< 1 इतिहास 18 >
1 कुछ समय बाद दावीद ने फिलिस्तीनियों को युद्ध में हराया और फिलिस्तीनियों के कब्जे के गाथ और उसके आस-पास के गांव उनके अधिकार से छीन लिए.
And after this it came to pass, that David smote the Philistines, and subdued them, and took Gath and its towns out of the hand of the Philistines.
2 दावीद ने मोआब देश को भी हराया और मोआब के लोग दावीद के सेवक हो गए. वे दावीद को कर देने लगे.
And he smote Moab, and the Moabites became servants to David, and brought tribute.
3 दावीद ने ज़ोबाह के राजा हादेदेज़र को भी हामाथ तक जाकर हराया क्योंकि हादेदेज़र फरात नदी के तट पर एक स्मारक बनाने की योजना बना रहा था.
And David smote Hadarezer king of Zobah to Hamath, as he went to establish his dominion by the river Euphrates.
4 दावीद ने हादेदेज़र से 1,000 रथ, 7,000 घुड़सवार और 20,000 पैदल सैनिक छीन लिए और रथों के घोड़ों के पैंरो की प्रमुख नस काट दी, किंतु सौ रथों में इस्तेमाल के लिए पर्याप्त घोड़ों को छोड़ दिया.
And David took from him a thousand chariots, and seven thousand horsemen, and twenty thousand footmen. And David hocked all the chariot horses, but reserved from them for a hundred chariots.
5 जब ज़ोबाह के राजा हादेदेज़र की सहायता के लिए दमेशेक से अरामी वहां आए, दावीद ने 22,000 अरामियों को मार दिया.
And when the Syrians of Damascus came to aid Hadarezer king of Zobah, David smote of the Syrians twenty-two thousand men.
6 दावीद ने दमेशेक के अरामी सैनिकों के बीच एक रक्षक सेना ठहरा दी. अरामी दावीद के सेवक बन गए और उन्हें कर देने लगे, दावीद जहां कहीं गए, उन्हें याहवेह की सहायता मिलती रही.
Then David put garrisons in Syria of Damascus. And the Syrians became servants to David, and brought tribute. And Jehovah gave victory to David wherever he went.
7 हादेदेज़र के सेवकों द्वारा ले जाई गई सोने की ढालों को दावीद ने लाकर येरूशलेम में रख दिया.
And David took the shields of gold that were on the servants of Hadarezer, and brought them to Jerusalem.
8 इसके अलावा दावीद हादेदेज़र के नगर तिभाह और कून से भारी मात्रा में कांसा ले आए, जिनसे शलोमोन ने पानी रखने के बर्तन, खंभे और दूसरे बर्तन बनाए थे.
And from Tibhath and from Cun, cities of Hadarezer, David took very much brass, with which Solomon made the brazen sea, and the pillars, and the vessels of brass.
9 जब हामाथ के राजा तोऊ ने यह सुना कि दावीद ने ज़ोबाह के राजा हादेदेज़र की संपूर्ण सेना को हरा दिया है,
And when Tou king of Hamath heard that David had smitten all the army of Hadarezer king of Zobah,
10 उसने अपने पुत्र हादरोम को राजा दावीद से भेंट करने के लिए भेजा, कि वह राजा को बधाई दे सके; क्योंकि दावीद ने हादेदेज़र से युद्ध कर उसे हरा दिया था. हादेदेज़र तोऊ से युद्ध करता रहा था. राजा तोऊ ने अपने पुत्र के साथ सोने, चांदी और कांसे की तरह-तरह की वस्तुएं भेजी थी.
he sent Hadoram his son to king David, to salute him, and to bless him, because he had fought against Hadarezer and smitten him (for Hadarezer had wars with Tou), and he had with him all manner of vessels of gold and silver and brass.
11 राजा दावीद ने इन सभी वस्तुओं को उन वस्तुओं के साथ याहवेह को समर्पित कर दी, जो वह उन सभी पराजित देशों यानी एदोम, मोआब, अम्मोन के वंशजों, फिलिस्तीनियों और अमालेक से लेकर आए थे.
These also king David dedicated to Jehovah, with the silver and the gold that he carried away from all the nations: from Edom, and from Moab, and from the sons of Ammon, and from the Philistines, and from Amalek.
12 इसके अलावा ज़ेरुइयाह के पुत्र अबीशाई ने नमक की घाटी में 18,000 सैनिकों की एदोमी सेना को हराया.
Moreover Abishai the son of Zeruiah smote eighteen thousand of the Edomites in the Valley of Salt.
13 दावीद ने एदोम में गढ़ रक्षक सेना बना दी; सभी एदोमवासी दावीद के सेवक हो गए. दावीद जहां कहीं हमला करते थे, याहवेह ने उन्हें सफलता प्रदान की.
And he put garrisons in Edom, and all the Edomites became servants to David. And Jehovah gave victory to David wherever he went.
14 दावीद सारे इस्राएल के शासक थे, उन्होंने अपनी सारी प्रजा के लिए न्याय और सच्चाई की व्यवस्था की थी.
And David reigned over all Israel, and he executed justice and righteousness to all his people.
15 ज़ेरुइयाह के पुत्र योआब सेना पर अधीक्षक था और अहीलूद के पुत्र यहोशाफ़ात लेखापाल था;
And Joab the son of Zeruiah was over the army, and Jehoshaphat the son of Ahilud was recorder,
16 अहीतूब के पुत्र सादोक और अबीयाथर के पुत्र अहीमेलेख पुरोहित थे और शावसा उनका सचिव था;
and Zadok the son of Ahitub, and Abimelech the son of Abiathar, were priests, and Shavsha was scribe,
17 यहोयादा का पुत्र बेनाइयाह केरेथि और पेलेथी नगरवासियों पर मुख्य अधिकारी बनाया गया था; दावीद के पुत्र दावीद के साथ उच्च अधिकारी थे.
and Benaiah the son of Jehoiada was over the Cherethites and the Pelethites, and the sons of David were chief about the king.