< यूहन्ना 5 >

1 इन बातों के पश्चात मसीह येशु यहूदियों के एक पर्व में येरूशलेम गए.
ᎾᏍᎩᏃ ᏄᎵᏍᏔᏂᏙᎸ, ᎤᏍᏆᎸᎲᎩ ᎠᏂᏧᏏ ᏧᎾᎵᏍᏓᏴᏗᏱ; ᎠᎴ ᏥᏌ ᏥᎷᏏᎵᎻ ᎤᏪᏅᏒᎩ.
2 येरूशलेम में भेड़-फाटक के पास एक जलाशय है, जो इब्री भाषा में बैथज़ादा कहलाता है और जिसके पांच ओसारे हैं,
ᏥᎷᏏᎵᎻᏂ ᎠᏫ ᎤᏂᏴᏍᏗᏱ ᎾᎥ ᎠᏓᏬᏍᏗᏱ ᎪᏢᎭ ᎾᏍᎩ ᎠᏂᏈᎷ ᎤᏂᏬᏂᎯᏍᏗ ᎨᏒ ᏡᏕᏍᏗ ᏕᎤᏙᎥ; ᎾᎿᎭᏂ ᎯᏍᎩ ᏓᏲᏓᏝᎭ.
3 उसके किनारे अंधे, अपंग और लकवे के अनेक रोगी पड़े रहते थे,
ᎾᎿᎭᎠᏂᏂᏜᏓᎥᎩ ᎤᏂᏣᏘ ᏧᏂᏢᎩ, ᎠᎴ ᏗᏂᎨᏫ, ᎠᎴ ᏗᏂᏲᎤᎵ, ᎠᎴ ᎤᏅᎢᏒᎯ, ᎠᏂᎦᏘᏴᎩ ᎤᎵᏖᎸᏗᏱ ᎠᎹ.
4 [जो जल के हिलने की प्रतीक्षा किया करते थे क्योंकि उनकी मान्यता थी कि परमेश्वर का स्वर्गदूत समय समय पर वहां आकर जल हिलाया करता था. जल हिलते ही, जो व्यक्ति उसमें सबसे पहले उतरता था, स्वस्थ हो जाता था].
ᎢᏴᏛᎭᏰᏃ ᏗᎧᎿᎭᏩᏗᏙᎯ ᎦᎷᏥᎯᎲᎩ ᎠᏓᏬᏍᏗᏱ, ᎠᎴ ᎠᏖᎸᎲᏍᎬᎩ ᎠᎹ, ᎩᎶᏃ ᎾᏍᎩ ᏧᏓᎴᏅᏔᏅᎯ ᎤᏚᏅᎯ ᎿᎭᏉ ᎠᏖᎸᏅᎯ ᏥᎨᏐ ᎠᎹ, ᎤᏗᏩᏍᎬᎩ ᏂᎦᎥ ᎪᎱᏍᏗ ᎥᏳᎩ ᎤᏱᎵᏙᎲᎢ.
5 इनमें एक व्यक्ति ऐसा था, जो अड़तीस वर्ष से रोगी था.
ᎠᎴ ᎾᎿᎭᎦᏅᎬᎩ ᎩᎶ ᎢᏳᏍᏗ ᎠᏍᎦᏯ, ᏦᎠᏍᎪᎯ ᏁᎳᎦᎵ ᎢᏳᏕᏘᏴᏛ ᎬᏩᏢᏨᎯ ᏄᏗᏩᏍᎬᎾ ᎨᏒᎩ.
6 मसीह येशु ने उसे वहां पड़े हुए देख और यह मालूम होने पर कि वह वहां बहुत समय से पड़ा हुआ है, उसके पास जाकर पूछा, “क्या तुम स्वस्थ होना चाहते हो?”
ᏥᏌᏃ ᎤᎪᎲᎩ ᎾᏍᎩ ᎠᏍᎦᏯ ᎦᏅᎬᎢ, ᎠᎴ ᎤᏙᎴᎰᏒ ᎨᏒᎩ, ᎪᎯᏗᏳ ᎢᎬᏩᎵᏍᏔᏅᎯ ᎨᏒᎢ, ᎯᎠ ᏄᏪᏎᎸᎩ; ᏣᏚᎵᏍᎪ ᎡᏣᏅᏬᏗᏱ?
7 रोगी ने उत्तर दिया, “श्रीमन, ऐसा कोई नहीं, जो जल के हिलने पर मुझे जलाशय में उतारे—मेरे प्रयास के पूर्व ही कोई अन्य व्यक्ति उसमें उतर जाता है.”
ᎤᏢᎩ ᎤᏁᏨ ᎯᎠ ᏄᏪᏎᎸᎩ; ᎯᏍᎦᏯ, ᎥᏝ ᎩᎶ ᏰᏙᎰ ᎠᎹ ᎠᎵᏖᎸᎲᎦ, ᎠᏓᏬᏍᏗᏱ ᏩᎩᎧᎲᏍᎩ; ᎠᏏᏉᏰᏃ ᏥᏫᎦᎢᏐᎢ, ᎩᎶ ᏓᎩᎪᏂᏍᎪᎢ ᎢᎬᏱ ᏩᏠᎠᏍᎪᎢ.
8 मसीह येशु ने उससे कहा, “उठो, अपना बिछौना उठाओ और चलने फिरने लगो.”
ᏥᏌ ᎯᎠ ᏄᏪᏎᎸᎩ; ᏔᎴᎲᎦ, ᎯᎾᎩ ᏣᏤᏍᏙ, ᎠᎴ ᎮᏓ.
9 तुरंत वह व्यक्ति स्वस्थ हो गया और अपना बिछौना उठाकर चला गया. वह शब्बाथ था.
ᎩᎳᏉᏃ ᎢᏴᏛ ᎾᏍᎩ ᎠᏍᎦᏯ ᎤᏗᏩᏒᎩ, ᎠᎴ ᎤᏁᏒᎩ ᎤᏤᏍᏙ, ᎠᎴ ᎤᏪᏙᎸᎩ. ᎠᎴ ᎤᎾᏙᏓᏆᏍᎬ ᎨᏒᎩ ᎾᎯᏳ ᎢᎦ.
10 अतः यहूदी अगुओं ने स्वस्थ हुए व्यक्ति से कहा, “आज शब्बाथ है. अतः तुम्हारा बिछौना उठाना उचित नहीं है.”
ᎾᏍᎩ ᎢᏳᏍᏗ ᎠᏂᏧᏏ ᎯᎠ ᏄᏂᏪᏎᎴ ᎠᏥᏅᏩᏅᎯ; ᎪᎯ ᎤᎾᏙᏓᏆᏍᎬᎢ, ᎥᏝ ᏚᏳᎪᏛ ᏱᎩ ᏣᏤᏍᏙ ᏣᏂᏓᏍᏗᏱ.
11 उसने कहा, “जिन्होंने मुझे स्वस्थ किया है, उन्हीं ने मुझे आज्ञा दी, ‘अपना बिछौना उठाओ और चलने फिरने लगो.’”
ᎯᎠ ᏂᏚᏪᏎᎴᎢ; ᎠᎩᏅᏩᏅᎯ ᎯᎠ ᎾᎩᏪᏎᎸᎩ; ᎯᎾᎩ ᏣᏤᏍᏙ, ᎠᎴ ᎮᏓ.
12 उन्होंने उससे पूछा, “कौन है वह, जिसने तुमसे कहा है कि अपना बिछौना उठाओ और चलने फिरने लगो?”
ᎿᎭᏉᏃ ᎤᎾᏛᏛᏁᎢ, ᎯᎠ ᏄᏂᏪᏎᎢ; ᎦᎪ ᎢᏳᏍᏗ ᎾᏍᎩ ᎠᏍᎦᏯ, ᏣᏤᏍᏙ ᎯᎾᎩ ᎠᎴ ᎮᏓ, ᏦᏎᎸᎯ?
13 स्वस्थ हुआ व्यक्ति नहीं जानता था कि उसको स्वस्थ करनेवाला कौन था क्योंकि उस समय मसीह येशु भीड़ में गुम हो गए थे.
ᎠᎴ ᎾᏍᎩ ᎠᏥᏅᏩᏅᎯ ᎥᏝ ᏯᎦᏔᎮ ᎾᏍᎩ ᎨᏒᎢ; ᏥᏌᏰᏃ ᎤᏕᎵᏛ ᎤᏓᏅᏒᎩ; ᎤᏂᏣᏛᏰᏃ ᎾᎿᎭᎠᏁᏙᎲᎩ.
14 कुछ समय बाद मसीह येशु ने उस व्यक्ति को मंदिर में देख उससे कहा, “देखो, तुम स्वस्थ हो गए हो, अब पाप न करना. ऐसा न हो कि तुम्हारा हाल इससे ज्यादा बुरा हो जाए.”
ᎣᏂᏃ ᏥᏌ ᎾᏍᎩ ᎤᏩᏛᎲᎩ ᎤᏛᏅ-ᏗᎦᎳᏫᎢᏍᏗᏱ, ᎠᎴ ᎯᎠ ᏄᏪᏎᎸᎩ; ᎬᏂᏳᏉ ᎡᏣᏅᏩᏅ; ᏞᏍᏗ ᎿᎭᏉ ᎢᎸᎯᏳ ᏱᏣᏍᎦᏅᏤᏍᏗ, ᎤᏟᏰᏃ ᎢᏳᏲ ᏱᏣᎷᏥᏏ.
15 तब उस व्यक्ति ने आकर यहूदी अगुओं को सूचित किया कि जिन्होंने उसे स्वस्थ किया है, वह येशु हैं.
ᎾᏍᎩ ᎠᏍᎦᏯ ᎤᏓᏅᏒᎩ, ᎠᎴ ᏫᏚᏃᏁᎸᎩ ᎠᏂᏧᏏ, ᏥᏌ ᎤᏅᏩᏅᎯ ᎨᏒᎢ.
16 शब्बाथ पर मसीह येशु द्वारा यह काम किए जाने के कारण यहूदी अगुएं उनको सताने लगे.
ᎠᎴ ᎾᏍᎩ ᎢᏳᏍᏗ ᎠᏂᏧᏏ ᎤᎾᏕᏯᏙᏔᏅᎩ ᏥᏌ, ᎠᎴ ᎤᏂᏲᎸᎩ ᎤᏂᎯᏍᏗᏱ, ᏅᏓᎦᎵᏍᏙᏗᏍᎬᎩ ᎾᏍᎩ ᏄᏛᏁᎸ ᎤᎾᏙᏓᏆᏍᎬ ᎢᎦ.
17 मसीह येशु ने स्पष्ट किया, “मेरे पिता अब तक कार्य कर रहे हैं इसलिये मैं भी काम कर रहा हूं.”
ᎠᏎᏃ ᏥᏌ ᏚᏁᏤᎸᎩ [ ᎯᎠ ᏂᏚᏪᏎᎸᎩ, ] ᎡᏙᏓ ᎪᎯ ᎢᏯᏍᏘ ᏚᎸᏫᏍᏓᏁᎰᎢ, ᎠᏴᏃ ᎾᏍᏉ ᏓᎩᎸᏫᏍᏓᏁᎰᎢ.
18 परिणामस्वरूप यहूदी अगुएं मसीह येशु की हत्या के लिए और भी अधिक ठन गए क्योंकि उनके अनुसार मसीह येशु शब्बाथ की विधि को तोड़ ही नहीं रहे थे बल्कि परमेश्वर को अपना पिता कहकर स्वयं को परमेश्वर के तुल्य भी दर्शा रहे थे.
ᎾᏍᎩ ᎢᏳᏍᏗ ᎠᏂᏧᏏ ᎤᏟ ᎢᎦᎢ ᎤᎾᏚᎸᎲᎩ ᎤᏂᎯᏍᏗᏱ, ᏅᏓᎦᎵᏍᏙᏗᏍᎬᎩ ᎥᏝ ᎤᎾᏙᏓᏆᏍᎬᏉ ᎤᏩᏒ ᎤᏲᏍᏔᏅᎢ, ᎾᏍᏉᏍᎩᏂ ᎤᏁᎳᏅᎯ ᎤᏙᏓ ᎤᏛᏅᎢ, ᎢᏧᎳᎭ ᎤᏁᎳᏅᎯ ᎾᏓᏛᏁᎲᎢ.
19 मसीह येशु ने कहा: “मैं तुम पर एक अटल सच्चाई प्रकट कर रहा हूं; पुत्र स्वयं कुछ नहीं कर सकता. वह वही कर सकता है, जो वह पिता को करते हुए देखता है क्योंकि जो कुछ पिता करते हैं, पुत्र भी वही करता है.
ᎿᎭᏉᏃ ᏥᏌ ᎤᏁᏨ ᎯᎠ ᏂᏚᏪᏎᎸᎩ; ᎤᏙᎯᏳᎯᏯ ᎤᏙᎯᏳᎯᏯ ᎯᎠ ᏂᏨᏪᏎᎭ; [ ᎤᏁᎳᏅᎯ ] ᎤᏪᏥ ᎥᏝ ᏰᎵᎦ ᎪᎱᏍᏗ ᎤᏩᏒ ᎨᏒ ᏱᏙᎬᏩᎸᏫᏍᏓᏏ, ᎠᎪᏩᏘᏍᎬᏍᎩᏂ ᎤᏙᏓ ᏚᎸᏫᏍᏓᏁᎲᎢ; ᎾᏍᎩᏰᏃ ᏄᏍᏛ ᏚᎸᏫᏍᏓᏁᎲᎢ ᎾᏍᎩ ᎾᏍᏉ ᎤᏪᏥ ᏚᎸᏫᏍᏓᏁᎰᎢ.
20 पिता पुत्र से प्रेम करते हैं और वह पुत्र को अपनी हर एक योजना से परिचित रखते हैं. वह इनसे भी बड़े-बड़े काम दिखाएंगे, जिन्हें देख तुम चकित हो जाओगे.
ᎠᎦᏴᎵᎨᏰᏃ ᎤᎨᏳᎯᏳ ᎤᏪᏥ, ᎠᎴ ᎦᎾᏄᎪᏫᏎᎰ ᏂᎦᏛ ᎤᏩᏒ ᏚᎸᏫᏍᏓᏁᎲᎢ; ᎠᎴ ᎤᏟ ᎢᎦᎢ ᏗᎦᎸᏫᏍᏓᏁᏗ ᏓᎦᎾᏄᎪᏫᏎᎵ ᎡᏍᎦᏉ ᎯᎠ; ᎾᏍᎩ ᎢᏥᏍᏆᏂᎪᎯᏍᏗᏱ.
21 जिस प्रकार पिता मरे हुओं को जीवित करके जीवन प्रदान करते हैं, उसी प्रकार पुत्र भी जिसे चाहता है, जीवन प्रदान करता है.
ᎠᎦᏴᎵᎨᏰᏃ ᏥᏓᎴᏗᏍᎪ ᏧᏂᏲᎱᏒᎯ, ᎠᎴ ᏗᏅᏃᏛ ᏥᏂᏕᎬᏁᎰᎢ, ᎾᏍᎩᏯᏍᎩᏂ ᎤᏪᏥ ᏗᏅᏃᏛ ᏂᏕᎬᏁᎰ ᎾᏂᎥ ᎾᏍᎩᏉ ᎡᎳ.
22 पिता किसी का न्याय नहीं करते, न्याय करने का सारा अधिकार उन्होंने पुत्र को सौंप दिया है.
ᎠᎦᏴᎵᎨᏰᏃ ᎾᏍᏉ ᎥᏝ ᎩᎶ ᏱᏗᎫᎪᏓᏁᎰᎢ, ᏚᏲᎯᏎᎸᏍᎩᏂ ᎤᏪᏥ ᎾᎦᏛ ᏗᎫᎪᏙᏗ ᎨᏒᎢ,
23 जिससे सब लोग पुत्र का वैसा ही आदर करें जैसा पिता का करते हैं. वह व्यक्ति, जो पुत्र का आदर नहीं करता, पिता का आदर भी नहीं करता, जिन्होंने पुत्र को भेजा है.
ᎾᏍᎩ ᏂᎦᏛ ᎤᏂᎸᏉᏙᏗᏱ ᎤᏪᏥ, ᎾᏍᎩᏯ ᏥᎾᏂᎸᏉᏗᎭ ᎠᎦᏴᎵᎨᎢ. ᎩᎶ ᏂᎦᎸᏉᏗᏍᎬᎾ ᏥᎨᏐ ᎤᏁᎳᏅᎯ ᎤᏪᏥ, ᎥᏝ ᏱᎦᎸᏉᏗᏍᎪ ᎠᎦᏴᎵᎨ ᎾᏍᎩ ᏅᏓᏳᏅᏏᏛ.
24 “मैं तुम पर यह अटल सच्चाई प्रकट कर रहा हूं: जो मेरा वचन सुनता और मेरे भेजनेवाले में विश्वास करता है, अनंत काल का जीवन उसी का है; उसे दोषी नहीं ठहराया जाता, परंतु वह मृत्यु से पार होकर जीवन में प्रवेश कर चुका है. (aiōnios g166)
ᎤᏙᎯᏳᎯᏯ, ᎤᏙᎯᏳᎯᏯ ᎯᎠ ᏂᏨᏪᏎᎭ; ᎠᏛᎩᏍᎩ ᏥᏁᎬᎢ, ᎠᎴ ᎪᎯᏳᎲᏍᎩ ᏅᏛᎩᏅᏏᏛ ᎾᏍᎩ ᎤᎭ ᎬᏂᏛ ᎾᎵᏍᏆᏗᏍᎬᎾ, ᎠᎴ ᎾᏍᎩ ᎥᏝ ᏧᏚᎪᏙᏗ ᏱᎩ ᎤᏍᎦᏅᏨᎢ, ᎠᏲᎱᎯᏍᏗᏍᎩᏂ ᎨᏒ ᎤᏓᏅᏒ, ᎬᏂᏛ ᏗᎨᏒ ᏭᎶᏒ. (aiōnios g166)
25 मैं तुम पर यह अटल सच्चाई प्रकट कर रहा हूं: वह समय आ रहा है परंतु आ ही गया है, जब सारे मृतक परमेश्वर के पुत्र की आवाज सुनेंगे और हर एक सुननेवाला जीवन प्राप्‍त करेगा.
ᎤᏙᎯᏳᎯᏯ, ᎤᏙᎯᏳᎯᏯ ᎯᎠ ᏂᏨᏪᏎᎭ; ᏛᏍᏆᎸᎯ ᎠᎴ ᎿᎭᏉ ᎤᏍᏆᎸᎲ ᏧᏂᏲᎱᏒᎯ ᎤᎾᏛᎪᏗᏱ ᎤᏁᎳᏅᎯ ᎤᏪᏥ ᎧᏁᎬᎢ, ᎠᎴ ᎤᎾᏛᎦᏅᎯ ᎤᎾᏛᏂᏗᏍᏗ ᎨᏎᏍᏗ.
26 जिस प्रकार पिता अपने आप में जीवन रखता है, उसी प्रकार पुत्र में बसा हुआ जीवन पिता के द्वारा दिया गया जीवन है.
ᎠᎦᏴᎵᎨᏰᏃ ᎬᏂᏛ ᎤᏤᎵᎦ ᏥᎩ, ᎾᏍᎩᏯ ᎾᏍᏉ ᎤᏁᎸ ᎤᏪᏥ ᎬᏂᏛ ᎤᏤᎵᎦ ᎢᏳᎵᏍᏙᏗᏱ.
27 मनुष्य का पुत्र होने के कारण उसे न्याय करने का अधिकार भी दिया गया है.
ᎠᎴ ᎾᏍᏉ ᎤᏁᎸ ᏧᏭᎪᏙᏗᏱ, ᏅᏧᎵᏍᏙᏔᏅ ᏴᏫ ᎤᏪᏥ ᎨᏒᎢ.
28 “यह सब सुनकर चकित न हो क्योंकि वह समय आ रहा है, जब सभी मरे हुए लोग पुत्र की आवाज को सुनेंगे और वे जीवित हो जाएंगे.
ᏞᏍᏗ ᎾᏍᎩ ᎯᎠ ᎢᏥᏍᏆᏂᎪᏒᎩ, ᏛᏍᏆᎸᎯᏰᏃ ᎾᎯᏳ ᏓᏤᎵᏍᏛ ᎠᏂᏯᎢ ᏂᎦᏛ ᏛᎾᏛᎦᏂ ᎧᏁᎬᎢ,
29 सुकर्मी जीवन के पुनरुत्थान के लिए और कुकर्मी दंड के पुनरुत्थान के लिए.
ᎠᎴ ᏛᏂᎾᏄᎪᏥ, ᎾᏍᎩ Ꮎ ᎣᏍᏛ ᏧᏂᎸᏫᏍᏓᏁᎸᎯ ᎬᏂᏛ ᎨᏒ ᏫᏙᏛᎾᎴᏔᏂ, ᎤᏲᏃ ᏧᏂᎸᏫᏍᏓᏁᎸᎯ ᎤᏓᏍᏛᏗᏍᏗ ᎨᏒ ᏫᏙᏛᎾᎴᏔᏂ.
30 मैं स्वयं अपनी ओर से कुछ नहीं कर सकता. मैं उनसे जैसे निर्देश प्राप्‍त करता हूं, वैसा ही निर्णय देता हूं. मेरा निर्णय सच्चा होता है क्योंकि मैं अपनी इच्छा नहीं परंतु अपने भेजनेवाले की इच्छा पूरी करने के लिए समर्पित हूं.
ᎥᏝ ᎪᎱᏍᏗ ᎠᏋᏒ ᎨᏒ ᏰᎵ ᏱᏙᎬᎩᎸᏫᏍᏓᏏ; ᎦᏛᎩᏍᎬ ᎾᏍᎩᏯ ᏕᎫᎪᏗᏍᎪᎢ, ᎠᎴ ᏓᏉᎪᏔᏅ ᏚᏳᎪᏛ ᎨᏐᎢ; ᏅᏗᎦᎵᏍᏙᏗᏍᎪ ᎾᎩᏲᎲᎾ ᎨᏒ ᎠᏋᏒ ᎦᏓᏅᏖᏍᎬᎢ, ᎠᎩᏲᎲᏍᎩᏂ ᎠᏓᏅᏖᏍᎬ ᎡᏙᏓ ᎾᏍᎩ ᏅᏛᎩᏅᏏᏛ.
31 “यदि मैं स्वयं अपने ही विषय में गवाही दूं तो मेरी गवाही मान्य नहीं होगी.
ᎢᏳᏃ ᎠᏋᏒ ᏱᎦᏓᏃᎮᎭ, ᏥᏃᎮᏍᎬ ᎥᏝ ᏱᎬᏩᏙᎯᏳᎭ.
32 एक और हैं, जो मेरे गवाह हैं और मैं जानता हूं कि मेरे विषय में उनकी गवाही अटल है.
ᏅᏩᏓᎴ ᎡᎭ ᎠᏴ ᎠᎩᏃᎮᏍᎩ, ᎠᎴ ᏥᎦᏔᎭ ᎤᏙᎯᏳᎯ ᎨᏒ ᎾᏍᎩ ᎧᏃᎮᏍᎬᎢ, ᎠᏴ ᎠᎩᏃᎮᏍᎬᎢ.
33 “तुमने योहन के पास अपने लोग भेजे और योहन ने भी सच की ही गवाही दी.
ᏣᏂ ᏧᏬᎸ ᎢᏣᏓᏅᏒᎩ, ᎠᎴ ᎾᏍᎩ ᏚᏳᎪᏛ ᎤᏃᎮᎸᎩ.
34 परंतु मुझे तो अपने विषय में किसी मनुष्य की गवाही की ज़रूरत है ही नहीं—यह सब मैं तुम्हारे उद्धार के लिए कह रहा हूं.
ᎠᏎᏃ ᎠᏴ ᎥᏝ ᏱᏗᎦᏓᏂᎸᎦ ᏴᏫ ᎠᎩᏃᎮᏍᎬᎢ, ᎠᏎᏃ ᎾᏍᎩ ᎯᎠ ᏂᏥᏪᎠ ᎡᏥᏍᏕᎸᏗᏱ.
35 योहन वह जलता हुआ और चमकता हुआ दीपक थे, जिनके उजाले में तुम्हें कुछ समय तक आनंद मनाना सुखद लगा.
ᎾᏍᎩ ᎠᏓᏪᎵᎩᏍᎩ ᎠᎴ ᏧᎸᏌᏓ ᎠᏨᏍᏙᏗ ᎨᏒᎩ; ᏂᎯᏃ ᏞᎦ ᎣᏏᏳ ᎢᏥᏰᎸᏒᎩ ᎢᏣᎵᎮᎵᏍᏗᏱ ᎾᏍᎩ ᎢᎦ ᎤᏘᏍᏛᎢ.
36 “मेरी गवाही योहन की गवाही से अधिक बड़ी है क्योंकि पिता द्वारा मुझे सौंपे गए काम को पूरा करना ही इस सच्चाई का सबूत है कि पिता ने मुझे भेजा है.
ᎠᏎᏃ ᎤᏟ ᎦᎸᏉᏗᏳ ᎠᎩᏃᎮᏍᎩ ᎠᏇᎭ ᎡᏍᎦᏉ ᏣᏂ; ᏗᎦᎸᏫᏍᏓᏁᏗᏰᏃ ᎠᎦᏴᎵᎨ ᎠᎩᏁᎸᎯ ᎠᎩᏍᏆᏗᏍᏗᏱ, ᎾᏍᎩ ᏥᏓᎩᎸᏫᏍᏓᏁᎭ, ᎠᎩᏃᎮᏍᎪ ᎠᏴ ᎠᎦᏴᎵᎨᎢ ᏅᏛᎩᏅᏏᏛ ᎨᏒᎢ;
37 इसके अतिरिक्त पिता अर्थात् स्वयं मेरे भेजनेवाले ने भी मेरे विषय में गवाही दी है. तुमने न तो कभी उनकी आवाज सुनी है, न उनका रूप देखा है
ᎠᎴ ᎠᎦᏴᎵᎨ ᏅᏛᎩᏅᏏᏛ ᎾᏍᎩ ᎠᎩᏃᎮᎸ. ᎥᏝ ᎢᎸᎯᏳ ᏱᎨᏣᏛᎦᏃ ᎧᏁᎬᎢ, ᎠᎴ ᏱᎨᏥᎪᎰ ᏄᏍᏛᎢ.
38 और न ही उनका वचन तुम्हारे हृदय में स्थिर रह सका है क्योंकि जिसे उन्होंने भेजा है, तुम उसमें विश्वास नहीं करते.
ᎠᎴ ᎾᏍᎩ ᎤᏁᏨᎢ ᎥᏝ ᏱᏥᏯᎠ, ᎾᏍᎩᏰᏃ Ꮎ ᏅᏓᏳᏅᏏᏛ ᎥᏝ ᏰᏦᎢᏳᎲᏍᎦ.
39 तुम शास्त्रों का मनन इस विश्वास में करते हो कि उनमें अनंत काल का जीवन बसा है. ये सभी शास्त्र मेरे ही विषय में गवाही देते हैं. (aiōnios g166)
ᏗᏥᎪᎵᏯ ᎪᏪᎵ, ᎾᎿᎭᏰᏃ ᎾᎵᏍᏆᏗᏍᎬᎾ ᎬᏂᏛ ᎢᏥᎭ ᎢᏥᏰᎸᎭ, ᎠᎴ ᎾᏍᎩ Ꮎ ᎪᏪᎵ ᎠᏴ ᎠᎩᏃᎮᏍᎩ. (aiōnios g166)
40 यह सब होने पर भी जीवन पाने के लिए तुम मेरे पास आना नहीं चाहते.
ᎠᏎᏃ ᎥᏝ ᏱᏣᏚᎵᎭ ᏍᎩᎷᏤᏗᏱ ᎬᏂᏛ ᎢᏣᏤᎵᎦ ᎢᏳᎵᏍᏙᏗᏱ.
41 “मनुष्य की प्रशंसा मुझे स्वीकार नहीं
ᏴᏫ ᎬᎩᎸᏉᏗᏍᎬ ᎥᏝ ᏱᏗᎦᏓᏂᎸᎦ;
42 क्योंकि मैं तुम्हें जानता हूं और मुझे यह भी मालूम है कि परमेश्वर का प्रेम तुम्हारे मन में है ही नहीं.
ᎠᏎᏃ ᎢᏨᎦᏔᎭ, ᎤᏁᎳᏅᎯ ᎡᏥᎨᏳᎢᏳ ᏂᎨᏒᎾ ᎨᏒᎢ.
43 तुम मुझे ग्रहण नहीं करते जबकि मैं अपने पिता के नाम में आया हूं किंतु यदि कोई अपने ही नाम में आए तो तुम उसे ग्रहण कर लोगे.
ᎠᏴ ᎡᏙᏓ ᏕᎤᏙᎥ ᎠᎩᎷᎯᏍᏔᏅ, ᎥᏝᏃ ᏱᏗᏍᎩᏯᏓᏂᎸᎦ. ᎢᏳᏃ ᏅᏩᏓᎴ ᎤᏩᏒ ᏕᏅᏙᎥ ᏳᎷᎯᏍᏔᏅ, ᎾᏍᎩ ᎠᏎ ᏱᏕᏣᏓᏂᎸᎩ.
44 तुम मुझमें विश्वास कैसे कर सकते हो यदि तुम एक दूसरे से प्रशंसा की आशा करते हो और उस प्रशंसा के लिए कोई प्रयास नहीं करते, जो एकमात्र परमेश्वर से प्राप्‍त होती है?
ᎦᏙ ᏱᎦᎵᏍᏙᏓ ᏱᏦᎯᏳᎲᎦ, ᎢᏨᏒ ᏕᏣᏓᎸᏉᏗᏍᎬ ᏥᏕᏣᏓᏂᎸᎦ, ᏂᏥᏲᎲᎾᏃ ᏥᎩ ᎥᏓᏗᎸᏉᏙᏗ ᎨᏒ ᎾᏍᎩ ᎤᏁᎳᏅᎯ ᎤᏩᏒᎯᏳ ᏅᏓᏳᎵᏍᎪᎸᏙᏗ ᏥᎩ?
45 “यह विचार अपने मन से निकाल दो कि पिता के सामने मैं तुम पर आरोप लगाऊंगा; तुम पर दोषारोपण तो मोशेह करेंगे—मोशेह, जिन पर तुमने आशा लगा रखी है.
ᏞᏍᏗ ᎠᎦᏴᎵᎨᎢ ᏓᎧᏃᏁᎵ ᏓᏲᎫᎯᏍᏔᏂ ᏱᏍᎩᏰᎵᏎᎮᏍᏗ; ᎠᏏᏴᏫ ᎡᎭ ᎢᏧᎯᏍᏗᏍᎩ, ᎼᏏ, ᎾᏍᎩ ᏤᏣᏁᎶᏗ ᏥᎩ.
46 यदि तुम वास्तव में मोशेह में विश्वास करते तो मुझमें भी करते क्योंकि उन्होंने मेरे ही विषय में लिखा है.
ᎢᏳᏰᏃ ᎼᏏ ᏱᎡᏦᎢᏳᎲᏍᎨᎢ ᎠᏴ ᏱᏍᎩᏲᎢᏳᏁᎢ, ᎾᏍᎩᏰᏃ ᎠᏴ ᎠᎩᏃᎮᏍᎬᎢ ᎤᏬᏪᎳᏅᎩ.
47 जब तुम उनके लेखों का ही विश्वास नहीं करते तो मेरी बातों का विश्वास कैसे करोगे?”
ᎠᏎᏃ ᏂᏦᎯᏳᎲᏍᎬᎾ ᏱᎩ ᎾᏍᎩ ᎤᏬᏪᎳᏅᎯ, ᎦᏙ ᏱᎦᎵᏍᏙᏓ ᏱᏦᎯᏳᎲᎦ ᎠᏴ ᏥᏁᎬᎢ?

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