< תהילים 119 >
אשרי תמימי דרך ההלכים בתורת יהוה׃ | 1 |
कैसे धन्य हैं वे, जिनका आचार-व्यवहार निर्दोष है, जिनका आचरण याहवेह की शिक्षाओं के अनुरूप है.
אשרי נצרי עדתיו בכל לב ידרשוהו׃ | 2 |
कैसे धन्य हैं वे, जो उनके अधिनियमों का पालन करते हैं तथा जो पूर्ण मन से उनके खोजी हैं.
אף לא פעלו עולה בדרכיו הלכו׃ | 3 |
वे याहवेह के मार्गों में चलते हैं, और उनसे कोई अन्याय नहीं होता.
אתה צויתה פקדיך לשמר מאד׃ | 4 |
आपने ये आदेश इसलिये दिए हैं, कि हम इनका पूरी तरह पालन करें.
אחלי יכנו דרכי לשמר חקיך׃ | 5 |
मेरी कामना है कि आपके आदेशों का पालन करने में मेरा आचरण दृढ़ रहे!
אז לא אבוש בהביטי אל כל מצותיך׃ | 6 |
मैं आपके आदेशों पर विचार करता रहूंगा, तब मुझे कभी लज्जित होना न पड़ेगा.
אודך בישר לבב בלמדי משפטי צדקך׃ | 7 |
जब मैं आपकी धर्ममय व्यवस्था का मनन करूंगा, तब मैं निष्कपट हृदय से आपका स्तवन करूंगा.
את חקיך אשמר אל תעזבני עד מאד׃ | 8 |
मैं आपकी विधियों का पालन करूंगा; आप मेरा परित्याग कभी न कीजिए.
במה יזכה נער את ארחו לשמר כדברך׃ | 9 |
युवा अपना आचरण कैसे स्वच्छ रखे? आपके वचन पालन के द्वारा.
בכל לבי דרשתיך אל תשגני ממצותיך׃ | 10 |
मैं आपको संपूर्ण हृदय से खोजता हूं; आप मुझे अपने आदेशों से भटकने न दीजिए.
בלבי צפנתי אמרתך למען לא אחטא לך׃ | 11 |
आपके वचन को मैंने अपने हृदय में इसलिये रख छोड़ा है, कि मैं आपके विरुद्ध पाप न कर बैठूं.
ברוך אתה יהוה למדני חקיך׃ | 12 |
याहवेह, आपका स्तवन हो; मुझे अपनी विधियों की शिक्षा दीजिए.
בשפתי ספרתי כל משפטי פיך׃ | 13 |
जो व्यवस्था आपके मुख द्वारा निकली हैं, मैं उन्हें अपने मुख से दोहराता रहता हूं.
בדרך עדותיך ששתי כעל כל הון׃ | 14 |
आपके अधिनियमों का पालन करना मेरा आनंद है, ठीक उसी प्रकार जिस प्रकार कोई विशाल धनराशि पर आनंदित होता है.
בפקדיך אשיחה ואביטה ארחתיך׃ | 15 |
आपके नीति-सिद्धांत मेरे चिंतन का विषय हैं, मैं आपकी सम्विधियों की विवेचना करता रहता हूं.
בחקתיך אשתעשע לא אשכח דברך׃ | 16 |
आपकी विधियां मुझे मगन कर देती हैं, आपके वचनों को मैं कभी न भूलूंगा.
גמל על עבדך אחיה ואשמרה דברך׃ | 17 |
अपने सेवक पर उपकार कीजिए कि मैं जीवित रह सकूं, मैं आपके वचन का पालन करूंगा.
גל עיני ואביטה נפלאות מתורתך׃ | 18 |
मुझे आपकी व्यवस्था की गहन और अद्भुत बातों को ग्रहण करने की दृष्टि प्रदान कीजिए.
גר אנכי בארץ אל תסתר ממני מצותיך׃ | 19 |
पृथ्वी पर मैं प्रवासी मात्र हूं; मुझसे अपने निर्देश न छिपाइए.
גרסה נפשי לתאבה אל משפטיך בכל עת׃ | 20 |
सारा समय आपकी व्यवस्था की अभिलाषा करते-करते मेरे प्राण डूब चले हैं.
גערת זדים ארורים השגים ממצותיך׃ | 21 |
आपकी प्रताड़ना उन पर पड़ती है, जो अभिमानी हैं, शापित हैं, और जो आपके आदेशों का परित्याग कर भटकते रहते हैं.
גל מעלי חרפה ובוז כי עדתיך נצרתי׃ | 22 |
मुझ पर लगे घृणा और तिरस्कार के कलंक को मिटा दीजिए, क्योंकि मैं आपके अधिनियमों का पालन करता हूं.
גם ישבו שרים בי נדברו עבדך ישיח בחקיך׃ | 23 |
यद्यपि प्रशासक साथ बैठकर मेरी निंदा करते हैं, आपका यह सेवक आपकी विधियों पर मनन करेगा.
גם עדתיך שעשעי אנשי עצתי׃ | 24 |
आपके अधिनियमों में मगन है मेरा आनंद; वे ही मेरे सलाहकार हैं.
דבקה לעפר נפשי חיני כדברך׃ | 25 |
मेरा प्राण नीचे धूलि में जा पड़ा है; अपनी प्रतिज्ञा के अनुरूप मुझमें नवजीवन का संचार कीजिए.
דרכי ספרתי ותענני למדני חקיך׃ | 26 |
जब मैंने आपके सामने अपने आचरण का वर्णन किया, आपने मुझे उत्तर दिया; याहवेह, अब मुझे अपनी विधियां सिखा दीजिए.
דרך פקודיך הבינני ואשיחה בנפלאותיך׃ | 27 |
मुझे अपने उपदेशों की प्रणाली की समझ प्रदान कीजिए, कि मैं आपके अद्भुत कार्यों पर मनन कर सकूं.
דלפה נפשי מתוגה קימני כדברך׃ | 28 |
शोक अतिरेक में मेरा प्राण डूबा जा रहा है; अपने वचन से मुझमें बल दीजिए.
דרך שקר הסר ממני ותורתך חנני׃ | 29 |
झूठे मार्ग से मुझे दूर रखिए; और अपनी कृपा में मुझे अपनी व्यवस्था की शिक्षा दीजिए.
דרך אמונה בחרתי משפטיך שויתי׃ | 30 |
मैंने सच्चाई के मार्ग को अपनाया है; मैंने आपके नियमों को अपना आदर्श बनाया है.
דבקתי בעדותיך יהוה אל תבישני׃ | 31 |
याहवेह, मैंने आपके नियमों को दृढतापूर्वक थाम रखा है; मुझे लज्जित न होने दीजिए.
דרך מצותיך ארוץ כי תרחיב לבי׃ | 32 |
आपने मेरे हृदय में साहस का संचार किया है, तब मैं अब आपके आदेशों के पथ पर दौड़ रहा हूं.
הורני יהוה דרך חקיך ואצרנה עקב׃ | 33 |
याहवेह, मुझे आपकी विधियों का आचरण करने की शिक्षा दीजिए, कि मैं आजीवन उनका पालन करता रहूं.
הבינני ואצרה תורתך ואשמרנה בכל לב׃ | 34 |
मुझे वह समझ प्रदान कीजिए, कि मैं आपकी व्यवस्था का पालन कर सकूं और संपूर्ण हृदय से इसमें मगन आज्ञाओं का पालन कर सकूं.
הדריכני בנתיב מצותיך כי בו חפצתי׃ | 35 |
अपने आदेशों के मार्ग में मेरा संचालन कीजिए, क्योंकि इन्हीं में मेरा आनंद है.
הט לבי אל עדותיך ואל אל בצע׃ | 36 |
मेरे हृदय को स्वार्थी लाभ की ओर नहीं, परंतु अपने नियमों की ओर फेर दीजिए.
העבר עיני מראות שוא בדרכך חיני׃ | 37 |
अपने वचन के द्वारा मुझमें नवजीवन का संचार कीजिए; मेरी रुचि निरर्थक वस्तुओं से हटा दीजिए.
הקם לעבדך אמרתך אשר ליראתך׃ | 38 |
अपने सेवक से की गई प्रतिज्ञा पूर्ण कीजिए, कि आपके प्रति मेरी श्रद्धा स्थायी रहे.
העבר חרפתי אשר יגרתי כי משפטיך טובים׃ | 39 |
उस लज्जा को मुझसे दूर रखिए, जिसकी मुझे आशंका है, क्योंकि आपके नियम उत्तम हैं.
הנה תאבתי לפקדיך בצדקתך חיני׃ | 40 |
कैसी तीव्र है आपके उपदेशों के प्रति मेरी अभिलाषा! अपनी धार्मिकता के द्वारा मुझमें नवजीवन का संचार कीजिए.
ויבאני חסדך יהוה תשועתך כאמרתך׃ | 41 |
याहवेह, आपका करुणा-प्रेम मुझ पर प्रगट हो जाए, और आपकी प्रतिज्ञा के अनुरूप मुझे आपका उद्धार प्राप्त हो;
ואענה חרפי דבר כי בטחתי בדברך׃ | 42 |
कि मैं उसे उत्तर दे सकूं, जो मेरा अपमान करता है, आपके वचन पर मेरा भरोसा है.
ואל תצל מפי דבר אמת עד מאד כי למשפטך יחלתי׃ | 43 |
सत्य के वचन मेरे मुख से न छीनिए, मैं आपकी व्यवस्था पर आशा रखता हूं.
ואשמרה תורתך תמיד לעולם ועד׃ | 44 |
मैं सदा-सर्वदा निरंतर, आपकी व्यवस्था का पालन करता रहूंगा.
ואתהלכה ברחבה כי פקדיך דרשתי׃ | 45 |
मेरा जीवन स्वतंत्र हो जाएगा, क्योंकि मैं आपके उपदेशों का खोजी हूं.
ואדברה בעדתיך נגד מלכים ולא אבוש׃ | 46 |
राजाओं के सामने मैं आपके अधिनियमों पर व्याख्यान दूंगा और मुझे लज्जित नहीं होना पड़ेगा.
ואשתעשע במצותיך אשר אהבתי׃ | 47 |
क्योंकि आपका आदेश मेरे आनंद का उगम हैं, और वे मुझे प्रिय हैं.
ואשא כפי אל מצותיך אשר אהבתי ואשיחה בחקיך׃ | 48 |
मैं आपके आदेशों की ओर हाथ बढ़ाऊंगा, जो मुझे प्रिय हैं, और आपकी विधियां मेरे मनन का विषय हैं.
זכר דבר לעבדך על אשר יחלתני׃ | 49 |
याहवेह, अपने सेवक से की गई प्रतिज्ञा को स्मरण कीजिए, क्योंकि आपने मुझमें आशा का संचार किया है.
זאת נחמתי בעניי כי אמרתך חיתני׃ | 50 |
मेरी पीड़ा में मुझे इस बातों से सांत्वना प्राप्त होती है: आपकी प्रतिज्ञाएं मेरे नवजीवन का स्रोत हैं.
זדים הליצני עד מאד מתורתך לא נטיתי׃ | 51 |
अहंकारी बेधड़क मेरा उपहास करते हैं, किंतु मैं आपकी व्यवस्था से दूर नहीं होता.
זכרתי משפטיך מעולם יהוה ואתנחם׃ | 52 |
याहवेह, जब प्राचीन काल से प्रगट आपकी व्यवस्था पर मैं विचार करता हूं, तब मुझे उनमें सांत्वना प्राप्त होती है.
זלעפה אחזתני מרשעים עזבי תורתך׃ | 53 |
दुष्ट मुझमें कोप उकसाते हैं, ये वे हैं, जिन्होंने आपकी व्यवस्था त्याग दी है.
זמרות היו לי חקיך בבית מגורי׃ | 54 |
आपकी विधियां मेरे गीत की विषय-वस्तु हैं चाहे मैं किसी भी स्थिति में रहूं.
זכרתי בלילה שמך יהוה ואשמרה תורתך׃ | 55 |
याहवेह, मैं आपकी व्यवस्था का पालन करता हूं, रात्रि में मैं आपका स्मरण करता हूं.
זאת היתה לי כי פקדיך נצרתי׃ | 56 |
आपके उपदेशों का पालन करते जाना ही मेरी चर्या है.
חלקי יהוה אמרתי לשמר דבריך׃ | 57 |
याहवेह, आप मेरे जीवन का अंश बन गए हैं; आपके आदेशों के पालन के लिए मैंने शपथ की है.
חליתי פניך בכל לב חנני כאמרתך׃ | 58 |
सारे मन से मैंने आपसे आग्रह किया है; अपनी ही प्रतिज्ञा के अनुरूप मुझ पर कृपा कीजिए.
חשבתי דרכי ואשיבה רגלי אל עדתיך׃ | 59 |
मैंने अपनी जीवनशैली का विचार किया है और मैंने आपके अधिनियमों के पालन की दिशा में अपने कदम बढ़ा दिए हैं.
חשתי ולא התמהמהתי לשמר מצותיך׃ | 60 |
अब मैं विलंब न करूंगा और शीघ्रता से आपके आदेशों को मानना प्रारंभ कर दूंगा.
חבלי רשעים עודני תורתך לא שכחתי׃ | 61 |
मैं आपकी व्यवस्था से दूर न होऊंगा, यद्यपि दुर्जनों ने मुझे रस्सियों से बांध भी रखा हो.
חצות לילה אקום להודות לך על משפטי צדקך׃ | 62 |
आपकी युक्ति संगत व्यवस्था के प्रति आभार अभिव्यक्त करने के लिए, मैं मध्य रात्रि को ही जाग जाता हूं.
חבר אני לכל אשר יראוך ולשמרי פקודיך׃ | 63 |
मेरी मैत्री उन सभी से है, जिनमें आपके प्रति श्रद्धा है, उन सभी से, जो आपके उपदेशों पर चलते हैं.
חסדך יהוה מלאה הארץ חקיך למדני׃ | 64 |
याहवेह, पृथ्वी आपके करुणा-प्रेम से तृप्त है; मुझे अपनी विधियों की शिक्षा दीजिए.
טוב עשית עם עבדך יהוה כדברך׃ | 65 |
याहवेह, अपनी ही प्रतिज्ञा के अनुरूप अपने सेवक का कल्याण कीजिए.
טוב טעם ודעת למדני כי במצותיך האמנתי׃ | 66 |
मुझे ज्ञान और धर्ममय परख सीखाइए, क्योंकि मैं आपकी आज्ञाओं पर भरोसा करता हूं.
טרם אענה אני שגג ועתה אמרתך שמרתי׃ | 67 |
अपनी पीड़ाओं में रहने के पूर्व मैं भटक गया था, किंतु अब मैं आपके वचन के प्रति आज्ञाकारी हूं.
טוב אתה ומטיב למדני חקיך׃ | 68 |
आप धन्य हैं, और जो कुछ आप करते हैं भला ही होता है; मुझे अपनी विधियों की शिक्षा दीजिए.
טפלו עלי שקר זדים אני בכל לב אצר פקודיך׃ | 69 |
यद्यपि अहंकारियों ने मुझे झूठी बातों से कलंकित कर दिया है, मैं पूर्ण सच्चाई में आपके आदेशों को थामे हुए हूं.
טפש כחלב לבם אני תורתך שעשעתי׃ | 70 |
उनके हृदय कठोर तथा संवेदनहीन हो चुके हैं, किंतु आपकी व्यवस्था ही मेरा आनंद है.
טוב לי כי עניתי למען אלמד חקיך׃ | 71 |
यह मेरे लिए भला ही रहा कि मैं प्रताड़ित किया गया, इससे मैं आपकी विधियों से सीख सकूं.
טוב לי תורת פיך מאלפי זהב וכסף׃ | 72 |
आपके मुख से निकली व्यवस्था मेरे लिए स्वर्ण और चांदी की हजारों मुद्राओं से कहीं अधिक मूल्यवान हैं.
ידיך עשוני ויכוננוני הבינני ואלמדה מצותיך׃ | 73 |
आपके हाथों ने मेरा निर्माण किया और मुझे आकार दिया; मुझे अपने आदेशों को समझने की सद्बुद्धि प्रदान कीजिए.
יראיך יראוני וישמחו כי לדברך יחלתי׃ | 74 |
मुझे देख आपके भक्त उल्लसित हो सकें, क्योंकि आपका वचन ही मेरी आशा है.
ידעתי יהוה כי צדק משפטיך ואמונה עניתני׃ | 75 |
याहवेह, यह मैं जानता हूं कि आपकी व्यवस्था धर्ममय है, और आपके द्वारा मेरा क्लेश न्याय संगत था.
יהי נא חסדך לנחמני כאמרתך לעבדך׃ | 76 |
अब अपने सेवक से की गई प्रतिज्ञा के अनुरूप, आपका करुणा-प्रेम ही मेरी शांति है!
יבאוני רחמיך ואחיה כי תורתך שעשעי׃ | 77 |
आपकी व्यवस्था में मेरा आनन्दमग्न है, तब मुझे आपकी मनोहरता में जीवन प्राप्त हो.
יבשו זדים כי שקר עותוני אני אשיח בפקודיך׃ | 78 |
अहंकारियों को लज्जित होना पड़े क्योंकि उन्होंने अकारण ही मुझसे छल किया है; किंतु मैं आपके उपदेशों पर मनन करता रहूंगा.
ישובו לי יראיך וידעו עדתיך׃ | 79 |
आपके श्रद्धालु, जिन्होंने आपके अधिनियमों को समझ लिया है, पुनः मेरे पक्ष में हो जाएं,
יהי לבי תמים בחקיך למען לא אבוש׃ | 80 |
मेरा हृदय पूर्ण सिद्धता में आपकी विधियों का पालन करता रहे, कि मुझे लज्जित न होना पड़े.
כלתה לתשועתך נפשי לדברך יחלתי׃ | 81 |
आपके उद्धार की तीव्र अभिलाषा करते हुए मेरा प्राण बेचैन हुआ जा रहा है, अब आपका वचन ही मेरी आशा का आधार है.
כלו עיני לאמרתך לאמר מתי תנחמני׃ | 82 |
आपकी प्रतिज्ञा-पूर्ति की प्रतीक्षा में मेरी आंखें थक चुकी हैं; मैं पूछ रहा हूं, “कब मुझे आपकी ओर से सांत्वना प्राप्त होगी?”
כי הייתי כנאד בקיטור חקיך לא שכחתי׃ | 83 |
यद्यपि मैं धुएं में संकुचित द्राक्षारस की कुप्पी के समान हो गया हूं, फिर भी आपकी विधियां मेरे मन से लुप्त नहीं हुई हैं.
כמה ימי עבדך מתי תעשה ברדפי משפט׃ | 84 |
और कितनी प्रतीक्षा करनी होगी आपके सेवक को? आप कब मेरे सतानेवालों को दंड देंगे?
כרו לי זדים שיחות אשר לא כתורתך׃ | 85 |
अहंकारियों ने मेरे लिए गड्ढे खोद रखे हैं, उनका आचरण आपकी व्यवस्था के विपरीत है.
כל מצותיך אמונה שקר רדפוני עזרני׃ | 86 |
विश्वासयोग्य हैं आपके आदेश; मेरी सहायता कीजिए, झूठ बोलनेवाले मुझे दुःखित कर रहे हैं.
כמעט כלוני בארץ ואני לא עזבתי פקודיך׃ | 87 |
उन्होंने मुझे धरती पर से लगभग मिटा ही डाला था, फिर भी मैं आपके नीति सूत्रों से दूर न हुआ.
כחסדך חיני ואשמרה עדות פיך׃ | 88 |
मैं आपके मुख से बोले हुए नियमों का पालन करता रहूंगा, अपने करुणा-प्रेम के अनुरूप मेरे जीवन की रक्षा कीजिए.
לעולם יהוה דברך נצב בשמים׃ | 89 |
याहवेह, सर्वदा है आपका वचन; यह स्वर्ग में दृढतापूर्वक बसा है.
לדר ודר אמונתך כוננת ארץ ותעמד׃ | 90 |
पीढ़ी से पीढ़ी आपकी सच्चाई बनी रहती है; आपके द्वारा ही पृथ्वी की स्थापना की गई और यह स्थायी बनी हुई है.
למשפטיך עמדו היום כי הכל עבדיך׃ | 91 |
आप के नियम सभी आज तक अस्तित्व में हैं, और सभी कुछ आपकी सेवा कर रहे हैं.
לולי תורתך שעשעי אז אבדתי בעניי׃ | 92 |
यदि आपकी व्यवस्था में मैं उल्लास मगन न होता, तो इन पीड़ाओं को सहते सहते मेरी मृत्यु हो जाती.
לעולם לא אשכח פקודיך כי בם חייתני׃ | 93 |
आपके उपदेश मेरे मन से कभी नष्ट न होंगे, क्योंकि इन्हीं के द्वारा आपने मुझे जीवन प्रदान किया है,
לך אני הושיעני כי פקודיך דרשתי׃ | 94 |
तब मुझ पर आपका ही स्वामित्व है, मेरी रक्षा कीजिए; मैं आपके ही उपदेशों का खोजी हूं.
לי קוו רשעים לאבדני עדתיך אתבונן׃ | 95 |
दुष्ट मुझे नष्ट करने के उद्देश्य से घात लगाए बैठे हैं, किंतु आपकी चेतावनियों पर मैं विचार करता रहूंगा.
לכל תכלה ראיתי קץ רחבה מצותך מאד׃ | 96 |
हर एक सिद्धता में मैंने कोई न कोई सीमा ही पाई है, किंतु आपके आदेश असीमित हैं.
מה אהבתי תורתך כל היום היא שיחתי׃ | 97 |
आह, कितनी अधिक प्रिय है मुझे आपकी व्यवस्था! इतना, कि मैं दिन भर इसी पर विचार करता रहता हूं.
מאיבי תחכמני מצותך כי לעולם היא לי׃ | 98 |
आपके आदेशों ने तो मुझे अपने शत्रुओं से अधिक बुद्धिमान बना दिया है क्योंकि ये कभी मुझसे दूर नहीं होते.
מכל מלמדי השכלתי כי עדותיך שיחה לי׃ | 99 |
मुझमें तो अपने सभी शिक्षकों से अधिक समझ है, क्योंकि आपके उपदेश मेरे चिंतन का विषय हैं.
מזקנים אתבונן כי פקודיך נצרתי׃ | 100 |
आपके उपदेशों का पालन करने का ही परिणाम यह है, कि मुझमें बुजुर्गों से अधिक समझ है.
מכל ארח רע כלאתי רגלי למען אשמר דברך׃ | 101 |
आपकी आज्ञा का पालन करने के लक्ष्य से, मैंने अपने कदम हर एक अधर्म के पथ पर चलने से बचा रखे हैं.
ממשפטיך לא סרתי כי אתה הורתני׃ | 102 |
आप ही के द्वारा दी गई शिक्षा के कारण, मैं आपके नियम तोड़ने से बच सका हूं.
מה נמלצו לחכי אמרתך מדבש לפי׃ | 103 |
कैसा मधुर है आपकी प्रतिज्ञाओं का आस्वादन करना, आपकी प्रतिज्ञाएं मेरे मुख में मधु से भी अधिक मीठी हैं!
מפקודיך אתבונן על כן שנאתי כל ארח שקר׃ | 104 |
हर एक झूठा मार्ग मेरी दृष्टि में घृणास्पद है; क्योंकि आपके उपदेशों से मुझे समझदारी प्राप्त होती है.
נר לרגלי דברך ואור לנתיבתי׃ | 105 |
आपका वचन मेरे पांवों के लिए दीपक, और मेरे मार्ग के लिए प्रकाश है.
נשבעתי ואקימה לשמר משפטי צדקך׃ | 106 |
मैंने यह शपथ ली है और यह सुनिश्चित किया है, कि मैं आपके धर्ममय नियमों का ही पालन करता जाऊंगा.
נעניתי עד מאד יהוה חיני כדברך׃ | 107 |
याहवेह, मेरी पीड़ा असह्य है; अपनी प्रतिज्ञा के अनुरूप मुझमें नवजीवन का संचार कीजिए.
נדבות פי רצה נא יהוה ומשפטיך למדני׃ | 108 |
याहवेह, मेरे मुख से निकले स्वैच्छिक स्तवन वचनों को स्वीकार कीजिए, और मुझे अपने नियमों की शिक्षा दीजिए.
נפשי בכפי תמיד ותורתך לא שכחתי׃ | 109 |
आपकी व्यवस्था से मैं कभी दूर न होऊंगा, यद्यपि मैं लगातार अपने जीवन को हथेली पर लिए फिरता हूं.
נתנו רשעים פח לי ומפקודיך לא תעיתי׃ | 110 |
दुष्टों ने मेरे लिए जाल बिछाया हुआ है, किंतु मैं आपके उपदेशों से नहीं भटका.
נחלתי עדותיך לעולם כי ששון לבי המה׃ | 111 |
आपके नियमों को मैंने सदा-सर्वदा के लिए निज भाग में प्राप्त कर लिया है; वे ही मेरे हृदय का आनंद हैं.
נטיתי לבי לעשות חקיך לעולם עקב׃ | 112 |
आपकी विधियों का अंत तक पालन करने के लिए मेरा हृदय तैयार है.
סעפים שנאתי ותורתך אהבתי׃ | 113 |
दुविधा से ग्रस्त मन का पुरुष मेरे लिए घृणास्पद है, मुझे प्रिय है आपकी व्यवस्था.
סתרי ומגני אתה לדברך יחלתי׃ | 114 |
आप मेरे आश्रय हैं, मेरी ढाल हैं; मेरी आशा का आधार है आपका वचन.
סורו ממני מרעים ואצרה מצות אלהי׃ | 115 |
अधर्मियो, दूर रहो मुझसे, कि मैं परमेश्वर के आदेशों का पालन कर सकूं!
סמכני כאמרתך ואחיה ואל תבישני משברי׃ | 116 |
याहवेह, अपनी प्रतिज्ञा के अनुरूप मुझे सम्भालिए, कि मैं जीवित रहूं; मेरी आशा भंग न होने पाए.
סעדני ואושעה ואשעה בחקיך תמיד׃ | 117 |
मुझे थाम लीजिए कि मैं सुरक्षित रहूं; मैं सदैव आपकी विधियों पर भरोसा करता रहूंगा.
סלית כל שוגים מחקיך כי שקר תרמיתם׃ | 118 |
वे सभी, जो आपके नियमों से भटक जाते हैं, आपकी उपेक्षा के पात्र हो जाते हैं, क्योंकि निरर्थक होती है उनकी चालाकी.
סגים השבת כל רשעי ארץ לכן אהבתי עדתיך׃ | 119 |
संसार के सभी दुष्टों को आप मैल के समान फेंक देते हैं; यही कारण है कि मुझे आपकी चेतावनियां प्रिय हैं.
סמר מפחדך בשרי וממשפטיך יראתי׃ | 120 |
आपके भय से मेरी देह कांप जाती है; आपके निर्णयों का विचार मुझमें भय का संचार कर देता है.
עשיתי משפט וצדק בל תניחני לעשקי׃ | 121 |
मैंने वही किया है, जो न्याय संगत तथा धर्ममय है; मुझे सतानेवालों के सामने न छोड़ दीजिएगा.
ערב עבדך לטוב אל יעשקני זדים׃ | 122 |
अपने सेवक का हित निश्चित कर दीजिए; अहंकारियों को मुझ पर अत्याचार न करने दीजिए.
עיני כלו לישועתך ולאמרת צדקך׃ | 123 |
आपके उद्धार की प्रतीक्षा में, आपकी निष्ठ प्रतिज्ञाओं की प्रतीक्षा में मेरी आंखें थक चुकी हैं.
עשה עם עבדך כחסדך וחקיך למדני׃ | 124 |
अपने करुणा-प्रेम के अनुरूप अपने सेवक से व्यवहार कीजिए और मुझे अपने अधिनियमों की शिक्षा दीजिए.
עבדך אני הבינני ואדעה עדתיך׃ | 125 |
मैं आपका सेवक हूं, मुझे समझ प्रदान कीजिए, कि मैं आपकी विधियों को समझ सकूं.
עת לעשות ליהוה הפרו תורתך׃ | 126 |
याहवेह, आपके नियम तोड़े जा रहे हैं; समय आ गया है कि आप अपना कार्य करें.
על כן אהבתי מצותיך מזהב ומפז׃ | 127 |
इसलिये कि मुझे आपके आदेश स्वर्ण से अधिक प्रिय हैं, शुद्ध कुन्दन से अधिक,
על כן כל פקודי כל ישרתי כל ארח שקר שנאתי׃ | 128 |
मैं आपके उपदेशों को धर्ममय मानता हूं, तब मुझे हर एक गलत मार्ग से घृणा है.
פלאות עדותיך על כן נצרתם נפשי׃ | 129 |
अद्भुत हैं आपके अधिनियम; इसलिये मैं उनका पालन करता हूं.
פתח דבריך יאיר מבין פתיים׃ | 130 |
आपके वचन के खुलने से ज्योति उत्पन्न होती है; परिणामस्वरूप भोले पुरुषों को सबुद्धि प्राप्त होती है.
פי פערתי ואשאפה כי למצותיך יאבתי׃ | 131 |
मेरा मुख खुला है और मैं हांफ रहा हूं, क्योंकि मुझे प्यास है आपके आदेशों की.
פנה אלי וחנני כמשפט לאהבי שמך׃ | 132 |
मेरी ओर ध्यान दीजिए और मुझ पर कृपा कीजिए, जैसी आपकी नीति उनके प्रति है, जिन्हें आपसे प्रेम है.
פעמי הכן באמרתך ואל תשלט בי כל און׃ | 133 |
अपनी प्रतिज्ञा के अनुरूप मेरे पांव को स्थिर कर दीजिए; कोई भी दुष्टता मुझ पर प्रभुता न करने पाए.
פדני מעשק אדם ואשמרה פקודיך׃ | 134 |
मुझे मनुष्यों के अत्याचार से छुड़ा लीजिए, कि मैं आपके उपदेशों का पालन कर सकूं.
פניך האר בעבדך ולמדני את חקיך׃ | 135 |
अपने सेवक पर अपना मुख प्रकाशित कीजिए और मुझे अपने नियमों की शिक्षा दीजिए.
פלגי מים ירדו עיני על לא שמרו תורתך׃ | 136 |
मेरी आंखों से अश्रुप्रवाह हो रहा है, क्योंकि लोग आपकी व्यवस्था का पालन नहीं कर रहे.
צדיק אתה יהוה וישר משפטיך׃ | 137 |
याहवेह, आप धर्मी हैं, सच्चे हैं आपके नियम.
צוית צדק עדתיך ואמונה מאד׃ | 138 |
जो अधिनियम आपने प्रगट किए हैं, वे धर्ममय हैं; वे हर एक दृष्टिकोण से विश्वासयोग्य हैं.
צמתתני קנאתי כי שכחו דבריך צרי׃ | 139 |
मैं भस्म हो रहा हूं, क्योंकि मेरे शत्रु आपके वचनों को भूल गए हैं.
צרופה אמרתך מאד ועבדך אהבה׃ | 140 |
आपकी प्रतिज्ञाओं का उचित परीक्षण किया जा चुका है, वे आपके सेवक को अत्यंत प्रिय हैं.
צעיר אנכי ונבזה פקדיך לא שכחתי׃ | 141 |
यद्यपि मैं छोटा, यहां तक कि लोगों की दृष्टि में घृणास्पद हूं, फिर भी मैं आपके अधिनियमों को नहीं भूलता.
צדקתך צדק לעולם ותורתך אמת׃ | 142 |
अनंत है आपकी धार्मिकता, परमेश्वर तथा यथार्थ है आपकी व्यवस्था.
צר ומצוק מצאוני מצותיך שעשעי׃ | 143 |
क्लेश और संकट मुझ पर टूट पड़े हैं, किंतु आपके आदेश मुझे मगन रखे हुए हैं.
צדק עדותיך לעולם הבינני ואחיה׃ | 144 |
आपके अधिनियम सदा-सर्वदा धर्ममय ही प्रमाणित हुए हैं; मुझे इनके विषय में ऐसी समझ प्रदान कीजिए कि मैं जीवित रह सकूं.
קראתי בכל לב ענני יהוה חקיך אצרה׃ | 145 |
याहवेह, मैं संपूर्ण हृदय से आपको पुकार रहा हूं, मुझे उत्तर दीजिए, कि मैं आपकी विधियों का पालन कर सकूं.
קראתיך הושיעני ואשמרה עדתיך׃ | 146 |
मैं आपको पुकार रहा हूं; मेरी रक्षा कीजिए, कि मैं आपके अधिनियमों का पालन कर सकूं.
קדמתי בנשף ואשועה לדבריך יחלתי׃ | 147 |
मैं सूर्योदय से पूर्व ही जाग कर सहायता के लिये पुकारता हूं; मेरी आशा आपके वचन पर आधारित है.
קדמו עיני אשמרות לשיח באמרתך׃ | 148 |
रात्रि के समस्त प्रहरों में मेरी आंखें खुली रहती हैं, कि मैं आपकी प्रतिज्ञाओं पर मनन कर सकूं.
קולי שמעה כחסדך יהוה כמשפטך חיני׃ | 149 |
अपने करुणा-प्रेम के कारण मेरी पुकार सुनिए; याहवेह, अपने ही नियमों के अनुरूप मुझमें नवजीवन का संचार कीजिए.
קרבו רדפי זמה מתורתך רחקו׃ | 150 |
जो मेरे विरुद्ध बुराई की युक्ति रच रहे हैं, मेरे निकट आ गए हैं, किंतु वे आपकी व्यवस्था से दूर हैं.
קרוב אתה יהוה וכל מצותיך אמת׃ | 151 |
फिर भी, याहवेह, आप मेरे निकट हैं, और आपके सभी आदेश प्रामाणिक हैं.
קדם ידעתי מעדתיך כי לעולם יסדתם׃ | 152 |
अनेक-अनेक वर्ष पूर्व मैंने आपके अधिनियमों से यह अनुभव कर लिया था कि आपने इनकी स्थापना ही इसलिये की है कि ये सदा-सर्वदा स्थायी बने रहें.
ראה עניי וחלצני כי תורתך לא שכחתי׃ | 153 |
मेरे दुःख पर ध्यान दीजिए और मुझे इससे बचा लीजिए, क्योंकि आपकी व्यवस्था को मैं भुला नहीं.
ריבה ריבי וגאלני לאמרתך חיני׃ | 154 |
मेरे पक्ष का समर्थन करके मेरा उद्धार कीजिए; अपनी प्रतिज्ञा के अनुरूप मुझमें नवजीवन का संचार कीजिए.
רחוק מרשעים ישועה כי חקיך לא דרשו׃ | 155 |
कठिन है दुष्टों का उद्धार होना, क्योंकि उन्हें आपकी विधियों की महानता ही ज्ञात नहीं.
רחמיך רבים יהוה כמשפטיך חיני׃ | 156 |
याहवेह, अनुपम है आपकी मनोहरता; अपने ही नियमों के अनुरूप मुझमें नवजीवन का संचार कीजिए.
רבים רדפי וצרי מעדותיך לא נטיתי׃ | 157 |
मेरे सतानेवाले तथा शत्रु अनेक हैं, किंतु मैं आपके अधिनियमों से दूर नहीं हुआ हूं.
ראיתי בגדים ואתקוטטה אשר אמרתך לא שמרו׃ | 158 |
विश्वासघाती आपके आदेशों का पालन नहीं करते, तब मेरी दृष्टि में वे घृणास्पद हैं.
ראה כי פקודיך אהבתי יהוה כחסדך חיני׃ | 159 |
आप ही देख लीजिए: कितने प्रिय हैं मुझे आपके नीति-सिद्धांत; याहवेह, अपने करुणा-प्रेम के अनुरूप मुझमें नवजीवन का संचार कीजिए.
ראש דברך אמת ולעולם כל משפט צדקך׃ | 160 |
वस्तुतः सत्य आपके वचन का सार है; तथा आपके धर्ममय नियम सदा-सर्वदा स्थायी रहते हैं.
שרים רדפוני חנם ומדבריך פחד לבי׃ | 161 |
प्रधान मुझे बिना किसी कारण के दुःखित कर रहे हैं, किंतु आपके वचन का ध्यान कर मेरा हृदय कांप उठता है.
שש אנכי על אמרתך כמוצא שלל רב׃ | 162 |
आपकी प्रतिज्ञाओं से मुझे ऐसा उल्लास प्राप्त होता है; जैसा किसी को बड़ी लूट प्राप्त हुई है.
שקר שנאתי ואתעבה תורתך אהבתי׃ | 163 |
झूठ से मुझे घृणा है, बैर है किंतु मुझे प्रेम है आपकी व्यवस्था से.
שבע ביום הללתיך על משפטי צדקך׃ | 164 |
आपकी धर्ममय व्यवस्था का ध्यान कर मैं दिन में सात-सात बार आपका स्तवन करता हूं.
שלום רב לאהבי תורתך ואין למו מכשול׃ | 165 |
जिन्हें आपकी व्यवस्था से प्रेम है, उनको बड़ी शांति मिलती रहती है, वे किसी रीति से विचलित नहीं हो सकते.
שברתי לישועתך יהוה ומצותיך עשיתי׃ | 166 |
याहवेह, मैं आपके उद्धार का प्रत्याशी हूं, मैं आपके आदेशों का पालन करता हूं.
שמרה נפשי עדתיך ואהבם מאד׃ | 167 |
मैं आपके अधिनियमों का पालन करता हूं, क्योंकि वे मुझे अत्यंत प्रिय हैं.
שמרתי פקודיך ועדתיך כי כל דרכי נגדך׃ | 168 |
मैं आपके उपदेशों तथा नियमों का पालन करता हूं, आपके सामने मेरा संपूर्ण आचरण प्रगट है.
תקרב רנתי לפניך יהוה כדברך הבינני׃ | 169 |
याहवेह, मेरी पुकार आप तक पहुंचे; मुझे अपने वचन को समझने की क्षमता प्रदान कीजिए.
תבוא תחנתי לפניך כאמרתך הצילני׃ | 170 |
मेरा गिड़गिड़ाना आप तक पहुंचे; अपनी प्रतिज्ञा पूर्ण करते हुए मुझे छुड़ा लीजिए.
תבענה שפתי תהלה כי תלמדני חקיך׃ | 171 |
मेरे होंठों से आपका स्तवन छलक उठे, क्योंकि आपने मुझे अपनी विधियों की शिक्षा दी है.
תען לשוני אמרתך כי כל מצותיך צדק׃ | 172 |
मेरी जीभ आपके वचन का गान करेगी, क्योंकि आपके सभी आदेश आदर्श हैं.
תהי ידך לעזרני כי פקודיך בחרתי׃ | 173 |
आपकी भुजा मेरी सहायता के लिए तत्पर रहे, मैंने आपके उपदेशों को अपनाया है.
תאבתי לישועתך יהוה ותורתך שעשעי׃ | 174 |
आपसे उद्धार की प्राप्ति की मुझे उत्कंठा है, याहवेह, आपकी व्यवस्था में मेरा आनंद है.
תחי נפשי ותהללך ומשפטך יעזרני׃ | 175 |
मुझे आयुष्मान कीजिए कि मैं आपका स्तवन करता रहूं, और आपकी व्यवस्था मुझे संभाले रहे.
תעיתי כשה אבד בקש עבדך כי מצותיך לא שכחתי׃ | 176 |
मैं खोई हुई भेड़ के समान हो गया था. आप ही अपने सेवक को खोज लीजिए, क्योंकि मैं आपके आदेशों को भूला नहीं.