< इब्रानियों 11 >

1 और विश्वास उन तत्वों का निश्चय है, हमने जिनकी आशा की है, तथा उन तत्वों का प्रमाण है, जिन्हें हमने देखा नहीं है.
ପାର୍ତି ଆହା ଇଡ଼୍‌ଜି ମାନି ବିସ୍ରେତିଂ ଆଟ୍‌ୱା ପାର୍ତି ଆରି ହୁଡ଼୍‌ୱି ବିସ୍ରେ ହାତ୍‌ପା ଗିଆନ୍‌ ।
2 इसी के द्वारा प्राचीनों ने परमेश्वर की प्रशंसा प्राप्‍त की.
ପ୍ରାଚିନାର୍‌ ମାନାୟାର୍‌ ହେୱାର୍‌ ପାର୍ତି ହୁକେ ଇସ୍ୱର୍‌ତି ସାରି ଆଜ଼ି ମାଚାର୍‌ ।
3 यह विश्वास ही है, जिसके द्वारा हमने यह जाना है कि परमेश्वर की आज्ञा मात्र से सारी सृष्टि अस्तित्व में आ गई. वह सब, जो दिखता है उसकी उत्पत्ति देखी हुई वस्तुओं से नहीं हुई. (aiōn g165)
ପାର୍ତି ହୁଦାଂ ଆସେଙ୍ଗ୍‌ ବୁଜା ଆଦେଂ ଆଡ୍‌ନାସ୍‌ ଜେ, ୱିଜ଼ୁ ସଁସାର୍‌ନି ଇସ୍ୱର୍ତି ବଚନ୍‌ ହୁଦାଂ ରଚ୍ୟା ଆତାକା, ଲାଗିଂ ଇମ୍‌ଣାକା ପା ହାଣ୍‌କୁ ବିସ୍ରେ ହୁଡ଼୍‌ନି ବିସ୍ରେ ଉବ୍‌ଜାଣ୍‌ ଆୱାତାତ୍‌ନା । (aiōn g165)
4 यह विश्वास ही था, जिसके द्वारा हाबिल ने परमेश्वर को काइन की तुलना में बेहतर बलि भेंट की, जिसके कारण स्वयं परमेश्वर ने प्रशंसा के साथ हाबिल को धर्मी घोषित किया. परमेश्वर ने हाबिल की भेंट की प्रशंसा की. यद्यपि उनकी मृत्यु हो चुकी है, उनका यही विश्वास आज भी हमारे लिए गवाही है.
ପାର୍ତି ହୁଦାଂ ହେବଲ୍‌ ଇସ୍ୱର୍‌ତି ଉଦେସ୍‌ତ କୟିନତି ବାଟା ହାର୍ଦି ପୁଜା କିତାନ୍‌ ଆରି ତାହୁଦାଂ ହେୱାନ୍‌ ଦାର୍ମି ଇଞ୍ଜି ସାକି ପାୟା ଆତାନ୍‌; ଇସ୍ୱର୍‌ତି ନିଜେ ତା ଦାନ୍‌ ବିସ୍ରେ ସାକି ହିତାନ୍‌, ଆରେ ହେୱାନ୍‌ ହାତିସ୍‌ ପା ପାର୍ତି ହୁକେ ନେଜେଙ୍ଗ୍‌ ପାତେକ୍‌ କାତା ଇନ୍ୟାନାନା ।
5 यह विश्वास ही था कि हनोख उठा लिए गए कि वह मृत्यु का अनुभव न करें: “उन्हें फिर देखा न गया, स्वयं परमेश्वर ने ही उन्हें अपने साथ ले लिया था.” उन्हें उठाए जाने के पहले उनकी प्रशंसा की गई थी कि उन्होंने परमेश्वर को प्रसन्‍न किया था.
ପାର୍ତି ହୁଦାଂ ହନକ ହାକି ବଗି କିୱାଦାଂ କାଣ୍‌କୁତାଂ ଦେହା ହାଚାନ୍‌, ହେୱାନ୍‌ ଆରେ ହୁଡ଼ିୟା ଆୱାତାନ୍‌ନ୍ଦେ, ଇନାକିଦେଂକି ଇସ୍ୱର୍‌ତାଂ କାଣ୍‌କୁତାଂ ଦେହା କିଜ଼ି ମାଚାନ୍‌ । ହେୱାନ୍‌ ଜେ ଇସ୍ୱର୍‌ତି ସତକ୍‌ ଲଗୁ, କାଣ୍‍କୁତାଙ୍ଗ୍ ଡ଼ୁଗ୍‌ନି ଆଗେ ହେବେନି ସାକି ପାୟା ଆଜ଼ି ମାଚାନ୍‌;
6 विश्वास की कमी में परमेश्वर को प्रसन्‍न करना असंभव है क्योंकि परमेश्वर के पास आनेवाले व्यक्ति के लिए यह ज़रूरी है कि वह यह विश्वास करे कि परमेश्वर हैं और यह भी कि वह उन्हें प्रतिफल देते हैं, जो उनकी खोज करते हैं.
ଆରେ ପାର୍ତି ପିସ୍ତି ହେୱାନ୍ତି ସତକ୍‍ ଲକୁ ଆନାକା କସ୍ଟନିକା, ଇନାକିଦେଂକି ଇସ୍ୱର୍‌ ଜେ ମାନାନ୍‌, ଆରେ ହେୱାନ୍‌ ଜେ ଇସ୍ୱର୍‌ ଡେକ୍‌ନାକାରିଂ ଇନାମ୍‌ ହିନାନ୍‌, ଇଦାଂ ହେୱାନ୍ତି ଲାଗେ ୱାନି ମାନାୟାର୍‌ତି ପାର୍ତି କିନାକା ଲଡ଼ା ।
7 यह विश्वास ही था कि अब तक अनदेखी वस्तुओं के विषय में नोहा को परमेश्वर से चेतावनी प्राप्‍त हुई और नोहा ने अत्यंत भक्ति में अपने परिवार की सुरक्षा के लिए एक विशाल जलयान का निर्माण किया तथा विश्वास के द्वारा संसार को धिक्कारा और मीरास में उस धार्मिकता को प्राप्‍त किया, जो विश्वास से प्राप्‍त होती है.
ପାର୍ତି ହୁଦାଂ ନହ ହେ ୱିଜ଼ୁ ପାତେକ୍‌ ହୱି ବିସ୍ରେ କାଜିଂ ସବୁ ବଲ୍‌ ଗାଟା ଆଜ଼ି ବକ୍ତି ଲାହାଂ ଜାର୍‌ କୁଟୁମ୍‌ତାଂ ମୁକ୍ତି କିଦେଙ୍ଗ୍‌ କାଜିଂ ରଞ୍ଜାଙ୍ଗ୍‌ ଜାଜ୍‌ ରଚ୍‍ଚାନ୍‌ ଆରେ ହେ ପାର୍ତି ହୁଦାଂ ହେୱାନ୍‌ ଜଗତ୍‌ତିଂ ଦସି କିଜ଼ି ପାର୍ତି ଇସାପ୍ରେ ଦାର୍ମିନି ଆଦିକାରି ଆତାନ୍‌ ।
8 यह विश्वास ही था, जिसके द्वारा अब्राहाम ने परमेश्वर के बुलाने पर घर-परिवार का त्याग कर एक अन्य देश को चले जाने के लिए उनकी आज्ञा का पालन किया—वह देश, जो परमेश्वर उन्हें मीरास में देने पर थे. वह यह जाने बिना ही चल पड़े कि वह कहां जा रहे थे.
ପାର୍ତି ହୁଦାଂ ଅବ୍ରାହାମ୍‌ କୁକ୍ୟା ଆତିଲେ, ଇମ୍‌ଣି ଦେସ୍‌ ହେୱାନ୍‌ ଆଦିକାର୍‌ ଲାହାଂ ଗାଟା ଆଦେଂ ହାଲ୍‌ଜି ମାଚାନ୍‌, କାତା ମାନି କିଜ଼ି ହେବେଣ୍ଡାଂ ହତାନ୍, ଆରେ ହେୱାନ୍‌ ଇମେତାକେ ହାନାନା, ହେଦାଂ ପୁନ୍‌ୱାଦାଂ ପା ହସି ହାଚାନ୍‌ ।
9 वह विश्वास के द्वारा ही उस प्रतिज्ञा किए हुए देश में वैसे रहे, जैसे विदेश में एक अजनबी रहता है. विदेश में एक अजनबी की तरह उन्होंने यित्सहाक और याकोब के साथ तंबुओं में निवास किया, जो उसी प्रतिज्ञा के साथ वारिस थे.
ପାର୍ତି ହୁଦାଂ ହେୱାନ୍‌ ବିଦେସ୍‍ନିକାନ୍ ଲାକେ ପାର୍ମାଣ୍‌ନି ଦେସ୍‌ତ ବାହା କିଜ଼ି ପାର୍ମାଣ୍‌ନି ଆଦିକାରିର୍‌ ଇସ୍‌ହାକ୍‌ ଆରି ଜାକୁବ୍‌ ଲାହାଂ ପୁଟ୍‌କୁତ ବାହା କିତାନ୍‌;
10 उनकी दृष्टि उस स्थायी नगर की ओर थी, जिसके रचनेवाले और बनानेवाले परमेश्वर हैं.
ଇନାକିଦେଂକି ଇମ୍‌ଣି ଗାଡ଼୍‌ କୁନାଦି ଲାଗ୍‌ଦି ମିହାତାକା, ଆରେ ଇନେର୍‌ତି ବାନାରଚ୍‌ନାକାନ୍ ଆରି ରଚ୍‌ନାକାନ୍ ନିଜେ ଇସ୍ୱର୍‌, ଅବ୍ରାହାମ୍‌ ହେବେ କାଜିଂ ମାଚାନ୍‌ ।
11 यह विश्वास ही था कि साराह ने भी गर्भधारण की क्षमता प्राप्‍त की हालांकि उनकी अवस्था इस योग्य नहीं रह गई थी. उन्होंने विश्वास किया कि परमेश्वर, जिन्होंने इसकी प्रतिज्ञा की थी, विश्वासयोग्य हैं.
ପାର୍ତି ହୁଦାଂ ସାରା ନିଜେ ପା ପାର୍ମାଣ୍‌ କାର୍‌ୟାଙ୍ଗ୍ ପାର୍ତି ଗିଆନ୍‌ କିଜ଼ି ୱିସ୍ତିବୟଁସ୍ ଆତିସ୍‌ପା ଜାତିନି ପର୍ତୁମ୍‌ ଆୟା ଆଦେଂ ସାକ୍ତି ଗାଟା ଆତାତ୍‌,
12 इस कारण उस व्यक्ति के द्वारा, जो मरे हुए से थे, इतने वंशज पैदा हुए, जितने आकाश में तारे तथा समुद्र के किनारे पर रेत के कण हैं.
ଇଦାଂ କାଜିଂ ଅବ୍ରାହାମ୍‌ ହାତିଲାକେ ରୱାନ୍‌ ମୁଣିକାନ୍‍ତାଂ ଆକାସ୍‌ନି ହୁକାଂ ଲାକେ ଗାଣାକିଆଉତ୍‌ ଆରି ହାମ୍‌ଦୁର୍‌ ଗୁଟିନି ବାଲି ଲାକେ ଗାଣାକିଆଉତ୍ ର ଜାତି ଉବ୍‌ଜାଣ୍‌ ଆତାତ୍‌ ।
13 विश्वास की स्थिति में ही इन सब की मृत्यु हुई, यद्यपि उन्हें प्रतिज्ञा की हुई वस्तुएं प्राप्‍त नहीं हुई थी, परंतु उन्होंने उन तत्वों को दूर से पहचानकर इस अहसास के साथ उनका स्वागत किया कि वे स्वयं पृथ्वी पर परदेशी और बाहरी हैं.
ଇ ୱିଜ଼ାକାର୍‌ ପାର୍ତିତ ପାରାଣ୍‌ ହାଚ୍‌ଚାର୍; ହେୱାର୍‌ ପାର୍ମାଣ୍‌ନି ପାଡ଼୍‌ ଗାଟାୱାତାର୍‌, ମତର୍‌ ଦେହାତାଂ ହେଦାଂ ହୁଡ଼୍‌ଜି ବନ୍ଦାୟ୍‌ କିତାର୍‌ ଆରି ପୁର୍ତିତ ଜାର୍‍ନିକାରିଂ ବିଦେସ୍ୟା ଆରି ବାହାକିତି ଲଗୁ ଇଞ୍ଜି ମାନି କିତାର୍‌ ।
14 इस प्रकार के भावों को प्रकट करने के द्वारा वे यह साफ़ कर देते हैं कि वे अपने ही देश की खोज में हैं.
ଇନାକିଦେଂକି ଇମ୍‌ଣାକାର୍‌ ଏଲେଙ୍ଗ୍‌ କାତା ଇନାର୍‌, ହେୱାର୍‌ ଜେ ନିଜ୍‍ତି ରଞ୍ଜାଙ୍ଗ୍‌ ଦେସ୍‌ ଡେକ୍‌ନାରା, ଇଦାଂ ହପ୍‌ନାନା ।
15 वस्तुतः यदि वे उस देश को याद कर रहे थे, जिससे वे निकल आए थे, तब उनके सामने वहां लौट जाने का सुअवसर भी होता
ଆରେ, ଇମ୍‌ଣି ଦେସ୍‌ତାଂ ହେୱାର୍‌ ହସି ୱାଜ଼ି ମାଚାର୍‌, ଜଦି ହାତ୍ପାରଚେ ହେ ଦେସ୍‌ତିଂ ଏତୁ କିତାର୍ମା, ତା ଆତିସ୍‌ ହେୱାର୍‌ତି ମାସ୍‍ଦିହାଞ୍ଜେଙ୍ଗ୍ ପାଗ୍ରା ଆତାତ୍ମା ।
16 किंतु सच्चाई यह है कि उन्हें एक बेहतर देश की इच्छा थी, जो स्वर्गीय है. इसलिये उन लोगों द्वारा परमेश्वर कहलाए जाने में परमेश्वर को किसी प्रकार की लज्जा नहीं है क्योंकि परमेश्वर ही ने उनके लिए एक नगर का निर्माण किया है.
ମାତର୍‌ ହେୱାର୍‌ ର ହାର୍ଦି ଇଚିସ୍‌ ସାର୍ଗେନି ଦେସ୍‍ନି ଆହା କିଜ଼ି ମାଚାର୍‌; ଇଦାଂ କାଜିଂ ଇସ୍ୱର୍‌ ହେୱାର୍‌ତି ଇସ୍ୱର୍‌ ଇଞ୍ଜି ଡାକ୍‌ପୁଟା ଆଦେଂ ହେୱାର୍‌ତି ବିସ୍ରେ ଲାଜ୍ ଆଉନ୍‌, ଇନାକିଦେଂକି ହେୱାନ୍‌ ହେୱାର୍‌ତି କାଜିଂ ରଞ୍ଜାଙ୍ଗ୍‌ ଗାଡ଼୍‌ ଜାଲ୍‌ଦି କିତାନ୍‌ନ୍ନା ।
17 यह विश्वास ही था कि अब्राहाम ने, जब उन्हें परखा गया, यित्सहाक को बलि के लिए भेंट कर दिया. जिन्होंने प्रतिज्ञाओं को प्राप्‍त किया था, वह अपने एकलौते पुत्र को भेंट कर रहे थे,
ପାର୍ତି ହୁଦାଂ ଅବ୍ରାହାମ୍‌ ପରିକ୍ୟାକିୟା ଆଜ଼ି ଇସ୍‌ହାକ୍‌ତିଂ ପୁଜାକିଦେଙ୍ଗ୍‌ ଜାଲ୍‌ଦି ଆତାନ୍‌, ଆଁ, ଇମ୍‌ଣି ମୁଣିକା ପାର୍ମାଣ୍‌ ସବୁ ପାୟା ଆଜ଼ି ମାଚାନ୍‌, ଇନେନିଂ ଇନ୍ୟା ଆଜ଼ି ମାଚାତ୍‌ ଜେ,
18 यह वही थे, जिनसे कहा गया था, “तुम्हारे वंशज यित्सहाक के माध्यम से नामित होंगे.”
ଇସ୍‌ହାକ୍‌ତାଂ “ମି ବଁସ୍‌ ଡାକ୍‌ପୁଟା ଆନାତ୍‌, ହେ ମୁଣିକା ଜାର୍‌ତିଂ ରୱାନ୍‌ ମତର୍‌ କାଡ଼୍‌ଦେଂ ପୁଜାକିଦେଙ୍ଗ୍‌ ହାଲ୍‌ଜି ମାଚାନ୍‌,”
19 अब्राहाम यह समझ चुके थे कि परमेश्वर में मरे हुओं को जीवित करने का सामर्थ्य है. एक प्रकार से उन्होंने भी यित्सहाक को मरे हुओं में से जीवित प्राप्‍त किया.
ଇନାକିଦେଂକି ଇସ୍ୱର୍‌ ଜେ ଇସ୍‌ହାକ୍‌ତିଂ ହାତାକାର୍ତି ବିତ୍ରେ ପା ନିଙ୍ଗ୍‌ଦେଂ ଆଡ୍‌ନାକାନ୍‌, ଇଦାଂ ହେୱାନ୍‌ ବାବିକିଜ଼ି ମାଚାନ୍‌, ଆରେ ହେୱାନ୍‌ ପା ହେୱାନିଂ ଉତର୍‌ମୁଡ଼୍‌ ବାବ୍ରେ ହାକିତାଂ ଆରେ ଗାଟାତାନ୍‌ ।
20 यह विश्वास ही था कि यित्सहाक ने याकोब तथा एसाव को उनके आनेवाले जीवन के लिए आशीर्वाद दिया.
ପାର୍ତି ହୁଦାଂ ଇସ୍‌ହାକ୍‌ ୱାନିକାଡ଼୍‌ ବିସ୍ରେ ପା ଜାକୁବ୍‌ ଆରି ଏସୌତିଂ ଆସିର୍ବାଦ୍‌ କିତାନ୍‌ ।
21 यह विश्वास ही था कि याकोब ने अपने मरते समय योसेफ़ के दोनों पुत्रों को अपनी लाठी का सहारा ले आशीर्वाद दिया और आराधना की.
ପାର୍ତି ହୁଦାଂ ଜାକୁବ୍‌ ହାକି ୱେଡ଼ାଲିଂ ଜସେପ୍‌ତିଂ ରିୟାର୍‌ ହିମ୍‌ଣାକାଂ ଆସିର୍ବାଦ୍‌ କିତାନ୍‌, ଆରେ, ଜାର୍‌ ବାଡ୍‌ଗାନି ଟିପ୍‍ତ ଗେଣ୍‌ଜି ଇସ୍ୱର୍‌ତିଂ ଜୱାର୍‌ କିତାନ୍‌ ।
22 यह विश्वास ही था कि योसेफ़ ने अपनी मृत्यु के समय इस्राएलियों के निर्गमन जाने का वर्णन किया तथा अपनी अस्थियों के विषय में आज्ञा दीं.
ପାର୍ତି ହୁଦାଂ ଜସେପ୍‌ ହାକି ୱେଡ଼ାଲିଂ ଇସ୍ରାଏଲ୍‌ ହିମ୍‌ଣାଂତି ମିସର୍‌ଦେସ୍‌ ପିହ୍‌ନି ବିସ୍ରେ ଇଚାନ୍‌, ଆରେ, ଜାର୍‌ ପ୍ଡେନ୍ ବିସ୍ରେ ବଲ୍‌ ହିତାନ୍‌ ।
23 यह विश्वास ही था कि जब मोशेह का जन्म हुआ, उनके माता-पिता ने उन्हें तीन माह तक छिपाए रखा. उन्होंने देखा कि शिशु सुंदर है इसलिये वे राज आज्ञा से भयभीत न हुए.
ପାର୍ତି ହୁଦାଂ ମସାତିଂ ଆବା ଆୟା ହେୱାନ୍ତି ଜଲମ୍‌ ୱେଡ଼ାଲିଂ ହେୱାନିଂ ର ହଲ୍‌ନି କାଡ଼୍‌ଦେ ଇଞ୍ଜି ହୁଡ଼୍‌ଜି ରାଜାତି ବଲ୍‌ତିଂ ପାଣ୍ଡ୍ରା ଆୱାଦାଂ ତିନ୍‌ ଲେଞ୍ଜ୍ ପାତେକ୍‌ ହେୱାନିଂ ଡ଼ୁକ୍‌ଚି ଇଡ୍‌ତାର୍ ।
24 यह विश्वास ही था कि मोशेह ने बड़े होने पर फ़रोह की पुत्री की संतान कहलाना अस्वीकार कर दिया.
ପାର୍ତି ହୁଦାଂ ମସା ଗାଜା ଆତି ପାଚେ ପାରରାଜା ଗାଡ଼୍‌ହିନି ମାଜ଼ି ଇଞ୍ଜି ଡାକ୍‌ପୁଟା ଆଦେଂ ମୁନା କିତାନ୍‌ ।
25 और पाप के क्षण-भर के सुखों के आनंद की बजाय परमेश्वर की प्रजा के साथ दुःख सहना सही समझा.
ପାପ୍‌ନି ଚାନେକ୍‌ନି ସୁକ୍‍ବଗ୍ ବାଟା ଇସ୍ୱର୍‌ତି ଲକୁ ଲାହାଂ ନଲେ ଦୁକ୍‌ବଗ୍‌ କିଦେଙ୍ଗ୍‌ ହେୱାନ୍‌ ମାନ୍‌ କିତାନ୍‌,
26 उनकी दृष्टि में मसीह के लिए सही गई निंदा मिस्र देश के भंडारों से कहीं अधिक कीमती थी क्योंकि उनकी आंखें उस ईनाम पर स्थिर थी.
ଆରେ ମିସର୍‌ନି ୱିଜ଼ୁ ଦନ୍‌ ବାଟା କ୍ରିସ୍ଟତି ନିନ୍ଦାନି ମେହାଣ୍‌ ଆନି ମୁଡ଼୍‌ଦି ଦାନ୍‌ ଇଞ୍ଜି ବାବି କିତାନ୍‌, ଇନାକିଦେଂକି ହେୱାନ୍‌ ରୱାନ୍‌ ମତର୍‌ ଇସ୍ୱର୍‌ତି ଦାନ୍‍ନି ସମୁ କାଜିଂ ହୁଡ଼୍‌ତାନ୍ ।
27 यह विश्वास ही था कि मोशेह मिस्र देश को छोड़कर चले गए. उन्हें फ़रोह के क्रोध का कोई भय न था. वह आगे ही बढ़ते चले गए मानो वह उन्हें देख रहे थे, जो अनदेखे हैं.
ମସା ପାର୍ତି ହୁଦାଂ ହେୱାନ୍‌ ରାଜାତି ରିସାତିଂ ପାଣ୍ଡ୍ରା ଆୱାଦାଂ ମିସର୍‌ ପିସ୍ତାନ୍‌, ଲାଗିଂ ଇନେନ୍‌ ହୁଡ଼୍‌ୟାଉତ୍, ହେୱାନିଂ ହୁଡ଼୍‌ତି ଲାକେ ତିର୍‌ ମାନ୍‌ଗାତାନ୍ ।
28 यह विश्वास ही था कि मोशेह ने इस्राएलियों को फ़सह उत्सव मनाने तथा बलि-लहू छिड़कने की आज्ञा दी कि वह, जो पहलौठे पुत्रों का नाश कर रहा था, उनमें से किसी को स्पर्श न करे.
ପାର୍ତି ହୁଦାଂ ମସା ନିସ୍ତାର୍‌ ପାର୍ବୁ ଆରି ନେତେର୍‌ ତିର୍ଣ୍ଣି ବିଦି ମାନି କିତାର୍‌, ଇନେସ୍‌ ପର୍ତୁମ୍‌ ଜଲମ୍‌ ଆତି ଅହ୍‌ନାକା ହେୱାରିଂ ଡୁଉକ୍ ।
29 यह विश्वास ही था कि उन्होंने लाल सागर ऐसे पार कर लिया, मानो वे सूखी भूमि पर चल रहे हों किंतु जब मिस्रवासियों ने वही करना चाहा तो डूब मरे.
ପାର୍ତି ହୁଦାଂ ଇସ୍ରାଏଲ୍‌ ମାନାୟାର୍‌ ୱାଚ୍‌ଚି ମେଦ୍‌ନି ଜପି ତାଙ୍ଗ୍‌ତି ଲାକେ ନେତେର୍‌ ହାମ୍‌ଦୁର୍‌ ନାସି ହାଚାର୍‌; ପାଚେ ମିସରିୟର୍‌ ହେଦାଂ କିଦେଙ୍ଗ୍‌ ସେସ୍ଟା କିଜ଼ି ମୁନ୍‌ଜି ହାତାର୍‌ ।
30 यह विश्वास ही था जिसके द्वारा येरीख़ो नगर की दीवार उनके सात दिन तक परिक्रमा करने पर गिर पड़ी.
ଇସ୍ରାଏଲ୍‌ ମାନାୟାର୍‌ ପାର୍ତି ହୁଦାଂ ଜିରିହ କୁୱାଡ଼୍‌ ସାତ୍‌ ଦିନ୍‌ ପାତେକ୍‌ କିନ୍ଦ୍ରା ଆତି ପାଚେ ବୁଡା ଆତାତ୍‌ ।
31 यह विश्वास ही था कि नगरवधू राहाब ने गुप्‍तचरों का स्वागत मैत्री भाव में किया तथा आज्ञा न माननेवालों के साथ नाश नहीं हुई.
ପାର୍ତି ହୁକେ ରାହାବ୍‌ ଦାରି ଚର୍‌କୁକାଂ ବାସିହିତିଲେ ବଲ୍‌ ମାନିକିୱାକାର୍‌ ଲାହାଂ ନାସ୍‌ ଆୱାତାର୍‌ ।
32 मैं और क्या कहूं? समय की कमी मुझे आज्ञा नहीं देती कि मैं गिदौन, बाराक, शिमशोन, यिफ्ताह, दावीद, शमुएल तथा भविष्यद्वक्ताओं का वर्णन करूं,
ଆରେ ଆଦିକ୍‌ ଇନାକା ଇଞ୍ଜ୍‌ନାଂ? ଗିଦିୟନ, ବାରାକ୍‌, ସାମ୍‌ସନ୍‌, ଜିପ୍ତହ, ଦାଉଦ୍‌, ସାମୁୟେଲ୍‌ ଆରି ବେଣ୍‌ବାକ୍‌ଣାୟ୍‌କିନାକାର୍ତି ବିସ୍ରେ ଜଦି ଆନ୍‌ ହାନ୍ଦାୟ୍ କିନାଙ୍ଗ୍‌, ଲାଗିଂ ସମୁ ଏକ୍‌ତୁତ୍;
33 जो विश्वास से राज्यों पर विजयी हुए, जिन्होंने धार्मिकता में राज्य किया, जिन्हें प्रतिज्ञाओं का फल प्राप्‍त हुआ, जिन्होंने सिंहों के मुंह बांध दिए,
ପାର୍ତି ହୁଦାଂ ହେୱାର୍‌ ରାଜିକାଂ ଜିଣା ଆତାର୍‌, ଦାର୍ମି ସାଦନ୍‌ କିତାର୍‌, ପାର୍ମାଣ୍‌ନି ପାଡ଼୍‌ ପାୟା ଆତାର୍‌, ହେୱାର୍‌ ସିହଁକାଂ ୱେଇ ବନ୍ଦ୍‍ କିତାର୍‌,
34 आग की लपटों को ठंडा कर दिया, तलवार की धार से बच निकले; जिन्हें निर्बल से बलवंत बना दिया गया; युद्ध में वीर साबित हुए; जिन्होंने विदेशी सेनाओं को खदेड़ दिया.
ନାଣିନି ଆହ୍‍ନାକା ପାଗ୍‌ତାନ୍‌, କାଣ୍ଡାଦାରାତାଂ ରାକ୍ୟା ପାୟାତାର୍‌, ନାଦାର୍‌ ୱେଡ଼ାଲିଂ ସାକ୍ତି ଆତାର୍‌, ଜୁଜ୍‍ତ ଜିଣା ଆତାର୍‌, ଆରେ ପାର୍ତିକିୱି ଜିହୁଦିର୍‌ ମେଲ୍ୟାରିଂ ପେସ୍ତାର୍ ।
35 दोबारा जी उठने के द्वारा स्त्रियों को उनके मृतक दोबारा जीवित प्राप्‍त हो गए. कुछ अन्य थे, जिन्हें ताड़नाएं दी गईं और उन्होंने छुटकारा अस्वीकार कर दिया कि वे बेहतर पुनरुत्थान प्राप्‍त कर सकें.
କଗ୍‌ଲେକ୍‌ ଜାର୍‌ ଜାର୍‌ ହାତାକାର୍ତି ଆରେ ନିଂନାକା ହୁଦାଂ ଜିବୁନ୍‌ ପାୟା ଆତିକ୍‌ । ଆଦେକ୍‌ ହାର୍‌ ଆରେ ନିଂନାକା ପାୟାନି କାଜିଂ ଉଦାର୍ ପାୟାଦେଂ ଇଚା କିୱାଦାଂ ଗାଣ୍‌ଜୁ କସ୍ଟବଗ୍‌ କିତିକ୍‌ ।
36 कुछ अन्य थे, जिनकी परख उपहास, कोड़ों, बेड़ियों में जकड़े जाने और बंदीगृह में डाले जाने के द्वारा हुई.
ବିନ୍‌ଲଗୁ କୁର୍ଲି, କରଡା ଇଡ଼୍‌ୟାଜ଼ି, ଆଁ, ଗାଚ୍‌ୟାଜ଼ି ଆରି ଜଇଲ୍‌ ହୁଦାଂ ପା ପରିକ୍ୟାକିୟା ଆତାର୍‌,
37 उनका पथराव किया गया, उन्हें चीर डाला गया, लालच दिया गया, तलवार से उनका वध किया गया, भेड़ों व बकरियों की खाल में मढ़ दिया गया, वे अभाव की स्थिति में थे, उन्हें यातनाएं दी गईं तथा उनसे दुर्व्यवहार किया गया.
ହେୱାର୍‌ କାଲ୍‌କୁମାଡ୍‌ତ ହୁଞ୍ଜ୍‌ଚାର୍‌, କରତ୍‌ତ ରି ଗାଣ୍ଡ୍ରା ଆତାର୍‌ ଆରି କାଣ୍ଡାତାଂ ହାତାର୍‌ । ଇନେ ଇନେର୍‌ ମେଣ୍ଡା ଆରି ଅଡା ତଲ୍‌ଦ ଉସ୍‌ପିସ୍‌ ଅର୍କିତ୍‌, ବାଦା ଆରି ଇନସ୍ତା ଆଜ଼ି ଏନେ ତେନେ ହାଲ୍‌ବାତାର୍‌ ।
38 उनके लिए संसार सही स्थान साबित न हुआ. वे बंजर भूमि में, पर्वतों पर, गुफाओं में तथा भूमि के गड्ढों में भटकते-छिपते रहे.
ବାଟାତ, ମାଡ଼ିତ, ପାରାତ, ଆରେ ପୁର୍ତିନି ବିତ୍ରେ ବୁଲାଆତାର୍, ପୁର୍ତି କ୍ଡଇ ଜଗ୍‌ ହିଲ୍‌ୱାତାତ୍ ।
39 ये सभी गवाहों ने अपने विश्वास के द्वारा परमेश्वर का अनुग्रह प्राप्‍त किया, किंतु इन्होंने वह प्राप्‍त नहीं किया जिसकी इनसे प्रतिज्ञा की गई थी;
ପାର୍ତି ହୁଦାଂ ଇ ୱିଜ଼ାର୍‌ ଡାକ୍‌ପୁଟା ଲାବ୍‌ କିଜ଼ି ପା ପାର୍ମାଣ୍‌ନି ପାଡ଼୍‌ ପାୟା ଆୱାତାର୍‌,
40 क्योंकि उनके लिए परमेश्वर के द्वारा कुछ बेहतर ही निर्धारित था कि हमारे साथ जुड़े बिना उन्हें सिद्धता प्राप्‍त न हो.
ଲାଗିଂ ଇସ୍ୱର୍‌ ମା କାଜିଂ ହାର୍ଦି ବିସ୍ରେ ଜାଲ୍‌ଦି କିୱାଦାଂ ମାଚାନ୍‌, ଇନେସ୍‌ ହେୱାର୍‌ ମାଂ ପିସ୍ତି ବାର୍ତି ଲାବ୍‌ କିଉର୍‌ ।

< इब्रानियों 11 >