< ג'ון 6 >
ויהי אחרי כן ויצא ישוע אל עבר ים הגליל אשר לטיבריה׃ | 1 |
इन बातों को बाद यीशु गलील की झील मतलब तिबिरियास की झील को ओन पार गयो।
וילכו אחריו המון עם רב כי ראו אותתיו אשר עשה עם החולים׃ | 2 |
अऊर एक बड़ी भीड़ ओको पीछू भय गयी कहालीकि जो अद्भुत चिन्ह को काम ऊ बीमारों पर दिखात होतो हि उन्ख देखत होतो।
ויעל ישוע על ההר וישב שם הוא ותלמידיו׃ | 3 |
तब यीशु पहाड़ी पर चढ़ क अपनो चेलावों को संग उत बैठ गयो।
וימי הפסח חג היהודים קרבו לבוא׃ | 4 |
यहूदियों को फसह को त्यौहार जवर होतो।
וישא ישוע את עיניו וירא עם רב בא אליו ויאמר אל פילפוס מאין נקנה להם לחם לאכל׃ | 5 |
जब यीशु न अपनी आंखी उठाय क एक बड़ी भीड़ ख अपनो जवर आवतो देख्यो, त फिलिप्पुस सी कह्यो, “हम इन्को जेवन लायी कित सी रोटी लेय क लाबो?”
ואך למען נסות אתו דבר זאת כי הוא ידע את אשר יעשה׃ | 6 |
ओन या बात ओख परखन लायी कहीं, कहालीकि ऊ खुद जानत होतो कि ऊ का करेंन।
ויען אתו פילפוס לחם מאתים דינר לא ימצא להם לקחת לו איש איש מעט׃ | 7 |
फिलिप्पुस न ओख उत्तर दियो, “दोय सौ चांदी को सिक्का की रोटी भी उन्को लायी पूरी नहीं होयेंन कि उन्म सी सब ख थोड़ी पूर जाये।”
ויאמר אליו אחד מתלמידיו אנדרי אחי שמעון פטרוס׃ | 8 |
ओको चेला म सी एक शिमोन पतरस को भाऊ अन्द्रियास न ओको सी कह्यो,
יש פה נער אשר לו חמש ככרות לחם שערים ושני דגים אך אלה מה המה לעם רב כזה׃ | 9 |
“इत एक टुरा हय जेको जवर जौ की पाच रोटी अऊर दोय मच्छी हंय; पर इतनो लोगों लायी का होयेंन?”
ויאמר ישוע צוו את העם לשבת ארצה וירק דשא לרב היה במקום ההוא וישבו לארץ כחמשת אלפי איש במספר׃ | 10 |
यीशु न कह्यो, “लोगों ख बैठाय देवो।” ऊ जागा म बहुत घास होतो: तब लोग जेको म आदमियों की संख्या लगभग पाच हजार की होती, बैठ गयो।
ויקח ישוע את ככרות הלחם ויברך ויתן לתלמידיו והתלמידים אל המסבים וככה גם מן הדגים כאות נפשם׃ | 11 |
तब यीशु न रोटी पकड़ी, अऊर धन्यवाद कर क् बैठन वालो ख बाट दियो; अऊर वसोच मच्छी म सी जितनी हि चाहत होतो बाट दियो।
ויהי כאשר שבעו ויאמר אל תלמידיו אספו את פתותי לחם הנותרים למען לא יאבד מאומה׃ | 12 |
जब हि खाय क सन्तुष्ट भय गयो त ओन अपनो चेलावों सी कह्यो, “बच्यो हुयो टुकड़ा जमा कर लेवो कि कुछ फेक्यो म नहीं जाये।”
ויאספו וימלאו שנים עשר סלים בפתותי חמש ככרות לחם השערים הנותרים לאכליהם׃ | 13 |
येकोलायी उन्न जमा करयो, अऊर जौ की पाच रोटी को टुकड़ा सी जो खान वालो को बाद बच गयी होती, बारा टोकनी भरी।
ויהי כראות האנשים את האות הזה אשר עשה ישוע ויאמרו הנה זה הוא באמת הנביא הבא לעולם׃ | 14 |
तब जो अद्भुत चिन्ह ओन कर दिखायो ओख हि लोग देख क कहन लग्यो, “ऊ भविष्यवक्ता जो जगत म आवन वालो होतो निश्चय योच आय।”
וידע ישוע כי יבאו ויתפשהו להמליך אותו וימלט עוד הפעם אל ההר הוא לבדו׃ | 15 |
यीशु यो जान क कि हि मोख राजा बनान लायी पकड़नो चाहवय हय, तब पहाड़ी पर अकेलो चली गयो।
ויהי בערב וירדו תלמידיו אל הים ויבאו באניה ויעברו אל עבר הים אל כפר נחום׃ | 16 |
जब शाम भयी, त ओको चेला झील को किनार गयो,
ויכס אתם החשך וישוע לא בא אליהם׃ | 17 |
अऊर डोंगा पर चढ़ क झील को ओन पार कफरनहूम गांव ख जान लग्यो। ऊ समय अन्धारो भय गयो होतो, अऊर यीशु अभी तक उन्को जवर नहीं आयो होतो।
ויסער הים כי רוח גדולה נושבת׃ | 18 |
आन्धी को वजह झील म लहर उठन लगी।
והם חתרו במשוטיהם כדרך עשרים וחמש או שלשים ריס ויראו את ישוע מתהלך על הים הלוך וקרב אל האניה וייראו׃ | 19 |
जब हि डोंगा चलावत पाच छे किलोमीटर को लगभग निकल गयो, त उन्न यीशु ख झील पर चलतो अऊर डोंगा को जवर आवतो देख्यो, अऊर डर गयो।
ויאמר אליהם אני הוא אל תיראו׃ | 20 |
पर ओन उन्को सी कह्यो, “मय आय; मत डर।”
ויואילו לקחת אתו אל האניה ורגע הגיעה האניה לארץ אשר הם הלכים שמה׃ | 21 |
येकोलायी हि ओख डोंगा पर चढ़ाय लेन लायी तैयार भयो अऊर तुरतच ऊ डोंगा ऊ जागा पर जाय पहुंच्यो जित हि जाय रह्यो होतो।
ויהי ממחרת וירא המון העם העמד מעבר לים כי לא היתה אניה בזה בלתי אחת אשר ירדו בה תלמידיו וכי ישוע לא בא עם תלמידיו אל האניה אך תלמידיו לבדם נסעו מזה׃ | 22 |
दूसरों दिन ऊ भीड़ न, जो झील को पार खड़ी होती, यो देख्यो कि इत एक ख छोड़ अऊर कोयी डोंगा नहीं होती; अऊर यीशु अपनो चेलावों को संग ऊ डोंगा पर नहीं चढ़्यो होतो, पर केवल ओकोच चेला गयो होतो।
ואניות אחרות באו מטיברים קרוב למקום אשר אכלו שם את הלחם בברכת האדון׃ | 23 |
तब दूसरों डोंगा तिबिरियास सी ऊ जागा को जवर आयी, जित उन्न प्रभु को धन्यवाद करन को बाद रोटी खायी होती।
ויהי כראות המון העם כי ישוע איננו שם אף לא תלמידיו וירדו גם הם באניות ויבאו אל כפר נחום לבקש את ישוע׃ | 24 |
येकोलायी जब भीड़ न देख्यो कि इत यीशु नहाय अऊर नहीं ओको चेला, त हि भी डोंगा पर चढ़ क यीशु ख ढूंढतो हुयो कफरनहूम गांव पहुंच्यो।
וכאשר מצאו אתו מעבר הים ויאמרו אליו רבי מתי באת הלם׃ | 25 |
झील को पार जब हि ओको सी मिल्यो त कह्यो, “हे गुरु, तय इत कब आयो?”
ויען אתם ישוע ויאמר אמן אמן אני אמר לכם לא על ראותכם את האתות תבקשוני כי אם על אשר אכלתם מן הלחם ותשבעו׃ | 26 |
यीशु न उन्ख उत्तर दियो, “मय तुम सी सच सच कहू हंय, तुम मोख येकोलायी नहीं ढूंढय हय कि तुम न अचम्भा को चिन्ह देख्यो, पर येकोलायी कि तुम रोटी खाय क सन्तुष्ट भयो।
אל תעמלו במאכל אשר יאבד כי אם במאכל הקים לחיי עולמים אשר בן האדם יתננו לכם כי בו חתם חותמו אביו האלהים׃ (aiōnios ) | 27 |
नाशवान जेवन लायी परिश्रम मत करो, पर ऊ जेवन लायी जो अनन्त जीवन तक ठहरय हय, जेक आदमी को बेटा तुम्ख देयेंन; कहालीकि बाप येकोलायी परमेश्वर न ओकोच पर मुहर लगायी हय।” (aiōnios )
ויאמרו אליו מה נעשה לפעל פעלות אלהים׃ | 28 |
उन्न ओको सी कह्यो, “परमेश्वर को कार्य करन लायी हम का करबो?”
ויען ישוע ויאמר אליהם זאת פעלת אלהים כי תאמינו בזה אשר הוא שלחו׃ | 29 |
यीशु न उन्ख उत्तर दियो, “परमेश्वर को कार्य यो आय कि तुम ओको पर, जेक ओन भेज्यो हय, विश्वास करो।”
ויאמרו אליו מה אפוא האות אשר תעשה למעננראה ונאמין בך מה תפעל׃ | 30 |
तब उन्न ओको सी कह्यो, “तब तय कौन सो चमत्कार को चिन्ह दिखावय हय कि हम ओख देख क तोरो विश्वास करे? तय कौन सो काम दिखावय हय?
אבותינו אכלו את המן במדבר כאשר כתוב לחם מן השמים נתן למו לאכל׃ | 31 |
हमरो बापदादा न जंगल म मन्ना खायो; जसो लिख्यो हय, ‘ओन उन्ख खान लायी स्वर्ग सी रोटी दी।’”
ויאמר אליהם ישוע אמן אמן אני אמר לכם לא משה נתן לכם את הלחם מן השמים כי אם אבי נתן לכם את הלחם מן השמים האמתי׃ | 32 |
यीशु न उन्को सी कह्यो, “मय तुम सी सच सच कहू हय कि मूसा न तुम्ख वा रोटी स्वर्ग सी नहीं दी, पर मोरो बाप तुम्ख सच्ची रोटी स्वर्ग सी देवय हय।
כי לחם אלהים הוא היורד מן השמים ונתן חיים לעולם׃ | 33 |
कहालीकि परमेश्वर की रोटी वाच आय जो स्वर्ग सी उतर क जगत ख जीवन देवय हय।”
ויאמרו אליו אדני תנה לנו תמיד את הלחם הזה׃ | 34 |
तब उन्न ओको सी कह्यो, “हे प्रभु, या रोटी हम्ख हमेशा दियो कर।”
ויאמר להם ישוע אנכי הוא לחם החיים כל הבא אלי לא ירעב ואשר יאמין בי לא יצמא עוד׃ | 35 |
यीशु न ओको सी कह्यो, “जीवन की रोटी मय आय: जो मोरो जवर आवय हय ऊ कभी भूखो नहीं होयेंन, अऊर जो मोरो पर विश्वास करय हय ऊ कभी प्यासो नहीं होयेंन।
ואני הנה אמרתי לכם כי גם חזיתם אתי ולא תאמינו׃ | 36 |
पर मय न तुम सी कह्यो होतो कि तुम न मोख देख भी लियो हय तब भी विश्वास नहीं करय।
כל אשר יתננו לי אבי יבוא אלי והבא אלי לא אהדפנו החוצה׃ | 37 |
जो कुछ बाप मोख देवय हय ऊ सब मोरो जवर आयेंन, अऊर जो कोयी मोरो जवर आयेंन ओख मय कभी नहीं निकालू।
כי ירדתי מן השמים לא לעשות רצוני כי אם רצון שלחי׃ | 38 |
कहालीकि मय अपनी इच्छा नहीं बल्की अपनो भेजन वालो की इच्छा पूरी करन लायी स्वर्ग सी उतरयो हय;
וזה רצון האב אשר שלחני כי כל אשר נתן לי לא יאבד לי כי אם אקימנו ביום האחרון׃ | 39 |
अऊर मोरो भेजन वालो की इच्छा यो हय कि जो कुछ ओन मोख दियो हय, ओको म सी मय कुछ नहीं खोऊं, पर ओख आखरी दिन फिर सी जीन्दो करू।
וזה רצון שלחי אשר כל הראה את הבן ומאמין בו יהיו לו חיי עולמים ואני אקימנו ביום האחרון׃ (aiōnios ) | 40 |
कहालीकि मोरो बाप की इच्छा यो हय कि जो कोयी बेटा ख देखे अऊर ओको पर विश्वास करेंन, ऊ अनन्त जीवन पायेंन; अऊर मय ओख आखरी दिन फिर सी जीन्दो करू।” (aiōnios )
וילנו עליו היהודים על אמרו אנכי הוא הלחם הירד מן השמים׃ | 41 |
येकोलायी यहूदी ओको पर कुड़कुड़ान लग्यो, कहालीकि ओन कह्यो होतो, “जो रोटी स्वर्ग सी उतरी, ऊ मय आय।”
ויאמרו הלא זה הוא ישוע בן יוסף אשר אנחנו ידעים את אביו ואת אמו ואיך יאמר מן השמים באתי׃ | 42 |
अऊर उन्न कह्यो, “का यो यूसुफ को बेटा यीशु नोहोय, जेको माय–बाप ख हम जानजे हंय? त ऊ कसो कह्य हय कि मय स्वर्ग सी उतरयो हय?”
ויען ישוע ויאמר אליהם אל תלינו איש אל רעהו׃ | 43 |
यीशु न उन्ख उत्तर दियो, “आपस म मत कुड़कुड़ावों।
לא יוכל איש לבוא אלי בלתי אם ימשכהו אבי אשר שלחני ואני אקימנו ביום האחרון׃ | 44 |
कोयी मोरो जवर नहीं आय सकय जब तक बाप, जेन मोख भेज्यो हय, ओख खीच ले; अऊर मय ओख आखरी दिन फिर सी जीन्दो करू।
הלא כתוב בנביאים וכל בניך למודי יהוה לכן כל אשר שמע מן האב ולמד יבא אלי׃ | 45 |
भविष्यवक्तावों को लेखों म यो लिख्यो हय: ‘हि सब परमेश्वर को तरफ सी सिखायो हुयो होना।’ जो कोयी न बाप सी सुन्यो अऊर सिख्यो हय, ऊ मोरो जवर आवय हय;
לא כאלו ראה איש את האב בלתי הבא מאת האלהים הוא ראה את האלהים׃ | 46 |
यो नहीं कि कोयी न बाप ख देख्यो हय; पर जो परमेश्वर को तरफ सी हय, केवल ओनच बाप ख देख्यो हय।
אמן אמן אני אמר לכם המאמין בי לו חיי עולמים׃ (aiōnios ) | 47 |
मय तुम सी सच सच कहू हय कि जो कोयी विश्वास करय हय, अनन्त जीवन ओकोच हय। (aiōnios )
אבותיכם אכלו את המן במדבר וימתו׃ | 49 |
तुम्हरो पूर्वजों न जंगल म मन्ना खायो अऊर मर गयो।
זה הוא הלחם הירד מן השמים למען יאכל איש ממנו ולא ימות׃ | 50 |
या वा रोटी आय जो स्वर्ग सी उतरय हय ताकि आदमी ओको म सी खाये अऊर नहीं मरय।
אנכי הלחם החי הירד מן השמים איש כי יאכל מן הלחם הזה יחיה לעולם והלחם אשר אתננו הוא בשרי אשר אני נתן בעד חיי העולם׃ (aiōn ) | 51 |
जीवन की रोटी जो स्वर्ग सी उतरी, मय आय। यदि कोयी यो रोटी म सी खावय, त हमेशा जीन्दो रहेंन; अऊर जो रोटी मय जगत को जीवन लायी देऊ, ऊ मोरो मांस आय।” (aiōn )
ויתוכחו היהודים איש עם רעהו לאמר איכה יוכל זה לתת לנו את בשרו לאכל׃ | 52 |
येको पर यहूदी यो कह्य क आपस म झगड़ा करन लग्यो, “यो आदमी कसो हम्ख अपनो मांस खान ख दे सकय हय?”
ויאמר אליהם ישוע אמן אמן אני אמר לכם אם לא תאכלו את בשר בן האדם ושתיתם את דמו אין לכם חיים בקרבכם׃ | 53 |
यीशु न उन्को सी कह्यो, “मय तुम सी सच सच कहू हय कि जब तक तुम आदमी को बेटा यानेकि मसीह को मांस नहीं खावो, अऊर ओको खून नहीं पीवो, तुम म जीवन नहाय।
האכל את בשרי והשתה את דמי יש לו חיי עולמים ואני אקימנו ביום האחרון׃ (aiōnios ) | 54 |
जो मोरो मांस खावय अऊर मोरो खून पीवय हय, अनन्त जीवन ओकोच हय; अऊर मय ओख आखरी दिन फिर जीन्दो करू। (aiōnios )
כי בשרי באמת הוא מאכל ודמי באמת הוא משקה׃ | 55 |
कहालीकि मोरो मांस सच म खान की चिज हय, अऊर मोरो खून सच म पीवन की चिज हय।
האכל את בשרי ושתה את דמי הוא ילין בי ואני בו׃ | 56 |
जो मोरो मांस खावय अऊर मोरो खून पीवय हय ऊ मोरो म मजबूत बन्यो रह्य हय, अऊर मय ओको म।
כאשר שלחני האב החי ואנכי חי בגלל אבי כן האכל אתי גם הוא יחיה בגללי׃ | 57 |
जसो जीन्दो बाप न मोख भेज्यो, अऊर मय बाप को वजह जीन्दो हय, वसोच ऊ भी जो मोख खायेंन मोरो वजह जीन्दो रहेंन।
זה הוא הלחם הירד מן השמים לא כאשר אכלו אבותיכם את המן וימתו האכל את הלחם הזה יחיה לעולם׃ (aiōn ) | 58 |
जो रोटी स्वर्ग सी उतरी योच आय, ऊ रोटी को जसो नहाय जेक बापदादों न खायो अऊर मर गयो; जो कोयी यो रोटी खायेंन, ऊ हमेशा जीन्दो रहेंन।” (aiōn )
כזאת דבר בבית הכנסת בלמדו בכפר נחום׃ | 59 |
या बाते यीशु न कफरनहूम को एक आराधनालय म शिक्षा देतो समय कह्यो।
ורבים מתלמידיו כשמעם אמרו קשה הדבר הזה מי יוכל לשמע אתו׃ | 60 |
ओको चेलावों म सी बहुत सो न यो सुन क कह्यो, “या कठोर बात आय; येख कौन सुन सकय हय?”
ויבן ישוע בלבו כי תלמידיו מלינים על זאת ויאמר אליהם הזאת לכם למכשול׃ | 61 |
यीशु न अपनो मन म यो जान क कि मोरो चेला आपसी म या बात पर कुड़कुड़ावय हंय, उन्को सी पुच्छ्यो, “का या बात सी तुम्ख ठोकर लगय हय?
מה אפוא אם תראו את בן האדם עלה אל אשר היה שם לפנים׃ | 62 |
यदि तुम आदमी को बेटा ख जहां ऊ पहिले होतो, वहां ऊपर जातो देखो, त का होयेंन?
הרוח הוא הנתן חיים והבשר אין בו מועיל הדברים אשר אני דברתי אליכם רוח המה וחיים המה׃ | 63 |
आत्मा त जीवन देन वाली आय, शरीर सी कुछ फायदा नहाय; जो बाते मय न तुम सी कहीं हंय हि आत्मा आय, अऊर जीवन भी आय।
אך יש מכם אשר לא יאמינו כי ישוע ידע מראש מי הם אשר אינם מאמינים ומי המוסר אתו׃ | 64 |
पर तुम म सी कुछ असो हंय जो विश्वास नहीं करय।” कहालीकि यीशु पहिलेच सी जानत होतो कि जो विश्वास नहीं करय, हि कौन आय; अऊर मोख पकड़वायेंन।
ויאמר על כן אמרתי לכם כי לא יוכל איש לבוא אלי בלתי אם נתן לו מאת אבי׃ | 65 |
अऊर ओन कह्यो, “येको लायी मय न तुम सी कह्यो होतो कि जब तक कोयी ख बाप को तरफ सी यो वरदान नहीं दियो जाय तब तक ऊ मोरो जवर नहीं आय सकय।”
מן העת הזאת רבים מתלמידיו נסגו אחור ולא יספו להתהלך אתו׃ | 66 |
येको पर ओको बहुत सो चेलावों पीछू हट गयो अऊर ओको बाद ओको संग नहीं चल्यो।
ויאמר ישוע אל שנים העשר היש את נפשכם גם אתם לסור ממני׃ | 67 |
तब यीशु न उन बारयी चेला सी कह्यो, “का तुम भी चल्यो जानो चाहवय हय?”
ויען אתו שמעון פטרוס אדני אל מי נלך דברי חיי עולמים עמך׃ (aiōnios ) | 68 |
शिमोन पतरस न ओख उत्तर दियो, “हे प्रभु, हम कौन्को जवर जाबो? अनन्त जीवन की बाते त तोरोच जवर हंय; (aiōnios )
ואנחנו האמנו ונדע כי אתה המשיח בן אל חי׃ | 69 |
अऊर हम न विश्वास करयो अऊर जान गयो हंय कि परमेश्वर को पवित्र लोग तयच आय।”
ויען אתם ישוע הלא בחרתי אני בכם שנים העשר ואחד מכם שטן הוא׃ | 70 |
यीशु न उन्ख उत्तर दियो, “का मय न तुम बारयी ख नहीं चुन्यो? तब भी तुम म सी एक आदमी शैतान हय।”
זאת אמר על יהודה בן שמעון איש קריות כי עתיד היה למסרו והוא אחד משנים העשר׃ | 71 |
यो ओन शिमोन इस्करियोती को टुरा यहूदा को बारे म कह्यो होतो, कहालीकि उच जो बारयी म सी एक होतो, ओख पकड़वान ख होतो।