< प्रेरितों के काम 23 >

1 महासभा की ओर ध्यान से देखते हुए पौलॉस ने कहना शुरू किया, “प्रियजन, परमेश्वर के सामने मेरा जीवन आज तक पूरी तरह सच्चे विवेक सा रहा है.”
ପାଉଲ୍‌ ବଡ୍‌ସବାର୍‌ ଲକ୍‌ମନ୍‌କେ ସିଦା ଦେକି କଇଲା, “ଏ ଇସ୍‌ରାଏଲର୍‌ ବାଇମନ୍‌! ଆଜିକେ ଜାକ ମୁଇ ପରମେସରର୍‌ ମୁଆଟେ କେନ୍ତାର୍‌ ଜିବନ୍‌ ବିତାଇ ଆଚି, ସେ ବିସଇଟାନେ ମନ୍‌ ପୁରାପୁରୁନ୍‌ ନିର୍‌ମଲ୍‌ ଆଚେ ।”
2 इस पर महापुरोहित हननयाह ने पौलॉस के पास खड़े हुओं को पौलॉस के मुख पर वार करने की आज्ञा दी.
ଏ କାତା ସୁନିକରି ଅନନିଅ ନାଉଁର୍‌ ବଡ୍‌ ପୁଜାରି ପାଉଲର୍‌ ଲଗେ ଟିଆଅଇରଇବା ଲକ୍‌ମନ୍‌କେ, ତାର୍‌ ଗାଲେ ଚାପଡ୍‌ ମାରା ବଲି ତିଆର୍‌ଲା ।
3 स्वयं पौलॉस ही बोल उठे, “अरे ओ सफेदी पुती दीवार, तुम पर ही परमेश्वर का वार होने पर है! तुम तो यहां व्यवस्था की विधियों के अनुसार न्याय करने बैठे हो, फिर भी मुझ पर वार करने की आज्ञा देकर स्वयं व्यवस्था भंग कर रहे हो?”
ପାଉଲ୍‌ ତାକେ କଇଲା, “ଏ ଚୁନ୍‌ ମାରିଅଇଲା ଦବ୍‌ଲା ଉଆଁରି କତି, ପର୍‌ମେସର୍‌ ତକେ ଡଣ୍ଡ୍ ଦେଇସି ଆକା । ନିୟମ୍‌ ଇସାବେ ମର୍‌ ବିଚାର୍‌ କର୍‌ବାକେ, ତୁଇ ତେଇ ବସିଆଚୁସ୍‌ । ଏଲେ ମିସା, ନିୟମ୍‌ ବାଙ୍ଗିକରି ମକେ ମାର୍‌ବାକେ ତିଆର୍‌ଲୁସ୍‌ନି!”
4 वे, जो पौलॉस के पास खड़े थे कहने लगे, “तुम तो परमेश्वर के महापुरोहित का तिरस्कार करने का दुस्साहस कर बैठे हो!”
ଲଗେ ରଇବା ଲକ୍‌ମନ୍‌ ପାଉଲ୍‌କେ କଇଲାଇ, “ପର୍‌ମେସର୍‌ ବାଚିରଇବା ବଡ୍‌ ପୁଜାରିକେ ତୁଇ ନିନ୍ଦା କଲୁସ୍‌ନି!”
5 पौलॉस ने उत्तर दिया, “भाइयो, मुझे यह मालूम ही न था कि यह महापुरोहित हैं पवित्र शास्त्र का लेख है: अपने प्रधानों को शाप न देना.”
ପାଉଲ୍‌ କଇଲା, “ଏ ଇସ୍‌ରାଏଲର୍‌ ବାଇମନ୍‌, ସେ ବଡ୍‌ ପୁଜାରି ବଲି ମୁଇ ନାଜାନିରଇଲି । ସାସ୍‌ତରେ ଲେକାଆଚେ, ତମେ ନିଜର୍‌ ଜାତିର୍‌ ସାସନ୍‌କାରିଆକେ କରାପ୍‌ କାତା କଇବାର୍‌ନାଇ ।”
6 तब यह मालूम होने पर कि वहां कुछ सदूकी और कुछ फ़रीसी भी उपस्थित हैं, पौलॉस महासभा के सामने ऊंचे शब्द में कहने लगे, “प्रियजन, मैं फ़रीसी हूं—फ़रीसियों की संतान हूं. मुझ पर यहां, मरे हुओं की आशा और उनके पुनरुत्थान में मेरी मान्यता के कारण मुकद्दमा चलाया जा रहा है.”
ବଡ୍‌ ସବାର୍‌ ମେମର୍‌ମନର୍‌ ବିତ୍‌ରେ କେତେଟା ପାରୁସି ଆରି କେତେଟା ସାଦୁକିମନ୍‌ ରଇଲାଟା ଦେକି ପାଉଲ୍‌ ବଡ୍‌ ସବାର୍‌ ଲକ୍‌ମନ୍‌କେ ଦେକାଇ ଆଉଲି ଅଇକରି କଇଲା, “ଏ ଇସ୍‌ରାଏଲର୍‌ ବାଇମନ୍‌, ମୁଇ ଗଟେକ୍‌ ପାରୁସି ଲକ୍‌, ମର୍‌ ଆୟା ବାବା ମିସା ପାରୁସି । ମଲା ଲକ୍‌ମନ୍‌ ଆରିତରେକ୍‌ ଉଟ୍‌ବାଟା ମର୍‌ ଆସା ଆଚେ ବଲି, ଇତି ମର୍‌ ବିଚାର୍‌ନା ଅଇଲାନି ।”
7 जैसे ही उन्होंने यह कहा, फ़रीसियों तथा सदूकियों के बीच विवाद छिड़ गया और सारी सभा में फूट पड़ गई,
ପାଉଲ୍‌ ଏ କାତା କଇଲା ଦାପ୍‌ରେ, ପାରୁସି ଆରି ସାଦୁକିମନର୍‌ ବିତ୍‌ରେ ଲାଗାଜଡା ଅଇଗାଲାଇ ଆରି ସେମନ୍‌ ବେଗ୍‌ଲି ଗାଲାଇ ।
8 क्योंकि सदूकियों का विश्वास है कि न तो मरे हुओं का पुनरुत्थान होता है, न स्वर्गदूतों का अस्तित्व होता है और न आत्मा का. किंतु फ़रीसी इन सब में विश्वास करते हैं.
କାଇକେବଇଲେ ସାଦୁକିମନର୍‌ ବିସ୍‌ବାସ୍‌ ଇସାବେ ମଲା ଲକ୍‌ମନ୍‌ ନ ଉଟତ୍‌ । ସରଗର୍‌ ଦୁତ୍‌ କି ଆତ୍‌ମା ମିସା ନାଇ ବଲି, ବିସ୍‌ବାସ୍‌ କର୍‌ବାଇ, ମାତର୍‌ ପାରୁସିମନ୍‌ ଏ ତିନ୍‌ଟା ଜାକ ବିସ୍‌ବାସ୍‌ କର୍‌ତେରଇଲାଇ ।
9 वहां बड़ा कोलाहल शुरू हो गया. फ़रीसियों की ओर से कुछ शास्त्रियों ने खड़े होकर झगड़ते हुए कहा, “हमारी दृष्टि में यह व्यक्ति निर्दोष है. संभव है किसी आत्मा या स्वयं स्वर्गदूत ही ने उससे बातें की हों.”
ସେମନର୍‌ କିରଜାଟି ଅଇବାଟା ଅଦିକ୍‌ ଅଦିକ୍‌ ଅଇଆଇଲା । ପାରୁସି ଦଲର୍‌ କେତେଟା ଦରମ୍‌ ଗୁରୁ ଉଟିକରି ଡାଟ୍‌ ସଙ୍ଗ୍‍ କଇଲାଇ, “ଆମେ ଏ ଲକର୍‌ ଟାନେଅନି କାଇ ଦସ୍‌ ମିସା ମିଲାଉ ନାଇ । କେଜାନେ ଆକେ ଗଟେକ୍‌ ସରଗର୍‌ ଦୁତ୍‌ କି ଆତ୍‌ମା କାତା କଇରଇସି ।”
10 जब वहां कोलाहल बढ़ने लगा, सेनापति इस आशंका से घबरा गया कि लोग पौलॉस के चिथड़े न उड़ा दें. इसलिये उसने सेना को आज्ञा दी कि पौलॉस को जबरन वहां से सेना गढ़ में ले जाया जाए.
୧୦ତାକର୍‌ ଦଦାପେଲା ଅଦିକ୍‌ ଅଦିକ୍‌ ଅଇଗାଲାକେ ଲକ୍‌ମନ୍‌ ପାଉଲ୍‌କେ ଗନ୍ଦାଗନ୍ଦା କରି ଚିରି ପାକାଇବାଇ ବଲି ସନିଅମନର୍‌ ମୁକିଅ ଡର୍‌ଲା । ତେବେ ସେ ଗଣ୍ଡ୍‍ଗଲ୍‌ ଅଇବା ଲକ୍‌ମନର୍‌ ବିତ୍‌ରେଅନି ପାଉଲ୍‌କେ ରକିଆ କରି ଗଡ୍‌ ବିତ୍‌ରେ ଦାରି ଜିବାକେ ସନିଅମନ୍‌କେ ତିଆର୍‌ଲା ।
11 उसी रात में प्रभु ने पौलॉस के पास आकर कहा, “साहस रखो. जिस सच्चाई में तुमने मेरे विषय में येरूशलेम में गवाही दी है, वैसी ही गवाही तुम्हें रोम में भी देनी है.”
୧୧ସେ ରାତି ମାପ୍‌ରୁ ପାଉଲର୍‌ ଲଗେ ଟିଆଅଇ କଇଲା, “ଡର୍‌ ନାଇ! ମର୍‌ ପାଇ ଇତି ଜିରୁସାଲାମେ ତୁଇ ସାକି ଦେଇ ଆଚୁସ୍‌ । ରମ୍‌ ଦେସେ ମିସା ତୁଇ ସେନ୍‌ତାରି କର୍‌ବାର୍‌ ଆଚେ ।”
12 प्रातःकाल कुछ यहूदियों ने एक षड़्‍यंत्र रचा और शपथ खाई कि पौलॉस को समाप्‍त करने तक वे अन्‍न-जल ग्रहण नहीं करेंगे.
୧୨ଆରକର୍‌ ଦିନର୍‌ ସାକାଲେ କେତେଟା ଜିଉଦିମନ୍‌ ଗଟେକ୍‌ଟାନେ ରୁଣ୍ଡି ଜଜ୍‌ନା କଲାଇ । ପାଉଲ୍‌କେ ନ ମରାଇବା ଜାକ ସେମନ୍‌ ଅରନ୍‌ପାନି ନ ଚିଉ ବଲି ସପତ୍‌ କଲାଇ ।
13 इस योजना में चालीस से अधिक व्यक्ति शामिल हो गए.
୧୩ଚାଲିସ୍‌ତେଇଅନି ଅଦିକ୍‌ ଲକ୍‌ ଏ ଜଜ୍‌ନା କଲାଇ ।
14 उन्होंने प्रधान पुरोहितों और पुरनियों से कहा, “हमने ठान लिया है कि पौलॉस को समाप्‍त किए बिना हम अन्‍न-जल चखेंगे तक नहीं.
୧୪ସେମନ୍‌ ଜାଇକରି ମୁକିଅ ପୁଜାରିମନ୍‌କେ ଆରି ପାର୍‌ଚିନ୍‌ମନ୍‌ କେ କଇଲାଇ, “ପାଉଲ୍‌କେ ନ ମରାଇବା ଜାକ ଅରନ୍‌ପାନି ନ ଚିଉ ବଲି ଆମେ ସପତ୍‌ କରିଆଚୁ ।
15 इसलिये आप और महासभा मिलकर सेनापति को सूचना भेजें और पौलॉस को यहां ऐसे बुलवा लें, मानो आप उसका विवाद बारीकी से जांच करके सुलझाना चाहते हैं. यहां हमने उसके पहुंचने के पहले ही उसे मार डालने की तैयारी कर रखी है.”
୧୫ତମେ ଆରି ବଡ୍‌ସବାର୍‌ ଲକ୍‌ମନ୍‌ ରମିୟ ନେତା ପାଉଲ୍‌କେ ଇତି ଆରିତରେକ୍‌ ଆନା ବଲି କବର୍‌ ପାଟାଆ । ତାର୍‌ ବିସଇର୍‌ ଟିକିନିକି ଜାନ୍‌ବାର୍‌ ଆଚେ ବଲି ମିଚ୍‌ କଇକରି ଆନାଆ । ସେ ବଡ୍‌ ସବାଇ ଆଇବା ବେଲେ ତାକେ ବାଟେ ଜାଗି ମାରି ମରାଇଦେବୁ ।”
16 पौलॉस के भांजे ने इस मार डालने के विषय में सुन लिया. उसने सेना घर में जाकर पौलॉस को इसकी सूचना दे दी.
୧୬ପାଉଲର୍‌ ବାନ୍‌ଜା ଏମନର୍‌ କୁଟ୍‌ କାତା ସୁନିକରି ଗଡ୍‌ ବିତ୍‌ରେ ଗାଲା ଆରି ସବୁ କାତା ପାଉଲ୍‌କେ କଇଦେଲା ।
17 पौलॉस ने एक शताधिपति को बुलाकर कहा, “कृपया इस युवक को सेनापति के पास ले जाइए. इसके पास उनके लिए एक सूचना है.”
୧୭ପାଉଲ୍‌ ଗଟେକ୍‌ ରମିୟ ଅଦିକାରିକେ ଡାକାଇ କରି କଇଲା, “ଏ ଦାଙ୍ଗ୍‌ଡାକେ ସନିଅମନର୍‌ ମୁକିଅ ଲଗେ ଦାରି ଜାଅତ୍‌ । ସେ ତାକେ କାଇଟାକି କଇବାର୍‌ ଆଚେ ।”
18 इसलिये शताधिपति ने उसे सेनापति के पास ले जाकर कहा, “कैदी पौलॉस ने मुझे बुलाकर विनती की है कि इस युवक को आपके पास ले आऊं क्योंकि इसके पास आपके लिए एक सूचना है.”
୧୮ସନିଅ ତାକେ ମୁକିଆର୍‌ ଲଗେ ନେଇ କଇଲା, “ବନ୍ଦି ରଇବା ପାଉଲ୍‌ ମକେ ଡାକି ଏ ଦାଙ୍ଗ୍‌ଡାକେ ତମର୍‌ ଲଗେ ଆନ୍‌ବାକେ କଇଲା । ତମ୍‌କେ ପନି ସେ କାଇଟା କଇବାର୍‌ ଆଚେ ।”
19 इसलिये सेनापति ने उस युवक का हाथ पकड़कर अलग ले जाकर उससे पूछताछ करनी शुरू कर दी, “क्या सूचना है तुम्हारे पास?”
୧୯ସନିଅମନର୍‌ ମୁକିଅ ତାର୍‌ ଆତ୍‌ ଦାରିକରି ଗଟେକ୍‌ ପାଲିକେ ଡାକିନେଲା ଆରି ପାଚାର୍‌ଲା, “କାଇଟା କଇବାର୍‌ ଆଚେ କଅ!”
20 उसने उत्तर दिया, “पौलॉस को महासभा में बुलाना यहूदियों की सिर्फ एक योजना ही है, मानो वे उनके विषय में बारीकी से जांच करना चाहते हैं.
୨୦ଦାଙ୍ଗ୍‌ଡା କଇଲା, “ପାଉଲର୍‌ ଟିକିନିକି ବିସଇ ଜାନ୍‌ବାର୍‌ ଆଚେ ବଲି ନାଡାଇକରି ତାକେ ଜିଉଦିମନ୍‌ ବଡ୍‌ ସବାଇ ନେବାକେ, ତମ୍‌କେ ଗୁଆରି କର୍‌ବାଇ ।
21 कृपया उनकी इस विनती की ओर ध्यान न दें क्योंकि चालीस से अधिक व्यक्ति पौलॉस के लिए घात लगाए बैठे हैं. उन्होंने ठान लिया है कि जब तक वे पौलॉस को खत्म नहीं कर देते, वे न तो कुछ खाएंगे और न ही कुछ पिएंगे. अब वे आपकी हां के इंतजार में बैठे हैं.”
୨୧ମାତର୍‌ ତମେ ତାକର୍‌ କାତା ସୁନା ନାଇ । କାଇକେ ବଇଲେ ଚାଲିସ୍‌ତେଇଅନି ଅଦିକ୍‌ ଲକ୍‌ ଲୁଚିକରି ପାଉଲ୍‌କେ ମରାଇବାକେ ଜାଗିଆଚତ୍‌ । ‘ତାକେ ନ ମରାଇବା ଜାକ ଅରନ୍‌ପାନି ନ କାଉଁ’ ବଲି ସପତ୍‌ କଲାଇ ଆଚତ୍‌ । ଏବେ ସେମନ୍‌ ତମର୍‌ ଆଦେସ୍‌ ଦେବାଟାକେ ଜାଗିକରି ଆଚତ୍‌ ।”
22 सेनापति ने युवक को इस निर्देश के साथ विदा कर दिया, “किसी को भी यह मालूम न होने पाए कि तुमने मुझे यह सूचना दी है.”
୨୨ସନିଅମନର୍‌ ମୁକିଅ କଇଲା, “ତୁଇ ମକେ ଏ କାତା ଜାନାଇ ଆଚି ବଲି କାକେ କଅ ନାଇ ।” ଏନ୍‌ତାରି କଇକରି ଦାଙ୍ଗ୍‌ଡାକେ ପାଟାଇ ଦେଲା ।
23 तब सेनापति ने दो शताधिपतियों को बुलाकर आज्ञा दी, “रात के तीसरे घंटे तक दो सौ सैनिकों को लेकर कयसरिया नगर को प्रस्थान करो. उनके साथ सत्तर घुड़सवार तथा दो सौ भालाधारी सैनिक भी हों.
୨୩ସନିଅମନର୍‌ ମୁକିଅ ତାର୍‌ ତଲେ ରଇଲା ଦୁଇଟା ସନିଅକେ ଡାକାଇ କଇଲା, “ଆଜି ରାତି ନଅଟା ବିତ୍‌ରେ ସିସେରିଆ ଜିବାକେ ଦୁଇସ ସନିଅକେ ତିଆର୍‌, ଆରି ସତୁରିଟା ଗଡାଇ ଚଗୁମନ୍‌ ଆରି ଦୁଇ ସଅ ବର୍‌ଚି ଦାରୁମନ୍‌କେ ଟିକ୍‌ କର୍‌ ।
24 पौलॉस के लिए घोड़े की सवारी का प्रबंध करो कि वह राज्यपाल फ़ेलिक्स के पास सुरक्षित पहुंचा दिए जाएं.”
୨୪ପାଉଲ୍‌ ଜିବା ପାଇ କେତେଟା ଗଡା ଦିଆସ୍‌ ଆରି ନିକ ସଙ୍ଗେ ତାକେ ସାସନ୍‌କାରିଆ ପେଲିକ୍‍ସ୍ ଲଗେ ଦାରି ଜାଆ ।”
25 सेनापति ने उनके हाथ यह पत्र भेज दिया:
୨୫ସନିଅମନର୍‌ ମୁକିଅ ପେଲିକ୍‍ସ୍‍କେ ଏନ୍‌ତି ଗଟେକ୍‌ ଚିଟି ଲେକ୍‌ଲା,
26 परमश्रेष्ठ राज्यपाल फ़ेलिक्स की सेवा में, क्लॉदियॉस लिसियस का सादर, नमस्कार.
୨୬“ଏ ଚିଟି ମୁଇ କାଲାଡିଆକେ ଲିସିଆର୍‌ ସବୁର୍‌ଟାନେଅନି ଡାକ୍‌ପୁଟା ରଇବା ସନ୍‌ମାନର୍‌ ସାସନ୍‌କାରିଆ ପେଲିକ୍‍ସ୍‍କେ ଲେକ୍‌ଲିନି, ଜୁଆର୍‌!
27 जब इस व्यक्ति को यहूदियों ने दबोचा और इसकी हत्या करने पर ही थे, मैं घटना स्थल पर अपनी सैनिक टुकड़ी के साथ जा पहुंचा और इसे उनके पंजों से मुक्त कराया क्योंकि मुझे यह मालूम हुआ कि यह एक रोमी नागरिक है.
୨୭ଆଗିଆ, ଜିଉଦିମନ୍‌ ଏ ଲକ୍‌କେ ଦାରି ତାକେ ମର୍‌ତେ ମାରିଦେବାକେ ଚେସ୍‌ଟା କର୍‌ତେ ରଇଲାଇ । ସେ ଗଟେକ୍‌ ରମିୟ ଲକ୍‌ ବଲି ଜାନ୍‌ଲା ପଚେ, ମୁଇ ତାକେ ମର୍‌ ସନିଅମନ୍‌ ସଙ୍ଗେ ତାକେ ରକିଆ କଲି ।
28 तब इस पर लगाए आरोपों की पुष्टि के उद्देश्य से मैंने इसे उनकी महासभा के सामने प्रस्तुत किया.
୨୮ସେମନର୍‌ ବିରଦେ ସେ କାଇ ଦସ୍‌ କଲା ଆଚେ, ସେଟା ଜାନ୍‌ବାକେ ତାକେ ମୁଇ ସେମନର୍‌ ବଡ୍‌ସବାଇ ଦାରିଗାଲି ।
29 वहां मुझे यह मालूम हुआ कि इस पर लगाए गए आरोप मात्र उनकी ही व्यवस्था की विधियों से संबंधित हैं, न कि ऐसे, जिनके लिए हमारे नियमों के अनुसार मृत्यु दंड या कारावास दिया जाए.
୨୯ମାତର୍‌ ସେ ମରନର୍‌ କି ବନ୍ଦି ଡଣ୍ଡ୍ ପାଇବା ପାରା କାଇମିସା ବୁଲ୍‌ କାମ୍‌ କରେ ନାଇ ବଲି ମୁଇ ଜାନିପାର୍‌ଲି । ତାର୍‌ ବିରଦେ ଅଇଲା ଦାବା ସବୁ, ତାକର୍‌ ନିଜର୍‌ ଦରମ୍‌ ବିସଇ ।
30 फिर मुझे यह सूचना प्राप्‍त हुई कि इस व्यक्ति के विरुद्ध हत्या का षड़्‍यंत्र रचा जा रहा है. मैंने इसे बिना देर किए आपके पास भेजने का निश्चय किया. मैंने आरोपियों को भी ये निर्देश दे दिए हैं कि वे इसके विरुद्ध सभी आरोप आपके ही सामने प्रस्तुत करें.
୩୦ଆରି ତାର୍‌ ବିରଦେ ଗଟେକ୍‌ କୁଟ୍‌ ଜଜ୍‌ନା ଅଇଲାନି ବଲି କବର୍‌ ସୁନି, ବେଗି ବେଗି ତମର୍‌ ଲଗେ ପାଟାଇ ଦେବାକେ ଟିକ୍‌ କଲି, ତାର୍‌ ବିରଦେ ରଇଲା ଦାବା, ତର୍‌ ମୁଆଟେ ଜାନାଇବାକେ ତାର୍‌ ଦାବାଦାରିମନ୍‌କେ ମୁଇ କଇଲିଆଚି ।”
31 इसलिये आज्ञा के अनुसार सैनिकों ने रातों-रात पौलॉस को अन्तिपातरिस नगर के पास पहुंचा दिया.
୩୧ସନିଅମନ୍‌ ସେ ଆଦେସ୍‌ ଇସାବେ ପାଉଲ୍‌କେ ସେ ରାତି ଆନ୍‌ତିପଟ୍‌ରିସେ କେଟାଇଦେଲାଇ ।
32 दूसरे दिन घुड़सवारों को पौलॉस के साथ भेजकर वे स्वयं सैनिक गढ़ लौट आए.
୩୨ତାର୍‌ ଆର୍‌କର୍‌ ଦିନେ ଇଣ୍ଡିଜିବା ସନିଅମନ୍‌ ଗଡେ ବାଉଡିଗାଲାଇ ଆରି ଗଡାଇ ଜାଉ ସନିଅମନ୍‌କେ ଜିବାକେ କଇଲାଇ ।
33 कयसरिया नगर पहुंचकर उन्होंने राज्यपाल को वह पत्र सौंपा और पौलॉस को उनके सामने प्रस्तुत किया.
୩୩ସନିଅମନ୍‌ ପାଉଲ୍‌କେ ଦାରି ସିସେରିଆଇ କେଟ୍‌ଲାଇ । ତେଇ ସନିଅମନର୍‌ ମୁକିଅର୍‌ ଚିଟି ସଙ୍ଗେ ପାଉଲ୍‌କେ ସାସନ୍‌କାରିଆର୍‌ ଆତେ ଜିମାଦେଇଦେଲାଇ ।
34 पत्र पढ़कर राज्यपाल ने पौलॉस से प्रश्न किया कि वह किस प्रदेश के हैं. यह मालूम होने पर कि वह किलिकिया प्रदेश के हैं
୩୪ସାସନ୍‌କାରିଆ ଚିଟି ପଡି ପାଉଲ୍‌କେ କନ୍‌ ରାଇଜେଅନି ଆସିଆଚୁସ୍‌? ବଲି ପାଚାର୍‌ଲା । ପାଉଲ୍‌ ସିଲିସିଆଇଅନି, ବଲି ଜାନ୍‌ଲା ।
35 राज्यपाल ने कहा, “तुम्हारे आरोपियों के यहां पहुंचने पर ही मैं तुम्हारी सुनवाई करूंगा” और उसने पौलॉस को हेरोदेस के राजमहल परिसर में रखने की आज्ञा दी.
୩୫ସେ କଇଲା, “ତମର୍‌ ଦାବାଦାରିମନ୍‌ ଆସି କେଟ୍‌ଲା ପଚେ, ମୁଇ ତର୍‌ କାତା ସୁନ୍‌ବି ।” ତାର୍‌ ପଚେ ପାଉଲ୍‌କେ ଏରଦ୍‌ ରାଜାର୍‌ ନଅରେ ବନ୍ଦି କରି ସଙ୍ଗଇବାକେ ଆଦେସ୍‌ ଦେଲା ।

< प्रेरितों के काम 23 >