< חזוֹן יוֹחָנָן 4 >
ויהי אחר הדברים האלה וארא והנה פתח נפתח בשמים והקול הראשון אשר שמעתיו כקול שופר מדבר אלי אמר עלה הנה ואראך את אשר היה יהיה אחרי כן׃ | 1 |
१इन बातों के बाद जो मैंने दृष्टि की, तो क्या देखता हूँ कि स्वर्ग में एक द्वार खुला हुआ है; और जिसको मैंने पहले तुरही के से शब्द से अपने साथ बातें करते सुना था, वही कहता है, “यहाँ ऊपर आ जा, और मैं वे बातें तुझे दिखाऊँगा, जिनका इन बातों के बाद पूरा होना अवश्य है।”
וכרגע הייתי ברוח והנה כסא נראה בשמים ואחד ישב על הכסא׃ | 2 |
२तुरन्त मैं आत्मा में आ गया; और क्या देखता हूँ कि एक सिंहासन स्वर्ग में रखा है, और उस सिंहासन पर कोई बैठा है।
והישב מראהו כמראה אבן ישפה ואדם וקשת סביב לכסא ומראיה כעין ברקת׃ | 3 |
३और जो उस पर बैठा है, वह यशब और माणिक्य जैसा दिखाई पड़ता है, और उस सिंहासन के चारों ओर मरकत के समान एक मेघधनुष दिखाई देता है।
וסביב לכסא ארבעה ועשרים כסאות ועל הכסאות ראיתי את ארבעה ועשרים הזקנים ישבים והם לבשי בגדים לבנים ועטרות זהב בראשיהם׃ | 4 |
४उस सिंहासन के चारों ओर चौबीस सिंहासन है; और इन सिंहासनों पर चौबीस प्राचीन श्वेत वस्त्र पहने हुए बैठे हैं, और उनके सिरों पर सोने के मुकुट हैं।
ומן הכסא יוצאים ברקים ורעמים וקולות ושבעה לפידי אש בערים לפני הכסא אשר הם שבעה רוחות האלהים׃ | 5 |
५उस सिंहासन में से बिजलियाँ और गर्जन निकलते हैं और सिंहासन के सामने आग के सात दीपक जल रहे हैं, वे परमेश्वर की सात आत्माएँ हैं,
ולפני הכסא ים זכוכית כעין הקרח ובין הכסא וסביב לכסא ארבע חיות מלאות עינים מלפניהם ומאחריהם׃ | 6 |
६और उस सिंहासन के सामने मानो बिल्लौर के समान काँच के जैसा समुद्र है, और सिंहासन के बीच में और सिंहासन के चारों ओर चार प्राणी हैं, जिनके आगे-पीछे आँखें ही आँखें हैं।
ודמות החיה הראשונה כאריה והחיה השנית כשור ופני החיה השלישית כפני אדם ודמות החיה הרביעית כנשר מעופף׃ | 7 |
७पहला प्राणी सिंह के समान है, और दूसरा प्राणी बछड़े के समान है, तीसरे प्राणी का मुँह मनुष्य के समान है, और चौथा प्राणी उड़ते हुए उकाब के समान है।
ולכל אחת מארבע החיות שש כנפים מסביב ולפנימה הנה מלאות עינים ואין דמי להן יומם ולילה ואמרות קדוש קדוש קדוש יהוה אלהים צבאות היה והוה ויבוא׃ | 8 |
८और चारों प्राणियों के छः छः पंख हैं, और चारों ओर, और भीतर आँखें ही आँखें हैं; और वे रात-दिन बिना विश्राम लिए यह कहते रहते हैं, “पवित्र, पवित्र, पवित्र प्रभु परमेश्वर, सर्वशक्तिमान, जो था, और जो है, और जो आनेवाला है।”
ומדי תת החיות כבוד והדר ותודה לישב על הכסא אשר הוא חי לעולמי עולמים׃ (aiōn ) | 9 |
९और जब वे प्राणी उसकी जो सिंहासन पर बैठा है, और जो युगानुयुग जीविता है, महिमा और आदर और धन्यवाद करेंगे। (aiōn )
אז יפלו עשרים וארבעה הזקנים על פניהם לפני הישב על הכסא והשתחוו לחי עולמי העולמים ושמו את עטרותיהם לפני הכסא לאמר׃ (aiōn ) | 10 |
१०तब चौबीसों प्राचीन सिंहासन पर बैठनेवाले के सामने गिर पड़ेंगे, और उसे जो युगानुयुग जीविता है प्रणाम करेंगे; और अपने-अपने मुकुट सिंहासन के सामने यह कहते हुए डाल देंगे, (aiōn )
לך נאה אדנינו לקחת כבוד והדר ועז כי אתה בראת הכל והכל ברצונך היו ונבראו׃ | 11 |
११“हे हमारे प्रभु, और परमेश्वर, तू ही महिमा, और आदर, और सामर्थ्य के योग्य है; क्योंकि तू ही ने सब वस्तुएँ सृजीं और तेरी ही इच्छा से, वे अस्तित्व में थीं और सृजी गईं।”