e tami teh atak buemlah a lû koehoi a khok koe totouh, vaihma ni a khet navah hrikbei kingkawi pawiteh,
13 जब पुरोहित इसको बारीकी से देख ले कि कोढ़ उस व्यक्ति के पूरे शरीर में फैल गया है, तो वह उस व्यक्ति को इस रोग से शुद्ध घोषित कर दे; क्योंकि यह पूरी तरह से सफेद रंग का हो गया है, इसलिये वह व्यक्ति शुद्ध होगा.
Hot patet e atak dawk king kakawi e tami teh a thoung telah vaihma ni a pathang han. atak buemlah koung a pangaw dawkvah ahni teh a thoung.
14 किंतु यदि उसे त्वचा पर घाव दिखाई दें, तो वह व्यक्ति अशुद्ध होगा.
Hateiteh, atak dawk cawcawyu pawiteh thoung hoeh.
15 पुरोहित त्वचा के उस घाव को ध्यान से देखे और उस व्यक्ति को अशुद्ध घोषित कर दे; बिना चमड़ी का मांस अशुद्ध है और यह कोढ़ का रोग है.
Vaihma ni atak dawk cawcawyu e a khet navah, hote tami teh kathounghoehe lah a pathang han. Atak dawk cawcaw ka yu e tami teh thoung hoeh, ka hrikbei katang e doeh.
16 किंतु यदि त्वचा का घाव दोबारा सफेद रंग का हो जाए, तो वह व्यक्ति पुरोहित के सामने आए,
Cawcaw ka yu e atak kâthung lah bout pangaw pawiteh vaihma koe bout a thokhai han.
17 पुरोहित इसको ध्यान से देखे और यदि वह धब्बा सफेद रंग का हो गया है, तो पुरोहित उस संक्रमित व्यक्ति को शुद्ध घोषित कर दे; वह शुद्ध है.
Vaihma ni a khet navah patawnae bout pangaw e hah hmawt pawiteh vaihma ni a thoung telah a pathang vaiteh, ahni teh a thoung toe.
18 “जब किसी व्यक्ति की त्वचा पर फोड़ा हो गया है और वह फोड़ा स्वस्थ हो जाए,
Vuen dawk âhlut ao teh a dam hnukkhu,
19 तथा उस फोड़े के स्थान पर सफेद अथवा लालिमा युक्त सफेद रंग की सूजन हो जाए, तब पुरोहित को इसको दिखवाया जाए;
Âhlut a onae a hmâ pangaw dawk a phing nakunghai thoseh, pangawpanang e hrikbei patetlah kamnuek pawiteh, vaihma ni a khet vaiteh,
20 पुरोहित इसको ध्यान से देखे; यदि उसे यह लगे कि यह त्वचा में फैल रहा है और इसके रोएं भी सफेद हो गए हैं, तब पुरोहित उस व्यक्ति को अशुद्ध घोषित कर दे; यह कोढ़ का संक्रमण है, जिसकी शुरुआत फोड़े से हुई है.
Vuen thung lah a pha teh a muen pangaw pawiteh hote tami teh vaihma ni thoung hoeh telah a pathang han. Âhlut koehoi ka hrikbei e lah ao.
21 किंतु यदि पुरोहित इसको ध्यान से देखे और पाए, कि त्वचा के रोएं सफेद नहीं हुए हैं, और यह त्वचा में फैल नहीं रहा है तथा त्वचा का रंग हल्का हो रहा है, तो पुरोहित उस व्यक्ति को सात दिन अलग रखे;
Vaihma ni a khet navah a muen ka pangaw e awm hoeh, vuen thung lah phat hoeh, meimei tamang pawiteh vaihma ni hote tami hah hnin sari touh a paung han.
22 यदि यह त्वचा में और अधिक फैल रहा है, तो पुरोहित उस व्यक्ति को अशुद्ध घोषित कर दे; यह एक संक्रमण है.
Vuen dawk hmâ hoehoe len pawiteh hote tami teh vaihma ni thoung hoeh telah a pathang han. Hote tami teh ka hrikbei e doeh.
23 किंतु यदि सफेद रंग का धब्बा त्वचा पर तो है, परंतु यह त्वचा में फैल नहीं रहा है, तो यह फोड़े का चिन्ह मात्र है, तब पुरोहित उस व्यक्ति को शुद्ध घोषित कर दे.
Hateiteh, kâlum e kampuen hoeh, kampai hoehpawiteh âhlut hmâ doeh. Hote tami teh a thoung telah a pathang han.
24 “यदि किसी की त्वचा अग्नि से जल गई है, और त्वचा पर घाव से एक सफेद अथवा लालिमा युक्त सफेद धब्बा हो गया है,
Tak dawk vuen hmai a kak teh hmaikakhma cawcaw ka yu e dawk ka paling pangaw lah awm pawiteh,
25 तो पुरोहित इसको ध्यान से देखे और यदि इस धब्बे पर के रोएं सफेद हो गए हैं और संक्रमण त्वचा से गहरा मालूम होता हो, तो यह कोढ़ का रोग है. जिसकी शुरुआत जलने के घाव से हुई है, पुरोहित उस व्यक्ति को अशुद्ध घोषित कर दे; यह कोढ़ का संक्रमण है.
Vaihma ni a khet han. A hmâ dawk e muen a pangaw teh vuen thung ka phat e patetlah awm pawiteh hmai kak dawk hoi ka tho e hrikbei doeh. Hote tami teh thoung hoeh telah vaihma ni a pathang han. Hrikbei patawnae doeh.
26 किंतु यदि पुरोहित इसको जांचता है और यह पाता है कि उस धब्बे पर के रोएं सफेद नहीं हुए हैं और संक्रमण त्वचा से गहरा नहीं है, परंतु इसका रंग हल्का पड़ गया है, तो पुरोहित उस व्यक्ति को सात दिन अलग रखे.
Vaihma ni a khet navah a hmâ dawk a muen pangaw e awm hoeh, vuen thung phat hoeh, meimei tamang pawiteh vaihma ni hote tami teh hnin sari touh thung a paung han.
27 सातवें दिन पुरोहित उसको दोबारा जांचे. यदि यह त्वचा में फैल रहा है, तो पुरोहित उस व्यक्ति को अशुद्ध घोषित कर दे; यह कोढ़ का संक्रमण है.
Apa sari hnin vaihma ni a khet navah, vuen dawk e hmâ hoe kampai pawiteh, hote tami teh thoung hoeh, hrikbei ka pataw e doeh telah vaihma ni a pathang han.
28 किंतु यदि धब्बा तो त्वचा पर ज्यों का त्यों है, परंतु वह त्वचा में फैला नहीं हैं परंतु उसका रंग हल्का पड़ गया है, तो यह जलने के घाव से उत्पन्न सूजन है; पुरोहित उस व्यक्ति को तब शुद्ध घोषित कर दे, क्योंकि यह तो जलने से उत्पन्न हुआ चिन्ह मात्र है.
Hateiteh, vuen dawk kâlum e kampuen hoeh, kampai hoeh, meimei tamang pawiteh hmaikakhma karado e doeh. Hote tami teh vaihma ni a thoung telah a pathang han. Hmaikak hmâ rumram doeh.
29 “यदि किसी पुरुष अथवा महिला के सिर या दाढ़ी पर रोग का संक्रमण हो,
Napui hoehpawiteh tongpa ni lû dawk thoseh, pâkha dawk thoseh, patawnae tawn pawiteh,
30 तो पुरोहित इसका निरीक्षण करे और यदि संक्रमण त्वचा में गहरा मालूम हो और उस स्थान के रोम महीन भूरे रंग के हो गए हों, तो पुरोहित उसे अशुद्ध घोषित कर दे, यह सेहुंआ है, सिर एवं दाढ़ी का कोढ़.
Vaihma ni a khet navah, vuen thung ka phat e lah ao teh a muen hai ka samenpanang lah awm pawiteh hote tami teh thoung hoeh telah vaihma ni a pathang han. Lû dawk e hai thoseh, pâkha dawk e hai thoseh raipha patawnae doeh.
31 किंतु यदि पुरोहित इस घाव के संक्रमण की जांच करे और यह पाए कि संक्रमण त्वचा से गहरा नहीं है और न ही उस स्थान में काले रोएं हैं, तो पुरोहित उस व्यक्ति को घाव के संक्रमण के कारण सात दिन अलग रखे.
Vaihma ni hote patawnae a khet navah, vuen thung lah ka phat e lah awm hoeh, a muen hai tamang hoehpawiteh, hote patawnae ka tawn e tami hah vaihma ni hnin sari touh a paung han.
32 सातवें दिन पुरोहित संक्रमण की जांच करे और यदि सेहुंआ त्वचा में नहीं फैला है और उस स्थान पर भूरे रोएं भी नहीं हैं, तथा सेहुंए के कारण संक्रमण त्वचा से गहरा नहीं है,
A hnin sari hnin vaihma ni a khet navah, a hmâ kampai hoeh, a muen hai samen hoeh, vuen thung lah phat hoeh pawiteh,
33 तो वह व्यक्ति अपना सिर मुंड़ा ले किंतु वह अपने सेहुंए पर उस्तरा न चलाए. तब पुरोहित उस व्यक्ति को सात दिन और अलग रखे.
Hote tami e muen a ngaw pouh han. Hma dawk e muen teh ngaw pouh mahoeh. Hnin sari touh bout a paung han.
34 फिर सातवें दिन पुरोहित उस सेहुंए की जांच करे; यदि सेहुंआ त्वचा में और अधिक नहीं फैल रहा है और यह त्वचा में गहरा मालूम नहीं होता, तो पुरोहित उस व्यक्ति को शुद्ध घोषित कर दे; वह व्यक्ति अपने वस्त्रों को धोकर शुद्ध हो जाए.
A hnin sari hnin vaihma ni a khet navah, vuen dawk e hmâ kampai hoeh, vuen thung lah hai phat hoehpawiteh vaihma ni a thoung telah a pathang han. Amae khohna hah a pâsu vaiteh ahni teh kathounge lah ao han.
35 किंतु यदि उसके शुद्ध होने के बाद वह सेहुंआ उसकी त्वचा में और अधिक फैलता जाता है,
a thoung toe telah a pathang hnukkhu, raipha patawnae bout kampai pawiteh,
36 तो पुरोहित उसकी जांच करे और यदि यह पाए कि यह त्वचा में फैल गया है, तो वह रोम के भूरे होने की प्रतीक्षा न करे; वह व्यक्ति अशुद्ध है.
Vaihma ni bout a khet vaiteh patawnae hoe kampai katang pawiteh vaihma ni a muen ka samen e tawng mahoeh toe.
37 किंतु यदि उसकी जांच के अनुसार सेहुंए में कोई बदलाव नहीं है, किंतु उसमें काले रोएं उग आए हैं, तो वह सेहुंआ स्वस्थ हो गया है, वह व्यक्ति शुद्ध है और पुरोहित उसे शुद्ध घोषित कर दे.
Hote tami teh thoung hoeh. Hatei, raipha hah ama paroup lah a hmu teh a muen ka tamang e tâcawt pawiteh raipha a kahma teh, hote tami teh kathounge lah ao toung dawkvah, vaihma ni hote tami hah a thoung toe telah a pathang han.
38 “जब किसी पुरुष अथवा स्त्री की त्वचा पर सफेद चमकदार धब्बे हों,
Napui hai thoseh, tongpa hai thoseh a vuen dawk bahlaw awm pawiteh,
39 तो पुरोहित इसकी जांच करे और यदि त्वचा पर यह चमकदार धब्बे हल्के सफेद रंग के हों, तो यह दाद हैं, जो त्वचा में फूट निकले हैं; वह व्यक्ति शुद्ध है.
Vaihma ni a khet navah phouhou e awm pawiteh a vuen dawk e bahlaw doeh. Hote tami teh a thoung.
40 “यदि किसी पुरुष के बाल झड़ गए हों, तो वह गंजापन है, किंतु वह शुद्ध है.
Sam ka sarut e tami teh a lû luengpalueng nakunghai thoseh a thoung.
41 किंतु यदि उसके सिर के सामने के और सिर के दोनों ओर के बाल झड़ गए हैं और उसका माथा चंदला हो गया है, तो वह शुद्ध है.
Tampa sam ka sarut e tami teh a tampanga nakunghai a thoung.
42 परंतु यदि उसका सिर अथवा माथा चंदला हो गया है और उस पर लालिमा युक्त सफेद रंग का संक्रमण हो गया है, तो यह कोढ़ है, जो उसके चंदूले माथे और सिर से फूट निकला है.
A lû luengpalueng e thoseh, tampa ka nga e thoseh, ka pangaw ka paling tâcawt pawiteh, hote bahlaw teh hrikbei doeh.
43 तब पुरोहित इसकी जांच करे और यदि सिर अथवा बाल के संक्रमण की सूजन त्वचा पर कोढ़ की लालिमा युक्त सफेद रंग की सूजन के समान है,
Hat toteh, vaihma ni a khet vaiteh a vuen dawk hrikbei patetlah kamnuek pawiteh a nganae koe bahlaw pangaw paling lah tâcawt pawiteh,
44 तो वह व्यक्ति कोढ़ का रोगी है, तब अशुद्ध है. निश्चित ही पुरोहित उसे अशुद्ध घोषित कर दे; क्योंकि संक्रमण उसके सिर पर हुआ है.
Hote tami teh thoung hoeh. Hrikbei patawnae ka tawn e doeh. Lû dawk patawnae a tâco dawk thoung hoeh telah a pathang han.
45 “वह व्यक्ति, जो कोढ़ के रोग से संक्रमित हुआ है, उसके वस्त्र फाड़ दिए जाएं, उसका सिर उघाड़ दिया जाए और वह अपने मुख का निचला भाग ढक कर ऊंचे स्वर में कहे, ‘अशुद्ध! अशुद्ध!’
Ka hrikbei e tami teh a kapawn e khohna hah a khohna han. Luhuem laipalah atunglae pahni a huem vaiteh kathoung hoeh, kathoung hoeh telah a hram han.
46 अपने संक्रमण की पूरी अवधि में वह अशुद्धि की स्थिति में ही होगा; वह अशुद्ध है तथा अकेले में रहेगा; उसका निवास छावनी के बाहर ही होगा.
Hote tami teh pou kathounghoehe, kakhin e tami lah ao. Kathounghoehe tami lah ao toung dawkvah rim hloilah ao han.
47 “यदि किसी वस्त्र में कोढ़ की फफूंदी पाई जाती है, चाहे वह वस्त्र ऊनी हो अथवा मलमल का,
Ka hrikbei ni khohna e lukkarei thoseh, tu muen e thoseh,
48 मलमल अथवा ऊन के ताने-बाने का हो, चमड़ा हो या चमड़े से बनी कोई वस्तु हो,
Kawng e thoseh, phaivuen e thoseh, phaivuen hoi sak e khohna thoseh,
49 यदि यह संक्रमण वस्त्र अथवा चमड़े के वस्त्र में अथवा ताने में अथवा बाने में हो, या चमड़े से बनी किसी वस्तु में हरे रंग की अथवा लालिमा हो, तो यह कोढ़ है और इसे पुरोहित को दिखाया जाना आवश्यक है.
khohna ka kâbet e hmâ kahring ut lah, dukpaling lah kamnuek pawiteh, hrikbei patawnae doeh. Vaihma koe a patue han.
50 तब पुरोहित उस चिन्ह की जांच करे और इस संक्रमित वस्तु को सात दिन अलग रखे.
Vaihma ni khohna dawk ka kâbet e a khet vaiteh, hnin sari touh a paung han.
51 सातवें दिन पुरोहित इस चिन्ह की दोबारा जांच करे और यदि संक्रमण वस्त्र में, ताने में अथवा बाने में अथवा चमड़े में फैल गया हो और चाहे वह चमड़ा किसी भी काम के लिए इस्तेमाल किया जाता हो, तो यह असाध्य कुष्ठ रोग का लक्षण है. यह अशुद्ध है.
Asari hnin bout a khet vaiteh khohna dawk patawnae teh, kawng e khohna dawk thoseh, phaivuen dawk thoseh, phaivuen hoi sak e khohna dawk thoseh, thoung hoeh hoe kampai pawiteh a patawnae teh tangpha a payang toung dawkvah, thoung hoeh. Hrikbei patawnae doeh toe.
52 जिस वस्त्र, ताने-बाने, ऊन, मलमल अथवा चमड़े की किसी वस्तु में यह संक्रमण पाया जाए, तो आवश्यक है कि उसको जला दिया जाए, क्योंकि यह असाध्य कोढ़ है; आवश्यक है कि इसको अग्नि में जला दिया जाए.
Hote khohna kawng e dawk thoseh, tu muen e thoseh, phaivuen e thoseh, phaivuen hoi sak e khohna thoseh, hmai a sawi han. Bangkongtetpawiteh, a hrikbei toe.
53 “किंतु यदि पुरोहित इसकी जांच करे और यह पाए कि संक्रमण वस्त्र में, ताने-बाने में अथवा चमड़े की वस्तु में नहीं फैला है,
Hateiteh, vaihma ni a khet navah, kawng e khohna, phaivuen hoi sak e khohna dawk patawnae kampai hoeh pawiteh,
54 तो पुरोहित उस संक्रमित वस्त्र को धोने का आदेश दे तथा और सात दिन के लिए उसे अलग कर दे.
Khohna a pâsu hanlah kâ a poe vaiteh hnin sari touh bout a paung han.
55 जब जिस वस्त्र में संक्रमण पाया गया है और उसको धो लिया गया है, तो पुरोहित इसकी दोबारा जांच करे और यदि इस वस्तु में मौजूद धब्बे में कोई बदलाव नहीं हुआ है और यह फैला भी नहीं है, तो यह अशुद्ध ही माना जाएगा, और आवश्यक है कि तुम अग्नि में इसको जला दे, चाहे यह फफूंद पीछे के भाग में हो अथवा आगे.
A pâsu hnukkhu vaihma ni bout a khet navah, moihna hah kampai hoeh eiteh, patawnae amaparoup lah awm pawiteh thoung hoeh, hmai a sawi han.
56 यदि पुरोहित इसकी जांच करे और उसे यह मालूम हो कि धोने के बाद इसकी चमक कम नहीं हुई है, तब पुरोहित उसे उस वस्त्र या चमड़े में से फाड़कर निकाल दे;
Athunglah thoseh, alawilah thoseh hmâ cawcawyu pawiteh, a pâsu hnukkhu vaihma ni a khet vaiteh patawnae teh ka tamangpanang lah awm pawiteh, kawng e khohna, phaivuen dawk kâbet e hma kâlum e vek a phi han.
57 किंतु यदि यह चिन्ह वस्त्र, ताने अथवा बाने और चमड़े पर दोबारा उभर आए, तो यह उसमें फैल रहा है. आवश्यक है कि उस संक्रमित वस्तु को आग में जला दिया जाए.
Kawng e khohna, khohna hanlah sak e phaivuen dawk thoseh, hmâ bout kamnuek pawiteh kampai thai e patawnae doeh.
58 जब तुमने उस संक्रमित वस्त्र, ताने अथवा बाने अथवा चमड़े की वस्तु को धो दिया है, तो इसको दूसरी बार धो दिया जाए और यह शुद्ध माना जाएगा.”
Hot patet e patawnae kâbet e hnopai hmai a sawi han. Kawng e khohna, phaivuen hoi sak e khohna pueng, a pâsu vaiteh patawnae dam pawiteh apâhni lah bout a pâsu vaiteh a thoung han.
59 यह किसी कोढ़ से संक्रमित ऊन या मलमल के वस्त्र, ताने अथवा बाने अथवा चमड़े की किसी वस्तु को शुद्ध अथवा अशुद्ध घोषित करने की विधि है.
Hete phunglam teh thoung hoi thounghoehnae pathang nahanelah, hrikbei kaman e hni, tumuen e khohna, kawng e khohna, phaivuen hoi sak e khohna kawi hoi kâkuen e kâlawk doeh telah ati.