< यशायाह 16 >
1 सेला नगर से ज़ियोन की बेटी के पर्वत पर, बंजर भूमि से हाकिम के लिए, एक मेमना तैयार करो.
Envoyez les agneaux du chef du pays de Séla par le désert à la montagne de la fille de Sion!
2 आरनोन के घाट पर मोआब की बेटियां ऐसी हो गईं, जैसे घोंसले से पक्षियों के बच्चों को उड़ा दिया गया हो.
Car les filles de Moab, les riverains de l'Arnon, seront telles qu'un oiseau fugitif, qu'une couvée effarouchée.
3 “हमें समझाओ, हमारा न्याय करो, और दिन में हमें छाया दो. घर से निकाले हुओं को सुरक्षा दो, भागे हुओं को मत पकड़वाओ.
« Donnez conseil, intercédez! abrite-nous de ton ombre comme de la nuit, dans le milieu du jour; cache des bannis, ne trahis pas le fugitif!
4 मोआब के घर से निकाले हुओं को अपने बीच में रहने दो; विनाश करनेवालों से मोआब को बचाओ.” क्योंकि दुःख का अंत हो चुका है, और कष्ट समाप्त हो चुका है; और जो पैरों से कुचलता था वह नाश हो चुका है.
Que mes bannis, les bannis de Moab, puissent séjourner chez toi! sois pour eux un asile contre le dévastateur! car l'oppression aura une fin, le ravage cessera, l'oppresseur se retirera du pays.
5 तब दया के साथ एक सिंहासन बनाया जाएगा; और दावीद के तंबू में एक व्यक्ति सच्चाई के साथ विराजमान होगा— यह वह व्यक्ति है जो न्याय से निर्णय करेगा और सच्चाई से काम करने में देरी न करेगा.
Ainsi la bonté affermira le trône, où siégera fidèlement dans la tente de David un juge attaché aux lois, versé dans la justice. » –
6 हमने मोआब के अहंकार— उसके अभिमान, गर्व और क्रोध के बारे में सुना है; वह सब झूठा था.
« Nous savons quel est l'orgueil de Moab orgueilleux à l'excès, sa hauteur et son orgueil, et son insolence, et son vain parler. »
7 इसलिये मोआब को मोआब के लिए रोने दो. और कीर-हेरासेथ नगर की दाख की टिकियों के लिए दुःखी होगा.
Aussi, que Moab gémisse sur Moab! que tous gémissent! sur les ruines de Kir-Charéseth lamentez-vous, tout abattus!
8 हेशबोन के खेत तथा सिबमाह के दाख की बारी सूख गई हैं; देशों के शासकों ने अच्छी फसल को नुकसान कर दिया.
car les campagnes de Hesbon languissent, elle languit la vigne de Sibma dont les nobles ceps enivraient les maîtres des nations, atteignaient à Jaëser, erraient dans le désert; dont les pampres s'étendaient, traversaient la mer.
9 इसलिये मैं याज़र के लिए रोऊंगा, और सिबमाह के दाख की बारी के लिए दुःखी होऊंगा. हेशबोन तथा एलिआलेह, मैं तुम्हें अपने आंसुओं से भिगो दूंगा! क्योंकि तुम्हारे फल और तुम्हारी उपज की खुशी समाप्त हो गई है.
Aussi je pleure, comme Jaëser pleure la vigne de Sibma; je t'arrose de mes larmes, Hesbon et Élealé, parce que l'alarme fond sur ta vendange et sur tes récoltes.
10 फलदायी बारी से आनंद और उनकी खुशी छीन ली गई है; दाख की बारी में से भी कोई खुशी से गीत नहीं गाएगा; कोई व्यापारी दाखरस नहीं निकाल रहा है, क्योंकि मैंने सब की खुशी खत्म कर दी है.
La joie et l'allégresse est chassée des vergers, et dans les vignes plus de gais chants! plus de cris éclatants! plus de pressureur qui foule le vin dans les cuves! j'ai fait cesser les chansons.
11 मेरा मन मोआब के लिए और ह्रदय कीर-हेरासेथ के लिए वीणा के समान आवाज करता है.
Aussi ma poitrine soupire sur Moab, comme le luth, et mon cœur sur Kir-Charès.
12 जब मोआब ऊंचाई पर जाकर थक जाए और प्रार्थना करने के लिए पवित्र स्थान में जाता है, उससे उनको कोई फायदा नहीं होगा.
Et que Moab se présente, se fatigue sur les hauts lieux, et entre dans son sanctuaire pour prier! il n'obtiendra rien.
13 यह मोआब के लिये पहले कहा हुआ याहवेह का वचन है.
Telle est la parole qu'a prononcée jadis l'Éternel sur Moab.
14 परंतु अब याहवेह ने यों कहा: “मजदूरों की तीन वर्षों की गिनती के अनुसार, मोआब का वैभव तिरस्कार में तुच्छ जाना जाएगा और उसके बचे हुए अत्यंत कम और कमजोर होंगे.”
Mais maintenant l'Éternel parle et dit: Dans trois ans, comme des années de mercenaires, la gloire de Moab tombera dans le mépris avec toute cette grande multitude, et le reste en sera très petit, bien peu considérable.