< प्रेरितों के काम 7 >

1 महापुरोहित ने उनसे प्रश्न किया, “क्या यह आरोप सच है?”
ହେବେ ମୁଡ଼୍‌ ମାପ୍ରୁହେବାକିନାକାନ୍‌ ୱେନ୍‌ବାତାନ୍‌, “ଇଦାଂ ୱିଜ଼ୁ ଦାବା ହାତ୍‌ପା କି?”
2 स्तेफ़ानॉस ने उसे उत्तर दिया, “आदरणीय गुरुवर और बंधुओं,” कृपया सुनिए: महामहिम परमेश्वर ने हमारे पूर्वज अब्राहाम को उनके हारान प्रदेश में आकर बसने के पूर्व, जब वह मेसोपोतामिया में थे, दिव्य दर्शन देते हुए आज्ञा दी:
ସ୍ତିପାନ୍‌ ଇଚାନ୍‌, “ଏ ଟଣ୍ଡାର୍‌ ଆରି ଆବାର୍‌, ୱେନାଟ୍‌ । ମା ଆବା ଅବ୍ରାହାମ୍‌ ହାରଣ୍‌ ଗାଡ଼୍‌ଦ ବାହା କିନି ଆଗେ ଏଚେକାଡ଼୍‌ଦ ହେୱାନ୍‌ ମେସପଟାମିଆତ ଦେସ୍‌ତ ମାଚାନ୍‌, ହେ ଏଚେକାଡ଼୍‌ଦ ହେୱାନ୍‌ ଜାଜ୍‌ମାଲ୍‌ନି ଇସ୍ୱର୍‌ ହେୱାନିଂ ଚଞ୍ଜ୍ୟା ଆଜ଼ି ଇଚାନ୍‌,
3 अपने पिता के घर तथा अपने रिश्तेदारों को छोड़कर उस देश को चला जा, जो मैं तुझे दिखाऊंगा.
ଏନ୍‌ ପାର୍ତାନା ଜାର୍‍ ଦେସ୍‌ତାଂ ଆରି ଜାର୍‌ ୱାସ୍କିନିକାରିଂ ବିତ୍ରେ ହସି ୱା, ଆରେ ଆପେଂ ନିଂ ଇମ୍‌ଣି ଦେସ୍ ଚଚ୍‍ଚାନାପ୍‍, ହେ ଦେସ୍‌ତ ହାଲା ।”
4 “इसलिये वह कसदियों के देश को छोड़कर हारान नगर में बस गए. इसके बाद उनके पिता की मृत्यु के बाद, परमेश्वर उन्हें इस भूमि पर ले आए जिस पर आप निवास कर रहे हैं. परमेश्वर ने उन्हें इस भूभाग का कोई उत्तराधिकार नहीं दिया;
ହେବେ କଲ୍‌ଦିୟର୍‌ ଦେସ୍‌ତାଂ ହସି ହେୱାନ୍‌ ହାରଣ୍‌ତ ବାହା କିତାନ୍‌, ଆରେ ତା ଆବାତି ହାତି ପାଚେ, ହେବେତାଂ ଏପେଙ୍ଗ୍‌ ନଙ୍ଗ୍‌ ଇମ୍‌ଣି ଦେସ୍‌ତ ବାହା କିତାଦେର୍‌ନା, ଇ ଦେସ୍‌ତିଂ ଇସ୍ୱର୍‍ ହେୱାନିଂ ତାସି ୱାତାନ୍‌,
5 यहां तक कि पैर रखने का भी स्थान नहीं. किंतु परमेश्वर ने उनके उस समय निःसंतान होने पर भी उनसे यह प्रतिज्ञा की कि उनके बाद वह उनके वंशजों को यह भूमि उनकी संपत्ति के रूप में प्रदान करेंगे.
ଆରେ, ହେୱାନ୍‌ ହେୱାନିଂ ହେବେ ଇମ୍‌ଣାକା ପା ଆଦିକାର୍‌ ହିୱାତାନ୍, କି, ର ପାନା ଇଡ୍‌ଦେଂ ଅଲପ୍‍ ବୁମି ହିୱାତାନ୍‌, ଆରେ ହେ ଏଚେକାଡ଼୍‌ଦ ଅବ୍ରାହାମ୍‌ତି ହିମ୍‌ଣାଂ ହିଲ୍‍ୱିତିସ୍‍ ପା ହେୱାନ୍‌ ହେୱାନିଂ ଆରି ହେୱାନ୍ତି ୱାନିବାର୍ହୁନି ଲାତ୍ରାତିଂ ହେଦାଂ ଆଦିକାର୍‌ କିଦେଙ୍ଗ୍‌ କାଜିଂ ହିନାଂ ଇଞ୍ଜି ପାର୍ମାଣ୍‌ କିତାନ୍‌ ।
6 तब परमेश्वर ने अब्राहाम से कहा, ‘यह सच है तुम्हारे वंश के लोग पराए देश में परदेशी होकर रहेंगे, जहां उन्हें दास बना लिया जाएगा, और उन्हें चार सौ वर्ष तक दुःख देंगे.
ଇସ୍ୱର୍‌ ଇ ଲାକେ ଇଚାନ୍‌, “ହେୱାନ୍ତି ଲାତ୍ରା ବିଦେସ୍‌ତ ବାହା କିତାର୍‌ ଆରି ହେ ବାହାତ ଲକୁ ହେୱାରିଂ ଚାଲିସ୍‌ ବାର୍ହୁ ପାତେକ୍‌ ଆଡ଼୍‌ୟାତ ଇଡ଼୍‌ଜି ହେୱାର୍‌ କାଜିଂ ଉତ୍‍ପାତ୍ କିତାର୍‌ ।
7 फिर जिस देश के वे दास होंगे, उस देश के लोगों को मैं दंड दूंगा, फिर तुम्हारे वंश के लोग वहां से बहुत धन लेकर निकलेंगे.’
ଆରେ, ଇସ୍ୱର୍‌ ଇଚାନ୍‌, ହେୱାର୍‌ ଇମ୍‌ଣି ଜାତିତ ହେବା କିନାକାନ୍‌ ଆନାନ୍‌, ଆନ୍‌ ତାତି ବିଚାର୍‌ କିନାଂ; ତା ପାଚେ ହେୱାର୍‌ ହେ ଦେସ୍‌ତାଂ ହସି ୱାଜ଼ି ଇ ବାହାତ ମା ପାର୍ତାନା କିତାର୍‌ ।”
8 परमेश्वर ने अब्राहाम के साथ ख़तना की वाचा स्थापित की. जब अब्राहाम के पुत्र यित्सहाक का जन्म हुआ, तो आठवें दिन उनका ख़तना किया गया. यित्सहाक के पुत्र थे याकोब और याकोब से बारह गोत्रपिता पैदा हुए.
ଆରେ, ହେୱାନ୍‌ ହେୱାରିଂ ସୁନ୍ନତ୍‌ ନିୟମ୍‌ ହିତାନ୍‌, ଆରେ ତାହୁଦାଂ ଅବ୍ରାହାମ୍‌ ଇସ୍‌ହାକ୍‌ତିଂ ଜଲମ୍‌ ହିଜ଼ି ଆଟ୍‌ ଦିନ୍‌ତାଂ ହେୱାନିଂ ସୁନ୍ନତ୍ କିତାନ୍‌; ଇସାହାକ୍‌ ଜାକୁବ୍‌ଙ୍ଗ୍‌, ଆରେ ଜାକୁବ୍‌ତି ବାର ଆବାଲାତ୍ରାରିଂ ଜଲମ୍‌ ହିଜ଼ି ହେ ଲାକେ ସୁନ୍ନତ୍‌ କିତାନ୍‌ ।
9 “जलन के कारण गोत्रपिताओं ने योसेफ़ को मिस्र देश में बेच दिया किंतु परमेश्वर की कृपादृष्टि योसेफ़ पर बनी रही.
“ଜାକୁବତି ହିମ୍‌ଣାଂ ହେୱାର୍‌ ଟଣ୍ଡାର୍‌ ଜସେପ୍‌ତିଂ ଡାରା ଆଜ଼ି ମିସର୍‌ତ ଅନି କାଜିଂ ହେୱାନିଂ ପ୍ରତାର୍, ମତର୍‌ ଇସ୍ୱର୍‌ ହେୱାନ୍‌ ହୁଦାଂ ମାଚାନ୍‌,
10 इसलिये परमेश्वर ने योसेफ़ को सभी यातनाओं से मुक्त कर उन्हें बुद्धि प्रदान की और मिस्र देश के राजा फ़रोह की कृपादृष्टि प्रदान की तथा फ़रोह ने उन्हें मिस्र देश और पूरे राजमहल पर अधिकारी बना दिया.
ଆରେ, ହେୱାନ୍ତି ସବୁ ଦୁକ୍‍ତାଂ ହେୱାନିଂ ଉଦାର୍‌ କିଜ଼ି ମିସର୍‌ନି ରାଜା ପାର ମୁମ୍‌ଦ ହେୱାନିଂ ଦୟା ଆରି ଗିୟାନ୍‍ ହିତାନ୍‌; ହେବେ ପାର ହେୱାନିଂ ମିସର ଆରି ଜାର୍‌ତି ୱିଜ଼ୁ ଇଲ୍‍କୁନି ସାସନ୍‍କାର୍‍ୟା ବାବ୍ରେ ବାଚି କିତାନ୍‌ ।
11 “तब सारे मिस्र और कनान देश में अकाल पड़ा जिससे हर जगह हाहाकार मच गया और हमारे पूर्वजों के सामने भोजन का अभाव हो गया.
ପାଚେ ସବୁ ମିସର୍‌ ଆରି କିଣାନ୍‌ତ କାତାର୍ ଆର୍‌ତାତ୍‌, ଆରେ ବେସି ଦୁକ୍ ଗିଟାତାତ୍, ଆରେ ମା ଆଗେନି ବୁଡ଼ାଲୁର୍ କାଦି ପାୟା ଆୱାତାର୍‌ ।
12 किंतु जब याकोब को यह मालूम हुआ कि मिस्र देश में अन्‍न उपलब्ध है, उन्होंने हमारे पूर्वजों को अन्‍न लेने वहां भेजा, जिनकी यह पहली मिस्र की यात्रा थी.
ମାତର୍‌ ମିସର୍‌ତ କାଦି ମାନାତ୍‌ ଇଞ୍ଜି ୱେନ୍‌ଞ୍ଜି, ଜାକୁବ୍‌ ତା ମେହିରିଂ ପର୍ତୁମ୍‌ ପକ୍‌ତାନ୍‌ ।
13 जब वे अन्‍न लेने वहां दूसरी बार गए, योसेफ़ ने स्वयं को अपने भाइयों पर प्रकट कर दिया, जिससे फ़रोह योसेफ़ के परिवार से परिचित हो गया.
ହେବେ ହେୱାର୍‌ ଆରେ, ରିହା ହାନି ୱାଡ଼ାଲିଂ ଜସେପ୍‌ ତା ଟଣ୍ଡାର୍‌ ଲାଗାଂ ଜାଣାଚିନା ଆତାନ୍‌, ଆରେ ପାର ଜସେପ୍‌ତି ପାର୍ତାନାନି ଜାଣାଚିନା ଆତାର୍‌ ।
14 तब योसेफ़ ने अपने पिता और सारे परिवार को, जिनकी संख्या पचहत्तर थी, मिस्र देश में बुला लिया.
ତା ପାଚେ ଜସେପ୍‌ ତା ଲାତ୍ରାହି ଜାକୁବ୍‌ ଆରି ତିନିକଡ଼ି ପନ୍ଦର ଜାଣ୍‌ ୱାସ୍କି ପାର୍ତାନା ୱିଜ଼ାକାରିଂ କୁକିକିଦେଂ ମାନ୍‌ କିତାନ୍‌ ।
15 तब याकोब मिस्र देश में बस गए और वहीं उनकी और हमारे पूर्वजों की मृत्यु हुई.
ହେବେ ଜାକୁବ୍‌ ଆରେ ମିସର୍‌ତ ହାଚି ପାଚେ, ହେୱାନ୍‌ ନିଜେ ଆରି ମା ଆବା ଲାତ୍ରାର୍ ହାତାର୍,
16 उनके अवशेष शेकेम नगर लाए गए तथा उन्हें अब्राहाम द्वारा मोल ली गई कंदरा-क़ब्र में रखा गया, जिसे अब्राहाम ने शेकेम नगर के निवासी हामोर के पुत्रों को दाम देकर खरीदा था.
ଆରେ, ହେୱାର୍‌ ହାତି ମଡ଼୍‌ ସିକିମ୍‌ତ ଅୟାଜ଼ି, ଅବ୍ରାହାମ୍‌ ହେବେ ହମର ହିମ୍‍ଣାୱାକ୍‍ଡ଼ା ତାଙ୍ଗ୍‌ ଇମ୍‌ଣି ଦୁଗେର୍‌ ରୁପା ମଲ୍‌ ହିଜ଼ି କଡ଼୍‌ଜି ମାଚାନ୍‌, ହେବେ ମୁଚ୍‌ୟାତାନ୍ ।”
17 “जब परमेश्वर द्वारा अब्राहाम से की गई प्रतिज्ञा को पूरी करने का समय आया तब मिस्र देश में हमारे पूर्वजों की संख्या में कई गुणा वृद्धि हो चुकी थी.
“ମାତର୍‌ ଇସ୍ୱର୍‌ ଅବ୍ରାହାମ୍‌ ଲାଗେ ଇମ୍‌ଣି ପାର୍ମାଣ୍‌ କିଜ଼ି ମାଚାନ୍‌, ହେ ପାର୍ମାଣ୍‌ ପୁରା ଆନି ୱେଡ଼ାଲିଂ ଲାଗେ ଆତିଲେ, ମା ଲକୁ ମିସର୍‌ ଦେସ୍‌ତ ବାଡାଜ଼ି ବେସି ଆଜ଼ି ନିଂତାର୍ ।
18 उस समय मिस्र में एक नया राजा बना, जो योसेफ़ को नहीं जानता था.
ୱିସ୍ତି ପାଚେ ମିସର୍‌ତ ଆରେ ରୱାନ୍‌ ରାଜା ଆତାନ୍‌, ହେୱାନ୍‌ ଜସେପ୍‌ତିଂ ପୁନ୍‌ୱାଦାଂ ମାଚାନ୍‌ ।
19 उसने हमारे पूर्वजों के साथ चालाकी से बुरा व्यवहार किया और नवजात शिशुओं को नाश करने के लिए विवश किया कि एक भी शिशु बचा न रहे.
ହେୱାନ୍‌ ମା ଜାତି କାଜିଂ ଚକ୍‍ଲିଆ ଚିନ୍ତା କିତାନ୍‌, ଆରେ, ମା ଆବା ଲାତ୍ରାର୍ ଇନେସ୍‌ ଜାର୍‌ ଜାର୍‌ ହିମ୍‍ଣାଂ ଜିଜ଼ି ମାନ୍‍ୱି କାଜିଂ ବାର୍ତ ତୁହିନାନ୍ ।
20 “इसी काल में मोशेह का जन्म हुआ. वह परमेश्वर की दृष्टि में चाहने योग्य थे. तीन माह तक उनका पालन पोषण उनके पिता के ही परिवार में हुआ.
ହେ ସମୁତ ମସା ଜଲମ୍‌ ଆତାନ୍‌, ହେୱାନ୍‌ ଇସ୍ୱର୍‌ତି କାଣ୍‌କୁକାଂ ବେସି ହଲ୍‍ଜି ମାଚାନ୍‌ ଆରି ତିନି ମାସ୍‍ ପାତେକ୍‌ ତା ଲାତ୍ରାହି ଇଞ୍ଜ ପହାକିୟା ଆଜ଼ି ମାଚାନ୍‌ ।
21 जब उनको छुपाए रखना असंभव हो गया, तब फ़रोह की पुत्री उन्हें ले गई. उसने उनका पालन पोषण अपने पुत्र जैसे किया.
ପାଚେ ହେୱାନ୍‌ ଏଚେକାଡ଼୍‌ଦ ବାର୍‍ତ ତୁହିୟା ଆତାନ୍‌, ହେ ଏଚେକାଡ଼୍‌ଦ ପାରତି ଗାଡ଼୍‌ହି ହେୱାନିଂ ନିକ୍‌ଚି ଅଜ଼ି ତା ହିମ୍‌ଣା ଲାକେ ପହା କିତାତ୍‌ ।
22 मिस्र देश की सारी विद्या में मोशेह को प्रशिक्षित किया गया. वह बातचीत और कर्तव्य-पालन करने में प्रभावशाली थे.
ଆରେ, ମସା ମିସରିୟର୍‌ତି ସବୁ ବିଦ୍ୟାତ ସିକିତ୍ ଆଜ଼ି ବଚନ୍‌ ଆରି କାମାୟ୍‌ତ ଜାଣାଚିନା ଆତାନ୍‌ ।
23 “जब मोशेह लगभग चालीस वर्ष के हुए, उनके मन में अपने इस्राएली बंधुओं से भेंट करने का विचार आया.
ମସାତି ରିକଡ଼ି ବାର୍ହୁ ପୁରାନି ୱେଡ଼ାଲିଂ ତା ଟଣ୍ଡାର୍‌, ଇଚିସ୍‌ ଇସ୍ରାଏଲ୍‌ ହିମ୍‌ଣାକାଂ ହେବା କିନି କାଜିଂ ହେୱାନ୍ତି ମାନ୍ତ ଉବ୍‌ଜା ଆତାତ୍‌ ।
24 वहां उन्होंने एक इस्राएली के साथ अन्याय से भरा व्यवहार होते देख उसकी रक्षा की तथा सताए जानेवाले के बदले में मिस्रवासी की हत्या कर दी.
ହେୱାର୍‌ ବିତ୍ରେ ରକାନ୍‌ କାଜିଂ ରୱାନ୍‌ ମିସରିୟର୍‌ ଅନ୍ୟାୟ୍‌ କିଜ଼ି ମାନାକା ହୁଡ଼୍‌ଜି, ମସା ତା ରାକ୍ୟାକିଦେଂ ମିସରିୟ ରୱାନ୍‌ କାଜିଂ ପାର୍ମାଣ୍‌ ଅଜ଼ି ହେୱାନିଂ ଅସ୍ତାର୍‌ ।”
25 उनका विचार यह था कि उनके इस काम के द्वारा इस्राएली यह समझ जाएंगे कि परमेश्वर स्वयं उन्हीं के द्वारा इस्राएलियों को मुक्त करा रहे हैं किंतु ऐसा हुआ नहीं.
ହେୱାନ୍ତି କେଇ ହୁଦାଂ ଇସ୍ୱର୍‌ ଜେ ହେୱାନ୍‌ତି ଟଣ୍ଡାର୍‌ରିଂ ମୁକ୍ତି କିନାନା, ଇଦାଂ ହେୱାର୍‌ ବୁଜାନାର୍ ଇଞ୍ଜି ହେୱାନ୍‌ ବାବି କିଜ଼ି ମାଚାନ୍‌, ମତର୍‌ ହେୱାର୍‌ ବୁଜାୱାତାର୍ ।
26 दूसरे दिन जब उन्होंने आपस में लड़ते हुए दो इस्राएलियों के मध्य यह कहते हुए मेल-मिलाप का प्रयास किया, ‘तुम भाई-भाई हो, क्यों एक दूसरे को आहत करना चाह रहे हो?’
ଆର୍କାତ୍‌ ନାଜିଂ ହେୱାନ୍‌ ରିୟାର୍‌ ଇସ୍ରାଏଲିୟରିଂ ଗଣ୍ଡ୍‌ଗଲ୍‌ କିଜ଼ି ମାନାକା ହୁଡ଼୍‌ତାନ୍‌ ଆରି ହେୱାର୍‌ ବିତ୍ରେ ସୁସ୍ତା ମେହାୟ୍‌ କିଦେଙ୍ଗ୍‌ ସେସ୍ଟା କିତାନ୍‌ । ହେୱାନ୍‌ ଇଚାନ୍‌, “ୱେନାଟ୍‌, ଏପେଙ୍ଗ୍‌ ରିୟାଦେର୍‌ତ ଇସ୍ରାଏଲିୟ ଟଣ୍ଡାର୍‌ । ଇନେକିଦେଂ ଏଲେଙ୍ଗ୍‌ ଅନ୍ୟାୟ୍‌ କିନାଦେରା?”
27 “उस अन्याय करनेवाले इस्राएली ने मोशेह को धक्का देते हुए कहा, ‘किसने तुम्हें हम पर राजा और न्याय करनेवाला ठहराया है?
ମାତର୍‌ ଇମ୍‌ଣି ପାଡ଼୍‍ହା ଇଞ୍ଜି କାଜିଂ ଅନ୍ୟାୟ୍‌ କିଜ଼ି ମାଚାନ୍‌, ହେୱାନ୍‌ ମସାଙ୍ଗ୍‌ ତିଗ୍‍ଜି ଇଚାନ୍‌, “ଇନେର୍‌ ନିଂ ମା ଜପି ମୁଣିକା ଆରି ବିଚାର୍‌କାର୍‌ୟା ଲାକେ ବାହି ହିତ୍‍ତାନ୍?”
28 कहीं तुम्हारा मतलब कल उस मिस्री जैसे मेरी भी हत्या का तो नहीं है? बोलो!’
“ନିହିଂ ଇନେସ୍‌ ହେ ମିସରିୟର୍‌ତିଂ ଅସ୍ତି ମାଚାୟ୍‌, ହେ ଲାକେ ନାଙ୍ଗ୍‌ ଅସ୍ତେଦେଂ ମାନ୍‌ କିଦ୍‌ନାୟା?”
29 यह सुन मोशेह वहां से भाग खड़े हुए और मिदियान देश में परदेशी होकर रहने लगे. वहां उनके दो पुत्र पैदा हुए.
ଇ କାତା ୱେନ୍‌ଞ୍ଜି ମସା ମିଦିୟନ୍‌ ଦେସ୍‌ତ ବାହା କିତାନ୍‌; ହେବେ ହେୱାନ୍ତି ରିଆର୍‌ ହିମ୍‌ଣାଂ ଜଲମ୍‌ ଆତାର୍‌ ।
30 “चालीस वर्ष व्यतीत होने पर सीनाय पर्वत के बंजर भूमि में एक जलती हुई कंटीली झाड़ी आग की लौ में उन्हें एक स्वर्गदूत दिखाई दिया.
ପାଚେ “ରିକଡ଼ି ବାର୍ହୁ ବାର୍ତି ଆତିଲେ, ସିନୟ୍‌ ମାଡ଼ିନି ବାଟାତ ରୱାନ୍‌ ଇସ୍ୱର୍‌ତି ଦୁତ୍‌ର୍‌ ବୁଟାତ ନାଣିଅଜଡ଼୍‍ତ ହେୱାନିଂ ଚଞ୍ଜ୍ୟାତାନ୍‌ ।
31 इस दृश्य ने उन्हें आश्चर्यचकित कर दिया. जब वह इसे नज़दीकी से देखने के उद्देश्य से झाड़ी के पास गए तो परमेश्वर ने उनसे कहा:
ମସା ହେଦାଂ ହୁଡ଼୍‌ଜି କାବା ଆତାନ୍‌, ଆରେ ହାର୍‌ ଲାକେ ହୁଡ଼୍‌ଦେଂ କାଜିଂ ଲାଗେ ହାନି ୱେଡ଼ାଲିଂ ମାପ୍ରୁତି ଇ କାତା ୱେଚାନ୍‌ ।”
32 ‘मैं तुम्हारे पूर्वजों के पिता अर्थात् अब्राहाम, यित्सहाक तथा याकोब का परमेश्वर हूं.’ मोशेह भय से कांपने लगे और ऊपर आंख उठाने का साहस न कर सके.
“ଆନ୍‌ ମି ବୁଡାଆକର୍ତି ଇସ୍ୱର୍‌, ଅବ୍ରାହାମ୍‌, ଇସ୍‌ହାକ୍‌ ଆରି ଜାକୁବ୍‌ତି ଇସ୍ୱର୍‌ । ହେବେ ମସା ତ୍ରିଗ୍‍ଜି ହାର୍‌ ହୁଡ଼୍‌ଦେଂ ସାସ୍‌ କିୱାତାନ୍‌ ।”
33 “प्रभु ने मोशेह से कहा, अपनी पैरों से जूते उतार दो, क्योंकि यह स्थान, जिस पर तुम खड़े हो, पवित्र है.
ତା ପାଚେ ମାପ୍ରୁ ହେୱାନିଂ ଇଚାନ୍‌, “ନି ପାନାତାଂ ପାଣ୍ଡାଇଙ୍ଗ୍‌ ଉନ୍ଦା, ଇନାକିଦେଂକି ଏନ୍‌ ଇମ୍‌ଣି ମେଦ୍‌ନିତ ନିଲ୍‍ତାୟ୍‍ନା, ହେଦାଂ ପୁଇପୁୟା ମେଦ୍‌ନି ।
34 मिस्र देश में मेरी प्रजा पर हो रहा अत्याचार मैंने अच्छी तरह से देखा है. ‘मैंने उनका कराहना भी सुना है. मैं उन्हें मुक्त कराने नीचे उतर आया हूं. सुनो, मैं तुम्हें मिस्र देश भेजूंगा.’
ମିସର୍‌ତ ମା ଇମ୍‌ଣି ଲକୁ ମାନାର୍‌, ଆପ୍‌ ହେୱାର୍‌ତି ଦୁକ୍‌ ହୁଡ଼୍‍ତାପ୍‍ନ୍ନା ଆରି ହେୱାର୍‌ତି ଆଡ଼ାକୁକା ୱେଚାପ୍‍ନ୍ନା, ଆରେ ହେୱାରିଂ ଉଦାର୍‌ କିନି କାଜିଂ ଜୁତ୍‍ତାପ୍‍ନ୍ନା; ଆରେ ନଂ ୱା, ଆନ୍‌ ନିଂ ମିସର୍‍ତ ପକ୍ତାନାଂ ।”
35 “यह वही मोशेह हैं, जिन्हें इस्राएलियों ने यह कहते हुए अस्वीकार कर दिया था, ‘किसने तुम्हें हम पर राजा और न्याय करनेवाला ठहराया है?’ परमेश्वर ने उन्हीं को उस स्वर्गदूत द्वारा, जो झाड़ी में उन्हें दिखाई दिया था, राजा तथा छुड़ाने वाला ठहराकर भेज दिया.
“ଇନେର୍‌ ନିଂ ମୁଡ଼୍‌ଦାକାନ୍‌ ଆରି ବିଚାର୍‌କାର୍‌ୟା ଲାକେ ବାଚି କିତ୍‌ତାନ୍‌ ଇଞ୍ଜି ଇଞ୍ଜି ଇ ଇମ୍‌ଣି ମସାଙ୍ଗ୍‌ ହେୱାର୍‌ ମାନିକିୱାଦାଂ ମାଚାର୍‌, ହେୱାନିଂ ଇସ୍ୱର୍‌ ବୁଟାତ ଚଞ୍ଜ୍ୟା ଆଜ଼ି ଦୁତ୍‌ତି ଉପ୍‌କାର୍‌ତାଂ ସାସନ୍‌ ଆରି ଉଦାର୍‌କାର୍‌ୟା କିଜ଼ି ପକ୍‌ତାନ୍‌ ।
36 यह वही मोशेह थे, जिन्होंने उनका नायक होकर उन्हें बाहर निकाला और मिस्र देश, लाल सागर तथा चालीस वर्ष बंजर भूमि में अद्भुत चिह्न दिखाते हुए उनका मार्गदर्शन किया.
ଇ ମୁଣିକା ମିସର୍‌ ଦେସ୍‌, ନେତେର୍‌ ହାମ୍‌ଦୁର୍‌ ଆରି ରିକଡ଼ି ବାର୍ହୁ ପାତେକ୍‌ ବାଟାତ ବାର୍‍ବିନି କାବାନି କାମାୟ୍‌ ଆରି ଚିନ୍‌କୁ ସାଦନ୍‌ କିଜ଼ି ହେୱାରିଂ ହପ୍‍ଚି ତାହିୱାତାନ୍‌ ।
37 “यही थे वह मोशेह, जिन्होंने इस्राएल की संतान के सामने यह घोषणा पहले से ही की थी, ‘तुम्हारे ही देशवासियों में से परमेश्वर मेरे ही समान एक भविष्यवक्ता को उठाएंगे.’
ମସା ନିଜେ ଇସ୍ରାଏଲ୍‌ନି ମାନାୟାରିଂ ଇଞ୍ଜି ମାଚାନ୍‌, ଇସ୍ୱର୍‌ ନାଂ ଇନେସ୍‌ ପକ୍ତାତାନ୍‌ ହେ ଲାକେ ମି ଲାଗାଂ ରୱାନ୍‌ ବେଣ୍‌ବାକ୍‌ଣାୟ୍‌କିନାକାର୍‌ ପକ୍ତାନାନ୍‌, ହେୱାନ୍‌ ମି ଜାର୍‌ ଟଣ୍ଡାର୍‌ ବିତ୍ରେ ରୱାନ୍‌ ଆନାନ୍‌ ।”
38 यह वही हैं, जो बंजर भूमि में इस्राएली समुदाय में उस स्वर्गदूत के साथ मौजूद थे, जिसने उनसे सीनाय पर्वत पर बातें की और जो हमारे पूर्वजों के साथ थे तथा मोशेह ने तुम्हें सौंप देने के लिए जिनसे जीवित वचन प्राप्‍त किए.
ଇ ମୁଣିକା ମଣ୍ଡ୍‌ଲି ବିତ୍ରେ ମାନ୍‌ଞ୍ଜି ସିନୟ୍‌ ମାଡ଼ିତ ହେୱାନ୍‌ ହୁକେ କାତା ଇଞ୍ଜିମାଚି ଦୁତ୍‌ତି ଆରି ମା ଆକର୍‌ ବିତ୍ରେ ମାଦ୍‌ଣାକାନ୍‌ ମାଚାନ୍‌; ହେୱାନ୍‌ ମିଙ୍ଗ୍‌ ଦାନ୍‌ କିଦ୍‍ଦେଂ କାଜିଂ ଜିଜ଼ି ମାନାକା ବଚନ୍‌ ପାୟାତାନ୍‌ ।
39 “हमारे पूर्वज उनके आज्ञापालन के इच्छुक नहीं थे. वे मन ही मन मिस्र देश की कामना करने लगे.
“ମାଦାଂ ଆବାର୍‌ଲାତ୍ରା ହେୱାର୍‌ ହେୱାନ୍ତି କାତା ମାନିକିୱାଦାଂ ହେୱାନିଂ ମାନ୍‌ କିୱାତାର୍‌, ଆରେ ଜାର୍‌ ଜାର୍‌ ମାନ୍ତ ମିସର୍‌ ଦେସ୍‌ତ ମାସ୍‌ଦି ହାଲ୍‌ଜି ହାରଣ୍‌ଙ୍ଗ୍‌ ଇଚାର୍‌,
40 वे हारोन से कहते रहे, ‘हमारे आगे-आगे जाने के लिए देवताओं को स्थापित करो. इस मोशेह की, जो हमें मिस्र साम्राज्य से बाहर लेकर आया है, कौन जाने क्या हुआ!’
ହେଦାଂ ହେୱାର୍‌ ହାରଣ୍‌ଙ୍ଗ୍‌ ଇଚାର୍‌, ମା ଆଗେ ଆଗେ ହାନି କାଜିଂ ମା କାଜିଂ ପେନ୍‌କୁକାଂ ରଚା, ଇନାକିଦେଂକି ଇ ଇମ୍‌ଣି ମସା ମାଙ୍ଗେଙ୍ଗ୍‌ ମିସର୍‌ ଦେସ୍‌ତାଂ ହପ୍‌ଚି ତାଇୱାତ୍‌ତାନ୍‌, ତା କାଜିଂ ଇନାକା ଗିଟାତାତ୍‍ନ୍ନା, ହେଦାଂ ଆପେଂ ପୁନୁପ୍‌ ।”
41 तब उन्होंने बछड़े की एक मूर्ति बनाई, उसे बलि चढ़ाई तथा अपने हाथों के कामों पर उत्सव मनाने लगे.
ଆରେ, ହେ ସମୁତ ହେୱାର୍‌ ର ବାଚି ରଚ୍‌ଚାର୍‌ ଆରି ହେ ପୁତ୍‌ଡ଼ା ଇସାବ୍‌ରେ ପୁଜାକିଦେଙ୍ଗ୍‌ ଜାର୍‌ ଜାର୍‌ କେଇ ରଚ୍‌ଚି ଆଡ଼୍‍ମାଡ଼୍‍ତିଂ ବଜି କିଜ଼ି ୱାରି କିଦେଙ୍ଗ୍‌ ଲାଗାତାର୍‌ ।
42 इससे परमेश्वर ने उनसे मुंह मोड़कर उन्हें आकाश के नक्षत्रों की उपासना करने के लिए छोड़ दिया, जैसा भविष्यद्वक्ताओं के अभिलेख में लिखा है: “‘हे इस्राएल के वंशजों, निर्जन प्रदेश में चालीस साल तक क्या तुमने मुझे बलिदान और भेंट चढ़ाया?
ମାତର୍‌ ଇସ୍ୱର୍‌ ମାସ୍‌ଦି ହେୱାରିଂ ବାଦାଡ଼୍‌ତ ହୁକାକାଂ ପାର୍ତାନା କିଦେଙ୍ଗ୍‌ ପିସ୍ତି ହିତାର୍‌, ଇନେସ୍‌ ବେଣ୍‌ବାକ୍‌ଣାୟ୍‌କିନାକାର୍‌ ପତିତ ଲେକା ମାନାତ୍‌, “ଏ ଇସ୍ରାଏଲ୍‌ ଲାତ୍ରା! ବାଟାତ ରିକଡ଼ି ବାର୍ହୁ ପାତେକ୍‌, ଏପେଙ୍ଗ୍‌ ମା କାଜିଂ ପସୁ ପୁଜା ଆରି ଆକାତ୍‌ କିୱାଦାଂ ମାଚାଦେର୍‌ ।
43 तुमने देवता मोलेक की वेदी की स्थापना की, अपने देवता रेफ़ान के तारे को ऊंचा किया और उन्हीं की मूर्तियों को आराधना के लिए स्थापित किया. इसलिये मैं तुम्हें बाबेल से दूर निकाल ले जाऊंगा.’
ଲାଗିଂ ଏପେଙ୍ଗ୍‌ ପାର୍ତାନା କିନି କାଜିଂ ଇମ୍‌ଣି ପୁତ୍‌ଡ଼ାଂ ରଚ୍‌ଚି ମାଚାର୍‌, ମଲକର୍‌ ତୁମ୍‌ ଆରି ରମ୍ପା ପେନ୍‍କୁନି ହୁକାତିଂ ଏପେଙ୍ଗ୍‌ ଅଜ଼ି ପୁଜା କିତାର୍ ।” ଲାଗିଂ ଆପ୍‌ ବାବିଲନ୍‌ତ, ଆନ୍‌ଟି ବାଗାଙ୍ଗ୍‌ ପକ୍ତାନାଙ୍ଗ୍‌ ।
44 “बंजर भूमि में गवाही का तंबू हमारे पूर्वजों के पास था. इसका निर्माण ठीक-ठीक परमेश्वर द्वारा मोशेह को दिए गए निर्देश के अनुसार किया गया था, जिसका आकार स्वयं मोशेह देख चुके थे.
“ବାଟାତ ମା ଆଗେନି ଆବାର୍‌ଲାତ୍ରା ଲାହାଂ ଇସ୍ୱର୍‌ତି ମାନାକା ତାକେ ସାକି ତୁମ୍‌ ମାଚାତ୍‌ । ଇସ୍ୱର୍‌ ମସାଙ୍ଗ୍‌ ଇନେସ୍‌ ରଚ୍‌ଚି ୱେଚ୍‌ଚି ମାଚାନ୍‌ ଆରି ମସାଂ ଇମ୍‌ଣି ହାର୍ଦାକା ଚଚ୍‌ଚି ମାଚାନ୍‌, ଇଦାଂ ହେ ଲାକେ ରଚ୍‌ୟାଜ଼ି ମାଚାତ୍‌ ।
45 हमारे पूर्वज इस गवाही के तंबू को यहोशू के नेतृत्व में अपने साथ उस भूमि पर ले आए, जिसे उन्होंने अपने अधिकार में ले लिया था और जहां से परमेश्वर ने हमारे पूर्वजों के सामने से राष्ट्रों को निकाल दिया था. ऐसा दावीद के समय तक रहा.
ଆରେ, ମା ଆକର୍‌ ହେଦାଂ ଗାଟାଜ଼ି, ଇସ୍ୱର୍‌ ହେୱାର୍‌ ମୁମ୍‍ଦାଂ ଇମ୍‌ଣି ଜାତିରିଂ ହପ୍‍ଚି ତୁହିତାର୍, ହେ ଜାତିରିଂ ଆଦିକାର୍‌‌ତ ହେୱାର୍‌ ଜିହସୁୟତି ଇଚି ହଣ୍‌ଜି ହେଦାଂ ଦାଉଦ୍‌ତି ୱେଡ଼ାଂ ପାତେକ୍‌ ଇଡ଼୍‌ତାନ୍‌ ।
46 दावीद पर परमेश्वर की कृपादृष्टि थी. दावीद ने उनसे याकोब के परमेश्वर के लिए एक निवास स्थान बनाने की आज्ञा चाही.
ହେୱାନ୍‌ ଇସ୍ୱର୍‌ କାଣ୍‍କୁତ ଦୟା ପାୟାଜ଼ି ଜାକୁବ୍‌ତି ଇସ୍ୱର୍‌ କାଜିଂ ର ଇଲ୍‌ ରଚ୍‍ନି କାଜିଂ ପାର୍ତାନା କିତାନ୍‌ ।
47 किंतु इस भवन का निर्माण शलोमोन द्वारा किया गया.
ମାତର୍‌ ସଲମନ୍‌ ହେୱାନ୍ତି କାଜିଂ ର ମନ୍ଦିର୍‌ ଇଲ୍‌ ରଚ୍‍ଚାନ୍ ।”
48 “सच तो यह है कि, परम प्रधान परमेश्वर मनुष्य के हाथ से बने भवन में वास नहीं करते. भविष्यवक्ता की घोषणा है:
“ଆତିସ୍‌ପା ଇନେର୍‌ ସିଗ୍‌ଦାକାନ୍‌ ଇସ୍ୱର୍‌, ହେୱାନ୍‌ କେଇଦ ରଚ୍‌ଚି ଇଲ୍‌ ବାହା କିଉନ୍‌! ଇନେସ୍‌କି ବେଣ୍‌ବାକ୍‌ଣାୟ୍‌କିନାକାର୍‌ ଲେକିକିତାନ୍ନା ।”
49 “‘स्वर्ग मेरा सिंहासन तथा पृथ्वी मेरे पैरों की चौकी है. किस प्रकार का घर बनाओगे तुम मेरे लिए? परमेश्वर का कहना है, या कहां होगा मेरा विश्राम स्थान?
ମାପ୍ରୁ ଇଚାନ୍‌ “ବାଦାଡ଼୍‌ତ ମା ଗାଦି, ପୁର୍ତି ମା ପାନା ତାରେନ୍‌, ମାପ୍ରୁ ଇଚାନ୍ନା, ଏପେଙ୍ଗ୍‌ ମା କାଜିଂ ଇନେସ୍‌ବାନି ଇଲ୍‌ ରଚ୍‌ନାଦେର୍? କି ମା ଜମ୍‌ନି ବାହା ଇମେତ୍‌?
50 क्या ये सभी मेरे ही हाथों की रचना नहीं?’
ମା କେଇ ଇନାକା ଇ ୱିଜ଼ୁ ବିସ୍ରେ ଉବ୍‌ଜାଣ୍‌ କିୱାତାଂନା?”
51 “आप, जो हठीले हृदय और कान के ख़तना रहित लोग हैं, हमेशा पवित्र आत्मा का विरोध करते रहते हैं. आप ठीक वही कर रहे हैं, जो आपके पूर्वजों ने किया.
ସ୍ତିପାନ୍‌ ଆରେ ଇଚାନ୍‌ “ଏପେଙ୍ଗ୍‌ ଏଚେକ୍‌ ଅମାନ୍ୟା । ମି ମାନ୍ତ ଏଚେକ୍‌ ଅସୁନ୍ନତ୍‌ । ଇସ୍ୱର୍‌ତି ବଚନ୍‌ କାଜିଂ ଏପେଙ୍ଗ୍‌ ୱେନ୍‌ୱାକାଦେର୍‌ । ଏପେଙ୍ଗ୍‌ ସମାନ୍‌ ମି ଆଗେନି ଆବା ଲାତ୍ରା ଲାକେ; ଏପେଙ୍ଗ୍‌ ତାଇନାତ୍‌ ପୁଇପୁୟା ଜିବୁନ୍‌ତିଂ ବିରଦ୍‍ କିନାଦେରା ।
52 क्या कभी भी कोई ऐसा भविष्यवक्ता हुआ है, जिसे आपके पूर्वजों ने सताया न हो? यहां तक कि उन्होंने तो उन भविष्यद्वक्ताओं की हत्या भी कर दी जिन्होंने उस धर्मी जन के आगमन की पहले से ही घोषणा की थी. यहां उसी की हत्या करके आप लोग विश्वासघाती और हत्यारे बन गए हैं.
ବେଣ୍‌ବାକ୍‌ଣାୟ୍‌କିନାକାର୍‌ ବିତ୍ରେ ଇନେରିଂ ମି ଆକର୍‌ କେତେୱାଦାଂ ମାଚାର୍‌? ଇନେର୍‌ ହେ ଦାର୍ମି ମୁଣିକା ୱାନି ବିସ୍ରେ ଆଗେତାଂ ୱେଚ୍‌ଚି ମାଚାର୍‌, ହେୱାରିଂ ହେୱାର୍‌ ଅସ୍ତାର୍‌; ନଙ୍ଗ୍‌ ଏପେଙ୍ଗ୍‌ ହେୱାନିଂ ସାତ୍ରୁ କେଇଦ ହେଲାୟ୍‌ କିଜ଼ି ଅସ୍ତାଦେର୍;
53 आप वही हैं जिन्हें स्वर्गदूतों द्वारा प्रभावशाली व्यवस्था सौंपी गई थी, फिर भी आपने उसका पालन नहीं किया.”
ଏପେଙ୍ଗ୍‌ ଦୁତ୍‌ର୍‌ ହୁଦାଂ ଆଗେନି ବିଦିତାଂ ଗାଟାଜ଼ି ମାଚାଦେର୍‌, ମତର୍‌ ବିଦି ପାଲି କିୱାତାଦେର୍‌ ।”
54 यह सुन सारे सुननेवाले तिलमिला उठे और स्तेफ़ानॉस पर दांत पीसने लगे.
ଗାଜା ସବାନି ମାନାୟାର୍‌ ୱିଜ଼ୁ କାତା ୱେନ୍‌ଞ୍ଜି ହେୱାର୍‌ ମୁମ୍‍ରାତ୍‍ତାର୍, ଆରେ ହେୱାନ୍‌ କାଜିଂ ଟାଡାଙ୍ଗ୍‌ ରେତି କିଦେଙ୍ଗ୍‌ ଲାଗାତାର୍‌ ।
55 किंतु पवित्र आत्मा से भरकर स्तेफ़ानॉस ने जब अपनी दृष्टि स्वर्ग की ओर उठाई, उन्होंने परमेश्वर की महिमा को और मसीह येशु को परमेश्वर के दाहिनी ओर खड़े हुए देखा.
ମାତର୍‌ ହେୱାନ୍‌ ପୁଇପୁୟା ଜିବୁନ୍‌ତ ବାର୍ତି ଆଜ଼ି ବାଦାଡ଼୍‌ତ ର କାଣ୍‍ଗାତ ହୁଡ଼୍‌ତାନ୍‌, ଆରି ଇସ୍ୱର୍‌ତିଂ ଜାଜ୍‌ମାଲ୍‌ ଆରି ଜିସୁଙ୍ଗ୍‌ ଇସ୍ୱର୍‌ତି ବୁଜ୍‌ଣି ପାଡ଼୍‍କା ନିଲ୍‌ଚି ମାନାକା ହୁଡ଼୍‌ଜି ଇଚାର୍‌,
56 स्तेफ़ानॉस ने सुननेवालों को संबोधित करते हुए कहा, “वह देखिए! मुझे स्वर्ग खुला हुआ तथा मनुष्य का पुत्र परमेश्वर के दाहिनी ओर खड़े हुए दिखाई दे रहे हैं.”
ହେୱାନ୍‌ ଇଚାନ୍‌ “ହୁଡ଼ାଟ୍‌, ଆନ୍‌ ବାଦାଡ଼୍‌ତ ଜେୟାତି ଆରି ମାନାୟ୍‍ ମାଜ଼ିଙ୍ଗ୍‌ ଇସ୍ୱର୍‌ତି ବୁଜ୍‌ଣି ବାଗାଙ୍ଗ୍‌ ନିଲ୍‌ଚି ମାନାକା ହୁଡ଼୍‍ନାଙ୍ଗା ।”
57 यह सुनते ही सुननेवालों ने चीखते हुए अपने कानों पर हाथ रख लिए. फिर वे गुस्से में स्तेफ़ानॉस पर एक साथ टूट पड़े.
ମତର୍‌ ହେୱାର୍‌ ଗାଜାକାଟ୍‌ତାଂ କିକିରାଡିଂ କିଜ଼ି ଜାର୍‌ ଜାର୍‌ କିତୁଲ୍‍ତିଂ ଗେସ୍‍ତାର୍, ଆରେ ପାଡ଼୍‌କାତାଙ୍ଗ୍‌ ଆଜ଼ି ହେୱାନ୍ତି ଜପି ମାଡିବହା ଆତାର୍‌,
58 उन्होंने स्तेफ़ानॉस को पकड़ा और घसीटते हुए नगर के बाहर ले गए और वहां उन्होंने पथराव करके उनकी हत्या कर दी. इस समय उन्होंने अपने बाहरी कपड़े शाऊल नामक युवक के पास रख छोड़े थे.
ଆରେ, ହେୱାର୍‌ ହେୱାନିଂ ଗାଡ଼୍‌ଦାଂ ହପ୍‍ଚି କାଲ୍‌କୁ ଇଡ୍‌ଦେଂ ଲାଗାତାର୍‌; ଆରେ, ମିଚ୍‌ ସାକିର୍‌ ସାଉଲ୍‌ ଇନି ରୱାନ୍‌ ଦାଂଣେନ୍‍ତି ପାନା ଲାଗାୟ୍‌ ଜାର୍‌ ଜାର୍‌ ହେନ୍ଦ୍ରାଙ୍ଗ୍‌ ଇଡ୍‌ତାର୍‌ ।
59 जब वे स्तेफ़ानॉस का पथराव कर रहे थे, स्तेफ़ानॉस ने प्रभु से इस प्रकार प्रार्थना की, “प्रभु येशु, मेरी आत्मा को स्वीकार कीजिए.”
ହେୱାଡ଼ାଂ ହେୱାର୍‌ ସ୍ତିପାନ୍‌ତିଂ କାଲ୍‌କୁ ଇଡ଼୍‌ଜି ମାଚାର୍‌, ହେୱାଡ଼ାଂ ହେୱାନ୍‌ ପାର୍ତାନା କିଜ଼ି ଇଚାନ୍‌, “ଏ ମାପ୍ରୁ ଜିସୁ, ନା ଜିବୁନ୍‌ତିଂ ଇଟା ।”
60 तब उन्होंने घुटने टेककर ऊंचे शब्द में यह कहा, “प्रभु, इन्हें इस पाप का दोषी न ठहराना.” यह कहते हुए स्तेफ़ानॉस लंबी नींद में सो गए.
ଆରେ, ହେୱାନ୍‌ ମେଣ୍ଡାଙ୍ଗ୍‌ କୁନ୍ଦିକିଜ଼ି ଗାଜାକାଟ୍‌ତାଂ କୁକ୍‌ଚି ଇଚାନ୍‌, “ଏ ମାପ୍ରୁ, ଇ ପାପ୍‌ ଇୱାର୍‌ ବିରୁଦ୍‌ତ ଗାଣା କିମା ।” ହେୱାନ୍‌ ଇଦାଂ କାଣ୍‌କୁ ଜୁଚ୍‍ଚି ହାତାନ୍‌ ।

< प्रेरितों के काम 7 >