< 1 शमूएल 25 >

1 शमुएल की मृत्यु हो गई. सारा इस्राएलियों ने एकत्र होकर उनके लिए विलाप किया; उन्हें उनके गृहनगर रामाह में गाड़ दिया. इसके बाद दावीद पारान के निर्जन प्रदेश में जाकर रहने लगे.
Samuil ɵldi. Pütkül Israil yiƣilip uning üqün matǝm tutti; ular uni uning Ramaⱨdiki ɵyidǝ dǝpnǝ ⱪildi. Dawut bolsa ⱪopup Paran qɵligǝ bardi.
2 कालेब के कुल का एक व्यक्ति था, वह माओन नगर का निवासी था. कर्मेल नगर के निकट वह एक भूखण्ड का स्वामी था. वह बहुत ही धनी व्यक्ति था. उसके तीन हज़ार भेड़ें, तथा एक हज़ार बकरियां थी.
Əmdi tirikqiliki Karmǝldǝ bolƣan, Maonda olturuⱪluⱪ bir adǝm bar idi. Bu kixi bǝk bay bolup üq ming ⱪoy, bir ming ɵqkisi bar idi. U ɵz ⱪoylirini Karmǝldǝ ⱪirⱪiwatatti.
3 उसका नाम नाबाल था और उसकी अबीगइल नामक पत्नी थी, जो बहुत ही रूपवती एवं विदुषी थी. मगर वह स्वयं बहुत ही नीच, क्रूर तथा क्रुद्ध प्रकृति का था.
U adǝmning ismi Nabal bolup, ayalining ismi Abigail idi; ayali ⱨǝm pǝm-parasǝtlik ⱨǝm ǝpt-turⱪi qirayliⱪ, lekin eri ⱪattiⱪ ⱪol wǝ rǝzil idi; u Kalǝbning ǝwladidin idi.
4 इस समय दावीद निर्जन प्रदेश में थे, और उन्हें मालूम हुआ कि नाबाल भेड़ों का ऊन क़तर रहा है.
Dawut qɵldǝ turup Nabalning ɵz ⱪoylirini ⱪirⱪiydiƣanliⱪini anglap
5 तब दावीद ने वहां दस नवयुवक भेज दिए और उन्हें यह आदेश दिया, “नाबाल से भेंटकरने कर्मेल नगर चले जाओ और उसे मेरी ओर से शुभकामनाएं तथा अभिवंदन प्रस्तुत करना.
On yax yigitni u yǝrgǝ mangdurup ularƣa: — Silǝr Karmǝlgǝ qiⱪip Nabalning ⱪexiƣa berip, mǝndin uningƣa salam eytinglar.
6 तब तुम उससे कहना: ‘आप पर तथा आपके परिवार पर शांति स्थिर रहें! आप चिरायु हों! आपकी सारी संपत्ति पर समृद्धि बनी रहे!
Uningƣa: — «Yaxiƣaysǝn; sizgǝ tinq-amanliⱪ bolƣay, ɵyingizgǝ tinq-amanliⱪ bolƣay, ⱨǝmmǝ barliⱪingizƣa tinq-amanliⱪ bolƣay!
7 “‘मुझे यह समाचार प्राप्‍त हुआ है कि आपकी भेड़ों का ऊन क़तरा जा रहा है. जब आपके चरवाहे हमारे साथ थे, सारे समय जब वे कर्मेल में थे, हमने न तो उन्हें अपमानित किया, न उन्हें कोई हानि पहुंचाई है.
Mǝn ⱪirⱪiƣuqilarning sizdǝ ix baxliƣanliⱪini anglidim. Sizning padiqiliringiz biz tǝrǝplǝrdǝ turƣanda ularƣa ⱨeq zǝhmǝ yǝtküzmiduⱪ; biz Karmǝldǝ turƣan waⱪitta ularning ⱨeq tǝrsisi yitip kǝtmidi.
8 आप स्वयं अपने सेवकों से इस विषय में पूछ सकते हैं. आपकी कृपा हम पर बनी रहे. हम आपकी सेवा में उत्सव के मौके पर आए हैं. कृपया अपने सेवकों को, तथा अपने पुत्र समान सेवक दावीद को, जो कुछ आपको सही लगे, दे दीजिए.’”
Ɵz yigitliringizdin sorisingiz ular sizgǝ dǝp beridu. Xunga biz ⱪutluⱪ bir künidǝ kǝlduⱪ, xunga yigitlirimiz nǝziringizdǝ iltipat tapsun; ɵz ⱪolingizƣa nemǝ qiⱪsa xuni kǝminiliringizgǝ wǝ oƣlingiz Dawutⱪa nemǝ qiⱪsa xuni bǝrgǝysiz», dǝnglar, — dedi.
9 दावीद के नवयुवक साथी वहां गए, और दावीद की ओर से नाबाल को यह संदेश दे दिया, और वे नाबाल के प्रत्युत्तर की प्रतीक्षा करने लगे.
Dawutning yigitliri u yǝrgǝ berip bu gǝplǝrning ⱨǝmmisini Dawutning namida uningƣa eytip andin jim turup saⱪlidi.
10 “कौन है यह दावीद?” नाबाल ने दावीद के साथियों को उत्तर दिया, “और कौन है यह यिशै का पुत्र? कैसा समय आ गया है, जो सारे दास अपने स्वामियों को छोड़-छोड़कर भाग रहे हैं.
Nabal Dawutning hizmǝtkarliriƣa jawab berip: — Dawut degǝn kim? Yǝssǝning oƣli degǝn kim? Bu künlǝrdǝ ɵz ƣojilirini taxlap ketiwatⱪan hizmǝtkarlar tola.
11 अब क्या मेरे लिए यही शेष रह गया है कि मैं अपने सेवकों के हिस्से का भोजन लेकर इन लोगों को दे दूं? मुझे तो यही समझ नहीं आ रहा कि ये लोग कौन हैं, और कहां से आए हैं?”
Mǝn ɵzümning yemǝk-iqmǝklirimni wǝ yung ⱪirⱪuƣuqilirimƣa soyƣan gɵxni kǝlgǝn jayi namǝlum bolƣan kixilǝrgǝ berǝmdim? — dedi.
12 तब दावीद के साथी लौट गए. लौटकर उन्होंने दावीद को यह सब सुना दिया.
Dawutning yigitliri kǝlgǝn yoliƣa yenip kǝtti. Yenip kelip ular Dawutⱪa ⱨǝmmǝ gǝpni dǝp bǝrdi.
13 दावीद ने अपने साथियों को आदेश दिया, “हर एक व्यक्ति अपनी तलवार उठा ले!” तब सबने अपनी तलवार धारण कर ली. दावीद ने भी अपनी तलवार धारण कर ली. ये सब लगभग चार सौ व्यक्ति थे, जो इस अभियान में दावीद के साथ थे, शेष लगभग दो सौ उनके विभिन्‍न उपकरणों तथा आवश्यक सामग्री की रक्षा के लिए ठहर गए.
Dawut ɵz adǝmlirigǝ: — Ⱨǝr biringlar ɵz ⱪiliqinglarni esinglar, dedi. Xuning bilǝn ⱨǝrbiri ɵz ⱪiliqini [tasmisiƣa] asti, Dawutmu ɵz ⱪiliqini asti. Andin tɵt yüzqǝ adǝm Dawut bilǝn qiⱪti, wǝ ikki yüz kixi jabduⱪlar bilǝn ⱪaldi.
14 इसी बीच नाबाल के एक सेवक ने नाबाल की पत्नी अबीगइल को संपूर्ण घटना का वृत्तांत सुना दिया, “दावीद ने हमारे स्वामी के पास मरुभूमि से अपने प्रतिनिधि भेजे थे, कि वे उन्हें अपनी शुभकामनाएं प्रस्तुत करें, मगर स्वामी ने उन्हें घोर अपमान करके लौटा दिया है.
Əmma Nabalning hizmǝtkarliridin biri uning ayali Abigailƣa: — Dawut ǝlqilǝrni qɵldin ƣojimizƣa salam berixkǝ ǝwǝtkǝnikǝn; lekin u ularni tillap kayip kǝtti.
15 ये सभी व्यक्ति हमारे साथ बहुत ही सौहार्दपूर्ण रीति से व्यवहार करते रहे थे. उन्होंने न कभी हमारा अपमान किया, न कभी हमारी कोई हानि ही की. जब हम मैदानों में भेड़ें चराया करते थे हमारी कोई भी भेड़ नहीं खोई. हम सदैव साथ साथ रहे.
Bu adǝmlǝr bolsa, bizgǝ kɵp yahxiliⱪ ⱪilƣan. Biz dalada ularning yenida yürgǝn waⱪitlirimizda bizgǝ ⱨeq yamanliⱪ kǝlmidi, bizning ⱨeq nǝrsimizmu yitip kǝtmigǝnidi.
16 दिन और रात संपूर्ण समय वे मानो हमारे लिए सुरक्षा की दीवार बने रहते थे, जब हम उनके साथ मिलकर भेड़ें चराया करते थे.
Biz ularƣa yeⱪin jayda ⱪoy baⱪⱪan waⱪitta ular keqǝ-kündüz bizgǝ sepildǝk bolƣanidi.
17 अब आप स्थिति की गंभीरता को पहचान लीजिए और विचार कीजिए, कि अब आपका क्या करना सही होगा, क्योंकि अब हमारे स्वामी और उनके संपूर्ण परिवार के लिए बुरा योजित हो चुका है. वह ऐसा दुष्ट व्यक्ति हैं, कि कोई उन्हें सुझाव भी नहीं दे सकता.”
Əmdi bu ixtin hǝwǝrdar boldila, ⱪandaⱪ ⱪilix kerǝklikini oylixip baⱪⱪayla. Bolmisa, ƣojimizƣa wǝ pütkül ɵydikilirigǝ bir bala-ⱪaza kǝlmǝy ⱪalmaydu. U xunqǝ kaj bir adǝmki, ⱨeqkim uningƣa sɵz ⱪilixⱪa petinalmaydu, dedi.
18 यह सुनते ही अबीगइल ने तत्काल दो सौ रोटियां, दो छागलें द्राक्षारस, पांच भेड़ें, जो पकाई जा चुकी थी, पांच माप भुना हुआ अन्‍न, किशमिश के सौ पिंड तथा दो सौ पिंड अंजीरों को लेकर गधों पर लाद दिया.
Abigail dǝrⱨal ikki yüz nan, ikki tulum xarab, bǝx pixurulƣan ⱪoy, bǝx seaⱨ ⱪomaq, bir yüz kixmix poxkili, ikki yüz ǝnjür poxkili elip exǝklǝrgǝ artip
19 “उसने अपने सेवकों को आदेश दिया, मेरे आगे-आगे चलो, मैं तुम्हारे पीछे आऊंगी.” मगर स्वयं उसने इसकी सूचना अपने पति नाबाल को नहीं दी.
ɵz yigitlirigǝ: — Mening aldimda beringlar; mana, mǝn kǝyninglardin baray, dedi. Lekin u ɵz eri Nabalƣa bu ixni demidi.
20 जब वह अपने गधे पर बैठी हुई पर्वत के उस गुप्‍त मार्ग पर थी, उसने देखा कि दावीद तथा उनके साथी उसी की ओर बढ़े चले आ रहे थे, और वे आमने-सामने आ गए.
U ɵz exikigǝ minip taƣning etikidin qüxkǝndǝ, mana Dawut adǝmliri bilǝn uning uduliƣa qüxüp uning bilǝn uqraxti.
21 इस समय दावीद विचार कर ही रहे थे, “निर्जन प्रदेश में हमने व्यर्थ ही इस व्यक्ति की संपत्ति की ऐसी रक्षा की, कि उसकी कुछ भी हानि नहीं हुई, मगर उसने इस उपकार का प्रतिफल हमें इस बुराई से दिया है.
Dawut ǝslidǝ: — Mǝn bu kixining melini qɵldǝ bikardin bikar ⱪoƣdap, uning barliⱪidin ⱨeqnemini yittürgüzmigǝnidim; lekin u yahxiliⱪning ornida manga yamanliⱪ ⱪildi.
22 यदि प्रातःकाल तक उसके संबंधियों में से एक भी नर जीवित छोड़ दूं, तो परमेश्वर दावीद के शत्रुओं से ऐसा ही, एवं इससे भी बढ़कर करें!”
Uning adǝmliridin ǝtigiqǝ birǝr ǝrkǝkni ⱪaldurup ⱪoysam, Huda mǝn Dawutni uningdinmu artuⱪ jazaliƣay, degǝnidi.
23 दावीद को पहचानते ही अबीगइल तत्काल अपने गधे से उतर पड़ीं, उनके सामने मुख के बल गिर दंडवत हुई.
Abigail Dawutni kɵrüp, aldirap exǝktin qüxüp, Dawutning aldida yiⱪilip yüzini yǝrgǝ yeⱪip tǝzim ⱪildi;
24 तब उन्होंने दावीद के चरणों पर गिरकर उनसे कहा, “दोष सिर्फ मेरा ही है, मेरे स्वामी, अपनी सेविका को बोलने की अनुमति दें, तथा आप मेरा पक्ष सुन लें.
uning putliriƣa esilip mundaⱪ dedi: — «I ƣojam, bu ⱪǝbiⱨlik manga ⱨesablansun; ǝmdi xuni ɵtünimǝnki, dedǝklirining siligǝ sɵz ⱪilixiƣa ijazǝt ⱪilip, dediklirining sɵzigǝ ⱪulaⱪ salƣayla: —
25 मेरे स्वामी, कृपया आप इस निकम्मे व्यक्ति नाबाल के कड़वे वचनों पर ध्यान न दें. उसकी प्रकृति ठीक उसके नाम के ही अनुरूप है. उसका नाम है नाबाल और मूर्खता उसमें सचमुच व्याप्‍त है. खेद है कि उस समय मैं वहां न थी, जब आपके साथी वहां आए हुए थे.
ɵtünimǝnki, ƣojam bu rǝzil adǝm Nabalƣa pisǝnt ⱪilmiƣayla; qünki uning mijǝzi huddi ismiƣa ohxaxtur; uning ismi «kaj», dǝrwǝⱪǝ uningda kajliⱪ tolimu eƣirdur. Lekin mǝn dedǝkliri bolsa ƣojam ǝwǝtkǝn yigitlǝrni kɵrmidim.
26 और अब मेरे स्वामी, याहवेह की शपथ, आप चिरायु हों, क्योंकि याहवेह ने ही आपको रक्तपात के दोष से बचा लिया है, और आपको यह काम अपने हाथों से करने से रोक दिया है. अब मेरी कामना है कि आपके शत्रुओं की, जो आपकी हानि करने पर उतारू हैं, उनकी स्थिति वैसी ही हो, जैसी नाबाल की.
Əmdi i ƣojam, Pǝrwǝrdigarning ⱨayati bilǝn wǝ sening jening bilǝn ⱪǝsǝm iqimǝnki, Pǝrwǝrdigar silini ɵz ⱪolliri bilǝn ⱪan tɵküp intiⱪam elixtin saⱪlidi. Əmdi düxmǝnlirimu, sili ƣojamƣa yamanliⱪ ⱪilmaⱪqi bolƣanlarmu Nabalƣa ohxax bolsun.
27 अब आपकी सेविका द्वारा लाई गई इस भेंट को हे स्वामी, आप स्वीकार करें कि इन्हें अपने साथियों में बाट दें.
Əmdi dedǝkliri ƣojamƣa elip kǝlgǝn bu sowƣat bolsa ƣojamƣa ǝgǝxkǝn yigitlǝrgǝ tǝⱪsim ⱪilinsun.
28 “कृपया अपनी सेविका की इस भूल को क्षमा कर दें. याहवेह आपके परिवार को प्रतिष्ठित करेंगे, क्योंकि मेरे स्वामी याहवेह के प्रतिनिधि होकर युद्ध कर रहे हैं. अपने संपूर्ण जीवन में अपने किसी का बुरा नहीं चाहा है.
Silidin ɵtünimǝnki, dedǝklirining sǝwǝnlikini kǝqürgǝyla; qünki sili, i ƣojam Pǝrwǝrdigarning jǝnglirini ⱪilip kǝlgǝnliri üqün, barliⱪ künliridǝ silidǝ yamanliⱪ tepilmiƣini üqün Pǝrwǝrdigar jǝzmǝn jǝmǝtlirini mǝzmut ⱪilidu.
29 यदि कोई आपके प्राण लेने के उद्देश्य से आपका पीछा करना शुरू कर दे, तब मेरे स्वामी का जीवन याहवेह, आपके परमेश्वर की सुरक्षा में जीवितों की झोली में संचित कर लिया जाएगा, मगर आपके शत्रुओं के जीवन को इस प्रकार दूर प्रक्षेपित कर देंगे, जैसे गोफन के द्वारा पत्थर फेंक दिया जाता है.
Birsi ⱪopup silini ⱪoƣlap janlirini izdisǝ, sili ƣojamning jeni Pǝrwǝrdigar Hudalirining ⱪexidiki tiriklǝr haltisi iqidǝ orilip saⱪlinidu, lekin düxmǝnlirining janlirini bolsa, u salƣuƣa selip qɵrüp taxlaydu.
30 याहवेह मेरे स्वामी के लिए वह सब करेंगे, जिसकी उन्होंने आपसे प्रतिज्ञा की है. वह आपको इस्राएल के शासक बनाएंगे,
Əmdi Pǝrwǝrdigar sili ƣojam toƣrisida eytⱪan barliⱪ yahxi wǝdilirigǝ ǝmǝl ⱪilip, silini Israilƣa bax ⱪilƣanda xundaⱪ boliduki,
31 अब आपकी अंतरात्मा निर्दोष के लहू बहाने के दोष से न भरेगी, और न आपको इस विषय में कोई खेद होगा कि आपने स्वयं बदला ले लिया. मेरे स्वामी, जब याहवेह आपको उन्‍नत करें, कृपया अपनी सेविका को अवश्य याद रखियेगा.”
sili ƣojamning naⱨǝⱪ ⱪan tɵkmigǝnlikliri yaki ɵz intiⱪamlirini almiƣanliⱪliri üqün kɵngüllirigǝ putlikaxang yaki dǝrd bolmaydu. Wǝ Pǝrwǝrdigar ƣojamƣa nusrǝt bǝrginidǝ sili ɵz dedǝklirini yad ⱪilƣayla».
32 अबीगइल से ये उद्गार सुनकर दावीद ने उन्हें संबोधित कर कहा, “याहवेह, इस्राएल के परमेश्वर की स्तुति हो, जिन्होंने आपको मुझसे भेंटकरने भेज दिया है.
Dawut Abigailƣa: — Seni bügün mening bilǝn uqrixixⱪa ǝwǝtkǝn Israilning Hudasi Pǝrwǝrdigarƣa tǝxǝkkür-mǝdⱨiyǝ ⱪayturulƣay!
33 सराहनीय है आपका उत्तम अनुमान! आज मुझे रक्तपात से रोक देने के कारण आप स्वयं सराहना की पात्र हैं. आपने मुझे आज स्वयं बदला लेने की भूल से भी बचा लिया है.
Əmdi ǝⱪil-parasitinggǝ barikalla, sangimu barikalla! Qünki sǝn bügün meni ɵz ⱪolum bilǝn ⱪan tɵküp intiⱪam elixtin tostung.
34 याहवेह, इस्राएल के जीवन्त परमेश्वर की शपथ, जिन्होंने मुझे आपका बुरा करने से रोक दिया है, यदि आप आज इतने शीघ्र मुझसे भेंटकरने न आयी होती, सबेरे, दिन का प्रकाश होते-होते, नाबाल परिवार का एक भी नर जीवित न रहता.”
Lekin meni sanga ziyan-zǝhmǝt yǝtküzüxtin saⱪliƣan Israilning Hudasi Pǝrwǝrdigarning ⱨayati bilǝn ⱪǝsǝm ⱪilimǝnki, sǝn mening aldimƣa tezlinip kǝlmigǝn bolsang, Nabalning adǝmliridin ⱨeq ǝrkǝk ǝtigiqǝ tirik ⱪalmas idi, dedi.
35 तब दावीद ने उसके हाथ से उसके द्वारा लाई गई भेंटें स्वीकार की और उसे इस आश्वासन के साथ विदा किया, “शांति से अपने घर लौट जाओ, मैंने तुम्हारी बात मान ली और तुम्हारी विनती स्वीकार कर लिया.”
Andin Dawut uning ɵzigǝ kǝltürgǝn nǝrsilirini ⱪolidin tapxurup elip uningƣa: — Tinq-aman ɵyünggǝ barƣin, mana sɵzliringgǝ ⱪulaⱪ selip, kɵnglüngni ⱪobul ⱪildim, dedi.
36 जब अबीगइल घर पहुंची, नाबाल ने अपने आवास पर एक भव्य भोज आयोजित किया हुआ था. ऐसा भोज, मानो वह राजा हो. उस समय वह बहुत ही उत्तेजित था तथा बहुत ही नशे में था. तब अबीगइल ने सुबह तक कोई बात न की.
Abigail Nabalning ⱪexiƣa kǝldi; mana, u ɵyidǝ xaⱨanǝ ziyapǝttǝk bir ziyapǝt ɵtküzüwatatti. Nabal kɵnglidǝ huxal idi wǝ intayin mǝst bolup kǝtkǝnidi. Xunga Abigail ǝtisi tang atⱪuqǝ uningƣa ⱨeq nemǝ demidi.
37 सुबह, जब नाबाल से शराब का नशा उतर चुका था, उसकी पत्नी ने उसे इस विषय से संबंधित सारा विवरण सुना दिया. यह सुनते ही नाबाल को पक्षाघात हो गया, और वह सुन्‍न रह गया.
Lekin ǝtisi Nabal mǝstliktin yexilgǝndǝ ayali uningƣa bolƣan wǝⱪǝlǝrni dǝp beriwidi, uning yüriki ɵlgǝndǝk bolup, ɵzi taxtǝk bolup ⱪaldi.
38 लगभग दस दिन बाद याहवेह ने नाबाल पर ऐसा प्रहार किया कि उसकी मृत्यु हो गई.
Wǝ xundaⱪ boldiki, tǝhminǝn on kündin keyin Nabalni Pǝrwǝrdigar urdi wǝ u ɵldi.
39 जब दावीद ने नाबाल की मृत्यु का समाचार सुना, वह कह उठे, “धन्य हैं याहवेह, जिन्होंने नाबाल द्वारा किए गए मेरे अपमान का बदला ले लिया है. याहवेह अपने सेवक को बुरा करने से रोके रहे तथा नाबाल को उसके दुराचार का प्रतिफल दे दिया.” दावीद ने संदेशवाहकों द्वारा अबीगइल के पास विवाह का प्रस्ताव भेजा.
Dawut Nabalning ɵlginini anglap: — Pǝrwǝrdigar mubarǝktur. Qünki U mǝn Nabaldin tartⱪan ⱨaⱪarǝt üqün dǝwayimni sorap Ɵz ⱪulini yamanliⱪtin saⱪlidi; ǝksiqǝ Pǝrwǝrdigar Nabalning yamanliⱪini ɵz bexiƣa yandurdi, dedi. Andin Abigailni ɵz ǝmrimgǝ alay dǝp, uningƣa sɵz ⱪilƣili ǝlqi mangdurdi.
40 दावीद के संदेशवाहकों ने कर्मेल नगर जाकर अबीगइल को कहा: “हमें दावीद ने आपके पास भेजा है कि हम आपको अपने साथ उनके पास ले जाएं, कि वे आपसे विवाह कर सकें.”
Dawutning hizmǝtkarliri Karmǝlgǝ Abigailning ⱪexiƣa kelip uningƣa: — Seni ǝmrimgǝ alay dǝp Dawut sanga sɵz ⱪilƣili bizni ǝwǝtti, dedi.
41 वह तत्काल उठी, भूमि पर दंडवत होकर उनसे कहा, “आपकी सेविका मेरे स्वामी के सेवकों के चरण धोने के लिए तत्पर दासी हूं.”
Abigail bolsa ⱪopup yüzini yǝrgǝ tǝgküdǝk tǝzim ⱪilip: — Mana, dediking ƣojamning hizmǝtkarlirining putlirini yuyuxⱪa ⱪul bolsun, dedi.
42 अबीगइल विलंब न करते उठकर तैयार हो गई. वह अपने गधे पर बैठी और दावीद के संदेशवाहकों के साथ चली गई. उसके साथ उसकी पांच सेविकाएं थी. वहां वह दावीद की पत्नी हो गई.
Andin Abigail xu ⱨaman ɵzigǝ ⱨǝmraⱨ bolƣan bǝx qɵrisi bilǝn exǝkkǝ minip Dawutning ǝlqilirining kǝynidin berip, uning ayali boldi.
43 दावीद ने येज़्रील नगरवासी अहीनोअम से भी विवाह किया. ये दोनों ही उनकी पत्नी बन गईं.
Dawut Yizrǝǝllik Aⱨinoamni ⱨǝm hotunluⱪⱪa alƣanidi. Xuning bilǝn bu ikkisi uningƣa hotun boldi.
44 इस समय तक शाऊल ने अपनी बेटी मीखल, जो वस्तुतः दावीद की पत्नी थी, लायीश के पुत्र पालतिएल को, जो गल्लीम नगर का वासी था, सौंप दी थी.
Lekin Saul Dawutⱪa hotun ⱪilip bǝrgǝn ⱪizi Miⱪalni Gallimdiki Laixning oƣli Faltiƣa hotunluⱪⱪa bǝrgǝnidi.

< 1 शमूएल 25 >