< תהילים 87 >

לבני-קרח מזמור שיר יסודתו בהררי-קדש 1
उसकी बुनियाद पाक पहाड़ों में है।
אהב יהוה שערי ציון-- מכל משכנות יעקב 2
ख़ुदावन्द सिय्यून के फाटकों को या'क़ूब के सब घरों से ज़्यादा 'अज़ीज़ रखता है।
נכבדות מדבר בך-- עיר האלהים סלה 3
ऐ ख़ुदा के शहर! तेरी बड़ी बड़ी खू़बियाँ बयान की जाती हैं। (सिलाह)
אזכיר רהב ובבל-- לידעי הנה פלשת וצר עם-כוש זה ילד-שם 4
मैं रहब और बाबुल का यूँ ज़िक्र करूँगा, कि वह मेरे जानने वालों में हैं; फ़िलिस्तीन और सूर और कूश को देखो, यह वहाँ पैदा हुआ था।
ולציון יאמר-- איש ואיש ילד-בה והוא יכוננה עליון 5
बल्कि सिय्यून के बारे में कहा जाएगा, कि फ़लाँ फ़लाँ आदमी उसमें पैदा हुए। और हक़ता'ला ख़ुद उसको क़याम बख़्शेगा।
יהוה--יספר בכתוב עמים זה ילד-שם סלה 6
ख़ुदावन्द क़ौमों के शुमार के वक़्त दर्ज करेगा, कि यह शख़्स वहाँ पैदा हुआ था।
ושרים כחללים-- כל-מעיני בך 7
गाने वाले और नाचने वाले यही कहेंगे कि मेरे सब चश्में तुझ ही में हैं।

< תהילים 87 >