< מלכים א 2 >

ויקרבו ימי דוד למות ויצו את שלמה בנו לאמר׃ 1
जब दावीद की मृत्यु का समय निकट आया, उन्होंने अपने पुत्र शलोमोन को ये आदेश दिए:
אנכי הלך בדרך כל הארץ וחזקת והיית לאיש׃ 2
“संसार की रीति के अनुसार मैं जा रहा हूं, तुम्हें मजबूत होना होगा और तुम्हें पुरुषार्थ दिखाना होगा.
ושמרת את משמרת יהוה אלהיך ללכת בדרכיו לשמר חקתיו מצותיו ומשפטיו ועדותיו ככתוב בתורת משה למען תשכיל את כל אשר תעשה ואת כל אשר תפנה שם׃ 3
परमेश्वर के नियमों के पालन की जो जवाबदारी याहवेह, तुम्हारे परमेश्वर ने तुम्हें सौंपी है—उनके नियमों का पालन करने का, उनकी विधियों का पालन करने का, उनकी आज्ञा, चितौनियों और गवाहियों का पालन करने का, जैसा कि मोशेह की व्यवस्था में लिखा है; कि तुम्हारा हर एक काम जिसमें तुम लगे होते हो, चाहे वह कैसा भी काम हो; करते हो, समृद्ध हो जाओ;
למען יקים יהוה את דברו אשר דבר עלי לאמר אם ישמרו בניך את דרכם ללכת לפני באמת בכל לבבם ובכל נפשם לאמר לא יכרת לך איש מעל כסא ישראל׃ 4
जिससे याहवेह मेरे बारे में ली गई अपनी इस शपथ को पूरा कर सकें: ‘यदि तुम्हारे पुत्रों का व्यवहार मेरे सामने उनके पूरे हृदय और प्राण से सच्चा रहेगा, इस्राएल के सिंहासन पर बैठने के लिए तुम्हें कभी कमी न होगी.’
וגם אתה ידעת את אשר עשה לי יואב בן צרויה אשר עשה לשני שרי צבאות ישראל לאבנר בן נר ולעמשא בן יתר ויהרגם וישם דמי מלחמה בשלם ויתן דמי מלחמה בחגרתו אשר במתניו ובנעלו אשר ברגליו׃ 5
“इसके अलावा तुम्हें यह भी मालूम है कि ज़ेरुइयाह के पुत्र योआब ने मेरे साथ कैसा गलत व्यवहार किया था—उसने इस्राएल की सेना के दो सेनापतियों—नेर के पुत्र अबनेर और येथेर के पुत्र अमासा की किस प्रकार हत्या की थी. उसने मेल के समय में भी युद्ध के समान लहू बहाया था. ऐसा करके उसने अपने कमरबंध को और अपने जूतों को लहू से भिगो दिया.
ועשית כחכמתך ולא תורד שיבתו בשלם שאל׃ (Sheol h7585) 6
अपनी बुद्धि का सही इस्तेमाल करो और ध्यान रहे कि उसके लिए वह इस बुढ़ापे में पहुंचकर शांति से अधोलोक में प्रवेश न कर सके. (Sheol h7585)
ולבני ברזלי הגלעדי תעשה חסד והיו באכלי שלחנך כי כן קרבו אלי בברחי מפני אבשלום אחיך׃ 7
“मगर गिलआदवासी बारज़िल्लई की संतान पर विशेष दया दिखाते रहना. ऐसा करना कि वे भोजन के लिए तुम्हारे साथ बैठा करें; क्योंकि जब मैं तुम्हारे भाई अबशालोम से छिपता हुआ भाग रहा था, उन्होंने मेरी बड़ी सहायता की थी.
והנה עמך שמעי בן גרא בן הימיני מבחרים והוא קללני קללה נמרצת ביום לכתי מחנים והוא ירד לקראתי הירדן ואשבע לו ביהוה לאמר אם אמיתך בחרב׃ 8
“यह न भूलना कि इस समय तुम्हें बहुरीम के रहनेवाले बिन्यामिन वंशज गेरा के पुत्र शिमेई के बारे में भी निर्णय लेना है. जब मैं माहानाईम की ओर बढ़ रहा था, उसने मुझे कड़े शाप दिए थे. मगर जब मैं लौट रहा था, वह मुझसे मिलने यरदन नदी के किनारे तक आया था. मैंने जीवित याहवेह की शपथ लेकर उसे आश्वासन दिया, ‘मेरी तलवार उस पर कभी न उठेगी.’
ועתה אל תנקהו כי איש חכם אתה וידעת את אשר תעשה לו והורדת את שיבתו בדם שאול׃ (Sheol h7585) 9
अब उसे दंड देने में ढिलाई न करना. तुम बुद्धिमान व्यक्ति हो, तुम्हें पता है कि सही क्या होगा. उसके बूढ़े शरीर को बिना लहू बहाए अधोलोक में उतरने न देना.” (Sheol h7585)
וישכב דוד עם אבתיו ויקבר בעיר דוד׃ 10
इसके बाद दावीद अपने पूर्वजों में जा मिले. उन्हें उन्हीं के नगर की कब्र में रख दिया गया.
והימים אשר מלך דוד על ישראל ארבעים שנה בחברון מלך שבע שנים ובירושלם מלך שלשים ושלש שנים׃ 11
इस्राएल पर दावीद के शासन की अवधि चालीस साल थी. उन्होंने हेब्रोन में सात साल और येरूशलेम में तैंतीस साल शासन किया.
ושלמה ישב על כסא דוד אביו ותכן מלכתו מאד׃ 12
शलोमोन अपने पिता दावीद के राज सिंहासन पर बैठे. उनका शासन इस समय बहुत बढ़िया तरीके से दृढ़ हो चुका था.
ויבא אדניהו בן חגית אל בת שבע אם שלמה ותאמר השלום באך ויאמר שלום׃ 13
एक दिन हेग्गीथ का पुत्र अदोनियाह शलोमोन की माता बैथशेबा से मिलने आया. बथशेबा ने उससे पूछा, “सब कुशल तो है न?” “जी हां, जी हां, सब कुशल है.” उसने उत्तर दिया.
ויאמר דבר לי אליך ותאמר דבר׃ 14
उसने आगे कहना शुरू किया, “मुझे आपसे एक विनती करनी है.” बैथशेबा ने उत्तर दिया, “हां, कहो.”
ויאמר את ידעת כי לי היתה המלוכה ועלי שמו כל ישראל פניהם למלך ותסב המלוכה ותהי לאחי כי מיהוה היתה לו׃ 15
तब उसने कहा, “आपको तो इस बात का पता है ही कि वास्तव में यह राज्य मेरा था—पूरे इस्राएल की उम्मीद मुझसे ही थी. फिर पासा पलट गया और राज्य मेरे भाई का हो गया; क्योंकि यह याहवेह द्वारा उसी के लिए पहले से तय किया गया था.
ועתה שאלה אחת אנכי שאל מאתך אל תשבי את פני ותאמר אליו דבר׃ 16
अब मैं आपसे सिर्फ एक विनती कर रहा हूं: कृपया मना न कीजिएगा.” बैथशेबा ने उससे कहा, “हां, कहो.”
ויאמר אמרי נא לשלמה המלך כי לא ישיב את פניך ויתן לי את אבישג השונמית לאשה׃ 17
अदोनियाह ने कहना शुरू किया, “आप कृपया राजा शलोमोन से विनती करें कि वह मुझे शूनामी अबीशाग से विवाह करने की अनुमति दे दें; वह आपका कहना नहीं टालेंगे.”
ותאמר בת שבע טוב אנכי אדבר עליך אל המלך׃ 18
“ठीक है!” बैथशेबा ने उत्तर दिया, “तुम्हारी यह विनती मैं महाराज तक ज़रूर पहुंचा दूंगी.”
ותבא בת שבע אל המלך שלמה לדבר לו על אדניהו ויקם המלך לקראתה וישתחו לה וישב על כסאו וישם כסא לאם המלך ותשב לימינו׃ 19
तब बैथशेबा अदोनियाह के इस विषय को लेकर राजा शलोमोन के सामने गई. उन्हें देखकर राजा उठ खड़े हुए, और उनसे मिलने के पहले झुककर उन्हें नमस्कार किया. फिर वह अपने सिंहासन पर बैठ गए, उन्होंने आदेश दिया कि एक आसन उनकी माता के लिए लाया जाए. बैथशेबा उनके दाईं ओर उस आसन पर बैठ गईं.
ותאמר שאלה אחת קטנה אנכי שאלת מאתך אל תשב את פני ויאמר לה המלך שאלי אמי כי לא אשיב את פניך׃ 20
बैथशेबा ने अपनी बात कहनी शुरू की, “मैं तुमसे एक छोटी सी विनती कर रही हूं; कृपया मना न करना.” “मेरी माता, आप कहिए तो! मैं मना नहीं करूंगा.” राजा ने उन्हें आश्वासन दिया.
ותאמר יתן את אבישג השנמית לאדניהו אחיך לאשה׃ 21
तब बैथशेबा ने आगे कहा, “अपने भाई अदोनियाह को शूनामी अबीशाग से विवाह करने की अनुमति दे दो.”
ויען המלך שלמה ויאמר לאמו ולמה את שאלת את אבישג השנמית לאדניהו ושאלי לו את המלוכה כי הוא אחי הגדול ממני ולו ולאביתר הכהן וליואב בן צרויה׃ 22
राजा शलोमोन ने अपनी माता को उत्तर दिया, “मां, आप अदोनियाह के लिए सिर्फ शूनामी अबीशाग की ही विनती क्यों कर रही हैं? आप तो उसके लिए पूरा राज्य ही मांग सकती थी; वह तो मेरा बड़ा भाई है. ऐसी ही विनती आप पुरोहित अबीयाथर और ज़ेरुइयाह के पुत्र योआब के लिए भी कर सकती हैं!”
וישבע המלך שלמה ביהוה לאמר כה יעשה לי אלהים וכה יוסיף כי בנפשו דבר אדניהו את הדבר הזה׃ 23
तब राजा शलोमोन ने याहवेह की शपथ लेते हुए कहा, “परमेश्वर मेरे साथ ऐसा ही, बल्कि इससे भी कहीं अधिक करें, यदि अदोनियाह अपनी इस बात का मूल्य अपने प्राणों से न चुकाए.
ועתה חי יהוה אשר הכינני ויושיביני על כסא דוד אבי ואשר עשה לי בית כאשר דבר כי היום יומת אדניהו׃ 24
क्योंकि जीवित याहवेह ने ही मुझे मेरे पिता दावीद के सिंहासन पर बैठाया है, उन्हीं ने अपनी प्रतिज्ञा के अनुसार मुझे राजवंश दिया है. यह तय है कि आज ही अदोनियाह को प्राण-दंड दिया जाएगा.”
וישלח המלך שלמה ביד בניהו בן יהוידע ויפגע בו וימת׃ 25
राजा शलोमोन ने यहोयादा के पुत्र बेनाइयाह को यह जवाबदारी सौंपी, और उसके वार से अदोनियाह की मृत्यु हो गई.
ולאביתר הכהן אמר המלך ענתת לך על שדיך כי איש מות אתה וביום הזה לא אמיתך כי נשאת את ארון אדני יהוה לפני דוד אבי וכי התענית בכל אשר התענה אבי׃ 26
इसके बाद राजा ने पुरोहित अबीयाथर से कहा, “आप अनाथोथ चले जाइए, जहां आपकी पैतृक संपत्ति है. सही तो यह था कि आपको मृत्यु दंड दिया जाता, मगर इस समय मैं आपकी हत्या नहीं करूंगा, क्योंकि आपने मेरे पिता दावीद के सामने प्रभु याहवेह की वाचा के संदूक को उठाया था, साथ ही आप मेरे पिता के बुरे समय में उनके साथ बने रहे.”
ויגרש שלמה את אביתר מהיות כהן ליהוה למלא את דבר יהוה אשר דבר על בית עלי בשלה׃ 27
यह कहते हुए शलोमोन ने अबीयाथर को याहवेह के पुरोहित के पद से हटा दिया, कि याहवेह का वह कहा हुआ वचन पूरा हो जाए, जो उन्होंने शीलो में एली के वंश के संबंध में कहा था.
והשמעה באה עד יואב כי יואב נטה אחרי אדניה ואחרי אבשלום לא נטה וינס יואב אל אהל יהוה ויחזק בקרנות המזבח׃ 28
जब योआब को इसकी ख़बर मिली, वह दौड़कर याहवेह के मिलनवाले तंबू में जा पहुंचा, और उसने जाकर वेदी के सींग पकड़ लिए. ज़ाहिर है कि योआब अदोनियाह के पक्ष में था; हालांकि अबशालोम के पक्ष में नहीं.
ויגד למלך שלמה כי נס יואב אל אהל יהוה והנה אצל המזבח וישלח שלמה את בניהו בן יהוידע לאמר לך פגע בו׃ 29
जब राजा शलोमोन को यह बताया गया, योआब याहवेह के मिलनवाले तंबू को भाग गया है, और वह इस समय वेदी पर है, तो शलोमोन ने यहोयादा के पुत्र बेनाइयाह को आदेश दिया, “जाओ, उसे वहीं खत्म कर दो!”
ויבא בניהו אל אהל יהוה ויאמר אליו כה אמר המלך צא ויאמר לא כי פה אמות וישב בניהו את המלך דבר לאמר כה דבר יואב וכה ענני׃ 30
बेनाइयाह ने याहवेह के मिलनवाले तंबू के पास जाकर योआब से कहा, “यह महाराज का आदेश है, ‘आप मिलनवाले तंबू से बाहर आइए!’” किंतु योआब ने उत्तर दिया, “नहीं, मैं यहीं अपने प्राण दे दूंगा.” बेनायाह ने इसकी सूचना राजा को दे दी, “योआब ऐसा कर रहे हैं, और उन्होंने मुझे यह उत्तर दिया है.”
ויאמר לו המלך עשה כאשר דבר ופגע בו וקברתו והסירת דמי חנם אשר שפך יואב מעלי ומעל בית אבי׃ 31
राजा ने बेनायाह को उत्तर दिया, “वही करो, जैसा वह चाह रहा है. उसे खत्म करो, और उसका अंतिम संस्कार भी कर देना. यह करने के द्वारा तुम मेरे पिता के वंश और मुझ पर उस सारे बहाए गए लहू का दोष दूर कर दोगे, जो योआब द्वारा बेकार ही बहाया गया था.
והשיב יהוה את דמו על ראשו אשר פגע בשני אנשים צדקים וטבים ממנו ויהרגם בחרב ואבי דוד לא ידע את אבנר בן נר שר צבא ישראל ואת עמשא בן יתר שר צבא יהודה׃ 32
याहवेह ही उन सभी कुकर्मों को उसके सिर पर ला छोड़ेंगे; क्योंकि उसने बिना मेरे पिता के जाने, अपने से कहीं अधिक भले और सुयोग्य व्यक्तियों की तलवार से हत्या की, नेर के पुत्र अबनेर की, जो इस्राएल की सेना के सेनापति थे, और येथेर के पुत्र अमासा की, जो यहूदिया की सेना के सेनापति थे.
ושבו דמיהם בראש יואב ובראש זרעו לעלם ולדוד ולזרעו ולביתו ולכסאו יהיה שלום עד עולם מעם יהוה׃ 33
तब उन दोनों की हत्या का दोष लौटकर योआब और उनके वंशजों पर हमेशा के लिए आता रहेगा; मगर दावीद, उनके वंशजों, उनके परिवार और सिंहासन पर याहवेह के द्वारा दी गई शांति हमेशा बनी रहे.”
ויעל בניהו בן יהוידע ויפגע בו וימתהו ויקבר בביתו במדבר׃ 34
तब यहोयादा का पुत्र बेनाइयाह भीतर गया, और योआब पर वार कर उसका वध कर दिया, और उसे बंजर भूमि के पास उसके घर पर उसका अंतिम संस्कार कर दिया.
ויתן המלך את בניהו בן יהוידע תחתיו על הצבא ואת צדוק הכהן נתן המלך תחת אביתר׃ 35
राजा ने यहोयादा के पुत्र बेनाइयाह को योआब की जगह पर सेनापति और अबीयाथर के स्थान पर सादोक को पुरोहित बना दिया.
וישלח המלך ויקרא לשמעי ויאמר לו בנה לך בית בירושלם וישבת שם ולא תצא משם אנה ואנה׃ 36
इसके बाद राजा ने शिमेई को बुलवाया और उसे आदेश दिया, “येरूशलेम में अपने लिए घर बनाइए और उसी में रहिए. ध्यान रहे कि आप यहां से और कहीं न जाएं,
והיה ביום צאתך ועברת את נחל קדרון ידע תדע כי מות תמות דמך יהיה בראשך׃ 37
क्योंकि जिस दिन आप बाहर निकलेंगे, और किद्रोन घाटी पार करेंगे यह समझ लीजिए कि उस दिन आपकी मृत्यु तय होगी, और इसका दोष आपके ही सिर पर होगा.”
ויאמר שמעי למלך טוב הדבר כאשר דבר אדני המלך כן יעשה עבדך וישב שמעי בירושלם ימים רבים׃ 38
शिमेई ने राजा को उत्तर दिया, “महाराज, मेरे स्वामी द्वारा दिए गए निर्देश सही ही हैं. जो कुछ महाराज, मेरे स्वामी ने कहा है, आपका सेवक उसका पालन ज़रूर करेगा.” तब शिमेई येरूशलेम में लंबे समय तक रहता रहा.
ויהי מקץ שלש שנים ויברחו שני עבדים לשמעי אל אכיש בן מעכה מלך גת ויגידו לשמעי לאמר הנה עבדיך בגת׃ 39
तीन साल खत्म होते-होते शिमेई के दो सेवक भागकर गाथ के राजा माकाह के पुत्र आकीश के पास चले गए. शिमेई को यह सूचना दी गई: “सुनिए, आपके सेवक इस समय गाथ में हैं.”
ויקם שמעי ויחבש את חמרו וילך גתה אל אכיש לבקש את עבדיו וילך שמעי ויבא את עבדיו מגת׃ 40
यह सुन शिमेई ने अपने गधे पर काठी कसी और गाथ के लिए निकल गया, कि आकीश के यहां जाकर अपने सेवकों को खोज सके. शिमेई वहां से अपने सेवकों को लेकर येरूशलेम लौट आया.
ויגד לשלמה כי הלך שמעי מירושלם גת וישב׃ 41
शलोमोन को इस बात की सूचना दे दी गई कि शिमेई येरूशलेम से गाथ गया था और अब वह लौट चुका है.
וישלח המלך ויקרא לשמעי ויאמר אליו הלוא השבעתיך ביהוה ואעד בך לאמר ביום צאתך והלכת אנה ואנה ידע תדע כי מות תמות ותאמר אלי טוב הדבר שמעתי׃ 42
यह सुनकर राजा शिमेई को बुलाने का आदेश दिया. राजा ने शिमेई से प्रश्न किया, “क्या मैंने बड़ी गंभीरता से आपसे याहवेह की शपथ लेकर यह चेतावनी न दी थी, ‘जिस दिन आप येरूशलेम से बाहर निकलें, यह समझ लीजिए कि आपकी मृत्यु तय होगी’? जिसके उत्तर में आपने ही कहा था, ‘महाराज, मेरे स्वामी द्वारा दिए गए निर्देश सही ही हैं.’
ומדוע לא שמרת את שבעת יהוה ואת המצוה אשר צויתי עליך׃ 43
इतना होने पर भी आपने याहवेह के सामने ली गई शपथ का सम्मान और मेरे आदेश का पालन क्यों नहीं किया?”
ויאמר המלך אל שמעי אתה ידעת את כל הרעה אשר ידע לבבך אשר עשית לדוד אבי והשיב יהוה את רעתך בראשך׃ 44
राजा ने शिमेई से यह भी कहा, “आपको उन सारे बुरे व्यवहारों और गलतियों का अहसास है, जो आपने मेरे पिता दावीद के साथ की थी; इसलिये याहवेह आपके द्वारा किए गए इन दुरव्यवहारों को आपके ही ऊपर लौटा ले आएंगे.
והמלך שלמה ברוך וכסא דוד יהיה נכון לפני יהוה עד עולם׃ 45
मगर राजा शलोमोन धन्य रहेंगे और दावीद का सिंहासन याहवेह के सामने हमेशा के लिए बना रहेगा.”
ויצו המלך את בניהו בן יהוידע ויצא ויפגע בו וימת והממלכה נכונה ביד שלמה׃ 46
राजा ने यहोयादा के पुत्र बेनाइयाह को आदेश दिया, और उसने बाहर जाकर शिमाई पर ऐसा वार किया कि उसके प्राणपखेरु उड़ गए. इस प्रकार शलोमोन के हाथों में आया राज्य दृढ़ हो गया.

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