< प्रेरितों के काम 7 >
1 महापुरोहित ने उनसे प्रश्न किया, “क्या यह आरोप सच है?”
तैखन महायाजके स्तिफनुसे सवाल पुछ़ो, “कुन एना इलज़ाम सच़्च़े आन?”
2 स्तेफ़ानॉस ने उसे उत्तर दिया, “आदरणीय गुरुवर और बंधुओं,” कृपया सुनिए: महामहिम परमेश्वर ने हमारे पूर्वज अब्राहाम को उनके हारान प्रदेश में आकर बसने के पूर्व, जब वह मेसोपोतामिया में थे, दिव्य दर्शन देते हुए आज्ञा दी:
तैनी ज़ोवं, “हे ढ्लाव ते मेरे बुज़ुर्गाव, मेरी गल शुना, इश्शो पूर्वज अब्राहमे हारान नगरे मां बसने करां पेइलो मेसोपोटामिया इलाके मां थियो, ते महिमा बाले परमेशरे तैस दर्शन दित्तू
3 अपने पिता के घर तथा अपने रिश्तेदारों को छोड़कर उस देश को चला जा, जो मैं तुझे दिखाऊंगा.
ते परमेशरे तैस सेइं ज़ोवं, अपनो देश त अपने रिशतेदारन शैरतां तैस मुलखे मां गा, ज़ै अवं तीं हरेइलो।
4 “इसलिये वह कसदियों के देश को छोड़कर हारान नगर में बस गए. इसके बाद उनके पिता की मृत्यु के बाद, परमेश्वर उन्हें इस भूमि पर ले आए जिस पर आप निवास कर रहे हैं. परमेश्वर ने उन्हें इस भूभाग का कोई उत्तराधिकार नहीं दिया;
तांए तै कसिदी केरे मुलखे शैरतां हाराने मां बसोरो थियो, तैसेरे बाजेरे मरनेरां पत्ती परमेशरे तै तैस मुलखे मां आनो ज़ैस मां अज़ तुस बसोरेथ।
5 यहां तक कि पैर रखने का भी स्थान नहीं. किंतु परमेश्वर ने उनके उस समय निःसंतान होने पर भी उनसे यह प्रतिज्ञा की कि उनके बाद वह उनके वंशजों को यह भूमि उनकी संपत्ति के रूप में प्रदान करेंगे.
पन परमेशरे तैस इड़ी किछ भी जेइदात न दित्ती, बल्के पाव रखने जो भी ज़मीन न दित्ती, पन वादो ज़रूर कियो कि ई ज़मीन अवं तीं ते तेरी औलादी कब्ज़े मां देलो हालांकी तेइस अब्राहमे कोई औलाद न थी।
6 तब परमेश्वर ने अब्राहाम से कहा, ‘यह सच है तुम्हारे वंश के लोग पराए देश में परदेशी होकर रहेंगे, जहां उन्हें दास बना लिया जाएगा, और उन्हें चार सौ वर्ष तक दुःख देंगे.
परमेशरे इन भी ज़ोवं, तेरी औलाद एक्की बखले देशे मां परदेशी भोली, तैना तैन गुलाम बनाले, ते 400 सालन तगर तैन दुख देले।
7 फिर जिस देश के वे दास होंगे, उस देश के लोगों को मैं दंड दूंगा, फिर तुम्हारे वंश के लोग वहां से बहुत धन लेकर निकलेंगे.’
फिरी परमेशरे ज़ोवं, ज़ै कौम तैन गुलाम बनाली तैन अवं सज़ा देइलो, ते तैसेरां बाद तैना तैस मुलखे मरां निस्सतां इड़ी एज्जेले ते मेरी आराधना केरेले।
8 परमेश्वर ने अब्राहाम के साथ ख़तना की वाचा स्थापित की. जब अब्राहाम के पुत्र यित्सहाक का जन्म हुआ, तो आठवें दिन उनका ख़तना किया गया. यित्सहाक के पुत्र थे याकोब और याकोब से बारह गोत्रपिता पैदा हुए.
ते परमेशरे अब्राहमे सेइं करार कियो ते तैस सेइं ज़ोवं, कि निशानेरे रूपे मां सेब्भी घरानेरे नर मैन्हु केरो खतनो केर। ज़ैखन इसहाक ज़रमो ते अठे दिहैड़ी केरो भोव, त अब्राहमे तैसेरो खतनो कियो, ते एन्च़रे इसहाके अपने मट्ठे याकूबेरो खतनो कियो, ते याकूबेरे अपने 12 मट्ठां केरो खतनो कियो।
9 “जलन के कारण गोत्रपिताओं ने योसेफ़ को मिस्र देश में बेच दिया किंतु परमेश्वर की कृपादृष्टि योसेफ़ पर बनी रही.
याकूबेरे मट्ठेईं जलनी सेइं अपनो ढ्ला यूसुफ मिस्र मुलखे जो गाने बालन जो बेच़ो, ते तैनेईं यूसुफ मिस्रे मां नेइतां गुलाम बनाव? पन परमेशर यूसुफे सेइं साथी थियो।
10 इसलिये परमेश्वर ने योसेफ़ को सभी यातनाओं से मुक्त कर उन्हें बुद्धि प्रदान की और मिस्र देश के राजा फ़रोह की कृपादृष्टि प्रदान की तथा फ़रोह ने उन्हें मिस्र देश और पूरे राजमहल पर अधिकारी बना दिया.
परमेशरे तै सैरी मुसीबतन करां छुटेइतां, ते तैस बड़ी अक्ल दित्ती, ते मिस्रेरे फ़िरौन राज़ेरे सामने बड़ी काबलीत दित्ती, ते फ़िरौन राज़े, यूसुफ मिस्र मुलखेरो ते अपने महलेरो गवर्नर बनावं।
11 “तब सारे मिस्र और कनान देश में अकाल पड़ा जिससे हर जगह हाहाकार मच गया और हमारे पूर्वजों के सामने भोजन का अभाव हो गया.
ज़ैस वक्ते यूसुफ थियो त मिस्र मुलख ते कनानारे सारे मुलखे मां काल पेव, ते बड़ी मुसीबत आई, ते इश्शे दादे-पड़दादन खाने जो अन न मैल्लू।
12 किंतु जब याकोब को यह मालूम हुआ कि मिस्र देश में अन्न उपलब्ध है, उन्होंने हमारे पूर्वजों को अन्न लेने वहां भेजा, जिनकी यह पहली मिस्र की यात्रा थी.
ज़ैखन याकूबे शुनू कि मिस्रे मां अन्न आए, त तैनी इश्शे पूर्वज मिस्र मुलखे मां पेइली बार भेज़े, तैना यूसुफ सेइं मिले ते अन आनू पन तैनेईं तै न पिशानो।
13 जब वे अन्न लेने वहां दूसरी बार गए, योसेफ़ ने स्वयं को अपने भाइयों पर प्रकट कर दिया, जिससे फ़रोह योसेफ़ के परिवार से परिचित हो गया.
ज़ैखन तैना दुइयोवं फेरे मिस्र मुलखे मां अन्न आन्ने जे, त यूसुफे अपनो आप तैन पिशानाव, ते फ़िरौने भी यूसुफेरी कौमरो पतो लगो कि ए इब्रानी आए।
14 तब योसेफ़ ने अपने पिता और सारे परिवार को, जिनकी संख्या पचहत्तर थी, मिस्र देश में बुला लिया.
तैसेरां बाद यूसुफे अपनो बाजी याकूब ते तैसेरे 75 मैन्हु केरू टब्बर मिस्र मुलखां मांजो एजनेरो बिस्तार भेज़ो।
15 तब याकोब मिस्र देश में बस गए और वहीं उनकी और हमारे पूर्वजों की मृत्यु हुई.
किछ वक्तेरां बाद याकूब मिस्र मुलखे मां जेव, ते तै त इश्शे दादे-पड़दादे तैड़ी मेरि जे।
16 उनके अवशेष शेकेम नगर लाए गए तथा उन्हें अब्राहाम द्वारा मोल ली गई कंदरा-क़ब्र में रखा गया, जिसे अब्राहाम ने शेकेम नगर के निवासी हामोर के पुत्रों को दाम देकर खरीदा था.
तैन केरि लाशां तैट्ठां इश्शे मुलख कनाने मां वापस एन्ही, ते तैनेईं याकूब, तैस ठैरी दफन कियो, ज़ै ठार अब्राहमे चाँदी देइतां घिन्नोरी थी, ते याकूबेरां मट्ठां शेकेम नगरेरे तैस ठैरी दफन कियां, ज़ै याकूबे हामोरेरी औलादी करां घिन्नोरी थी।”
17 “जब परमेश्वर द्वारा अब्राहाम से की गई प्रतिज्ञा को पूरी करने का समय आया तब मिस्र देश में हमारे पूर्वजों की संख्या में कई गुणा वृद्धि हो चुकी थी.
“परमेशरे अब्राहमे सेइं अक वादो कियोरो थियो, तैस वादेरो पूरो भोनेरो मौको अव त मिस्रे मां इश्शे लोकां केरि गिनती भी बड़ी बेद्धी जेई।
18 उस समय मिस्र में एक नया राजा बना, जो योसेफ़ को नहीं जानता था.
तैस मौके अक होरो राज़ो मिस्र देशे मां राज़ केरने लगो, ज़ै यूसुफे न थियो ज़ानतो।
19 उसने हमारे पूर्वजों के साथ चालाकी से बुरा व्यवहार किया और नवजात शिशुओं को नाश करने के लिए विवश किया कि एक भी शिशु बचा न रहे.
तैनी इश्शी कौमी सेइं एरी च़लाकी कि ते इश्शे दादन-पड़दादन सेइं एरी बदसलूकी की, तैना एत्रे मजबूर किये कि तैना अपने ज़र्मते बच्चे बेइरोवं शारन ताके तैना मेरि गान।
20 “इसी काल में मोशेह का जन्म हुआ. वह परमेश्वर की दृष्टि में चाहने योग्य थे. तीन माह तक उनका पालन पोषण उनके पिता के ही परिवार में हुआ.
तैन्ने दिहैड़न मां मूसा पैदा भोव, तै परमेशरेरी नज़री मां बड़ो रोड़ो थियो, ते तै ट्लाई महीन्न तगर अपने बाजेरे घरे मां छेपतां पलतो राव।
21 जब उनको छुपाए रखना असंभव हो गया, तब फ़रोह की पुत्री उन्हें ले गई. उसने उनका पालन पोषण अपने पुत्र जैसे किया.
पन ज़ैखन जादे च़िरे तगर छ़ुपेई न बटे, तै दरियाए मां शारो त फ़िरौनेरे कुइयां तै नेव ते अपने मट्ठेरो ज़ेरो पालो।
22 मिस्र देश की सारी विद्या में मोशेह को प्रशिक्षित किया गया. वह बातचीत और कर्तव्य-पालन करने में प्रभावशाली थे.
मूसा नबी मिस्री केरि सैरी शिक्षारो ते तैन केरि सैरी गल्लां केरि वाकफित भोइजेइ, ते गलबाती ते कम्मे मां मज़बूत थियो।”
23 “जब मोशेह लगभग चालीस वर्ष के हुए, उनके मन में अपने इस्राएली बंधुओं से भेंट करने का विचार आया.
“ज़ैखन मूसा नबी 40 सालां केरो भोव, त तैसेरे मने मां ए गल आई, कि अवं अपने इस्राएली ढ्लां केरो हाल पतो केरि।
24 वहां उन्होंने एक इस्राएली के साथ अन्याय से भरा व्यवहार होते देख उसकी रक्षा की तथा सताए जानेवाले के बदले में मिस्रवासी की हत्या कर दी.
मूसा एक्की इस्राएली मैन्हु पुड़ ज़ुलम भोंतो लाहू त तैनी तै बच़ाव, ते तै ज़ालम मिस्री मैरतां ज़ैस पुड़ ज़ुलम भोरो थियो बदलो घिंनो।
25 उनका विचार यह था कि उनके इस काम के द्वारा इस्राएली यह समझ जाएंगे कि परमेश्वर स्वयं उन्हीं के द्वारा इस्राएलियों को मुक्त करा रहे हैं किंतु ऐसा हुआ नहीं.
तैनी सोचू, कि तैसेरे ढ्लां समझ़ेले, कि परमेशरे तैसेरे ज़िरिये सेइं तैन मिस्री केरि गुलैमी करां तैन मुक्ति देलो, पन तैनेईं न समझ़ू।
26 दूसरे दिन जब उन्होंने आपस में लड़ते हुए दो इस्राएलियों के मध्य यह कहते हुए मेल-मिलाप का प्रयास किया, ‘तुम भाई-भाई हो, क्यों एक दूसरे को आहत करना चाह रहे हो?’
मूसा होरसां दूई इस्राएली एप्पू मांमेइं लड़ते लाए, ते तैन समझ़ानेरी कोशिश की, ते मूसा तैन ज़ोवं, हे जवानव तुस त एप्पू मांमेइं ढ्ला भोतथ, ते तुस किजो एक्की होरि पुड़ ज़ुलम केरतथ?
27 “उस अन्याय करनेवाले इस्राएली ने मोशेह को धक्का देते हुए कहा, ‘किसने तुम्हें हम पर राजा और न्याय करनेवाला ठहराया है?
पन ज़ै मैन्हु अपने पड़ोसी पुड़ ज़ुलम केरने लोरो थियो, त तैनी मैने मूसा जो धमकेइतां ज़ोवं, तू केनि असन पुड़ हुकूमत केरनेबालो या हाकिम बनेवरोस?
28 कहीं तुम्हारा मतलब कल उस मिस्री जैसे मेरी भी हत्या का तो नहीं है? बोलो!’
ज़ेन्च़रे तीं तै मिस्रेरो रानेबालो हीज मारोरो थियो, तेन्च़रे तू अज़ मीं मारने चातस?
29 यह सुन मोशेह वहां से भाग खड़े हुए और मिदियान देश में परदेशी होकर रहने लगे. वहां उनके दो पुत्र पैदा हुए.
ए गल शुनते मूसा तैट्ठां नश्शो, ते मिद्यान मुलखे मां परदेशी भोइतां राने लगो, ते तैड़ी तैसेरां दूई मट्ठां पैदा भुआं।
30 “चालीस वर्ष व्यतीत होने पर सीनाय पर्वत के बंजर भूमि में एक जलती हुई कंटीली झाड़ी आग की लौ में उन्हें एक स्वर्गदूत दिखाई दिया.
40 साल मिद्यान मुलखे मां रानेरे बाद तैस सीनै पहाड़ेरे सुनसान ठारी मां एक्की झ़ल्लेरी अग्गी स्वर्गदूत लाव, ते परमेशरे स्वर्गदूतेरे ज़िरिये तैस सेइं गल की।
31 इस दृश्य ने उन्हें आश्चर्यचकित कर दिया. जब वह इसे नज़दीकी से देखने के उद्देश्य से झाड़ी के पास गए तो परमेश्वर ने उनसे कहा:
मूसा झ़ल्लेरी अग्गी लेइतां कि झ़ल फुकोने नईं लोरू त तै हैरान रेइ जेव, ते ज़ैखन तै हेरनेरे लेइ नेड़े जेव त तैनी प्रभुएरी आवाज़ शुनी।
32 ‘मैं तुम्हारे पूर्वजों के पिता अर्थात् अब्राहाम, यित्सहाक तथा याकोब का परमेश्वर हूं.’ मोशेह भय से कांपने लगे और ऊपर आंख उठाने का साहस न कर सके.
‘अवं तेरे दादे-पड़दादां केरो यानी अब्राहम, इसहाक ते याकूबेरो परमेशर आईं,’” तैखन मूसा डेरतां कम्बने लगो, इन तगर कि तैस हेरनेरी हिम्मत न भोइ।
33 “प्रभु ने मोशेह से कहा, अपनी पैरों से जूते उतार दो, क्योंकि यह स्थान, जिस पर तुम खड़े हो, पवित्र है.
तैखन प्रभुए तैस जो ज़ोवं, अपने पांवां केरी जुट्टी खोल्ल, किजोकि ज़ैस ठैरी तू खड़ोस तै पवित्र ठारे।
34 मिस्र देश में मेरी प्रजा पर हो रहा अत्याचार मैंने अच्छी तरह से देखा है. ‘मैंने उनका कराहना भी सुना है. मैं उन्हें मुक्त कराने नीचे उतर आया हूं. सुनो, मैं तुम्हें मिस्र देश भेजूंगा.’
मीं मिस्र मुलखे मां अपने लोकां केरि बुरी हालत हेरी, मीं तैन केरू कर लानू ते लेरां शुनोरिन, एल्हेरेलेइ अवं तैन छुटानेरे लेइ उन्ढो ओरोईं, हुनी एई अवं तीं फिरी वापस मिस्र मुलखे जो भेज़ताईं।
35 “यह वही मोशेह हैं, जिन्हें इस्राएलियों ने यह कहते हुए अस्वीकार कर दिया था, ‘किसने तुम्हें हम पर राजा और न्याय करनेवाला ठहराया है?’ परमेश्वर ने उन्हीं को उस स्वर्गदूत द्वारा, जो झाड़ी में उन्हें दिखाई दिया था, राजा तथा छुड़ाने वाला ठहराकर भेज दिया.
“एहे तै मूसो आए ज़ेसेरो इस्राएली लोकेईं पेइलो इन्कार कियोरो थियो, कि तू केनि असन पुड़ हुकूमत केरनेबालो या हाकिम बनेवरोस, ते एहे तै मूसा परमेशरे अपने स्वर्गदूतेरे ज़िरिये सेइं ज़ै तैनी बलते झ़ैल्लोए मां लाहोरो थियो, ते छुटानेबालो बनेइतां भेज़ो।
36 यह वही मोशेह थे, जिन्होंने उनका नायक होकर उन्हें बाहर निकाला और मिस्र देश, लाल सागर तथा चालीस वर्ष बंजर भूमि में अद्भुत चिह्न दिखाते हुए उनका मार्गदर्शन किया.
एनी मैने मिस्र मुलखे ते लाल समुन्द्रे मां 40 सालन तगर सुनसान ठैरी मां चमत्कार ते निशान हिराए।
37 “यही थे वह मोशेह, जिन्होंने इस्राएल की संतान के सामने यह घोषणा पहले से ही की थी, ‘तुम्हारे ही देशवासियों में से परमेश्वर मेरे ही समान एक भविष्यवक्ता को उठाएंगे.’
एनी मूसा इस्राएली लोकन सेइं ज़ोरू थियूं, परमेशर तुश्शे ढ्लान मरां तुश्शे लेइ अक मेरो ज़ेरो नबी खड़ो केरेलो।
38 यह वही हैं, जो बंजर भूमि में इस्राएली समुदाय में उस स्वर्गदूत के साथ मौजूद थे, जिसने उनसे सीनाय पर्वत पर बातें की और जो हमारे पूर्वजों के साथ थे तथा मोशेह ने तुम्हें सौंप देने के लिए जिनसे जीवित वचन प्राप्त किए.
एहे मूसा, इश्शे दादा पड़दादां केरो नबी राव ज़ैखन तैन सुनसान ठारी मां अकोट्ठे भोरोए, परमेशरे एक्की स्वर्गदूत सीनै पहाड़े पुड़ मूसे कानून दित्तो ते तैनी इश्शे दादे पड़दादन तैन कानून दित्तो, मूसे ज़िन्दगी देनेबाले वचन मैल्ले, तैनी तैना असन तगर पुज़ाए।
39 “हमारे पूर्वज उनके आज्ञापालन के इच्छुक नहीं थे. वे मन ही मन मिस्र देश की कामना करने लगे.
पन इश्शे दादे-पड़दादेईं तैसेरो हुक्म न मन्नो चाव, बल्के इकरार कियो, ते तैना मिस्र मुलखेरे जो वापस गानू चाते थिये।
40 वे हारोन से कहते रहे, ‘हमारे आगे-आगे जाने के लिए देवताओं को स्थापित करो. इस मोशेह की, जो हमें मिस्र साम्राज्य से बाहर लेकर आया है, कौन जाने क्या हुआ!’
तैनेईं मूसेरे ढ्लाए हारूने सेइं ज़ोवं, तू इश्शे लेइ अक देबतो बना, ज़ै असन अग्री-अग्री मिस्र मुलखे जो च़ले, किजोकि अस न ज़ानम कि मूसा ज़ैनी असां मिस्र मुलखे मरां केढतां आनोरेम, तैस कुन भोवं?
41 तब उन्होंने बछड़े की एक मूर्ति बनाई, उसे बलि चढ़ाई तथा अपने हाथों के कामों पर उत्सव मनाने लगे.
तैस वक्ते तैनेईं बछ़ड़ेरी अक मूरत बनाई, ते तैस कां बलिदान च़ाढ़ू, ते अपने हथ्थां केरे बनेवरी मूरती कां बड़ी खुशी मनाने लाए।
42 इससे परमेश्वर ने उनसे मुंह मोड़कर उन्हें आकाश के नक्षत्रों की उपासना करने के लिए छोड़ दिया, जैसा भविष्यद्वक्ताओं के अभिलेख में लिखा है: “‘हे इस्राएल के वंशजों, निर्जन प्रदेश में चालीस साल तक क्या तुमने मुझे बलिदान और भेंट चढ़ाया?
एल्हेरेलेइ परमेशरे तैन करां अपनू तुतर फिराव, ते तैना दिहाड़ेरी ते च़ैंदनरे ते अम्बरेरे तारां केरि ईश्वरेरे रूपे मां तैन केरि आराधना केरनेरे लेइ शारे, ज़ेन्च़रे नेबी केरि किताबी मां लिखोरूए, हे इस्राएली लोकव, कुन तुस 40 सालन तगर सुनसान ठैरी मां जानवरां केरू बलिदान ते होरू बलिदान मेरे लेइ केरते राए?
43 तुमने देवता मोलेक की वेदी की स्थापना की, अपने देवता रेफ़ान के तारे को ऊंचा किया और उन्हीं की मूर्तियों को आराधना के लिए स्थापित किया. इसलिये मैं तुम्हें बाबेल से दूर निकाल ले जाऊंगा.’
बल्के तुसेईं एप्पू सेइं साथी मोलेक देबतेरी मूरती ते रिफान देबतेरे तारे छ़ुइतां च़लते थिये, एना तैना मूरतिन ज़ैन कां तुस मथ्थो टेकते थिये, एल्हेरेलेइ अवं तुसन बाबेले करां भी दूर बसेइलो।”
44 “बंजर भूमि में गवाही का तंबू हमारे पूर्वजों के पास था. इसका निर्माण ठीक-ठीक परमेश्वर द्वारा मोशेह को दिए गए निर्देश के अनुसार किया गया था, जिसका आकार स्वयं मोशेह देख चुके थे.
“सुनसान ठारी मां इश्शे दादन पड़दादन कां गवाहेरो तेम्बु थियो, परमेशरे तै ठहराव ते तैनी मूसा सेइं ज़ोवं, ज़ेन्च़रे तीं लोरूए तैसेरे मुताबिक बना।
45 हमारे पूर्वज इस गवाही के तंबू को यहोशू के नेतृत्व में अपने साथ उस भूमि पर ले आए, जिसे उन्होंने अपने अधिकार में ले लिया था और जहां से परमेश्वर ने हमारे पूर्वजों के सामने से राष्ट्रों को निकाल दिया था. ऐसा दावीद के समय तक रहा.
बड़े सालना बाद तैए तेम्बु इश्शे दादे-पड़दादेईं यहोशू सेइं साथी इड़ी आनो, ज़ैस वक्ते तैनेईं गैर कौमन पुड़ अधिकार हासिल कियो, ज़ैना परमेशरे इश्शे दादे-पड़दादां केरे सामने कढे, ते तै तेम्बु दाऊद राज़ेरे वक्ते तगर राव।
46 दावीद पर परमेश्वर की कृपादृष्टि थी. दावीद ने उनसे याकोब के परमेश्वर के लिए एक निवास स्थान बनाने की आज्ञा चाही.
दाऊदे पुड़ परमेशरे अनुग्रह कियो, ते तैनी मिनत की, कि अवं याकूबेरे परमेशरेरे लेइ अक घर बनेइं।
47 किंतु इस भवन का निर्माण शलोमोन द्वारा किया गया.
पन तैसेरे मट्ठे सुलैमाने तैसेरेलेइ मन्दर बनाव।
48 “सच तो यह है कि, परम प्रधान परमेश्वर मनुष्य के हाथ से बने भवन में वास नहीं करते. भविष्यवक्ता की घोषणा है:
पन परमप्रधान परमेशर हथ्थां केरे बनेवरे मन्दरन मां न राए, ज़ेन्च़रे यशायाह नेबेरे किताबी मां लिखोरूए,
49 “‘स्वर्ग मेरा सिंहासन तथा पृथ्वी मेरे पैरों की चौकी है. किस प्रकार का घर बनाओगे तुम मेरे लिए? परमेश्वर का कहना है, या कहां होगा मेरा विश्राम स्थान?
प्रभु ज़ोते, स्वर्ग मेरो तखते, ते ज़मीन मेरे पांवां केरि चौकीए, तुस फिरी मेरे लेइ केरू ज़ेरू मन्दर बनाले? ते मेरे आराम केरनेरी ठार केरही ज़ेरि भोली?
50 क्या ये सभी मेरे ही हाथों की रचना नहीं?’
कुन मीं एप्पू सैरी चीज़ां नईं बनेवरी?
51 “आप, जो हठीले हृदय और कान के ख़तना रहित लोग हैं, हमेशा पवित्र आत्मा का विरोध करते रहते हैं. आप ठीक वही कर रहे हैं, जो आपके पूर्वजों ने किया.
“हे ढीठ लोकव, तुस तैसेरी शुन्नी ते मन्नी न चाथ, तुस पवित्र आत्मारी हमेशा खलाफत केरतथ। ज़ेन्च़रे तुश्शे दादे-पड़दादे केरते थिये, तुस भी तेन्च़रे केरतथ।
52 क्या कभी भी कोई ऐसा भविष्यवक्ता हुआ है, जिसे आपके पूर्वजों ने सताया न हो? यहां तक कि उन्होंने तो उन भविष्यद्वक्ताओं की हत्या भी कर दी जिन्होंने उस धर्मी जन के आगमन की पहले से ही घोषणा की थी. यहां उसी की हत्या करके आप लोग विश्वासघाती और हत्यारे बन गए हैं.
नेबन मरां को तुश्शे दादे-पड़दादेईं नईं स्तेवरो? ज़ैनेईं तैस एजनेबाले मसीहेरे बारे मां ज़ोवं ज़ै धर्मी आए, ते ज़ैखन मसीह अव ते तुसेईं धोखे सेइं तै ट्लुवेइतां मारो।
53 आप वही हैं जिन्हें स्वर्गदूतों द्वारा प्रभावशाली व्यवस्था सौंपी गई थी, फिर भी आपने उसका पालन नहीं किया.”
तुसन स्वर्गदूतन करां मूसेरे कानून त मैल्लो, पन तैस पुड़ अमल न कियूं।”
54 यह सुन सारे सुननेवाले तिलमिला उठे और स्तेफ़ानॉस पर दांत पीसने लगे.
ज़ैखन तैनेईं एना गल्लां शुनी त यहूदी लीडर फुकोई जे, ते स्तिफनुसे जो दंत लगे च़ापने।
55 किंतु पवित्र आत्मा से भरकर स्तेफ़ानॉस ने जब अपनी दृष्टि स्वर्ग की ओर उठाई, उन्होंने परमेश्वर की महिमा को और मसीह येशु को परमेश्वर के दाहिनी ओर खड़े हुए देखा.
पन तैनी पवित्र आत्माई सेइं भेरोइतां अम्बरेरे पासे तक्कू, ते तैनी परमेशरेरी महिमा ते यीशु परमेशरेरे देइने पासे खड़खड़ो लाव।
56 स्तेफ़ानॉस ने सुननेवालों को संबोधित करते हुए कहा, “वह देखिए! मुझे स्वर्ग खुला हुआ तथा मनुष्य का पुत्र परमेश्वर के दाहिनी ओर खड़े हुए दिखाई दे रहे हैं.”
तैनी ज़ोवं, “हेरा, अवं स्वर्ग खुल्लू लाताईं, ते मैनेरे मट्ठे परमेशरेरे देइने पासे खड़खड़ो लाताईं।”
57 यह सुनते ही सुननेवालों ने चीखते हुए अपने कानों पर हाथ रख लिए. फिर वे गुस्से में स्तेफ़ानॉस पर एक साथ टूट पड़े.
एन शुन्तां तैना ज़ोरे सेइं चिन्डां मारने लगे, ते अक भोइतां सेब्भेईं तैस पुड़ हमलो कियो।
58 उन्होंने स्तेफ़ानॉस को पकड़ा और घसीटते हुए नगर के बाहर ले गए और वहां उन्होंने पथराव करके उनकी हत्या कर दी. इस समय उन्होंने अपने बाहरी कपड़े शाऊल नामक युवक के पास रख छोड़े थे.
ते तै दीलतां यरूशलेम नगर करां बेइर नीयो ते तैस जो घोड़ेईं बाने लगे ते तै मारो, तैखन तैस पुड़ दोष लाने बालेईं अपने चोगे खोलतां शाऊल नव्वेंरे एक्की मैन्हु कां रेखतां छ़ड्डे।
59 जब वे स्तेफ़ानॉस का पथराव कर रहे थे, स्तेफ़ानॉस ने प्रभु से इस प्रकार प्रार्थना की, “प्रभु येशु, मेरी आत्मा को स्वीकार कीजिए.”
ते ज़ैखन तैना स्तिफनुसे जो घोड़ेईं बाने लग्गोरो थिये, ते तै स्तिफनुस इन ज़ोइतां प्रार्थना केरने लगो, “हे प्रभु यीशु, मेरी आत्मा कबूल केर।
60 तब उन्होंने घुटने टेककर ऊंचे शब्द में यह कहा, “प्रभु, इन्हें इस पाप का दोषी न ठहराना.” यह कहते हुए स्तेफ़ानॉस लंबी नींद में सो गए.
फिरी तैनी ज़ैंधू केरे भारे बिश्तां ज़ोरे सेइं ज़ोवं, ‘हे प्रभु एन इस पापेरो दोषी न बनेइयां।’” एन ज़ोनेरां पत्ती तैनी प्राण दित्ते।