< प्रेरितों के काम 16 >

1 वह दरबे और लुस्त्रा नगर भी गए. वहां तिमोथियॉस नामक एक शिष्य थे जिनकी माता यहूदी मसीही शिष्या; परंतु पिता यूनानी थे.
ପାଚେ ପାଉଲ୍‌ ଦର୍ବି ଆରି ଲୁସ୍ତ୍ରାତ ପା ୱାତାର୍, ଆରେ ହୁଡ଼ାଟ୍‌, ହେ ବାହାତ ତିମତି ତର୍‌ଦ ରୱାନ୍‌ ଚେଲା ମାଚାନ୍‌, ହେୱାନ୍‌ ରୱାନ୍‌ ପାର୍ତିନି ଜିହୁଦି କଗ୍‌ଲେନି ମାଜ଼ି ମାତର୍‌ ହେୱାନ୍‌ତି ଆବା ରୱାନ୍‌ ଗ୍ରିକ୍‌ ଲଗୁ ।
2 तिमोथियॉस इकोनियॉन और लुस्त्रा नगरों के शिष्यों में सम्मानित थे.
ଲୁସ୍ତ୍ରା ଆରି ଇକନିୟତ ମାନି ପାର୍ତି କିନି ଟଣ୍ଡାର୍‌ ହେୱାନ୍ତି ସାକି ଡାକ୍‍ପୁଟାୟ୍‍ କିଜ଼ି ମାଚାର୍‌ ।
3 पौलॉस की इच्छा तिमोथियॉस को अपने साथी के रूप में साथ रखने की थी, इसलिये पौलॉस ने उनका ख़तना किया क्योंकि वहां के यहूदी यह जानते थे कि तिमोथियॉस के पिता यूनानी हैं.
ତାଙ୍ଗେଙ୍ଗ୍ ହାଙ୍ଗ୍‌ଦ ଅଦେଂ ପାଉଲ୍‌ ଇଚା କିତାନ୍‌, ଆରେ ହେ ସବୁ ନିପ ମାନି ଜିହୁଦିର୍‌ କାଜିଂ ତାଙ୍ଗ୍‌ ଅଜ଼ି ସୁନ୍ନତ୍‌ କିତାନ୍‌; ଇନାକିଦେଂକି ତିମତି ଲାତ୍ରାହି ରୱାନ୍‌ ଗ୍ରିକ୍‌ ଲଗୁ ଇଞ୍ଜି ୱିଜ଼ାକାର୍‌ ପୁଞ୍ଜି ମାଚାର୍‌ ।
4 वे नगर-नगर यात्रा करते हुए शिष्यों को वे सभी आज्ञा सौंपते जाते थे, जो येरूशलेम में प्रेरितों और पुरनियों द्वारा ठहराई गयी थी.
ଆରେ, ହେୱାର୍‌ ବିନ୍‌ ବିନ୍‌ ବସ୍ତି ହିଜ଼ି ହାଲୁ ହାଲୁ ଜିରୁସାଲମ୍‌ନି ପକ୍ୟାତାକାର୍‌ ଆରି ପ୍ରାଚିନାର୍‌ ହୁଦାଂ ରଚ୍‌ଚି ବଲ୍‌ ବିଚାର୍‌ ସବୁ ମାନି କିଦେଙ୍ଗ୍‌ ପାର୍ତି କିନାକାର୍‌ ଲାଗେ ହେଲାୟ୍‌ କିବିସ୍‍ ମାଚାର୍‌ ।
5 इसलिये कलीसिया प्रतिदिन विश्वास में स्थिर होती गई तथा उनकी संख्या में प्रतिदिन बढ़ोतरी होती गई.
ଇ ବାନି ମଣ୍ଡ୍‌ଲି ନିକାର୍‌ ପାର୍ତିତ ଡାଟ୍‌ ଆଜ଼ି ଦିନ୍‌ତିଂ ଦିନ୍‌ ଇସାବ୍‌ରେ ବାଡାଦେଂ ଲାଗାତାତ୍‌ ।
6 वे फ़्रिजिया तथा गलातिया क्षेत्रों में से होते हुए आगे बढ़ गए. पवित्र आत्मा की आज्ञा थी कि वे आसिया क्षेत्र में परमेश्वर के वचन का प्रचार न करें
ପୁଇପୁୟା ଜିବୁନ୍‌ ହେୱାର୍‌ ଆସିଆ ଦେସ୍‌ତ ପର୍‌ଚାର୍‌ କିଦେଙ୍ଗ୍‌ ମୁନା କିତ୍‌ଲେ ହେୱାର୍‌ ପ୍ରୁଗିଆ ଆରି ଗାଲାତିୟ ନିପ ହାଚାର୍‌,
7 मूसिया नगर पहुंचने पर उन्होंने बिथुनिया नगर जाने का विचार किया किंतु मसीह येशु के आत्मा ने उन्हें इसकी आज्ञा नहीं दी.
ଆରେ, ହେୱାର୍‌ ମୁସିଆ ଲାଗାୟ୍‍ତ ଏକିସ୍ ବିତୁନିଆତ ହାଞ୍ଜେଙ୍ଗ୍‌ କାଜିଂ ସେସ୍ଟା କିତାର୍‌, ମତର୍‌ ଜିସୁତି ଜିବୁନ୍‌ ହେୱାରିଂ ହାଞ୍ଜେଙ୍ଗ୍‌ ହିୱାତାତ୍ ।
8 इसलिये मूसिया नगर से निकलकर वे त्रोऑस नगर पहुंचे.
ଲାଗିଂ ହେୱାର୍‌ ମୁସିଆ ଲାଗେ ହିଜ଼ି ତ୍ରୟାତ ୱାତାର୍ ।
9 रात में पौलॉस ने एक दर्शन देखा: एक मकेदोनियावासी उनसे दुःखी शब्द में विनती कर रहा था, “मकेदोनिया क्षेत्र में आकर हमारी सहायता कीजिए!”
ଆରେ, ନାଣାଲିଂ ପାଉଲ୍‌ ର କେଚ୍‌କଣ୍‌ ଗାଟାତାନ୍‍, ମାକିଦନିଆନି ରୱାନ୍‌ ମାନାୟ୍‍ ଇଞ୍ଜ ତାଙ୍ଗ୍‌ ଗୱାରି କିଜ଼ି ଇନାନ୍ନା, ମାକିଦନିଆ ନାସି “ୱାଜ଼ି ମାଂ ଉପ୍‌କାର୍‌ କିଦା ।”
10 पौलॉस द्वारा इस दर्शन देखते ही यह जानकर कि परमेश्वर ने हमें उन्हें सुसमाचार प्रचार करने के लिए बुलाया है; हमने तुरंत मकेदोनिया क्षेत्र जाने की योजना बनाई.
ପାଉଲ୍‌ ଇ କେଚ୍‌କଣ୍‌ ଗାଟାତି ପାଚେ ଆପେଂ ଦାପ୍ରେ ମାକିଦନିଆତ ହାଞ୍ଜେଙ୍ଗ୍‌ ଜାଲ୍‌ଦି କିତାପ୍, ଇନାକିଦେଂକି ହେୱାର୍‌ ଲାଗାୟ୍‌ ନେକ୍ରିକାବୁର୍‌ ପର୍‌ଚାର୍‌ କିଦେଙ୍ଗ୍‌ ଇସ୍ୱର୍‌ ମାଂ କୁକ୍‍ତାନ୍ନା ଇଞ୍ଜି ଆପେଂ ବୁଜାତାପ୍ ।
11 त्रोऑस नगर से हम सीधे जलमार्ग द्वारा सामोथ्रेसिया टापू पहुंचे और दूसरे दिन नियापोलिस नगर
ଲାଗିଂ ତ୍ରୟାତାଂ ଜାଜ୍‌ତ ଆପେଂ ହାଣ୍‍କୁ ହାସ୍‌ଦ ସାମତ୍ରାକିତ ହାଚାପ୍‌ ଆରି ଆର୍କାତ୍‌ ନାଜିଂ ନିୟାପଲିତ ଏକାତାପ୍ ।
12 और वहां से फ़िलिप्पॉय नगर, जो मकेदोनिया प्रदेश का एक प्रधान नगर तथा रोमी बस्ती है. हम यहां कुछ दिन ठहर गए.
ହେବେତାଂ ପିଲିପିତ ହାଚାପ୍, ଇଦାଂ ମାକିଦନିଆନି ହେ ରାଜି ର ମୁଡ଼୍‌ ଗାଡ଼୍‌, ଆରେ ର ରମିୟ କଲ୍‍ନି, ହେ ଗାଡ଼୍‌ଦ ଆପେଂ କେତେକ୍‌ ଦିନ୍‌ ମାଚାପ୍ ।
13 शब्बाथ पर हम नगर द्वार से निकलकर प्रार्थना के लिए निर्धारित स्थान की खोज में नदी तट पर चले गए. हम वहां इकट्ठी हुई स्त्रियों से वार्तालाप करते हुए बैठ गए.
ଜମ୍‌ନିବାର୍‌ତ ଆପେଂ ଗାଡ଼୍‌ ଦୁୱାର୍‍ତାଂ ହସି ନାଗୁଡ଼୍‌ ଗୁଟିତ ହାଚାପ୍, ହେବେ ପାର୍ତାନାନି ବାହା ମାନାତ୍‌ ଇଞ୍ଜି ଆପେଂ ବାବି କିଜ଼ି ମାଚାପ୍, ଆରେ ଆପେଂ କୁଚ୍‌ଚି ରୁଣ୍ଡାଜ଼ି ମାନି ଆୟାତାଡ଼ିକାଂ କାତା ଇଞ୍ଜେଙ୍ଗ୍‌ ଲାଗାତାପ୍ ।
14 वहां थुआतेइरा नगर निवासी लुदिया नामक एक स्त्री थी, जो परमेश्वर की आराधक थी. वह बैंगनी रंग के वस्त्रों की व्यापारी थी. उसने हमारा वार्तालाप सुना और प्रभु ने पौलॉस द्वारा दी जा रही शिक्षा के प्रति उसका हृदय खोल दिया.
ଆରେ, ତୁୟାତିରା ଗାଡ଼୍‌ଦ ୱାଙ୍ଗାବାର୍ତି ହେନ୍ଦ୍ରା ପ୍ରନି ଲୁଦିଆ ତର୍‌ନି ରଞ୍ଜେଲ୍‌ ତାଡ଼ି ମାଚାତ୍, ହେଦେଲ୍‌ ଜେ ଇସ୍ୱର୍‌ତିଂ ପାର୍ତାନା କିନାକାଦେଲ୍‌ ମାଚାତ୍‌, ହେଦେଲ୍‌ ମା କାତା ୱେନ୍‌ଞ୍ଜି ମାଚାତ୍‌ । ହେଦେଲ୍‌ ଇନେସ୍‌ ପାଉଲ୍‌ତି ଇଚି ବିସ୍ରେ କାଜିଂ ମାନ୍ତ ଦିଆନ୍‌ କିତାତ୍‌, ଇଦାଂ କାଜିଂ ମାପ୍ରୁ ହେଦେଲିଂ ମାନ୍‌ ଜେସି ହିତାନ୍‌ ।
15 जब उसने और उसके रिश्तेदारों ने बपतिस्मा ले लिया तब उसने हमको अपने यहां आमंत्रित करते हुए कहा, “यदि आप यह मानते हैं कि मैं प्रभु के प्रति विश्वासयोग्य हूं, तो आकर मेरे घर में रहिए.” उसने हमें विनती स्वीकार करने पर विवश कर दिया.
ଆରେ, ହେଦେଲ୍‌ ଆରି ତାଦେଲ୍‍ତି ପାର୍ତାନା ବାପ୍ତିସିମ୍‌ ଆତି ପାଚେ ହେଦେଲ୍‌ ମାଂ ଗୱାରି କିଜ଼ି ଇନ୍‍ଞ୍ଚାତ୍, ଏପେଙ୍ଗ୍‌ ଜଦି ନାଙ୍ଗ୍‌ “ମାପ୍ରୁତି ଲାଗେ ପାର୍ତି ଇଞ୍ଜି ବିଚାର୍‌ କିଜ଼ି ମାଞ୍ଚିସ୍, ୱାଟିଙ୍ଗ୍‌ ନା ଇଞ୍ଜ ୱାଜ଼ି ବାହା କିୟାଟ୍‌” ଆରେ, ହେଦେଲ୍‌ ମାଂ ଅସି ହାଞ୍ଚାତ୍‍ ।
16 एक दिन प्रार्थना स्थल की ओर जाते हुए मार्ग में हमारी भेंट एक युवा दासी से हुई, जिसमें एक ऐसी दुष्टात्मा थी, जिसकी सहायता से वह भविष्य प्रकट कर देती थी. वह अपने स्वामियों की बहुत आय का साधन बन गई थी.
ଦିନେକ୍‌ ଆପେଂ ପାର୍ତାନା ବାହାତ ହାଲ୍‌ଜି ମାନି ୱାଡ଼ାଙ୍ଗ୍‌ ର ବାନ୍ୟା ଜିବୁନ୍‍ କଡ଼୍‌ତି ଆଡ଼ିଏଣି ଗାଡ଼୍‌ଚେଂ ବେଟା ଆତାପ୍‌ । ତା ବିତ୍ରେ ମାନି ପୁଦାନି ସାକ୍ତି ହୁକେ ହେଦେଲ୍‌ ଆଗେନି କାତା ଇଞ୍ଜି ମାଚାତ୍‌ । ହେଦେଲ୍‌ ମାନାୟାର୍‌ତି କାରୁମ୍‍ ଗାଣାକିଜ଼ି, ହାଉକାରିଂ କାଜିଂ ବେସି ଟାକାଂ ଆଦାୟ୍‌ କିଜ଼ି ମାଚାତ୍‌ ।
17 यह दासी पौलॉस और हमारे पीछे-पीछे यह चिल्लाती हुए चलने लगी, “ये लोग परम प्रधान परमेश्वर के दास हैं, जो तुम पर उद्धार का मार्ग प्रकट कर रहे हैं.”
ହେଦେଲ୍‌ ପାଉଲ୍‌ ଆରି ମା ପାଚେ ପାଚେ ୱାଜ଼ି କିକିରାଡିଂ କିଜ଼ି ଇଞ୍ଜେଙ୍ଗ୍‌ ଲାଗାତାତ୍‌, “ଇ ମୁଣିକାର୍‍ ର ଇସ୍ୱର୍‌ତି ଆଡ଼ିୟାର୍‌, ହେୱାର୍‌ ମିଙ୍ଗ୍‌ ମୁକ୍ତିନି ହାଜ଼ି ଜାଣାୟ୍‍କିଦ୍‍ନାରା ।”
18 अनेक दिनों तक वह यही करती रही. अंत में झुंझला कर पौलॉस पीछे मुड़े और उसके अंदर समाई दुष्टात्मा से बोले, “मसीह येशु के नाम में मैं तुझे आज्ञा देता हूं, निकल जा उसमें से!” तुरंत ही वह दुष्टात्मा उसे छोड़कर चली गई.
ହେଦେଲ୍‌ ବେସି ଦିନ୍‌ ପାତେକ୍‌ ଇଦାଂ କିତାତ୍‌ । ମତର୍‌ ପାଉଲ୍‌ ରିସା ଆଜ଼ି ମାସ୍‌ଦି ହେ ଜିବୁନ୍‌ତିଙ୍ଗ୍ ଇଚାନ୍‌, ତା ତାଙ୍ଗ୍‌ ହସି ହାଞ୍ଜେଙ୍ଗ୍‌ ଆନ୍‌ ନିଂ “ଜିସୁ କ୍ରିସ୍ଟତି ତର୍‌ଦ ବଲ୍‌ ହିଦ୍‍ନାଙ୍ଗା ।” ଇବେଣ୍ଡାଂ ହେଦେଲ୍‌ ହେ ଦାପ୍ରେ ହସି ହାଚାତ୍ ।
19 जब उसके स्वामियों को यह मालूम हुआ कि उनकी आय की आशा जाती रही, वे पौलॉस और सीलास को पकड़कर नगर चौक में प्रधान न्यायाधीशों के सामने ले गए
ମତର୍‌ ତା ମାପ୍ରୁ ମୁଣିକାର୍ତି ଜାର୍‌ତିଂ ଲାବ୍‌ ଆହା ହାଚାକା ହୁଡ଼୍‌ଜି ପାଉଲ୍‌ ଆରି ସିଲାତିଂ ଆଜ଼ି ହେୱାରିଂ ଚକ୍‍ବାହାତ ସାସନ୍‍କାର୍‍ୟାର୍ତି ଲାଗେ ଜାଲ୍‍ଜି ଅତାର୍‌ ।
20 और उनसे कहने लगे, “इन यहूदियों ने नगर में उत्पात मचा रखा है.
ଆରେ, ହେୱାର୍‌ ହେୱାରିଂ ବିଚାର୍‍କାର୍‍ୟାର୍ତି ଲାଗେ ତାହି ଇଚାର୍‌, “ଇ ମାନାୟାର୍‌ ଜିହୁଦି, ଇୱାର୍‌ ମା ଗାଡ଼୍‌ଦ ଗଣ୍ଡ୍‌ଗଲ୍‌ କିନାରା ।
21 ये लोग ऐसी प्रथाओं का प्रचार कर रहे हैं जिन्हें स्वीकार करना या पालन करना हम रोमी नागरिकों के नियमानुसार नहीं है.”
ମା, ରମିୟ ଲକାର୍‍ତି ଇମ୍‌ଣି ସବୁ ରିତିନିତି ଇନାକା କି ମାନି କିନାକା ବିଦି ଆକାୟ୍‌, ହେଦାଂ ଇୱାର୍‌ ପର୍‌ଚାର୍‌ କିନାରା ।”
22 इस पर सारी भीड़ उनके विरुद्ध हो गई और प्रधान हाकिमों ने उनके वस्त्र फाड़ डाले और उन्हें बेंत लगाने की आज्ञा दी.
ହେବେ ଲକୁ ପା ହେୱାର୍‌ତି ବିରୁଦ୍‌ତ ନିଂତାର୍, ଆରେ ବିଚାର୍‍କାର୍‍ୟାର୍‍ ପାଉଲ୍‌ ଆରି ସିଲାତି ହେନ୍ଦ୍ରା ଉନ୍‌ନ୍ଦି ହେୱାରିଂ ବାଡ୍‍ଗେମାଡ୍‍ କିଦେଙ୍ଗ୍‌ କାଜିଂ ବଲ୍‌ ହିତାର୍‌ ।
23 उन पर अनेक कठोर प्रहारों के बाद उन्हें कारागार में डाल दिया गया और कारागार-शासक को उन्हें कठोर सुरक्षा में रखने का निर्देश दिया.
ହେୱାର୍‌ ହେୱାରିଂ ବେସି ଟ୍ରାକି କିୟ୍‍କିତି ପାଚେ ଜଇଲ୍‌ ଇଞ୍ଜ ଇଡ଼୍‌ଜି ହେୱାରିଂ ଜାଗ୍ରତ୍‌ତାଂ ରାକ୍ୟା କିନି କାଜିଂ ଜଇଲ୍‌ ଇଟ୍‍ନାକାନିଂ ଆଟ୍‌ୱା ବଲ୍‌ ହିତାର୍‌ ।
24 इस आदेश पर कारागार-शासक ने उन्हें भीतरी कक्ष में डालकर उनके पैरों को लकड़ी की बेड़ियों में जकड़ दिया.
ହେୱାନ୍‌ ଇ ବାନି ଆଟ୍‌ୱା ବଲ୍‌ ଗାଟା ଆଜ଼ି ହେୱାରିଂ ବିତ୍ରେ ଜଇଲ୍‌ ଇଞ୍ଜ ଇଡ଼୍‌ଜି ହେୱାର୍‌ତି ପାନାତ ଗାଜା କୁଟ୍‌ଲା ଗାଚ୍‌ଚାର୍‍ ।
25 लगभग आधी रात के समय पौलॉस और सीलास प्रार्थना कर रहे थे तथा परमेश्वर की स्तुति में भजन गा रहे थे. उनके साथी कैदी उनकी सुन रहे थे.
ମାତର୍‌ ମାଦିମାଦାନାଣା ପାଉଲ୍‌ ଆରି ସିଲା ଇସ୍ୱର୍‌ତି ଲାଗାୟ୍‌ ପାର୍ତାନା ଆରି ଗୁଣ୍‍ମାଣି କିଜ଼ି ମାଚାର୍‌, ଆରେ ବନ୍ଦିର୍ ୱେନ୍‍ଞ୍ଜି ମାଚାର୍ ।
26 अचानक ऐसा बड़ा भूकंप आया कि कारागार की नींव हिल गई, तुरंत सभी द्वार खुल गए और सभी बंदियों की बेड़ियां टूट गईं.
ହେ ଏଚେକାଡ଼୍‌ଦ ହାଚାଟ୍ରେ ଏଲେଙ୍ଗ୍‌ ଗାଜା ମେଦ୍‌ନି ଦାଲ୍‍କା ଆତାତ୍‌ ଜେ, ଜଇଲ୍‌ ଇଲ୍‌ନି କୁନାଦି ଡ୍ରିଙ୍ଗ୍‌ଦେଂ ଲାଗାତାତ୍‌, ଆରେ ଦାପ୍ରେ ୱିଜ଼ୁ ଜଇଲ୍‌ ଦୁୱେର୍‌ ଜେୟା ଆତାତ୍‌, ଆରେ ସବୁ ଜାଣ୍‍ତି ହିକ୍‌ଡ଼ି ଗାଟି ରିଂଜି ହାଚିକ୍‌ ।
27 नींद से जागने पर कारागार-शासक ने सभी द्वार खुले पाए. यह सोचकर कि सारे कैदी भाग चुके हैं, वह तलवार से अपने प्राणों का अंत करने जा ही रहा था;
“ଇବେ ଜଇଲ୍‌ ଇଲ୍‌ ଇଟ୍‍ନାକାନ୍ ହୁଚ୍‍କାଣ୍‍କୁତାଂ ନିଂଜି ଜଇଲ୍‌ ଇଲ୍‌ନି ଦୁୱେର୍‌ ମେଲା ଆତାକା ହୁଡ଼୍‌ଜି ବନ୍ଦିର୍ ହନ୍‌ଚି ହାଚାର୍ଣ୍ଣା ଇଞ୍ଜି ବାବି କିଜ଼ି, କାଣ୍ଡା ହପ୍‍ଚି ଜାର୍‌ତିଂ ଅହ୍ୟାଦେଂ ହାଲ୍‍ଜି ମାଚାନ୍‍ ।”
28 तब पौलॉस ने ऊंचे शब्द में उससे कहा, “स्वयं को कोई हानि न पहुंचाइए, हम सब यहीं हैं!”
ମାତର୍‌ ପାଉଲ୍‌ ବେସି ଗାଜାକାଟ୍‌ତାଂ କୁକ୍‌ଚି ଇଚାନ୍‌, “ଜାର୍‌ତିଂ ଇମ୍‌ଣାକା ପା ନସ୍ଟ କିମା, ଇନାକିଦେଂକି ଆପେଂ ୱିଜ଼ାକାପ୍ ଇବେ ମାନାପ୍‌ ।”
29 कारागार-शासक रोशनी का इंतजाम करने के लिए आज्ञा देते हुए भीतर दौड़ गया और भय से कांपते हुए पौलॉस और सीलास के चरणों में गिर पड़ा.
ହେବେ ହେୱାନ୍‌ ବଇଟା ତାତେଙ୍ଗ୍‌ ଇଞ୍ଜି ଗୁମ୍‌ଜି ପାଣ୍ଡ୍ରୁତିଂ ତ୍ରିଗ୍‍ଜି ତ୍ରିଗ୍‍ଜି ପାଉଲ୍‌ ଆରି ସିଲାତି ମୁମ୍‌ଦ ଗୁର୍ତାନ୍,
30 इसके बाद उन्हें बाहर लाकर उसने उनसे प्रश्न किया, “श्रीमन, मुझे क्या करना चाहिए कि मुझे उद्धार प्राप्‍त हो?”
ଆରେ ହେୱାରିଂ ବାର୍ତ ତାହି ଇଚାନ୍‌, “ମାପ୍ରୁର୍, ରାକ୍ୟା ପାୟାଦେଂ କାଜିଂ ନାଙ୍ଗ୍‌ ଇନାକା କିଦେଙ୍ଗ୍‌ ଆନାତ୍‌?”
31 उन्होंने उत्तर दिया, “प्रभु येशु मसीह में विश्वास कीजिए, आपको उद्धार प्राप्‍त होगा—आपको तथा आपके परिवार को.”
ହେୱାର୍‌ ଇଚାର୍‌, “ମାପ୍ରୁ ଜିସୁ ତାକେ ପାର୍ତି କିୟାଟ୍‌, ତା ଆତିସ୍‌ ଏପେଙ୍ଗ୍‌ ୱିଜ଼ୁ କୁଟୁମ୍‍ ରାକ୍ୟା ପାୟାନାଦେର୍‌ ।”
32 तब उन्होंने कारागार-शासक और उसके सारे परिवार को प्रभु के वचन की शिक्षा दी.
ପାଚେ ହେୱାର୍‌ ତାଙ୍ଗ୍‌ ଆରି ତା ଇଞ୍ଜ ମାନି ୱିଜ଼ାରିଂ ମାପ୍ରୁତି ବଚନ୍‌ ଇଚାନ୍‌ ।
33 कारागार-शासक ने रात में उसी समय उनके घावों को धोया. बिना देर किए उसने और उसके परिवार ने बपतिस्मा लिया.
ଆରେ, ହେୱାନ୍‌ ହେୱାରିଂ ନାଣା ହେ ସମୁତ ଅଜ଼ି ହେୱାର୍‌ତି ଟ୍ରାକ୍ୟାତି ଗାୱ୍‌ ସବୁ ନୁସ୍ତାନ୍, ଆରେ, ହେୱାନ୍‌ ଆରି ହେୱାନ୍ତି ପାର୍ତାନା ହେ ଦାପ୍ରେ ବାପ୍ତିସିମ୍‌ ଆତାର୍‌ ।
34 इसके बाद वह उन्हें अपने घर ले आया और उन्हें भोजन कराया. परमेश्वर में सपरिवार विश्वास करके वे सभी बहुत आनंदित थे.
ହେବେ ହେୱାନ୍‌ ହେୱାରିଂ ଜାର୍‌ ଇଞ୍ଜ ଅସି ହାଲ୍‍ଜି କାଦି ଚିଚ୍‌ପାତାନ୍‌, ଆରେ ୱିଜ଼ୁ ପାର୍ତାନା ହୁକେ ଇସ୍ୱର୍‌ ତାକେ ପାର୍ତି କିଜ଼ି ଜବର୍‌ ୱାର୍‌ୟା ଆତାର୍‌ ।
35 अगले दिन प्रधान हाकिमों ने अपने अधिकारियों द्वारा यह आज्ञा भेजी, “उन व्यक्तियों को छोड़ दो.”
ନାଡ଼ିସ୍ ଆତିଲେ ବିଚାର୍‌କାର୍‌ୟାର୍‌ ଜାମାନିରିଂ ଇଦାଂ ଇଞ୍ଜି ପକ୍ତାର୍‌, “ହେ ଲକୁରିଂ ପିହାଟ୍‌ ।”
36 कारागार-शासक ने इस आज्ञा की सूचना पौलॉस को देते हुए कहा, “प्रधान न्यायाधीशों ने आपको छोड़ देने की आज्ञा दी है. इसलिये आप शांतिपूर्वक यहां से विदा हो सकते हैं.”
ଇବେଣ୍ଡାଂ ଜଇଲ୍‌ ଇଲ୍‌ ପାଉଲ୍‌ତିଂ ଇ କାତା ଇଞ୍ଜି ୱେଚ୍‌ଚାନ୍‌, ମିଙ୍ଗେଙ୍ଗ୍‌ ପିସ୍ତି ହିଦେଂ କାଜିଂ “ବିଚାର୍‌କିନାକାର୍‌ ଲକୁ ପକ୍ତାତାର୍ଣ୍ଣା । ଲାଗିଂ ନଙ୍ଗ୍‌ ହସି ୱାଜ଼ି ସୁସ୍ତାତ ତାଂଜି ହାଲାଟ୍‌ ।”
37 पौलॉस ने उन्हें उत्तर दिया, “उन्होंने हमें बिना किसी मुकद्दमे के सबके सामने पिटवाया, जबकि हम रोमी नागरिक हैं, फिर हमें कारागार में भी डाल दिया और अब वे हमें चुपचाप बाहर भेजना चाह रहे हैं! बिलकुल नहीं! स्वयं उन्हीं को यहां आने दीजिए, वे ही हमें यहां से बाहर छोड़ देंगे.”
ମାତର୍‌ ପାଉଲ୍‌ ହେୱାରିଂ ଇଚାନ୍‌, “ରମିୟ ଲକୁ ଜେ ଆପେଂ, ମା ବିଚାର୍‌ କିୱାଦାଂ ହେୱାର୍‌ ରିସାରେ ମାଂ ଟ୍ରାକ୍‍ତି ପାଚେ ଜଇଲ୍‌ତ ତୁହିଦାତାର୍ଣ୍ଣା, ଆରେ ନଙ୍ଗ୍‌ କି ଲୁକାମ୍‍ରେ ମାଂ ପିସ୍‌ସି ହିଦ୍ନାରା? ହେଦାଂ ଆଉତ୍‌, ମତର୍‌ ହେୱାର୍‌ ନିଜେ ୱାଜ଼ି ମାଂ ବାର୍ତ ଅଦେର୍ ।”
38 उन अधिकारियों ने यह सब प्रधान न्यायाधीशों को जा बताया. यह मालूम होने पर कि पौलॉस तथा सीलास रोमी नागरिक हैं वे बहुत ही डर गए.
ଇବେଣ୍ଡାଂ ଜାମାନିର୍ ବିଚାର୍‍କାର୍‍ୟାରିଂ ଇ ୱିଜ଼ୁ ବଚନ୍‌ ଜାଣାୟ୍‌ କିତାର୍‌, ଆରେ ହେୱାର୍‌ ଜେ ରମିୟ ଲକୁ, ଇଦାଂ ୱେନ୍‌ଞ୍ଜି ହେୱାର୍‌ ପାଣ୍ଡ୍ରା ଆତାର୍‌,
39 तब वे स्वयं आकर पौलॉस तथा सीलास को मनाने लगे और उन्हें कारागार से बाहर लाकर उनसे नगर से चले जाने की विनती करते रहे.
ଆରେ, ହେୱାର୍‌ ୱାଜ଼ି ହେୱାରିଂ ଗୱାରି କିତାର୍‌, ଆରେ ହେୱାରିଂ ଜଇଲ୍‌ ଇଞ୍ଜାଙ୍ଗ୍‌ ହପ୍‍ଚି ତାସି ଗାଡ଼୍‌ଦାଂ ହସିହାଞ୍ଜେଙ୍ଗ୍ କାଜିଂ ହେୱାରିଂ ଗୱାରି କିତାର୍‌ ।
40 तब पौलॉस तथा सीलास कारागार से निकलकर लुदिया के घर गए. वहां भाई बहिनों से भेंट कर उन्हें प्रोत्साहित करते हुए वे वहां से विदा हो गए.
ହେବେଣ୍ଡାଂ ପାଉଲ୍‌ ଆରି ସିଲା ଜଇଲ୍‌ ତାଂ ହସିହାଲ୍‍ଜି ଲୁଦିଆତି ଇଲ୍‌ଦ ହଟାର୍, ଆରେ ଟଣ୍ଡାର୍‌ ଲାହାଙ୍ଗ୍‌ ବେଟା ଆଜ଼ି ହେୱାରିଂ ୱାରିକିୟ୍‌କିନି ପାଚେ ହାଚାର୍‌ ।

< प्रेरितों के काम 16 >