< प्रेरितों के काम 21 >

1 जब हमने उनसे विदा लेकर जलमार्ग से यात्रा प्रारंभ की और हमने सीधे कॉस द्वीप का मार्ग लिया, फिर अगले दिन रोदॉस द्वीप का और वहां से पतारा द्वीप का.
ତେତ୍ତେ ସିଲଡ୍‌ ଇନ୍‌ଲେନ୍‌ ଡାଆ ଜାଜଲୋଙନ୍‌ ଡାୟ୍‌ଲେ କୋସ ଡେପ୍ପାନ୍‌ ଏଜିର୍ରାୟ୍‌, ଆରି ତି ଆବାର୍ତାନ୍‌ ରୋଦାନ୍‌ ଏଡ଼ୋଲାୟ୍‌, ସିଲଡ୍‌ଲ୍ଲନ୍‌ ତେତ୍ତେ ସିଲଡ୍‌ ଇନ୍‌ଲେନ୍‌ ପାତାରା ଗଡ଼ାନ୍‌ ଏଜିର୍ରାୟ୍‌ ।
2 वहां फ़ॉयनिके नगर जाने के लिए एक जलयान तैयार था. हम उस पर सवार हो गए और हमने यात्रा प्रारंभ की.
ଆରି, ତେତ୍ତେ ଇନ୍‌ଲେନ୍‌ ପୈନିକିଆ ଡେସାନ୍‌ ପଡ୍‌ଲେ ଆଜିର୍ତେନ୍‌ ଆ ଜାଜ ଅବୟ୍‌ ଏଞାଙ୍‌ଲାୟ୍‌ କି ତେତ୍ତେ ଡାୟ୍‌ଲେ ଏଜିରେନ୍‌ ।
3 हमें बायीं ओर सैप्रस द्वीप दिखाई दिया. हम उसे छोड़कर सीरिया प्रदेश की ओर बढ़ते गए और सोर नगर जा पहुंचे क्योंकि वहां जलयान से सामान उतारा जाना था.
କୁପ୍ର ଡେସାନ୍‌ ଆଗ୍ରିୟ୍‌ତାଏନ୍‌ ସିଲଡ୍‌ଲ୍ଲନ୍‌ ଇନ୍‌ଲେନ୍‌ ଅର୍କାବଡ଼ିଗଡ୍‌ ଆଜିର୍‌ଜିର୍‌ ଅମ୍‌ରେଙ୍‌ଡାଲେ ସିରିଆ ଡେସାନ୍‌ ଏଜିରେନ୍‌ କି ସୋର ଗଡ଼ାନ୍‌ ଇୟ୍‌ଲେ ଏପଡ୍‌ନାୟ୍‌, ଇନିଆସନ୍‌ଗାମେଣ୍ଡେନ୍‌ ତି ଆ ଜାଜଲୋଙ୍‌ ସିଲଡ୍‌ ଜିନିସଞ୍ଜି ଅପ୍ପଡେଞ୍ଜି ।
4 वहां हमने शिष्यों का पता लगाया और उनके साथ सात दिन रहे. पवित्र आत्मा के माध्यम से वे बार-बार पौलॉस से येरूशलेम न जाने की विनती करते रहे.
ତେତ୍ତେ ଆ ଡର୍ନେମର୍‌ଜି ଇନ୍‌ଲେନ୍‌ ଏରବାଙ୍‌ଲାଜି, ଆରି ଆନିଞ୍ଜି ସରିନ୍‌ ବପାଲ୍ଲି ଏଡକୋଲନାୟ୍‌, ପାଓଲନ୍‌ ଜିରୁସାଲମନ୍‌ ଜିର୍‌ଡଙେ ତଡ୍‌ ଗାମ୍‌ଲେ ମଡ଼ିର୍‌ ପୁରାଡ଼ାନ୍‌ ଆନିଞ୍ଜିଆଡଙ୍‌ ଅବ୍‌ଜନାଏଞ୍ଜି ।
5 जब वहां से हमारे जाने का समय आया, वे परिवार के साथ हमें विदा करने नगर सीमा तक आए. समुद्रतट पर हमने घुटने टेककर प्रार्थना की और एक दूसरे से विदा ली.
ଇନ୍‌ଲେନ୍‌ ତେତ୍ତେ ବପାଲ୍ଲି ଡକୋଡାଲନ୍‌ ଆନିଞ୍ଜିଆଡଙ୍‌ ଅମ୍‌ରେଙ୍‌ଲେ ଏଜିରେନ୍‌; ତେତ୍ତେ ଡର୍ନେ ବୋଞାଙଞ୍ଜି ଅଡ଼୍‌କୋଞ୍ଜି ଆ ଡୁକ୍ରିଞ୍ଜି, ଆ ପସିଜଞ୍ଜି ସରିନ୍‌ ମାୟ୍‌ଲନ୍‌ ଇନ୍‌ଲେଞ୍ଜିଆଡଙ୍‌ ଗଡ଼ାନ୍‌ ସିଲଡ୍‌ ଅନେଙ୍‌ ସମେଁୟ୍‌ଣ୍ଡ୍ରାନ୍‌ ଜାୟ୍‌ ଜୋନ୍‌ଜୋନ୍‌ଲଲେଞ୍ଜି, ଆରି ତେତ୍ତେ ଇନ୍‌ଲେନ୍‌ ଅଡ଼୍‌କୋନ୍‌ଲେନ୍‌ ତୁଡ଼ୁମ୍‌ଲେ ଏପାର୍ତନାଲନାୟ୍‌ ।
6 हम जलयान में सवार हो गए और वे सब अपने-अपने घर लौट गए.
ସିଲଡ୍‌ଲ୍ଲନ୍‌ ଇନ୍‌ଲେନ୍‌ ଆନିଞ୍ଜିଆଡଙ୍‌ ଏଜିର୍ତେ ଏଗାମ୍‌ଲାୟ୍‌ କି ଜାଜଲୋଙନ୍‌ ଏଡାଜେନ୍‌, ଆରି ଆନିଞ୍ଜି ଅସିଙନ୍‌ ୟର୍ରଞ୍ଜି ।
7 सोर नगर से शुरू की गई यात्रा पूरी कर हम प्‍तुलेमाईस नगर पहुंचे. स्थानीय भाई बहिनों से भेंट कर हम एक दिन वहीं रुक गए.
ସୋର ଗଡ଼ାନ୍‌ ସିଲଡ୍‌ ଜାଜଲୋଙନ୍‌ ଡାୟ୍‌ଲେ ଡାଆଗଡ୍‌ ଜିର୍ରେ ଇନ୍‌ଲେନ୍‌ ପତଲମାଇ ଡେସାନ୍‌ ଏତୁଙେନ୍‌, ଆରି ତେତ୍ତେ ଡର୍ନେ ବୋଞାଙଞ୍ଜି ରବାଙ୍‌ଡାଲେ ଏଲୋମ୍‌ଲାଜି, ତେତ୍ତେ ଇନ୍‌ଲେନ୍‌ ଆନିଞ୍ଜି ସରିନ୍‌ ଆବଡିନ୍ନାନ୍‌ ଏଡକୋଲନାୟ୍‌ ।
8 अगले दिन यात्रा करते हुए हम कयसरिया आए और प्रचारक फ़िलिप्पॉस के घर गए, जो उन सात दीकनों में से एक थे. हम उन्हीं के घर में ठहरे.
ତି ଆବାର୍ତାନ୍‌ ଇନ୍‌ଲେନ୍‌ ତେତ୍ତେ ସିଲଡ୍‌ କାଇସରିଆ ଗଡ଼ାନ୍‌ ଏଜିରେନ୍‌ । ତେତ୍ତେ ଇନ୍‌ଲେନ୍‌ ଇସ୍ୱରନ୍‌ ଆ ମନଙ୍‌ବର୍‌ ଅନପ୍ପୁଙ୍‌ବର୍‌ମର୍‌ ପିଲିପନ୍‌ ଆସିଂ ଇୟ୍‌ଲେ ଏଡକୋନାୟ୍‌, ଜିରୁସାଲମ୍‌ ଗଡ଼ାଲୋଙନ୍‌ ଇସ୍ୱରନ୍‌ ଆ କାବ୍ବାଡ଼ାମର୍‌ଜି ସାତଜଣଲୋଙନ୍‌ ଆନିନ୍‌ ନିୟ୍‌ ଅବୟ୍‌ନେ ଡକୋଏନ୍‌ ।
9 उनकी चार कुंवारी पुत्रियां थी, जो भविष्यवाणी किया करती थी.
ଆ ଡାଙ୍ଗଡ଼ିଅନଞ୍ଜି ଉଞ୍ଜି ଡକୋଏଞ୍ଜି, ଆନିଞ୍ଜି ପୁର୍ବାଃତେ ବର୍ନେବୟ୍‌ଜି, ଆରି ଆନିଞ୍ଜି ଅଣ୍ଡ୍ରଙ୍‌ ସୁଉଂନେଜି ।
10 जब हमें, वहां रहते हुए कुछ दिन हो गए, वहां हागाबुस नामक एक भविष्यवक्ता आए, जो यहूदिया प्रदेश के थे.
ଇନ୍‌ଲେନ୍‌ ତେତ୍ତେ ଜବ୍ର ଡିନ୍ନା ଏଡ୍ରକୋଲନାଞନ୍‌ ସିଲଡ୍‌ଲ୍ଲନ୍‌, ଜିଉଦା ଡେସାନ୍‌ ସିଲଡ୍‌ ଆଗାବ ଗାମ୍‌ଲେ ଅବୟ୍‌ ପୁର୍ବାଃତେ ବର୍ନେମରନ୍‌ ଇୟ୍‌ଲାୟ୍‌ ।
11 वह जब हमसे भेंट करने आए, उन्होंने पौलॉस का पटुका लेकर उससे अपने हाथ-पैर बांधते हुए कहा, “पवित्र आत्मा का कहना है, ‘येरूशलेम के यहूदी अगुए उस व्यक्ति को इसी रीति से बांधेंगे जिसका यह पटुका है और उसे अन्यजातियों के हाथों में सौंप देंगे.’”
ଆନିନ୍‌ ଅମଙ୍‌ଲେନ୍‌ ଇୟ୍‌ଲାୟ୍‌ କି ପାଓଲନ୍‌ ଆ ରନେଡ୍ଡୁବ୍‌ ଞମ୍‌ଲେ, ଆନିନ୍‌ଡମ୍‌ ଆସିନ୍‌ ଡ ଆଜଙନ୍‌ ଜିଲନ୍‌ କି ବର୍ରନେ, “ମଡ଼ିର୍‌ ପୁରାଡ଼ାନ୍‌ ଞେନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ଅବ୍‌ଜନାଲିଁୟ୍‌, କେନ୍‌ଆତେ ଆରେଡ୍ଡୁବ୍‌ତନେନ୍‌ ଆ ମନ୍‌ରାଆଡଙ୍‌ ଜିରୁସାଲମନ୍‌ ଆ ଜିଉଦିମର୍‌ଜି ଏନ୍ନେଗନ୍‌ ଜିଲେ ଏର୍‌ଜିଉଦିମରଞ୍ଜି ଆସିଲୋଙ୍‌ ସୋରୋପ୍ପାୟ୍‌ତଜି ।”
12 यह सुनकर स्थानीय शिष्यों और हमने भी पौलॉस से येरूशलेम न जाने की विनती की.
କେନ୍‌ ଆ ବର୍ନେ ଅମ୍‌ଡଙ୍‌ଡାଲେ ଇନ୍‌ଲେନ୍‌ ଡ ତେତ୍ତେ ଆଡ୍ରକୋଲଞ୍ଜି ଆ ମନ୍‌ରାଜି ଜିରୁସାଲମନ୍‌ ଜିର୍‌ଡଙ୍‌ ଗାମ୍‌ଲେ ପାଓଲନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ଏରଙ୍‌ଲାୟ୍‌ ।
13 पौलॉस ने उत्तर दिया, “इस प्रकार रो-रोकर मेरा हृदय क्यों तोड़ रहे हो? मैं येरूशलेम में न केवल बंदी बनाए जाने परंतु प्रभु येशु मसीह के नाम के लिए मार डाले जाने के लिए भी तैयार हूं.”
ବନ୍‌ଡ ପାଓଲନ୍‌ ଗାମେନ୍‌, “ଆମ୍ୱେନ୍‌ ଇନି ଏଲୁମ୍‌ତେ, ଇନି ଆସନ୍‌ ଏନ୍ନେଲେ ୟେଲେ ଞେନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ଏବ୍‌ସନିନ୍ତାଡାତିଁୟ୍‌? ଜିରୁସାଲମ୍‌ ଗଡ଼ାଲୋଙନ୍‌ ବଣ୍ଡିନ୍‌ ଆସନ୍‌ ତୁମ୍‌ ତଡ୍‌, ପ୍ରବୁ ଜିସୁନ୍‌ ଆଞୁମ୍‌ ଆସନ୍‌ ରନବୁନ୍‌ ଆସନ୍‌ ନିୟ୍‌ ଞେନ୍‌ ଅବ୍‌ଜାଡାଲନାୟ୍‌ ।”
14 इसलिये जब उन्हें मनाना असंभव हो गया, हम शांत हो गए. हम केवल यही कह पाए, “प्रभु ही की इच्छा पूरी हो!”
ଇନ୍‌ଲେନ୍‌ ଆନିନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ଡିୟ୍‌ତେ ଏବର୍ରାୟ୍‌, ବନ୍‌ଡ ଆନିନ୍‌ ଅଃଡ୍ଡର୍ରନେ, ତିଆସନ୍‌ ଆନିନ୍‌ ଏବର୍ରାୟ୍‌, “ଇସ୍ୱରନ୍‌ ଆ ଇସ୍ସୁମ୍‌ ଅନ୍ତମ୍‌ ଡେଏତୋ ।”
15 कुछ दिन बाद हमने तैयारी की और येरूशलेम के लिए चल दिए.
ତେତ୍ତେ ଗଡ୍ଡେଃ ଏଡକୋଲନାୟ୍‌ କି, ଜିନିସଲେଞ୍ଜି ଞମ୍‌ଲେ ଜିରୁସାଲମନ୍‌ ଏଜିରେନ୍‌ ।
16 कयसरिया नगर के कुछ शिष्य भी हमारे साथ हो लिए. ठहरने के लिए हमें सैप्रसवासी म्नेसॉन के घर ले जाया गया. वह सबसे पहले के शिष्यों में से एक था.
କାଇସରିଆ ଡେସାନ୍‌ ଆ ଞଙ୍‌ନେମର୍‌ଜି ନିୟ୍‌ ଇନ୍‌ଲେନ୍‌ ସରିନ୍‌ ଜିର୍ରାଜି, ଆନିଞ୍ଜି କୁପ୍ର ଡେସାବାୟ୍‌ ମନାସୋନ୍‌ ଗାମ୍‌ଲେ ଅବୟ୍‌ ପାପୁର୍‌ ଞଙ୍‌ନେମରନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ଓରୋଙ୍‌ଲାଜି, ଆସିଙନ୍‌ ବନ୍‌ ଇନ୍‌ଲେନ୍‌ ଏଡକୋତନାୟ୍‌ ।
17 येरूशलेम पहुंचने पर भाई बहिनों ने बड़े आनंदपूर्वक हमारा स्वागत किया.
ଜିରୁସାଲମନ୍‌ ଏତ୍ରୁଙେନ୍‌, ସର୍ଡାନ୍‌ ବାତ୍ତେ ଡର୍ନେ ବୋଞାଙଞ୍ଜି ଇନ୍‌ଲେଞ୍ଜିଆଡଙ୍‌ ଜାଲଲେଞ୍ଜି ।
18 अगले दिन पौलॉस हमारे साथ याकोब के निवास पर गए, जहां सभी प्राचीन इकट्ठा थे.
ତି ଆବାର୍ତାନ୍‌ ଇନ୍‌ଲେଞ୍ଜି ପାଓଲନ୍‌ ସରିନ୍‌ ମାୟ୍‌ଲନ୍‌ ଜାକୁବନ୍‌ ଆସିଂ ଏଇୟେନ୍‌; ତେତ୍ତେ ମଣ୍ଡଡ଼ିନ୍‌ ଆ ପାପୁର୍‌ମର୍‌ଜି ଅଡ଼୍‌କୋଞ୍ଜି ଡକୋଏଞ୍ଜି ।
19 नमस्कार के बाद पौलॉस ने एक-एक करके वह सब बताना शुरू किया, जो परमेश्वर ने उनकी सेवा के माध्यम से अन्यजातियों के बीच किया था.
ପାଓଲନ୍‌ ଆନିଞ୍ଜିଆଡଙ୍‌ ନମସ୍କାରଏଞ୍ଜି କି ବର୍ନେନ୍‌ ଉଲନେ, ଆ କାବ୍ବାଡ଼ାନ୍‌ ବାତ୍ତେ ଇସ୍ୱରନ୍‌ ଏର୍‌ଜିଉଦିମରଞ୍ଜି ଆମଙ୍‌ ଇନିଜି ଲୁମେନ୍‌ ତି ଅଡ଼୍‌କୋନ୍‌ ଆ ବର୍ନେଜି ବର୍ରନେ ।
20 यह सब सुन, वे परमेश्वर का धन्यवाद करने लगे. उन्होंने पौलॉस से कहा, “देखिए, प्रियजन, यहूदियों में हज़ारों हैं जिन्होंने विश्वास किया है. वे सभी व्यवस्था के मजबूत समर्थक भी हैं.
ପାଓଲନ୍‌ ଆ ବର୍ନେ ଅମ୍‌ଡଙେଞ୍ଜି କି ଆନିଞ୍ଜି ଅଡ଼୍‌କୋଞ୍ଜି ଇସ୍ୱରନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ସେଙ୍କେଏଞ୍ଜି, ସିଲଡ୍‌ଲ୍ଲନ୍‌ ଆନିଞ୍ଜି ପାଓଲନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ବରେଞ୍ଜି, “ଏ ବୋଞାଙ୍‌, ଆମନ୍‌ ଗିୟ୍‌ତେ ଅଜାର ଅଜାର ଜିଉଦିମରଞ୍ଜି ପ୍ରବୁ ଜିସୁନ୍‌ ଆମଙ୍‌ ଡର୍ତଞ୍ଜି, ଆରି ଆନିଞ୍ଜି ବନାଁୟ୍‌ବରନ୍‌ ନିୟ୍‌ ମାନ୍ନେତଜି ।
21 उन्होंने यह सुन रखा है कि आप गैर-यहूदियों के बीच निवास कर रहे यहूदियों को यह शिक्षा दे रहे हैं कि मोशेह की व्यवस्था छोड़ दो, न तो अपने शिशुओं का ख़तना करो और न ही प्रथाओं का पालन करो.
ଏର୍‌ଜିଉଦିମରଞ୍ଜି ଆ ଡେସାଲୋଙ୍‌ ଆଡ୍ରକୋତଞ୍ଜି ଆ ଜିଉଦିମର୍‌ଜି ମୋସାନ୍‌ ଆ ବନାଁୟ୍‌ବର୍‌ ଅନମ୍‌ରେଙନ୍‌ ଆସନ୍‌, ଆ ଅନଞ୍ଜିଆଡଙ୍‌ ଏର୍‌ଗନବ୍‌ରେଡନ୍‌ ଆସନ୍‌ ଆରି ଜିଉଦିମରଞ୍ଜି ଆର୍‌ଲୁମ୍‌ତେଞ୍ଜି ଅନୋକ୍କା କାବ୍ବାଡ଼ାଞ୍ଜି ଏଲୁମ୍‌ଡଙ୍‌ ଗାମ୍‌ଲେ ଆମନ୍‌ ଞନଙନ୍‌ ତିୟ୍‌ତଜି ଗାମ୍‌ଲେ ଆନିଞ୍ଜି କବରନ୍‌ ଅମ୍‌ଡଙେଞ୍ଜି ।
22 अब बताइए, हम क्या करें? उन्हें अवश्य यह तो मालूम हो ही जाएगा कि आप यहां आए हुए हैं.
ତେନ୍ନେ ଆମନ୍‌ ଜିର୍ରାୟ୍‌ ଗାମ୍‌ଲେ ଆନିଞ୍ଜି ଜନାଏଞ୍ଜି ଡେନ୍‌, ଏତ୍ତେଲ୍‌ଡେନ୍‌, ଇନ୍‌ଲେନ୍‌ ଇନି ଏଙ୍ଗାନେବୋ?
23 इसलिये हमारा सुझाव मानिए: यहां ऐसे चार व्यक्ति हैं, जिन्होंने शपथ ली है,
ତିଆସନ୍‌ ଇନ୍‌ଲେନ୍‌ ଇନି ଏଗାମ୍‌ତମ୍‌, ଏତ୍ତେଲେ ଲୁମା, ତେନ୍ନେ ଉଞ୍ଜି ମନ୍‌ରା ସିବ୍‌ଡେୟ୍‌ବର୍ରଞ୍ଜି;
24 आप उनके साथ जाइए, शुद्ध होने की विधि पूरी कीजिए तथा उनके मुंडन का खर्च उठाइये. तब सबको यह मालूम हो जाएगा कि जो कुछ भी आपके विषय में कहा गया है, उसमें कोई सच्चाई नहीं है और आप स्वयं व्यवस्था का पालन करते हैं.
ଆନିଞ୍ଜି ସରିନ୍‌ ମାୟ୍‌ଲନ୍‌ ମନଡ଼ିର୍‌ କାବ୍ବାଡ଼ାଞ୍ଜି ଲୁମ୍‌ଲେ ଆ କର୍ସଞ୍ଜି ଜଜା; ସିଲଡ୍‌ଲ୍ଲନ୍‌ ଆନିଞ୍ଜି ଆବବଞ୍ଜି ଅବ୍‌ଡାଗଡ଼ୋତଞ୍ଜି । ଏତ୍ତେଲ୍‌ଡେନ୍‌ ଆନିଞ୍ଜି ବର୍ନେନମ୍‌ଜି ଆରମ୍‌ଡଙେଞ୍ଜି ଆ କବର ଆଜାଡ଼ିନ୍‌ ତଡ୍‌, ଆର୍ପାୟ୍‌ ଆମନ୍‌ ନିୟ୍‌ ମୋସାନ୍‌ ଆ ବନାଁୟ୍‌ବର୍‌ ଅନ୍ତମ୍‌ ଞଣ୍ଡ୍ରମ୍‌ତନେ ଗାମ୍‌ଲେ ଆନିଞ୍ଜି ଜନାତଜି ।
25 जहां तक गैर-यहूदी शिष्यों का प्रश्न है, हमने उन्हें अपना फैसला लिखकर भेज दिया है कि वे मूर्तियों को चढ़ाई भोजन सामग्री, लहू, गला घोंट कर मारे गए पशुओं के मांस के सेवन से तथा वेश्यागामी से परे रहें.”
ଅଙ୍ଗା ଏର୍‌ଜିଉଦିମର୍‌ଜି ଡର୍ନେମର୍‌ ଡେଏଞ୍ଜି, ଆନିଞ୍ଜି କୋଙ୍‌ଡାଜନ୍‌ ଆଞୁମ୍‌ଲୋଙ୍‌ ଆରମଙ୍‌ତେଞ୍ଜି ଏର୍‌ମଡ଼ିର୍‌ ଜନୋମ୍‌ଜୋମଞ୍ଜି ଏଜୋମ୍‌ଡଙ୍‌, ମିଞାମନ୍‌ ଏଜୋମ୍‌ଡଙ୍‌, ଲମ୍ମସଙ୍କାଡାଲେ ଆର୍ରବ୍ବୁତେଞ୍ଜି ଆ ଜନ୍ତୁଜି ଆ ଜେଲୁ ଏଜୋମ୍‌ଡଙ୍‌, ଜୋଣ୍ଡଡ଼ା କାବ୍ବାଡ଼ାନ୍‌ ଏଲୁମ୍‌ଡଙ୍‌ ଗାମ୍‌ଲେ ସିଟିନ୍‌ ଇଡ୍‌ଲେ ଆମଙଞ୍ଜି ଏଆପ୍ପାୟ୍‌ଲାୟ୍‌ ।”
26 अगले दिन पौलॉस ने इन व्यक्तियों के साथ जाकर स्वयं को शुद्ध किया. तब वह मंदिर गए कि वह वहां उस तारीख की सूचना दें, जब उनकी शुद्ध करने की रीति की अवधि समाप्‍त होगी और उनमें से हर एक के लिए भेंट चढ़ाई जाएगी.
ସିଲତ୍ତେ ପାଓଲନ୍‌ ତି ଆବାର୍ତାନ୍‌ ତି ଆ ମନ୍‌ରାଜି ସରିନ୍‌ ମବ୍‌ଡ଼ିର୍‌ଲନ୍‌; ସିଲଡ୍‌ଲ୍ଲନ୍‌ ଆନିନ୍‌ ସରେବାସିଙନ୍‌ ଇୟ୍‌ଲେ ମନଡ଼ିର୍‌ କାବ୍ବାଡ଼ାନ୍‌ ଆଙ୍ଗା ସୁଜ୍ଜେତେ, ଆରି ଆଙ୍ଗା ଅନମଙନ୍‌ ତନିୟନ୍‌ ଡେତେ, ତିଆତେ ଅବ୍‌ଜନାଏଞ୍ଜି ।
27 जब सात दिन प्रायः समाप्‍त होने पर ही थे, आसिया प्रदेश से वहां आए कुछ यहूदियों ने पौलॉस को मंदिर में देख लिया. उन्होंने सारी मौजूद भीड़ में कोलाहल मचा दिया और पौलॉस को यह कहते हुए बंदी बना लिया,
ମନଡ଼ିର୍‌ କାବ୍ବାଡ଼ାନ୍‌ ସାତ ଡିନ୍ନା ଆଡ୍ରେଏନ୍‌ ସିଲଡ୍‌, ଆସିଆ ଡେସାନ୍‌ ଆ ଜିଉଦିମର୍‌ଜି ସରେବାସିଂଲୋଙନ୍‌ ପାଓଲନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ଗିଜେଞ୍ଜି; ଆନିଞ୍ଜି ତେତ୍ତେ ଆଡ୍ରକୋଲଞ୍ଜି ଆ ମନ୍‌ରାଜିଆଡଙ୍‌ ସୁସ୍କାୟ୍‌ଡାଲେ ପାଓଲନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ଞମେଞ୍ଜି ।
28 “प्रिय इस्राएलियों! हमारी सहायता करो! यही है वह, जो हर जगह हमारे राष्ट्र, व्यवस्था के नियमों तथा इस मंदिर के विरुद्ध शिक्षा देता फिर रहा है. इसके अलावा यह यूनानियों को भी मंदिर के अंदर ले आया है. अब यह पवित्र स्थान अपवित्र हो गया है.”
ଆନିଞ୍ଜି ବାବ୍ବାବ୍‌ଲେ ବର୍ରଞ୍ଜି, “ଏ ଇସ୍ରାଏଲ୍‌ମର୍‌ଜି! ଇନ୍‌ଲେନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ସାୟ୍‌ସିଲେନ୍‌ବା, କେନ୍‌ ଆ ମନ୍‌ରା ଅଡ଼େଙ୍ଗା ଜାକିଁୟ୍‌ଡେନ୍‌ ଇୟ୍‌ଲେ ଜାତିଲେନ୍‌ ଆ ବିରୁଦଲୋଙ୍‌, ମୋସାନ୍‌ ଆ ବନାଁୟ୍‌ବର୍‌ ଆ ବିରୁଦଲୋଙ୍‌ ଡ ସରେବାସିଙନ୍‌ ଆ ବିରୁଦଲୋଙ୍‌ ଞନଙନ୍‌ ତିୟ୍‌ତେ; ଆରି ନମି ଲାଙ୍‌ଲେଡ୍‌ ଗ୍ରିକ୍‌ମରଞ୍ଜିଆଡଙ୍‌ ମଡ଼ିର୍‌ ସରେବାସିଙନ୍‌ ଓରୋଙ୍‌ଡାଲେ ଏର୍‌ମଡ଼ିର୍‌ ଏମ୍ମେତେ ।”
29 (वास्तव में इसके पहले उन्होंने इफ़ेसॉसवासी त्रोफ़िमस को पौलॉस के साथ नगर में देख लिया था इसलिये वे समझे कि पौलॉस उसे अपने साथ मंदिर में ले गए थे.)
ଇନିଆସନ୍‌ଗାମେଣ୍ଡେନ୍‌ ଆନିଞ୍ଜି ଜିରୁସାଲମ୍‌ ଗଡ଼ାଲୋଙନ୍‌ ପାଓଲନ୍‌ ଡ ଏପିସିବାୟ୍‌ ତର୍‌ପିମନ୍‌ ରବାଙେଞ୍ଜି, ତିଆସନ୍‌ ପାଓଲନ୍‌ ମା ତର୍‌ପିମନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ସରେବାସିଙନ୍‌ ଓରୋଙ୍‌ଲାୟ୍‌ ଅବ୍‌ଡିସୟେଞ୍ଜି ।
30 सारे नगर में खलबली मच गई. लोग एक साथ पौलॉस की ओर लपके, उन्हें पकड़ा और उन्हें घसीटकर मंदिर के बाहर कर दिया और तुरंत द्वार बंद कर दिए गए.
ସିଲତ୍ତେ ସମ୍ପରା ଗଡ଼ାନ୍‌ ୟୋଙ୍‌ୟାଙ୍‌ଲଗୋ ଡେଏଞ୍ଜି, ମନ୍‌ରାଞ୍ଜି ରୁକ୍କୁରୁକ୍କୁଲନ୍‌ ଇରେଞ୍ଜି, ଆରି ଆନିଞ୍ଜି ପାଓଲନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ଞମ୍‌ଲେ ସରେବାସିଙନ୍‌ ସିଲଡ୍‌ ଡିଙ୍‌ଲେ ଡାଣ୍ଡନ୍‌ ଅମ୍‌ଡୁଙ୍‌ଲାଜି; ସିଲଡ୍‌ଲ୍ଲନ୍‌ ସରେବାସିଙନ୍‌ ଆ ସନଙ୍‌ଜି ଅଡ଼୍‌କୋନ୍‌ ଇଙଡାଜେଞ୍ଜି ।
31 जब वे पौलॉस की हत्या की योजना कर ही रहे थे, रोमी सेनापति को सूचना दी गई कि सारे नगर में कोलाहल मचा हुआ है.
ଆବରାବ୍‌ମରଞ୍ଜି ପାଓଲନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ରନବ୍ବୁନ୍‌ ଆସନ୍‌ ଏରେଞ୍ଜି ଗୋଜେଞ୍ଜି; ବନ୍‌ଡ ତି ଆ ବନେଡ଼ା ସମ୍ପରା ଜିରୁସାଲମଲୋଙନ୍‌ ଗୋଡ଼େନ୍‌ ଅଲ୍‌ତିଡନ୍‌ ଡେତେ ଗାମ୍‌ଲେ ରୋମିଅ ମୁଡ଼ ସିପ୍ପାୟନ୍‌ ଆମଙ୍‌ କବରନ୍‌ ଅଡ଼ୋଏନ୍‌ ।
32 सेनापति तुरंत अपने साथ कुछ सैनिक और अधिकारियों को लेकर दौड़ता हुआ घटना स्थल पर जा पहुंचा. सेनापति और सैनिकों को देखते ही, उन्होंने पौलॉस को पीटना बंद कर दिया.
ସିଲତ୍ତେ ଆନିନ୍‌ ଅବ୍‌ତାଡ଼ନ୍‌ ସିପ୍ପାୟଞ୍ଜି ଡ ସୋଡ଼ା ସିପ୍ପାୟଞ୍ଜି ସରିନ୍‌ ତେତ୍ତେ ଇୟ୍‌ଲାଜି । ମନ୍‌ରାଞ୍ଜି ମୁଡ଼ ସିପ୍ପାୟନ୍‌ ଡ ସିପ୍ପାୟଞ୍ଜିଆଡଙ୍‌ ଗିୟ୍‌ଲେ ପାଓଲନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ତିଡ୍‌ତିଡନ୍‌ ଅମ୍‌ରେଙେଞ୍ଜି ।
33 सेनापति ने आगे बढ़कर पौलॉस को पकड़कर उन्हें दो-दो बेड़ियों से बांधने की आज्ञा दी और लोगों से प्रश्न किया कि यह कौन है और क्या किया है इसने?
ସିଲଡ୍‌ଲ୍ଲନ୍‌ ମୁଡ଼ ସିପ୍ପାୟନ୍‌ ପାଓଲନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ଞମ୍‌ଲେ ଆନିନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ବାଗୁ ସିଙ୍କୁଡ଼ିନ୍‌ ବାତ୍ତେ ଜିଜିନ୍‌ ଆସନ୍‌ ବରେଞ୍ଜି; ସିଲଡ୍‌ଲ୍ଲନ୍‌ “କେନ୍‌ ଆ ମନ୍‌ରା ଆନା ଆରି ଆନିନ୍‌ ଇନି ଲୁମ୍‌ତେ,” ଗାମ୍‌ଲେ ସେକ୍କୁଏଞ୍ଜି?
34 किंतु भीड़ में कोई कुछ चिल्ला रहा था तो कोई कुछ. जब सेनापति कोलाहल के कारण सच्चाई न जान पाया, उसने पौलॉस को सेना गढ़ में ले जाने का आदेश दिया.
ସିଲତ୍ତେ ମନ୍‌ରାଞ୍ଜି ବାବ୍ବାବ୍‌ଲେ ଏର୍ଜାଡ଼ିକାନ୍‌ ଆ ବର୍ନେଜି ବର୍ରଞ୍ଜି, ଆରି ଗୋଡ଼େନ୍‌ ଇନିବା ଡୁଙ୍‌ଲନାୟ୍‌ ତିଆତେ ମୁଡ଼ ସିପ୍ପାୟନ୍‌ ଜନାଲେ ଅଃର୍ରପ୍ତିଲୋ, ତିଆସନ୍‌ ମୁଡ଼ ସିପ୍ପାୟନ୍‌ ପାଓଲନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ଅମ୍ମସିଙନ୍‌ ଅନୋରୋଙନ୍‌ ଆସନ୍‌ ବରେଞ୍ଜି ।
35 जब वे सीढ़ियों तक पहुंचे, गुस्से में बलवा करने को उतारू भीड़ के कारण सुरक्षा की दृष्टि से सैनिक पौलॉस को उठाकर अंदर ले गए.
ଆନିଞ୍ଜି ଅସିଙନ୍‌ ଆ ପାଉଚଲୋଙ୍‌ ପାଓଲନ୍‌ ଆରମ୍‌ତୁଙେଞ୍ଜି ଆଡିଡ୍‌ ମନ୍‌ରାଞ୍ଜି ତେତ୍ତେ କେରେମ୍‌ଲେ ଡକୋଲଞ୍ଜି, ତିଆସନ୍‌ ସିପ୍ପାୟଞ୍ଜି ପାଓଲନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ବୋୟ୍‌ଲେ ଓରୋଙେଞ୍ଜି ।
36 भीड़ उनके पीछे-पीछे यह चिल्लाती हुई चल रही थी, “मार डालो उसे!”
ଇନିଆସନ୍‌ଗାମେଣ୍ଡେନ୍‌ ଅଡ଼୍‌କୋ ମନ୍‌ରାଞ୍ଜି “ଆନିନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ରବ୍ବୁବା,” ଗାମ୍‌ଲେ ସନ୍‌ଲେ ଗଙ୍‌ଲେ ପାଙେଞ୍ଜି ।
37 जब वे सैनिक गढ़ पर पहुंचने पर ही थे, पौलॉस ने सेनापति से कहा, “क्या मैं आपसे कुछ कह सकता हूं?” सेनापति ने आश्चर्य से पूछा, “तुम यूनानी भाषा जानते हो?
ଆନିଞ୍ଜି ପାଓଲନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ସିପ୍ପାୟଞ୍ଜି ଆଡ୍ରକୋନେଲୋଙ୍‌ ଆରୋରୋଙେଞ୍ଜି ଆଡିଡ୍‌, ଆନିନ୍‌ ମୁଡ଼ ସିପ୍ପାୟନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ବରେନ୍‌, “ଞେନ୍‌ ଆମନ୍‌ ସରିନ୍‌ ରପ୍ତି କଡାଡ଼ିନାୟ୍‌ ପଙ୍‌?” ସିଲତ୍ତେ ମୁଡ଼ ସିପ୍ପାୟନ୍‌ ଗାମେନ୍‌, “ଆମନ୍‌ ଗ୍ରିକ୍‌ବରନ୍‌ ଗୟ୍‌ତେ ପଙ୍‌?
38 इसका अर्थ यह है कि तुम वह मिस्री नहीं हो जिसने कुछ समय पहले विद्रोह कर दिया था तथा जो चार हज़ार आतंकियों को बंजर भूमि में ले गया था.”
ଏତ୍ତେଲ୍‌ଡେନ୍‌ ଅଙ୍ଗା ମନ୍‌ରା ମିସର୍‌ ଡେସାଲୋଙନ୍‌ ଗୋଡ଼େନ୍‌ ଅମ୍‌ଡୁଙ୍‌ଡାଲେ ଉଞ୍ଜି ଅଜାର କିନ୍‍ରେଙ୍‍ମରଞ୍ଜି ଆରିଙ୍‌ରିଙ୍‌ଲୋଙନ୍‌ ଓରୋଙେଞ୍ଜି, ଆମନ୍‌ ତି ଆ ମନ୍‌ରା ତଡ୍‌ ତ?”
39 पौलॉस ने उसे उत्तर दिया, “मैं किलिकिया प्रदेश के तारस्यॉस नगर का एक यहूदी नागरिक हूं. मैं आपकी आज्ञा पाकर इस भीड़ से कुछ कहना चाहता हूं.”
ପାଓଲନ୍‌ ଗାମେନ୍‌, “ଞେନ୍‌ ଅବୟ୍‌ ଜିଉଦିମର୍‌, ଆରି ଞେନ୍‌ କିଲିକିଆ ଡେସାଲୋଙନ୍‌ ତାର୍ସ ଗଡ଼ାବାୟ୍‌; କେନ୍‌ ଆ ମନ୍‌ରାଜି ଆମଙ୍‌ ବର୍ନେନ୍‌ ଆସନ୍‌ ଞେନ୍‌ ଅଜିଡ୍‌ ରୟଙନ୍‌ ତିୟିଁୟ୍‌ ।”
40 सेनापति से आज्ञा मिलने पर पौलॉस ने सीढ़ियों पर खड़े होकर भीड़ से शांत रहने को कहा. जब वे सब शांत हो गए, उन्होंने भीड़ को इब्री भाषा में संबोधित किया:
ପାଓଲନ୍‌ ବର୍ନେନ୍‌ ଆସନ୍‌ ରୟଙନ୍‌ ଆଞ୍ରାଙେନ୍‌ ସିଲଡ୍‌ଲ୍ଲନ୍‌, ଆନିନ୍‌ ପାଉଚଲୋଙନ୍‌ ତନଙ୍‌ଡାଲେ ମନ୍‌ରାଞ୍ଜି ରିଙ୍‌ଲନ୍‌ ଡକୋନାବା ଗାମ୍‌ଲେ ଆସିନ୍‌ ବାତ୍ତେ ତାରିଆୟ୍‌ଏଞ୍ଜି; ଆନିଞ୍ଜି ଅଡ଼୍‌କୋ ମନ୍‌ରାଞ୍ଜି ରିଙ୍‌ଲନ୍‌ ଆଡ୍ରକୋଲଞ୍ଜି ସିଲଡ୍‌ ଆନିନ୍‌ ଏବ୍ରିଲଙନ୍‌ ବାତ୍ତେ ବର୍ରନେ ।

< प्रेरितों के काम 21 >