< यूहन्ना 7 >

1 इन बातों के बाद मसीह येशु गलील प्रदेश के अन्य क्षेत्रों में यात्रा करने लगे. वह यहूदिया प्रदेश में जाना नहीं चाहते थे क्योंकि यहूदी अगुए उनकी हत्या की ताक में थे.
ଏନ୍‌ ତାୟମ୍‌ତେ ୟୀଶୁ ଗାଲିଲ୍‌ରେ ହନର୍‌ ବାଡ଼ାକେଦାଏ; ଚିୟାଃଚି ଯିହୁଦୀକଆଃ ହାକିମ୍‌କ ଇନିଃକେ ଗଗଏଃ ସାନାଙ୍ଗ୍‌ ତାଇକେନାକ ଏନାମେନ୍ତେ ଇନିଃକେ ଯିହୁଦାତେ କା ସେନ୍‌ ସାନାଙ୍ଗ୍‌କିୟାଃ ।
2 यहूदियों का एक पर्व—झोपड़ियों का उत्सव—पास था.
ଯିହୁଦୀକଆଃ ଜାମ୍‍ଡ଼ା ପାରାବ୍‍ରେୟାଃ ନେଡା ନାଡ଼େଃୟାନ୍‌ଚି,
3 मसीह येशु के भाइयों ने उनसे कहा, “यहूदिया चले जाओ जिससे तुम्हारे चेले तुम्हारे इन कामों को देख सकें;
ୟୀଶୁଆଃ ହାଗାକ ଇନିଃକେ କାଜିକିୟାଃକ, “ଆମ୍‌ ନେତାଃଏତେ ଅଡଙ୍ଗ୍‌କେଦ୍‌ତେ ଯିହୁଦାତେ ସେନଃମେ, ଏନ୍ତାଃରେ ଆମାଃ ଚେଲାକ ଆମ୍‌ କାମିତାନ୍‌ ପେଡ଼େୟାନ୍‌ କାମିକ ନେଲେକା ।
4 ख्याति चाहनेवाला व्यक्ति अपने काम गुप्‍त में नहीं करता. जब तुम ये काम करते ही हो तो स्वयं को संसार पर प्रकट कर दो.”
ଚିୟାଃଚି ଜେତାଏ ଆଇଃକ୍‌ଗି ଉଦୁବେନ୍‍ ସାନାଙ୍ଗ୍‌ରେଦ ଦାନାଙ୍ଗ୍‌ରେ ଜେତ୍‌ନାଃ କାଏ କାମିୟା, ନେୟାଁମ୍‌ କାମିତାନ୍‍ରେଦ ଅତେଦିଶୁମ୍‌ରେନ୍‍କତାଃରେ ଉଦୁବେନ୍‍ମେ ।”
5 मसीह येशु के भाइयों तक को उनमें विश्वास नहीं था.
ଚିୟାଃଚି ଇନିୟାଃ ହାଗାକହଁ ଇନିଃତାଃରେ କାକ ବିଶ୍ୱାସ୍‌ ତାଇକେନା ।
6 इस पर मसीह येशु ने उनसे कहा, “तुम्हारा सही समय तो कभी भी आ सकता है किंतु मेरा सही समय अभी नहीं आया.
ଏନାମେନ୍ତେ ୟୀଶୁ କାଜିକେଦ୍‍କଆଏ, “ନାହାଁଃ ଜାକେଦ୍‌ ଆଇଁୟାଃ ଠାଉକାନ୍‌ ନେଡା ଆଉରି ସେଟେରାଃ, ମେନ୍‌ଦ ଆପେୟାଃନାଙ୍ଗ୍‌ ଠାଉକାନ୍‌ ନେଡା ଜାନାଅଗି ନେଡାକାନା ।
7 संसार तुमसे घृणा नहीं कर सकता—वह मुझसे घृणा करता है क्योंकि मैं यह प्रकट करता हूं कि उसके काम बुरे हैं.
ସାଂସାର୍‍ ଆପେକେ କାଏ ହିଲାଙ୍ଗ୍‌ପେୟା, ମେନ୍‌ଦ ଏନା ଆଇଙ୍ଗ୍‌କେ ହିଲାଙ୍ଗ୍‌ଇଙ୍ଗ୍‌ତାନା, ଚିୟାଃଚି ଆଇଙ୍ଗ୍‌ଦ ଏନାରେୟାଃ କାମି ଏତ୍‍କାନ୍‍ଗିୟାଃ ମେନ୍ତେ ଗାୱାଇଙ୍ଗ୍‌ ଏମ୍‌ଆଉତାନା ।
8 तुम पर्व में जाओ. मैं अभी नहीं जाऊंगा क्योंकि मेरा समय अभी तक पूरा नहीं हुआ है.”
ଆପେ ପାରାବ୍‍ତେ ସେନଃପେ, ଆଇଙ୍ଗ୍‌ ପାରାବ୍‍ତେ କାଇଙ୍ଗ୍‌ ସେନ୍‍ତାନା, ଚିୟାଃଚି ଆଇଁୟାଃ ନେଡାଦ ନାହାଁଃ ଜାକେଦ୍‌ ଆଉରି ହିଜୁଃଆ ।”
9 यह कहकर मसीह येशु गलील प्रदेश में ही ठहरे रहे.
ଆଡଃ ଇନିଃ ନେ ସବେନ୍‌ କାଜି କାଜିକେଦ୍‌ଚି ଗାଲିଲ୍‌ରେ ତାଇନ୍‍ୟାନାଏ ।
10 अपने भाइयों के झोपड़ियों के उत्सव में चले जाने के बाद वे भी गुप्‍त रूप से वहां गए.
୧୦ୟୀଶୁଆଃ ହାଗାକ ପାରାବ୍‍ତେ ସେନଃୟାନ୍‍ଚି, ୟୀଶୁହଁ ନେପେଲ୍‍ରେଦ କା ମେନ୍‌ଦ ଉକୁ ଉକୁ ଲେକାତେ ସେନଃୟାନାଏ ।
11 उत्सव में कुछ यहूदी अगुए मसीह येशु को खोजते हुए पूछताछ कर रहे थे, “कहां है वह?”
୧୧ଏନ୍ତେ ଯିହୁଦୀକଆଃ ହାକିମ୍‌କ ଇନିଃକେ ପାରାବ୍‍ରେ ଦାଣାଁଁଇତାନ୍‌କ ତାଇକେନା ଆଡଃକ ମେନ୍‌କେଦାଃ, “ଇନିଃ କତାଃରିୟା ।”
12 यद्यपि मसीह येशु के विषय में लोगों में बड़ा विवाद हो रहा था—कुछ कह रहे थे, “वह भला व्यक्ति है.” और कुछ का कहना था, “नहीं, वह भरमानेवाला है—सबके साथ छल करता है.”
୧୨ଏନ୍ତେ ଗାଦେଲ୍‌ ହଡ଼କ ଆକ ଆକରେ ୟୀଶୁଆଃ ବିଷାଏରେ ପୁରାଃ ହାୟମ୍‌ ହାୟମେତାନ୍‍କ ତାଇକେନା । ଆଡଃ ଚିମିନ୍‍କ କାଜିକେଦା, “ଇନିଃ ବୁଗିନ୍‌ ହଡ଼ ତାନିଃ,” ଆଡଃ ଚିମିନ୍‍କ କାଜିକେଦା, “କାହାଗି ଇନିଃ ହଡ଼କକେ ବେଦାକୁତାନାଏ ।”
13 तौभी कोई भी व्यक्ति यहूदियों के भय के कारण मसीह येशु के विषय में खुलकर बात नहीं करता था.
୧୩ଏନ୍‍ରେୟ ଯିହୁଦୀକଆଃ ହାକିମ୍‌କଆଃ ବରତେ ଜେତାଏ ଇନିୟାଃ ବିଷାଏରେ ନେପେଲ୍‌ରେ କାକ କାଜିକେଦା ।
14 जब उत्सव के मध्य मसीह येशु मंदिर में जाकर शिक्षा देने लगे,
୧୪ପାରାବ୍‍ରେୟାଃ ଥାଲାମାଲା ସେନଃୟାନ୍‍ଚି ୟୀଶୁ ମାନ୍ଦିର୍‌ ଅଡ଼ାଃତେ ସେନ୍‌କେଦ୍‌ତେ ଇତୁଏଟେଦ୍‌ କେଦ୍‌କଆଏ ।
15 यहूदी अगुए चकित होकर कहने लगे, “यह व्यक्ति बिना पढ़े ज्ञानी कैसे बन गया?”
୧୫ଯିହୁଦୀକଆଃ ହାକିମ୍‌କ ହାୟକାଟ୍‍ୟାନ୍ତେ ମେନ୍‍କେଦାଃକ, “ନିଃ ବେଗାର୍‌ ପାଢ଼ାଅକେଦ୍‌ତେ ଚିଲ୍‌କା ନେ ଲେକା ଇତୁକତାନାଏ?”
16 मसीह येशु ने उन्हें उत्तर दिया, “यह शिक्षा मेरी नहीं परंतु उनकी है, जिन्होंने मुझे भेजा है.
୧୬ଏନାତେ ୟୀଶୁ କାଜିରୁହାଡ଼୍‌କେଦ୍‌କଆଏ, “ଆଇଁୟାଃ ଇନିତୁ ଆଇଁୟାଃ ନାହାଁଲାଃ ମେନ୍‌ଦ ଆଇଙ୍ଗ୍‌କେ କୁଲାକାଇଙ୍ଗ୍‌ ପାର୍‌ମେଶ୍ୱାର୍‌ତାଃଏତେ ହିଜୁଆକାନା ।
17 यदि कोई व्यक्ति उनकी इच्छा पूरी करने के लिए प्रण करे तो उसे यह मालूम हो जाएगा कि यह शिक्षा परमेश्वर की ओर से है या मेरी ओर से.
୧୭ଜେତାଏ ପାର୍‌ମେଶ୍ୱାର୍‌ଆଃ ମନେଲେକା ରିକା ସାନାଙ୍ଗ୍‌ରେଦ, ଇନିଃ ଆଇଁୟାଃ ଇନିତୁ ପାର୍‌ମେଶ୍ୱାର୍‍ ସାଃଏତେ ଚାଏ ଆଇଁୟାଃ ପେଡ଼େଃତିଙ୍ଗ୍‌ କାଜିତାନା ଏନା ସାରିୟାଏ ।
18 वह, जो अपने ही विचार प्रस्तुत करता है, अपना ही आदर चाहता है, परंतु वह, जो अपने भेजनेवाले का आदर चाहता है, वह बिलकुल सच्चा है और उसमें कोई छल नहीं.
୧୮ଜେତାଏ ଆୟାଃତେ କାଜିନିଃ ଆୟାଃ ମାନାରାଙ୍ଗ୍‌ ନାମ୍‍ବାଡ଼ାଏଃ, ମେନ୍‌ଦ ଜେତାଏ ଆଇଃକ୍‌କେ କୁଲ୍‍ନିୟାଃ ମାନାରାଙ୍ଗ୍‌ ନାମ୍‍ବାଡ଼ାଏନିଃ ସାର୍‌ତିଗିୟାଏ; ଆଡଃ ଇନିଃତାଃରେ ଏତ୍‌କାନ୍‌ଆଃ ବାନଆଃ ।
19 क्या मोशेह ने तुम्हें व्यवस्था नहीं दी? फिर भी तुममें से कोई उसका पालन नहीं करता. मेरी हत्या की ताक में क्यों हो तुम?”
୧୯ଚିୟାଃ ମୁଶା ଆପେକେ ଆନ୍‌ଚୁ କାଏ ଏମାକାଦ୍‌ପେୟା? ଏନ୍‍ରେୟ ଆପେକଏତେ ଜେତାଏୟ ଆନ୍‌ଚୁ କାକ ମାନାତିଙ୍ଗ୍‌ତାନା, ଆପେ ଚିକାନାଙ୍ଗ୍‌ ଆଇଙ୍ଗ୍‌କେ ଗଗଏଃ ସାନାଙ୍ଗ୍‌ତାନାପେ?”
20 भीड़ ने उत्तर दिया, “कौन तुम्हारी हत्या करना चाहता है? तुम दुष्टात्मा से पीड़ित हो.”
୨୦ଗାଦେଲ୍‌ ହଡ଼କ କାଜିରୁହାଡ଼୍‌କିୟାକ, “ଆମ୍‌କେ ବଙ୍ଗା ଏସେରାକାଦ୍‌ମେୟାଁଏ, ଅକଏ ଆମ୍‌କେ ଗଗଏଃ ସାନାଙ୍ଗ୍‌ତାନାଏ?”
21 मसीह येशु ने कहा, “मैंने शब्बाथ पर एक चमत्कार किया और तुम सब क्रोधित हो गए.
୨୧ୟୀଶୁ ଇନ୍‌କୁକେ କାଜିରୁହାଡ଼ାଦ୍‌କଆଏ, “ଆଇଙ୍ଗ୍‌ ମିଆଁଦ୍‌ ପେଡ଼େୟାନ୍‌ କାମିଙ୍ଗ୍‌ କାମିୟାକାଦ୍‍ ନାଗେନ୍ତେ ଆପେ ସବେନ୍‌କ ହାଏକାଟଃତାନା ।
22 मोशेह ने तुम्हें ख़तना विधि दी—परंतु इसको आरंभ करनेवाले मोशेह नहीं, हमारे गोत्रपिता हैं—जिसके अनुसार तुम शब्बाथ पर भी ख़तना करते हो.
୨୨ନେୟାଁମେନ୍ତେ ମୁଶା ଆପେୟାଃ ହନ୍‌କକେ ଖାତ୍‌ନାଅରେୟାଃ ଆନ୍‌ଚୁ ଏମାକାଦ୍‍ପେୟାଏ, ଏନାଦ ମୁଶାଏତେ କାହା ମେନ୍‌ଦ ହାଡ଼ାମ୍‍ ହଡ଼କଆଃ ସାଃଏତେଗି, ଆଡଃ ଆପେ ରୁଡ଼ୁନ୍‌ ହୁଲାଙ୍ଗ୍‌ରେ କଡ଼ାହନ୍‌କକେ ଖାତ୍‍ନାଅକତାନାପେ ।
23 तुम शब्बाथ पर भी ख़तना करते हो कि मोशेह की व्यवस्था भंग न हो, तो तुम लोग इससे गुस्से में क्यों हो कि मैंने शब्बाथ पर किसी को पूरी तरह स्वस्थ किया?
୨୩ମୁଶା ଅଲାକାନ୍‌ ଆନ୍‌ଚୁ ଆଲକା ଟଟାଗଃକା ମେନ୍ତେ ରୁଡ଼ୁନ୍‍ ହୁଲାଙ୍ଗ୍‌ରେ ମିଆଁଦ୍‌ କଡ଼ାହନ୍‌ରାଃ ଖାତ୍‌ନାଅଃରେଦ, ଆଇଙ୍ଗ୍‌ ରୁଡ଼ୁନ୍‌ ହୁଲାଙ୍ଗ୍‌ରେ ମିଆଁଦ୍‌ ହଡ଼କେ ପୁରାଗି ବୁଗିକାଇ ହରାତେ, ଆପେ ଚିନାଃ ଆଇଙ୍ଗ୍‌କେପେ ଏସେଦାଇଙ୍ଗ୍‌ ତାନା?
24 तुम्हारा न्याय बाहरी रूप पर नहीं परंतु सच्चाई पर आधारित हो.”
୨୪ମେଦ୍‍ମୁହାଁଡ଼୍‌ ନେଲ୍‍କେଦ୍‍ତେ ଆଲ୍‌ପେ ବିଚାର୍‌ଆଃ, ମେନ୍‌ଦ ସାର୍‌ତି ଲେକାତେ ବିଚାର୍‌ ରିକାଏପେ ।”
25 येरूशलेम निवासियों में से कुछ ने यह प्रश्न किया, “क्या यह वही नहीं, वे जिसकी हत्या की ताक में हैं?
୨୫ଯୀରୁଶାଲେମ୍‌ରେନ୍‍ ହଡ଼କଏତେ ଚିମିନ୍‍କ କାଜିକେଦା, “ଚିୟାଃ ଯିହୁଦୀକଆଃ ହାକିମ୍‌କ ଗଏଃ ନାଙ୍ଗ୍‌କ ସାନାଙ୍ଗ୍‌ତାନ୍‍ ହଡ଼ ନିଃ ନାହାଲିଃ ଚି?
26 परंतु देखो, वह भीड़ से खुलकर, बिना डर के बातें करता है और अधिकारी कुछ भी नहीं कहते! कहीं ऐसा तो नहीं कि अधिकारियों को मालूम हो गया है कि यही वास्तव में मसीह हैं?
୨୬ନେଲିପେ, ନିଃ ନେତାଃରିୟା, ନେପେଲ୍‌ରେ ଜାଗାର୍‌ତାନାଏ ଆଡଃ ଇନ୍‌କୁ ଜେତ୍‌ନାଃ କାକ କାଜିୟାଇତାନା, ଚିୟାଃ ଆଗୁଆଇକ ଇନିଃକେ ମାସି ତାନିଃ ମେନ୍ତେ ସାର୍‌ତିଗିକ ଆଟ୍‌କାର୍‍କେଦାଃ ଚି?
27 इस व्यक्ति की पृष्ठभूमि हमें मालूम है, किंतु जब मसीह प्रकट होंगे तो किसी को यह मालूम नहीं होगा कि वह कहां के हैं.”
୨୭ଇନିଃ ଅକ୍‌ତାଃରେନ୍‌ ତାନିଃ ନେୟାଁବୁ ସାରିତାନା, ମେନ୍‌ଦ ମାସି ହିଜୁଃରେ ଇନିଃ କତାଃରେନ୍‍ ତାନିଃ ଏନା ଜେତାଏ କାକ ସାରିଆଃ ।”
28 मंदिर में शिक्षा देते हुए मसीह येशु ने ऊंचे शब्द में कहा, “तुम मुझे जानते हो और यह भी जानते हो कि मैं कहां से आया हूं. सच यह है कि मैं स्वयं नहीं आया. जिन्होंने मुझे भेजा है, वह सच्चा है किंतु तुम उन्हें नहीं जानते,
୨୮ଏନ୍ତେ ୟୀଶୁ ମାନ୍ଦିର୍‌ ଅଡ଼ାଃରେ ଇତୁକତାନ୍‍ଲଃ କାଉରିତାନ୍‌ଲଃ କାଜିକେଦାଏ, “ଚିୟାଃ ଆପେ ଆଇଙ୍ଗ୍‌କେ ସାରିତାନାପେ ଆଡଃ ଆଇଙ୍ଗ୍‌ ଅକ୍‌ତାଃରେନ୍‌ ତାନିଙ୍ଗ୍‌ ଏନାପେ ସାରିତାନାଚି? ଆଇଙ୍ଗ୍‌ ଆଇଁୟାଃତେଗି କାଇଙ୍ଗ୍‌ ହିଜୁଆକାନା ମେନ୍‌ଦ ଆଇଁୟାଃ କୁଲ୍‍ନିଃ ସାର୍‌ତିଗିୟାଏ, ଆପେ ଇନିଃକେ କାପେ ସାରିତାନା,
29 मैं उन्हें जानता हूं क्योंकि उन्हीं में से मैं हूं और मुझे उन्हीं ने भेजा है.”
୨୯ମେନ୍‌ଦ ଆଇଙ୍ଗ୍‌ ଇନିଃକେ ସାରିତାନାଇଙ୍ଗ୍‌ ଚିୟାଃଚି ଆଇଙ୍ଗ୍‌ ଇନିଃତାଃଏତେ ହିଜୁଆକାନାଇଙ୍ଗ୍‌ ଆଡଃ ଇନିଃ ଆଇଙ୍ଗ୍‌କେ କୁଲାକାଦିୟାଁଏ ।”
30 यह सुनकर उन्होंने मसीह येशु को बंदी बनाना चाहा किंतु किसी ने उन पर हाथ न डाला क्योंकि उनका समय अब तक नहीं आया था.
୩୦ଏନ୍ତେ ଇନ୍‌କୁ ଇନିଃକେ ସାସାବ୍ ସାନାଙ୍ଗ୍‌କିୟାଃକ, ଏନ୍‍ରେୟ ଜେତାଏ ଇନିଃରେ ତିଃଇ କାକ ଜିଲିଙ୍ଗ୍‌କେଦାଃ, ଚିୟାଃଚି ଇନିୟାଃ ନେଡାଦ ଇମ୍‌ତାଜାକେଦ୍‌ କା ସେଟେରାକାନ୍‍ ତାଇକେନା ।
31 फिर भी भीड़ में से अनेकों ने मसीह येशु में विश्वास रखा तथा विचार-विमर्श करने लगे, “क्या प्रकट होने पर मसीह इस व्यक्ति से अधिक अद्भुत चिह्न प्रदर्शित करेंगे?”
୩୧ମେନ୍‌ଦ ଗାଦେଲ୍‌ ହଡ଼କଏତେ ପୁରାଃ ହଡ଼କ ଇନିଃରେକ ବିଶ୍ୱାସ୍‌ କେଦାଃ ଆଡଃକ କାଜିକେଦା, “ଚିୟାଃ ମାସି ହିଜୁଃରେ ନିଃ କାମିୟାକାଦ୍ ପେଡ଼େଃରାଃ କାମିଏତେ ଆଦ୍‌କା କାମିକଚି କାମିୟା?”
32 फ़रीसियों ने भीड़ को इस विषय में आपस में विचार-विमर्श करते हुए सुन लिया. इसलिये मसीह येशु को बंदी बनाने के लिए प्रधान पुरोहितों व फ़रीसियों ने मंदिर के पहरेदारों को भेजा.
୩୨ଫାରୁଶୀକ ହଡ଼କକେ ୟୀଶୁଆଃ ବିଷାଏରେ ନେୟାଁ ହାୟମ୍‌ ହାୟମ୍‌ତାନ୍‍କ ଆୟୁମ୍‍କେଦ୍‍କଆ, ଏନ୍ତେ ଫାରୁଶୀକ ଆଡଃ ମୁଲ୍‌ ଯାଜାକ୍‌କ ଇନିଃକେ ସାସାବ୍‍ନାଙ୍ଗ୍‌ ଦାରୱାନ୍‌କକେ କୁଲ୍‍କେଦ୍‍କଆକ ।
33 मसीह येशु ने उनसे कहा, “थोड़े समय के लिए मैं तुम्हारे साथ हूं, उसके बाद मैं अपने भेजनेवाले के पास लौट जाऊंगा.
୩୩ୟୀଶୁ କାଜିୟାଦ୍‌କଆଏ, “ଆଇଙ୍ଗ୍‌ ହୁଡିଙ୍ଗ୍‌ ଦିପିଲି ଜାକେଦ୍‌ ଆପେଲଃ ତାଇନିଃକ୍‌, ଏନ୍ତେ ଆଇଙ୍ଗ୍‌କେ କୁଲାକାଦ୍‍ନିଃତାଃତେ ସେନଃଆଇଙ୍ଗ୍‌ ।
34 तुम मुझे खोजोगे किंतु पाओगे नहीं क्योंकि जहां मैं होऊंगा, तुम वहां नहीं आ सकते.”
୩୪ଆପେ ଆଇଙ୍ଗ୍‌କେ ଦାଣାଁଁଇଙ୍ଗ୍‌ରେୟ କାପେ ନାମିୟାଁ ଆଡଃ ଆଇଙ୍ଗ୍‌ ତାଇନଃତାଃ ଆପେ କାପେ ସେନ୍‍ଦାଡ଼ିୟାଃ ।”
35 इस पर यहूदी अगुए विचार-विमर्श करने लगे, “यह व्यक्ति कहां जाने पर है कि हम उसे खोज नहीं पाएंगे? क्या यह यूनानियों के मध्य प्रवासी यहूदियों में बसना चाहता है कि यूनानियों को भी शिक्षा दे?
୩୫ଏନ୍ତେ ଯିହୁଦୀକଆଃ ହାକିମ୍‌କ ଆକ ଆକରେକ ଜାଗାର୍‌କେଦାଃ, “ନିଃ କତାଃତେ ସେନଃନାଙ୍ଗ୍‌ ସାନାଙ୍ଗ୍‌ ତାନାଏ ଯେ ଆବୁ ଇନିଃକେ କାବୁ ନାମିୟାଁ? ଚିୟାଃ ଇନିଃ ଗ୍ରୀକ୍‌ ହଡ଼କଆଃ ଥାଲାରେ ନେତେ ହେନ୍ତେୟାକାନ୍ ଆବୁଆଃ ହଡ଼କତାଃ ସେନଃଆଏ ଆଡଃ ଗ୍ରୀକ୍‌ ହଡ଼କକେ ଇତୁକଆଏ?
36 यह क्या कह रहा है कि तुम मुझे खोजोगे और नहीं पाओगे क्योंकि जहां मैं होऊंगा तुम वहां नहीं आ सकते?”
୩୬ଆପେ ଆଇଙ୍ଗ୍‌କେ ଦାଣାଁଁଇଙ୍ଗ୍‌ରେୟ କାପେ ନାମିୟାଁ ଆଡଃ ଆଇଙ୍ଗ୍‌ ତାଇନଃତାଃ କାପେ ସେନ୍‍ଦାଡ଼ିୟା ମେନ୍ତେ ଇନିଃ କାଜିକେଦ୍‍ କାଜି ଚିକ୍‌ନାଃତାନା?”
37 उत्सव के अंतिम दिन, जब उत्सव चरम सीमा पर होता है, मसीह येशु ने खड़े होकर ऊंचे शब्द में कहा, “यदि कोई प्यासा है तो मेरे पास आए और पिए.
୩୭ଟୁଣ୍ଡୁ ହୁଲାଙ୍ଗ୍‌, ଚାଏ ପାରାବ୍‍ରେୟାଃ ମାରାଙ୍ଗ୍‌ ହୁଲାଙ୍ଗ୍‌ରେ ୟୀଶୁ ତିଙ୍ଗୁୟାନ୍ତେ କାଉରିକେଦ୍‌ତେ କାଜିକେଦାଏ, “ଜେତାଏ ତେତାଙ୍ଗ୍‌ରେଦ ଆଇଁୟାଃତାଃତେ ହିଜୁଃକାଏ, ଆଡଃ
38 जो मुझमें विश्वास करता है, जैसा कि पवित्र शास्त्र का लेख है: उसके अंदर से जीवन के जल की नदियां बह निकलेंगीं.”
୩୮ଜେତାଏ ଆଇଙ୍ଗ୍‌ରେ ବିଶ୍ୱାସ୍‌ତାନ୍‌ନିଃ ନୁଁଏକାଏ, ଧାରାମ୍‌ପୁଥିରେ କାଜିକାନ୍‌ଲେକା, ‘ବିଶ୍ୱାସ୍‍ତାନ୍‌ନିୟାଃ ଜୀଉଏତେ ଜୀଦାନ୍‌ ଦାଆଃରେୟାଃ ଗାଡ଼ାକ ଲିଙ୍ଗିକାତେୟଃଆ ।’”
39 यह उन्होंने पवित्र आत्मा के विषय में कहा था, जिन्हें उन पर विश्वास करनेवाले प्राप्‍त करने पर थे. पवित्र आत्मा अब तक उतरे नहीं थे क्योंकि मसीह येशु अब तक महिमा को न पहुंचे थे.
୩୯ଇନିଃକେ ବିଶ୍ୱାସୀତାନ୍‌କ, ତାୟମ୍‌ତେ ଅକନ୍‌ ଆତ୍ମାକେକ ନାମିୟାଁ, ଇନ୍‌କୁଆଃ ବିଷାଏରେ ଇନିଃ ନେ କାଜି କାଜିକେଦାଏ, ଚିୟାଃଚି ଇମ୍‌ତା ଜାକେଦ୍‌ ୟୀଶୁଆଃ ମାନାରାଙ୍ଗ୍‌ କା ହବାକାନ୍‌ ତାଇକେନ୍‌ ହରାତେ ପାବିତାର୍‌ ଆତ୍ମାଦ କାଏ ଏମାକାନ୍ ତାଇକେନା ।
40 यह सब सुनकर भीड़ में से कुछ ने कहा, “सचमुच यह व्यक्ति ही वह भविष्यवक्ता है.”
୪୦ପୁରାଃ ହଡ଼କଏତେ ଚିମିନ୍‌କ ନେ କାଜି ଆୟୁମ୍‌କେଦ୍‌ତେ ମେନ୍‍କେଦାଃକ, “ନିଃ ସାର୍‌ତିଗି ନାବୀ ତାନିଃ!”
41 कुछ अन्य ने कहा, “यह मसीह हैं.” परंतु कुछ ने कहा, “मसीह का आना गलील से तो नहीं होगा न?
୪୧ଏଟାଃକ ମେନ୍‌କେଦାଃ, “ଇନିଃ ମାସି ତାନିଃ!” ମେନ୍‌ଦ ଚିମିନ୍‍କ ମେନ୍‍କେଦାଃ, “ମାସି ଗାଲିଲ୍‌ଏତେ କାଏ ହିଜୁଃଆ?
42 क्या पवित्र शास्त्र के अनुसार मसीह का आना दावीद के वंश और उनके नगर बेथलेहेम से न होगा?”
୪୨ମାସି ଦାଉଦ୍‌ଆଃ କିଲିଏତେ ଆଡଃ ଦାଉଦ୍‌ ତାଇକେନ୍‌ ବେଥ୍‌ଲେହେମ୍‌ ସାହାର୍‌ଏତେ ହିଜୁଆଏଃ ମେନ୍ତେ ଧାରାମ୍‌ପୁଥିରେ କା'ଚି କାଜିକାନା?”
43 इस प्रकार मसीह येशु के कारण भीड़ में मतभेद हो गया.
୪୩ଏନାତେ ଗାଦେଲ୍‌ ହଡ଼କ ଇନିୟାଃ ନାଗେନ୍ତେକ ବିପିଙ୍ଗାଅୟାନା ।
44 कुछ उन्हें बंदी बनाना चाहते थे फिर भी किसी ने भी उन पर हाथ न डाला.
୪୪ଆଡଃ ଇନ୍‌କୁଏତେ ଚିମିନ୍‍କ ୟୀଶୁ ସାବଃକାଏ ମେନ୍ତେ ସାନାଙ୍ଗ୍‌ତାନ୍‍କ ତାଇକେନା ମେନ୍‌ଦ ଜେତାଏ ଇନିଃରେ ତିଃଇ କାକ ଜିଲିଙ୍ଗ୍‌କେଦାଃ ।
45 संतरियों के लौटने पर प्रधान पुरोहितों और फ़रीसियों ने उनसे पूछा, “तुम उसे लेकर क्यों नहीं आए?”
୪୫ଦାରୱାନ୍‌କ ରୁହାଡ଼୍‌ୟାନ୍‌ଚି, ମୁଲ୍‌ ଯାଜାକ୍‌କ ଆଡଃ ଫାରୁଶୀକ ଇନ୍‌କୁକେ କୁଲିକେଦ୍‍କଆକ, “ଚିନାଃ ମେନ୍ତେ ଇନିଃକେ କାପେ ଆଉକିୟା?”
46 संतरियों ने उत्तर दिया, “ऐसा बतानेवाला हमने आज तक नहीं सुना.”
୪୬ଦାରୱାନ୍‌କ ମେତାଦ୍‌କଆକ, “ନେ ହଡ଼ କାଜିତାନ୍‌ଲେକା ଜେତାଏ ହଡ଼ ଚିଉଲାହ କାଏ କାଜିୟାକାଦାଃ ।”
47 तब फ़रीसियों ने कटाक्ष किया, “कहीं तुम भी तो उसके बहकावे में नहीं आ गए?
୪୭ଏନ୍ତେ ଫାରୁଶୀକ ଇନ୍‌କୁକେ କାଜିରୁହାଡ଼ାଦ୍‌କଆକ, “ଆପେକେୟଗିଚି ଇନିଃ ବେଦାକାଦ୍‌ପେୟାଏ?
48 क्या प्रधानों या फ़रीसियों में से किसी ने भी उसमें विश्वास किया है?
୪୮ହାକିମ୍‌କଏତେ ଚାଏ ଫାରୁଶୀକଏତେ ଚିୟାଃ ଜେତାଏ ଇନିଃରେ ବିଶ୍ୱାସ୍‌କାଦାକ? ଏନା ସାରିକାଦାପେଚି?
49 व्यवस्था से अज्ञान भीड़ तो वैसे ही शापित है.”
୪୯କାହା! ମେନ୍‌ଦ ମୁଶାରାଃ ଆନ୍‌ଚୁ କାକ ସାରିତାନ୍‍ ନାଗେନ୍ତେ ନେ ଗାଦେଲ୍‌ ହଡ଼କ ସାର୍‌ପାୱାକାନାକ ।”
50 तब निकोदेमॉस ने, जो प्रधानों में से एक थे तथा मसीह येशु से पहले मिल चुके थे, उनसे कहा,
୫୦ନିକଦୀମ୍‌, ଅକଏଚି ସିଦାରେ ୟୀଶୁତାଃତେ ସେନ୍‌କାନ୍‌ ତାଇକେନାଏ ଆଡଃ ଇନିଃ ଇନ୍‌କୁଏତେ ମିହୁଡ଼୍‌ ତାଇକେନାଏ, ଇନିଃ କୁଲିକେଦ୍‍କଆଏ,
51 “क्या हमारी व्यवस्था किसी व्यक्ति की सुने बिना और उसकी गतिविधि जाने बिना उसे अपराधी घोषित करती है?”
୫୧“ମିଆଁଦ୍‌ ହଡ଼ତାଃଏତେ ଆଉରି ଆୟୁମ୍‍ ଜାକେଦ୍‌ ଆଡଃ ଇନିୟାଃ ଚାଇଲ୍‌ ଚାଲାନ୍‌ ଆଉରି ସାରି ଜାକେଦ୍‌ ଆବୁଆଃ ଆନ୍‌ଚୁ ଚିୟାଃ ଇନିୟାଃ ବିଚାରେୟାଏ?”
52 इस पर उन्होंने निकोदेमॉस से पूछा, “कहीं तुम भी तो गलीली नहीं हो? शास्त्रों का मनन करो और देखो कि किसी भी भविष्यवक्ता का आना गलील प्रदेश से नहीं होता.”
୫୨ଇନ୍‌କୁ ଇନିଃକେ କାଜିରୁହାଡ଼୍‌କିୟାଃକ, “ଆମ୍‌ହଗିଚି ଗାଲିଲ୍‌ରେନ୍ ହଡ଼ ତାନ୍‌ମେ? ନେଲ୍‌ ନାମେମେ, ଗାଲିଲ୍ଏତେ ଜେତାଏ ନାବୀ କାଏ ଅଡଙ୍ଗ୍‌ଅଃଆ?”
53 [वे सभी अपने-अपने घर लौट गएं].
୫୩ଏନ୍ତେ ସବେନ୍‌କ ଆକଆଃ ଆକଆଃ ଅଡ଼ାଃତେକ ସେନଃୟାନା ।

< यूहन्ना 7 >