< इब्रानियों 9 >
1 पहली वाचा में भी परमेश्वर की आराधना तथा सांसारिक मंदिर के विषय में नियम थे.
उसा पैली बाचा जो जड़ी बड़े पेहले, मूसा दे जरिये इस्राएल दे लोकां जो दीतियो थी। उदे च परमेश्वरे दी अराधना करणे दे सारे नियम कने कनून थे कने इसा धरती पर अराधना तांई लोकां दा बणाया मिलाप दा इक पबित्र तम्बू भी था।
2 क्योंकि एक तंबू बनाया गया था, जिसके बाहरी कमरे में दीपस्तंभ, चौकी तथा पवित्र रोटी रखी जाती थी. यह तंबू पवित्र स्थान कहलाता था.
ऐ तम्बू जानवरां दिया खल्ली ला बणया था, उस तम्बूऐ बिच उना इक पर्दा लटकाई दिता कने दो कमरे बणाई दिते, पेहले कमरे च इक धूपदान, कने मेज थी जिसा पर परमेश्वरे जो चढ़ाईयां रोटियां रखदे थे, कने इस कमरे जो पबित्र जगा बोलदे थे।
3 दूसरे पर्दे से आगे जो तंबू था, वह परम पवित्र स्थान कहलाता था,
कने तम्बूऐ दे दुज्जे कमरे जो जड़ा परदे पिच्छे था, उसयो परम पबित्र जगा बोलदे न।
4 वहां धूप के लिए सोने की वेदी, सोने की पत्रियों से मढ़ी हुई वाचा का संदूक, जिसमें मन्ना से भरा सोने का बर्तन, हमेशा कोमल पत्ते लगते रहनेवाली हारोन की लाठी तथा वाचा की पटियां रखे हुए थे.
उस दुज्जे कमरे च सोने दी धूपदानी थी, कने चारो पासे ला सोने दा मढ़या सन्दुक था जिसयो बाचा दा सन्दुक बोलदे न। कने उदे च सोने दे भांडयां च मन्ना भरीरी रखया था, कने हारून दा डंडा भी था जिदे पर खिलयो पत्ते लगयो थे, आखरी च इदे च दो पथरे दियां पटियां थियां, जिना पर परमेश्वरे सै दस हुकम लिखयो थे, जड़े मूसा जो दितयो थे।
5 इसके अलावा संदूक के ऊपर तेजोमय करूब करुणासन को ढांपे हुए थे. परंतु अब इन सबका विस्तार से वर्णन संभव नहीं.
इदे इलाबा सन्दुके प्राला दो फंगा बाले करुब बणयो थे, जड़े इसा गल्ला दा संकेत था की परमेश्वर उस जगा पर था। उना अपणे फंगा ला उसा जगा जो ढक्या था, जिस पर महायाजक खून छिड़कदा था, ताकि लोकां दे पाप माफ होई सकन। पर हुण असां इना चीजां दे बारे च इक-इक करिरी दस्सी नी सकदे।
6 इन सबके ऐसे प्रबंध के बाद परमेश्वर की आराधना के लिए पुरोहित हर समय बाहरी तंबू में प्रवेश किया करते थे.
इस तरीके ला उना इना सारियां चीजां जो तम्बूऐ दे दों कमरयां च तैयार किता। याजक हर रोज उस पेहले कमरे च जाई करी अपणी धार्मिक बिधियां जो पूरा करदा था।
7 किंतु दूसरे कमरे में मात्र महापुरोहित ही लहू लेकर प्रवेश करता था और वह भी वर्ष में सिर्फ एक ही अवसर पर—स्वयं अपने लिए तथा लोगों द्वारा अनजाने में किए गए पापों के लिए—बलि अर्पण के लिए.
पर दुज्जे कमरे च मतलब की उस बड़ी पबित्र जगा च सिर्फ महायाजक साले च इक ही बरी जांदा था। कने सै अपणे सोगी जानवरां दे खूने जो लेई जांदा था, जिसयो सै अपणे तांई कने लोकां दे अनजाणे च कितयो पापां दी माफी तांई चढ़ांदा था।
8 पवित्र आत्मा यह बात स्पष्ट कर रहे हैं कि जब तक बाहरी कमरा है, परम पवित्र स्थान में प्रवेश-मार्ग खुला नहीं है.
इना विधियां जरिये पबित्र आत्मा सांझो ऐ समझांदा है, की जालू दीकर इसा धरती पर मिलाप बाले तम्बू कने इना दियां विधियां जो मंदे न, तालू दीकर स्वर्गे च परमेश्वरे दे परम पबित्र जगा च जाणे दा रस्ता हल्ले दीकर नी खुलया है।
9 यह बाहरी तंबू वर्तमान काल का प्रतीक है. सच यह है कि भेंटे तथा बलि, जो पुरोहित के द्वारा चढ़ाई जाती हैं, आराधना करनेवालों के विवेक को निर्दोष नहीं बना देतीं.
ऐ सारियां चीजां सिर्फ इना गल्लां दा उदाहरण थियां, जड़ियां हुण मसीह दे जरिये पुरियां होआ दियां न। क्योंकि सै चढ़ाबे कने बलिदान जड़े लोक परमेश्वरे जो चढ़ादें थे, जड़े उदी अराधना करदे थे। सै लोकां दे मना कने दिलां जो शुद्ध करणे दे काबिल नी थे।
10 ये सुधार के समय तक ही असरदार रहेंगी क्योंकि इनका संबंध सिर्फ खान-पान तथा भिन्न-भिन्न शुद्ध करने की विधियों से है—उन विधियों से, जो शरीर से संबंधित हैं.
क्योंकि ऐ लोकां दे खाणे पीणे दियां गल्लां दे बारे च, कने भाँती-भाँती दियां नोहणे दियां बिधिया दे बारे च दसदे न जिना ला लोक बाहरी तौर ला साफ होई जांदे न। इना विधियां जो तालू दीकर मनणा था जालू दीकर की परमेश्वर नोई बाचा जो शुरू नी करी दिंदा।
11 किंतु जब मसीह आनेवाली अच्छी वस्तुओं के महापुरोहित के रूप में प्रकट हुए, उन्होंने उत्तम और सिद्ध तंबू में से, जो मनुष्य के हाथ से नहीं बना अर्थात् इस सृष्टि का नहीं था,
पर हुण मसीह महायाजक सांई आया है, जड़ा नोईया बाचा दियां सारियां खरियाँ-खरियाँ चीजां दिन्दा है। सै होर भी जादा महान कने सिद्ध तम्बूऐ च दाखल होया। ऐ तम्बू माणुआं नी बणाया था मतलब की इस संसारे दा नी था।
12 बकरों और बछड़ों के नहीं परंतु स्वयं अपने लहू के द्वारा परम पवित्र स्थान में सिर्फ एक ही प्रवेश में अनंत छुटकारा प्राप्त किया. (aiōnios )
यीशु मसीह परम पबित्र जगा च इक बकरी या बछड़े दा खून लेईकरी नी गिया, पर सै अपणे ही खूने सोगी गिया। उनी सै सिर्फ इक बरी ही किता, कने इसयो दुबारा करणे दी जरूरत नी होणी। उदे जरिये सांझो हमेशा दा उद्धार मिलया। (aiōnios )
13 क्योंकि यदि बकरों और बैलों का लहू तथा कलोर की राख का छिड़काव सांस्कारिक रूप से अशुद्ध हुए मनुष्यों के शरीर को शुद्ध कर सकता था
मूसा दी व्यवस्था अनुसार जड़े लोक अशुद्ध होंदे न, सै परमेश्वरे दी अराधना करणे दे काबिल नी होंदे। पर अगर उना पर बकरयां कने दांदा दा खून कने बछड़यां दी राख छिड़की जाऐ तां सै शुद्ध होई जांदे न। अगर इदे च माणुआं दे शरीरे जो शुद्व करणे दी शक्ति है,
14 तो मसीह का लहू, जिन्होंने अनंत आत्मा के माध्यम से स्वयं को परमेश्वर के सामने निर्दोष बलि के रूप में भेंट कर दिया, जीवित परमेश्वर की सेवा के लिए तुम्हारे विवेक को मरे हुए कामों से शुद्ध कैसे न करेगा! (aiōnios )
तां जरा सोची की दिखा की मसीह दे खूने ला साड़े दिलां जो उना कम्मा ला कितणा शुद्ध करणा जड़े मौत दे पासे लेई जांदे न, ताकि असां जिन्दे परमेश्वरे दी अराधना करी सकन। क्योंकि अनन्त आत्मा दिया शक्तिया दे जरिये मसीहे साड़े पापां तांई अपणे आपे जो निर्दोष बलिदान दे रुपे च परमेश्वरे जो भेंट चढ़ाई दिता। (aiōnios )
15 इसलिये वह एक नई वाचा के मध्यस्थ हैं कि वे सब, जिनको बुलाया गया है, प्रतिज्ञा की हुई अनंत उत्तराधिकार प्राप्त कर सकें क्योंकि इस मृत्यु के द्वारा उन अपराधों का छुटकारा पूरा हो चुका है, जो उस समय किए गए थे, जब पहली वाचा प्रभावी थी. (aiōnios )
इसा बजा ला यीशु मसीहे लोकां सोगी इक नोई बाचा बन्नी, ताकि जिना लोकां जो परमेश्वरे सदया है, उना जो हमेशा दियां आशीषां मिली सकन जिदा परमेश्वरे बायदा कितया था। क्योंकि यीशु मसीह उना जो उना दे पापां दिया सजा ला अजाद करणे तांई मरी गिया, जड़े उना पैली बाचा दे अधीन रेईकरी कितयो थे। (aiōnios )
16 जहां वाचा है, वहां ज़रूरी है कि वाचा बांधनेवाले की मृत्यु हो,
असां जाणदे न की अगर कोई माणु अपणी मौत ला बाद अपणी जमीन जयादाद जो बंडणे तांई बसियत लिखदा है, तां उस बटबारे जो करणे तांई उदा मरणा जरूरी है।
17 क्योंकि वाचा उसके बांधनेवाले की मृत्यु के साबित होने पर ही जायज़ होती है; जब तक वह जीवित रहता है, वाचा प्रभावी हो ही नहीं सकती.
क्योंकि उसा बसियत दी कोई कीमत नी जालू दीकर जयादाद दा मालिक हल्ले जिन्दा है। उसा बसियत दी कीमत तालू ही है जालू उस मालिके दी मौत होई जांदी है।
18 यही कारण है कि पहली वाचा भी बिना लहू के प्रभावी नहीं हुई थी.
इस तांई ऐथू दीकर परमेश्वरे दे जरिये दितियो पैली बाचा जो भी पक्की होणे ला पेहले इक बलि दिती थी।
19 जब मोशेह अपने मुख से व्यवस्था के अनुसार इस्राएल को सारी आज्ञा दे चुके, उन्होंने बछड़ों और बकरों का लहू लेकर जल, लाल ऊन तथा जूफ़ा झाड़ी की छड़ी के द्वारा व्यवस्था की पुस्तक तथा इस्राएली प्रजा दोनों ही पर यह कहते हुए छिड़क दिया.
सारयां ला पेहले मूसा सारयां लोकां जो व्यवस्था दे हुकम दे बारे च दसया। इदे बाद उनी बछड़यां दा खून लेईकरी पाणिऐ च घोलया कने इदे बाद उनी इसयो लोकां कने व्यवस्था दिया कताबा च छिड़कणे तांई लाल ऊन, कने जूफा नाऐ दे बूटे दियां डालियाँ दा इस्तेमाल किता।
20 “यह उस वाचा, जिसे पालन करने की आज्ञा परमेश्वर ने तुम्हें दी है, उसका रक्त है.”
कने जालू मूसा ऐ बोला दा था, उनी लोकां ने बोलया, “ऐ खून उस बाचा जो शुरू करदा है, जिसा जो मनणे दा हुकम परमेश्वरे तुहांजो दितया है।”
21 इसी प्रकार उन्होंने तंबू और सेवा के लिए इस्तेमाल किए सभी पात्रों पर भी लहू छिड़क दिया.
कने इयां ही मूसे तम्बूऐ च कने अराधना दियां सारियां चीजां पर खून छिड़कया।
22 वस्तुतः व्यवस्था के अंतर्गत प्रायः हर एक वस्तु लहू के छिड़काव द्वारा पवित्र की गई. बलि-लहू के बिना पाप क्षमा संभव नहीं.
कने मूसा दी व्यवस्था बोलदी है की सारियां चीजां जो खून छिड़की करी शुद्ध करणा चाईदा, कने बिना खूने बहाऐ, परमेश्वर लोकां जो उना दे पापां तांई माफ नी करी सकदा।
23 इसलिये यह ज़रूरी था कि स्वर्गीय वस्तुओं का प्रतिरूप इन्हीं के द्वारा शुद्ध किया जाए किंतु स्वयं स्वर्गीय वस्तुएं इनकी तुलना में उत्तम बलियों द्वारा.
इस तांई मिलाप बाले तम्बूऐ कने उदियां सारियां चीजां जो विधिया अनुसार बलि देईकरी शुद्ध करणा जरूरी था, ऐ स्वर्गे दियां चीजां दी नकल है। पर स्वर्गे दियां चीजां जो विधिया अनुसार शुद्ध करणे तांई, जानवरां दे खूने ला भी खरे बलिदाने दी जरूरत थी।
24 मसीह ने जिस पवित्र स्थान में प्रवेश किया, वह मनुष्य के हाथों से बना नहीं था, जो वास्तविक का प्रतिरूप मात्र हो, परंतु स्वर्ग ही में, कि अब हमारे लिए परमेश्वर की उपस्थिति में प्रकट हों.
इसा बजा ला मसीह उस पबित्र जगा च नी गिया जिसा जो माणुआं अपणे हथां ला बणाया है, जड़ी सच्ची पबित्र जगा दी इक प्रतीक है। पर सै साड़े फायदे तांई परमेश्वरे सामणे ओणे तांई सीधा स्वर्गे जो गिया।
25 स्थिति ऐसी भी नहीं कि वह स्वयं को बलि स्वरूप बार-बार भेंट करेंगे, जैसे महापुरोहित परम पवित्र स्थान में वर्ष-प्रतिवर्ष उस बलि-लहू को लेकर प्रवेश किया करता था, जो उसका अपना लहू नहीं होता था.
कने मसीह अपणे आप जो बार-बार बलि चढ़ाणे तांई स्वर्गे च नी गिया, जियां महायाजक हर साल जानवरां दे खूने सोगी परम पबित्र जगा च जांदा है, क्योंकि अगर इयां होंदा तां फिरी उसयो संसारे दे शुरू होणे ला ही बड़े सारे दुख झेलणा पोंदे। पर मसीह इस संसार दे आखरी बकत च अपणे आप जो बलिदान करणे तांई सिर्फ इक बरी आया ताकि पाप दा अंत होई सके। (aiōn )
26 अन्यथा मसीह को सृष्टि के प्रारंभ से दुःख सहना आवश्यक हो जाता किंतु अब युगों की समाप्ति पर वह मात्र एक ही बार स्वयं अपनी ही बलि के द्वारा पाप को मिटा देने के लिए प्रकट हो गए. (aiōn )
27 जिस प्रकार हर एक मनुष्य के लिए यह निर्धारित है कि एक बार उसकी मृत्यु हो इसके बाद न्याय,
क्योंकि ऐ पक्का है की असां सारे लोकां इक बरी मरणा, कने उदे बाद साड़ा न्याय होणा।
28 उसी प्रकार मसीह येशु अनेकों के पापों के उठाने के लिए एक ही बार स्वयं को भेंट करने के बाद अब दोबारा प्रकट होंगे—पाप के उठाने के लिए नहीं परंतु उनकी छुड़ौती के लिए जो उनके इंतजार में हैं.
तियां ही मसीह भी सारे लोकां दे पापां जो माफ करणे तांई इक ही बरी बलिदान होया। पर उनी जालू दुबारा इसा धरती पर ओणा, तां उनी साड़े पापां तांई बलिदान होणे तांई नी ओंणा, पर उना लोकां जो बचाणे तांई ओणा जड़े लोक उसयो नियाला दे न।