< יחזקאל 16 >
ויהי דבר יהוה אלי לאמר׃ | 1 |
फिर ख़ुदावन्द का कलाम मुझ पर नाज़िल हुआ:
בן אדם הודע את ירושלם את תועבתיה׃ | 2 |
कि ऐ आदमज़ाद! येरूशलेम को उसके नफ़रती कामों से आगाह कर,
ואמרת כה אמר אדני יהוה לירושלם מכרתיך ומלדתיך מארץ הכנעני אביך האמרי ואמך חתית׃ | 3 |
और कह, ख़ुदावन्द ख़ुदा येरूशलेम से यूँ फ़रमाता है: तेरी विलादत और तेरी पैदाइश कनान की सरज़मीन की है; तेरा बाप अमूरी था और तेरी माँ हित्ती थी।
ומולדותיך ביום הולדת אתך לא כרת שרך ובמים לא רחצת למשעי והמלח לא המלחת והחתל לא חתלת׃ | 4 |
और तेरी पैदाइश का हाल यूँ है कि जिस दिन तू पैदा हुई तेरी नाफ़ काटी न गई, और न सफ़ाई के लिए तुझे पानी से गु़स्ल मिला, और न तुझ पर नमक मला गया, और तू कपड़ों में लपेटी न गई।
לא חסה עליך עין לעשות לך אחת מאלה לחמלה עליך ותשלכי אל פני השדה בגעל נפשך ביום הלדת אתך׃ | 5 |
किसी की आँख ने तुझ पर रहम न किया कि तेरे लिए यह काम करे और तुझ पर मेहरबानी दिखाए बल्कि तू अपनी विलादत के दिन बाहर मैदान में फेंकी गई, क्यूँकि तुझ से नफ़रत रखते थे।
ואעבר עליך ואראך מתבוססת בדמיך ואמר לך בדמיך חיי ואמר לך בדמיך חיי׃ | 6 |
तब मैंने तुझ पर गुज़र किया और तुझे तेरे ही ख़ून में लोटती देखा, और मैंने तुझे जब तू अपने खू़न में आग़िश्ता थी कहा, 'जीती रह! हाँ, मैंने तुझ खू़न आलूदा से कहा, 'जीती रह!
רבבה כצמח השדה נתתיך ותרבי ותגדלי ותבאי בעדי עדיים שדים נכנו ושערך צמח ואת ערם ועריה׃ | 7 |
मैंने तुझे चमन के शगूफ़ों की तरह हज़ार चन्द बढ़ाया, इसलिए तू बढ़ीं, और कमाल और जमाल को पहुँची तेरी छातियाँ उठीं और तेरी ज़ुल्फें बढ़ीं लेकिन तू नंगी और बरहना थी।
ואעבר עליך ואראך והנה עתך עת דדים ואפרש כנפי עליך ואכסה ערותך ואשבע לך ואבוא בברית אתך נאם אדני יהוה ותהיי לי׃ | 8 |
फिर मैंने तेरी तरफ़ गुज़र किया और तुझ पर नज़र की, और क्या देखता हूँ कि तू 'इश्क़ अंगेज़ उम्र को पहुँच गई है; फिर मैंने अपना दामन तुझ पर फैलाया और तेरी बरहनगी को छिपाया, और क़सम खाकर तुझ से 'अहद बाँधा ख़ुदावन्द ख़ुदा फ़रमाता है और तू मेरी हो गई।
וארחצך במים ואשטף דמיך מעליך ואסכך בשמן׃ | 9 |
फिर मैंने तुझे पानी से गु़स्ल दिया, और तेरा खू़न बिल्कुल धो डाला और तुझ पर 'इत्र मला।
ואלבישך רקמה ואנעלך תחש ואחבשך בשש ואכסך משי׃ | 10 |
और मैंने तुझे ज़र — दोज़ लिबास से मुलब्बस किया, और तुख़स की खाल की जूती पहनाई, नफ़ीस कतान से तेरा कमरबन्द बनाया और तुझे सरासर रेशम से मुलब्बस किया।
ואעדך עדי ואתנה צמידים על ידיך ורביד על גרונך׃ | 11 |
मैंने तुझे ज़ेवर से आरास्ता किया, तेरे हाथों में कंगन पहनाए और तेरे गले में तौक़ डाला।
ואתן נזם על אפך ועגילים על אזניך ועטרת תפארת בראשך׃ | 12 |
और मैंने तेरी नाक में नथ और तेरे कानों में बालियाँ पहनाई, और एक खू़बसूरत ताज तेरे सिर पर रख्खा।
ותעדי זהב וכסף ומלבושך ששי ומשי ורקמה סלת ודבש ושמן אכלתי ותיפי במאד מאד ותצלחי למלוכה׃ | 13 |
और तू सोने — चाँदी से आरास्ता हुई, और तेरी पोशाक कतानी और रेशमी और चिकन — दोज़ी की थी; और तू मैदा और शहद और चिकनाई खाती थी, और तू बहुत खू़बसूरत और इक़बालमन्द मलिका हो गई।
ויצא לך שם בגוים ביפיך כי כליל הוא בהדרי אשר שמתי עליך נאם אדני יהוה׃ | 14 |
और क़ौम — ए — 'आलम में तेरी खू़बसूरती की शोहरत फैल गई, क्यूँकि, ख़ुदावन्द ख़ुदा फ़रमाता है, कि तू मेरे उस जलाल से जो मैंने तुझे बख़्शा कामिल हो गई थी।
ותבטחי ביפיך ותזני על שמך ותשפכי את תזנותיך על כל עובר לו יהי׃ | 15 |
लेकिन तूने अपनी खू़बसूरती पर भरोसा किया और अपनी शोहरत के वसीले से बदकारी करने लगी, और हर एक के साथ जिसका तेरी तरफ़ गुज़र हुआ ख़ूब फ़ाहिशा बनी और उसी की हो गई।
ותקחי מבגדיך ותעשי לך במות טלאות ותזני עליהם לא באות ולא יהיה׃ | 16 |
तूने अपनी पोशाक से अपने ऊँचे मक़ाम मुनक़्क़श और आरास्ता किए, और उन पर ऐसी बदकारी की, कि न कभी हुई और न होगी।
ותקחי כלי תפארתך מזהבי ומכספי אשר נתתי לך ותעשי לך צלמי זכר ותזני בם׃ | 17 |
और तूने अपने सोने — चाँदी के नफ़ीस ज़ेवरों से जो मैंने तुझे दिए थे, अपने लिए मर्दों की मूरतें बनाई और उनसे बदकारी की।
ותקחי את בגדי רקמתך ותכסים ושמני וקטרתי נתתי לפניהם׃ | 18 |
और अपनी ज़र — दोज़ पोशाकों से उनको मुलब्बस किया, और मेरा 'इत्र और ख़ुशबू उनके सामने रख्खा।
ולחמי אשר נתתי לך סלת ושמן ודבש האכלתיך ונתתיהו לפניהם לריח ניחח ויהי נאם אדני יהוה׃ | 19 |
और मेरा खाना जो मैंने तुझे दिया, या'नी मैदा और चिकनाई और शहद जो मैं तुझे खिलाता था, तूने उनके सामने ख़ुशबू के लिए रख्खा: ख़ुदावन्द ख़ुदा फ़रमाता है कि यूँ ही हुआ।
ותקחי את בניך ואת בנותיך אשר ילדת לי ותזבחים להם לאכול המעט מתזנתך׃ | 20 |
और तूने अपने बेटों और अपनी बेटियों को, जिनको तूने मेरे लिए पैदा किया लेकर उनके आगे कु़र्बान किया, ताकि वह उनको खा जाएँ, क्या तेरी बदकारी कोई छोटी बात थी,
ותשחטי את בני ותתנים בהעביר אותם להם׃ | 21 |
कि तूने मेरे बच्चों को भी ज़बह किया और उनको बुतों के लिए आग के हवाले किया?
ואת כל תועבתיך ותזנתיך לא זכרתי את ימי נעוריך בהיותך ערם ועריה מתבוססת בדמך היית׃ | 22 |
और तूने अपनी तमाम मकरूहात और बदकारी में अपने बचपन के दिनों को, जब कि तू नंगी और बरहना अपने खू़न में लोटती थी, कभी याद न किया।
ויהי אחרי כל רעתך אוי אוי לך נאם אדני יהוה׃ | 23 |
'और ख़ुदावन्द ख़ुदा फ़रमाता है कि अपनी इस सारी बदकारी के 'अलावा अफ़सोस! तुझ पर अफ़सोस!
ותבני לך גב ותעשי לך רמה בכל רחוב׃ | 24 |
तूने अपने लिए गुम्बद बनाया और हर एक बाज़ार में ऊँचा मक़ाम तैयार किया।
אל כל ראש דרך בנית רמתך ותתעבי את יפיך ותפשקי את רגליך לכל עובר ותרבי את תזנתך׃ | 25 |
तूने रास्ते के हर कोने पर अपना ऊँचा मक़ाम ता'मीर किया, और अपनी खू़बसूरती को नफ़रत अंगेज़ किया, और हर एक राह गुज़र के लिए अपने पाँव पसारे और बदकारी में तरक़्क़ी की।
ותזני אל בני מצרים שכניך גדלי בשר ותרבי את תזנתך להכעיסני׃ | 26 |
तूने अहल — ए — मिस्र और अपने पड़ोसियों से जो बड़े क़दआवर हैं बदकारी की और अपनी बदकारी की ज़्यादती से मुझे ग़ज़बनाक किया।
והנה נטיתי ידי עליך ואגרע חקך ואתנך בנפש שנאותיך בנות פלשתים הנכלמות מדרכך זמה׃ | 27 |
फिर देख, मैंने अपना हाथ तुझ पर चलाया और तेरे वज़ीफ़े को कम कर दिया, और तुझे तेरी बदख़्वाह फ़िलिस्तियों की बेटियों के क़ाबू में कर दिया जो तेरी ख़राब चाल चलन से शर्मिन्दा होती थीं।
ותזני אל בני אשור מבלתי שבעתך ותזנים וגם לא שבעת׃ | 28 |
फिर तूने अहल — ए — असूर से बदकारी की, क्यूँकि तू सेर न हो सकती थी; हाँ, तूने उन से भी बदकारी की लेकिन तोभी तू आसूदा न हुई।
ותרבי את תזנותך אל ארץ כנען כשדימה וגם בזאת לא שבעת׃ | 29 |
और तूने मुल्क — ए — कन'आन से कसदियों के मुल्क तक अपनी बदकारी को फैलाया, लेकिन इस से भी सेर न हुई।
מה אמלה לבתך נאם אדני יהוה בעשותך את כל אלה מעשה אשה זונה שלטת׃ | 30 |
ख़ुदावन्द ख़ुदा फ़रमाता है, तेरा दिल कैसा बे — इख़्तियार है कि तू यह सब कुछ करती है, जो बेलगाम फ़ाहिशा 'औरत का काम है,
בבנותיך גבך בראש כל דרך ורמתך עשיתי בכל רחוב ולא הייתי כזונה לקלס אתנן׃ | 31 |
इसलिए कि तू हर एक सड़क के सिरे पर अपना गुम्बद बनाती है, और हर एक बाज़ार में अपना ऊँचा मक़ाम तैयार करती है, और तू कस्बी की तरह नहीं क्यूँकि तू उजरत लेना बेकार जानती है।
האשה המנאפת תחת אישה תקח את זרים׃ | 32 |
बल्कि बदकार बीवी की तरह है, जो अपने शौहर के बदले गै़रों को कु़बूल करती है।
לכל זנות יתנו נדה ואת נתת את נדניך לכל מאהביך ותשחדי אותם לבוא אליך מסביב בתזנותיך׃ | 33 |
लोग सब कस्बियों को हदिए देते हैं; लेकिन तू अपने यारों को हदिए और तोहफ़े देती है, ताकि वह चारों तरफ़ से तेरे पास आएँ और तेरे साथ बदकारी करें।
ויהי בך הפך מן הנשים בתזנותיך ואחריך לא זונה ובתתך אתנן ואתנן לא נתן לך ותהי להפך׃ | 34 |
और तू बदकारी में और 'औरतों की तरह नहीं, क्यूँकि बदकारी के लिए तेरे पीछे कोई नहीं आता। तू उजरत नहीं लेती बल्कि ख़ुद उजरत देती है, इसलिए तू अनोखी है।
לכן זונה שמעי דבר יהוה׃ | 35 |
इसलिए ऐ बदकार, तू ख़ुदावन्द का कलाम सुन,
כה אמר אדני יהוה יען השפך נחשתך ותגלה ערותך בתזנותיך על מאהביך ועל כל גלולי תועבותיך וכדמי בניך אשר נתת להם׃ | 36 |
ख़ुदावन्द ख़ुदा यूँ फ़रमाता है: कि चूँकि तेरी नापाकी बह निकली और तेरी बरहनगी तेरी बदकारी के ज़रिए' जो तूने अपने यारों से की, और तेरे सब नफ़रती बुतों की वजह से और तेरे बच्चों के खू़न की वजह से जो तूने उनके आगे पेश किया, ज़ाहिर हो गई।
לכן הנני מקבץ את כל מאהביך אשר ערבת עליהם ואת כל אשר אהבת על כל אשר שנאת וקבצתי אתם עליך מסביב וגליתי ערותך אלהם וראו את כל ערותך׃ | 37 |
इसलिए देख, मैं तेरे सब यारों को तू लज़ीज़ थी, और उन सब को जिनको तू चाहती थी और उन सबको जिनसे तू कीना रखती है जमा' करूँगा; मैं उनको चारों तरफ़ से तेरी मुख़ालिफ़त पर जमा' करूँगा और उनके आगे तेरी बरहनगी खोल दूँगा ताकि वह तेरी तमाम बरहनगी देखें।
ושפטתיך משפטי נאפות ושפכת דם ונתתיך דם חמה וקנאה׃ | 38 |
और मैं तेरी ऐसी 'अदालत करूँगा जैसी बेवफ़ा और ख़ूनी बीवी की और मैं ग़ज़ब और ग़ैरत की मौत तुझ पर लाऊँगा।
ונתתי אותך בידם והרסו גבך ונתצו רמתיך והפשיטו אותך בגדיך ולקחו כלי תפארתך והניחוך עירם ועריה׃ | 39 |
और मैं तुझे उनके हवाले कर दूँगा, और वह तेरे गुम्बद और ऊँचे मक़ामों को मिस्मार करेंगे और तेरे कपड़े उतारेंगे और तेरे ख़ुशनुमा ज़ेवर छीन लेंगे, और तुझे नंगी और बरहना छोड़ जाएँगे।
והעלו עליך קהל ורגמו אותך באבן ובתקוך בחרבותם׃ | 40 |
वह तुझ पर एक हुजूम चढ़ा लाएँगे, और तुझे संगसार करेंगे और अपनी तलवारों से तुझे छेद डालेंगे।
ושרפו בתיך באש ועשו בך שפטים לעיני נשים רבות והשבתיך מזונה וגם אתנן לא תתני עוד׃ | 41 |
और वह तेरे घर आग से जलाएँगे और बहुत सी 'औरतों के सामने तुझे सज़ा देंगे, और मैं तुझे बदकारी से रोक दूँगा और तू फिर उजरत न देगी।
והנחתי חמתי בך וסרה קנאתי ממך ושקטתי ולא אכעס עוד׃ | 42 |
तब मेरा क़हर तुझ पर धीमा हो जाएगा, और मेरी गै़रत तुझ से जाती रहेगी; और मैं तस्कीन पाऊँगा और फिर ग़ज़बनाक न हूँगा।
יען אשר לא זכרתי את ימי נעוריך ותרגזי לי בכל אלה וגם אני הא דרכך בראש נתתי נאם אדני יהוה ולא עשיתי את הזמה על כל תועבתיך׃ | 43 |
चूँकि तूने अपने बचपन के दिनों को याद न किया, और इन सब बातों से मुझ को फ़रोख़्त किया, इसलिए ख़ुदावन्द ख़ुदा फ़रमाता है, देख, मैं तेरी बदराही का नतीजा तेरे सिर पर लाऊँगा और तू आगे को अपने सब घिनौने कामों के 'अलावा ऐसी बदज़ाती नहीं कर सकेगी।
הנה כל המשל עליך ימשל לאמר כאמה בתה׃ | 44 |
देख, सब मिसाल कहने वाले तेरे बारे में यह मिसाल कहेंगे, कि 'जैसी माँ, वैसी बेटी।
בת אמך את געלת אישה ובניה ואחות אחותך את אשר געלו אנשיהן ובניהן אמכן חתית ואביכן אמרי׃ | 45 |
तू अपनी उस माँ की बेटी है जो अपने शौहर और अपने बच्चों से घिन खाती थी, और तू अपनी उन बहनों की बहन है जो अपने शौहरों और अपने बच्चों से नफ़रत रखती थीं; तेरी माँ हित्ती और तेरा बाप अमूरी था।
ואחותך הגדולה שמרון היא ובנותיה היושבת על שמאולך ואחותך הקטנה ממך היושבת מימינך סדם ובנותיה׃ | 46 |
और तेरी बड़ी बहन सामरिया है जो तेरी बाईं तरफ़ रहती है, वह और उसकी बेटियाँ, और तेरी छोटी बहन जो तेरी दहनी तरफ़ रहती हैं, सदूम और उसकी बेटियाँ हैं।
ולא בדרכיהן הלכת ובתועבותיהן עשיתי כמעט קט ותשחתי מהן בכל דרכיך׃ | 47 |
लेकिन तू सिर्फ उनकी राह पर नहीं चली और सिर्फ़ उन ही के जैसे घिनौने काम नहीं किए, क्यूँकि यह तो अगरचे छोटी बात थी, बल्कि तू अपनी तमाम चाल चलन में उनसे बदतर हो गई।
חי אני נאם אדני יהוה אם עשתה סדם אחותך היא ובנותיה כאשר עשית את ובנותיך׃ | 48 |
ख़ुदावन्द ख़ुदा फ़रमाता है, मुझे अपनी हयात की क़सम कि तेरी बहन सदूम ने ऐसा नहीं किया, न उसने न उसकी बेटियों ने जैसा तूने और तेरी बेटियों ने किया है।
הנה זה היה עון סדם אחותך גאון שבעת לחם ושלות השקט היה לה ולבנותיה ויד עני ואביון לא החזיקה׃ | 49 |
देख, तेरी बहन सदूम की तक़्सीर यह थी, गु़रूर और रोटी की सेरी और राहत की कसरत उसमें और उसकी बेटियों में थी; उसने ग़रीब और मोहताज की दस्तगीरी न की।
ותגבהינה ותעשינה תועבה לפני ואסיר אתהן כאשר ראיתי׃ | 50 |
वह मग़रूर थीं और उन्होंने मेरे सामने घिनौने काम किए, इसलिए जब मैंने देखा तो उनको उखाड़ फेंका।
ושמרון כחצי חטאתיך לא חטאה ותרבי את תועבותיך מהנה ותצדקי את אחותך בכל תועבתיך אשר עשיתי׃ | 51 |
और सामरिया ने तेरे गुनाहों के आधे भी नहीं किए, तूने उनके बदले अपनी मकरूहात को फ़िरावान किया है, और तूने अपनी इन मकरूहात से अपनी बहनों को बेक़ुसूर ठहराया है।
גם את שאי כלמתך אשר פללת לאחותך בחטאתיך אשר התעבת מהן תצדקנה ממך וגם את בושי ושאי כלמתך בצדקתך אחיותך׃ | 52 |
फिर तू ख़ुद जो अपनी बहनों को मुजरिम ठहराती है, इन गुनाहों की वजह से जो तूने किए जो उनके गुनाहों से ज़्यादा नफ़रतअंगेज़ हैं, मलामत उठा; वह तुझ से ज़्यादा बेकु़सूर हैं। इसलिए तू भी रूस्वा हो और शर्म खा, क्यूँकि तूने अपनी बहनों को बेकु़सूर ठहराया है।
ושבתי את שבותהן את שבית סדם ובנותיה ואת שבית שמרון ובנותיה ושבית שביתיך בתוכהנה׃ | 53 |
'और मैं उनकी ग़ुलामी को बदल दूँगा, या'नी सदूम और उसकी बेटियों की ग़ुलामी को और सामरिया और उसकी बेटियों की ग़ुलामी की, और उनके बीच तेरे ग़ुलामों की ग़ुलामी को,
למען תשאי כלמתך ונכלמת מכל אשר עשית בנחמך אתן׃ | 54 |
ताकि तू अपनी रूस्वाई उठाए और अपने सब कामों से शर्मिंदा हो, क्यूँकि तू उनके लिए तसल्ली के ज़रिए' है।
ואחותיך סדם ובנותיה תשבן לקדמתן ושמרון ובנותיה תשבן לקדמתן ואת ובנותיך תשבינה לקדמתכן׃ | 55 |
तेरी बहनें सदूम और सामरिया, अपनी अपनी बेटियों के साथ अपनी पहली हालत पर बहाल हो जाएँगी, और तू और तेरी बेटियाँ अपनी पहली हालत पर बहाल हो जाओगी।
ולוא היתה סדם אחותך לשמועה בפיך ביום גאוניך׃ | 56 |
तू अपने ग़ुरूर के दिनों में, अपनी बहन सदूम का नाम तक ज़बान पर न लाती थी।
בטרם תגלה רעתך כמו עת חרפת בנות ארם וכל סביבותיה בנות פלשתים השאטות אותך מסביב׃ | 57 |
उससे पहले कि तेरी शरारत फ़ाश हुई, जब अराम की बेटियों ने और उन सब ने जो उनके आस — पास थीं तुझे मलामत की, और फ़िलिस्तियों की बेटियों ने चारों तरफ़ से तेरी हिकारत की।
את זמתך ואת תועבותיך את נשאתים נאם יהוה׃ | 58 |
ख़ुदावन्द फ़रमाता है, तूने अपनी बदज़ाती और घिनौने कामों की सज़ा पाई।
כי כה אמר אדני יהוה ועשית אותך כאשר עשית אשר בזית אלה להפר ברית׃ | 59 |
“क्यूँकि ख़ुदावन्द ख़ुदा यूँ फ़रमाता है: कि मैं तुझ से जैसा तूने किया वैसा ही सुलूक करूँगा, इसलिए कि तूने क़सम को बेकार जाना और 'अहद शिकनी की।
וזכרתי אני את בריתי אותך בימי נעוריך והקמותי לך ברית עולם׃ | 60 |
लेकिन मैं अपने उस 'अहद को जो मैंने तेरी जवानी के दिनों में तेरे साथ बाँधा, याद रख्खूँगा और हमेशा का 'अहद तेरे साथ क़ायम करूँगा।
וזכרת את דרכיך ונכלמת בקחתך את אחותיך הגדלות ממך אל הקטנות ממך ונתתי אתהן לך לבנות ולא מבריתך׃ | 61 |
और जब तू अपनी बड़ी और छोटी बहनों को कु़बूल करेगी, तब तू अपनी राहों को याद करके शर्मिंदा होगी और मैं उनको तुझे दूँगा कि तेरी बेटियाँ हों, लेकिन यह तेरे 'अहद के मुताबिक़ नहीं।
והקימותי אני את בריתי אתך וידעת כי אני יהוה׃ | 62 |
और मैं अपना 'अहद तेरे साथ क़ायम करूँगा, और तू जानेगी कि ख़ुदावन्द मैं हूँ।
למען תזכרי ובשת ולא יהיה לך עוד פתחון פה מפני כלמתך בכפרי לך לכל אשר עשית נאם אדני יהוה׃ | 63 |
ताकि तू याद करे और शर्मिंदा हो और शर्म के मारे फिर कभी मुँह न खोले, जब कि मैं सब कुछ जो तूने किया मु'आफ़ कर दूँ, ख़ुदावन्द ख़ुदा फ़रमाता है।”