< यूहन्ना 19 >

1 इसलिये पिलातॉस ने मसीह येशु को भीतर ले जाकर उन्हें कोड़े लगवाए.
ତା ପାଚେ ପିଲାତ ଜିସୁଙ୍ଗ୍‌ ଅଜ଼ି ହାଲ୍‌ଜି କର୍‌ଡା ଟ୍ରାକି କିତାନ୍‌ ।
2 सैनिकों ने कांटों का एक मुकुट गूंथकर उनके सिर पर रखा और उनके ऊपर एक बैंगनी वस्त्र डाल दिया
ଆରେ, ମେଲ୍ୟାର୍‌ ୱାଡ଼ି ମୁକୁଟ୍‌ ରଚ୍‌ଚି ତା କାପ୍‌ଡ଼ାତ ତୁଜ଼ି କିତାର୍ ଆରି ହେୱାନିଂ କାହ୍‌ରାତି କାଲାର୍‌ ବାନି ଆଙ୍ଗି ଉସ୍ପି କିତାର୍‌;
3 और वे एक-एक कर उनके सामने आकर उनके मुख पर प्रहार करते हुए कहने लगे, “यहूदियों के राजा की जय!”
ହେୱାର୍‌ ତା ତାକେ ୱାଜ଼ି ଇଚାର୍‌, “ଏ ଜିହୁଦିର୍‌ ରାଜା, ଜୁଗ୍‌ ଜୁଗ୍‌ ମାନା” ଆରେ, ହେୱାର୍‌ ହେୱାନିଂ ଚାପ୍‌ଡ଼ା ଇଡ଼୍‌ଦେଂ ଲାଗାତାର୍‌ ।
4 पिलातॉस ने दोबारा आकर भीड़ से कहा, “देखो, मैं उसे तुम्हारे लिए बाहर ला रहा हूं कि तुम जान लो कि मुझे उसमें कोई दोष नहीं मिला.”
ପିଲାତ ଆରେ ରଗ ବାର୍ତ ହାଲ୍‌ଜି ହେୱାରିଂ ଇଚାନ୍‌, ହୁଡ଼ାଟ୍‌, “ଆପେଂ ଜେ ତା ତାକେ ଇନାକାପା ଦସ୍‌ ପାୟା ଆଉପା,” ଇଦାଂ ଇନେସ୍‌ ଏପେଙ୍ଗ୍‌ ପୁନାଦେର୍‌, “ଇଦାଂ କାଜିଂ ଆପେଂ ତାଙ୍ଗେଙ୍ଗ୍‌ ମି ତାକେ ହପ୍‍ଚି ତାତ୍‌ପ୍‌ନା ।”
5 तब कांटों का मुकुट व बैंगनी वस्त्र धारण किए हुए मसीह येशु को बाहर लाया गया और पिलातॉस ने लोगों से कहा, “देखो, इसे!”
ହେବେଣ୍ଡାଂ ଜିସୁ ହେ ୱାଡ଼ି ମୁକୁଟ୍‌ ଆରି କାହ୍‌ରାତି କାଲାର୍‌ ବାନାନି ଆଙ୍ଗି ଉସ୍ପିସ୍‌ ବାର୍ତ ୱାତାନ୍ । ପିଲାତ ହେୱାରିଂ ଇଚାନ୍‌, ହୁଡ଼ାଟ୍‌, ଇୱାନ୍‌ “ହେ ମାନାୟ୍‌!”
6 जब प्रधान पुरोहितों और सेवकों ने मसीह येशु को देखा तो चिल्लाकर कहने लगे, “क्रूसदंड! क्रूसदंड!” पिलातॉस ने उनसे कहा, “इसे ले जाओ और तुम ही दो इसे मृत्यु दंड क्योंकि मुझे तो इसमें कोई दोष नहीं मिला.”
ହେବେଣ୍ଡାଂ ମୁଡ଼୍‌ ମାପ୍ରୁହେବାକିନାକାନ୍‌ ଆରି ମନ୍ଦିର୍‌ କାନାକାର୍‌ ତାଙ୍ଗେଙ୍ଗ୍‌ ହୁଡ଼୍‌ଜି କିକିରାଡିଂ କିଜ଼ି ଇଚାର୍‌, “କ୍ରୁସ୍‌ତ ଦୁପାଟ୍‌, କ୍ରୁସ୍‌ତ ଦୁପାଟ୍‌ ।” ପିଲାତ ହେୱାରିଂ ଇଚାନ୍‌, “ଏପେଙ୍ଗ୍‌ ହେୱାନିଂ ଅଜ଼ି କ୍ରୁସ୍‌ତ ଦୁପାଟ୍‌, ଇନାକିଦେଂକି ଆପେଂ ତା ତାକେ ଇନାକାପା ଦସ୍‌ ପାୟା ଆଉପା ।”
7 यहूदी अगुओं ने उत्तर दिया, “हमारा एक नियम है. उस नियम के अनुसार इस व्यक्ति को मृत्यु दंड ही मिलना चाहिए क्योंकि यह स्वयं को परमेश्वर का पुत्र बताता है.”
ଜିହୁଦିର୍‌ ତାଙ୍ଗେଙ୍ଗ୍‌ ଉତର୍‌ ହିତାର୍‌, “ମାଦାଂ ରଞ୍ଜାଙ୍ଗ୍‌ ବିଦି ମାନାନ୍‌ ଆରି ହେ ରିତି ହୁକେ ହେୱାନ୍‌ ହାନି ଲଡ଼ା, ଇନାକିଦେଂକି ହେୱାନ୍‌ ଜାର୍‌ତିଂ ଇସ୍ୱର୍‌ ମାଜ଼ି ଇଞ୍ଜି ଇନାନ୍ନା ।”
8 जब पिलातॉस ने यह सुना तो वह और अधिक भयभीत हो गया.
ହେବେଣ୍ଡାଂ ପିଲାତ ଇ କାତା ୱେନ୍‌ଞ୍ଜି ଆଦିକ୍‌ ପାଣ୍ଡ୍ରା ଆତାନ୍‌;
9 तब उसने दोबारा राजमहल में जाकर मसीह येशु से पूछा, “तुम कहां के हो?” किंतु मसीह येशु ने उसे कोई उत्तर नहीं दिया.
ଆରେ, ହେୱାନ୍‌ ଆରେ ରଗ ବାଙ୍ଗ୍‌ଲାତ ହଣ୍‍ଗିସ୍ ଜିସୁଙ୍ଗ୍‌ ୱେନ୍‌ବାତାନ୍‌, “ଏନ୍‌ ଇମେଣ୍ଡାଂ ୱାତାୟ୍‌ନା?” ମାତର୍‌ ଜିସୁ ତାଙ୍ଗେଙ୍ଗ୍‌ ଉତର୍‌ ହିୱାତାନ୍ ।
10 इसलिये पिलातॉस ने उनसे कहा, “तुम बोलते क्यों नहीं? क्या तुम नहीं जानते कि मुझे यह अधिकार है कि मैं तुम्हें मुक्त कर दूं और यह भी कि तुम्हें मृत्यु दंड दूं?”
ହେବେଣ୍ଡାଂ ପିଲାତ ତାଙ୍ଗେଙ୍ଗ୍‌ ଇଚାନ୍‌, “ନାଙ୍ଗେଙ୍ଗ୍‌ କାତା ଇଞ୍ଜୁୟା? ନିଙ୍ଗେଙ୍ଗ୍‌ ମୁକ୍‌ଡ଼ାୟ୍ କିଦେଙ୍ଗ୍‌ ମା ଆଦିକାର୍‌ ମାନାତ୍‌ ଆରି ନିଙ୍ଗେଙ୍ଗ୍‌ କ୍ରୁସ୍‌ତ ଦୁପ୍‌ତେଦେଂ ମା ଆଦିକାର୍‌ ମାନାତ୍‌, ଇଦାଂ କି ଏନ୍‌ ପୁନୁୟା?”
11 मसीह येशु ने उत्तर दिया, “आपका मुझ पर कोई अधिकार न होता यदि वह आपको ऊपर से न दिया गया होता. अत्यंत नीच है उसका पाप, जिसने मुझे आपके हाथ सौंपा है.”
ଜିସୁ ଉତର୍‌ ହିତାନ୍‌, “ଜଦି ଇସ୍ୱର୍‌ ତାଙ୍ଗ୍‌ ହତ୍‌ୱାଦାଙ୍ଗ୍‌ ମାଚିସ୍‌, ତା ଆତିସ୍‌ ନା ବିରୁଦ୍‌ତ ନିନ୍ଦାଂ ଇନାକାପା ଆଦିକାର୍‌ ମାନ୍‌ୱାତାତ୍‌ମା, ଲାଗିଂ ଜେ ନାଙ୍ଗେଙ୍ଗ୍‌ ନି କେଇଦ ହେଲାୟ୍‌ କିତାଙ୍ଗ୍‌ନା, ତା ପାପ୍‌ ଅଲପ୍‍ ।”
12 परिणामस्वरूप पिलातॉस ने उन्हें मुक्त करने के यत्न किए किंतु यहूदी अगुओं ने चिल्ला-चिल्लाकर कहा, “यदि आपने इस व्यक्ति को मुक्त किया तो आप कयसर के मित्र नहीं हैं. हर एक, जो स्वयं को राजा दर्शाता है, वह कयसर का विरोधी है.”
ହେବେଣ୍ଡାଂ ପିଲାତ ଜିସୁଙ୍ଗ୍‌ ମୁକ୍‌ଡ଼ାୟ୍ କିଦେଙ୍ଗ୍‌ ସେସ୍ଟା କିତାନ୍‌, ମାତର୍‌ ଜିହୁଦିର୍‌ କିକିରାଡିଂ କିଜ଼ି ଇଚାର୍‌, “ଜଦି ଏନ୍‌ ଇ ମାନାୟ୍‌ତିଂ ମୁକ୍‌ଡ଼ାୟ୍ କିନାୟ୍‌, ତା ଆତିସ୍‌ ଏନ୍‌ ସମ୍‌ରାଟ୍‌ତିଂ ସାଙ୍ଗ ଆକାୟ୍‌; ଇନେର୍‌କି ଜାର୍‌ତିଂ ରାଜା ଇଞ୍ଜି ଇନାନ୍‌, ହେୱାନ୍‌ କାଇସର୍‌ତିଂ ବିରୁତ୍‌ତାଂ କାତା ଇନାନ୍‌ ।”
13 ये सब सुनकर पिलातॉस मसीह येशु को बाहर लाया और न्याय आसन पर बैठ गया, जो उस स्थान पर था, (जिसे इब्री भाषा में गब्बथा अर्थात् चबूतरा कहा जाता है).
ପିଲାତ ଇ ୱିଜ଼ୁ କାତା ୱେନ୍‌ଞ୍ଜି ଜିସୁଙ୍ଗ୍‌ ହପ୍‌ଚି ତାସି “କାଲ୍‌କୁମଣ୍ଡମ୍‌,” ଇନେରିଂ ଏବ୍ରି ବାସାତ “ଗବ୍‌ବତା,” ଇଞ୍ଜି ଇଚାନ୍‌, ହେ ବିଚାର୍‌ କିନି ବାହାତ କୁଚ୍‌ଚାନ୍‌ ।
14 यह फ़सह की तैयारी के दिन का छठा घंटा था. पिलातॉस ने यहूदी अगुओं से कहा. “यह लो, तुम्हारा राजा.”
ହେ ଦିନ୍‌ ନିସ୍ତାର୍‌ ପାର୍ବୁନି ଜାଲ୍‌ଦି କିନି ଦିନ୍‌, ଆରେ ହେୱାଡ଼ାଂ ବେସିଆଉତିସ୍ ୱେଡ଼ାଲିଂ ସମୁ ଆଜ଼ି ମାଚାତ୍‌ । ଆରେ, ପିଲାତ ଜିହୁଦିରିଂ ଇଚାନ୍‌, “ହୁଡ଼ାଟ୍‌, ମି ରାଜା!”
15 इस पर वे चिल्लाने लगे, “इसे यहां से ले जाओ! ले जाओ इसे यहां से और मृत्यु दंड दो!” पिलातॉस ने उनसे पूछा, “क्या मैं तुम्हारे राजा को मृत्यु दंड दूं?” प्रधान पुरोहितों ने कहा, “कयसर के अतिरिक्त हमारा कोई राजा नहीं है.”
ହେବେଣ୍ଡାଂ ହେୱାର୍‌ କିର କିତାର୍‌, “ତାଙ୍ଗେଙ୍ଗ୍‌ ଅହାଟ୍‌, ଅହାଟ୍‌, କ୍ରୁସ୍‌ତ ଦୁପାଟ୍‌ ।” ପିଲାତ ହେୱାରିଂ ଇଚାନ୍‌, ଆପ୍‌ ଇନାକା ମି ରାଜାଙ୍ଗ୍‌ କ୍ରୁସ୍‌ତ ଦୁପ୍‍ନାପ୍‌ କି? ମୁଡ଼୍‌ ମାପ୍ରୁହେବାକିନାକାର୍‌ ଉତର୍‌ ହିତାର୍‌, “କାଇସର୍‌ତିଂ ପିସ୍ତି ମାଙ୍ଗେଙ୍ଗ୍‌ ଆରେ ରାଜା ଇନେର୍‌ ହିଲୁନ୍ ।”
16 तब पिलातॉस ने क्रूस-मृत्युदंड के लिए मसीह येशु को उनके हाथ सौंप दिया. तब सैनिक मसीह येशु को उस स्थान से ले गए.
ହେବେଣ୍ଡାଂ ହେୱାନ୍‌ ଇନେସ୍‌ କ୍ରୁସ୍‌ତ ଦୁପ୍‌ୟା ଆତାନ୍‌ମା, ଇଦାଂ କାଜିଂ, ହେୱାନ୍‌ ହେୱାନିଂ ହେୱାର୍‌ ଇଚାତାଂ ହେଲାୟ୍‌ କିତାନ୍‌, ତା ପାଚେ ଜିସୁଙ୍ଗ୍‌ ଅଜ଼ି ହାଚାର୍‌ ।
17 मसीह येशु अपना क्रूस स्वयं उठाए हुए, उस जगह गये जो इब्री भाषा में गोलगोथा कहलाता है, जिसका अर्थ है खोपड़ी का स्थान.
ଆରେ, ଜିସୁ ନିଜେ କ୍ରୁସ୍‌ ପିଣ୍‌ଜି ନିନ୍ଦାଣ୍‌ ତର୍‌ନି ବାହାତ ହାଚାନ୍‌, “ଇମ୍‌ଣାକା ଏବ୍ରି ବାସାତାଂ ଗଲ୍‌ଗତା ଇଞ୍ଜି ଇନାର୍‌, ହେବେ ହସି ହାଚାର୍‌ ।”
18 वहां उन्होंने मसीह येशु को अन्य दो व्यक्तियों के साथ उनके मध्य क्रूस पर चढ़ाया.
ହେବେ ହେୱାର୍‌ ଜିସୁଙ୍ଗ୍‌ କ୍ରୁସ୍‌ତ ଦୁପ୍‌ତାର୍‌ ଆରି ତା ଲାହାଙ୍ଗ୍‌ ଆରେ ରିୟାରିଂ ଦୁପ୍‌ତାର୍‌, ରିକଣ୍ଡାଂ ରିକାରିଙ୍ଗ୍ ଆରି ମାଦି ଜିସୁଙ୍ଗ୍‌ ।
19 पिलातॉस ने एक पटल पर लिखकर क्रूस पर लगवा दिया. नाज़रेथ का येशु, यहूदियों का राजा.
ଆରେ, ପିଲାତ ର ଦାବା କାଗଜ୍‌ ପା ଲେକିକିଜ଼ି କ୍ରୁସ୍‌ ଜପି ଡାଚ୍‌ଚାନ୍‌ । “ହେବେ ଲେକା ମାଚାତ୍‌, ନାଜରିତିୟ ଜିସୁ, ଜିହୁଦିର୍‌ ରାଜା ।
20 यह अनेक यहूदियों ने पढ़ा क्योंकि मसीह येशु को क्रूस पर चढ़ाए जाने का स्थान नगर के समीप ही था. यह इब्री, लातीनी और यूनानी भाषाओं में लिखा था.
ଜିହୁଦିର୍‌ ବିତ୍ରେ ହେନି ଇ ଦାବା କାଗଜ୍‌ ପଡ଼ି କିତାର୍‌, ଇନାକିଦେଂକି ଇମ୍‌ଣି ବାହାତ ଜିସୁଙ୍ଗ୍‌ କ୍ରୁସ୍‌ତ ଦୁପ୍‌ଚି ମାଚାର୍‌, ହେଦାଂ ଗାଡ଼୍‌ନି ଲାଗେ ମାଚାତ୍‌; ଆରେ, ହେ କାଗଜ୍‌ ଏବ୍ରି, ଲାଟିନ୍, ଆରି ଗ୍ରିକ୍‌ ବାସାତ ଲେକା ଆଜ଼ି ମାଚାତ୍‌ ।
21 इस पर यहूदियों के प्रधान पुरोहितों ने पिलातॉस से कहा, “यहूदियों का राजा मत लिखिए परंतु वह लिखिए, जो उसने कहा था: ‘मैं यहूदियों का राजा हूं.’”
ଲାଗିଂ ଜିହୁଦିର୍‌ ମୁଡ଼୍‌ ମାପ୍ରୁହେବାକିନାକାର୍ ପିଲାତଂ ଇଚାର୍‌, ଜିହୁଦିର୍‌ ରାଜା ଇଞ୍ଜି ଲେକିକିୱାଦାଂ ଇଚିସ୍‌ ଆନ୍‌ ଜିହୁଦିର୍‌ ରାଜା ଇଞ୍ଜି ହେୱାନ୍‌ ଇଚାନ୍‌, ଇଦାଂ ଲେକିକିୟାଟ୍‌ ।”
22 पिलातॉस ने उत्तर दिया, “अब मैंने जो लिख दिया, वह लिख दिया.”
ପିଲାତ ଉତର୍‌ ହିତାନ୍‌, “ଆପେଂ ଇମ୍‌ଣାକା ଲେକିକିତାପ୍‌ନା, ଲେକିକିତାପ୍‌ନା ।”
23 सैनिकों ने मसीह येशु को क्रूसित करने के बाद उनके बाहरी कपड़े लेकर चार भाग किए और आपस में बांट लिए. उनके अंदर का वस्त्र जोड़ रहित ऊपर से नीचे तक बुना हुआ था.
ମେଲ୍ୟାର୍‌ ଜିସୁଙ୍ଗ୍‌ କ୍ରୁସ୍‌ତ ଦୁପ୍‌ଚି ପାଚେ ହେୱାନ୍ତି ଆଙ୍ଗି ଅଜ଼ି ଚାରି ବାଟା କିତାର୍‌, ୱିଜ଼ାକାର୍‌ ମେଲ୍ୟାର୍‌ କାଜିଂ ର ର ବାଟା, ଆରେ ହେୱାର୍‌ ହେୱାନ୍ତି ଆଙ୍ଗି ପା ଅତାର୍‌ । ହେ ଆଙ୍ଗି ଡ଼ଚିଆ ଆୱାଦାଂ ଜପିତାଂ ତାରେନ୍‌ ପାତେକ୍‌ ୱିଜ଼ୁ ଡ଼ଚ୍‌ୟା ଆଜ଼ି ମାଚାତ୍‌ ।
24 इसलिये सैनिकों ने विचार किया, “इसे फाड़ें नहीं परंतु इस पर पासा फेंककर निर्णय कर लें कि यह किसको मिलेगा.” सैनिकों ने जो किया उससे पवित्र शास्त्र का इस लेख पूरा हो गया: “उन्होंने मेरा बाहरी कपड़ा आपस में बांट लिया, और मेरे अंदर के वस्त्र के लिए पासा फेंका.”
ଲାଗିଂ ମେଲ୍ୟାର୍‌ ରକାନ୍ ଆରେ ରକାନିଂ ଇଚାର୍‌, “ଇଦାଂ ହେନ୍ଦ୍ରା କେଚୁସ୍, ମାତର୍‌ ଇଦାଂ ଇନେର୍‌ତି ଆନାତ୍‌, ହେଦାଂ କାଜିଂ ଦରମ୍‌ଗୁଲି କିନାସ୍‌,” ଇନେସ୍‌କି ଦରମ୍‌ ସାସ୍ତର୍‌ତାକେ ଇ ବଚନ୍‌ ପୁରା ଆନାତ୍‌, ହେୱାର୍‌ ଜାର୍‌ ଜାର୍‌ ବିତ୍ରେ ନା ଆଙ୍ଗି ବାଟା କିତାର୍‌, “ଆରେ ନା ଆଙ୍ଗି କାଜିଂ ଦରମ୍‌ଗୁଲି କିତାର୍‌ । ଲାଗିଂ ମେଲ୍ୟାର୍‌ ଇ ସବୁ କିତାର୍‌ ।”
25 मसीह येशु के क्रूस के समीप उनकी माता, उनकी माता की बहन, क्लोपस की पत्नी मरियम और मगदालावासी मरियम खड़ी हुई थी.
ମାତର୍‌ ଜିସୁତି କ୍ରୁସ୍‌ ଲାଗେ ହେ ତେହି ମରିୟମ୍‌, ହେୱାନ୍‌ ତେହି ତଣ୍‌ଦେହି, କଲପାତି ଡକ୍ରୁହି ମରିୟମ୍‌, ଆରି ମଗ୍‌ଦଲିନି ମରିୟମ୍‌ ନିଲ୍‌ଚି ମାଚିକ୍‌ ।
26 जब मसीह येशु ने अपनी माता और उस शिष्य को, जो उनका प्रियजन था, वहां खड़े देखा तो अपनी माता से बोले, “हे स्त्री! यह आपका पुत्र है.”
ଜିସୁ ଜାର୍‌ ଆୟା ଆରି ଇମ୍‌ଣି ଚେଲାଂ ଜିଉନଜ଼ି ମାଚାନ୍‌, ହେ ଲାଗାଂ ନିଲ୍‌ଚି ମାନାକା ହୁଡ଼୍‌ଜି ତାଡ଼ିଙ୍ଗ୍ ଇଚାନ୍‌, “ହୁଡ଼ା ନି ମାଜ଼ି!”
27 और उस शिष्य से बोले, “यह तुम्हारी माता है.” उस दिन से वह शिष्य मरियम का रखवाला बन गया.
ତା ପାଚେ ହେୱାନ୍‌ ହେ ଚେଲାଂ ଇଚାନ୍‌, ହୁଡ଼ାଟ୍‌, “ଇଦେଲ୍‌ ମିଞ୍ଜି ଆୟା!” ଆରେ, ହେ ସମୁତାଂ ହେ ଚେଲା ତାଙ୍ଗେଙ୍ଗ୍‌ ଜାର୍‌ ଇଞ୍ଜ ଅଜ଼ି ହାଚାନ୍‌ ।
28 इसके बाद मसीह येशु ने यह जानते हुए कि अब सब कुछ पूरा हो चुका है, पवित्र शास्त्र का लेख पूरा करने के लिए कहा, “मैं प्यासा हूं.”
ଇଦାଂ ପାଚେ ଜିସୁ ଦରମ୍‌ ସାସ୍ତର୍‌ ବଚନ୍‌ ଇନେସ୍‌ ପୁରା ଆନାତ୍‌, ଇଦାଂ କାଜିଂ ୱିଜ଼ୁ ବିସ୍ରେ ନଂଗୟ୍ ୱିସ୍ତାତ୍‍ନା ଇଞ୍ଜି ପୁଞ୍ଜି ଇଚାନ୍‌, “ନାଙ୍ଗେଙ୍ଗ୍‌ ଏସ୍‌କି କିଦ୍‌ନାତା ।”
29 वहां दाखरस के सिरके से भरा एक बर्तन रखा था. लोगों ने उसमें स्पंज भिगो जूफ़ा पौधे की टहनी पर रखकर उनके मुख तक पहुंचाया.
ହେବେ କେନିରାସ୍‌ ବାର୍ତି ର ବାହା ମାଚାତ୍‌; ଲାଗିଂ ହେୱାର୍‌ କେନିରାସ୍‌ ବାର୍ତି ର ରୁଆ ଉଚୁଟିଂ ଏଜପନାଲତ ଡେଙ୍ଗା ବେଡ୍‌ଗା ଆହି କିଜ଼ି ତାଙ୍ଗ୍‌ ମୁମ୍‌ ଲାଗାଂ ହିତାର୍‌ ।
30 उसे चखकर मसीह येशु ने कहा, “अब सब पूरा हो गया” और सिर झुकाकर प्राण त्याग दिए.
ହେବେଣ୍ଡାଂ ଜିସୁ ହେ କେନିରାସ୍‌ ଉଣ୍‌ଜି ଇଚାନ୍‌, ୱିସ୍ତାତ୍; ଆରେ, ହେୱାନ୍‌ କାପ୍‌ଡ଼ା ତାରେନ୍‌ କିଜ଼ି ଜିବୁନ୍‌ ପିସ୍ତାନ୍‌ ।
31 वह फ़सह की तैयारी का दिन था. इसलिये यहूदी अगुओं ने पिलातॉस से निवेदन किया कि उन लोगों की टांगें तोड़कर उन्हें क्रूस से उतार लिया जाए जिससे वे शब्बाथ पर क्रूस पर न रहें क्योंकि वह एक विशेष महत्व का शब्बाथ था.
ହେ ଦିନ୍‌ ଜାଲ୍‌ଦି କିନି ଦିନ୍‌ ମାଚିଲେ, ଗାଗାଡ଼୍‌ ଇନେସ୍‌ ଜମ୍‌ନିବାର୍‌ ନାଜିଂ କ୍ରୁସ୍‌ ଜପି ମାନ୍‍ଗୁତ୍ ଇନାକିଦେଂକି ହେ ଜମ୍‌ନିବାର୍‌ ଗାଜା ଦିନ୍‌ ମାଚାତ୍‌, ହେଦାଂ କାଜିଂ ହେୱାର୍‌ତି କାଲ୍‌କୁ ଡ୍ରିକ୍‍କାଟ୍‌ ଆରି ହେୱାରିଂ କ୍ରୁସ୍‌ତ ତାଙ୍ଗ୍‌ ତାରେନ୍‌ ଜୁତ୍‌ତାଟ୍‌ ବିନ୍‌ ବାହାତ ଅୟାଆୟେର୍‌ ଇଞ୍ଜି ଜିହୁଦି ନେତାର୍‌ ପିଲାତଂ ଗୱାରି କିତାର୍‌ ।
32 इसलिये सैनिकों ने मसीह येशु के संग क्रूस पर चढ़ाए गए एक व्यक्ति की टांगें पहले तोड़ीं और तब दूसरे की.
ଲାଗିଂ ମେଲ୍ୟାର୍‌ ୱାଜ଼ି ପର୍ତୁମ୍‌ ନିକାନିଂ କାଲ୍‌ ଆରି ତା ହୁଦାଂ ଇମ୍‌ଣି ରକାନ୍‌ କ୍ରୁସ୍‌ତ ଦୁପ୍‌ୟା ଆଜ଼ି ମାଚାନ୍‌, ତା କାଲ୍‌ ପା ଡ୍ରିକ୍‌ତାର୍‌ ।
33 जब वे मसीह येशु के पास आए तो उन्हें मालूम हुआ कि उनके प्राण पहले ही निकल चुके थे. इसलिये उन्होंने उनकी टांगें नहीं तोड़ीं
ମତର୍‌ ହେୱାର୍‌ ଜିସୁତି ଲାଗେ ୱାଜ଼ି ହେୱାନ୍‌ ହାତାନେ ଇଞ୍ଜି ହୁଡ଼୍‌ଜି ହେୱାନ୍ତି କାଲ୍‌ ଡ୍ରିକ୍‌ୱାତାର୍,
34 किंतु एक सैनिक ने उनकी पसली को भाले से बेधा और वहां से तुरंत लहू व जल बह निकला.
ମେଲ୍ୟାର୍‌ ବିତ୍ରେ ରକାନ୍‌ ବାଲାତାଂ ହେୱାନିଂ କଚଣ୍‌ତ କୁନ୍‌ତାନ୍‌, ଆରେ ଦାପ୍ରେ ନେତେର୍‌ ଆରି ଏଜ଼ୁଂ ହତ୍‌ତିକ୍‌ ।
35 वह, जिसने यह देखा, उसने गवाही दी है और उसकी गवाही सच्ची है—वह जानता है कि वह सच ही कह रहा है, कि तुम भी विश्वास कर सको.
ଇନେର୍‌ ହୁଡ଼୍‌ତାର୍‌ନା, ହେୱାନ୍‌ ସାକି ହିନାନା, ଇନେସ୍‌କି ଏପେଙ୍ଗ୍‌ ପା ପାର୍ତି କିୟାଟ୍‌; ଆରେ, ହେୱାନ୍ତି ସାକି ହାତ୍‌ପା, ଆରେ ହେୱାନ୍‌ ଜେ ହାତ୍‌ପା ଇନାନ୍ନା, ଇଦାଂ ହେୱାନ୍‌ ପୁନାନ୍‌ ।
36 यह इसलिये हुआ कि पवित्र शास्त्र का यह लेख पूरा हो: उसकी एक भी हड्डी तोड़ी न जाएगी.
ଇନାକିଦେଂକି ଦରମ୍‌ ସାସ୍ତର୍‌ ଇ ବଚନ୍‌ ପୁରା ଆଦେଂ କାଜିଂ ଇ ୱିଜ଼ୁ ବିସ୍ରେ ଗିଟା ଆତାତ୍‌, “ହେୱାନ୍ତି ଉଚୁକ୍‌ ପା ପ୍ଡେନ୍‌ ଡ୍ରିଙ୍ଗୁତ୍ ।”
37 पवित्र शास्त्र का एक अन्य लेख भी इस प्रकार है: वे उसकी ओर देखेंगे, जिसे उन्होंने बेधा है.
ଆରେ ରଗ ଦରମ୍‌ ସାସ୍ତର୍‌ ଆରେ ର ବଚନ୍‌ ଇଦାଂ ଲେକାଆତାତ୍‌ନା, ହେୱାର୍‌ ଇନେରିଂ ଅସ୍ତାର୍‌, ହେୱାନ୍‌ କାଜିଂ ହୁଡ଼୍‌ନାନ୍ ।
38 अरिमथियावासी योसेफ़ यहूदी अगुओं के भय के कारण मसीह येशु का गुप्‍त शिष्य था. उसने पिलातॉस से मसीह येशु का शव ले जाने की अनुमति चाही. पिलातॉस ने स्वीकृति दे दी और वह आकर मसीह येशु का शव ले गया.
ଇ ସବୁ ଗଟ୍‌ଣା ପାଚେ, ଇମ୍‌ଣି ହାରାମାତିୟାତି ଜସେପ୍‌ ଜିସୁତି ରକାନ୍‌ ଚେଲା ମାଚାନ୍‌, ମାତର୍‌ ଜିହୁଦି ନେତାର୍‌ ପାଣ୍ଡ୍ରୁତିଂ ଡ଼ୁଗ୍‌ଜି ମାଚାନ୍‌, ହେୱାନ୍‌ ଜିସୁତି ଗାଗାଡ଼୍‌ ଅଦେଂ କାଜିଂ ପିଲାତଂ ଗୱାରି କିତାନ୍‌ । ହେବେ ପିଲାତ ପିସ୍ତି ହିତାନ୍‌ । ଲାଗିଂ ହେୱାନ୍‌ ୱାଜ଼ି ହେୱାନ୍ତି ଗାଗାଡ଼୍‌ ଅତାର୍‌ ।
39 तब निकोदेमॉस भी, जो पहले मसीह येशु से भेंट करने रात के समय आए थे, लगभग तैंतीस किलो गन्धरस और अगरू का मिश्रण लेकर आए.
ଇମ୍‌ଣି ନିକଦିମ୍‌ ପର୍ତୁମ୍‌ ନାଣା ସମୁତ ହେ ଲାଗାୟ୍‌ ୱାଜ଼ି ମାଚାନ୍‌, ହେୱାନ୍‌ ପା କମ୍‌ସେକମ୍‌ ତିରିସ୍‌ କେଜି ବାସ୍‌ନା ଚିକାଣ୍‌ ମିହାଆତି ଅଙ୍ଗୁର୍‌ ତାହିୱାତାନ୍‌ ।
40 इन लोगों ने मसीह येशु का शव लिया और यहूदियों की अंतिम संस्कार की रीति के अनुसार उस पर यह मिश्रण लगाकर कपड़े की पट्टियों में लपेट दिया.
ହେୱାର୍‌ ଜିସୁତି ଗାଗାଡ଼୍‌ ଅଜ଼ି ଜିହୁଦିର୍ତି ମାଡ଼ା ମୁଚ୍‌ନି ବିଦି ଲାକେ ହେଦାଂ ହାର୍‌ଦି ବାସ୍‌ନା ଜିନିସ୍‌ ହୁକେ କୱାଣ୍‌ ହେନ୍ଦ୍ରାତ ହୁର୍ପାତାର୍ ।
41 मसीह येशु को क्रूसित किए जाने के स्थान के पास एक उपवन था, जिसमें एक नई कब्र की गुफ़ा थी. उसमें अब तक कोई शव नहीं रखा गया था.
ହେୱାନ୍‌ ଇମ୍‌ଣି ବାହାତ କ୍ରୁସ୍‌ ଦୁପ୍‌ୟା ଆଜ଼ି ମାଚାନ୍‌, ହେ ବାହାତ ର ବାଡ଼୍‌ ମାଚାତ୍‌, ଆରେ ହେ ବାଡ଼୍‌ଦ ର ପୁନି ଦୁଗେର୍‌ ମାଚାତ୍‌, ହେବେ ଇନେର୍‌ ଇନାୱାଡ଼ାଂ ଇଟ୍ୟା ଆୱାଦାଂ ମାଚାର୍‌ ।
42 इसलिये उन्होंने मसीह येशु के शव को उसी कब्र की गुफ़ा में रख दिया क्योंकि वह पास थी और वह यहूदियों के शब्बाथ की तैयारी का दिन भी था.
ଆରେ, ଜିହୁଦିର୍ତି ଜାଲ୍‌ଦି କିନି ଦିନ୍‌ କାଜିଂ ହେ ବାହାତ ହେୱାର୍‌ ଜିସୁଙ୍ଗ୍‌ ଇଟ୍‌ତାର୍‌, ଇନାକିଦେଂକି ହେ ଦୁଗେର୍‌ ଲାଗାୟ୍‌ ମାଚାତ୍‌ ।

< यूहन्ना 19 >