< यहेजकेल 16 >

1 याहवेह का यह वचन मेरे पास आया:
Yahweh gave me another message. He said,
2 “हे मनुष्य के पुत्र, येरूशलेम का उसके घृणित कार्यों के लिये विरोध करो
“You human, cause the people of Jerusalem to think about their detestable behavior.
3 और कहो, ‘परम प्रधान याहवेह का येरूशलेम से यह कहना है: तुम्हारे पुरखे और तुम्हारा जन्म कनानियों के देश में हुआ; तुम्हारा पिता एक अमोरी और तुम्हारी मां एक हित्ती थी.
Say to them, ‘This is what Yahweh the Lord says to you people of Jerusalem: [It is as though you are a woman who] [MET] was born in the country where the Canaan people-group lived. [It is as though] [MET] your father belonged to the Amor people-group and your mother belonged to the Heth people-group.
4 तुम्हारे जन्म के समय न तो तुम्हारी नाभिनाड़ी काटी गई, और न ही तुम्हें पानी से नहलाकर साफ किया गया, न तो तुम्हें नमक से रगड़ा गया था, और न ही तुम्हें कपड़ों में लपेटा गया था.
[It is as though] [MET] on the day that you were born, your umbilical cord was not cut, and your body was not washed in water, and it was not rubbed with salt or wrapped in strips of cloth, [like Israeli babies always are].
5 तुम्हारे लिये इनमें से कोई भी काम करने हेतु किसी ने भी तुम पर दया दृष्टि नहीं की, या सहानुभूति नहीं दिखाई. बल्कि तुम्हें बाहर खुले मैदान में फेंक दिया गया, क्योंकि जन्म के दिन से ही तुम्हें तुच्छ समझा गया.
No one pitied you or acted kindly toward you by doing those things for you. Instead, [it was as though] [MET] you were thrown into a field, because on the day that you were born, you were despised {everyone despised you}.
6 “‘तब मैं वहां से होकर गुजरा और तुम्हें अपने खून में लोटते हुए देखा, और जैसे कि तुम अपने खून में लेटी थी, मैंने तुमसे कहा, “जीवित रहो!”
Then [it was as though] [MET] I passed by and saw you lying in your own blood and kicking. And while you lay there kicking in your own blood, I said to you, “I want you to remain alive!”
7 मैंने तुम्हें खेत के एक पौधे की तरह बढ़ाया. तुम बढ़ती गई और विकसित हुई और यौवन अवस्था में आई. तुम्हारे स्तन विकसित हुए और तुम्हारे बाल लंबे हो गए, फिर भी तुम बिलकुल निवस्त्र थी.
[It was as though] I caused you to grow up, like plants in the field grow; you grew up and became tall and became like [MET] a very beautiful jewel. [It was as though] [MET] your breasts (formed/became large), and your hair became long, although you were still naked [DOU].
8 “‘बाद में, मैं वहां से होकर गुजरा, और मैंने देखा कि तुम प्रेम करने लायक बड़ी हो चुकी थी, अतः मैंने अपने कपड़े का कोना तुम्हारे ऊपर फैला दिया और तुम्हारे नंगे शरीर को ढांप दिया. तब मैंने तुमसे सत्यनिष्ठा से शपथ खाई और तुम्हारे साथ एक वाचा बांधी, और तुम मेरी हो गई, परम प्रधान याहवेह की घोषणा है.
When I saw you several years later, [it was as though] [MET] I saw that you were old enough to have sex [EUP]. So [it was as though] [MET] I spread the corner of my robe over [to symbolize that I would marry you], with the result that you were no longer naked. I solemnly promised [that I would marry you] and made a marriage agreement with you, and you became my wife. That is what I, Yahweh the Lord, say.
9 “‘तब मैंने तुम्हें पानी से नहलाया और तुम पर लगे खून को धोया तथा तुम्हारे शरीर पर तेल लगाया.
[And then it was as though] [MET] I bathed you and washed the blood from you and put ointment on your body.
10 मैंने तुम्हें कसीदा काढ़े वस्त्र पहनाया और तुम्हारे पांवों पर उच्च दर्जे के चमड़े की जूतियां पहनाई. मैंने तुम्हें सुंदर मलमल के कपड़े पहनाए और तुम्हें कीमती कपड़े ओढ़ाए.
[It was as though] [MET] I put a fine linen robe on you and gave you other expensive clothes. I put an embroidered dress on you and put leather sandals on your feet.
11 मैंने गहनों से तुम्हारा श्रृंगार किया: मैंने तुम्हारे हाथों में कंगन डाला और तुम्हारे गले में हार पहनाया,
[It was as though] [MET] I put bracelets on your arms and a necklace around your neck. Those things all had nice jewels fastened to them.
12 और मैंने तुम्हारी नाक में नथनी, कानों में बालियां और तुम्हारे सिर पर एक सुंदर मुकुट पहनाया.
I put a gold ring in your nose and fastened earrings to your ears and put a beautiful crown on your head.
13 इस प्रकार सोने और चांदी से तुम्हारा श्रृंगार किया गया; तुम्हारे कपड़े सुंदर मलमल, मंहगे बुनावट और कसीदा किए हुए थे. तुम्हारे भोजन में शहद, जैतून तेल और सबसे अच्छा आटा था. तुम बहुत सुंदर हो गई और रानी बनने के योग्य हो गई.
So [it was as though] you wore gold and silver ornaments. You had clothes made from fine (linen/white cloth) and other expensive embroidered material/cloth. You ate [bread made from] fine flour, honey, and olive oil. You became very beautiful, like [MET] a queen.
14 और तुम्हारी सुंदरता के कारण तुम्हारी प्रसिद्धि जाति-जाति के लोगों में फैल गई, क्योंकि मैंने तुम्हें जो शोभा दी, उसने तुम्हारी सुंदरता को परिपूर्ण कर दिया, परम प्रधान याहवेह की घोषणा है.
You were very beautiful, with the result that people in other nations heard about you, because they knew that I, Yahweh the Lord, am the one who had caused you to become very beautiful.
15 “‘परंतु तुमने अपनी सुंदरता पर भरोसा किया और अपनी प्रसिद्धि का उपयोग एक वेश्या बनने में किया. जो भी तुम्हारे पास से होकर गुजरा, तुमने उस पर बहुत कृपा दिखाई, और तुम्हारी सुंदरता ने उसे मोह लिया.
But [it was as though] [MET] you realized that because people knew that you were very beautiful, you could [earn a lot of money by] becoming a prostitute. [It was as though] you had sex with [EUP] every man who came along, and they all enjoyed your beauty.
16 तुमने अपने कुछ कपड़ों को लेकर भड़कीले ऊंचे स्थान बनाए, और वहां तुम वेश्यावृत्ति करती रही. तुम उसके पास गई, और उसने तुम्हारी सुंदरता पर अधिकार कर लिया है.
[It was as though] you took some of your clothes to make beautifully decorated shrines, and that is where you had sex with those men. Those things should certainly never occur!
17 तुमने मेरे दिये हुए उन सुंदर गहनों को भी लिया, जो सोने और चांदी से बने थे, और तुमने अपने लिए पुरुष-मूर्तियां बना लीं और उन मूर्तियों के साथ व्यभिचार करने लगीं.
You took the fine gold and silver jewelry that I gave you, and you made male idols for yourself, in order to have sex with them.
18 और तुमने अपने कसीदा किए हुए कपड़े लेकर उनको पहनाए, और तुमने मेरा तेल और धूप उनको चढ़ाए.
You took some of your embroidered clothes to put on those idols, and you burned oil and incense in front of them [to honor them].
19 और वह भोजन भी जो मैंने तुमको तुम्हारे खाने के लिये दिया था—आटा, जैतून तेल और शहद—तुमने इसे उनके सामने एक सुगंधित धूप के रूप में चढ़ाया. ऐसा ही हुआ है, परम प्रधान याहवेह की घोषणा है.
And the [bread that was made from] fine flour and the olive oil and honey that I gave to you to eat, you offered to be a fragrant sacrifice to those idols. I, Yahweh the Lord, declare that is what happened.
20 “‘और तुमने अपने उन बेटे और बेटियों को लिया, जिन्हें तुमने मेरे लिए पैदा किए थे, और उन्हें उन मूर्तियों के लिये भोजन के रूप में चढ़ा दिया. क्या तुम्हारी वेश्यावृत्ति पर्याप्‍त नहीं थी?
And you even took your sons and daughters who were [as though they were] [MET] my children, and sacrificed them to be food for the idols. That was much worse [RHQ] than your becoming a prostitute.
21 तुमने मेरे बच्चों का वध किया और उन्हें इन मूर्तियों को चढ़ा दिया.
You slaughtered [those who were like] [MET] my children, and offered them to be sacrifices to the gods!
22 अपने इन सब घृणित कार्यों और वेश्यावृत्ति के बीच, तुमने अपने बचपन के उन दिनों को भूला दिया, जब तुम नंगी और खुली अपने खून में लेट रही थी.
All during the time when you were acting like a prostitute and doing other detestable things, you did not think about the time when [it was as though] you were very young, naked [DOU], lying in your own blood and kicking.
23 “‘धिक्कार! धिक्कार है तुम पर, परम प्रधान याहवेह की घोषणा है. अपनी सब दुष्टताओं के अलावा,
So I, Yahweh the Lord, declare that terrible things will happen to you. In addition to all the other wicked things that you did,
24 तुमने अपने लिये एक टीला बना लिया है और हर एक चौक पर अपने लिए एक ऊंचा पूजा-स्थल बनाया है.
you built a shrine to worship idols in every [city] square/plaza.
25 हर एक गली के कोने पर तुमने ऊंचे पूजा-स्थल बना लिए हैं और वहां से गुज़रने वाले लोगों के सामने बढ़ती दुराचार प्रवृत्ति के साथ अपने पैरों को फैलाकर अपनी सुंदरता का अपमान किया है.
At the beginning of every street you built a shrine, and showed people your beautiful body, offering it to have sex with every man who walked by, becoming a better known prostitute every day.
26 तुमने बड़े जननांगों वाले मिस्री और अपने पड़ोसियों से व्यभिचार किया है, और अपनी बढ़ती दुराचार प्रवृत्ति से तुमने मेरे क्रोध को भड़काया है.
[It was as though] [MET] you had sex with men from Egypt who were eager to have sex with you, men who lived near to Israel. You caused me to become very angry because you became more eager to have sex with more and more of them.
27 इसलिये मैंने अपना हाथ तुम्हारे विरुद्ध उठाया है और तुम्हारे क्षेत्र को घटा दिया है, मैंने तुम्हें तुम्हारे शत्रुओं की कृपा पर छोड़ दिया है, अर्थात् फिलिस्तीनियों की पुत्रियों की कृपा पर, जिन्हें तुम्हारे व्यभिचारी आचरण के कारण धक्का लगा है.
So I punished [IDM] you and caused your enemies to capture some of your country. I enabled your greedy enemies from Philistia to defeat you; and even they were shocked because of your disgraceful behavior.
28 तुमने अश्शूरियों के साथ भी व्यभिचार किया है, क्योंकि तुम्हें संतोष ही नहीं होता था; और उसके बाद भी तुम संतुष्ट न हुई
[It was as though] you had sex with soldiers from Assyria, too, because you always wanted more sex. And after that, you still were not satisfied.
29 तब तुमने अपने दुराचार प्रवृत्ति को बढ़ाकर उसमें बाबेल देश को भी शामिल कर लिया, जो व्यापारियों का एक देश है, पर इससे भी तुम्हें संतोष न हुआ.
So you also had sex [with soldiers from] Babylonia, a country full of merchants/businessmen, but even that did not satisfy you.
30 “‘जब तुम इस प्रकार एक निर्लज्ज वेश्या की तरह काम करती हो, तो मैं क्रोध से भर जाता हूं, परम प्रधान याहवेह की घोषणा है!
I, Yahweh the Lord, declare that when you did all those things, acting like [MET] a bold prostitute, you were showing that you were ready to do anything that you wanted to [IDM].
31 जब तुमने हर गली के कोने पर अपना टीला बनाया है और हर चौक में अपना ऊंचा पूजा-स्थल बनाया है, तो तुम एक वेश्या की तरह ठहरी, क्योंकि तुमने दिये गये रकम का असम्मान किया है.
When you built shrines to worship idols on every street corner and in every city square/plaza, you were not like a prostitute: Prostitutes charge money, but you refused to take money for what you did.
32 “‘तुम व्यभिचारी पत्नी हो! तुम अपने स्वयं के पति के बदले अजनबियों को ज्यादा पसंद करती हो!
You are like [MET] a woman who commits adultery: You prefer to [have sex with] strangers rather than with your husband.
33 सब वेश्याएं उपहार लेती हैं, परंतु तुम अपने सब प्रेमियों को उपहार देती हो, कि वे हर जगह से तुम्हारे अवैध चाहत के लिये आएं.
Prostitutes are paid, but [it is as though] you give gifts to all your lovers; you bribe them to come to you from everywhere to have sex with you.
34 इस प्रकार तुम्हारी वेश्यावृत्ति दूसरों की वेश्यावृत्ति का उलटा है; तुम्हारी चाहत के लिये तुम्हारे पीछे कोई नहीं भागता. तुम बिलकुल उलटा हो, क्योंकि तुम दाम (पैसा) देती हो और तुम्हें कुछ नहीं दिया जाता.
So although you act like [MET] a prostitute, you are not like other prostitutes: No one needs to request you to have sex [EUP] with them. You are the opposite of other prostitutes; instead of them giving any money to you, you give men money to have sex with you.
35 “‘इसलिये, हे वेश्या, याहवेह की बात सुनो!
Therefore, [you people of] Jerusalem, who are like a prostitute [MET], listen to what I, Yahweh the Lord, am saying about you!
36 परम प्रधान याहवेह का यह कहना है: क्योंकि तुमने अपनी वासना को उंडेला है और अपने कामुक प्रवृत्ति में अपने प्रेमियों को अपने नंगे देह को दिखाया है, और तुम्हारे सब घृणित मूर्तियों के कारण, और क्योंकि तुमने उन मूर्तियों को अपने बच्चों का खून दिया है,
I say that [what you have done is as though] [MET] you took off your clothes and acted like a prostitute and had sex with men who are not your husband. [What I mean is that you have been worshiping] detestable idols, and you have murdered [MTY] your own children to be sacrifices to them.
37 इसलिये मैं तुम्हारे उन सब प्रेमियों को इकट्ठा करनेवाला हूं, जिनके साथ तुम्हें खुशी मिली है, जिनसे तुमने प्रेम किया है, साथ ही साथ जिनसे तुमने घृणा किया है. मैं उन्हें चारों तरफ से तुम्हारे विरुद्ध इकट्ठा करूंगा और उनके सामने तुम्हारे कपड़े उतारूंगा और वे तुम्हें पूरी तरह नंगी देखेंगे.
So [what I am going to do is as though] I will gather those who you think have loved you and those whom you hated. I will gather them around you [to attack you], and [what I will do is as though] I will strip your clothes off you, and they will see you when you are completely naked.
38 मैं तुम्हें उन स्त्रियों का दंड दूंगा जो व्यभिचार करती हैं और जो खून बहाती हैं; मैं अपने कोप और ईर्ष्या के क्रोध से तुमसे खून का बदला लूंगा.
I will punish you like women who commit adultery and who murder people [MTY] are punished. I will get revenge on you and get rid of you because I am extremely angry with you.
39 तब मैं तुम्हें तुम्हारे प्रेमियों के हाथों में सौंप दूंगा, और वे तुम्हारे पूजा के टीलों को तोड़कर गिरा देंगे और तुम्हारे ऊंचे पूजा स्थलों को नष्ट कर देंगे. वे तुम्हारे कपड़े उतार लेंगे और तुम्हारे अच्छे गहने आभूषण लूट लेंगे और तुम्हें बिलकुल नंगी छोड़ देंगे.
I will allow [your enemies who you thought] loved you [IRO] to defeat you, and they will tear down your shrines. [It will be as though] they will strip off your fancy clothes and take away your fine jewelry and cause you to be completely naked [DOU].
40 वे तुम्हारे विरुद्ध एक उपद्रवी भीड़ ले आएंगे, जो तुम पर पत्थरवाह करेंगे और तुम्हें अपनी तलवारों से टुकड़े-टुकड़े कर डालेंगे.
They will bring a mob to attack you, and that mob will throw stones at you and cut you to pieces with their swords.
41 वे तुम्हारे घरों को जला देंगे और बहुत सी स्त्रियों के देखते में तुम्हें दंड देंगे. मैं तुम्हारे वेश्यावृत्ति को बंद कर दूंगा, और तुम अपने प्रेमियों को दाम नहीं दोगी.
They will burn down your houses and punish you while many women are watching. I will cause your acting like a prostitute and paying your lovers to have sex with you to end.
42 तब तुम्हारे विरुद्ध मेरा कोप ठंडा पड़ जाएगा और तुम्हारे ऊपर से मेरी ईर्ष्या का क्रोध जाता रहेगा; मैं शांत हो जाऊंगा और फिर गुस्सा नहीं करूंगा.
Then I will no longer be angry [DOU] with you. I will stop being jealous [because of your worshiping gods other than me only].
43 “‘क्योंकि तुमने अपनी जवानी के दिनों को याद नहीं रखा, पर इन सब कामों के द्वारा मुझे नाराज किया; इसलिये जो कुछ तुमने किया है, निश्चित रूप से उन बातों को मैं तुम्हारे ही सिर पर ले आऊंगा, परम प्रधान याहवेह की घोषणा है. अपने सब दूसरे घृणित कामों के अलावा क्या तुमने अश्लीलता भी नहीं की?
You have forgotten [the wonderful things that I did for you] in previous years [MET]. You have caused me to become extremely angry because of all the [evil things] that you have done. In addition to all the other detestable things that you did, you committed many sexual sins. So I, Yahweh the Lord, declare that I will punish you [IDM] for doing those things.
44 “‘हर एक व्यक्ति, जो कहावतों का प्रयोग करता है, वह तुम्हारे बारे में इस कहावत का प्रयोग करेगा: “जैसी मां, वैसी बेटी.”
People who [like to] quote proverbs will quote this proverb about you: “[behave] like their mothers [behave].”
45 तुम अपनी मां की सही बेटी हो, जिसने अपने पति और अपने बच्चों को तुच्छ जाना; और तुम अपनी बहनों की सही बहन हो, जिन्होंने अपने पतियों और बच्चों को तुच्छ जाना. तुम्हारी माता एक हित्ती और तुम्हारे पिता एक अमोरी थे.
You are like your mother; [it was as though] she detested her husband and her children. You are like your sisters, who also despised their husbands and their children. [It was as though] [MET] your father belonged to the Amor people-group and your mother belonged to the Heth people-group.
46 शमरिया तुम्हारी बड़ी बहन थी, जो अपनी बेटियों के साथ तुम्हारे उत्तर की ओर रहती थी; और तुम्हारी छोटी बहन सोदोम है, जो अपनी बेटियों के साथ तुम्हारे दक्षिण की ओर रहती थी.
And [it was as though] [MET] your older sister was Samaria, and she and her daughters lived to the north of you, and [it was as though] your younger sister was Sodom, and she and her daughters lived to the south of you.
47 तुमने न सिर्फ उनके पद-चिन्हों पर चलकर उनके घृणित कामों की नकल की, पर जल्दी ही तुम अपने सब कामों में उनसे भी ज्यादा भ्रष्‍ट हो गई.
You not only imitated all [DOU] their detestable behavior, but you quickly became more sinful than they were.
48 परम प्रधान याहवेह की घोषणा है, मैं अपने जीवन की शपथ खाकर कहता हूं, तुम्हारी बहन सोदोम तथा उसकी बेटियों ने ऐसा घृणित काम कभी नहीं किया, जैसा कि तुमने और तुम्हारी बेटियों ने किया है.
I, Yahweh the Lord, solemnly declare that as surely as I am alive, [the people who lived in] [MTY] Sodom and other nearby cities never did the detestable things that you [people in Jerusalem and other places in Judah] have done.
49 “‘तुम्हारी बहन सोदोम का पाप यह था: वह और उसकी बेटियां घमंडी, ज्यादा खानेवाली और निश्चिंत जीवन जीनेवाली थी; वे गरीबों और ज़रूरतमंदों की सहायता नहीं करती थी.
These are the sins [the people who lived in] Sodom, who were like your sister [MET]: The people who lived there and in nearby cities were arrogant. In spite of having more food to eat than they needed, they refused to help the poor and needy [DOU] people among them.
50 वे घमंड से भरी थी और उन्होंने मेरे सामने घृणित कार्य किया. इसलिये मैंने उन्हें दूर कर दिया जैसे कि तुमने देखा है.
The people of Sodom and nearby cities [MET] were proud and did detestable things in my presence, so I got rid of them when I saw what they had been doing.
51 शमरिया ने तुमसे आधे भी पाप नहीं किए हैं. तुमने उनसे ज्यादा घृणित काम किए हैं, और तुम्हारे द्वारा किए गये इन सब कामों के द्वारा तुम्हारी बहनें धार्मिक दिखाई दे रही हैं.
Also, [the people of] Samaria did not commit half as many sins as you have committed. You have done more disgusting things than they have done. You cause the people of Samaria to appear to be good, compared to you.
52 अपने कलंक का बोझ उठाती रहो, क्योंकि तुमने ही अपनी बहनों के कुछ न्याय-प्रक्रिया को साफ किया है. क्योंकि तुम्हारे पाप उनके पापों से ज्यादा नीच प्रकृति के थे, वे तुमसे ज्यादा धर्मी जान पड़ती हैं. इसलिये लज्जित हो और अपने कलंक का भार उठाओ, क्योंकि तुलना में तुम्हारी बहनें धर्मी जान पड़ती हैं.
Your sins are worse than their sins, so they seem to be less wicked than you are. So I will punish you more than I punished them. As a result, you will be ashamed and disgraced [DOU].
53 “‘फिर भी, मैं सोदोम और उसकी बेटियों के जीवन, शमरिया और उसकी बेटियों के जीवन, और साथ में तुम्हारे जीवन को भी बदलूंगा,
However, [some day] I will [the people of] Sodom and Samaria and the cities near to them [MET] to prosper again. And I will cause you to prosper again, too.
54 ताकि तुम अपने कलंक का बोझ उठा सको और उनको सांत्वना देकर जो काम तुमने किया है, उससे लज्जित हो.
You will be very ashamed [DOU] of the wicked things that you have done, and that will cause the people of those cities to be encouraged.
55 और तुम्हारी बहनें, सोदोम और उसकी बेटियां, और शमरिया और उसकी बेटियां अपने पहले की स्थिति में लौट जाएंगी; और तुम और तुम्हारी बेटियां भी अपने पहले की स्थिति में लौट आएंगी.
[The people of] Sodom and Samaria will prosper again, and you and the people in nearby cities will prosper also.
56 अपने अहंकार के दिनों में, जब तुम्हारी दुष्टता प्रगट नहीं हुई थी, तब तुम अपनी बहन सोदोम का नाम तक लेना नहीं चाहती थी.
You (sneered at/despised) [the people of] Sodom when you were proud,
57 उसी तरह, अब तुम एदोम की बेटियों और उसके सब पड़ोसियों और फिलिस्तीनियों की बेटियों—अपने चारों तरफ के लोगों के द्वारा तुच्छ समझी जाती हो.
before it was revealed that you were very wicked. And now [the people of] Edom and [the people of] Philistia all insult you and despise you.
58 तुम्हें अपनी नीचता और घृणित कार्यों का प्रतिफल मिलेगा, याहवेह की घोषणा है.
And you are being punished for all your immoral behavior and other detestable things that you do.
59 “‘परम प्रधान याहवेह का यह कहना है: मैं तुम्हारे साथ वैसा ही व्यवहार करूंगा, जैसा तुमने किया है, क्योंकि तुमने वाचा को तोड़ने के द्वारा मेरी सौगंध को तुच्छ समझा है.
This is what I, Yahweh the Lord, say: I will continue to punish you like you deserve to be punished, because by rejecting the agreement that I made with you, you have despised that solemn agreement that you promised to obey.
60 तौभी, मैं उस वाचा को याद रखूंगा, जिसे मैंने तुम्हारे साथ तुम्हारे जवानी के दिनों में बांधी थी, और मैं तुम्हारे साथ सदाकाल तक बने रहनेवाली एक वाचा बांधूंगा.
But I will not forget the agreement that I made with you long ago [MET], and I will make an agreement with you that will endure forever.
61 तब तुम अपने चालचलन को याद करके लज्जित होगी, जब तुम अपनी बड़ी और छोटी बहनों से मिलोगी. मैं उन्हें तुमको तुम्हारी बेटियों के रूप में दूंगा, परंतु यह तुम्हारे साथ बांधी गई वाचा के आधार पर नहीं होगा.
Then you will think about what you have done, and you will be ashamed about those things when you welcome [the people of] Sodom and Samaria, cities which are like [MET] older and younger sisters to you people of Jerusalem. I will [put them under your control by] causing them to become like [MET] your daughters, but they will not have the same agreement that I will make with you.
62 इस प्रकार मैं तुम्हारे साथ अपनी वाचा बांधूंगा, और तुम जानोगे कि मैं याहवेह हूं.
I will establish my agreement with you, and you will know that I, Yahweh, [have the power to do what I say that I will do].
63 तब, जब मैं तुम्हारे किए गये सब गलत कार्यों को क्षमा करूंगा, तब तुम याद करोगी और लज्जित होंगी और अपमानित होने के कारण फिर कभी अपना मुंह नहीं खोलोगी, यह परम प्रधान याहवेह की घोषणा है.’”
Then when I have forgiven you for all your sins, you will think about all the sins that you committed and you will be ashamed, and you will never again [boast about them], because you will be humiliated.’”

< यहेजकेल 16 >