< מתיו 7 >

”אל תשפטו אחרים, ולא ישפטו אתכם. 1
“दुसरयां पै दोष ना लाओ न्ही तो लोग थारे पै भी दोष लगावैंगे।
כי יתייחסו אליכם לפי איך שאתם מתייחסים לאחרים. ישפטו אתכם במידה שאתם שופטים אחרים. 2
क्यूँके जिस तरियां थम दुसरयां पै दोष लगाओ सों, उस्से तरियां परमेसवर भी थारे पै दोष लगावैगा, जिस तरियां तै थम दुसरयां का न्याय करो सों, उस्से तरियां थारा भी न्याय करया जावैगा।”
כיצד יכול אתה לראות שביב־עץ קטן בעין חברך, ולא להבחין בקרש הגדול שבעינך? 3
“तू क्यूँ अपणे भाई की आँख कै तिन्कै जिसी छोट्टी सी बुराई नै देक्खै सै, अर अपणी आँख म्ह लठ जिसी बड़ी बुराई तन्नै कोनी दिखदी?”
”איך אתה יכול לומר לחברך:’תן לי לסלק את השביב מעינך‘בזמן שבעינך יש קרש כזה גדול? הרי כלל לא תוכל לראות את השביב! 4
जिब तेरी-ए आँख म्ह लठ सै, तो तू अपणे भाई तै किस तरियां कहवै सै, “ल्या मै तेरी आँख तै तिन्का लिकाड़ द्यु।”
צבוע שכמותך! סלק תחילה את הקרש מעינך, ורק לאחר מכן תוכל לסלק את שביב העץ מעין חברך! 5
इस करकै हे कपटी, पैहल्या अपणे जीवन की बड़ी बुराई नै दूर कर फेर तू अपणे भाई नै आच्छी दाऊँ बुराई तै बचा सकैगा।
”אל תתנו דברים קדושים לאנשים מושחתים, אל תתנו פנינים לחזירים. הם ירמסו את הפנינים, ולאחר מכן יפנו לתקוף אתכם. 6
“उन माणसां ताहीं परमेसवर का वचन ना सुणाओ जो उस ताहीं सुणणा न्ही चाहन्दे। जै तू इसा करै सै तो पवित्र चीज कुत्याँ कै आग्गै अर मोत्ती सूअरां के आग्गै फैक्कण की ढाळ होगा, इसा न्ही हो के वे उननै पैरां तळै चिकलै अर उल्टके थमनै पाड़ले।”
”אם תבקשו – תקבלו; אם תחפשו – תמצאו; ואם תדפקו תיפתח לפניכם הדלת. 7
“परमेसवर तै माँग्गो, तो वो थमनै देवैगा, टोव्होगें तो थम पाओगे, खटखटाओ, तो थारे खात्तर खोल्या जावैगा।
כי כל המבקש מקבל, כל המחפש מוצא, ולפני כל דופק נפתחת הדלת. 8
क्यूँके जो कोए माँग्गै सै, उसनै मिलै सै, अर जो टोह्वैं सै, वो पावै सै, अर जो खटखटावै सै, उसकै खात्तर खोल्या जावैगा।”
אם ילד מבקש מאביו פרוסת לחם, האם האב ייתן לו אבן במקום לחם? 9
“थारे म्ह तै इसा कौण माणस सै, के जै उसका बेट्टा रोट्टी माँग्गै, तो वो उसनै पत्थर देवै?
אם הילד מבקש דג, האם אתם חושבים שיקבל נחש? 10
या मच्छी माँग्गै, तो उसनै साँप देवै?
ואם אנשים רעים וחוטאים כמוכם נותנים לילדיכם מתנות טובות, האם לא ייתן אביכם שבשמים מתנות הרבה יותר טובות למבקשים ממנו? 11
इस करकै जिब थम बुरे होकै, अपणे बाळकां नै आच्छी चीज देणा जाणो सों, तो थारा सुर्गीय पिता अपणे माँगण आळा नै आच्छी चीज क्यूँ न्ही देवैगा?
”עשו לאחרים את מה שהייתם רוצים שיעשו לכם – זאת תמצית התורה ודברי הנביאים. 12
इस कारण जो किमे थम चाहो सों के माणस थारे गेल्या करै, थम भी उनकै गेल्या उसाए करो, क्यूँके नियम-कायदे अर नबियाँ की शिक्षा याए सै।”
”הלכו דרך הפתח הצר, כי השביל המוביל לאבדון הוא רחב, ושער הכניסה רחב גם הוא. 13
“थम परमेसवर के राज्य म्ह भीड़ै फाटक तै ए दाखल हो सको सों, क्यूँके चौड़ा सै वो फाटक अर सीध्धा सै वो रास्ता जो नाश नै पोहच्यै सै, अर घणेए सै जो उस म्ह दाखल होवै सै।
אולם שער החיים הוא קטן, השביל צר, ורק מעטים מוצאים אותו. 14
क्यूँके भीड़ा सै वो फाटक अर मुश्किल सै वो राह जो अनन्त जीवन की ओड़ पुह्चावै सै, अर भोत थोड़े सै वे लोग जो उसनै पावै सै।”
”היזהרו לכם מהמורים המפיצים תורות שקר. הם מתחפשים לכבשים תמימים, בעוד שלמעשה הם זאבים רעים הרוצים לטרוף אתכם. 15
“झूठ्ठे नबियाँ तै चौक्कस रहो, जो भेड्डां के भेष म्ह थारे धोरै आवै सै, पर भित्तर तै वे पाडण आळे भेड़िये सै।
תוכלו לזהות אותם על־פי התנהגותם, כשם שאפשר לזהות עץ על־פי פירותיו. הלא יודעים אתם להבחין בין גפן ענבים לבין ברקנים, בין תאנים לבין קוצים! 16
उनकै काम्मां तै ए थम उन ताहीं पिच्छाण ल्योगे। के माणस झाड़ियाँ तै अंगूर, या झाड़ बोझड़े तै अंजीर तोड़ै सै?
עץ משובח נותן פרי משובח, ועץ רקוב נותן פרי רקוב. 17
इस तरियां हरेक आच्छा दरखत आच्छा फळ ल्यावै सै अर निकम्मा दरखत बुरा फळ ल्यावै सै।
עץ טוב לא ייתן פרי רקוב, ועץ רקוב לא ייתן פרי טוב. 18
आच्छा दरखत बुरा फळ न्ही ल्या सकदा, अर ना निकम्मा दरखत आच्छा फळ ल्या सकै सै।
משום כך יש לכרות ולשרוף כל עץ שאינו נותן פרי טוב. 19
जो-जो दरखत आच्छा फळ न्ही ल्यान्दा, वो काट्या अर आग म्ह गेरया ज्या सै, उस्से तरियां झूठ्ठे नबियाँ कै गैल भी इसाए होवैगा।
אכן, גם עצים וגם בני־אדם אפשר לזהות על־פי פירותיהם. 20
झूठ्ठे नबियाँ नै उनके काम्मां तै थम उन ताहीं पिच्छाण ल्योगे।”
”לא כל מי שמדבר כאיש דתי ואדוק הוא באמת מאמין. הם יכולים לקרוא לי:’אדוני, אדוני‘, אבל אין זה מספיק כדי להכניסם לשמים. החשוב הוא אם הם שומעים לקול אבי שבשמים. 21
“जो मेरै तै, ‘हे प्रभु! हे प्रभु!’ कहवै सै, उन म्ह तै हर एक सुर्ग के राज्य म्ह दाखल न्ही होगा, पर वोए दाखल होगा जो मेरै सुर्गीय पिता की मर्जी पै चाल्लै सै।
ביום־הדין יאמרו לי אנשים רבים:’אדון, אדון, הלא בשמך ניבאנו, ובשמך גירשנו שדים וחוללנו נסים רבים‘. 22
न्याय के दिन घणखरे-ए माणस मेरै तै कहवैगें, ‘हे प्रभु, हे प्रभु, के हमनै तेरे नाम तै भविष्यवाणी न्ही करी, के हमनै तेरे नाम तै ओपरी आत्मायाँ ताहीं न्ही लिकाड्या, अर तेरे नाम तै घणेए अचम्भे के काम न्ही करे?’
אולם אני אענה:’מעולם לא הכרתי אתכם. הסתלקו מכאן, פושעים שכמותכם!‘ 23
फेर मै उनतै खुलकै कह दियुँगा, मन्नै थारे ताहीं कदे न्ही अपणाया। हे भुन्डे़ काम करण आळो, मेरै धोरै तै चले जाओ।”
”כל מי שמקשיב לדברי ומקיים אותם, דומה לאדם חכם הבונה את ביתו על סלע איתן. 24
“इस करकै जो कोए मेरी इन बात्तां नै सुणकै उननै मान्नै सै, वो उस अकलमंद माणस की ढाळ होगा जिसनै अपणे घर की नीम चट्टान पै धरी।
שכן גם אם ירד גשם שוטף ותתחולל סערה, לא ייפול הבית ולא יתמוטט, כי נבנה על הסלע. 25
अर मिह बरसया, बाढ़ आयी, आँधी आई, अर उस घर तै टकराई, फेर भी वो कोनी गिरया, क्यूँके उसकी नीम चट्टान पै धरी ग्यी थी।
לעומתו, מי שמקשיב לדברי ואינו מקיים אותו דומה לאדם טיפש הבונה את ביתו על החול. 26
पर जो कोए मेरी ये बात सुणै सै अर उनपै न्ही चाल्दा, वो उस बेकूफ माणस की ढाळ सै, जिसनै अपणे घर की नीम बाळूरेत पै धरी।
שהרי בבוא שיטפון וסערה יתמוטט הבית וייהרס כליל.“ 27
अर मिह बरसया, बाढ़ आयी, आँधी चाल्ली, अर उस घर तै टकराई अर पड़कै उसका सत्यानाश होग्या।”
ההמונים נדהמו מאוד כששמעו את הדרשות של ישוע, 28
जिब यीशु नै ये बात कह ली, तो इसा होया के भीड़ उसके उपदेश तै हैरान होगी,
כי הוא דיבר אליהם בסמכות רבה ולא כמו הסופרים. 29
क्यूँके वो उन ताहीं शास्त्रियाँ की तरियां न्ही पर अधिकार कै गैल उननै उपदेश देवै था।

< מתיו 7 >