< प्रेरितों के काम 2 >

1 यहूदियों के पेन्तेकॉस्त पर्व के दिन, जब शिष्य एक स्थान पर इकट्ठा थे,
ᎿᎭᏉᏃ ᎯᏍᎦᏍᎪᎯᏁ ᎢᎦ ᎤᏍᏆᎸᎲ, ᏂᎦᏛ ᏌᏉ ᎢᎦᎦᏛ ᎤᎾᏓᏡᎨᎢ.
2 सहसा आकाश से तेज आंधी जैसी आवाज उस कमरे में फैल गई, जहां वे सब बैठे थे.
ᎤᏰᎶᎢᏍᏔᏁᏃ ᎤᏍᏆᏃᏴᎬ ᎦᎸᎳᏗ ᏧᎶᏎᎢ ᎾᏍᎩᏯ ᎤᏃᎴ ᎤᏣᏘ ᏣᏱᎵᏐᎢ, ᎤᎧᎵᎣᏁᏃ ᎠᏓᏁᎸ ᎾᎿᎭᎠᏂᏅᎢ.
3 तब उनके सामने ऐसी ज्वाला प्रकट हुई जिसका आकार जीभ के समान था, जो अलग होकर उनमें से प्रत्येक व्यक्ति पर जाकर ठहरती गई.
ᏚᏂᎪᎮᏃ ᏔᎵ ᎢᏧᏓᎢ ᏗᎦᏃᎦ ᎠᏥᎸ ᎾᏍᎩᏯᎢ, ᎠᎴ ᎾᏍᎩ ᏚᏂᏯᎸᏤ ᎠᏂᏏᏴᏫᎭ ᎨᏒᎢ.
4 वे सभी पवित्र आत्मा से भरकर पवित्र आत्मा द्वारा दी गई अन्य भाषाओं में बातें करने लगे.
ᏂᎦᏛᏃ ᏚᏂᎧᎵᏤ ᎦᎸᏉᏗᏳ ᎠᏓᏅᏙ, ᎠᎴ ᎤᎾᎴᏅᎮ ᏅᏩᎾᏓᎴ ᏧᏂᏬᏂᎯᏍᏗ ᏚᏂᏬᏂᏎᎢ, ᎾᏍᎩ ᎬᏩᏂᏁᎢᏍᏗ ᏄᏅᏁᎲ ᎠᏓᏅᏙ.
5 उस समय आकाश के नीचे के हर एक देश से आए श्रद्धालु यहूदी येरूशलेम में ही ठहरे हुए थे.
ᏥᎷᏏᎵᎻᏃ ᎠᏁᏙᎮ ᎠᏂᏧᏏ ᎤᏁᎳᏅᎯ ᎠᏂᎾᏰᏍᎩ ᏅᏓᏳᏂᎶᏒᎯ ᏄᎾᏓᎴᏒ ᎠᏁᎲ ᏴᏫ ᎦᎸᎶ ᎭᏫᏂᏗᏢ.
6 इस कोलाहल को सुनकर वहां भीड़ इकट्ठा हो गईं. वे सभी आश्चर्यचकित हो गए क्योंकि वे सभी हर एक को अपनी निज भाषा में बातें करते हुए सुन रहे थे.
ᎿᎭᏉᏃ ᎾᏍᎩ ᎤᏂᏃᎮᎵᏙᎸ ᎤᏂᏣᏘ ᏚᏂᎳᏫᏤᎢ ᎠᎴ ᎤᎾᏕᏯᏔᏁᎴᎢ, ᏅᏗᎦᎵᏍᏙᏗᏍᎨ ᏓᎾᏛᎦᏁᎲ ᏓᏂᏬᏂᏍᎬ ᏗᏂᏏᏴᏫᎭ ᏧᏂᏬᏂᎯᏍᏗ ᎨᏒᎢ.
7 अचंभित हो वे एक दूसरे से पूछ रहे थे, “क्या ये सभी गलीलवासी नहीं हैं?
ᎠᎴ ᏂᎦᏛ ᎤᏣᏔᏅᎯ ᎤᏂᏍᏆᏂᎪᏎᎢ, ᎯᎠ ᏂᏚᎾᏓᏪᏎᎴᎢ; Ᏺ! ᏝᏍᎪ ᏂᎦᏛ ᎯᎠ ᏣᏂᏬᏂᎭ ᎨᎵᎵ ᎠᏁᎯ ᏱᎩ?
8 तब यह क्या हो रहा है, जो हममें से हर एक विदेशी इन्हें हमारी अपनी-अपनी मातृभाषा में बातें करते हुए सुन रहा है!
ᎦᏙᏃ ᏗᎦᎵᏍᏙᏗᎭ ᏥᏕᏓᏛᎩᎠ ᏗᏗᏏᏴᏫᎭ ᏕᎦᏛᏒ ᏗᎩᏬᏂᎯᏍᏗ?
9 पारथी, मादी, इलामी और मेसोपोतामियावासि, यहूदिया तथा कप्पादोकिया, पोन्तॉस तथा आसिया,
ᏆᏗᏱ ᎢᏕᎯ ᎠᎴ ᎻᏗᏱ ᎢᏕᎯ ᎠᎴ ᎢᎳᎻᏱ ᎢᏕᎯ ᎠᎴ ᎺᏌᏆᏕᎻ ᎢᏕᎯ, ᏧᏗᏱ ᎠᎴ ᎨᏆᏙᏏ ᎢᏕᎯ, ᏋᏗᏱᏃ ᎠᎴ ᎡᏏᏱ ᎢᏕᎯ,
10 फ़्रिजिया, पम्फ़ूलिया, मिस्र, और लिबियावासी, जो क्रेते के आस-पास है; रोमी के रहनेवाले यहूदी तथा दीक्षित यहूदी,
ᏈᏥᏱᏃ ᎠᎴ ᏆᎢᏈᎵᏱ ᎢᏕᎯ, ᎢᏥᏈᏃ ᎠᎴ ᎵᏈᏱ ᏌᎵᏂ ᎤᏚᏫᏛ ᎢᏕᎯ, ᎢᏕᏙᎯᏃ ᎶᎻ ᎢᏕᎯ, ᎢᏗᏧᏏ ᎠᎴ ᎠᏂᏧᏏ ᏗᏓᎵᎪᏁᎸᎯ,
11 क्रेती तथा अरबी, सभी अपनी-अपनी मातृभाषा में इनके मुख से परमेश्वर के पराक्रम के विषय में सुन रहे हैं!”
ᎩᎵᏗᏃ ᎠᎴ ᎠᎴᏈᏱ ᎢᏕᎯ, ᎢᏓᏛᎩᎭ ᏗᎩᏬᏂᎯᏍᏗ ᎨᏒ ᎠᏂᏬᏂᏍᎬᎢ, ᎤᏍᏆᏂᎪᏗᏳ ᎤᏁᎳᏅᎯ ᏚᎸᏫᏍᏓᏁᎸ ᎠᏂᏃᎮᏍᎬᎢ.
12 चकित और घबराकर वे एक दूसरे से पूछ रहे थे, “यह क्या हो रहा है?”
ᏂᎦᏛᏃ ᎤᏂᏍᏆᏂᎪᏎᎢ ᎠᎴ ᎤᎾᏓᏅᏖᏔᏁᎢ, ᎯᎠ ᏂᏚᎾᏓᏪᏎᎴᎢ, ᎦᏙ ᎯᎠ ᎦᏛᎦ?
13 किंतु कुछ अन्य ठट्ठा कर कह रहे थे, “इन्होंने कुछ अधिक मधु ही पी रखी है.”
ᎢᎦᏛᏃ ᏓᎾᏕᎰᏗᏍᎬ ᎯᎠ ᏄᏂᏪᏎᎢ; ᎢᏤ ᎩᎦᎨ-ᎠᏗᏔᏍᏗ ᏚᏂᎧᎵᏨ.
14 तब ग्यारह के साथ पेतरॉस ने खड़े होकर ऊंचे शब्द में कहना प्रारंभ किया: “यहूदियावासियों तथा येरूशलेम वासियों, आपके लिए इस विषय को समझना अत्यंत आवश्यक है; इसलिये मेरी बातों को ध्यानपूर्वक सुनिए:
ᎿᎭᏉᏃ ᏈᏓ ᏌᏚ ᎢᏯᏂᏛ ᎠᏂᏙᎾᎥ ᎦᏙᎬᎢ, ᎠᏍᏓᏯ ᎤᏁᏤ ᎯᎠ ᏂᏚᏪᏎᎴᎢ; ᎢᏥᏍᎦᏯ ᎢᏥᏧᏏ, ᎠᎴ ᏂᎦᏛ ᏥᎷᏏᎵᎻ ᎢᏤᎯ, ᎯᎠ ᎾᏍᎩ ᎢᏣᏅᏖᏍᏗ, ᎠᎴ ᎢᏣᏛᏓᏍᏓ ᏥᏁᎬᎢ.
15 जैसा आप समझ रहे हैं, ये व्यक्ति नशे में नहीं हैं क्योंकि यह दिन का तीसरा ही घंटा है!
ᎥᏝᏰᏃ ᎯᎠ ᏱᏚᏂᏴᏍᏕᎭ ᏚᏂᏴᏍᏕᎭ ᏥᏤᎵᎭ, ᎠᏏᏰᏃ ᏐᎣᏁᎳᏉ ᎢᏳᏟᎶᏛ ᎧᎳᏩᏗᏒᎢ.
16 वस्तुत, यह योएल भविष्यवक्ता द्वारा की गई इस भविष्यवाणी की पूर्ति है:
ᎾᏍᎩᏍᎩᏂ ᎯᎠ ᏦᎢᎵ ᎠᏙᎴᎰᏍᎩ ᏧᏁᏤᎢ, ᎯᎠ ᏥᏄᏪᏎᎢ;
17 “‘यह परमेश्वर की आवाज है, मैं अपना आत्मा सब लोगों पर उंडेलूंगा. तुम्हारे बेटे और बेटियां भविष्यवाणी करेंगे, तुम्हारे बुज़ुर्ग लोग स्वप्न देखेंगे, तुम्हारे जवान दर्शन देखेंगे.
“ᎯᎠᏃ ᏅᏓᎦᎵᏍᏔᏂ ᎤᎵᏍᏆᎸᏗ ᎨᏎᏍᏗ ᎠᏗᎭ ᎤᏁᎳᏅᎯ, ᏂᎦᎥ ᎤᏇᏓᎵ ᎨᏒ ᎠᏆᏓᏅᏙ ᏓᏥᏯᏐᏅᏰᎵ, ᏗᏤᏥᏃ ᎠᏂᏍᎦᏯ ᎠᎴ ᏗᏤᏥ ᎠᏂᎨᏴ ᎠᎾᏙᎴᎰᏍᎨᏍᏗ, ᎠᏂᏫᏅᏃ ᏗᏣᏤᎵ ᎤᎾᏁᎳᏫᏎᎮᏍᏗ, ᏧᎾᏛᏐᏅᎯᏃ ᏗᏣᏤᎵ ᎠᎾᏍᎩᏓᏒᎥᏍᎨᏍᏗ;
18 मैं उन दिनों में अपने दास, और दासियों, पर अपना आत्मा उंडेल दूंगा, और वे भविष्यवाणी करेंगे.
ᎠᎴ ᎾᎯᏳ ᎠᏆᏓᏅᏙ ᏓᎦᏥᏯᏐᏅᏰᎵ ᎦᏥᏅᏏᏓᏍᏗ ᎠᏂᏍᎦᏯ ᎠᎴ ᎠᏂᎨᏴ, ᎠᎾᏙᎴᎰᏍᎨᏍᏗᏃ.
19 मैं ऊपर आकाश में अद्भुत चमत्कार और नीचे पृथ्वी पर लहू, आग और धुएं के बादल के अद्भुत चिह्न दिखाऊंगा.
ᎠᎴ ᎤᏍᏆᏂᎪᏗ ᎦᎸᎶ ᎦᎸᎳᏗ ᏓᏥᎾᏄᎪᏫᏏ ᎠᎴ ᎤᏰᎸᏛ ᎡᎶᎯ ᎡᎳᏗ, ᎩᎬ ᎠᎴ ᎠᏥᎸ ᎠᎴ ᏧᎦᏒᏍᏗ.
20 प्रभु के उस वैभवशाली और वर्णनीय दिन के पूर्व सूर्य अंधेरा और चंद्रमा लहू समान हो जाएगा.
ᏅᏙ ᎢᎦ ᎡᎯ ᎤᎵᏏᎩᏳ ᏅᏓᎦᎵᏍᏔᏂ, ᏅᏙᏃ ᏒᏃᏱ ᎡᎯ ᎩᎬ ᏅᏓᎦᎵᏍᏔᏂ, ᎤᏍᏆᎸᎯᏕᎾ ᎨᏎᏍᏗ ᎾᎯᏳ ᎢᎦ ᎦᎸᏉᏗᏳ ᎠᎴ ᎤᏍᏆᏂᎪᏗᏳ ᏱᎰᏩ ᎤᏤᎵᎦ.
21 तथा हर एक, जो प्रभु को पुकारेगा, उद्धार प्राप्‍त करेगा.’
ᎯᎠᏃ ᏂᎦᎵᏍᏗᏍᎨᏍᏗ, ᎾᏂᎥᏉ ᎩᎶ ᎠᎾᏓᏙᎵᏍᏗᏍᎨᏍᏗ ᎤᎬᏫᏳᎯ ᏚᏙᎥ ᎠᏅᏗᏍᎨᏍᏗ ᎠᏂᏔᏲᎯᎮᏍᏗ ᎨᏥᏍᏕᎸᏗ ᎨᏎᏍᏗ.”
22 “इस्राएली प्रियजन, ध्यान से सुनिए! नाज़रेथवासी मसीह येशु को, जिन्हें आप जानते हैं, जिन्हें परमेश्वर ने आपके मध्य सामर्थ्य के कामों, चमत्कारों तथा चिह्नों के द्वारा प्रकट किया,
ᎢᏥᏍᎦᏯ ᎢᏏᎵ ᏧᏪᏥ ᎢᏣᏛᏓᏍᏓ ᎯᎠ ᏥᏁᎬᎢ. ᏥᏌ ᎾᏎᎵᏗ ᎡᎯ ᏥᎨᏒᎩ ᎤᏁᎳᏅᎯ ᎬᏂᎨᏒ ᎢᏳᏩᏁᎸᎯ ᎢᏤᎲᎢ, ᎾᏍᎩ ᎤᏩᏗᏍᎬ ᎤᏓᎴᎯ ᎠᎴ ᎤᏍᏆᏂᎪᏗ ᎠᎴ ᎤᏰᎸᏛᎢ ᏥᏚᎸᏫᏍᏓᏁᎸᎩ ᎢᏤᎲᎢ, ᎾᏍᎩ ᏂᎯ ᎾᏍᏉ ᏥᏥᎦᏔᎭ,
23 परमेश्वर की निर्धारित योजना तथा पूर्व ज्ञान में आपके हाथों में अधर्मियों की सहायता से सौंप दिया गया कि उन्हें क्रूस-मृत्युदंड दिया जाए;
ᎾᏍᎩ, ᎤᏁᎳᏅᎯ ᎤᏓᏅᏖᎸᎯ ᎠᎴ ᎦᏳᎳ ᎬᏩᎪᎲᎯ ᏥᏂᎨᏎᎢ ᏥᏚᏲᏎᎢ, ᏂᎯ ᎡᏥᏂᏴᎲ ᎠᎴ ᏗᏍᎦᎾ ᏗᏦᏰᏂ ᏕᏨᏔᏅ ᎡᏣᏛᏅ ᎠᎴ ᎡᏥᎸ.
24 किंतु परमेश्वर ने उन्हें मृत्यु के दर्द से छुड़ाकर मरे हुओं में से जीवित कर दिया क्योंकि यह असंभव था कि मृत्यु उन्हें अपने बंधन में रख सके.
ᎾᏍᎩ ᎤᏁᎳᏅᎯ ᏕᎤᎴᏔᏅ, ᏕᎤᎦᎵᏒ ᎠᏲᎱᎯᏍᏗ ᎨᏒ ᎡᎯᏍᏗ ᎤᏪᎲᎢ, ᎥᏝᏰᏃ ᏴᎵ ᏂᎪᎯᎸ ᎾᏍᎩ ᎬᏩᏂᏴᏗ ᏱᎨᏎᎢ.
25 दावीद ने उनके विषय में कहा था: “मैं सर्वदा प्रभु को निहारता रहा क्योंकि वह मेरी दायीं ओर हैं, कि मैं लड़खड़ा न जाऊं.
ᏕᏫᏰᏃ ᎯᎠ ᏂᎦᏪ ᎾᏍᎩ ᎧᏃᎮᏍᎬᎢ; “ᏂᎪᎯᎸ ᏥᎪᏩᏘᏍᎬᎩ ᏱᎰᏩ ᎢᎬᏱᏢ ᎠᏆᎧᏛᎢ, ᏥᎦᏘᏏᏗᏢᏰᏃ ᎦᏙᎦ, ᎾᏍᎩ ᎥᎩᏖᎸᏗᏱ ᏂᎨᏒᎾ.
26 इसलिये मेरा हृदय आनंदित और मेरी जीभ मगन हुई; इसके अलावा मेरा शरीर भी आशा में बना रहेगा,
ᎾᏍᎩ ᎢᏳᏍᏗ ᎠᎩᎾᏫ ᎣᏏᏳ ᎤᏓᏅᏓᏛᎩ, ᏥᏃᎦᏃ ᎠᎵᎮᎵᎬᎩ, ᎾᏍᏉᏃ ᎠᎩᏇᏓᎸ ᏓᏳᏯᏪᏐᎵ ᎤᏚᎩ ᎬᏗ ᎨᏒᎢ;
27 क्योंकि आप न तो मेरी आत्मा को अधोलोक में छोड़ेंगे और न अपने पवित्र जन के शव को सड़ने देंगे. (Hadēs g86)
ᎥᏝᏰᏃ ᎠᏆᏓᏅᏙ ᏫᏱᏙᎦᎯᏲᎯ ᏧᏂᏲᎱᏒᎯ ᎤᎾᏤᎵᎪᎯ, ᎥᏝ ᎠᎴ ᎾᏍᎦᏅᎾ ᏣᏤᎵ ᎤᏁᎳᎩ ᏭᎪᎯ ᎦᎯᏰᎵᏎᏗ ᏱᎩ. (Hadēs g86)
28 आपने मुझ पर जीवन का मार्ग प्रकट कर दिया. आप मुझे अपनी उपस्थिति में आनंद से भर देंगे.
ᎬᏂᏛ ᏕᎦᏅᏅ ᏕᏍᎩᎾᏄᎪᏫᏎᎸ, ᎠᎵᎮᎵᏍᏗ ᎨᏒ ᏓᏍᎩᎧᎵᎢᏍᏔᏂ ᏣᎧᏛ ᏛᏔᏂ.”
29 “प्रियजन, पूर्वज दावीद के विषय में यह बिलकुल सच है कि उनकी मृत्यु हुई तथा उनके शव को कब्र में भी रखा गया. वह कब्र आज भी वहीं है.
ᎢᏥᏍᎦᏯ ᎢᏓᏓᏅᏟ ᏂᏥᏍᎦᎢᎲᎾ ᎠᎦᏴᎵᎨ ᏕᏫ ᎢᏨᏃᎮᎯᏏ, ᎾᏍᎩ ᎤᏲᎱᏒᎢ ᎠᎴ ᎠᏥᏂᏌᏅᎢ, ᎤᏤᎵᏃ ᎠᏤᎵᏍᏛ ᎠᏏ ᎪᎯ ᏥᎩ ᎢᎦᏓᏑᏴᎢ.
30 इसलिये उनके भविष्यवक्ता होने के कारण तथा इसलिये भी कि उन्हें यह मालूम था कि परमेश्वर ने शपथ ली थी कि उन्हीं का एक वंशज सिंहासन पर बैठाया जाएगा,
ᎠᏙᎴᎰᏍᎩᏍᎩᏂ ᎨᏒ ᎢᏳᏍᏗ, ᎠᎴ ᎠᎦᏔᎯᏳ ᎨᏒ ᎤᏁᎳᏅᎯ ᎤᏎᎵᏔᏅ ᎤᏁᏤᎸᎢ, ᎠᏰᎵ ᎤᏇᏓᎵ ᎨᏒ ᎤᎾᏄᎪᏫᏍᏗᏱ ᎦᎶᏁᏛ, ᎾᏍᎩ ᎤᏪᏅ ᎤᏪᏗᏱ,
31 होनेवाली घटनाओं को साफ़-साफ़ देखते हुए दावीद ने मसीह येशु के पुनरुत्थान का वर्णन किया कि मसीह येशु न तो अधोलोक में छोड़ दिए गए और न ही उनके शव को सड़न ने स्पर्श किया. (Hadēs g86)
ᎾᏍᎩ ᎯᎠ ᎠᏙᎴᎰᏍᎬᎢ ᏅᏧᎵᏍᏙᏔᏁᎢ, ᎦᎶᏁᏛ ᏧᎴᎯᏐᏗ ᎨᏒ ᎤᏃᎮᎴᎢ, ᎾᏍᎩ ᎤᏓᏅᏙ ᏫᏂᏓᏥᏲᎯᏎᎸᎾ ᎨᏒ ᏧᏂᏲᎱᏒᎯ ᎤᎾᏤᎵᎪᎯ, ᎠᎴ ᎾᏍᎩ ᎤᏇᏓᎵ ᏄᎪᏒᎾ ᎨᏒᎢ. (Hadēs g86)
32 इन्हीं मसीह येशु को परमेश्वर ने मरे हुओं में से उठाकर जीवित किया. हम इस सच्चाई के प्रत्यक्ष साक्षी हैं.
ᎾᏍᎩ ᎯᎠ ᏥᏌ ᎤᏁᎳᏅᎯ ᏕᎤᎴᏔᏅ, ᎠᎴ ᎾᏍᎩ ᎠᏴ ᏂᎦᏛ ᎣᏥᏃᎮᏍᎩ.
33 परमेश्वर की दायीं ओर सर्वोच्च पद पर बैठकर, पिता से प्राप्‍त पवित्र आत्मा लेकर उन्होंने हम पर उंडेल दिया, जो आप स्वयं देख और सुन रहे हैं.
ᎾᏍᎩ ᎢᏳᏍᏗ ᎤᏁᎳᏅᎯ ᎠᎦᏘᏏ ᎤᏬᏰᏂ ᎤᏩᏔᏅᎯ ᎤᏌᎳᏓᏅᎯ ᎨᏒᎢ, ᎠᎴ ᎠᎦᏴᎵᎨ ᎤᏚᎢᏍᏓᏁᎸᎯ ᎨᏒ ᏧᏁᏗᏱ ᎦᎸᏉᏗᏳ ᎠᏓᏅᏙ ᎤᏪᏐᏅᏴ ᎯᎠ ᎪᎯ ᏥᏥᎪᏩᏘᎭ ᎠᎴ ᏥᏣᏛᎩᎭ.
34 यद्यपि दावीद उस समय स्वर्ग नहीं पहुंचे थे तौभी उन्होंने स्वयं कहा था, “‘प्रभु ने मेरे प्रभु से कहा: “मेरी दायीं ओर बैठे रहो
ᏕᏫᏰᏃ ᎥᏝ ᏳᎵᏌᎳᏓᏅ ᎦᎸᎳᏗ ᏫᏳᎶᏒ, ᎯᎠᏰᏃ ᏂᎦᏪ ᎤᏩᏒ; “ᏱᎰᏩ ᎯᎠ ᏄᏪᏎᎸ ᎤᎬᏫᏳᎯ ᎠᏆᏤᎵᎦ; ᏥᎦᏘᏏ ᎢᏗᏢ ᏦᎴᏍᏗ,
35 मैं तुम्हारे शत्रुओं को तुम्हारे अधीन करूंगा.”’
ᎬᏂ ᎨᏣᏍᎦᎩ ᏗᏣᎳᏏᏗᏱ ᎦᏍᎩᎶ ᏂᎦᏥᏴᏁᎸᎭ.”
36 “इसलिये सारा इस्राएल निश्चित रूप से यह जान ले कि इन्हीं येशु को, जिन्हें तुम लोगों ने क्रूसित किया परमेश्वर ने प्रभु और मसीह पद से सम्मानित किया.”
ᎾᏍᎩ ᎢᏳᏍᏗ ᎾᏂᎥ ᎢᏏᎢ ᏏᏓᏁᎸᎯ ᎨᏒ ᎤᏙᎯᏳᏒ ᏩᎾᏙᎴᎰᎯ, ᎤᏁᎳᏅᎯ ᎤᎬᏫᏳᎯ ᎠᎴ ᎦᎶᏁᏛ ᏄᏩᏁᎸ ᎾᏍᎩ ᏥᏌ ᏂᎯ ᏤᏣᏛᏅᎩ.
37 इस बात ने उनके हृदयों को छेद दिया. उन्होंने पेतरॉस और शेष प्रेरितों से जानना चाहा, “प्रियजन, अब हमारे लिए क्या करना सही है?”
ᎿᎭᏉᏃ ᎾᏍᎩ ᎤᎾᏛᎦᏅ ᏧᏂᎾᏫᏱ ᏚᏂᏣᏲᎴᎢ; ᎯᎠᏃ ᏂᏚᏂᏪᏎᎴ ᏈᏓ ᎠᎴ ᎠᏂᏐᎢ ᎨᏥᏅᏏᏛ; ᎢᏥᏍᎦᏯ ᎢᏓᏓᏅᏟ, ᎦᏙ ᏓᏲᏣᏛᏁᎵ?
38 पेतरॉस ने उत्तर दिया, “पश्चाताप कीजिए तथा आप में से हर एक मसीह येशु के नाम में पाप क्षमा का बपतिस्मा ले—आपको दान के रूप में पवित्र आत्मा मिलेगा;
ᏈᏓᏃ ᎯᎠ ᏂᏚᏪᏎᎴᎢ; ᏂᏥᎥ ᏗᏥᏁᏟᏴᎾ ᏕᏣᏓᏅᏛᎢ, ᎠᎴ ᏫᏕᏣᏬᏣ, ᏥᏌ ᎦᎶᏁᏛ ᏕᎤᏙᏍᏛᎢ, ᎡᏥᏙᎵᏍᏗᏱ ᎢᏥᏍᎦᏅᏨᎢ; ᎦᎸᏉᏗᏳᏃ ᎠᏓᏅᏙ ᏓᏰᏥᏁᎵ.
39 क्योंकि यह प्रतिज्ञा आपके, आपकी संतान और उन सबके लिए भी है, जो अभी दूर-दूर हैं तथा परमेश्वर जिनको अपने पास बुलाने पर हैं.”
ᏂᎯᏰᏃ ᎡᏥᏚᎢᏍᏓᏁᎸᎯ ᎠᎴ ᏗᏤᏥ ᎠᎴ ᎾᏂᎥ ᎢᏅ ᏗᏁᎯ, ᎾᏍᎩ ᎾᏂᎥ ᎤᎬᏫᏳᎯ ᎤᏁᎳᏅᎯ ᎢᎦᏤᎵ ᏧᏯᏅᏗ ᎨᏒᎢ.
40 पेतरॉस ने अनेक तर्क प्रस्तुत करते हुए उनसे विनती की, “स्वयं को इस टेढ़ी पीढ़ी से बचाए रखिए.”
ᎠᎴ ᎤᏣᏖ ᎤᏟ ᎢᎦᎢ ᎢᎧᏁᏨᎯ ᏚᏬᏁᏔᏁᎢ ᎯᎠ ᏄᏪᏎᎢ; ᏗᏣᎵᏏ ᎯᎠ ᏂᏚᏳᎪᏛᎾ ᎢᏯᎾᏛᏁᎯ ᏣᏁᎭ.
41 जितनों ने पेतरॉस के प्रवचन को स्वीकार किया, उन्होंने बपतिस्मा लिया. उस दिन लगभग तीन हज़ार व्यक्ति उनमें शामिल हो गए.
ᎿᎭᏉᏃ ᎤᏁᏨ ᎤᎵᎮᎵᏨᎯ ᏗᎬᏩᏓᏂᎸᏤᎯ ᏕᎨᎦᏬᎡᎢ, ᎾᎯᏳᏃ ᎢᎦ ᎤᏂᏁᏉᏤ ᏦᎢ ᎢᏯᎦᏴᎵ ᎢᏴᏛ.
42 वे सभी लगातार प्रेरितों की शिक्षा के प्रति समर्पित होकर, पारस्परिक संगति, प्रभु-भोज की क्रिया और प्रार्थना में लीन रहने लगे.
ᎾᏍᎩᏃ ᎤᎵᏂᎩᏗᏳ ᏚᏂᎸᏫᏍᏓᏁᎮ ᎨᏥᏅᏏᏛ ᏓᎾᏕᏲᎲᏍᎬᎢ, ᎠᎴ ᎤᎾᎵᎪᏒᎢ, ᎠᎴ ᎦᏚ ᎠᏂᎬᎭᎷᏯᏍᎬᎢ, ᎠᎴ ᎠᎾᏓᏙᎵᏍᏗᏍᎬᎢ.
43 प्रेरितों द्वारा किए जा रहे अद्भुत काम तथा अद्भुत चिह्न सभी के लिए आश्चर्य का विषय बन गए थे.
ᎾᏂᎥᏃ ᏴᏫ ᎤᎾᏰᎯᏍᏗᏳ ᎤᎾᏓᏅᏓᏕᎢ, ᎤᏣᏖᏃ ᏧᏓᎴᏅᏛ ᎤᏍᏆᏂᎪᏗ ᎠᎴ ᎤᏰᎸᏛ ᏚᏂᎸᏫᏍᏓᏁᎮ ᎨᏥᏅᏏᏛ.
44 मसीह के सभी विश्वासी घनिष्ठ एकता में रहने लगे तथा उनकी सब वस्तुओं पर सबका एक सा अधिकार था.
ᎾᏂᎥᏃ ᎠᏃᎯᏳᎲᏍᎩ ᎤᎾᏓᏡᎨᎢ, ᎠᎴ ᎠᏰᎵᏉ ᏄᏅᏁ ᏂᎦᎥ ᏧᎬᏩᎶᏗ ᎤᏂᎲᎢ;
45 वे अपनी संपत्ति बेचकर, जिनके पास कम थी उनमें बांटने लगे.
ᎠᎴ ᏓᏂᎾᏕᎨ ᏚᏂᎶᎨᏒ ᎠᎴ ᏧᎬᏩᎶᏗ ᎤᏂᎲᎢ, ᎠᎴ ᏓᏂᏯᏙᎮᎮ ᎾᏂᎥ ᎾᏍᎩᏯ ᎤᏂᏂᎬᏎᎲᎢ.
46 हर रोज़ वे मंदिर के आंगन में एक मन हो नियमित रूप से इकट्ठा होते, भोजन के लिए एक दूसरे के घर में निर्मल भाव से आनंदपूर्वक सामूहिक रूप से भोजन करते
ᏂᏚᎩᏨᏂᏒᏃ ᏌᏉ ᎢᎦᎦᏛ ᎠᏁᏙᎮ ᎤᏛᏅ-ᏗᎦᎳᏫᎢᏍᏗᏱ, ᎠᎴ ᎦᏚ ᎠᏂᎬᎭᎷᏯᏍᎨ ᏓᏓᏁᎳᏗᏒᎢ, ᏓᎾᎵᏍᏓᏴᎲᏍᎨ ᎠᎾᎵᎮᎵᎨ ᎠᎴ ᎤᏠᎾᏍᏗ ᏄᏓᏑᏴᎾ ᎨᏎ ᏧᏂᎾᏫᏱ,
47 तथा परमेश्वर का गुणगान करते थे. वे सभी की प्रसन्‍नता के भागी थे. परमेश्वर इनमें दिन-प्रतिदिन उनको मिलाते जा रहे थे, जो उद्धार प्राप्‍त कर रहे थे.
ᎠᏂᎸᏉᏗᏍᎨ ᎤᏂᎳᏅᎯ, ᎠᎴ ᎾᏂᎥ ᏴᏫ ᎬᏫᏂᎨᏳᎯᏳ ᎨᏎᎢ. ᎤᎬᏫᏳᎯᏃ ᏂᏚᎩᏨᏂᏒ ᎤᎾᎵᎪᏒ ᏕᎠᎵᎪᏗᏍᎨ ᎾᏍᎩ ᎨᏥᏍᏕᎸᏗ ᎨᏒᎢ.

< प्रेरितों के काम 2 >