< प्रेरितों के काम 7 >

1 महापुरोहित ने उनसे प्रश्न किया, “क्या यह आरोप सच है?”
ཏཏཿ པརཾ མཧཱཡཱཛཀཿ པྲྀཥྚཝཱན྄, ཨེཥཱ ཀཐཱཾ ཀིཾ སཏྱཱ?
2 स्तेफ़ानॉस ने उसे उत्तर दिया, “आदरणीय गुरुवर और बंधुओं,” कृपया सुनिए: महामहिम परमेश्वर ने हमारे पूर्वज अब्राहाम को उनके हारान प्रदेश में आकर बसने के पूर्व, जब वह मेसोपोतामिया में थे, दिव्य दर्शन देते हुए आज्ञा दी:
ཏཏཿ ས པྲཏྱཝདཏ྄, ཧེ པིཏརོ ཧེ བྷྲཱཏརཿ སཪྻྭེ ལཱཀཱ མནཱཾསི ནིདྷདྡྷྭཾ། ཨསྨཱཀཾ པཱུཪྻྭཔུརུཥ ཨིབྲཱཧཱིམ྄ ཧཱརཎྣགརེ ཝཱསཀརཎཱཏ྄ པཱུཪྻྭཾ ཡདཱ ཨརཱམ྄-ནཧརཡིམདེཤེ ཨཱསཱིཏ྄ ཏདཱ ཏེཛོམཡ ཨཱིཤྭརོ དརྴནཾ དཏྭཱ
3 अपने पिता के घर तथा अपने रिश्तेदारों को छोड़कर उस देश को चला जा, जो मैं तुझे दिखाऊंगा.
ཏམཝདཏ྄ ཏྭཾ སྭདེཤཛྙཱཏིམིཏྲཱཎི པརིཏྱཛྱ ཡཾ དེཤམཧཾ དརྴཡིཥྱཱམི ཏཾ དེཤཾ ཝྲཛ།
4 “इसलिये वह कसदियों के देश को छोड़कर हारान नगर में बस गए. इसके बाद उनके पिता की मृत्यु के बाद, परमेश्वर उन्हें इस भूमि पर ले आए जिस पर आप निवास कर रहे हैं. परमेश्वर ने उन्हें इस भूभाग का कोई उत्तराधिकार नहीं दिया;
ཨཏཿ ས ཀསྡཱིཡདེཤཾ ཝིཧཱཡ ཧཱརཎྣགརེ ནྱཝསཏ྄, ཏདནནྟརཾ ཏསྱ པིཏརི མྲྀཏེ ཡཏྲ དེཤེ ཡཱུཡཾ ནིཝསཐ ས ཨེནཾ དེཤམཱགཙྪཏ྄།
5 यहां तक कि पैर रखने का भी स्थान नहीं. किंतु परमेश्वर ने उनके उस समय निःसंतान होने पर भी उनसे यह प्रतिज्ञा की कि उनके बाद वह उनके वंशजों को यह भूमि उनकी संपत्ति के रूप में प्रदान करेंगे.
ཀིནྟྭཱིཤྭརསྟསྨཻ ཀམཔྱདྷིཀཱརམ྄ ཨརྠཱད྄ ཨེཀཔདཔརིམིཏཱཾ བྷཱུམིམཔི ནཱདདཱཏ྄; ཏདཱ ཏསྱ ཀོཔི སནྟཱནོ ནཱསཱིཏ྄ ཏཐཱཔི སནྟཱནཻཿ སཱརྡྡྷམ྄ ཨེཏསྱ དེཤསྱཱདྷིཀཱརཱི ཏྭཾ བྷཝིཥྱསཱིཏི ཏམྤྲཏྱངྒཱིཀྲྀཏཝཱན྄།
6 तब परमेश्वर ने अब्राहाम से कहा, ‘यह सच है तुम्हारे वंश के लोग पराए देश में परदेशी होकर रहेंगे, जहां उन्हें दास बना लिया जाएगा, और उन्हें चार सौ वर्ष तक दुःख देंगे.
ཨཱིཤྭར ཨིཏྠམ྄ ཨཔརམཔི ཀཐིཏཝཱན྄ ཏཝ སནྟཱནཱཿ པརདེཤེ ནིཝཏྶྱནྟི ཏཏསྟདྡེཤཱིཡལོཀཱཤྩཏུཿཤཏཝཏྶརཱན྄ ཡཱཝཏ྄ ཏཱན྄ དཱསཏྭེ སྠཱཔཡིཏྭཱ ཏཱན྄ པྲཏི ཀུཝྱཝཧཱརཾ ཀརིཥྱནྟི།
7 फिर जिस देश के वे दास होंगे, उस देश के लोगों को मैं दंड दूंगा, फिर तुम्हारे वंश के लोग वहां से बहुत धन लेकर निकलेंगे.’
ཨཔརམ྄ ཨཱིཤྭར ཨེནཱཾ ཀཐཱམཔི ཀཐིཏཝཱན྄, ཡེ ལོཀཱསྟཱན྄ དཱསཏྭེ སྠཱཔཡིཥྱནྟི ཏཱལློཀཱན྄ ཨཧཾ དཎྜཡིཥྱཱམི, ཏཏཿ པརཾ ཏེ བཧིརྒཏཱཿ སནྟོ མཱམ྄ ཨཏྲ སྠཱནེ སེཝིཥྱནྟེ།
8 परमेश्वर ने अब्राहाम के साथ ख़तना की वाचा स्थापित की. जब अब्राहाम के पुत्र यित्सहाक का जन्म हुआ, तो आठवें दिन उनका ख़तना किया गया. यित्सहाक के पुत्र थे याकोब और याकोब से बारह गोत्रपिता पैदा हुए.
པཤྩཱཏ྄ ས ཏསྨཻ ཏྭཀྪེདསྱ ནིཡམཾ དཏྟཝཱན྄, ཨཏ ཨིསྷཱཀནཱམྣི ཨིབྲཱཧཱིམ ཨེཀཔུཏྲེ ཛཱཏེ, ཨཥྚམདིནེ ཏསྱ ཏྭཀྪེདམ྄ ཨཀརོཏ྄། ཏསྱ ཨིསྷཱཀཿ པུཏྲོ ཡཱཀཱུབ྄, ཏཏསྟསྱ ཡཱཀཱུབོ྅སྨཱཀཾ དྭཱདཤ པཱུཪྻྭཔུརུཥཱ ཨཛཱཡནྟ།
9 “जलन के कारण गोत्रपिताओं ने योसेफ़ को मिस्र देश में बेच दिया किंतु परमेश्वर की कृपादृष्टि योसेफ़ पर बनी रही.
ཏེ པཱུཪྻྭཔུརུཥཱ ཨཱིརྵྱཡཱ པརིཔཱུརྞཱ མིསརདེཤཾ པྲེཥཡིཏུཾ ཡཱུཥཕཾ ཝྱཀྲཱིཎན྄།
10 इसलिये परमेश्वर ने योसेफ़ को सभी यातनाओं से मुक्त कर उन्हें बुद्धि प्रदान की और मिस्र देश के राजा फ़रोह की कृपादृष्टि प्रदान की तथा फ़रोह ने उन्हें मिस्र देश और पूरे राजमहल पर अधिकारी बना दिया.
ཀིནྟྭཱིཤྭརསྟསྱ སཧཱཡོ བྷཱུཏྭཱ སཪྻྭསྱཱ དུརྒཏེ རཀྵིཏྭཱ ཏསྨཻ བུདྡྷིཾ དཏྟྭཱ མིསརདེཤསྱ རཱཛྙཿ ཕིརཽཎཿ པྲིཡཔཱཏྲཾ ཀྲྀཏཝཱན྄ ཏཏོ རཱཛཱ མིསརདེཤསྱ སྭཱིཡསཪྻྭཔརིཝཱརསྱ ཙ ཤཱསནཔདཾ ཏསྨཻ དཏྟཝཱན྄།
11 “तब सारे मिस्र और कनान देश में अकाल पड़ा जिससे हर जगह हाहाकार मच गया और हमारे पूर्वजों के सामने भोजन का अभाव हो गया.
ཏསྨིན྄ སམཡེ མིསར-ཀིནཱནདེཤཡོ རྡུརྦྷིཀྵཧེཏོརཏིཀླིཥྚཏྭཱཏ྄ ནཿ པཱུཪྻྭཔུརུཥཱ བྷཀྵྱདྲཝྱཾ ནཱལབྷནྟ།
12 किंतु जब याकोब को यह मालूम हुआ कि मिस्र देश में अन्‍न उपलब्ध है, उन्होंने हमारे पूर्वजों को अन्‍न लेने वहां भेजा, जिनकी यह पहली मिस्र की यात्रा थी.
ཀིནྟུ མིསརདེཤེ ཤསྱཱནི སནྟི, ཡཱཀཱུབ྄ ཨིམཱཾ ཝཱརྟྟཱཾ ཤྲུཏྭཱ པྲཐམམ྄ ཨསྨཱཀཾ པཱུཪྻྭཔུརུཥཱན྄ མིསརཾ པྲེཥིཏཝཱན྄།
13 जब वे अन्‍न लेने वहां दूसरी बार गए, योसेफ़ ने स्वयं को अपने भाइयों पर प्रकट कर दिया, जिससे फ़रोह योसेफ़ के परिवार से परिचित हो गया.
ཏཏོ དྭིཏཱིཡཝཱརགམནེ ཡཱུཥཕ྄ སྭབྷྲཱཏྲྀབྷིཿ པརིཙིཏོ྅བྷཝཏ྄; ཡཱུཥཕོ བྷྲཱཏརཿ ཕིརཽཎ྄ རཱཛེན པརིཙིཏཱ ཨབྷཝན྄།
14 तब योसेफ़ ने अपने पिता और सारे परिवार को, जिनकी संख्या पचहत्तर थी, मिस्र देश में बुला लिया.
ཨནནྟརཾ ཡཱུཥཕ྄ བྷྲཱཏྲྀགཎཾ པྲེཥྱ ནིཛཔིཏརཾ ཡཱཀཱུབཾ ནིཛཱན྄ པཉྩཱདྷིཀསཔྟཏིསཾཁྱཀཱན྄ ཛྙཱཏིཛནཱཾཤྩ སམཱཧཱུཏཝཱན྄།
15 तब याकोब मिस्र देश में बस गए और वहीं उनकी और हमारे पूर्वजों की मृत्यु हुई.
ཏསྨཱད྄ ཡཱཀཱུབ྄ མིསརདེཤཾ གཏྭཱ སྭཡམ྄ ཨསྨཱཀཾ པཱུཪྻྭཔུརུཥཱཤྩ ཏསྨིན྄ སྠཱནེ྅མྲིཡནྟ།
16 उनके अवशेष शेकेम नगर लाए गए तथा उन्हें अब्राहाम द्वारा मोल ली गई कंदरा-क़ब्र में रखा गया, जिसे अब्राहाम ने शेकेम नगर के निवासी हामोर के पुत्रों को दाम देकर खरीदा था.
ཏཏསྟེ ཤིཁིམཾ ནཱིཏཱ ཡཏ྄ ཤྨཤཱནམ྄ ཨིབྲཱཧཱིམ྄ མུདྲཱདཏྭཱ ཤིཁིམཿ པིཏུ རྷམོརཿ པུཏྲེབྷྱཿ ཀྲཱིཏཝཱན྄ ཏཏྴྨཤཱནེ སྠཱཔཡཱཉྩཀྲིརེ།
17 “जब परमेश्वर द्वारा अब्राहाम से की गई प्रतिज्ञा को पूरी करने का समय आया तब मिस्र देश में हमारे पूर्वजों की संख्या में कई गुणा वृद्धि हो चुकी थी.
ཏཏཿ པརམ྄ ཨཱིཤྭར ཨིབྲཱཧཱིམཿ སནྣིདྷཽ ཤཔཐཾ ཀྲྀཏྭཱ ཡཱཾ པྲཏིཛྙཱཾ ཀྲྀཏཝཱན྄ ཏསྱཱཿ པྲཏིཛྙཱཡཱཿ ཕལནསམཡེ ནིཀཊེ སཏི ཨིསྲཱཡེལློཀཱ སིམརདེཤེ ཝརྡྡྷམཱནཱ བཧུསཾཁྱཱ ཨབྷཝན྄།
18 उस समय मिस्र में एक नया राजा बना, जो योसेफ़ को नहीं जानता था.
ཤེཥེ ཡཱུཥཕཾ ཡོ ན པརིཙིནོཏི ཏཱདྲྀཤ ཨེཀོ ནརཔཏིརུཔསྠཱཡ
19 उसने हमारे पूर्वजों के साथ चालाकी से बुरा व्यवहार किया और नवजात शिशुओं को नाश करने के लिए विवश किया कि एक भी शिशु बचा न रहे.
ཨསྨཱཀཾ ཛྙཱཏིབྷིཿ སཱརྡྡྷཾ དྷཱུརྟྟཏཱཾ ཝིདྷཱཡ པཱུཪྻྭཔུརུཥཱན྄ པྲཏི ཀུཝྱཝཧརཎཔཱུཪྻྭཀཾ ཏེཥཱཾ ཝཾཤནཱཤནཱཡ ཏེཥཱཾ ནཝཛཱཏཱན྄ ཤིཤཱུན྄ བཧི རྣིརཀྵེཔཡཏ྄།
20 “इसी काल में मोशेह का जन्म हुआ. वह परमेश्वर की दृष्टि में चाहने योग्य थे. तीन माह तक उनका पालन पोषण उनके पिता के ही परिवार में हुआ.
ཨེཏསྨིན྄ སམཡེ མཱུསཱ ཛཛྙེ, ས ཏུ པརམསུནྡརོ྅བྷཝཏ྄ ཏཐཱ པིཏྲྀགྲྀཧེ མཱསཏྲཡཔཪྻྱནྟཾ པཱལིཏོ྅བྷཝཏ྄།
21 जब उनको छुपाए रखना असंभव हो गया, तब फ़रोह की पुत्री उन्हें ले गई. उसने उनका पालन पोषण अपने पुत्र जैसे किया.
ཀིནྟུ ཏསྨིན྄ བཧིརྣིཀྵིཔྟེ སཏི ཕིརཽཎརཱཛསྱ ཀནྱཱ ཏམ྄ ཨུཏྟོལྱ ནཱིཏྭཱ དཏྟཀཔུཏྲཾ ཀྲྀཏྭཱ པཱལིཏཝཏཱི།
22 मिस्र देश की सारी विद्या में मोशेह को प्रशिक्षित किया गया. वह बातचीत और कर्तव्य-पालन करने में प्रभावशाली थे.
ཏསྨཱཏ྄ ས མཱུསཱ མིསརདེཤཱིཡཱཡཱཿ སཪྻྭཝིདྱཱཡཱཿ པཱརདྲྀཥྭཱ སན྄ ཝཱཀྱེ ཀྲིཡཱཡཱཉྩ ཤཀྟིམཱན྄ ཨབྷཝཏ྄།
23 “जब मोशेह लगभग चालीस वर्ष के हुए, उनके मन में अपने इस्राएली बंधुओं से भेंट करने का विचार आया.
ས སམྤཱུརྞཙཏྭཱརིཾཤདྭཏྶརཝཡསྐོ བྷཱུཏྭཱ ཨིསྲཱཡེལཱིཡཝཾཤནིཛབྷྲཱཏྲྀན྄ སཱཀྵཱཏ྄ ཀརྟུཾ མཏིཾ ཙཀྲེ།
24 वहां उन्होंने एक इस्राएली के साथ अन्याय से भरा व्यवहार होते देख उसकी रक्षा की तथा सताए जानेवाले के बदले में मिस्रवासी की हत्या कर दी.
ཏེཥཱཾ ཛནམེཀཾ ཧིཾསིཏཾ དྲྀཥྚྭཱ ཏསྱ སཔཀྵཿ སན྄ ཧིཾསིཏཛནམ྄ ཨུཔཀྲྀཏྱ མིསརཱིཡཛནཾ ཛགྷཱན།
25 उनका विचार यह था कि उनके इस काम के द्वारा इस्राएली यह समझ जाएंगे कि परमेश्वर स्वयं उन्हीं के द्वारा इस्राएलियों को मुक्त करा रहे हैं किंतु ऐसा हुआ नहीं.
ཏསྱ ཧསྟེནེཤྭརསྟཱན྄ ཨུདྡྷརིཥྱཏི ཏསྱ བྷྲཱཏྲྀགཎ ཨིཏི ཛྙཱསྱཏི ས ཨིཏྱནུམཱནཾ ཙཀཱར, ཀིནྟུ ཏེ ན བུབུདྷིརེ།
26 दूसरे दिन जब उन्होंने आपस में लड़ते हुए दो इस्राएलियों के मध्य यह कहते हुए मेल-मिलाप का प्रयास किया, ‘तुम भाई-भाई हो, क्यों एक दूसरे को आहत करना चाह रहे हो?’
ཏཏྤརེ ྅ཧནི ཏེཥཱམ྄ ཨུབྷཡོ རྫནཡོ ཪྻཱཀྐལཧ ཨུཔསྠིཏེ སཏི མཱུསཱཿ སམཱིཔཾ གཏྭཱ ཏཡོ རྨེལནཾ ཀརྟྟུཾ མཏིཾ ཀྲྀཏྭཱ ཀཐཡཱམཱས, ཧེ མཧཱཤཡཽ ཡུཝཱཾ བྷྲཱཏརཽ པརསྤརམ྄ ཨནྱཱཡཾ ཀུཏཿ ཀུརུཐཿ?
27 “उस अन्याय करनेवाले इस्राएली ने मोशेह को धक्का देते हुए कहा, ‘किसने तुम्हें हम पर राजा और न्याय करनेवाला ठहराया है?
ཏཏཿ སམཱིཔཝཱསིནཾ པྲཏི ཡོ ཛནོ྅ནྱཱཡཾ ཙཀཱར ས ཏཾ དཱུརཱིཀྲྀཏྱ ཀཐཡཱམཱས, ཨསྨཱཀམུཔརི ཤཱསྟྲྀཏྭཝིཙཱརཡིཏྲྀཏྭཔདཡོཿ ཀསྟྭཱཾ ནིཡུཀྟཝཱན྄?
28 कहीं तुम्हारा मतलब कल उस मिस्री जैसे मेरी भी हत्या का तो नहीं है? बोलो!’
ཧྱོ ཡཐཱ མིསརཱིཡཾ ཧཏཝཱན྄ ཏཐཱ ཀིཾ མཱམཔི ཧནིཥྱསི?
29 यह सुन मोशेह वहां से भाग खड़े हुए और मिदियान देश में परदेशी होकर रहने लगे. वहां उनके दो पुत्र पैदा हुए.
ཏདཱ མཱུསཱ ཨེཏཱདྲྀཤཱིཾ ཀཐཱཾ ཤྲུཏྭཱ པལཱཡནཾ ཙཀྲེ, ཏཏོ མིདིཡནདེཤཾ གཏྭཱ པྲཝཱསཱི སན྄ ཏསྠཽ, ཏཏསྟཏྲ དྭཽ པུཏྲཽ ཛཛྙཱཏེ།
30 “चालीस वर्ष व्यतीत होने पर सीनाय पर्वत के बंजर भूमि में एक जलती हुई कंटीली झाड़ी आग की लौ में उन्हें एक स्वर्गदूत दिखाई दिया.
ཨནནྟརཾ ཙཏྭཱརིཾཤདྭཏྶརེཥུ གཏེཥུ སཱིནཡཔཪྻྭཏསྱ པྲཱནྟརེ པྲཛྭལིཏསྟམྦསྱ ཝཧྣིཤིཁཱཡཱཾ པརམེཤྭརདཱུཏསྟསྨཻ དརྴནཾ དདཽ།
31 इस दृश्य ने उन्हें आश्चर्यचकित कर दिया. जब वह इसे नज़दीकी से देखने के उद्देश्य से झाड़ी के पास गए तो परमेश्वर ने उनसे कहा:
མཱུསཱསྟསྨིན྄ དརྴནེ ཝིསྨཡཾ མཏྭཱ ཝིཤེཥཾ ཛྙཱཏུཾ ནིཀཊཾ གཙྪཏི,
32 ‘मैं तुम्हारे पूर्वजों के पिता अर्थात् अब्राहाम, यित्सहाक तथा याकोब का परमेश्वर हूं.’ मोशेह भय से कांपने लगे और ऊपर आंख उठाने का साहस न कर सके.
ཨེཏསྨིན྄ སམཡེ, ཨཧཾ ཏཝ པཱུཪྻྭཔུརུཥཱཎཱམ྄ ཨཱིཤྭརོ྅རྠཱད྄ ཨིབྲཱཧཱིམ ཨཱིཤྭར ཨིསྷཱཀ ཨཱིཤྭརོ ཡཱཀཱུབ ཨཱིཤྭརཤྩ, མཱུསཱམུདྡིཤྱ པརམེཤྭརསྱཻཏཱདྲྀཤཱི ཝིཧཱཡསཱིཡཱ ཝཱཎཱི བབྷཱུཝ, ཏཏཿ ས ཀམྤཱནྭིཏཿ སན྄ པུན རྣིརཱིཀྵིཏུཾ པྲགལྦྷོ ན བབྷཱུཝ།
33 “प्रभु ने मोशेह से कहा, अपनी पैरों से जूते उतार दो, क्योंकि यह स्थान, जिस पर तुम खड़े हो, पवित्र है.
པརམེཤྭརསྟཾ ཛགཱད, ཏཝ པཱདཡོཿ པཱདུཀེ མོཙཡ ཡཏྲ ཏིཥྛསི སཱ པཝིཏྲབྷཱུམིཿ།
34 मिस्र देश में मेरी प्रजा पर हो रहा अत्याचार मैंने अच्छी तरह से देखा है. ‘मैंने उनका कराहना भी सुना है. मैं उन्हें मुक्त कराने नीचे उतर आया हूं. सुनो, मैं तुम्हें मिस्र देश भेजूंगा.’
ཨཧཾ མིསརདེཤསྠཱནཱཾ ནིཛལོཀཱནཱཾ དུརྡྡཤཱཾ ནིཏཱནྟམ྄ ཨཔཤྱཾ, ཏེཥཱཾ ཀཱཏཪྻྱོཀྟིཉྩ ཤྲུཏཝཱན྄ ཏསྨཱཏ྄ ཏཱན྄ ཨུདྡྷརྟྟུམ྄ ཨཝརུཧྱཱགམམ྄; ཨིདཱནཱིམ྄ ཨཱགཙྪ མིསརདེཤཾ ཏྭཱཾ པྲེཥཡཱམི།
35 “यह वही मोशेह हैं, जिन्हें इस्राएलियों ने यह कहते हुए अस्वीकार कर दिया था, ‘किसने तुम्हें हम पर राजा और न्याय करनेवाला ठहराया है?’ परमेश्वर ने उन्हीं को उस स्वर्गदूत द्वारा, जो झाड़ी में उन्हें दिखाई दिया था, राजा तथा छुड़ाने वाला ठहराकर भेज दिया.
ཀསྟྭཱཾ ཤཱསྟྲྀཏྭཝིཙཱརཡིཏྲྀཏྭཔདཡོ རྣིཡུཀྟཝཱན྄, ཨིཏི ཝཱཀྱམུཀྟྭཱ ཏཻ ཪྻོ མཱུསཱ ཨཝཛྙཱཏསྟམེཝ ཨཱིཤྭརཿ སྟམྦམདྷྱེ དརྴནདཱཏྲཱ ཏེན དཱུཏེན ཤཱསྟཱརཾ མུཀྟིདཱཏཱརཉྩ ཀྲྀཏྭཱ པྲེཥཡཱམཱས།
36 यह वही मोशेह थे, जिन्होंने उनका नायक होकर उन्हें बाहर निकाला और मिस्र देश, लाल सागर तथा चालीस वर्ष बंजर भूमि में अद्भुत चिह्न दिखाते हुए उनका मार्गदर्शन किया.
ས ཙ མིསརདེཤེ སཱུཕྣཱམྣི སམུདྲེ ཙ པཤྩཱཏ྄ ཙཏྭཱརིཾཤདྭཏྶརཱན྄ ཡཱཝཏ྄ མཧཱཔྲཱནྟརེ ནཱནཱཔྲཀཱརཱཎྱདྦྷུཏཱནི ཀརྨྨཱཎི ལཀྵཎཱནི ཙ དརྴཡིཏྭཱ ཏཱན྄ བཧིཿ ཀྲྀཏྭཱ སམཱནིནཱཡ།
37 “यही थे वह मोशेह, जिन्होंने इस्राएल की संतान के सामने यह घोषणा पहले से ही की थी, ‘तुम्हारे ही देशवासियों में से परमेश्वर मेरे ही समान एक भविष्यवक्ता को उठाएंगे.’
པྲབྷུཿ པརམེཤྭརོ ཡུཥྨཱཀཾ བྷྲཱཏྲྀགཎསྱ མདྷྱེ མཱདྲྀཤམ྄ ཨེཀཾ བྷཝིཥྱདྭཀྟཱརམ྄ ཨུཏྤཱདཡིཥྱཏི ཏསྱ ཀཐཱཡཱཾ ཡཱུཡཾ མནོ ནིདྷཱསྱཐ, ཡོ ཛན ཨིསྲཱཡེལཿ སནྟཱནེབྷྱ ཨེནཱཾ ཀཐཱཾ ཀཐཡཱམཱས ས ཨེཥ མཱུསཱཿ།
38 यह वही हैं, जो बंजर भूमि में इस्राएली समुदाय में उस स्वर्गदूत के साथ मौजूद थे, जिसने उनसे सीनाय पर्वत पर बातें की और जो हमारे पूर्वजों के साथ थे तथा मोशेह ने तुम्हें सौंप देने के लिए जिनसे जीवित वचन प्राप्‍त किए.
མཧཱཔྲཱནྟརསྠམཎྜལཱིམདྷྱེ྅པི ས ཨེཝ སཱིནཡཔཪྻྭཏོཔརི ཏེན སཱརྡྡྷཾ སཾལཱཔིནོ དཱུཏསྱ ཙཱསྨཏྤིཏྲྀགཎསྱ མདྷྱསྠཿ སན྄ ཨསྨབྷྱཾ དཱཏཝྱནི ཛཱིཝནདཱཡཀཱནི ཝཱཀྱཱནི ལེབྷེ།
39 “हमारे पूर्वज उनके आज्ञापालन के इच्छुक नहीं थे. वे मन ही मन मिस्र देश की कामना करने लगे.
ཨསྨཱཀཾ པཱུཪྻྭཔུརུཥཱསྟམ྄ ཨམཱནྱཾ ཀཏྭཱ སྭེབྷྱོ དཱུརཱིཀྲྀཏྱ མིསརདེཤཾ པརཱཝྲྀཏྱ གནྟུཾ མནོབྷིརབྷིལཥྱ ཧཱརོཎཾ ཛགདུཿ,
40 वे हारोन से कहते रहे, ‘हमारे आगे-आगे जाने के लिए देवताओं को स्थापित करो. इस मोशेह की, जो हमें मिस्र साम्राज्य से बाहर लेकर आया है, कौन जाने क्या हुआ!’
ཨསྨཱཀམ྄ ཨགྲེ྅གྲེ གནྟུམ྄ ཨསྨདརྠཾ དེཝགཎཾ ནིརྨྨཱཧི ཡཏོ ཡོ མཱུསཱ ཨསྨཱན྄ མིསརདེཤཱད྄ བཧིཿ ཀྲྀཏྭཱནཱིཏཝཱན྄ ཏསྱ ཀིཾ ཛཱཏཾ ཏདསྨཱབྷི རྣ ཛྙཱཡཏེ།
41 तब उन्होंने बछड़े की एक मूर्ति बनाई, उसे बलि चढ़ाई तथा अपने हाथों के कामों पर उत्सव मनाने लगे.
ཏསྨིན྄ སམཡེ ཏེ གོཝཏྶཱཀྲྀཏིཾ པྲཏིམཱཾ ནིརྨྨཱཡ ཏཱམུདྡིཤྱ ནཻཝེདྱམུཏྨྲྀཛྱ སྭཧསྟཀྲྀཏཝསྟུནཱ ཨཱནནྡིཏཝནྟཿ།
42 इससे परमेश्वर ने उनसे मुंह मोड़कर उन्हें आकाश के नक्षत्रों की उपासना करने के लिए छोड़ दिया, जैसा भविष्यद्वक्ताओं के अभिलेख में लिखा है: “‘हे इस्राएल के वंशजों, निर्जन प्रदेश में चालीस साल तक क्या तुमने मुझे बलिदान और भेंट चढ़ाया?
ཏསྨཱད྄ ཨཱིཤྭརསྟེཥཱཾ པྲཏི ཝིམུཁཿ སན྄ ཨཱཀཱཤསྠཾ ཛྱོཏིརྒཎཾ པཱུཛཡིཏུཾ ཏེབྷྱོ྅ནུམཏིཾ དདཽ, ཡཱདྲྀཤཾ བྷཝིཥྱདྭཱདིནཱཾ གྲནྠེཥུ ལིཁིཏམཱསྟེ, ཡཐཱ, ཨིསྲཱཡེལཱིཡཝཾཤཱ རེ ཙཏྭཱརིཾཤཏྶམཱན྄ པུརཱ། མཧཏི པྲཱནྟརེ སཾསྠཱ ཡཱུཡནྟུ ཡཱནི ཙ། བལིཧོམཱདིཀརྨྨཱཎི ཀྲྀཏཝནྟསྟུ ཏཱནི ཀིཾ། མཱཾ སམུདྡིཤྱ ཡུཥྨཱབྷིཿ པྲཀྲྀཏཱནཱིཏི ནཻཝ ཙ།
43 तुमने देवता मोलेक की वेदी की स्थापना की, अपने देवता रेफ़ान के तारे को ऊंचा किया और उन्हीं की मूर्तियों को आराधना के लिए स्थापित किया. इसलिये मैं तुम्हें बाबेल से दूर निकाल ले जाऊंगा.’
ཀིནྟུ ཝོ མོལཀཱཁྱསྱ དེཝསྱ དཱུཥྱམེཝ ཙ། ཡུཥྨཱཀཾ རིམྥནཱཁྱཱཡཱ དེཝཏཱཡཱཤྩ ཏཱརཀཱ། ཨེཏཡོརུབྷཡོ རྨཱུརྟཱི ཡུཥྨཱབྷིཿ པརིཔཱུཛིཏེ། ཨཏོ ཡུཥྨཱཾསྟུ བཱབེལཿ པཱརཾ ནེཥྱཱམི ནིཤྩིཏཾ།
44 “बंजर भूमि में गवाही का तंबू हमारे पूर्वजों के पास था. इसका निर्माण ठीक-ठीक परमेश्वर द्वारा मोशेह को दिए गए निर्देश के अनुसार किया गया था, जिसका आकार स्वयं मोशेह देख चुके थे.
ཨཔརཉྩ ཡནྣིདརྴནམ྄ ཨཔཤྱསྟདནུསཱརེཎ དཱུཥྱཾ ནིརྨྨཱཧི ཡསྨིན྄ ཨཱིཤྭརོ མཱུསཱམ྄ ཨེཏདྭཱཀྱཾ བབྷཱཥེ ཏཏ྄ ཏསྱ ནིརཱུཔིཏཾ སཱཀྵྱསྭརཱུཔཾ དཱུཥྱམ྄ ཨསྨཱཀཾ པཱུཪྻྭཔུརུཥཻཿ སཧ པྲཱནྟརེ ཏསྠཽ།
45 हमारे पूर्वज इस गवाही के तंबू को यहोशू के नेतृत्व में अपने साथ उस भूमि पर ले आए, जिसे उन्होंने अपने अधिकार में ले लिया था और जहां से परमेश्वर ने हमारे पूर्वजों के सामने से राष्ट्रों को निकाल दिया था. ऐसा दावीद के समय तक रहा.
པཤྩཱཏ྄ ཡིཧོཤཱུཡེན སཧིཏཻསྟེཥཱཾ ཝཾཤཛཱཏཻརསྨཏྤཱུཪྻྭཔུརུཥཻཿ སྭེཥཱཾ སམྨུཁཱད྄ ཨཱིཤྭརེཎ དཱུརཱིཀྲྀཏཱནཱམ྄ ཨནྱདེཤཱིཡཱནཱཾ དེཤཱདྷིཀྲྀཏིཀཱལེ སམཱནཱིཏཾ ཏད྄ དཱུཥྱཾ དཱཡཱུདོདྷིཀཱརཾ ཡཱཝཏ྄ ཏཏྲ སྠཱན ཨཱསཱིཏ྄།
46 दावीद पर परमेश्वर की कृपादृष्टि थी. दावीद ने उनसे याकोब के परमेश्वर के लिए एक निवास स्थान बनाने की आज्ञा चाही.
ས དཱཡཱུད྄ པརམེཤྭརསྱཱནུགྲཧཾ པྲཱཔྱ ཡཱཀཱུབ྄ ཨཱིཤྭརཱརྠམ྄ ཨེཀཾ དཱུཥྱཾ ནིརྨྨཱཏུཾ ཝཝཱཉྪ;
47 किंतु इस भवन का निर्माण शलोमोन द्वारा किया गया.
ཀིནྟུ སུལེམཱན྄ ཏདརྠཾ མནྡིརམ྄ ཨེཀཾ ནིརྨྨིཏཝཱན྄།
48 “सच तो यह है कि, परम प्रधान परमेश्वर मनुष्य के हाथ से बने भवन में वास नहीं करते. भविष्यवक्ता की घोषणा है:
ཏཐཱཔི ཡཿ སཪྻྭོཔརིསྠཿ ས ཀསྨིཾཤྩིད྄ ཧསྟཀྲྀཏེ མནྡིརེ ནིཝསཏཱིཏི ནཧི, བྷཝིཥྱདྭཱདཱི ཀཐཱམེཏཱཾ ཀཐཡཏི, ཡཐཱ,
49 “‘स्वर्ग मेरा सिंहासन तथा पृथ्वी मेरे पैरों की चौकी है. किस प्रकार का घर बनाओगे तुम मेरे लिए? परमेश्वर का कहना है, या कहां होगा मेरा विश्राम स्थान?
པརེཤོ ཝདཏི སྭརྒོ རཱཛསིཾཧཱསནཾ མམ། མདཱིཡཾ པཱདཔཱིཋཉྩ པྲྀཐིཝཱི བྷཝཏི དྷྲུཝཾ། ཏརྷི ཡཱུཡཾ ཀྲྀཏེ མེ ཀིཾ པྲནིརྨྨཱསྱཐ མནྡིརཾ། ཝིཤྲཱམཱཡ མདཱིཡཾ ཝཱ སྠཱནཾ ཀིཾ ཝིདྱཏེ ཏྭིཧ།
50 क्या ये सभी मेरे ही हाथों की रचना नहीं?’
སཪྻྭཱཎྱེཏཱནི ཝསྟཱུནི ཀིཾ མེ ཧསྟཀྲྀཏཱནི ན༎
51 “आप, जो हठीले हृदय और कान के ख़तना रहित लोग हैं, हमेशा पवित्र आत्मा का विरोध करते रहते हैं. आप ठीक वही कर रहे हैं, जो आपके पूर्वजों ने किया.
ཧེ ཨནཱཛྙཱགྲཱཧཀཱ ཨནྟཿཀརཎེ ཤྲཝཎེ ཙཱཔཝིཏྲལོཀཱཿ ཡཱུཡམ྄ ཨནཝརཏཾ པཝིཏྲསྱཱཏྨནཿ པྲཱཏིཀཱུལྱམ྄ ཨཱཙརཐ, ཡུཥྨཱཀཾ པཱུཪྻྭཔུརུཥཱ ཡཱདྲྀཤཱ ཡཱུཡམཔི ཏཱདྲྀཤཱཿ།
52 क्या कभी भी कोई ऐसा भविष्यवक्ता हुआ है, जिसे आपके पूर्वजों ने सताया न हो? यहां तक कि उन्होंने तो उन भविष्यद्वक्ताओं की हत्या भी कर दी जिन्होंने उस धर्मी जन के आगमन की पहले से ही घोषणा की थी. यहां उसी की हत्या करके आप लोग विश्वासघाती और हत्यारे बन गए हैं.
ཡུཥྨཱཀཾ པཱུཪྻྭཔུརུཥཱཿ ཀཾ བྷཝིཥྱདྭཱདིནཾ ནཱཏཱཌཡན྄? ཡེ ཏསྱ དྷཱརྨྨིཀསྱ ཛནསྱཱགམནཀཐཱཾ ཀཐིཏཝནྟསྟཱན྄ ཨགྷྣན྄ ཡཱུཡམ྄ ཨདྷཱུནཱ ཝིཤྭཱསགྷཱཏིནོ བྷཱུཏྭཱ ཏཾ དྷཱརྨྨིཀཾ ཛནམ྄ ཨཧཏ།
53 आप वही हैं जिन्हें स्वर्गदूतों द्वारा प्रभावशाली व्यवस्था सौंपी गई थी, फिर भी आपने उसका पालन नहीं किया.”
ཡཱུཡཾ སྭརྒཱིཡདཱུཏགཎེན ཝྱཝསྠཱཾ པྲཱཔྱཱཔི ཏཱཾ ནཱཙརཐ།
54 यह सुन सारे सुननेवाले तिलमिला उठे और स्तेफ़ानॉस पर दांत पीसने लगे.
ཨིམཱཾ ཀཐཱཾ ཤྲུཏྭཱ ཏེ མནཿསུ བིདྡྷཱཿ སནྟསྟཾ པྲཏི དནྟགྷརྵཎམ྄ ཨཀུཪྻྭན྄།
55 किंतु पवित्र आत्मा से भरकर स्तेफ़ानॉस ने जब अपनी दृष्टि स्वर्ग की ओर उठाई, उन्होंने परमेश्वर की महिमा को और मसीह येशु को परमेश्वर के दाहिनी ओर खड़े हुए देखा.
ཀིནྟུ སྟིཕཱནཿ པཝིཏྲེཎཱཏྨནཱ པཱུརྞོ བྷཱུཏྭཱ གགཎཾ པྲཏི སྠིརདྲྀཥྚིཾ ཀྲྀཏྭཱ ཨཱིཤྭརསྱ དཀྵིཎེ དཎྜཱཡམཱནཾ ཡཱིཤུཉྩ ཝིལོཀྱ ཀཐིཏཝཱན྄;
56 स्तेफ़ानॉस ने सुननेवालों को संबोधित करते हुए कहा, “वह देखिए! मुझे स्वर्ग खुला हुआ तथा मनुष्य का पुत्र परमेश्वर के दाहिनी ओर खड़े हुए दिखाई दे रहे हैं.”
པཤྱ, མེགྷདྭཱརཾ མུཀྟམ྄ ཨཱིཤྭརསྱ དཀྵིཎེ སྠིཏཾ མཱནཝསུཏཉྩ པཤྱཱམི།
57 यह सुनते ही सुननेवालों ने चीखते हुए अपने कानों पर हाथ रख लिए. फिर वे गुस्से में स्तेफ़ानॉस पर एक साथ टूट पड़े.
ཏདཱ ཏེ པྲོཙྩཻཿ ཤབྡཾ ཀྲྀཏྭཱ ཀརྞེཥྭངྒུལཱི རྣིདྷཱཡ ཨེཀཙིཏྟཱིབྷཱུཡ ཏམ྄ ཨཱཀྲམན྄།
58 उन्होंने स्तेफ़ानॉस को पकड़ा और घसीटते हुए नगर के बाहर ले गए और वहां उन्होंने पथराव करके उनकी हत्या कर दी. इस समय उन्होंने अपने बाहरी कपड़े शाऊल नामक युवक के पास रख छोड़े थे.
པཤྩཱཏ྄ ཏཾ ནགརཱད྄ བཧིཿ ཀྲྀཏྭཱ པྲསྟརཻརཱགྷྣན྄ སཱཀྵིཎོ ལཱཀཱཿ ཤཽལནཱམྣོ ཡཱུནཤྩརཎསནྣིདྷཽ ནིཛཝསྟྲཱཎི སྠཱཔིཏཝནྟཿ།
59 जब वे स्तेफ़ानॉस का पथराव कर रहे थे, स्तेफ़ानॉस ने प्रभु से इस प्रकार प्रार्थना की, “प्रभु येशु, मेरी आत्मा को स्वीकार कीजिए.”
ཨནནྟརཾ ཧེ པྲབྷོ ཡཱིཤེ མདཱིཡམཱཏྨཱནཾ གྲྀཧཱཎ སྟིཕཱནསྱེཏི པྲཱརྠནཝཱཀྱཝདནསམཡེ ཏེ ཏཾ པྲསྟརཻརཱགྷྣན྄།
60 तब उन्होंने घुटने टेककर ऊंचे शब्द में यह कहा, “प्रभु, इन्हें इस पाप का दोषी न ठहराना.” यह कहते हुए स्तेफ़ानॉस लंबी नींद में सो गए.
ཏསྨཱཏ྄ ས ཛཱནུནཱི པཱཏཡིཏྭཱ པྲོཙྩཻཿ ཤབྡཾ ཀྲྀཏྭཱ, ཧེ པྲབྷེ པཱཔམེཏད྄ ཨེཏེཥུ མཱ སྠཱཔཡ, ཨིཏྱུཀྟྭཱ མཧཱནིདྲཱཾ པྲཱཔྣོཏ྄།

< प्रेरितों के काम 7 >