< 1 कुरिन्थियों 9 >
1 क्या मैं स्वतंत्र नहीं? क्या मैं प्रेरित नहीं? क्या मैंने हमारे प्रभु येशु मसीह को साक्षात नहीं देखा? क्या तुम प्रभु में मेरे परिश्रम का फल नहीं?
ⲁ̅ⲙⲏ ⲁⲛⲅ̅ⲟⲩⲣⲙ̅ϩⲉ ⲁⲛ. ⲙⲏ ⲁⲛⲅ̅ⲟⲩⲁⲡⲟⲥⲧⲟⲗⲟⲥ ⲁⲛ. ⲙⲏ ⲙ̅ⲡⲓⲛⲁⲩ ⲉⲓ̅ⲥ̅ ⲡⲉⲛϫⲟⲉⲓⲥ. ⲙⲏ ⲛ̅ⲧⲱⲧⲛ̅ ⲁⲛ ⲡⲉ ⲡⲁϩⲱⲃ ϩⲙ̅ⲡϫⲟⲉⲓⲥ.
2 भले ही मैं अन्यों के लिए प्रेरित नहीं किंतु तुम्हारे लिए तो हूं क्योंकि तुम प्रभु में मेरी प्रेरिताई की मोहर हो.
ⲃ̅ⲉϣϫⲉⲁⲛⲅ̅ⲟⲩⲁⲡⲟⲥⲧⲟⲗⲟⲥ ⲁⲛ ⲛ̅ϩⲉⲛⲕⲟⲟⲩⲉ. ⲁⲗⲗⲁ ⲁⲛⲅ̅ⲟⲩⲁ ⲛⲏⲧⲛ̅. ⲧⲉⲥⲫⲣⲁⲅⲓⲥ ⲅⲁⲣ ⲛ̅ⲧⲁⲙⲛ̅ⲧⲁⲡⲟⲥⲧⲟⲗⲟⲥ ⲛ̅ⲧⲱⲧⲛ̅ ⲡⲉ ϩⲙ̅ⲡϫⲟⲉⲓⲥ.
3 जो मुझ पर दोष लगाते हैं, उनसे अपने पक्ष में मेरा यह कहना है:
ⲅ̅ⲧⲁⲓ̈ ⲧⲉ ⲧⲁⲁⲡⲟⲗⲟⲅⲓⲁ ⲛ̅ⲛⲉⲧⲁⲛⲁⲕⲣⲓⲛⲉ ⲙ̅ⲙⲟⲓ̈.
4 क्या हमें तुम्हारे भोजन में भाग लेने का अधिकार नहीं?
ⲇ̅ⲙⲏ ⲙⲛ̅ⲧⲁⲛⲧⲉⲝⲟⲩⲥⲓⲁ ⲛ̅ⲟⲩⲱⲙ ϩⲓⲥⲱ.
5 क्या अन्य प्रेरितों, प्रभु के भाइयों तथा कैफ़स के समान ही हमें भी अपने साथ अपनी विश्वासी पत्नी को ले जाने का अधिकार नहीं?
ⲉ̅ⲙⲏ ⲙⲛ̅ⲧⲁⲛⲧⲉⲝⲟⲩⲥⲓⲁ ⲉⲧⲣⲉⲩⲥⲱⲛⲉ ⲛ̅ⲥϩⲓⲙⲉ ⲟⲩⲁϩⲥ̅ ⲛ̅ⲥⲱⲛ ⲛ̅ⲑⲉ ⲛ̅ⲛ̅ⲕⲉⲁⲡⲟⲥⲧⲟⲗⲟⲥ ⲙⲛ̅ⲛⲉⲥⲛⲏⲩ ⲙ̅ⲡϫⲟⲉⲓⲥ ⲁⲩⲱ ⲕⲏⲫⲁⲥ.
6 क्या बारनबास और मैं ही ऐसे हैं, जो खुद अपनी कमाई करने के लिए मजबूर हैं?
ⲋ̅ϫⲛ̅ⲙ̅ⲙⲟⲛ ⲁⲛⲟⲕ ⲙⲁⲩⲁⲁⲧ ⲙⲛ̅ⲃⲁⲣⲛⲁⲃⲁⲥ ⲙⲛ̅ⲧⲁⲛⲧⲉⲝⲟⲩⲥⲓⲁ ⲙ̅ⲙⲁⲩ ⲉⲧⲙ̅ⲣ̅ϩⲱⲃ.
7 कौन सैनिक ऐसा है, जो सेना में सेवा करते हुए अपना खर्च स्वयं उठाता है? कौन है, जो दाख की बारी को लगाता तो है और स्वयं उसका फल नहीं खाता? या कौन ऐसा पशु पालक है, जो अपने पशुओं के दूध का उपयोग न करता हो?
ⲍ̅ⲛⲓⲙ ⲡⲉ ⲉϣⲁϥⲣ̅ⲙⲁⲧⲟⲓ̈ ϩⲛ̅ⲛⲉϥⲟⲯⲱⲛⲓⲟⲛ ⲙ̅ⲙⲓⲛ ⲙ̅ⲙⲟϥ ⲉⲛⲉϩ. ⲛⲓⲙ ⲡⲉϣⲁϥⲧⲱϭⲉ ⲛ̅ⲟⲩⲙⲁ ⲛ̅ⲉⲗⲟⲟⲗⲉ ⲛϥ̅ⲧⲙ̅ⲟⲩⲱⲙ ⲙ̅ⲡⲉϥⲕⲁⲣⲡⲟⲥ. ⲛⲓⲙ ⲡⲉϣⲁϥⲙⲟⲟⲛⲉ ⲛ̅ⲟⲩⲟϩⲉ ⲛϥ̅ⲧⲙ̅ⲟⲩⲱⲙ ⲙ̅ⲡⲉϥⲉⲣⲱⲧⲉ.
8 क्या मैं यह सिर्फ मनुष्य की रीति से कह रहा हूं? क्या व्यवस्था भी यही नहीं कहती?
ⲏ̅ⲙⲏ ⲕⲁⲧⲁⲣⲱⲙⲉ ⲉⲓ̈ϫⲱ ⲛ̅ⲛⲁⲓ̈. ⲏ̅ ⲙⲉⲣⲉⲡⲕⲉⲛⲟⲙⲟⲥ ϫⲉ ⲛⲁⲓ̈.
9 जैसा कि मोशेह की व्यवस्था में लिखा है: दांवनी करते बैल के मुख को मुखबन्धनी न बांधना. क्या परमेश्वर को मात्र बैलों का ही ध्यान है?
ⲑ̅ϥⲥⲏϩ ⲅⲁⲣ ϩⲙ̅ⲡⲛⲟⲙⲟⲥ ⲙ̅ⲙⲱⲩ̈ⲥⲏⲥ ϫⲉ ⲛ̅ⲛⲉⲕϣⲃⲧ̅ⲟⲩⲙⲁⲥⲉ ⲉϥϩⲓ. ⲙⲏ ⲡⲣⲟⲟⲩϣ ⲙ̅ⲡⲛⲟⲩⲧⲉ ⲡⲉ ϩⲁⲛⲉϩⲟⲟⲩ
10 क्या वह यह हमारे लिए भी नहीं कह रहे थे? निःसंदेह यह हमारे हित में ही लिखा गया है: उचित है कि किसान आशा में खेत जोते तथा जो भूसे से अनाज अलग करनेवाला उपज का भाग पाने की आशा करे.
ⲓ̅ϫⲛ̅ⲉϥϫⲱ ⲙ̅ⲙⲟⲥ ⲉⲧⲃⲏⲏⲧⲛ̅. ⲛ̅ⲧⲁⲩⲥⲁϩϥ̅ ⲅⲁⲣ ⲉⲧⲃⲏⲏⲧⲛ̅ ϫⲉ ϣ̅ϣⲉ ⲉⲡⲉⲧⲥⲕⲁⲓ̈ ⲉⲥⲕⲁⲓ̈ ⲉϫⲛ̅ⲟⲩϩⲉⲗⲡⲓⲥ. ⲁⲩⲱ ⲡⲉⲧϩⲓ ⲉϫⲛ̅ⲟⲩϩⲉⲗⲡⲓⲥ ⲉⲧⲣⲉϥⲙⲉⲧⲉⲭⲉ.
11 यदि हमने तुममें आत्मिक बीज बोए हैं तो क्या तुमसे भौतिक उपज की आशा करना ज्यादा उम्मीद करना है?
ⲓ̅ⲁ̅ⲉϣϫⲉⲁⲛⲟⲛ ⲁⲛϫⲟ ⲛⲏⲧⲛ̅ ⲛ̅ⲛⲉⲡⲛⲉⲩⲙⲁⲧⲓⲕⲟⲛ ⲟⲩⲛⲟϭ ⲡⲉ. ⲉϣϫⲉⲁⲛⲟⲛ ⲡⲉⲧⲛⲁⲱϩⲥ̅ ⲛ̅ⲛⲉⲧⲛ̅ⲥⲁⲣⲕⲓⲕⲟⲛ.
12 यदि तुम पर दूसरों का अधिकार है तो क्या तुम पर हमारा अधिकार उन सबसे बढ़कर नहीं? फिर भी हमने इस अधिकार का उपयोग नहीं किया. इसके विपरीत हम सब कुछ धीरज के साथ सहते रहे कि मसीह के ईश्वरीय सुसमाचार के प्रचार में कोई बाधा न आए.
ⲓ̅ⲃ̅ⲉϣϫⲉⲟⲩⲛ̅ϩⲉⲛⲕⲟⲟⲩⲉ ⲙⲉⲧⲉⲭⲉ ⲉⲧⲉⲧⲛ̅ⲉⲝⲟⲩⲥⲓⲁ. ⲛ̅ϩⲟⲩⲟ ϭⲉ ⲁⲛ ⲁⲛⲟⲛ. ⲁⲗⲗⲁ ⲙ̅ⲡⲛ̅ⲭⲣⲱ ⲛ̅ⲧⲉⲉⲓⲉⲝⲟⲩⲥⲓⲁ. ⲁⲗⲗⲁ ⲉⲛϥⲓ ϩⲁϩⲱⲃ ⲛⲓⲙ ϫⲉⲕⲁⲁⲥ ⲉⲛⲛⲉⲛϯ ⲛ̅ⲟⲩϫⲣⲟⲡ ⲙ̅ⲡⲉⲩⲁⲅⲅⲉⲗⲓⲟⲛ ⲙ̅ⲡⲉⲭ̅ⲥ̅·
13 क्या तुम्हें मालूम नहीं कि मंदिर में काम करनेवालों का भरण-पोषण मंदिर से ही होता है और जो बलि वेदी पर चढ़ाई जाती है, वे उसी बलि में से अपना भाग प्राप्त करते हैं?
ⲓ̅ⲅ̅ⲛ̅ⲧⲉⲧⲛ̅ⲥⲟⲟⲩⲛ ⲁⲛ ϫⲉ ⲛⲉⲧⲣ̅ϩⲱⲃ ⲉⲛⲉⲣⲡⲏⲩⲉ ⲉⲩⲟⲩⲱⲙ ⲉⲃⲟⲗ ϩⲛ̅ⲛⲁⲡⲣ̅ⲡⲉ. ⲛⲉⲧⲥⲣⲟϥⲧ̅ ⲉⲡⲉⲑⲩⲥⲓⲁⲥⲧⲏⲣⲓⲟⲛ ⲉϣⲁⲩⲡⲱϣ ⲉϫⲱⲟⲩ ⲙⲛ̅ⲡⲉⲑⲩⲥⲓⲁⲥⲧⲏⲣⲓⲟⲛ.
14 इसी प्रकार प्रभु की आज्ञा है कि वे, जो ईश्वरीय सुसमाचार का प्रचार करते हैं, उसी के द्वारा अपनी रोज़ी रोटी कमाएं.
ⲓ̅ⲇ̅ⲧⲁⲓ̈ ⲧⲉ ⲑⲉ ⲉⲛⲧⲁⲡϫⲟⲉⲓⲥ ⲧⲟϣⲥ̅ ⲛ̅ⲛⲉⲧⲧⲁϣⲉⲟⲉⲓϣ ⲙ̅ⲡⲉⲩⲁⲅⲅⲉⲗⲓⲟⲛ ⲉⲱⲛϩ̅ ⲉⲃⲟⲗ ⲙ̅ⲡⲉⲩⲁⲅⲅⲉⲗⲓⲟⲛ.
15 किंतु मैंने इनमें से किसी भी अधिकार का उपयोग नहीं किया और न ही मैं इस उद्देश्य से लिख रहा हूं कि मेरे लिए कुछ किया जाए. इसके बजाय कि कोई मुझे मेरे इस गौरव से वंचित करे, मैं मर जाना उचित समझता हूं,
ⲓ̅ⲉ̅ⲁⲛⲟⲕ ⲇⲉ ⲙ̅ⲡⲓⲭⲣⲱ ⲛ̅ⲗⲁⲁⲩ ⲛ̅ⲛⲁⲓ̈. ⲛ̅ⲧⲁⲓ̈ⲥⲉϩⲛⲁⲓ̈ ⲇⲉ ⲁⲛ ϫⲉ ⲉⲩⲉϣⲱⲡⲉ ⲛ̅ⲧⲉⲉⲓϩⲉ ⲛ̅ϩⲏⲧ. ⲛⲁⲛⲟⲩⲥ ⲅⲁⲣ ⲛⲁⲓ̈ ⲉⲧⲣⲁⲙⲟⲩ ⲉϩⲟⲩⲉⲡⲁϣⲟⲩϣⲟⲩ ⲉⲧⲉⲙⲛ̅ⲗⲁⲁⲩ ⲛⲁϣⲧⲣⲉϥϣⲱⲡⲉ ⲉϥϣⲟⲩⲉⲓⲧ.
16 तो यदि मैं ईश्वरीय सुसमाचार का प्रचार करता हूं तो इसमें घमंड कैसा! यह तो मुझे सौंपी गई ज़िम्मेदारी है! धिक्कार है मुझ पर यदि मैं ईश्वरीय सुसमाचार का प्रचार न करूं.
ⲓ̅ⲋ̅ⲉⲓ̈ϣⲁⲛⲉⲩⲁⲅⲅⲉⲗⲓⲍⲉ ⲅⲁⲣ ⲛ̅ⲟⲩϣⲟⲩϣⲟⲩ ⲛⲁⲓ̈ ⲁⲛ ⲡⲉ. ⲟⲩϩⲧⲟⲣ ⲅⲁⲣ ⲉⲣⲟⲓ̈ ⲡⲉ ⲟⲩⲟⲓ̈ ⲅⲁⲣ ⲛⲁⲓ̈ ⲡⲉ ⲉⲓ̈ϣⲁⲛⲧⲙ̅ⲉⲩⲁⲅⲅⲉⲗⲓⲍⲉ.
17 यदि मैं अपनी इच्छा से प्रचार करता हूं तो मुझे उसका प्रतिफल प्राप्त होगा किंतु यदि मैं प्रचार बिना इच्छा के करता हूं तो यह मात्र ज़िम्मेदारी पूरी करना ही हुआ.
ⲓ̅ⲍ̅ⲉϣϫⲉⲉϩⲛⲁⲓ̈ ⲇⲉ ⲉⲓ̈ⲉⲓⲣⲉ ⲙ̅ⲡⲁⲓ̈ ⲟⲩⲛ̅ⲧⲁⲓ̈ ⲙ̅ⲙⲁⲩ ⲛⲟⲩⲃⲉⲕⲉ. ⲉϣϫⲉⲛ̅ϩⲛⲁⲓ̈ ⲇⲉ ⲁⲛ ⲉⲓ̈ⲉ ⲛ̅ⲧⲁⲩⲧⲁⲛϩⲟⲩⲧ ⲉⲩⲟⲓⲕⲟⲛⲟⲙⲓⲁ.
18 तब क्या है मेरा प्रतिफल? यही कि मैं ईश्वरीय सुसमाचार का प्रचार मुफ्त में करता रहूं और इससे संबंधित अपने अधिकारों का उपयोग न करूं.
ⲓ̅ⲏ̅ⲁϣ ϭⲉ ⲡⲉ ⲡⲁⲃⲉⲕⲉ ϫⲉⲕⲁⲁⲥ ⲡⲉ ⲉⲓ̈ⲉⲩⲁⲅⲅⲉⲗⲓⲍⲉ ⲧⲁⲕⲁⲡⲉⲩⲁⲅⲅⲉⲗⲓⲟⲛ ⲛ̅ⲟⲩⲉϣ ⲛ̅ϫⲟ ⲉⲃⲟⲗ ⲉⲣⲟϥ ⲉⲧⲙ̅ⲧⲣⲁⲉⲓⲣⲉ ⲙ̅ⲡⲁϩⲧⲟⲣ ϩⲙ̅ⲡⲉⲩⲁⲅⲅⲉⲗⲓⲟⲛ·
19 यद्यपि मैं किसी के भी अधीन नहीं हूं फिर भी मैंने स्वयं को सबका दास बना लिया है कि मैं ज्यादा से ज्यादा को जीत सकूं.
ⲓ̅ⲑ̅ⲉⲓ̈ⲟ ⲅⲁⲣ ⲛ̅ⲣⲙ̅ϩⲉ ϩⲛ̅ϩⲱⲃ ⲛⲓⲙ ⲁⲓ̈ⲁⲁⲧ ⲛ̅ϩⲙ̅ϩⲁⲗ ⲛ̅ⲟⲩⲟⲛ ⲛⲓⲙ ϫⲉ ⲉⲓ̈ⲉϯϩⲏⲩ ⲙ̅ⲡⲉϩⲟⲩⲟ.
20 मैं यहूदियों के लिए यहूदियों जैसा बन गया कि मैं उन्हें जीत सकूं. व्यवस्था के अधीनों के लिए मैं व्यवस्था के अधीन बन गया—यद्यपि मैं स्वयं व्यवस्था के अधीन नहीं—कि मैं उन्हें जीत सकूं, जो व्यवस्था के अधीन हैं.
ⲕ̅ⲁⲓ̈ϣⲱⲡⲉ ⲛ̅ⲛ̅ⲓ̈ⲟⲩⲇⲁⲓ̈ ϩⲱⲥ ⲓ̈ⲟⲩⲇⲁⲓ̈ ϫⲉ ⲉⲓ̈ⲉϯϩⲏⲩ ⲛ̅ⲛ̅ⲓ̈ⲟⲩⲇⲁⲓ̈. ⲁⲓ̈ϣⲱⲡⲉ ⲛ̅ⲛⲉⲧϩⲁⲡⲛⲟⲙⲟⲥ ϩⲱⲥ ⲉⲓ̈ϩⲁⲡⲛⲟⲙⲟⲥ ⲉⲛϯϣⲟⲟⲡ ⲁⲛ ⲁⲛⲟⲕ ϩⲁⲡⲛⲟⲙⲟⲥ ϫⲉ ⲉⲓ̈ⲉϯϩⲏⲩ ⲛ̅ⲛⲉⲧϩⲁⲡⲛⲟⲙⲟⲥ.
21 जो व्यवस्था के अधीन नहीं हैं, मैं उन्हीं के समान बन गया—यद्यपि मैं स्वयं परमेश्वर की व्यवस्था से स्वतंत्र नहीं, मसीह की व्यवस्था के अधीनस्थ हूं कि मैं उन्हें जीत सकूं, जो व्यवस्था के अधीन नहीं हैं.
ⲕ̅ⲁ̅ⲁⲓ̈ϣⲱⲡⲉ ⲛ̅ⲛ̅ⲁⲛⲟⲙⲟⲥ ϩⲱⲥ ⲁⲛⲟⲙⲟⲥ ⲉⲁⲛⲅ̅ⲟⲩⲁⲛⲟⲙⲟⲥ ⲁⲛ ⲙ̅ⲡⲛⲟⲩⲧⲉ. ⲁⲗⲗⲁ ⲉⲁⲛⲅ̅ⲟⲩⲉⲛⲛⲟⲙⲟⲥ ⲙ̅ⲡⲉⲭ̅ⲥ̅ ϫⲉ ⲉⲓ̈ⲉϯϩⲏⲩ ⲛ̅ⲛ̅ⲁⲛⲟⲙⲟⲥ.
22 दुर्बलों के लिए मैं स्वयं दुर्बल बन गया कि मैं उन्हें जीत सकूं—मैं हर एक प्रकार के व्यक्ति के लिए उन्हीं के अनुरूप बन गया कि किसी न किसी रीति से मेरे हर एक प्रयास द्वारा कुछ का उद्धार हो जाए.
ⲕ̅ⲃ̅ⲁⲓ̈ϣⲱⲡⲉ ⲛ̅ⲛ̅ϭⲱⲃ ϩⲱⲥ ϭⲱⲃ ϫⲉ ⲉⲓ̈ⲉϯϩⲏⲩ ⲛ̅ⲛ̅ϭⲱⲃ. ⲁⲓ̈ⲣ̅ⲥⲙⲟⲧ ⲛⲓⲙ ⲙⲛ̅ⲟⲩⲟⲛ ⲛⲓⲙ ϫⲉⲕⲁⲥ ⲡⲁⲛⲧⲱⲥ ⲉⲓ̈ⲉⲧⲟⲩϫⲉϩⲟⲓ̈ⲛⲉ.
23 मैं यह सब ईश्वरीय सुसमाचार के लिए करता हूं कि मैं इसमें अन्यों का सहभागी बन जाऊं.
ⲕ̅ⲅ̅ⲉⲉⲓ̈ⲉⲓⲣⲉ ⲇⲉ ⲛ̅ⲛⲁⲓ̈ ⲧⲏⲣⲟⲩ ⲉⲧⲃⲉⲡⲉⲩⲁⲅⲅⲉⲗⲓⲟⲛ ϫⲉ ⲉⲓ̈ⲉϣⲱⲡⲉ ⲛⲁϥ ⲛ̅ⲕⲟⲓⲛⲱⲛⲟⲥ·
24 क्या तुम नहीं जानते कि प्रतियोगिता में दौड़ते तो सभी हैं किंतु पुरस्कार मात्र एक को ही मिलता है. तुम ऐसे दौड़ो कि पुरस्कार तुम्हें प्राप्त हो.
ⲕ̅ⲇ̅ⲛ̅ⲧⲉⲧⲛ̅ⲥⲟⲟⲩⲛ ⲁⲛ ϫⲉ ⲛⲉⲧⲡⲏⲧ ϩⲙ̅ⲡⲉⲥⲧⲁⲇⲓⲟⲛ. ⲥⲉⲡⲏⲧ ⲙⲉⲛ ⲧⲏⲣⲟⲩ. ⲟⲩⲁ ⲇⲉ ⲡⲉϣⲁϥϫⲓⲡⲉⲕⲗⲟⲙ. ⲡⲱⲧ ⲛ̅ⲧⲉⲓ̈ϩⲉ ϫⲉ ⲉⲧⲉⲧⲛⲉⲧⲁϩⲟ.
25 हर एक प्रतियोगी, जो प्रतियोगिता में भाग लेता है, कठोर संयम का पालन करता है. वे तो नाशमान मुकुट प्राप्त करने के उद्देश्य से यह सब करते हैं किंतु हम यह सब अविनाशी मुकुट प्राप्त करने के लिए करते हैं.
ⲕ̅ⲉ̅ⲟⲩⲟⲛ ⲇⲉ ⲛⲓⲙ ⲉⲧⲁⲅⲱⲛⲓⲍⲉ ϣⲁϥⲉⲅⲕⲣⲁⲧⲉⲩⲉ ⲙ̅ⲙⲟϥ ⲉϩⲱⲃ ⲛⲓⲙ ⲛⲏ ⲙⲉⲛ ϫⲉ ⲉⲩⲉϫⲓ ⲛ̅ⲟⲩⲕⲗⲟⲙ ⲉϣⲁϥⲧⲁⲕⲟ. ⲁⲛⲟⲛ ⲇⲉ ⲛ̅ⲟⲩⲁⲧⲧⲁⲕⲟ.
26 मैं लक्ष्यहीन व्यक्ति के समान नहीं दौड़ता. मैं हवा में घूंसे नहीं मारता.
ⲕ̅ⲋ̅ⲁⲛⲟⲕ ϭⲉ ⲉⲓ̈ⲡⲏⲧ ⲛ̅ⲧⲉⲓ̈ϩⲉ ϩⲱⲥ ϩⲛ̅ⲟⲩϩⲱⲡ ⲁⲛ. ⲉⲓ̈ⲡⲩⲕⲧⲉⲩⲉ ⲛ̅ⲧⲉⲓ̈ϩⲉ ϩⲱⲥ ⲉⲛⲉⲉⲓ̈ϩⲓⲟⲩⲉ ⲁⲛ ⲉⲡⲁⲏⲣ.
27 मैं अपने शरीर को कष्ट देते हुए अपने वश में रखता हूं—ऐसा न हो कि मैं दूसरों को तो उपदेश दूं और स्वयं अयोग्य करार हो जाऊं.
ⲕ̅ⲍ̅ⲁⲗⲗⲁ ϯⲱϥⲉ ⲙ̅ⲡⲁⲥⲱⲙⲁ ϯⲉⲓⲣⲉ ⲙ̅ⲙⲟϥ ⲛ̅ϩⲙ̅ϩⲁⲗ. ⲙⲏⲡⲱⲥ ⲉⲓ̈ⲧⲁϣⲉⲟⲉⲓϣ ⲛ̅ϩⲉⲛⲕⲟⲟⲩⲉ ⲧⲁϣⲱⲡⲉ ⲁⲛⲟⲕ ⲛ̅ϫⲟⲟⲩⲧ·