< यूहन्ना 1 >

1 आदि में वचन था, वचन परमेश्वर के साथ था और वचन परमेश्वर था.
ܒܪܫܝܬ ܐܝܬܘܗܝ ܗܘܐ ܡܠܬܐ ܘܗܘ ܡܠܬܐ ܐܝܬܘܗܝ ܗܘܐ ܠܘܬ ܐܠܗܐ ܘܐܠܗܐ ܐܝܬܘܗܝ ܗܘܐ ܗܘ ܡܠܬܐ
2 यही वचन आदि में परमेश्वर के साथ था.
ܗܢܐ ܐܝܬܘܗܝ ܗܘܐ ܒܪܫܝܬ ܠܘܬ ܐܠܗܐ
3 सारी सृष्टि उनके द्वारा उत्पन्‍न हुई. सारी सृष्टि में कुछ भी उनके बिना उत्पन्‍न नहीं हुआ.
ܟܠ ܒܐܝܕܗ ܗܘܐ ܘܒܠܥܕܘܗܝ ܐܦܠܐ ܚܕܐ ܗܘܬ ܡܕܡ ܕܗܘܐ
4 जीवन उन्हीं में था और वह जीवन मानव जाति की ज्योति था.
ܒܗ ܚܝܐ ܗܘܐ ܘܚܝܐ ܐܝܬܝܗܘܢ ܢܘܗܪܐ ܕܒܢܝܢܫܐ
5 वह ज्योति अंधकार में चमकती रही. अंधकार उस पर प्रबल न हो सका.
ܘܗܘ ܢܘܗܪܐ ܒܚܫܘܟܐ ܡܢܗܪ ܘܚܫܘܟܐ ܠܐ ܐܕܪܟܗ
6 परमेश्वर ने योहन नामक एक व्यक्ति को भेजा
ܗܘܐ ܒܪܢܫܐ ܕܐܫܬܕܪ ܡܢ ܐܠܗܐ ܫܡܗ ܝܘܚܢܢ
7 कि वह ज्योति को देखें और उसके गवाह बनें कि लोग उनके माध्यम से ज्योति में विश्वास करें.
ܗܢܐ ܐܬܐ ܠܤܗܕܘܬܐ ܕܢܤܗܕ ܥܠ ܢܘܗܪܐ ܕܟܠܢܫ ܢܗܝܡܢ ܒܐܝܕܗ
8 वह स्वयं ज्योति नहीं थे किंतु ज्योति की गवाही देने आए थे.
ܠܐ ܗܘ ܗܘܐ ܢܘܗܪܐ ܐܠܐ ܕܢܤܗܕ ܥܠ ܢܘܗܪܐ
9 वह सच्ची ज्योति, जो हर एक व्यक्ति को प्रकाशित करती है, संसार में आने पर थी.
ܐܝܬܘܗܝ ܗܘܐ ܓܝܪ ܢܘܗܪܐ ܕܫܪܪܐ ܕܡܢܗܪ ܠܟܠܢܫ ܕܐܬܐ ܠܥܠܡܐ
10 वह संसार में थे और संसार उन्हीं के द्वारा बनाया गया फिर भी संसार ने उन्हें न जाना.
ܒܥܠܡܐ ܗܘܐ ܘܥܠܡܐ ܒܐܝܕܗ ܗܘܐ ܘܥܠܡܐ ܠܐ ܝܕܥܗ
11 वह अपनी सृष्टि में आए किंतु उनके अपनों ने ही उन्हें ग्रहण नहीं किया.
ܠܕܝܠܗ ܐܬܐ ܘܕܝܠܗ ܠܐ ܩܒܠܘܗܝ
12 परंतु जितनों ने उन्हें ग्रहण किया अर्थात् उनके नाम में विश्वास किया, उन सबको उन्होंने परमेश्वर की संतान होने का अधिकार दिया;
ܐܝܠܝܢ ܕܝܢ ܕܩܒܠܘܗܝ ܝܗܒ ܠܗܘܢ ܫܘܠܛܢܐ ܕܒܢܝܐ ܕܐܠܗܐ ܢܗܘܘܢ ܠܐܝܠܝܢ ܕܡܗܝܡܢܝܢ ܒܫܡܗ
13 जो न तो लहू से, न शारीरिक इच्छा से और न मानवीय इच्छा से, परंतु परमेश्वर से पैदा हुए हैं.
ܐܝܠܝܢ ܕܠܘ ܡܢ ܕܡܐ ܘܠܐ ܡܢ ܨܒܝܢܐ ܕܒܤܪܐ ܘܠܐ ܡܢ ܨܒܝܢܐ ܕܓܒܪܐ ܐܠܐ ܡܢ ܐܠܗܐ ܐܬܝܠܕܘ
14 वचन ने शरीर धारण कर हमारे मध्य तंबू के समान वास किया और हमने उनकी महिमा को अपना लिया—ऐसी महिमा को, जो पिता के एकलौते पुत्र की होती है—अनुग्रह और सच्चाई से परिपूर्ण.
ܘܡܠܬܐ ܒܤܪܐ ܗܘܐ ܘܐܓܢ ܒܢ ܘܚܙܝܢ ܫܘܒܚܗ ܫܘܒܚܐ ܐܝܟ ܕܝܚܝܕܝܐ ܕܡܢ ܐܒܐ ܕܡܠܐ ܛܝܒܘܬܐ ܘܩܘܫܬܐ
15 उन्हें देखकर योहन ने घोषणा की, “यह वही हैं जिनके विषय में मैंने कहा था, ‘वह, जो मेरे बाद आ रहे हैं, वास्तव में मुझसे श्रेष्ठ हैं क्योंकि वह मुझसे पहले थे.’”
ܝܘܚܢܢ ܤܗܕ ܥܠܘܗܝ ܘܩܥܐ ܘܐܡܪ ܗܢܘ ܗܘ ܕܐܡܪܬ ܕܒܬܪܝ ܐܬܐ ܘܗܘܐ ܠܗ ܩܕܡܝ ܡܛܠ ܕܩܕܡܝ ܗܘ ܡܢܝ
16 उनकी परिपूर्णता के कारण हम सबने अनुग्रह पर अनुग्रह प्राप्‍त किया.
ܘܡܢ ܡܠܝܘܬܗ ܚܢܢ ܟܠܢ ܢܤܒܢ ܘܛܝܒܘܬܐ ܚܠܦ ܛܝܒܘܬܐ
17 व्यवस्था मोशेह के द्वारा दी गयी थी, किंतु अनुग्रह और सच्चाई मसीह येशु द्वारा आए.
ܡܛܠ ܕܢܡܘܤܐ ܒܝܕ ܡܘܫܐ ܐܬܝܗܒ ܫܪܪܐ ܕܝܢ ܘܛܝܒܘܬܐ ܒܝܕ ܝܫܘܥ ܡܫܝܚܐ ܗܘܐ
18 परमेश्वर को कभी किसी ने नहीं देखा, केवल परमेश्वर-पुत्र के अलावा; जो पिता से हैं; उन्हीं ने हमें परमेश्वर से अवगत कराया.
ܐܠܗܐ ܠܐ ܚܙܐ ܐܢܫ ܡܡܬܘܡ ܝܚܝܕܝܐ ܐܠܗܐ ܗܘ ܕܐܝܬܘܗܝ ܒܥܘܒܐ ܕܐܒܘܗܝ ܗܘ ܐܫܬܥܝ
19 जब यहूदी अगुओं ने येरूशलेम से पुरोहितों और लेवियों को योहन से यह पूछने भेजा, “तुम कौन हो?”
ܘܗܕܐ ܗܝ ܤܗܕܘܬܗ ܕܝܘܚܢܢ ܟܕ ܫܕܪܘ ܠܘܬܗ ܝܗܘܕܝܐ ܡܢ ܐܘܪܫܠܡ ܟܗܢܐ ܘܠܘܝܐ ܕܢܫܐܠܘܢܝܗܝ ܐܢܬ ܡܢ ܐܢܬ
20 तो योहन बिना झिझक स्वीकार किया. उसकी गवाही थी, “मैं मसीह नहीं हूं.”
ܘܐܘܕܝ ܘܠܐ ܟܦܪ ܘܐܘܕܝ ܕܠܘ ܐܢܐ ܐܢܐ ܡܫܝܚܐ
21 तब उन्होंने योहन से दोबारा पूछा, “तो क्या तुम एलियाह हो?” योहन ने उत्तर दिया, “नहीं.” तब उन्होंने पूछा, “क्या तुम वह भविष्यवक्ता हो?” योहन ने उत्तर दिया, “नहीं.”
ܘܫܐܠܘܗܝ ܬܘܒ ܡܢܐ ܗܟܝܠ ܐܠܝܐ ܐܢܬ ܘܐܡܪ ܠܐ ܐܝܬܝ ܢܒܝܐ ܐܢܬ ܘܐܡܪ ܠܐ
22 इस पर उन्होंने पूछा, “तो हमें बताओ कि तुम कौन हो, तुम अपने विषय में क्या कहते हो कि हम अपने भेजने वालों को उत्तर दे सकें?”
ܘܐܡܪܘ ܠܗ ܘܡܢܘ ܐܢܬ ܕܢܬܠ ܦܬܓܡܐ ܠܐܝܠܝܢ ܕܫܕܪܘܢ ܡܢܐ ܐܡܪ ܐܢܬ ܥܠ ܢܦܫܟ
23 इस पर योहन ने भविष्यवक्ता यशायाह के लेख के अनुसार उत्तर दिया, “मैं उसकी आवाज हूं जो बंजर भूमि में पुकार-पुकारकर कह रही है, ‘प्रभु के लिए मार्ग सीधा करो.’”
ܐܡܪ ܐܢܐ ܩܠܐ ܕܩܪܐ ܒܡܕܒܪܐ ܕܐܫܘܘ ܐܘܪܚܗ ܕܡܪܝܐ ܐܝܟܢܐ ܕܐܡܪ ܐܫܥܝܐ ܢܒܝܐ
24 ये लोग फ़रीसियों की ओर से भेजे गए थे.
ܗܢܘܢ ܕܝܢ ܕܐܫܬܕܪܘ ܡܢ ܦܪܝܫܐ ܗܘܘ
25 इसके बाद उन्होंने योहन से प्रश्न किया, “जब तुम न तो मसीह हो, न भविष्यवक्ता एलियाह और न वह भविष्यद्वक्ता, तो तुम बपतिस्मा क्यों देते हो?”
ܘܫܐܠܘܗܝ ܘܐܡܪܘ ܠܗ ܡܢܐ ܗܟܝܠ ܡܥܡܕ ܐܢܬ ܐܢ ܐܢܬ ܠܐ ܐܝܬܝܟ ܡܫܝܚܐ ܘܠܐ ܐܠܝܐ ܘܠܐ ܢܒܝܐ
26 योहन ने उन्हें उत्तर दिया, “मैं तो जल में बपतिस्मा देता हूं परंतु तुम्हारे मध्य एक ऐसे हैं, जिन्हें तुम नहीं जानते.
ܥܢܐ ܝܘܚܢܢ ܘܐܡܪ ܠܗܘܢ ܐܢܐ ܡܥܡܕ ܐܢܐ ܒܡܝܐ ܒܝܢܬܟܘܢ ܕܝܢ ܩܐܡ ܗܘ ܕܐܢܬܘܢ ܠܐ ܝܕܥܝܢ ܐܢܬܘܢ ܠܗ
27 यह वही हैं, जो मेरे बाद आ रहे हैं, मैं जिनकी जूती का बंध खोलने के योग्य भी नहीं हूं.”
ܗܢܘ ܗܘ ܕܒܬܪܝ ܐܬܐ ܘܗܘܐ ܠܗ ܩܕܡܝ ܗܘ ܕܐܢܐ ܠܐ ܫܘܐ ܐܢܐ ܕܐܫܪܐ ܥܪܩܐ ܕܡܤܢܘܗܝ
28 ये सब बैथनियाह गांव में हुआ, जो यरदन नदी के पार था जिसमें योहन बपतिस्मा दिया करते थे.
ܗܠܝܢ ܒܒܝܬ ܥܢܝܐ ܗܘܝ ܒܥܒܪܐ ܕܝܘܪܕܢܢ ܐܝܟܐ ܕܡܥܡܕ ܗܘܐ ܝܘܚܢܢ
29 अगले दिन योहन ने मसीह येशु को अपनी ओर आते हुए देखकर भीड़ से कहा, “वह देखो! परमेश्वर का मेमना, जो संसार के पाप का उठानेवाला है!
ܘܠܝܘܡܐ ܕܒܬܪܗ ܚܙܐ ܝܘܚܢܢ ܠܝܫܘܥ ܕܐܬܐ ܠܘܬܗ ܘܐܡܪ ܗܐ ܐܡܪܗ ܕܐܠܗܐ ܗܘ ܕܫܩܠ ܚܛܝܬܗ ܕܥܠܡܐ
30 यह वही हैं, जिनके विषय में मैंने कहा था, ‘मेरे बाद वह आ रहे हैं, जो मुझसे श्रेष्ठ हैं क्योंकि वह मुझसे पहले से मौजूद हैं.’
ܗܢܘ ܕܐܢܐ ܐܡܪܬ ܥܠܘܗܝ ܕܒܬܪܝ ܐܬܐ ܓܒܪܐ ܘܗܘܐ ܠܗ ܩܕܡܝ ܡܛܠ ܕܩܕܡܝ ܗܘ ܡܢܝ
31 मैं भी उन्हें नहीं जानता था, मैं जल में बपतिस्मा देता हुआ इसलिये आया कि वह इस्राएल पर प्रकट हो जाएं.”
ܘܐܢܐ ܠܐ ܝܕܥ ܗܘܝܬ ܠܗ ܐܠܐ ܕܢܬܝܕܥ ܠܐܝܤܪܝܠ ܡܛܠ ܗܢܐ ܐܬܝܬ ܐܢܐ ܕܒܡܝܐ ܐܥܡܕ
32 इसके अतिरिक्त योहन ने यह गवाही भी दी, “मैंने स्वर्ग से आत्मा को कबूतर के समान उतरते और मसीह येशु पर ठहरते हुए देखा.
ܘܐܤܗܕ ܝܘܚܢܢ ܘܐܡܪ ܕܚܙܝܬ ܠܪܘܚܐ ܕܢܚܬܐ ܡܢ ܫܡܝܐ ܐܝܟ ܝܘܢܐ ܘܩܘܝܬ ܥܠܘܗܝ
33 मैं उन्हें नहीं जानता था किंतु परमेश्वर, जिन्होंने मुझे जल में बपतिस्मा देने के लिए भेजा, उन्हीं ने मुझे बताया, ‘जिस पर तुम आत्मा को उतरते और ठहरते हुए देखोगे, वही पवित्र आत्मा में बपतिस्मा देंगे.’
ܘܐܢܐ ܠܐ ܝܕܥ ܗܘܝܬ ܠܗ ܐܠܐ ܡܢ ܕܫܕܪܢܝ ܕܐܥܡܕ ܒܡܝܐ ܗܘ ܐܡܪ ܠܝ ܕܐܝܢܐ ܕܚܙܐ ܐܢܬ ܕܢܚܬܐ ܪܘܚܐ ܘܡܩܘܝܐ ܥܠܘܗܝ ܗܢܘ ܡܥܡܕ ܒܪܘܚܐ ܕܩܘܕܫܐ
34 स्वयं मैंने यह देखा और मैं इसका गवाह हूं कि यही परमेश्वर का पुत्र हैं.”
ܘܐܢܐ ܚܙܝܬ ܘܐܤܗܕܬ ܕܗܢܘ ܒܪܗ ܕܐܠܗܐ
35 अगले दिन जब योहन अपने दो शिष्यों के साथ खड़े हुए थे,
ܘܠܝܘܡܐ ܐܚܪܢܐ ܩܐܡ ܗܘܐ ܝܘܚܢܢ ܘܬܪܝܢ ܡܢ ܬܠܡܝܕܘܗܝ
36 उन्होंने मसीह येशु को जाते हुए देखकर कहा, “वह देखो! परमेश्वर का मेमना!”
ܘܚܪ ܒܝܫܘܥ ܟܕ ܡܗܠܟ ܘܐܡܪ ܗܐ ܐܡܪܗ ܕܐܠܗܐ
37 यह सुनकर दोनों शिष्य मसीह येशु की ओर बढ़ने लगे.
ܘܫܡܥܘ ܬܪܝܗܘܢ ܬܠܡܝܕܘܗܝ ܟܕ ܐܡܪ ܘܐܙܠܘ ܠܗܘܢ ܒܬܪܗ ܕܝܫܘܥ
38 मसीह येशु ने उन्हें अपने पीछे आते देख उनसे पूछा, “तुम क्या चाहते हो?” उन्होंने कहा, “गुरुवर, आप कहां रहते हैं?”
ܘܐܬܦܢܝ ܝܫܘܥ ܘܚܙܐ ܐܢܘܢ ܕܐܬܝܢ ܒܬܪܗ ܘܐܡܪ ܠܗܘܢ ܡܢܐ ܒܥܝܢ ܐܢܬܘܢ ܐܡܪܝܢ ܠܗ ܪܒܢ ܐܝܟܐ ܗܘܐ ܐܢܬ
39 मसीह येशु ने उनसे कहा, “आओ और देख लो.” इसलिये उन्होंने जाकर मसीह येशु का घर देखा और उस दिन उन्हीं के साथ रहे. यह दिन का लगभग दसवां घंटा था.
ܐܡܪ ܠܗܘܢ ܬܘ ܘܬܚܙܘܢ ܗܢܘܢ ܕܝܢ ܐܬܘ ܘܚܙܘ ܐܝܟܐ ܕܗܘܐ ܘܠܘܬܗ ܗܘܘ ܝܘܡܐ ܗܘ ܘܐܝܬ ܗܘܝ ܐܝܟ ܫܥܐ ܥܤܪ
40 योहन की गवाही सुनकर मसीह येशु के पीछे आ रहे दो शिष्यों में एक शिमओन पेतरॉस के भाई आन्द्रेयास थे.
ܚܕ ܕܝܢ ܡܢ ܗܢܘܢ ܕܫܡܥܘ ܡܢ ܝܘܚܢܢ ܘܐܙܠܘ ܒܬܪܗ ܕܝܫܘܥ ܐܝܬܘܗܝ ܗܘܐ ܐܢܕܪܐܘܤ ܐܚܘܗܝ ܕܫܡܥܘܢ
41 उन्होंने सबसे पहले अपने भाई शिमओन को खोजा और उन्हें सूचित किया, “हमें मसीह—परमेश्वर के अभिषिक्त—मिल गए हैं.”
ܗܢܐ ܚܙܐ ܠܘܩܕܡ ܠܫܡܥܘܢ ܐܚܘܗܝ ܘܐܡܪ ܠܗ ܐܫܟܚܢܝܗܝ ܠܡܫܝܚܐ
42 तब आन्द्रेयास उन्हें मसीह येशु के पास लाए. मसीह येशु ने शिमओन की ओर देखकर कहा, “तुम योहन के पुत्र शिमओन हो, तुम कैफ़स अर्थात् पेतरॉस कहलाओगे.”
ܘܐܝܬܝܗ ܠܘܬ ܝܫܘܥ ܘܚܪ ܒܗ ܝܫܘܥ ܘܐܡܪ ܐܢܬ ܗܘ ܫܡܥܘܢ ܒܪܗ ܕܝܘܢܐ ܐܢܬ ܬܬܩܪܐ ܟܐܦܐ
43 अगले दिन गलील जाते हुए मसीह येशु की भेंट फ़िलिप्पॉस से हुई. उन्होंने उनसे कहा, “मेरे पीछे हो ले.”
ܘܠܝܘܡܐ ܐܚܪܢܐ ܨܒܐ ܝܫܘܥ ܠܡܦܩ ܠܓܠܝܠܐ ܘܐܫܟܚ ܠܦܝܠܝܦܘܤ ܘܐܡܪ ܠܗ ܬܐ ܒܬܪܝ
44 आन्द्रेयास और शिमओन के समान फ़िलिप्पॉस भी बैथसैदा नगर के निवासी थे.
ܗܘ ܕܝܢ ܦܝܠܝܦܘܤ ܐܝܬܘܗܝ ܗܘܐ ܡܢ ܒܝܬ ܨܝܕܐ ܡܢ ܡܕܝܢܬܗ ܕܐܢܕܪܐܘܤ ܘܕܫܡܥܘܢ
45 फ़िलिप्पॉस ने नाथानाएल को खोज कर उनसे कहा, “जिनका वर्णन व्यवस्था में मोशेह और भविष्यद्वक्ताओं ने किया है, वह हमें मिल गए हैं—नाज़रेथ निवासी योसेफ़ के पुत्र येशु.”
ܘܦܝܠܝܦܘܤ ܐܫܟܚ ܠܢܬܢܝܐܝܠ ܘܐܡܪ ܠܗ ܗܘ ܕܟܬܒ ܥܠܘܗܝ ܡܘܫܐ ܒܢܡܘܤܐ ܘܒܢܒܝܐ ܐܫܟܚܢܝܗܝ ܕܝܫܘܥ ܗܘ ܒܪ ܝܘܤܦ ܡܢ ܢܨܪܬ
46 यह सुन नाथानाएल ने तुरंत उनसे पूछा, “क्या नाज़रेथ से कुछ भी उत्तम निकल सकता है?” “आकर स्वयं देख लो,” फ़िलिप्पॉस ने उत्तर दिया.
ܐܡܪ ܠܗ ܢܬܢܝܐܝܠ ܡܢ ܢܨܪܬ ܡܫܟܚ ܡܕܡ ܕܛܒ ܢܗܘܐ ܐܡܪ ܠܗ ܦܝܠܝܦܘܤ ܬܐ ܘܬܚܙܐ
47 मसीह येशु ने नाथानाएल को अपनी ओर आते देख उनके विषय में कहा, “देखो! एक सच्चा इस्राएली है, जिसमें कोई कपट नहीं है.”
ܘܚܙܝܗܝ ܝܫܘܥ ܠܢܬܢܝܐܝܠ ܟܕ ܐܬܐ ܠܘܬܗ ܘܐܡܪ ܥܠܘܗܝ ܗܐ ܫܪܝܪܐܝܬ ܒܪ ܐܝܤܪܝܠ ܕܢܟܠܐ ܠܝܬ ܒܗ
48 नाथानाएल ने मसीह येशु से पूछा, “आप मुझे कैसे जानते हैं?” मसीह येशु ने उन्हें उत्तर दिया, “इससे पूर्व कि फ़िलिप्पॉस ने तुम्हें बुलाया, मैंने तुम्हें अंजीर के पेड़ के नीचे देखा था.”
ܐܡܪ ܠܗ ܢܬܢܝܐܝܠ ܡܢ ܐܝܡܟܐ ܝܕܥ ܐܢܬ ܠܝ ܐܡܪ ܠܗ ܝܫܘܥ ܥܕܠܐ ܢܩܪܝܟ ܦܝܠܝܦܘܤ ܟܕ ܬܚܝܬ ܬܬܐ ܐܢܬ ܚܙܝܬܟ
49 नाथानाएल कह उठे, “रब्बी, आप परमेश्वर का पुत्र हैं! आप इस्राएल के राजा हैं!”
ܥܢܐ ܢܬܢܝܐܝܠ ܘܐܡܪ ܠܗ ܪܒܝ ܐܢܬ ܗܘ ܒܪܗ ܕܐܠܗܐ ܐܢܬ ܗܘ ܡܠܟܗ ܕܐܝܤܪܝܠ
50 तब मसीह येशु ने उनसे कहा, “क्या तुम विश्वास इसलिये करते हो कि मैंने तुमसे यह कहा कि मैंने तुम्हें अंजीर के पेड़ के नीचे देखा? तुम इससे भी अधिक बड़े-बड़े काम देखोगे.”
ܐܡܪ ܠܗ ܝܫܘܥ ܥܠ ܕܐܡܪܬ ܠܟ ܕܚܙܝܬܟ ܬܚܝܬ ܬܬܐ ܡܗܝܡܢ ܐܢܬ ܕܪܘܪܒܢ ܡܢ ܗܠܝܢ ܬܚܙܐ
51 तब उन्होंने यह भी कहा, “मैं तुम पर यह अटल सच्चाई प्रकट कर रहा हूं: तुम स्वर्ग को खुला हुआ और परमेश्वर के स्वर्गदूतों को मनुष्य के पुत्र के लिए नीचे आते और ऊपर जाते हुए देखोगे.”
ܐܡܪ ܠܗ ܐܡܝܢ ܐܡܝܢ ܐܡܪ ܐܢܐ ܠܟܘܢ ܕܡܢ ܗܫܐ ܬܚܙܘܢ ܫܡܝܐ ܕܦܬܝܚܝܢ ܘܡܠܐܟܘܗܝ ܕܐܠܗܐ ܟܕ ܤܠܩܝܢ ܘܢܚܬܝܢ ܠܘܬ ܒܪܗ ܕܐܢܫܐ

< यूहन्ना 1 >