< יחזקאל 40 >

בעשרים וחמש שנה לגלותנו בראש השנה בעשור לחדש בארבע עשרה שנה אחר אשר הכתה העיר בעצם היום הזה היתה עלי יד יהוה ויבא אתי שמה׃ 1
हमारी ग़ुलामी के पच्चीसवें बरस के शुरू' में और महीने की दसवीं तारीख़ को, जो शहर की तस्ख़ीर का चौदहवाँ साल था, उसी दिन ख़ुदावन्द का हाथ मुझ पर था, और वह मुझे वहाँ ले गया।
במראות אלהים הביאני אל ארץ ישראל ויניחני אל הר גבה מאד ועליו כמבנה עיר מנגב׃ 2
वह मुझे ख़ुदा की रोयतों में इस्राईल के मुल्क में ले गया और उसने मुझे एक बहुत बुलन्द पहाड़ पर उतारा, और उसी पर दक्खिन की तरफ़ जैसे एक शहर का सा नक़्शा था।
ויביא אותי שמה והנה איש מראהו כמראה נחשת ופתיל פשתים בידו וקנה המדה והוא עמד בשער׃ 3
जब वह मुझे वहाँ ले गया तो क्या देखता हूँ कि एक शख़्स है जिसकी झलक पीतल के जैसी है, और वह सन की डोरी और पैमाइश का सरकण्डा हाथ में लिए फाटक पर खड़ा है।
וידבר אלי האיש בן אדם ראה בעיניך ובאזניך שמע ושים לבך לכל אשר אני מראה אותך כי למען הראותכה הבאתה הנה הגד את כל אשר אתה ראה לבית ישראל׃ 4
और उस शख़्स ने मुझे कहा, कि 'ऐ आदमज़ाद, अपनी आँखों से देख और कानों से सुन, और जो कुछ मैं तुझे दिखाऊँ उस सब पर ख़ूब ग़ौर कर, क्यूँकि तू इसी लिए यहाँ पहुँचाया गया है कि मैं यह सब कुछ तुझे दिखाऊँ; इसलिए जो कुछ तू देखता है, बनी इस्राईल से बयान कर।
והנה חומה מחוץ לבית סביב סביב וביד האיש קנה המדה שש אמות באמה וטפח וימד את רחב הבנין קנה אחד וקומה קנה אחד׃ 5
और क्या देखता हूँ कि घर के चारों तरफ़ दीवार है, और उस शख़्स के हाथ में पैमाइश का सरकण्डा है, छ: हाथ लम्बा और हर एक हाथ पूरे हाथ से चार उँगल बड़ा था; इसलिए उसने उस दीवार की चौड़ाई नापी, वह एक सरकण्डा हुई और ऊँचाई एक सरकण्डा।
ויבוא אל שער אשר פניו דרך הקדימה ויעל במעלתו וימד את סף השער קנה אחד רחב ואת סף אחד קנה אחד רחב׃ 6
तब वह पूरब रूया फाटक पर आया, और उसकी सीढ़ी पर चढ़ा और उस फाटक के आस्ताने को नापा, जो एक सरकण्डा चौड़ा था और दूसरे आस्ताने का 'अर्ज़ भी एक सरकण्डा था।
והתא קנה אחד ארך וקנה אחד רחב ובין התאים חמש אמות וסף השער מאצל אולם השער מהבית קנה אחד׃ 7
और हर एक कोठरी एक सरकण्डा लम्बी और एक सरकण्डा चौड़ी थी, और कोठरियों के बीच पाँच पाँच हाथ का फ़ासिला था, और फाटक की डयोढ़ी के पास अन्दर की तरफ़ फाटक का आस्ताना एक सरकण्डा था।
וימד את אלם השער מהבית קנה אחד׃ 8
और उसने फाटक के आँगन अन्दर से एक सरकण्डा नापी।
וימד את אלם השער שמנה אמות ואילו שתים אמות ואלם השער מהבית׃ 9
तब उसने फाटक के आँगन आठ हाथ नापी, और उसके सुतून दो हाथ और फाटक के आँगन अन्दर की तरफ़ थी।
ותאי השער דרך הקדים שלשה מפה ושלשה מפה מדה אחת לשלשתם ומדה אחת לאילם מפה ומפו׃ 10
और पूरब रूया फाटक की कोठरियाँ तीन इधर और तीन उधर थीं, यह तीनों पैमाइश में बराबर थीं, और इधर — उधर के सुतूनों का एक ही नाप था।
וימד את רחב פתח השער עשר אמות ארך השער שלוש עשרה אמות׃ 11
और उसने फाटक के दरवाज़े की चौड़ाई दस हाथ और लम्बाई तेरह हाथ नापी।
וגבול לפני התאות אמה אחת ואמה אחת גבול מפה והתא שש אמות מפו ושש אמות מפו׃ 12
और कोठरियों के आगे का हाशिया हाथ भर इधर और हाथ भर उधर था, और कोठरियाँ छ: हाथ इधर और छ: हाथ उधर थीं।
וימד את השער מגג התא לגגו רחב עשרים וחמש אמות פתח נגד פתח׃ 13
तब उसने फाटक की एक कोठरी की छत से दूसरी की छत तक पच्चीस हाथ चौड़ा नापा दरवाज़े के सामने का दरवाज़ा।
ויעש את אילים ששים אמה ואל איל החצר השער סביב סביב׃ 14
और उसने सुतून साठ हाथ नापे और सहन के सुतून दरवाज़े के चारों तरफ़ थे।
ועל פני השער היאתון על לפני אלם השער הפנימי חמשים אמה׃ 15
और मदख़ल के फाटक के सामने से लेकर, अन्दरूनी फाटक के आँगन तक पचास हाथ का फ़ासिला था।
וחלונות אטמות אל התאים ואל אליהמה לפנימה לשער סביב סביב וכן לאלמות וחלונות סביב סביב לפנימה ואל איל תמרים׃ 16
और कोठरियों में और उनके सुतूनों में फाटक के अन्दर चारों तरफ़ झरोके थे, वैसे ही आँगन के अन्दर भी चारों तरफ़ झरोके थे, और सुतूनों पर खजूर की सूरतें थीं।
ויביאני אל החצר החיצונה והנה לשכות ורצפה עשוי לחצר סביב סביב שלשים לשכות אל הרצפה׃ 17
फिर वह मुझे बाहर के सहन में ले गया, और क्या देखता हूँ कि कमरे हैं और चारों तरफ़ सहन में फ़र्श लगा था, और उस फ़र्श पर तीस कमरे थे।
והרצפה אל כתף השערים לעמת ארך השערים הרצפה התחתונה׃ 18
और वह फ़र्श या'नी नीचे का फ़र्श फाटकों के साथ साथ बराबर लगा था।
וימד רחב מלפני השער התחתונה לפני החצר הפנימי מחוץ מאה אמה הקדים והצפון׃ 19
तब उसने उसकी चौड़ाई नीचे के फाटक के सामने से अन्दर के सहन के आगे, पूरब और उत्तर की तरफ़ बाहर बाहर सौ हाथ नापी।
והשער אשר פניו דרך הצפון לחצר החיצונה מדד ארכו ורחבו׃ 20
फिर उसने बाहर के सहन के उत्तर रूया फाटक की लम्बाई और चौड़ाई नापी।
ותאו שלושה מפו ושלשה מפו ואילו ואלמו היה כמדת השער הראשון חמשים אמה ארכו ורחב חמש ועשרים באמה׃ 21
और उसकी कोठरियाँ तीन इस तरफ़ और तीन उस तरफ़ और उसके सुतून और मेहराब पहले फाटक के नाप के मुताबिक़ थे; उसकी लम्बाई पचास हाथ और चौड़ाई पच्चीस हाथ थी।
וחלונו ואלמו ותמרו כמדת השער אשר פניו דרך הקדים ובמעלות שבע יעלו בו ואילמו לפניהם׃ 22
और उसके दरीचे और आँगन और खजूर के दरख़्त पूरब रूया फाटक के नाप के मुताबिक़ थे, और ऊपर जाने के लिए सात ज़ीने थे; उसके आँगन उनके आगे थी।
ושער לחצר הפנימי נגד השער לצפון ולקדים וימד משער אל שער מאה אמה׃ 23
और अन्दर के सहन का फाटक उत्तर रूया और पूरब रूया फाटकों के सामने था, और उसने फाटक से फाटक तक सौ हाथ नापा।
ויולכני דרך הדרום והנה שער דרך הדרום ומדד אילו ואילמו כמדות האלה׃ 24
और वह मुझे दक्खिन की राह से ले गया, और क्या देखता हूँ कि दक्खिन की तरफ़ एक फाटक है, और उसने उसके सुतूनों को और उसके आँगन को इन्हीं नापों के मुताबिक़ नापा।
וחלונים לו ולאילמו סביב סביב כהחלנות האלה חמשים אמה ארך ורחב חמש ועשרים אמה׃ 25
और उसमें और उसके आँगन में चारों तरफ़ उन दरीचों की तरह दरीचे थे; लम्बाई पचास हाथ, चौड़ाई पच्चीस हाथ।
ומעלות שבעה עלותו ואלמו לפניהם ותמרים לו אחד מפו ואחד מפו אל אילו׃ 26
और उसके ऊपर जाने के लिए सात ज़ीने थे, और उसके आँगन उनके आगे थी और सुतूनों पर खजूर की सूरते थीं, एक इस तरफ़ और एक उस तरफ़।
ושער לחצר הפנימי דרך הדרום וימד משער אל השער דרך הדרום מאה אמות׃ 27
और दक्खिन की तरफ़ अन्दरूनी सहन का फाटक था, और उसने दक्खिन की तरफ़ फाटक से फाटक तक सौ हाथ नापा।
ויביאני אל חצר הפנימי בשער הדרום וימד את השער הדרום כמדות האלה׃ 28
और वह दक्खिनी फाटक की रास्ते से मुझे अन्दरूनी सहन में लाया, और इन्हीं नापों के मुताबिक़ उसने दक्खिनी फाटक को नापा।
ותאו ואילו ואלמו כמדות האלה וחלונות לו ולאלמו סביב סביב חמשים אמה ארך ורחב עשרים וחמש אמות׃ 29
और उसकी कोठरियों और उसके सुतूनों और उसके आँगन को इन्हीं नापों के मुताबिक पाया और उसमें और उसके आँगन में चारों तरफ़ दरीचे थे; लम्बाई पचास हाथ और चौड़ाई पच्चीस हाथ थी।
ואלמות סביב סביב ארך חמש ועשרים אמה ורחב חמש אמות׃ 30
और आँगन चारों तरफ़ पच्चीस हाथ लम्बी और पाँच हाथ चौड़ी थी।
ואלמו אל חצר החצונה ותמרים אל אילו ומעלות שמונה מעלו׃ 31
उसकी आँगन बैरूनी सहन की तरफ़ थी और उसके सुतूनों पर खजूर की सूरतें थीं और ऊपर जाने के लिए आठ ज़ीने थे।
ויביאני אל החצר הפנימי דרך הקדים וימד את השער כמדות האלה׃ 32
और वह मुझे पूरब की तरफ़ अन्दरूनी सहन में लाया और इन्हीं नापों के मुताबिक़ फाटक को पाया।
ותאו ואלו ואלמו כמדות האלה וחלונות לו ולאלמו סביב סביב ארך חמשים אמה ורחב חמש ועשרים אמה׃ 33
और उसकी कोठरियों और सुतूनों और आँगन को इन्हीं नापों के मुताबिक़ पाया, और उसमें और उसके आँगन में चारों तरफ़ दरीचे थे; लम्बाई पचास हाथ चौड़ाई पच्चीस हाथ थी।
ואלמו לחצר החיצונה ותמרים אל אלו מפו ומפו ושמנה מעלות מעלו׃ 34
और उसका आँगन बैरूनी सहन की तरफ़ था और उसके सुतूनों पर इधर — उधर खजूर की सूरतें थीं, और ऊपर जाने के लिए आठ ज़ीने थे।
ויביאני אל שער הצפון ומדד כמדות האלה׃ 35
और वह मुझे उत्तरी फाटक की तरफ़ ले गया और इन्हीं नापों के मुताबिक़ उसे पाया।
תאו אלו ואלמו וחלונות לו סביב סביב ארך חמשים אמה ורחב חמש ועשרים אמה׃ 36
उसकी कोठरियों और उसके सुतूनों और उसके आँगन को जिनमें चारों तरफ़ दरीचे थे, लम्बाई पचास हाथ चौड़ाई पच्चीस हाथ थी।
ואילו לחצר החיצונה ותמרים אל אילו מפו ומפו ושמנה מעלות מעלו׃ 37
और उसके सुतून बैरूनी सहन की तरफ़ थे, और उसके सुतूनों पर इधर उधर खजूर की सूरतें थीं और ऊपर जाने के लिए आठ जीने थे।
ולשכה ופתחה באילים השערים שם ידיחו את העלה׃ 38
और फाटकों के सुतूनों के पास दरवाज़ेदार हुजरा था, जहाँ सोख़्तनी कु़र्बानियाँ धोते थे।
ובאלם השער שנים שלחנות מפו ושנים שלחנות מפה לשחוט אליהם העולה והחטאת והאשם׃ 39
और फाटक के आँगन में दो मेज़े इस तरफ़ और दो उस तरफ़ थीं, कि उन पर सोख़्तनी क़ुर्बानी और ख़ता की क़ुर्बानी और जुर्म की क़ुर्बानी ज़बह करें।
ואל הכתף מחוצה לעולה לפתח השער הצפונה שנים שלחנות ואל הכתף האחרת אשר לאלם השער שנים שלחנות׃ 40
और बाहर की तरफ़ उत्तरी फाटक के मदख़ल के पास दो मेज़ें थीं, और फाटक की डयोढ़ी की दूसरी तरफ़ दो मेजें।
ארבעה שלחנות מפה וארבעה שלחנות מפה לכתף השער שמונה שלחנות אליהם ישחטו׃ 41
फाटक के पास चार मेज़ें इस तरफ़ और चार उस तरफ़ थीं, या'नी आठ मेज़े जिन पर ज़बह करें।
וארבעה שלחנות לעולה אבני גזית ארך אמה אחת וחצי ורחב אמה אחת וחצי וגבה אמה אחת אליהם ויניחו את הכלים אשר ישחטו את העולה בם והזבח׃ 42
सोख़्तनी क़ुर्बानी के लिए तराशे हुए पत्थरों की चार मेजें थीं, जो डेढ़ हाथ लम्बी और डेढ़ हाथ चौड़ी और एक हाथ ऊँची थीं, जिन पर वह सोख़्तनी क़ुर्बानी और ज़बीहे को ज़बह करने के हथियार रखते थे।
והשפתים טפח אחד מוכנים בבית סביב סביב ואל השלחנות בשר הקרבן׃ 43
और उसके अन्दर चारों तरफ़ चार उंगल लम्बी अंकड़ियाँ लगी थीं और क़ुर्बानी का गोश्त मेज़ों पर था।
ומחוצה לשער הפנימי לשכות שרים בחצר הפנימי אשר אל כתף שער הצפון ופניהם דרך הדרום אחד אל כתף שער הקדים פני דרך הצפן׃ 44
और अन्दरूनी फाटक से बाहर अन्दरूनी सहन में जो उत्तरी फाटक की जानिब था, गाने वालों के कमरे थे और उनका रुख़ दक्खिन की तरफ़ था, और एक पूरबी फाटक की जानिब था जिसका रुख़ उत्तर की तरफ़ था।
וידבר אלי זה הלשכה אשר פניה דרך הדרום לכהנים שמרי משמרת הבית׃ 45
और उसने मुझ से कहा, कि “यह कमरा जिसका रुख़ दक्खिन की तरफ़ है, उन काहिनों के लिए है जो घर की निगहबानी करते हैं;
והלשכה אשר פניה דרך הצפון לכהנים שמרי משמרת המזבח המה בני צדוק הקרבים מבני לוי אל יהוה לשרתו׃ 46
और वह कमरा जिसका रुख़ उत्तर की तरफ़ है, उन काहिनों के लिए है जो मज़बह की मुहाफ़िज़त में हाज़िर हैं; यह बनी सदूक़ हैं जो बनी लावी में से ख़ुदावन्द के सामने आते हैं कि उसकी ख़िदमत करें।”
וימד את החצר ארך מאה אמה ורחב מאה אמה מרבעת והמזבח לפני הבית׃ 47
और उसने सहन को सौ हाथ लम्बा और सौ हाथ चौड़ा मुरब्बा नापा और मज़बह घर के सामने था।
ויבאני אל אלם הבית וימד אל אלם חמש אמות מפה וחמש אמות מפה ורחב השער שלש אמות מפו ושלש אמות מפו׃ 48
फिर वह मुझे घर के आँगन में लाया और आँगन को नापा; पाँच हाथ इधर पाँच हाथ उधर और फाटक की चौड़ाई तीन हाथ इस तरफ़ थी और तीन हाथ उस तरफ़।
ארך האלם עשרים אמה ורחב עשתי עשרה אמה ובמעלות אשר יעלו אליו ועמדים אל האילים אחד מפה ואחד מפה׃ 49
आँगन की लम्बाई बीस हाथ और चौड़ाई ग्यारह हाथ की और सीढ़ी के ज़ीने जिनसे उस पर चढ़ते थे और सुतूनों के पास पील पाए थे, एक इस तरफ़ और एक उस तरफ़।

< יחזקאל 40 >