< प्रेरितों के काम 2 >

1 यहूदियों के पेन्तेकॉस्त पर्व के दिन, जब शिष्य एक स्थान पर इकट्ठा थे,
ܘܟܕ ܐܬܡܠܝܘ ܝܘܡܬܐ ܕܦܢܛܩܘܤܛܐ ܟܕ ܟܢܝܫܝܢ ܗܘܘ ܟܠܗܘܢ ܐܟܚܕܐ
2 सहसा आकाश से तेज आंधी जैसी आवाज उस कमरे में फैल गई, जहां वे सब बैठे थे.
ܗܘܐ ܡܢ ܫܠܝܐ ܡܢ ܫܡܝܐ ܩܠܐ ܐܝܟ ܪܘܚܐ ܥܙܝܙܬܐ ܘܐܬܡܠܝ ܗܘܐ ܡܢܗ ܟܠܗ ܒܝܬܐ ܗܘ ܕܒܗ ܝܬܒܝܢ ܗܘܘ
3 तब उनके सामने ऐसी ज्वाला प्रकट हुई जिसका आकार जीभ के समान था, जो अलग होकर उनमें से प्रत्येक व्यक्ति पर जाकर ठहरती गई.
ܘܐܬܚܙܝܘ ܠܗܘܢ ܠܫܢܐ ܕܡܬܦܠܓܝܢ ܗܘܘ ܐܝܟ ܢܘܪܐ ܘܝܬܒܘ ܥܠ ܚܕ ܚܕ ܡܢܗܘܢ
4 वे सभी पवित्र आत्मा से भरकर पवित्र आत्मा द्वारा दी गई अन्य भाषाओं में बातें करने लगे.
ܘܐܬܡܠܝܘ ܟܠܗܘܢ ܒܪܘܚܐ ܕܩܘܕܫܐ ܘܐܩܦܘ ܗܘܘ ܠܡܡܠܠܘ ܒܠܫܢ ܠܫܢ ܐܝܟ ܡܐ ܕܪܘܚܐ ܝܗܒ ܗܘܐ ܠܗܘܢ ܠܡܡܠܠܘ
5 उस समय आकाश के नीचे के हर एक देश से आए श्रद्धालु यहूदी येरूशलेम में ही ठहरे हुए थे.
ܐܝܬ ܗܘܘ ܕܝܢ ܓܒܪܐ ܕܥܡܪܝܢ ܒܐܘܪܫܠܡ ܕܕܚܠܝܢ ܡܢ ܐܠܗܐ ܝܗܘܕܝܐ ܡܢ ܟܠ ܥܡܡܐ ܕܬܚܝܬ ܫܡܝܐ
6 इस कोलाहल को सुनकर वहां भीड़ इकट्ठा हो गईं. वे सभी आश्चर्यचकित हो गए क्योंकि वे सभी हर एक को अपनी निज भाषा में बातें करते हुए सुन रहे थे.
ܘܟܕ ܗܘܐ ܩܠܐ ܗܘ ܟܢܫ ܟܠܗ ܥܡܐ ܘܐܫܬܓܫ ܡܛܠ ܕܫܡܥ ܗܘܐ ܐܢܫ ܐܢܫ ܡܢܗܘܢ ܕܡܡܠܠܝܢ ܗܘܘ ܒܠܫܢܝܗܘܢ
7 अचंभित हो वे एक दूसरे से पूछ रहे थे, “क्या ये सभी गलीलवासी नहीं हैं?
ܬܗܝܪܝܢ ܗܘܘ ܕܝܢ ܟܠܗܘܢ ܘܡܬܕܡܪܝܢ ܟܕ ܐܡܪܝܢ ܗܘܘ ܚܕ ܠܚܕ ܗܠܝܢ ܟܠܗܘܢ ܕܡܡܠܠܝܢ ܠܐ ܗܐ ܓܠܝܠܝܐ ܐܢܘܢ
8 तब यह क्या हो रहा है, जो हममें से हर एक विदेशी इन्हें हमारी अपनी-अपनी मातृभाषा में बातें करते हुए सुन रहा है!
ܐܝܟܢܐ ܚܢܢ ܫܡܥܝܢ ܚܢܢ ܐܢܫ ܐܢܫ ܠܫܢܗ ܕܒܗ ܝܠܝܕܝܢ ܚܢܢ
9 पारथी, मादी, इलामी और मेसोपोतामियावासि, यहूदिया तथा कप्पादोकिया, पोन्तॉस तथा आसिया,
ܦܪܬܘܝܐ ܘܡܕܝܐ ܘܐܠܢܝܐ ܘܐܝܠܝܢ ܕܥܡܪܝܢ ܒܝܬ ܢܗܪܝܢ ܝܗܘܕܝܐ ܘܩܦܘܕܩܝܐ ܘܕܡܢ ܐܬܪܐ ܕܦܢܛܘܤ ܘܕܐܤܝܐ
10 फ़्रिजिया, पम्फ़ूलिया, मिस्र, और लिबियावासी, जो क्रेते के आस-पास है; रोमी के रहनेवाले यहूदी तथा दीक्षित यहूदी,
ܘܕܡܢ ܐܬܪܐ ܕܦܪܘܓܝܐ ܘܕܦܡܦܘܠܝܐ ܘܕܡܨܪܝܢ ܘܕܐܬܪܘܬܐ ܕܠܘܒܐ ܕܩܪܝܒܝܢ ܠܩܘܪܝܢܐ ܘܐܝܠܝܢ ܕܐܬܘ ܡܢ ܪܗܘܡܐ ܝܗܘܕܝܐ ܘܓܝܘܪܐ
11 क्रेती तथा अरबी, सभी अपनी-अपनी मातृभाषा में इनके मुख से परमेश्वर के पराक्रम के विषय में सुन रहे हैं!”
ܘܕܡܢ ܩܪܛܐ ܘܥܪܒܝܐ ܗܐ ܫܡܥܝܢ ܚܢܢ ܡܢܗܘܢ ܕܡܡܠܠܝܢ ܒܠܫܢܝܢ ܕܝܠܢ ܬܕܡܪܬܗ ܕܐܠܗܐ
12 चकित और घबराकर वे एक दूसरे से पूछ रहे थे, “यह क्या हो रहा है?”
ܡܬܕܡܪܝܢ ܗܘܘ ܕܝܢ ܟܠܗܘܢ ܘܬܘܝܪܝܢ ܟܕ ܐܡܪܝܢ ܚܕ ܠܚܕ ܕܡܢܐ ܗܝ ܗܕܐ ܨܒܘܬܐ
13 किंतु कुछ अन्य ठट्ठा कर कह रहे थे, “इन्होंने कुछ अधिक मधु ही पी रखी है.”
ܐܚܪܢܐ ܕܝܢ ܡܡܝܩܝܢ ܗܘܘ ܒܗܘܢ ܟܕ ܐܡܪܝܢ ܗܠܝܢ ܡܐܪܝܬܐ ܐܫܬܝܘ ܘܪܘܝܘ
14 तब ग्यारह के साथ पेतरॉस ने खड़े होकर ऊंचे शब्द में कहना प्रारंभ किया: “यहूदियावासियों तथा येरूशलेम वासियों, आपके लिए इस विषय को समझना अत्यंत आवश्यक है; इसलिये मेरी बातों को ध्यानपूर्वक सुनिए:
ܒܬܪܟܢ ܩܡ ܫܡܥܘܢ ܟܐܦܐ ܥܡ ܚܕܥܤܪ ܫܠܝܚܝܢ ܘܐܪܝܡ ܩܠܗ ܘܐܡܪ ܠܗܘܢ ܓܒܪܐ ܝܗܘܕܝܐ ܘܟܠܗܘܢ ܕܥܡܪܝܢ ܒܐܘܪܫܠܡ ܗܕܐ ܬܬܝܕܥ ܠܟܘܢ ܘܨܘܬܘ ܡܠܝ
15 जैसा आप समझ रहे हैं, ये व्यक्ति नशे में नहीं हैं क्योंकि यह दिन का तीसरा ही घंटा है!
ܠܐ ܓܝܪ ܐܝܟܢܐ ܕܐܢܬܘܢ ܤܒܪܝܢ ܗܠܝܢ ܪܘܝܢ ܕܗܐ ܥܕܡܐ ܠܗܫܐ ܬܠܬ ܐܢܝܢ ܫܥܝܢ
16 वस्तुत, यह योएल भविष्यवक्ता द्वारा की गई इस भविष्यवाणी की पूर्ति है:
ܐܠܐ ܗܕܐ ܗܝ ܕܐܡܝܪܐ ܒܝܘܐܝܠ ܢܒܝܐ
17 “‘यह परमेश्वर की आवाज है, मैं अपना आत्मा सब लोगों पर उंडेलूंगा. तुम्हारे बेटे और बेटियां भविष्यवाणी करेंगे, तुम्हारे बुज़ुर्ग लोग स्वप्न देखेंगे, तुम्हारे जवान दर्शन देखेंगे.
ܢܗܘܐ ܒܝܘܡܬܐ ܐܚܪܝܐ ܐܡܪ ܐܠܗܐ ܐܫܘܕ ܪܘܚܝ ܥܠ ܟܠ ܒܤܪ ܘܢܬܢܒܘܢ ܒܢܝܟܘܢ ܘܒܢܬܟܘܢ ܘܓܕܘܕܝܟܘܢ ܚܙܘܢܐ ܢܚܙܘܢ ܘܩܫܝܫܝܟܘܢ ܚܠܡܐ ܢܚܠܡܘܢ
18 मैं उन दिनों में अपने दास, और दासियों, पर अपना आत्मा उंडेल दूंगा, और वे भविष्यवाणी करेंगे.
ܘܥܠ ܥܒܕܝ ܘܥܠ ܐܡܗܬܝ ܐܫܘܕ ܪܘܚܝ ܒܝܘܡܬܐ ܗܢܘܢ ܘܢܬܢܒܘܢ
19 मैं ऊपर आकाश में अद्भुत चमत्कार और नीचे पृथ्वी पर लहू, आग और धुएं के बादल के अद्भुत चिह्न दिखाऊंगा.
ܘܐܬܠ ܐܬܘܬܐ ܒܫܡܝܐ ܘܓܒܪܘܬܐ ܥܠ ܐܪܥܐ ܕܡܐ ܘܢܘܪܐ ܘܥܛܪܐ ܕܬܢܢܐ
20 प्रभु के उस वैभवशाली और वर्णनीय दिन के पूर्व सूर्य अंधेरा और चंद्रमा लहू समान हो जाएगा.
ܫܡܫܐ ܢܬܚܠܦ ܒܥܡܛܢܐ ܘܤܗܪܐ ܒܕܡܐ ܥܕܠܐ ܢܐܬܐ ܝܘܡܗ ܕܡܪܝܐ ܪܒܐ ܘܕܚܝܠܐ
21 तथा हर एक, जो प्रभु को पुकारेगा, उद्धार प्राप्‍त करेगा.’
ܘܢܗܘܐ ܟܠ ܕܢܩܪܐ ܫܡܗ ܕܡܪܝܐ ܢܚܐ
22 “इस्राएली प्रियजन, ध्यान से सुनिए! नाज़रेथवासी मसीह येशु को, जिन्हें आप जानते हैं, जिन्हें परमेश्वर ने आपके मध्य सामर्थ्य के कामों, चमत्कारों तथा चिह्नों के द्वारा प्रकट किया,
ܓܒܪܐ ܒܢܝ ܐܝܤܪܝܠ ܫܡܥܘ ܡܠܐ ܗܠܝܢ ܝܫܘܥ ܢܨܪܝܐ ܓܒܪܐ ܕܡܢ ܐܠܗܐ ܐܬܚܙܝ ܠܘܬܟܘܢ ܒܚܝܠܐ ܘܒܐܬܘܬܐ ܘܒܓܒܪܘܬܐ ܐܝܠܝܢ ܕܐܠܗܐ ܥܒܕ ܒܝܢܬܟܘܢ ܒܐܝܕܗ ܐܝܟ ܕܐܢܬܘܢ ܝܕܥܝܢ ܐܢܬܘܢ
23 परमेश्वर की निर्धारित योजना तथा पूर्व ज्ञान में आपके हाथों में अधर्मियों की सहायता से सौंप दिया गया कि उन्हें क्रूस-मृत्युदंड दिया जाए;
ܠܗܢܐ ܕܦܪܝܫ ܗܘܐ ܠܗ ܠܗܕܐ ܒܡܩܕܡܘܬ ܝܕܥܬܗ ܘܒܨܒܝܢܗ ܕܐܠܗܐ ܐܫܠܡܬܘܢܝܗܝ ܒܐܝܕܝ ܪܫܝܥܐ ܘܙܩܦܬܘܢ ܘܩܛܠܬܘܢ
24 किंतु परमेश्वर ने उन्हें मृत्यु के दर्द से छुड़ाकर मरे हुओं में से जीवित कर दिया क्योंकि यह असंभव था कि मृत्यु उन्हें अपने बंधन में रख सके.
ܐܠܗܐ ܕܝܢ ܐܩܝܡܗ ܘܫܪܐ ܚܒܠܝܗ ܕܫܝܘܠ ܡܛܠ ܕܠܐ ܡܫܟܚܐ ܗܘܬ ܕܢܬܬܚܕ ܒܗ ܒܫܝܘܠ
25 दावीद ने उनके विषय में कहा था: “मैं सर्वदा प्रभु को निहारता रहा क्योंकि वह मेरी दायीं ओर हैं, कि मैं लड़खड़ा न जाऊं.
ܕܘܝܕ ܓܝܪ ܐܡܪ ܥܠܘܗܝ ܡܩܕܡ ܗܘܝܬ ܚܙܐ ܠܡܪܝ ܒܟܠܙܒܢ ܕܥܠ ܝܡܝܢܝ ܗܘ ܕܠܐ ܐܙܘܥ
26 इसलिये मेरा हृदय आनंदित और मेरी जीभ मगन हुई; इसके अलावा मेरा शरीर भी आशा में बना रहेगा,
ܡܛܠ ܗܢܐ ܐܬܒܤܡ ܠܒܝ ܘܪܘܙܬ ܬܫܒܘܚܬܝ ܘܐܦ ܦܓܪܝ ܢܓܢ ܥܠ ܤܒܪܐ
27 क्योंकि आप न तो मेरी आत्मा को अधोलोक में छोड़ेंगे और न अपने पवित्र जन के शव को सड़ने देंगे. (Hadēs g86)
ܡܛܠ ܕܠܐ ܫܒܩ ܐܢܬ ܠܢܦܫܝ ܒܫܝܘܠ ܘܠܐ ܝܗܒ ܐܢܬ ܠܚܤܝܟ ܕܢܚܙܐ ܚܒܠܐ (Hadēs g86)
28 आपने मुझ पर जीवन का मार्ग प्रकट कर दिया. आप मुझे अपनी उपस्थिति में आनंद से भर देंगे.
ܓܠܝܬ ܠܝ ܐܘܪܚܐ ܕܚܝܐ ܬܡܠܝܢܝ ܒܤܝܡܘܬܐ ܥܡ ܦܪܨܘܦܟ
29 “प्रियजन, पूर्वज दावीद के विषय में यह बिलकुल सच है कि उनकी मृत्यु हुई तथा उनके शव को कब्र में भी रखा गया. वह कब्र आज भी वहीं है.
ܓܒܪܐ ܐܚܝܢ ܡܦܤ ܠܡܐܡܪ ܥܝܢ ܒܓܠܐ ܠܘܬܟܘܢ ܥܠ ܪܝܫ ܐܒܗܬܐ ܕܘܝܕ ܕܡܝܬ ܘܐܦ ܐܬܩܒܪ ܘܒܝܬ ܩܒܘܪܗ ܐܝܬܘܗܝ ܠܘܬܢ ܥܕܡܐ ܠܝܘܡܢܐ
30 इसलिये उनके भविष्यवक्ता होने के कारण तथा इसलिये भी कि उन्हें यह मालूम था कि परमेश्वर ने शपथ ली थी कि उन्हीं का एक वंशज सिंहासन पर बैठाया जाएगा,
ܢܒܝܐ ܗܘܐ ܓܝܪ ܘܝܕܥ ܗܘܐ ܕܡܘܡܬܐ ܝܡܐ ܠܗ ܐܠܗܐ ܕܡܢ ܦܐܪܐ ܕܟܪܤܟ ܐܘܬܒ ܥܠ ܟܘܪܤܝܟ
31 होनेवाली घटनाओं को साफ़-साफ़ देखते हुए दावीद ने मसीह येशु के पुनरुत्थान का वर्णन किया कि मसीह येशु न तो अधोलोक में छोड़ दिए गए और न ही उनके शव को सड़न ने स्पर्श किया. (Hadēs g86)
ܘܩܕܡ ܚܙܐ ܘܡܠܠ ܥܠ ܩܝܡܬܗ ܕܡܫܝܚܐ ܕܠܐ ܐܫܬܒܩ ܒܫܝܘܠ ܐܦܠܐ ܦܓܪܗ ܚܙܐ ܚܒܠܐ (Hadēs g86)
32 इन्हीं मसीह येशु को परमेश्वर ने मरे हुओं में से उठाकर जीवित किया. हम इस सच्चाई के प्रत्यक्ष साक्षी हैं.
ܠܗܢܐ ܝܫܘܥ ܐܩܝܡ ܐܠܗܐ ܘܚܢܢ ܟܠܢ ܤܗܕܘܗܝ
33 परमेश्वर की दायीं ओर सर्वोच्च पद पर बैठकर, पिता से प्राप्‍त पवित्र आत्मा लेकर उन्होंने हम पर उंडेल दिया, जो आप स्वयं देख और सुन रहे हैं.
ܘܗܘܝܘ ܕܒܝܡܝܢܗ ܕܐܠܗܐ ܐܬܬܪܝܡ ܘܢܤܒ ܡܢ ܐܒܐ ܫܘܘܕܝܐ ܕܥܠ ܪܘܚܐ ܕܩܘܕܫܐ ܘܐܫܕ ܡܘܗܒܬܐ ܗܕܐ ܕܗܐ ܚܙܝܢ ܐܢܬܘܢ ܘܫܡܥܝܢ ܐܢܬܘܢ
34 यद्यपि दावीद उस समय स्वर्ग नहीं पहुंचे थे तौभी उन्होंने स्वयं कहा था, “‘प्रभु ने मेरे प्रभु से कहा: “मेरी दायीं ओर बैठे रहो
ܠܐ ܗܘܐ ܓܝܪ ܕܘܝܕ ܤܠܩ ܠܫܡܝܐ ܡܛܠ ܕܗܘ ܐܡܪ ܕܐܡܪ ܡܪܝܐ ܠܡܪܝ ܬܒ ܠܟ ܡܢ ܝܡܝܢܝ
35 मैं तुम्हारे शत्रुओं को तुम्हारे अधीन करूंगा.”’
ܥܕܡܐ ܕܐܤܝܡ ܒܥܠܕܒܒܝܟ ܟܘܒܫܐ ܠܪܓܠܝܟ
36 “इसलिये सारा इस्राएल निश्चित रूप से यह जान ले कि इन्हीं येशु को, जिन्हें तुम लोगों ने क्रूसित किया परमेश्वर ने प्रभु और मसीह पद से सम्मानित किया.”
ܫܪܝܪܐܝܬ ܗܟܝܠ ܢܕܥ ܟܠܗ ܒܝܬ ܐܝܤܪܝܠ ܕܡܪܝܐ ܘܡܫܝܚܐ ܥܒܕܗ ܐܠܗܐ ܠܗܢܐ ܝܫܘܥ ܕܐܢܬܘܢ ܙܩܦܬܘܢ
37 इस बात ने उनके हृदयों को छेद दिया. उन्होंने पेतरॉस और शेष प्रेरितों से जानना चाहा, “प्रियजन, अब हमारे लिए क्या करना सही है?”
ܘܟܕ ܫܡܥܘ ܗܠܝܢ ܐܬܓܢܚܘ ܒܠܒܗܘܢ ܘܐܡܪܘ ܠܫܡܥܘܢ ܘܠܫܪܟܐ ܕܫܠܝܚܐ ܡܢܐ ܢܥܒܕ ܐܚܝܢ
38 पेतरॉस ने उत्तर दिया, “पश्चाताप कीजिए तथा आप में से हर एक मसीह येशु के नाम में पाप क्षमा का बपतिस्मा ले—आपको दान के रूप में पवित्र आत्मा मिलेगा;
ܐܡܪ ܠܗܘܢ ܫܡܥܘܢ ܬܘܒܘ ܘܥܡܕܘ ܐܢܫ ܐܢܫ ܡܢܟܘܢ ܒܫܡܗ ܕܡܪܝܐ ܝܫܘܥ ܠܫܘܒܩܢ ܚܛܗܐ ܕܬܩܒܠܘܢ ܡܘܗܒܬܐ ܕܪܘܚܐ ܕܩܘܕܫܐ
39 क्योंकि यह प्रतिज्ञा आपके, आपकी संतान और उन सबके लिए भी है, जो अभी दूर-दूर हैं तथा परमेश्वर जिनको अपने पास बुलाने पर हैं.”
ܠܟܘܢ ܓܝܪ ܗܘܐ ܫܘܘܕܝܐ ܘܠܒܢܝܟܘܢ ܘܠܟܠܗܘܢ ܐܝܠܝܢ ܕܪܚܝܩܝܢ ܐܝܠܝܢ ܕܗܘ ܐܠܗܐ ܢܩܪܐ ܐܢܘܢ
40 पेतरॉस ने अनेक तर्क प्रस्तुत करते हुए उनसे विनती की, “स्वयं को इस टेढ़ी पीढ़ी से बचाए रखिए.”
ܘܒܡܠܐ ܐܚܪܢܝܬܐ ܤܓܝܐܬܐ ܡܤܗܕ ܗܘܐ ܠܗܘܢ ܘܒܥܐ ܗܘܐ ܡܢܗܘܢ ܟܕ ܐܡܪ ܚܝܘ ܡܢ ܫܪܒܬܐ ܗܕܐ ܡܥܩܡܬܐ
41 जितनों ने पेतरॉस के प्रवचन को स्वीकार किया, उन्होंने बपतिस्मा लिया. उस दिन लगभग तीन हज़ार व्यक्ति उनमें शामिल हो गए.
ܘܐܢܫܝܢ ܡܢܗܘܢ ܥܬܝܕܐܝܬ ܩܒܠܘ ܡܠܬܗ ܘܗܝܡܢܘ ܘܥܡܕܘ ܘܐܬܬܘܤܦܘ ܒܗܘ ܝܘܡܐ ܐܝܟ ܬܠܬܐ ܐܠܦܝܢ ܢܦܫܢ
42 वे सभी लगातार प्रेरितों की शिक्षा के प्रति समर्पित होकर, पारस्परिक संगति, प्रभु-भोज की क्रिया और प्रार्थना में लीन रहने लगे.
ܘܐܡܝܢܝܢ ܗܘܘ ܒܝܘܠܦܢܐ ܕܫܠܝܚܐ ܘܡܫܬܘܬܦܝܢ ܗܘܘ ܒܨܠܘܬܐ ܘܒܩܨܝܐ ܕܐܘܟܪܤܛܝܐ
43 प्रेरितों द्वारा किए जा रहे अद्भुत काम तथा अद्भुत चिह्न सभी के लिए आश्चर्य का विषय बन गए थे.
ܘܗܘܝܐ ܗܘܬ ܕܚܠܬܐ ܠܟܠ ܢܦܫ ܘܐܬܘܬܐ ܤܓܝܐܬܐ ܘܓܒܪܘܬܐ ܗܘܝܢ ܗܘܝ ܒܝܕ ܫܠܝܚܐ ܒܐܘܪܫܠܡ
44 मसीह के सभी विश्वासी घनिष्ठ एकता में रहने लगे तथा उनकी सब वस्तुओं पर सबका एक सा अधिकार था.
ܘܟܠܗܘܢ ܐܝܠܝܢ ܕܗܝܡܢܘ ܗܘܘ ܐܟܚܕܐ ܗܘܘ ܘܟܠܡܕܡ ܕܐܝܬ ܗܘܐ ܠܗܘܢ ܕܓܘܐ ܗܘܐ
45 वे अपनी संपत्ति बेचकर, जिनके पास कम थी उनमें बांटने लगे.
ܘܐܝܠܝܢ ܕܐܝܬ ܗܘܐ ܠܗܘܢ ܩܢܝܢܐ ܡܙܒܢܝܢ ܗܘܘ ܠܗ ܘܡܦܠܓܝܢ ܗܘܘ ܠܐܢܫ ܐܢܫ ܐܝܟ ܡܕܡ ܕܤܢܝܩ ܗܘܐ
46 हर रोज़ वे मंदिर के आंगन में एक मन हो नियमित रूप से इकट्ठा होते, भोजन के लिए एक दूसरे के घर में निर्मल भाव से आनंदपूर्वक सामूहिक रूप से भोजन करते
ܘܟܠܝܘܡ ܐܡܝܢܝܢ ܗܘܘ ܒܗܝܟܠܐ ܒܚܕܐ ܢܦܫ ܘܒܒܝܬܐ ܩܨܝܢ ܗܘܘ ܦܪܝܤܬܐ ܘܡܩܒܠܝܢ ܗܘܘ ܤܝܒܪܬܐ ܟܕ ܪܘܙܝܢ ܘܒܒܪܝܪܘܬܐ ܕܠܒܗܘܢ
47 तथा परमेश्वर का गुणगान करते थे. वे सभी की प्रसन्‍नता के भागी थे. परमेश्वर इनमें दिन-प्रतिदिन उनको मिलाते जा रहे थे, जो उद्धार प्राप्‍त कर रहे थे.
ܡܫܒܚܝܢ ܗܘܘ ܠܐܠܗܐ ܟܕ ܝܗܝܒܝܢ ܒܪܚܡܐ ܩܕܡ ܟܠܗ ܥܡܐ ܘܡܪܢ ܡܘܤܦ ܗܘܐ ܟܠܝܘܡ ܠܐܝܠܝܢ ܕܚܐܝܢ ܒܥܕܬܐ

< प्रेरितों के काम 2 >